रियो डी जेनेरियो,18 नवंबर (हि.स.)। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी अपनी तीन देशों की यात्रा का प्रथम चरण पूरा कर दूसरे चरण में ब्राजील के रियो डी जेनेरियो पहुंच गए। प्रधानमंत्री ब्राजील में 18 और 19 नवंबर को होने वाले 19वें जी-20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। प्रधानमंत्री ने यात्रा का पहला चरण नाइजीरिया में पूरा किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने रियो डी जेनेरियो विमानतल के फोटो अपने एक्स हैंडल पर साझा किए हैं। प्रधानमंत्री ने एक्स हैंडल पर लिखा है, ” यह जी-20 में भाग लेने के लिए रियो डी जनेरियो का अवसर है।” प्रधानमंत्री की तीन देशों की यात्रा का तीसरा चरण 21 नवंबर को पूरा होगा।

प्रधानमंत्री मोदी नई दिल्ली से 16 नवंबर को नाइजीरिया पहुंचे। वहां 17 नवंबर को उनका राष्ट्रपति विला में स्वागत किया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रपति टीनूबू के साथ बैठक भी की। प्रधानमंत्री मोदी रियो डी जनेरियो में आयोजित जी-20 शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने के बाद गुयाना रवाना होंगे। वो वहां के जॉर्जटाउन में दूसरे कैरिकॉम-भारत शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेंगे। गुयाना की यात्रा इस मायने में खास है क्योंकि किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 1968 के बाद यह पहली यात्रा है।

रूस में ब्रिक्स की बैठक के एक महीने से भी कम अंतराल बाद प्रधानमंत्री मोदी की चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से ब्राजील में दोबारा मुलाकात हो सकती है। जी-20 सम्मेलन के इतर प्रधानमंत्री मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से भी मुलाकात होगी।

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अबुजा, 17 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी रविवार को नाइजीरिया की राजधानी अबुजा पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागात हुआ। नाइजीरिया के लोगों के विश्वास और सम्मान के प्रतीक अबुजा ‘शहर की चाबी’ प्रधानमंत्री को भेंट की गई। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर साझा किए गए पोस्ट में गर्मजोशी भरे स्वागत के लिए आभार व्यक्त करते हुए लिखा कि मेरी कामना है कि यह यात्रा हमारे देशों के बीच द्विपक्षीय मित्रता को और मजबूत बनाए।

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को अपनी तीन देशों की यात्रा के पहले चरण में नाइजीरिया के अबुजा शहर पहुंचे। जहां मंत्री न्येसोम एज़ेनवो वाइक ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी भरा स्वागत किया। 17 सालों में नाइजीरिया की यात्रा करने वाले पहले भारतीय बने प्रधानमंत्री मोदी के अबुजा एयरपोर्ट पहुंचने पर वहां के भारतीय मूल के नागरिकों में खासा उत्साह देखने को मिला। भारतीय मूल के लोगों ने प्रधानमंत्री मोदी का गर्मजोशी भरा स्वागत किया। बड़ी संख्या में ऐसे लोग थे जो तिरंगा हाथ में थामे ‘भारत माता की जय’ के नारे लगा रहे थे। मोदी ने सभी का अभिनंदन स्वीकार किया।

इससे पहले नाइजीरिया के राष्ट्रपति बोला अहमद टीनूबू ने भी एक्स पोस्ट कर लिया- मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का नाइजीरिया की पहली यात्रा पर स्वागत करने के लिए उत्सुक हूं, जो 2007 के बाद से किसी भारतीय प्रधानमंत्री की हमारे प्यारे देश की पहली यात्रा भी है। हमारी द्विपक्षीय चर्चाओं में दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी का विस्तार करने और महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने की कोशिश की जाएगी।

प्रधानमंत्री मोदी शनिवार को नई दिल्ली से तीन देशों की यात्रा पर रवाना हुए। वे 17 नवंबर से 21 नवंबर तक नाइजीरिया, ब्राजील और गुयाना की यात्रा पर हैं। प्रधानमंत्री मोदी 18 से 19 नवंबर तक होने वाले 19वें जी20 शिखर सम्मेलन के लिए ब्राजील जाएंगे। तीन देशों की यात्रा के आखिरी चरण में प्रधानमंत्री मोदी गुयाना जाएंगे, जहां वे पांच दशकों में देश का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में इतिहास रचेंगे। अपनी यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी गुयाना की संसद को भी संबोधित करेंगे और 185 साल पहले गुयाना में प्रवास करने वाले भारतीय प्रवासियों को श्रद्धांजलि देंगे।

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फ्लोरिडा, 06 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी जीत का ऐलान कर दिया है। ट्रंप ने यहां के वेस्ट पाम बीच में अपने अभियान की वॉच पार्टी में देश को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि यह जीत अविश्वसनीय और ऐतिहासिक है। उन्होंने देश के सभी मतदाताओं का आभार व्यक्त किया।

वेस्ट पाम बीच में डोनाल्ड ट्रंप का जोरदार स्वागत किया गया। उनके साथ मंच पर जेडी वेंस, उनकी पत्नी मेलानिया और अभियान के कर्मचारी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि यह बड़ी राजनीतिक जीत है। ट्रंप ने इस मौके पर जेडी वेंस को अगले उपराष्ट्रपति के लिए बधाई भी दी। वेंस ने कहा कि यह ट्रंप की अब तक की सबसे बड़ी राजनीतिक वापसी है।

रिपब्लिकन ट्रंप ने कहा कि चुनाव में उनकी पार्टी ने इतिहास रचा है। आज का अवसर उनके जीवन का सबसे महत्वपूर्ण दिन है। उन्होंने कहा, “अमेरिका ने हमें एक अभूतपूर्व और शक्तिशाली जनादेश दिया है।”

ट्रम्प ने अपनी पत्नी मेलानिया को धन्यवाद देते हुए उन्हें प्रथम महिला बताया। उन्होंने संबोधन में अपने सभी बच्चों का नाम लिया और चुनाव प्रचार में योगदान के लिए उनका आभार जताया। ट्रंप ने अपने अभियान के महत्वपूर्ण स्तंभ एक्स के मालिक और दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क को “अद्भुत” व्यक्ति बताया। ट्रंप ने एलन मस्क को रिपब्लिकन पार्टी का नया सितारा बताया।

उल्लेखनीय है कि ट्रंप ने इस चुनाव में जीत की घोषणा कर दी है लेकिन वे अभी तक इलेक्टोरल कॉलेज वोटों की आवश्यक संख्या तक नहीं पहुंच पाए हैं। उन्हें 270 वोटों की आवश्यकता है, लेकिन वे इससे चार वोट पीछे हैं। कमला हैरिस 218 वोटों पर हैं।

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वाशिंगटन, 06 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए हुए चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है। पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप बहुमत के जादुई आंकड़े 270 के मुकाबले 276 इलेक्टोरल वोट के साथ जीत हासिल कर चुके हैं। उनकी मुुख्य प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेटिक पार्टी की उम्मीदवार और उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को 223 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। हालांकि, अभी अंतिम नतीजा आना बाकी है। कुछ राज्यों में मतगणना पूरी नहीं हो सकी है।

सीएनएन न्यूज चैनल की रिपोर्ट के अनुसार अधिकांश मतगणना पूरी हो चुकी है। ताजा मतगणना रुझानों के मुताबिक रिपब्लिकन उम्मीदवार ट्रंप को 276 और कमला हैरिस को 223 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। इससे पहले मतगणना के नतीजों से उत्साहित डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में अपने समर्थकों को संबोधित किया। उन्होंने चुनाव में रिपब्लिकन खेमे को अभूतपूर्व जनादेश देने के लिए देश के मतदाताओं का आभार जताया। ट्रंप ने कहा कि यह पल देश को उबरने में मदद करेगा। ट्रंप ने कहा, ”मैं अमेरिका का 45वां राष्ट्रपति चुने जाने के बाद अब 47वां राष्ट्रपति चुने जाने के अत्यधिक सम्मान के लिए अमेरिकी जनता का धन्यवाद करता हूं।”

उन्होंने कहा, ”अमेरिका ने हमें अभूतपूर्व और शक्तिशाली जनादेश दिया है। हमारा सीनेट पर नियंत्रण वापस आ गया है। इससे देश को उबारने में मदद मिलेगी।”

ट्रंप ने कहा, ”मोंटाना, नेवादा, टेक्सास, ओहायो, मिशिगन, विस्कॉन्सिन, पेंसिल्वेनिया में सीनेट की दौड़ में एमएजीए (मेक अमेरिका ग्रेट अगेन) अभियान ने जीत हासिल की है। इससे बहुत मदद मिली है। सीनेट में अब हमारी संख्या वाकई अविश्वसनीय है। मैं आखिरी सांस तक आपके लिए लड़ूंगा। अमेरिका को मजबूत, सुरक्षित और समृद्ध राष्ट्र बनाने तक चैन से नहीं बैठूंगा।”

द न्यूयॉर्क टाइम्स के चुनाव विश्लेषण में कहा गया है कि डोनाल्ड ट्रंप चार साल पहले जो बाइडेन से हार के बाद बुधवार को 47वें राष्ट्रपति चुने गए। उन्होंने सबसे बड़े स्विंग स्टेट के तौर पर मशहूर पेंसेल्वेनिया में जीत हासिल कर दोबारा व्हाइट हाउस जाने का मार्ग प्रशस्त किया। ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी ने अमेरिकी सीनेट में बहुमत हासिल कर लिया। पार्टी ने अपनी सीटों पर जीत के क्रम को दोहराते हुए डेमोक्रेटिक पार्टी के कब्जे वाली कई सीटों पर जीत हासिल कर चार साल में पहली बार सीनेट में अपना दबदबा बढ़ाया। नेब्रास्का में रिपब्लिकन पार्टी की अप्रत्याशित जीत ने उसे शीर्ष पर पहुंचा दिया। मौजूदा रिपब्लिकन सीनेटर डेब फिशर ने निर्दलीय नवोदित नेता डैन ओसबोर्न से आश्चर्यजनक रूप से मजबूत चुनौती का सामना किया।

इस चुनाव की एक और खास बात यह है अमेरिका में कैलिफोर्निया का प्रतिनिधित्व करने वाली डेमोक्रेटिक पार्टी की प्रतिनिधि नैंसी पेलोसी बुधवार को एक बार फिर इस सीट से प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं। वर्ष 1987 में प्रतिनिधि सभा के लिए चुनी गईं पेलोसी अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर बनने वाली पहली महिला थीं। वह 2003 से प्रतिनिधि सभा में डेमोक्रेटिक पार्टी के प्रतिनिधियों का नेतृत्व कर रही हैं।

फ्लोरिडा में ट्रंप के ”विजयी संबोधन’ के बाद दुनियाभर के नेताओं ने उन्हें बधाई संदेश भेजे। भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर, इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज, हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन ने उनकी जीत की सराहना करते हुए बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप के साथ अपनी कुछ पुरानी तस्वीरें एक्स पर साझा करते हुए पोस्ट किया ” मेरे मित्र डोनाल्ड ट्रम्प को ऐतिहासिक चुनावी जीत पर हार्दिक बधाई। जैसा कि आप अपने पिछले कार्यकाल की सफलताओं को आगे बढ़ा रहे हैं, मैं भारत-अमेरिका व्यापक वैश्विक और रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने के लिए हमारे सहयोग को नवीनीकृत करने के लिए तत्पर हूं। आइए हम सब मिलकर अपने लोगों की बेहतरी के लिए और वैश्विक शांति, स्थिरता और समृद्धि को बढ़ावा देने के लिए काम करें।”

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वाशिंगटन/नई दिल्ली, 05 नवंबर (हि.स.)। संयुक्त राज्य अमेरिका में अगले चार साल की दिशा तय करने की बहुप्रतीक्षित घड़ी आ गई। यहां मंगलवार सुबह अगले राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए मतदान शुरू होगा।

संभावना है देररात यह भी तय हो जाए कि उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ड्रंप में से कौन व्हाइट हाउस पहुंचेगा। अब देखना यह बाकी है कि अमेरिकी मतदाता अपना अगला पथ प्रदर्शक किसे चुनते हैं। कुल आठ उम्मीदवारों में मुख्य मुकाबला भारतीय मूल की डेमोक्रेटिक पार्टी की कमला हैरिस और रिपब्लिकन पार्टी के डोनाल्ड ट्रंप के बीच है।

चुनाव की पूर्व संध्या पर डोनाल्ड ट्रंप ने आगाह किया कि हैरिस जीतीं तो तीसरे विश्वयुद्ध का खतरा है। प्रचार के अंतिम क्षणों में हैरिस ने अश्वेत और अरब मूल के मतदाताओं का दिल जीतने की कोशिश की। संयुक्त राज्य अमेरिका में हुए ओपिनियन पोल के अनुसार, 60 वर्षीय कमला और 78 वर्षीय ट्रंप के बीच कांटे की टक्कर है। मतदान की निर्धारित तिथि से पहले 7.7 करोड़ वोटर वैकल्पिक तरीकों से मतदान कर चुके हैं।

तमिलनाडु के थुलसेंद्रपुरम में कमला के लिए प्रार्थना

इस चुनाव पर ‘नई दिल्ली’ की भी नजर है। मगर भारत के दक्षिणी राज्य तमिलनाडु के गांव थुलसेंद्रपुरम में खास उत्साह है। कमला हैरिस के परिवार से गहरे जुड़ाव वाला यह गांव जश्न के माहौल में डूबा हुआ है। गांव को कमला हैरिस के पोस्टरों से सजाया है।

उनकी जीत के लिए मंदिर में विशेष प्रार्थना की गई है। कमला हैरिस अगर जीतती हैं तो वह भारत और भारतीय मूल के लोगों के लिए गर्व का बड़ा विषय होगा। करीब 235 वर्ष के राष्ट्रपति चुनाव के इतिहास में पहला मौका होगा जब कोई महिला अमेरिका की राष्ट्रपति बनेगी।

थुलसेंद्रपुरम कमला हैरिस के नाना पीवी गोपालन का मूल गांव है। हैरिस की मां श्यामला दिल्ली विश्वविद्यालय से स्नातक करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए अमेरिका चली गईं। हैरिस कैलिफोर्निया के ओकलैंड में पली-बढ़ीं हैं।

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बेरुत, 3 नवंबर (हि.स.)। इजराइल ने हिज्बुल्लाह के एक और शीर्ष कमांडर जाफर खादर फाउर की मौत का दावा किया है। सेना ने कहा कि उसने शनिवार को हिज्बुल्लाह के शीर्ष कमांडर फाउर को दक्षिणी लेबनान में मार डाला। सेना के मुताबिक, फाउर इजराइल पर हमलों के लिए जिम्मेदार था।

इजराइल डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर इसकी पुष्टि करते हुए दावा किया है कि इजराइल ने दक्षिणी लेबनान के जौइया क्षेत्र में नासिर यूनिट के मिसाइल और रॉकेट इकाई के कमांडर जाफर खादर फाउर को मार गिराया। आईडीएफ के मुताबिक जाफर फाउर इजराइली में हुए रॉकेट हमलों के लिए जिम्मेदार था। इसमें किबुत्ज ओरताल, मजदल शम्स और मेटुला के हमले शामिल हैं। मजदल शम्स में 12 बच्चों की मौत हुई थी और मेटुला में 5 लोगों की जान गई थी।

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नई दिल्ली, 16 अक्टूबर (हि.स.)। विदेश मंत्री डॉ एस जयशंकर ने बुधवार को इस्लामाबाद में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की शिखरवार्ता में याद दिलाया कि संगठन के चार्टर में आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद को स्पष्ट रूप से चुनौती माना गया है। ऐसे में सीमा पार से इस तरह की गतिविधियां होती रहेंगी तो सहयोग विशेषकर क्षेत्रीय सहयोग संभव नहीं है। साथ ही उन्होंने कहा कि सहयोग आपसी सम्मान और संप्रभुता पर आधारित होना चाहिए।

उन्होंने कहा, “यदि सीमा पार की गतिविधियां- आतंकवाद, उग्रवाद और अलगाववाद होंगी तो समानांतर रूप से व्यापार, ऊर्जा प्रवाह, कनेक्टिविटी और लोगों से लोगों के बीच आदान-प्रदान के प्रोत्साहन की संभावना नहीं होंगी।”

एससीओ के शासनाध्यक्षों की परिषद की बैठक में संगठन में शामिल देशों के शीर्ष नेता शामिल होते हैं। विदेश मंत्री जयशंकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्थान पर बैठक में शिरकत करने पहुंचे कल यहां पहुंचे थे।

आज एससीओ की बैठक में विदेश मंत्री ने कहा कि सहयोग एकतरफा एजेंडे पर नहीं बल्कि वास्तविक साझेदारियों पर बनाया जाना चाहिए। हमारे प्रयास तभी आगे बढ़ेंगे जब चार्टर के प्रति हमारी प्रतिबद्धता दृढ़ रहेगी। यह स्वयंसिद्ध है कि विकास और प्रगति के लिए शांति और स्थिरता की आवश्यकता होती है। और जैसा कि चार्टर में कहा गया है, इसका मतलब है ‘तीन बुराइयों’ का मुकाबला करने में दृढ़ता से करना और इनसे समझौता न करना। उन्होंने कहा कि वैश्विक संघर्षों की बीच जलवायु परिवर्तन की गंभीर समस्या, आपूर्ति श्रृंखला की अनिश्चितता और वित्तीय अस्थिरता वृद्धि और विकास को प्रभावित कर रहे हैं। यह एक चुनौतीपूर्ण समय है। प्रौद्योगिकी बड़ी संभावनाएं रखती है, लेकिन साथ ही नई चिंताओं को भी जन्म देती है। एससीओ के सदस्यों को इन चुनौतियों पर कैसे प्रतिक्रिया देनी चाहिए इसपर विचार करना होगा। विदेश मंत्री ने इस दौरान वैश्विक संस्थाओं में बदलाव की मांग को दोहराया। उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में स्थायी और गैर-स्थायी दोनों श्रेणियों में व्यापक सुधार आवश्यक है।

भारत की भूमिका का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि हमारी अपनी वैश्विक पहल और राष्ट्रीय प्रयास भी एससीओ के लिए अत्यधिक प्रासंगिक हैं। अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देता है। आपदा प्रतिरोधी बुनियादी ढांचे के लिए गठबंधन हमें जलवायु घटनाओं के लिए तैयार करता है। मिशन ‘लाइफ’ एक स्थायी जीवन शैली की वकालत करता है। योगाभ्यास और मोटा अनाज को बढ़ावा देने से स्वास्थ्य और पर्यावरण पर फर्क पड़ता है। वैश्विक जैव ईंधन गठबंधन ऊर्जा परिवर्तन के कार्य को मान्यता देता है। इंटरनेशनल बिग कैट एलायंस हमारी जैव-विविधता की रक्षा करता है। घर पर, हमने डिजिटल सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के मूल्य का प्रदर्शन किया है, जैसे हमने महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास के प्रभाव को दिखाया है।

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नई दिल्ली, 11 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को लाओस की राजधानी वियंतियाने में पूर्वी एशिया शिखर सम्मेलन के अवसर पर थाईलैंड की प्रधानमंत्री पैतोंगटार्न शिनावात्रा से मुलाकात की। यह दोनों प्रधानमंत्रियों के बीच पहली मुलाकात थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने मुलाकात की तस्वीर एक्स पर साझा करते हुए लिखा कि लाओ पीडीआर में प्रधानमंत्री शिनावात्रा से मुलाकात की। थाईलैंड भारत का एक बहुत ही मूल्यवान मित्र है। हमारी बातचीत इस बात पर केंद्रित थी कि हमारे देशों के बीच व्यापार संबंधों को कैसे बेहतर बनाया जाए और सांस्कृतिक संबंधों को कैसे बढ़ावा दिया जाए। हम रक्षा, शिपिंग, डिजिटल नवाचारों और अन्य क्षेत्रों में भी बहुत संभावनाएं देखते हैं।

विदेश मंत्रालय ने एक विज्ञप्ति में बताया कि मुलाकात के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने थाई प्रधानमंत्री को पदभार ग्रहण करने पर बधाई दी। थाई प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके ऐतिहासिक तीसरे कार्यकाल के लिए शुभकामनाएं दीं। दोनों नेताओं ने कई क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा की। उन्होंने उप-क्षेत्रीय, क्षेत्रीय और बहुपक्षीय मंचों पर घनिष्ठ सहयोग बनाने के तरीकों पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। इस संदर्भ में उन्होंने बिम्सटेक के माध्यम से क्षेत्रीय सहयोग को मजबूत करने पर चर्चा की।

थाईलैंड के साथ भारत के संबंध भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का एक महत्वपूर्ण स्तंभ हैं, जो इस वर्ष एक दशक पूरा कर रहे हैं।

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बेरूत, 05 अक्टूबर (हि.स.)। इजराइल के लड़ाकू विमानों ने आज सुबह लेबनान की राजधानी बेरूत के अलावा चौइफात और बोरज अल ब्रजनेह में बमबारी की। हिजबुल्लाह आतंकवादियों के कमांड सेंटर को भी निशाना बनाया । इस बीच लेबनान से भी इजराइल के हाइफा पर दो रॉकेट दागे गए। इजराइल की सेना लेबनान के कई हिस्सों पर बम बरसा रही है। वह लगातार ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के बंकरों को ध्वस्त कर रही है। इजराइल ने जमीनी लड़ाई भी छेड़ दी है।

ईरान के सरकारी मीडिया इस्लामिक रिपब्लिक न्यूज एजेंसी (आईआरएनए) के अनुसार, इजराइली सुरक्षा बलों (आईडीएफ) ने शनिवार सुबह से चौइफात और बोरज अल ब्रजनेह सहित लेबनान की राजधानी के कई इलाकों पर बमबारी की है। इसके अलावा बेदावी शरणार्थी शिविर पर इजराइली ड्रोन हमले में सईद अताउल्लाह अली और उनकी पत्नी और दो बच्चों की जान चली गई। ड्रोन से एक आवासीय क्षेत्र को निशाना बनाया गया। हमास ने कहा है कि इजराइल को इन अपराधों का अंजाम भुगतना होगा।

आईडीएफ के एक्स हैंडल पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, वायुसेना ने दक्षिणी लेबनान में सलाह घंडौर अस्पताल के पास स्थित हिजबुल्लाह आतंकवादियों के एक कमांड सेंटर को निशाना बनाया। यह सेंटर एक मस्जिद के अंदर स्थापित किया गया था। आईडीएफ ने कहा कि वायुसेना की कार्रवाई से पहले स्थानीय नागरिकों को आगाह किया गया। पिछले चार दिन में आईडीएफ ने लेबनान में 2,000 से अधिक सैन्य ठिकानों को ध्वस्त कर 250 हिजबुल्लाह आतंकवादियों को मार गिराया। इनमें पांच बटालियन कमांडर, ⁠10 कंपनी कमांडर और छह प्लाटून कमांडर शामिल हैं। इजराइली वायुसेना दक्षिणी लेबनान में खुफिया आधारित अभियानों के दौरान एहतियाती हमले भी कर रही है। कल बेरूत में एक सटीक और खुफिया-आधारित हमले के दौरान हिजबुल्लाह की संचार इकाई का कमांडर मोहम्मद राशिद सकाफी मारा गया।

द टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, आज लेबनान से हाइफा पर दो रॉकेट दागे गए। इस हमले में किसी के घायल होने की सूचना नहीं है। इस बीच इजराइल ने फिलिस्तीनियों से मध्य गाजा के नुसीरत और ब्यूरिज के कुछ क्षेत्रों को खाली करने का आह्वान किया है। यह आह्वान संभावित सात अक्टूबर की सालगिरह के हमलों की तैयारी के बीच आया है। आईडीएफ का कहना है कि उसके कमांडो ने इजराइली सीमा के करीब हिजबुल्लाह की सुरंगों को ध्वस्त कर दिया है। इसके अलावा हिजबुल्लाह के लिए हथियार ले जा रहे ईरानी विमान को वापस लौटने के लिए मजबूर कर दिया गया।

आईडीएफ ने लेबनान के ग्राउंड ऑपरेशन में अब तक 400 से अधिक हिजबुल्लाह आतंकियों के मारे जाने का आकलन किया है। द टाइम्स ऑफ इजराइल के अनुसार, अमेरिका के मिशिगन में राष्ट्रपति चुनाव में किस्मत आजमा रहीं कमला हैरिस ने गाजा और लेबनान संघर्ष से नाराज अरब अमेरिकी नेताओं से मुलाकात की है।

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बेरूत/तेहरान, 04 अक्टूबर (हि.स.)। गाजा में आतंकी संगठन हमास का साथ दे रहा ईरान समर्थित आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह को इजराइल ने खून के आंसू बहाने के लिए मजबूर कर दिया है। हिजबुल्लाह सरगना नसरल्लाह के मारे जाने के बाद अब उसके बाकी गुर्गे एक-एक कर ढेर हो रहे हैं। इजराइल की एयर स्ट्राइक में अब महमूद युसेफ अनीसी मारा गया है। वह लेबनान में हिजबुल्लाह की सटीक-निर्देशित मिसाइल निर्माण शृंखला का प्रमुख आतंकवादी था।

इजराइल सुरक्षा बलों (आईडीएफ) के एक्स हैंडल में यह जानकारी दी गई है। आईडीएफ के अनुसार, अनीसी 15 साल पहले हिजबुल्लाह में शामिल हुआ था। उसे घातक हथियारों के निर्माण में महारत हासिल थी। आईडीएफ ने कहा है कि हिजबुल्लाह के खात्मे का अभियान जारी रहेगा।

इस बीच द टाइम्स ऑफ इजराइल ने न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट की रिपोर्ट के हवाले से कहा है कि इजराइल के लड़ाकू विमानों ने बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में बम गिराकर हिजबुल्लाह के हशेम सफीदीन के भूमिगत बंकर को निशाना बनाया। इस बंकर में सफीदीन के साथ वरिष्ठ हिजबुल्लाह नेता भी थे।

आईडीएफ का कहना है कि वेस्ट बैंक में फाइटर जेट के दुर्लभ हमले में हमास के कई गुर्गे भी मारे गए। फाइटर जेट ने गुरुवार देररात तुलकेरेम में हमला किया। फिलिस्तीनी प्राधिकरण के स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा है कि इस हमले में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। आईडीएफ और शिन बेट ने संयुक्त बयान में कहा है कि तुलकेरेम में हमास के शीर्ष कमांडर जही यासर अब्द अल-रज़ेक औफी और कई अन्य गुर्गों को निशाना बनाया गया।

खामेनेई की तकरीर पर नजर

ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई आज (शुक्रवार) की नमाज का नेतृत्व करेंगे। इस मौके पर वह अपनी तकरीर में इजराइल पर चर्चा कर सकते हैं। उनकी आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, सर्वोच्च नेता मध्य तेहरान में इमाम खुमैनी ग्रैंड मोसल्ला मस्जिद में प्रार्थना में मुसलमानों का नेतृत्व करेंगे।

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काठमांडू, 1 अक्टूबर (हि.स.)। नेपाल में भीषण बाढ़ और भूस्खलन से जानमाल की क्षति का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। पिछले तीन दिनों में इस आपदा से जान गंवाने वालों की संख्या 225 तक पहुंच गई है। जैसे-जैसे बाढ़ प्रभावित जिलों में संपर्क स्थापित किया जा रहा है, लापता और मृतकों की संख्या भी बढ़ती जा रही है। गृह मंत्रालय के मुताबिक सैकड़ों अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।

इसी बीच प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के अमेरिका से वापस होते ही कैबिनेट की बैठक में बाढ़ और भूस्खलन के कारण हुए नुकसान की स्थिति का जायजा लिया गया। सोमवार देर शाम हुई कैबिनेट बैठक में देश में तीन दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। सरकार के प्रवक्ता पृथ्वी सुब्बा गुरूंग ने बताया कि मंगलवार से तीन दिनों के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है। उन्होंने स्पष्ट किया है कि राष्ट्रीय शोक के बावजूद सार्वजनिक अवकाश नहीं दिया जाएगा।

कैबिनेट की बैठक में मृतक परिवारों को आर्थिक सहायता देने का निर्णय भी किया गया है। सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रति मृतक परिवार को संघीय सरकार के तरफ से 2 -2 लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की गई है। घायल हुए लोगों के उपचार का पूरा खर्च सरकार की तरफ से किए जाने की घोषणा भी की गई है।

नेपाल सरकार ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष में सहायता करने की अपील की है। कैबिनेट की बैठक में इस कोष में 1000 करोड़ रुपए देने का निर्णय किया गया है। सरकार ने देश-विदेश के दानदाताओं से प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा कोष में सहयोग करने की अपील की है। इस कोष में नेपाल सरकार के सभी मंत्रियों के एक महीने का वेतन देने का भी निर्णय किया गया है।

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नई दिल्ली, 22 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को अमेरिका के न्यूयॉर्क में भारतीय समुदायों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आज वैश्विक विकास, शांति, जलवायु कार्रवाई, कौशल और सप्लाई चैन मजबूत करने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। इसके पीछे भारत का मकसद दुनिया में दवाब बढ़ाना नहीं बल्कि प्रभाव बढ़ाना है। हम सूरज की तरह रोशनी देने वाले हैं। हम विश्व पर दबदबा नहीं चाहते हैं, हम विश्व की समृद्धि में अपना सहयोग बढ़ाना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपनी अमेरिकी यात्रा के दौरान आज न्यूयॉर्क के लॉन्ग आईलैंड में आयोजित ‘मोदी एंड अमेरिका’ नामक कार्यक्रम में भारतीय समुदाय को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने घोषणा की कि ह्यूस्टन और लॉस एंजेलिस में भारत महावाणिज्य दूतावास खुलेगा और ह्यूस्टन यूनिवर्सिटी में तिरुवल्लुवर चेयर ऑफ तमिल स्टडीज की शुरुआत की जाएगी।

भारत और अमेरिकी संबंधों को आधुनिक तकनीकी विकास कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) से जोड़ते हुए उन्होंने कहा कि यह एस्पिरेशनल इंडिया (आकांक्षी भारत) का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि एआई का अर्थ अमेरिकन इंडियन है, जो दोनों देशों के संबंधों को नई ऊंचाइयों पर ले जा रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने तीसरी बार देश में सत्ता वापसी को ऐतिहासिक बताया और उनके विजन से जोड़ते हुए इसे ‘पुष्प’ की संज्ञा दी। उन्होंने कहा कि ‘पुष्प’ (पीयूएसएचपी) का अर्थ प्रोग्रेसिव इंडिया, अनस्टॉपेबल इंडिया, स्पिरिचुअल इंडिया, ह्यूमैनिटी फर्स्ट इंडिया और प्रॉस्पर इंडिया है। अर्थात् भारत प्रगति, निरंतरता, आध्यात्मिकता, मानवता और समृद्धि के मूल्य और सपनों के साथ आगे बढ़ रहा है।

अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय को भारत का राष्ट्रीय दूत बताते हुए उन्होंने कहा कि वह आज भी अपने जड़ों से जुड़े हुए हैं। उन्होंने कहा कि दुनिया में कोई समुद्र इतना गहरा नहीं है जो सात समंदर पार आए इन भारतीयों को अपनी पहचान से दूर कर सके। यहां रहने वाला भारतीय समुदाय अलग-अलग भाषा बोलता है लेकिन उनका भाव एक है भारत माता की जय।

भारत की वैश्विक नीति का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत कुछ कहता है तो दुनिया सुनती है। अभी तक हम सबसे दूरी बनाकर चलते थे लेकिन अब हम सबसे करीबी बना कर चल रहे हैं। हमारा मानना है कि ज्ञान दूसरों के साथ साझा करने, संपदा अन्यों की देखभाल और शक्ति सबको संरक्षण देने के लिए है।

अपने भाषण में उन्होंने चेस ओलंपियाड में भारतीय टीम को मिली जीत का उल्लेख किया और साथ ही कहा कि 2036 में हम भारत में ओलंपिक खेलों के साक्षी बनेंगे।

वहीं दैनिक दिनचर्या को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि हम अपने लाइफ स्टाइल में थोड़े से बदलाव करके भी पर्यावरण की बहुत मदद कर सकते हैं। आजकल भारत में एक पेड़ मां के नाम लगाया जा रहा है। मां जिंदा तो साथ ले जाना, नहीं है तो तस्वीर ले जाना, ये अभियान आज देश के कोने-कोने में चल रहा है।

अपने संबोधन के दौरान पीएम मोदी ने बदलते भारत की तस्वीर भी सबके सामने रखी। उन्होंने कहा कि बीते 10 साल में भारत में हर सप्ताह एक यूनिवर्सिटी बनी है। हर दिन दो नए कॉलेज बने और एक नई आईटीआई की स्थापना हुई है। इंफ्रास्ट्रक्टर की बात करें तो आज हमारे रेलवे स्टेशन और एयरपोर्ट सोलराइज हो रहे हैं। भारत में बहुत बड़ी संख्या में ग्रीन जॉब पैदा हो रहे हैं। 21वीं सदी का भारत एजुकेशन, स्कील, रिसर्च की ओर से आगे बढ़ रहा है। मोदी ने कहा कि हमने ग्रीन ट्रांजेशन का रास्ता चुना है। प्रकृति प्रेम के संस्कारों ने हमें गाइड किया है, इसलिए हम सोलर, ग्रीन हाइड्रोन, न्यूक्लियर एनर्जी पर इन्वेस्टमेंट कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री ने आगे कहा कि अब तक भारत में सेमी कंडक्टर यूनिट भी शुरू हो चुकी है। वो दिन दून नहीं जब आप मेड इंडिया चिप अमेरिका में भी देखेंगे। भारत में लोगों के फोन में ई-वॉलेट है। भारतीय अब अपने डॉक्यूमेंट्स फिजिकल फोल्डर में नहीं रखते हैं, उनके पास अब डिजिलॉकर है। भारत अब रुकने वाला नहीं, थमने वाला नहीं है। मोदी ने कहा कि हमने मेड इन इंडिया टेक्नोलॉजी पर काम किया। आज भारत दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा मोबाइल मेन्युफैक्चरर है। हम अब मोबाइल एक्सपोर्टर बन गए हैं। भारत ने डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर (डीपीआई) का नया कॉन्सेप्ट दुनिया को दिया है।

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