Moscow: मॉस्को में भारत और चीन के विदेश मंत्रियों के बीच वार्ता हुई.
एससीओ सम्मेलन से इतर हुई द्विपक्षीय बातचीत में दोनों देश के बीच 5 बिंदुओं पर सहमति बनी. LAC पर गतिरोध को समाप्त करने और विश्वास बहाली के नए उपायों पर तेजी से काम करने पर सहमति बनी. 
0Shares

New Delhi: 19 साल पहले 11 सितंबर 2001 (9/11) को हुए एक आतंकी हमले ने अमेरिका समेत पूरी दुनिया को हिला कर रख दिया था. आतंकियों ने 11 सितंबर 2001 की सुबह हाईजैक किए गए दो विमानों को वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स से टकरा दिया.

जिससे विमानों पर सवार यात्रियों के साथ वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के ट्विन टावर्स के अंदर काम करने वाले अन्य अनेक लोग भी मारे गए. तत्कालीन अमेरिकी राष्ट्रपति जॉर्ज बुश ने इस घटना को अमेरिकी इतिहास का सबसे काला दिन करार दिया था, जिस समय जॉर्ज बुश को हमले की सूचना मिली वह एक स्कूल के कार्यक्रम में मौजूद थे.

इस हमले में करीब 3000 लोग मारे गए. मरने वालों में 343 फायर विभाग और 60 पुलिस अधिकारी भी शामिल थे. मरने वाले लोगों में 70 अलग-अलग देशों के नागरिक थे.

वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के एक टावर का निर्माण 1966 में शुरू हुआ था जो 1972 में पूर्ण हुआ. वही दूसरे टावर को बनाने का काम 1966 में शुरू होकर 1973 में समाप्त हुआ था.

0Shares

Moscow: भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर जारी तनाव के बीच रूस की राजधानी मॉस्को में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह अपने चीनी समकक्ष वेई फेंघे से मुलाकात की है.

दोनों देशों के नेता शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन (SCO) की बैठक के लिए रूस पहुंचे हैं. चीन के रक्षा मंत्री फेंघे ने राजनाथ सिंह से मिलने का वक्त मांगा था.

राजनाथ सिंह और वेई फेंघे के बीच हुई बैठक 2 घंटे 20 मिनट तक चली है.

0Shares

दुनिया भर के मुसलमानों की हज यात्रा आज से शुरू हो गई है. हालांकि कोरोना वायरस की वजह से इस बार हज यात्रा करने वाले लोगों की संख्या बहुत कम है. पिछले साल 25 लाख लोगों ने हज किया था, वहीं इस बार सिर्फ सऊदी अरब में रहने वाले 10,000 लोगों को ही इस तीर्थयात्रा में भाग लेने की इजाजत मिली है.

सऊदी अरब के सार्वजनिक सुरक्षा निदेशक खालिद बिन करार ने अल जजीरा न्यूज को बताया, ‘हज यात्रा को लेकर सुरक्षा संबंधी कोई चिंता नहीं है, लेकिन महामारी के खतरे को देखते हुए श्रद्धालुओं को सुरक्षित रखने की पूरी कोशिश की जाएगी.’

हज यात्रियों को मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना अनिवार्य होगा. हज यात्रा के लिए उन्हें ही इजाजत मिली है जिन्हें टेम्प्रेचर चेक करने के बाद कुछ दिनों के लिए क्वारनटीन में रखा गया था.

0Shares

New Delhi: फ्रांस से 5 राफेल लड़ाकू विमानों की पहली खेप ने भारत के लिए उड़ान भर दी है. राफेल विमान बुधवार यानी 29 जुलाई को हरियाणा के अम्बाला स्थित एयर फोर्स स्टेशन पर लैंड करेंगे.

राफेल को अगले महीने को वायुसेना में शामिल किया जाएगा. राफेल 10 घंटे की दूरी तय करने के बाद सयुंक्त अरब अमीरात में फ्रांस के एयरबेस अल धफरा एयरबेस पर लैंड करेगा. अगले दिन राफेल विमान अम्बाला के लिए उड़ान भरेगा.  

भारतीय वायु सेना के पायलट जिन्होंने राफेल विमान के उड़ान की ट्रेनिंग ली है वही विमान उड़ाकर लेकर भारत आएंगे. 29 जुलाई को राफेल विमान अम्बाला पहुंच जाएंगे. राफेल को औपचारिक रूप से भारतीय वायुसेना में अगस्त में शामिल किया जाएगा.

 

0Shares