मुख्यमंत्री ने गोपालगंज जिले में 1,585 करोड़ रुपये की 185 योजनाओं का किया उद्घाटन एवं शिलान्यास

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज गोपालगंज जिले के सबेया एयर फील्ड परिसर से 1585.59 करोड़ रुपये की लागत की कुल 185 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

इसके अंतर्गत 1295.85 करोड़ रूपये की लागत की 124 योजनाओं का शिलान्यास तथा 289.74 करोड़ रूपये लागत की 61 योजनाओं का उद्घाटन किया गया। इनमें प्रगति यात्रा के दौरान की गई घोषणाओं के अंतर्गत 131.38 करोड़ रुपये की लागत से मीरगंज बाईपास में 3.18 किमी (2-लेन) रेल ऊपरी पुल-सह-पुल/पुलिया सहित सड़क निर्माण कार्य, 30.75 करोड़ रुपये की लागत से थावे मंदिर के सम्पर्क मुख्य पथ, आन्तरिक पथ सहित अन्य उन्नयन कार्य, 126.54 करोड़ रुपये की लागत से 2 लेन पक्का सोल्डर सहित एनएच-27 से एनएच-531तक (कुल लम्बाई-12.600 किमी) गोपालगंज बाईपास पथ का निर्माण कार्य, 90.34 करोड़ रुपये की लागत से कटैया औद्योगिक क्षेत्र के विकास हेतु चिन्हित स्थल के विजयीपुर देवरिया सड़क से जोड़ने हेतु बाईपास पथ (कुल लम्बाई 5.75 किमी) का निर्माण कार्य सहित अन्य कुल 120 योजनाओं का शिलान्यास शामिल है।

मुख्यमंत्री ने कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में उपस्थित जीविका दीदियों, पेंशनधारियों एवं अन्य लाभुकों के साथ संवाद किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि महिलाओं के उत्थान तथा उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यों की जीविका दीदियों ने प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया।

सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के लाभार्थियों ने मुख्यमंत्री के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि पेंशन की राशि में 3 गुनी बढ़ोतरी किए जाने से परिवार में हमारा मान बढ़ा है तथा इससे हमारी इच्छा शक्ति भी मजबूत हुई है। बिहार में पूर्ण मद्य निषेध लागू होने से समाज में शांति का वातावरण कायम है। पंचायतों में सामुदायिक विवाह मंडप बनाए जाने का फैसला काफी सराहनीय है। इससे गरीब परिवारों को काफी सहूलियत होगी।

मुख्यमंत्री ने जीविका दीदियों से बातचीत करते हुए कहा कि हम आप सभी जीविका दीदियों को बधाई देते हैं। आप सभी बहुत अच्छा काम कर रही हैं। 2005 में हमारी सरकार बनने के बाद हमलोगों ने ही स्वयं सहायता समूहों की संख्या बढ़ाने का काम शुरू किया और इसका नाम जीविका दिया। इससे जुड़ी महिलाएं जीविका दीदियां कहलाती हैं। सरकार सभी तबकों के उत्थान के लिए हर प्रकार से विकास का कार्य कर रही है। किसी की उपेक्षा नहीं की गई है। किसान सलाहकारों का काम भी प्रशंसनीय है। आप सभी के सहयोग से बिहार निरंतर प्रगति के पथ पर अग्रसर है। आप सभी मिलजुल कर रहें। आप के सहयोग और सरकार के प्रयास से बिहार नए उच्चाई को हासिल करेगा।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने वैशाली में 331 योजनाओं का किया उद्घाटन-शिलान्यास

पटना:  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रविवार को वैशाली जिला के डिग्री कॉलेज, गोरौल में आयोजित कार्यक्रम स्थल से 744 करोड़ 85 लाख रुपये लागत की कुल 331 योजनाओं का रिमोट के माध्यम से उद्घाटन एवं शिलान्यास किया।

इनमें 129 करोड़ रुपये की लागत से हाजीपुर नगर परिषद क्षेत्र में स्टॉर्म वाटर ड्रेनेज सिस्टम निर्माण कार्य, 181 करोड़ 78 लाख की लागत से ऊर्जा विभाग की चार योजनाएंं, 43 करोड़ 20 लाख की लागत से वाया नदी का उड़ाही कार्य, 27 करोड़ 14 लाख की लागत से लालगंज (रपुटा)-सराय रोड (12.95 किमी) का चौड़ीकरण कार्य, 44 करोड़ 50 लाख की लागत से सदर अस्पताल वैशाली परिसर अंतर्गत 100 शैय्या के क्रिटिकल केयर ब्लॉक, 19 करोड़ 51 लाख की लागत से गोरौल-सोंधों-मथनामल रोड का चौड़ीकरण, 14 करोड़ 82 लाख की लागत से पनसडिया (लोहा पुल) भारत चौक-छह लेन गंगा ब्रिज पहुंच पथ (4.20 किमी) का उद्घाटन शामिल है।

मुख्यमंत्री ने 40 करोड़ 43 लाख की लागत से कृषि बाजार समिति के पुनर्विकास, 15 करोड़ 10 लाख की लागत से बालक औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान, हाजीपुर, 13 करोड़ 90 लाख की लागत से 132/33 केवी ग्रिड उपकेन्द्र हाजीपुर का नवीनीकरण एवं आधुनिकीकरण, 15 करोड़ 17 लाख की लागत से 220/132 केवी ग्रिड उपकेन्द्र, हाजीपुर में 01 अदद 200 एमवीए के ट्रांसफॉर्मर का अधिष्ठापन तथा 78 करोड़ 69 लाख की लागत से भवन, पुस्तकालय एंव खेल मैदान के निर्माण सहित अन्य 210 विकासात्मक योजनाओं का उद्घाटन किया। इसमें प्रगति यात्रा के दौरान जिले के विकास के लिए घोषित योजनाओं का शिलान्यास भी शामिल है।

मुख्यमंत्री ने 122 करोड़ 14 लाख रुपये की लागत से भवन, पुस्तकालय एवं खेल मैदान के निर्माण सहित अन्य 110 विकासात्मक योजनाओं का शिलान्यास किया गया। मुख्यमंत्री ने डिग्री कॉलेज गोरौल का शिलान्यास किया और सूक्ष्मता से प्रस्तावित डिग्री कॉलेज के 3डी मॉडल का अवलोकन किया।

मुख्यमंत्री ने वैशाली के डिग्री कॉलेज, गोरौल में ही आयोजित संवाद कार्यक्रम में बड़ी संख्या में उपस्थित पेंशनधारी लाभुकों, जीविका दीदियों, आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका सहित अन्य लाभुकों के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि आप लोग अच्छे से मिल-जुलकर रहें तथा बिहार को आगे बढ़ाने में अपना अहम योगदान दें।

इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, राज्यसभा सांसद सह जदयू के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय कुमार झा, विधायक सिद्धार्थ पटेल, अन्य जनप्रतिनिधिगण, मुख्यमंत्री के सचिव अनुपम कुमार, तिरहुत प्रमंडल के आयुक्त राजकुमार, तिरहुत प्रक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक चंदन कुशवाहा, वैशाली जिलाधिकारी वर्षा सिंह सहित अन्य वरीय अधिकारीगण, लाभार्थीगण, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में आमलोग उपस्थित थे।

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बिहार के मोकामा में बनेगा भव्य तिरूपति मंदिर

पटना: बिहार में पटना जिले के मोकामा में तिरुपति बालाजी की तर्ज पर एक भव्य मंदिर का निर्माण किया जाएगा, जिससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस पहल से मोकामा एक नए धार्मिक केंद्र के रूप में उभरेगा और स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। राज्य के उपमुख्यमंत्री सम्राट चाैधरी ने रविवार को इसकी जानकारी दी।

उपमुख्यमंत्री ने पटना में पत्रकाराें से बातचीत में बताया कि राज्य सरकार ने सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटकीय सुविधाओं के विकास की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया है। सरकार ने पटना जिले के मोकामा शहर में आधुनिक सुविधाओं से युक्त समेकित सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटकीय स्थल के निर्माण के लिए पथ निर्माण विभाग की 10.11 एकड़ भूमि को पर्यटन विभाग को निःशुल्क हस्तान्तरण की स्वीकृति प्रदान की है। गंगा नदी के किनारे स्थित मोकामा शहर प्राचीन काल से अंग, मगध और मिथिला तीन जनपदों के संगम स्थल के रूप में ऐतिहासिक व पौराणिक महत्व रखता है। इसके निकटवर्ती सिमरिया घाट पर अर्ध कुंभ मेला आयोजित होता है, जो इसे धार्मिक दृष्टि से और भी महत्वपूर्ण बनाता है।

उपमुख्यमंत्री ने बताया कि तिरूमला तिरूपति देवस्थानम्, तिरूपति (आंध्र प्रदेश) ने इस भूमि पर आधुनिक सुविधाओं से युक्त समेकित सांस्कृतिक, धार्मिक एवं पर्यटकीय स्थल के निर्माण का प्रस्ताव दिया है। यह संस्थान अंतर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सरकारी ट्रस्ट है, जो न केवल तिरुपति स्थित प्राचीन देवस्थानों का प्रबंधन करता है, बल्कि विभिन्न राज्यों में मंदिर, वेदपाठशाला, विश्वविद्यालय, अस्पताल एवं सामाजिक संस्थान भी संचालित करता है। इस परियोजना के निर्माण एवं प्रबंधन का संपूर्ण व्यय तिरूमला तिरूपति देवस्थानम् द्वारा किया जाएगा। राज्य सरकार की ओर से भूमि 99 वर्ष की लीज पर मात्र 1 रुपये के टोकन शुल्क पर उपलब्ध कराई जाएगी |

सम्राट चौधरी ने कहा कि बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की सरकार धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए लगातार काम कर रही है। आठ अगस्त को केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में करीब 1 हजार करोड़ की लागत से भव्य सीता मंदिर का भूमिपूजन किया। इससे पहले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 29 जुलाई को 550 करोड़ की लागत से वैशाली में बुद्ध स्मृति स्तूप का उद्घाटन किया और अब मोकामा में तिरुपति मंदिर बनाने के लिए लगभग 10 एकड़ जमीन का तिरुमला तिरुपति देवस्थानम्, तिरुपति, आंध्र प्रदेश के साथ समझौता किया जाएगा।

उपमुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्थल के विकसित होने से मोकामा और आसपास के क्षेत्र का तीव्र सामाजिक-आर्थिक विकास होगा तथा स्थानीय लोगों को रोजगार के अवसर मिलेंगे। इसके साथ ही गया विष्णुपद मंदिर, मां जानकी मंदिर पुनौराधाम और दूसरे प्रमुख मंदिरों को जोड़ते हए धार्मिक पर्यटन कॉरिडोर विकसित किया जाएगा।

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Chhapra  : पूर्वोत्तर रेलवे की पहली अमृत भारत एक्सप्रेस का 29 सितम्बर,2025 को उप मुख्यमंत्री, बिहार सम्राट चौधरी 05133 छपरा-दिल्ली (आनन्द विहार टर्मिनल) उद्घाटन विशेष गाड़ी को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हरी झंडी दिखाकर शुभारम्भ करेंगे। इसके अतिरिक्त 29 सितम्बर,2025 को ही 05587 दरभंगा-मदार (अजमेर) अमृत भारत उद्घाटन विशेष गाड़ी चलाई जाएगी। ये गैर-वातानुकूलित श्रेणी की प्रीमियम ट्रेन हैं।

उद्घाटन विशेष गाड़ियों का सम्भावित समय निम्नवत है।

29 सितम्बर, 2025 सोमवार को चलने वाली 05133 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनल उद्घाटन विशेष गाड़ी छपरा से 11.00 बजे प्रस्थान कर सीवान से 12.00 बजे, थावे से 12.35 बजे, तमकुही रोड से 13.07 बजे, पडरौना से 13.47 बजे, कप्तानगंज से 14.20 बजे, गोरखपुर से 15.30 बजे, खलीलाबाद से 16.07 बजे, बस्ती से 16.50 बजे, बभनान से 17.17 बजे, मनकापुर से 18.00 बजे, गोंडा से 18.40 बजे, बाराबंकी से 20.05 बजे बादशाहनगर से 21.07 बजे, ऐशबाग से 21.50 बजे, कानपुर सेंट्रल से 23.45 बजे तथा दूसरे दिन इटावा से 01.47 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनल 08.00 बजे पहुँचेगी।

05587 दरभंगा-मदार उद्घाटन विशेष गाड़ी 29 सितम्बर,2025 सोमवार को दरभंगा से 11.00 बजे प्रस्थान कर कमतौल से 11.35 बजे, जनकपुर रोड से 12.05 बजे, सीतामढ़ी से 12.45 बजे, बैरगनिया से 13.20 बजे, रक्सौल से 14.15 बजे, सिकटा से 14.45, बजे, नरकटियागंज से 15.35 बजे, बगहा से 16.40 बजे, सिसवा बाजार से 18.27 बजे, कप्तानगंज से 19.10 बजे, गोरखपुर से 20.20 बजे, बस्ती से 21.42 बजे, मनकापुर से 22.30 बजे, गोंडा से 22.52 बजे, दूसरे दिन बाराबंकी से 00.35 बजे, गोमतीनगर से 01.35 बजे, बादशाहनगर से 01.52 बजे, ऐशबाग से 02.35 बजे, उन्नाव से 04.07 बजे, कानपुर सेंट्रल से 04.50 बजे, फफूंद से 06.10 बजे, इटावा से 06.52 बजे, टूण्डला से 09.02 बजे, ईदगाह आगरा जं. से 10.22 बजे, भरतपुर से 11.22 बजे, मण्डावर महुवा रोड से 12.32 बजे, बांदीकुई से 14.02 बजे, गांधीनगर जयपुर से 15.22 बजे, जयपुर से 15.55 बजे, किशनगढ़ से 17.37 बजे छूटकर मदार 18.30 बजे पहुँचेगी।

इन अमृत भारत उद्घाटन विशेष गाड़ियों में शयनयान श्रेणी के 08, सामान्य द्वितीय श्रेणी के 11, पैंट्रीकार के 01 तथा एल.एस.एल.आर.डी. के 02 कोचों सहित कुल 22 कोच लगाये जायेंगे।

अमृत भारत एक्सप्रेस ने यात्रियों एवं विशेषकर मध्यम वर्ग का ध्यान अपनी ओर आकृष्ट किया है। वस्तुतः अमृत भारत एक्सप्रेस अमृत काल की एक विशेष सौगात है, जिसके माध्यम से आम लोगों को प्रति हजार किलोमीटर ₹500 से कम किराए में ही गैर वातानुकूलित श्रेणी में विश्व स्तरीय यात्रा सुविधा प्रदान की जा रही हैं। भारतीय रेल के यात्रियों के लिए यह एक शानदार एवं विशिष्ट सुविधा है।

अमृत भारत एक्सप्रेस एक ऐसी ट्रेन है, जो यात्रियों की अत्याधुनिक सुविधाओं और किफायती यात्रा की नई परिकल्पना का प्रतीक है। इस ट्रेन का सबसे बड़ा आकर्षण इसकी डिज़ाइन और सुविधाएं हैं। यह स्वदेशी ट्रेन आत्मनिर्भर भारत की भावना को और मजबूत करती है। इसकी पहचान तीन पहलुओं में निहित है – यात्रियों हेतु उन्नत यात्रा सुविधा, ऊर्जा की बचत और पर्यावरण के प्रति सजगता। यही कारण है कि यह ट्रेन देश के बदलते स्वरूप की झलक पेश करती है।

तकनीकी दृष्टि से भी अमृत भारत एक्सप्रेस अत्यंत सुरक्षित है। कवच सिस्टम से युक्त इस ट्रेन में सेमी ऑटोमैटिक कपलर, क्रैश ट्यूब और ईपी-असिस्टेड ब्रेक सिस्टम लगाए गए हैं, जिससे आपात स्थिति में तुरंत ब्रेक लग सके। सभी कोच पूरी तरह से सील्ड गैंगवे और वैक्यूम एवैक्यूएशन सिस्टम से युक्त हैं। पहली बार नॉन-एसी कोच में फायर डिटेक्शन सिस्टम की सुविधा उपलब्ध कराई गई है, जो यात्रियों की सुरक्षा की दिशा में क्रांतिकारी कदम है। इसके अलावा टॉकबैक यूनिट और गार्ड रूम में रिस्पॉन्स यूनिट सुरक्षा को और मजबूत बनाते हैं।

यात्रा के दौरान आराम का विशेष ख्याल रखा गया है। ट्रेन में सेमी ऑटोमैटिक कपलर का उपयोग किया गया है, जिससे कोच जोड़ते या अलग करते समय झटका या शोर नहीं होता। डिफॉर्मेशन ट्यूब दुर्घटना की स्थिति में झटका कम कर देती है। पुश–पुल तकनीक इसकी रफ्तार बढ़ाने में मदद करती है।

यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए अमृत भारत एक्सप्रेस के कोचों में कई आधुनिक फीचर जोड़े गए हैं। इसमें फोल्डेबल स्नैक्स टेबल, मोबाइल होल्डर, बॉटल होल्डर, रेडियम फ्लोर स्ट्रिप्स, आरामदायक सीटें और बेहतर बर्थ सम्मिलित हैं। हर शौचालय में इलेक्ट्रो–न्यूमेटिक फ्लशिंग प्रणाली, ऑटोमैटिक सोप डिस्पेंसर और फायर सप्रेशन सिस्टम जैसी सुविधाएं दी गई हैं। इस ट्रेन में दिव्यांगजनों के लिए भी विशेष शौचालय उपलब्ध कराए गए हैं। साथ ही, हर यात्री के लिए फास्ट चार्जिंग पोर्ट और पेन्ट्री कार जैसी सुविधाएं यात्रा को और सुखद बनाती हैं।

अमृत भारत एक्सप्रेस उस सोच की परिचायक है, जो दर्शाती है कि अब देश की संरक्षित रेल यात्रा आधुनिक सुविधाओं और किफायती दरों के साथ एक नए युग में प्रवेश कर चुका है।

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Chhapra: नयागांव थाना में लंबे समय से थानाध्यक्ष का पद खाली चल रहा था। विधि-व्यवस्था संधारण, अपराध नियंत्रण एवं प्रशासनिक कार्यकुशलता को ध्यान में रखते हुए पुलिस अधीक्षक ने नई नियुक्ति की है।

पुलिस केन्द्र, सारण में पदस्थापित पु०अ०नि० मनोज कुमार-2 को नया गांव थाना का नया थानाध्यक्ष बनाया गया है। उन्हें तत्काल प्रभाव से अपने नवनियुक्त पद पर योगदान करने तथा योगदान प्रतिवेदन समर्पित करने का निर्देश दिया गया है।

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Chhapra; अपर महाप्रबंधक पूर्वोत्तर रेलवे विनोद कुमार शुक्ल ने अपने एक दिवसीय निरीक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत आज दिनांक 27 सितम्बर 2025 को प्रमुख मुख्य वाणिज्य प्रबंधक पी.सी.जायसवाल एवं वरिष्ठ मंडलीय अधिकारियों के साथ आगामी त्योहारों पर होने वाली भीड़ के मद्देनजर रेल यात्रियों की सुविधा, सुरक्षा एवं रेल संचालन में सतर्कता सुनिश्चित करने हेतु छपरा जं रेलवे स्टेशन का गहन निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान उनके साथ मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन, वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त एस.रामाकृष्णन, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक शेख रहमान,वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (द्वितीय) विनीत कुमार, वरिष्ठ मंडल सिगनल एवं दूरसंचार इंजीनियर रजत प्रिय, वरिष्ठ मंडल विद्युत इंजीनियर(सामान्य) पंकज केशरवानी, वरिष्ठ मंडल यांत्रिक इंजीनियर (ENHM) अभिषेक राय समेत वरिष्ठ अधिकारी एवं पर्यवेक्षक उपस्थित थे ।

अपने निरीक्षण के क्रम में अपर महाप्रबंधक विनोद कुमार शुक्ल ने छपरा रेलवे स्टेशन पर आने वाले त्यौहारों (दशहरा, दिपावली एवं छठ) पर होने वाली यात्रियों की भीड़ के मद्देनजर स्टेशन प्रबंधन, भीड़ प्रबंधन,टिकट वितरण प्रणाली, प्रवेश एवं निकास मार्ग तथा यात्री सुख सुविधाओं एवं यात्री सुविधाओं के प्रगतिशील विकास कार्यों का निरीक्षण कर कार्य प्रगति की समीक्षा की।

इसके साथ ही उन्होंने छपरा रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधाओं यथा दोनों छोर के प्लेटफार्म, दोनों पैदल उपरिगामी ब्रिज,स्वचालित सीढ़ियों,लिफ्ट, सामान्य यात्री हाल, प्रतीक्षालय, अनारक्षित टिकट काउंटर, वॉटर बूथ, फूड स्टॉल, साफ़-सफाई, सीसीटीवी मॉनिटरिंग, सुरक्षा कर्मियों की तैनाती, स्टेशन भवन के सुधार, सर्कुलेटिंग एरिया, प्रवेश एवं निकास द्वार का निरीक्षण किया और त्योहारों में अनुमानित यात्रियों की वृद्धि के ध्यान में रखते हुए प्लेटफार्मों पर बैरिकेडिंग, सर्कुलेटिंग एरिया में भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था करने,अस्थायी पार्किंग को सीमित करने, प्रवेश एवं निकास का मार्ग पृथक करने, प्लेटफार्म पर सीमांकन करने, टिकट काउंटर पर कतारबद्ध विक्रय कराने, गाड़ियों को निर्धारित प्लेटफार्मों पर लेने, अनाउंसमेंट सिस्टम से लगातार सूचनाएं प्रसारित करने, एक स्थान पर भीड़ नहीं एकत्रित होने देने तथा भीड़ अवधि में स्टेशन को साफ सुथरा रखने हेतु अलग अलग शिफ्ट में साफ-सफाई कराने का निर्देश दिया ।

इस दौरान उन्होंने छपरा जं रेलवे स्टेशन पर सदर विधायक सी.एन. गुप्ता से औपचारिक भेंट कर छपरा स्टेशन पर चल रही विभिन्न योजनाओं में सारण जनपद की जनता की आवश्यकता के अनुसार किये कार्यों की जानकारी दी तथा त्यौहार के समय स्टेशन पर भीड़ प्रबंधन में राज्य सरकार एवं जिला प्रशासन से सहयोग की अपील की ।

इसके साथ ही उन्होंने यात्री आरक्षण केंद्र के काउंटरों एवं स्टेशन पर लगे ATVM कियॉस्क का निरीक्षण कर यात्रियों को अपना टिकट स्वयं लेने हेतु प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया ।

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Bihar Elections: बिहार विधानसभा चुनाव-2025 की तैयारियों को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने अपने प्रभारी और सह प्रभारी नियुक्त कर दिए हैं। पार्टी ने केंद्रीय मंत्रियों और वरिष्ठ नेताओं को यह ज़िम्मेदारी सौंपी है। भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव एवं मुख्यालय प्रभारी अरुण सिंह ने इस संबंध में आदेश जारी करते हुए कहा कि चुनाव प्रभारी और सह प्रभारी प्रदेश स्तर पर संगठन और चुनावी प्रबंधन की देख रेख करेंगे।

केशव प्रसाद मौर्य को बिहार प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेन्द्र प्रधान को बिहार प्रदेश चुनाव प्रभारी बनाया गया है। साथ ही केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल और उत्तरप्रदेश के उप-मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य को बिहार प्रदेश चुनाव सह-प्रभारी की जिम्मेदारी दी गई है। यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू होगी।

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Patna: बिहार में विधानसभा चुनाव की तैयारियां तेज हो गई हैं। चुनाव कब घोषित होंगे, इसे लेकर प्रदेश की राजनीति और आम जनता में जिज्ञासा बनी हुई है। इस बीच चुनाव को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। बिहार के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी विनोद सिंह गुंजियाल ने चुनाव संबंधी तैयारियों के तहत मुख्य सचिव को पत्र लिखकर 6 अक्टूबर तक सभी सरकारी पदाधिकारियों और कर्मियों के स्थानांतरण और तैनाती की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए हैं।

चुनाव तारीखों को लेकर अटकलें तेज

पत्र के जारी होने के बाद राजनीतिक गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं कि जैसे ही ट्रांसफर-तैनाती की प्रक्रिया पूरी होगी, वैसे ही मुख्य चुनाव आयुक्त बिहार का दौरा करेंगे और विधानसभा चुनाव की तारीखों की औपचारिक घोषणा कर देंगे। चुनाव आयोग की यह कवायद संकेत दे रही है कि राज्य में कभी भी आचार संहिता लागू हो सकती है।

ट्रांसफर-तैनाती को लेकर सख्त निर्देश

मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने अपने पत्र में स्पष्ट कहा है कि किसी भी अधिकारी या कर्मचारी की तैनाती उनके गृह जिले में नहीं की जाएगी। साथ ही जिन अधिकारियों-कर्मचारियों का कार्यकाल 30 नवंबर तक तीन साल पूरा हो रहा है, उनका ट्रांसफर अनिवार्य रूप से किया जाएगा। यह कदम निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है, ताकि प्रशासनिक मशीनरी पर किसी तरह का पक्षपात का आरोप न लगे।

इसके अलावा, पत्र में कहा गया है कि ट्रांसफर और पोस्टिंग की प्रक्रिया पूरी होने के बाद उसकी विस्तृत रिपोर्ट भी चुनाव आयोग को उपलब्ध कराई जाए।

चुनावी सरगर्मी बढ़ी

इन निर्देशों के सामने आने के बाद राजनीतिक दलों और उम्मीदवारों की सक्रियता भी बढ़ गई है। सत्तारूढ़ गठबंधन से लेकर विपक्षी दलों तक, सभी अपनी रणनीति को अंतिम रूप देने में जुट गए हैं। वहीं, जनता भी इस बात को लेकर उत्सुक है कि चुनाव आयोग तारीखों की घोषणा कब करेगा।

विशेषज्ञों का कहना है कि चुनाव की तारीखों की घोषणा अब ज्यादा दूर नहीं है। आमतौर पर आयोग प्रशासनिक तैयारियों को पूरा करने के बाद ही चुनावी कार्यक्रम का ऐलान करता है। इस बार भी यही प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

निष्पक्ष चुनाव की तैयारी

चुनाव आयोग हमेशा से ही निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव कराने पर जोर देता आया है। यही कारण है कि अधिकारियों-कर्मचारियों की तैनाती पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। गृह जिले में पोस्टिंग पर रोक और तीन साल पूरे करने वालों के अनिवार्य तबादले से आयोग यह सुनिश्चित करना चाहता है कि किसी भी स्तर पर चुनाव प्रक्रिया प्रभावित न हो।

जल्द आ सकती है चुनावी घोषणा

अब सभी की निगाहें चुनाव आयोग पर टिकी हैं। संभावना जताई जा रही है कि जैसे ही 6 अक्टूबर तक प्रशासनिक कवायद पूरी होगी, उसके बाद मुख्य चुनाव आयुक्त बिहार दौरे पर आएंगे और विधानसभा चुनाव की तारीखों की औपचारिक घोषणा कर देंगे।

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पटना, 24 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस की ओर से पूर्व घाेषित कांग्रेस कार्य समिति (सीडब्ल्यूसी)की बैठक बुधवार काे पटना में शुरू हाे चुकी है। बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी के अलावा पार्टी के कई वरिष्ठ नेता शामिल हैं।

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक सदाकत आश्रम में हाे रही है। इस बैठक में कांग्रेस के पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी और सीडब्ल्यूसी के अन्य वरिष्ठ नेता शामिल हैं। हालांकि , पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी, सांसद प्रियंका गांधी बैठक में शामिल नहीं हुई।

बैठक में उन राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री, प्रदेश अध्यक्ष और कई पूर्व केंद्रीय मंत्री भी मौजूद हैं, जहां कांग्रेस की सरकार है।

बैठक में लिये जायेंगे ये अहम फैसले

बिहार में आगामी कुछ ही दिनों में विधानसभा के चुनाव होने हैं। लिहाजा, इस बैठक को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। इसमें बिहार से जुड़े कई बड़े निर्णय लिए जाने की संभावना है, जिनमें शिक्षा, बेरोजगारी, पलायन और महिलाओं के लिए योजनाओं से संबंधित अहम फैसले भी शामिल हो सकते हैं। बैठक के बाद विशेष घोषणा पत्र जारी किया जाएगा।

घोषणा पत्र जारी करने के दौरान महागठबंधन के घटक दलों के वरिष्ठ नेता भी मौजूद रहेंगे, जिनमें तेजस्वी यादव और मुकेश साहनी शामिल हैं।

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Chhapra: सारण के एसएसपी का फेक फेसबुक प्रोफाइल बना कर ठगी करने वाले 4 साइबर अपराधियों को पुलिस ने भागलपुर एवं राजस्थान के अलवर से गिरफ्तार किया है। 

अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर -1 राम पुकार सिंह ने बताया कि पिछले कई दिनों से वरीय पदाधिकारियों का फर्जी प्रोफाइल बनाकर आम लोगों से पुराना सामान बेंचने के नाम पर रूपये की धोखाधड़ी की जा रही थी। जिस संबंध में सारण साइबर थाना कांड सं.-245/24 अंकित कर अनुसंधान प्रारंभ किया गया था। तकनीकी अनुसंधान के क्रम प्राप्त आसूचना के आधार पर पूर्व में दिनांक-17.09.25 को भागलपुर से 2 अभियुक्त (हर्ष राज एवं प्रियांशु राज) को गिरफ्तार किया गया था।

उन्होंने बताया कि उपर्युक्त दोनों अभियुक्तों से पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा यह बताया गया कि ये लोग गाँव में घूम-घूम कर सिम कार्ड बेचते थे तथा जिसको सिम कार्ड देते थे उसके उसी आधार तथा पहचान पर दूसरा सिम कार्ड भी घोखाधड़ी से एक्टिवेट कर लेते थे। तत्पश्चात उक्त सीम को राजस्थान में ले जाकर साइबर अपराधियों के हाथों बेच देते थे।

उन्होंने बताया कि उसी सिम कार्ड का प्रयोग राजस्थान अलवर के साइबर अपराधियों द्वारा सारण के वरीय पुलिस अधीक्षक के फर्जी फेसबुक आइडी बनाने में किया गया था।

उन्होंने बताया कि गिरफ्तार अभियुक्त हर्ष राज के निशानदेही पर राजस्थान के जिला अलवर से फर्जी सिम खरिदने तथा एसएसपी का फर्जी फेसबुक अकाउंट बनाकर ठगी करने वाले दो अभियुक्त मुन्फेद खान तथा अजहरुद्दिन खान को गिरफ्‌तार किया गया है।

पुलिस ने इस कांड में अबतक चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जिनमें हर्ष राज, पिता-जयप्रकाश मंडल, साकिन अभिया बाजार, थाना-गोपालपुर, जिला-भागलपुर, प्रियांशु राज, पिता-गया प्रसाद, साकिन अठगामा, थाना-घोघा, जिला-भागलपुर, मुन्फेद खान, पिता-बुद्धि खान, साकिन-ओडेला, थाना-रामगढ़, जिला-अलवर, राजस्थान और अजहरुद्दिन खान, पिता-मम्मन खान, साकिन-बड़ी पोखर, थाना-रामगढ़, जिला-अलवर, राजस्थान शामिल हैं।

गिरफ्तार अभियुक्तों के पास से मोबाइल-04, सिम -124, वीआई सिम-51 (अनएक्टिवेटेड सिम) और एयरटेल का नया सिम का कवर-73 बरामद किया गया है।

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Chhapra: छपरा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड 13 स्थित एसबीआई कॉलोनी, भगवान बाजार इलाका इन दिनों भारी गंदगी और बदइंतजामी का शिकार बना हुआ है।

स्थानीय निवासियों ने बताया कि इलाके में न तो नियमित सफाई हो रही है और न ही जल निकासी की कोई समुचित व्यवस्था है। बरसात के दिनों में यह स्थिति और भी भयावह हो जाती है, जब घरों के बाहर पानी और गंदगी का अंबार लग जाता है।

स्थानीय लोगों का कहना है कि इलाके में नाला निर्माण नहीं होने के कारण गंदा पानी जमा हो जाता है। कई बार शिकायतें करने के बावजूद नगर निगम की ओर से स्थायी समाधान की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। इससे लोगों को दुर्गंध और बीमारियों के बीच जीवन व्यतीत करना पड़ रहा है।

न मुख्य नाला से जुड़ाव, न निकासी की व्यवस्था

इस संबंध में वार्ड 13 के पार्षद हेमंत कुमार ने बताया कि एसबीआई कॉलोनी के इस हिस्से में बने नालों का जुड़ाव न तो उत्तर दिशा के किसी मुख्य नाले से है और न ही दक्षिण दिशा में कोई निकासी की व्यवस्था है। ऐसे में जब पानी भरता है, तो वह महीनों तक जमा रहता है। पार्षद ने बताया कि उन्होंने निगम को कई बार इस दिशा में योजना बनाकर कार्य शुरू करने की मांग की है, लेकिन अब तक केवल आश्वासन ही मिला है।

वार्ड पार्षद ने यह भी कहा कि वे समय-समय पर अपनी ओर से सफाई अभियान चलवाते हैं, लेकिन जब तक स्थायी समाधान नहीं होगा, तब तक स्थिति में सुधार संभव नहीं है। उनका मानना है कि एक समर्पित योजना बनाकर यदि इस नाले को किसी बड़े नाले से जोड़ा जाए, तो इस समस्या से निजात मिल सकती है।

नागरिकों ने जताया आक्रोश

स्थानीय नागरिकों ने नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि वार्ड में बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। “हम लोग शहर के अंदर रह रहे हैं या किसी उपेक्षित गांव में?” ऐसा सवाल करते हुए एक स्थानीय महिला ने बताया कि बच्चे बीमार पड़ रहे हैं, मच्छरों का प्रकोप बढ़ गया है और घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है।

समस्या का समाधान कब?

इस पूरे मामले में सवाल यह उठता है कि आखिर नगर निगम कब जागेगा? स्थानीय प्रतिनिधियों की ओर से समस्या को लेकर पहल तो की जा रही है, लेकिन जब तक निगम स्तर से ठोस योजना नहीं बनाई जाएगी, तब तक हालात जस के तस बने रहेंगे।

इस इलाके के लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द नाला निर्माण और नियमित सफाई की ठोस व्यवस्था की जाए ताकि उन्हें इंसान की तरह जीने का हक मिल सके।

हालांकि छपरा नगर क्षेत्र के अधिकांश मुहल्लों में लोग साफ सफाई की समस्या से जूझ रहे हैं। जबकि निगम प्रशासन सफाई के दावे कर रहा है और उसपर हर महीने कई लाख रूपये खर्च भी किए जा रहे हैं।

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Chhapra: छपरा और इसके आसपास के क्षेत्रों में मंगलवार को हुई मूसलधार बारिश ने गर्मी से बेहाल लोगों को राहत दी। उमस भरी गर्मी के बाद हो रही बारिश ने वातावरण को ठंडा किया और लोगों को गर्मी से कुछ राहत मिली।

हालांकि, इस राहत के बावजूद नगर निगम क्षेत्र की कई मुख्य सड़कों पर बारिश के बाद जलजमाव की समस्या उत्पन्न हो गई, जिससे यातायात प्रभावित हुआ और लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ा।

आम लोगों की आवाजाही में उत्पन्न हुई बाधा 

बारिश के बाद शहर के विभिन्न हिस्सों में पानी की निकासी व्यवस्था पूरी तरह से फेल होती दिखाई दी। मुख्य सड़कों पर जलभराव हो जाने से आम लोगों की आवाजाही में बाधा उत्पन्न हुई।

सड़कों पर जलजमाव होने से सफाई व्यवस्था पर भी सवाल उठने लगे हैं। नगर निगम के कर्मचारी समय पर नालों की सफाई नहीं कर पाए, जिसके कारण जलनिकासी में समस्या आई। जगह-जगह जलभराव की स्थिति ने नागरिकों के जीवन को प्रभावित किया। खासकर, पुराने मोहल्लों और तंग गलियों में पानी भरने से लोगों के घरों तक पानी पहुंचने की संभावना जताई जा रही है।

छपरा नगर निगम के अधिकारियों ने दिया आश्वासन

इसके अलावा, कई इलाकों में सड़कों पर गड्ढे भी बने हुए थे, जो बारिश के पानी के कारण और गहरे हो गए थे। इसके चलते दुर्घटनाओं की आशंका भी बनी रही। कई बाइक सवारों और पैदल चलने वालों को इन गड्ढों में गिरकर चोट लगने की घटनाएं सामने आई हैं।

वहीं, छपरा नगर निगम के अधिकारियों ने आश्वासन दिया है कि जलजमाव की समस्या को जल्द से जल्द हल करने के लिए कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि नालों की सफाई की प्रक्रिया जारी है और बारिश के पानी की निकासी के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। साथ ही, शहर की प्रमुख सड़कों की मरम्मत का काम भी जल्द ही शुरू किया जाएगा ताकि भविष्य में जलजमाव की समस्या कम हो सके।

गर्मी से राहत लेकिन जलजमाव के कारण समस्याएं बढ़ गई

चिंता की बात यह है कि कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां अव्यवस्थित तरीके से जल निकासी की व्यवस्था की गई है, और मौसम के ऐसे उतार-चढ़ाव में यह व्यवस्था पूरी तरह से नाकाम साबित हो रही है। इसके अलावा, जल निकासी के नालों का नियमित सफाई न होना भी बड़े जलभराव का कारण बनता है।

हालांकि, बारिश ने गर्मी से राहत दी है, लेकिन जलजमाव के कारण समस्याएं बढ़ गई हैं। शहरवासियों का कहना है कि मौसम के इस बदलाव के साथ ही नगर निगम को जल निकासी व्यवस्था को बेहतर बनाना चाहिए ताकि अगले मानसून में ऐसी समस्याओं से बचा जा सके।

इस बीच, शहरवासियों का यह भी कहना है कि सिर्फ बारिश ही नहीं, बल्कि नगर निगम को सड़कों की मरम्मत और जल निकासी के कामों को एक निश्चित समय सीमा के भीतर पूरा करने की जरूरत है, ताकि बारिशों में ऐसी स्थिति से बचा जा सके।

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