आप अक्सर अपने कंप्यूटर में किसी Pen Drive से वायरस आने के खतरे से परेशान रहते है. आज हम आपकी इस परेशानी को दूर करने के लिए कुछ उपाय लेकर आये है.

पेन ड्राइव से वाइरस और spyware एक से दूसरे कंप्यूटर में फैलते हैं. इन्हें रोकने के लिए एक अच्छा Antivirus प्रोग्राम तो जरुरी है. साथ ही  एक उपाय और किया जा सकता है. जिससे पेन ड्राइव में मौजूद वाइरस से कंप्यूटर को इन्फेक्टेड होने से बचाया जा सकता है.

हम जानतें हैं कि ज़्यादातर वाइरस autorun होते हैं. पेन ड्राइव से अधिकतर वाइरस और spyware autorun files के द्वारा ही आपके कंप्यूटर में इनस्टॉल हो जाते है. जैसे ही आपने पेन ड्राइव लगाई autorun आप्शन के जरिये ये अपने आप ही आपके कंप्यूटर में आ जाते हैं. इसके लिए जरुरी है की आप ऑटो प्ले को डिसेबल रखे.  

ऑटो प्ले डिसेबल करने के लिए नीचे दिए हुए स्टेप्स को फॉलो करें
1>Open Control Panel
2>click On Hardware and Sound
3>Click On Auto Play
4>Uncheck the Dialouge Box “Use AutoPlay for all media and Devices

अपने कंप्यूटर को पेन ड्राइव से आने वाले वायरस से बचने के लिए अपनी पेन ड्राइव को हमेशा राइट क्लिक कर के ओपन करें. डबल क्लिक कर के खोलने से बचें.

{वरुण कुमार की रिपोर्ट}

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नई दिल्ली: सर्च इंजन गूगल आज अपना 18वां जन्मदिन मना रहा है. इसके लिए गूगल ने एक खास एनिमेटेड डूडल बनाया है जिसमें गूगल का ‘G’ एक गुब्बारे को फुलाता नजर आ रहा है और उस फूले गुब्बारे से गूगल के बाकी कैरेक्टर्स बनते दिख रहे हैं.

यहां देखें डूडल

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गूगल ने व्हाट्सएप मैसेंजर की टक्कर में अपना मैसेजिंग ऐप Allo पेश किया है. Allo एंड्रॉइड और आईओएस दोनों प्लेटफार्म के लिए उपलब्ध है.

Allo इंटरनेट के जरिए निगरानी की व्यवस्था से युक्त है. यह स्मार्ट Answer, फोटो, इमोजी तथा स्टिकर शेयर करने की विशेषताओं से लैस है. भारतीय उपयोगकर्ताओं के लिए गूगल ने ‘हिंगलिश’ में स्मार्ट जवाब देने में सक्षम बनाया है. इसमें 200 स्टिकर भी होंगे जिसे भारतीय उपयोगकर्ताओं को ध्यान में रखकर लोकप्रिय कलाकारों ने तैयार किया है.

गूगल ने इस साल मई में अपने एक कार्यक्रम में डुओ और Allo की घोषणा की थी. पिछले महीने पेश डूओ वीडियो कॉलिंग प्लेटफार्म स्काइप से प्रतिस्पर्धा करेगी. स्मार्ट जवाब की विशेषता से उपयोगकर्ता संदेशों का जवाब केवल एक टैप में दे सकते हैं. Allo मैसेंजर की एक और खास बात यह है कि आप इसके अंदर रहते हुए भी गूगल सर्च कर सकते हैं. इसके लिए आपको ऐप के बाहर ब्राउजर पर जाने की जरूरत भी नहीं पड़ेगी. आप @Google लिखकर इस ऐप के अंदर ही कुछ भी सर्च कर सकते हैं.

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पटना: सूबे में अब दोपहिया वाहनों पर चालक के साथ बैठने वालों को भी हेलमेट पहनना अनिवार्य हो गया है. इसे लेकर परिवहन विभाग के द्वारा सभी जिलों के डीएम और एसपी को इस आदेश को सख्ती से लागू करने के आदेश दिए गए है.

दोपहिया वाहन चालकों को हेलमेट पहनना सुप्रीम कोर्ट पहले ही अनिवार्य कर चुकी है. कोर्ट के फैसले के मद्देजनर ही राज्य सरकार ने यह निर्देश जारी किया है. बिहार मोटर वाहन नियमावली 1992 में दोपहिया वाहनों के चालकों के साथ सवारियों के लिए भी हेलमेट पहनना अनिवार्य है. लेकिन राज्य में इस नियम का पालन नहीं हो रहा था. दिल्ली और अन्य महानगरों में यह नियम पहले से ही लागू है.

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रिलायंस इंडस्ट्रीज के द्वारा लांच की गयी जियो ने इन दिनों टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़ा धमाका कर दिया है. जिंदगी भर के लिए मुफ्त वॉयस कॉल के साथ जियो नेटवर्क पर मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर की तुलना में बेहद ही किफायती 4जी डेटा रेट का भी ऐलान किया गया है.

रिलायंस जियो की 4जी सेवाएं ‘जियो वेलकम ऑफर’ के तहत 31 दिसंबर 2016 तक मुफ्त में मिलेंगी. इसके बाद ग्राहकों को सिम इस्तेमाल करने के लिए कंपनी द्वारा घोषित टैरिफ प्लान में से किसी एक को चुनना होगा.

ऐसे लुभावने ऑफर के बाद कई यूज़र ने तो जियो नेटवर्क पर स्विच करने की योजना भी बना ली है. जिसके लिए रिलायंस जियो स्टोर्स के बाहर बड़ी संख्या में लोगों की कतारें देखी जा रही है. CT

हम आपको बताने जा रहे है कि कैसे बिना आप अपना मोबाइल नंबर बदलें जियो नेटवर्क का इस्तेमाल कर सकेंगे. इसके लिए आपको मोबाइल नंबर पोर्टिब्लिटी (एमएनपी) का इस्तेमाल करना होगा. पिछले साल जुलाई महीने में टेलीकॉम विभाग ने सभी टेलीकॉम ऑपरेटर के लिए एमएनपी सेवा को अनिवार्य कर दिया था. इसकी मदद से यूज़र कंपनी या जगह बदलने के बावजूद भी अपने पुराने नंबर को चालू रख सकते हैं.

एमएनपी सेवा की मदद से देशभर में एयरटेल, वोडाफोन, आइडिया और अन्य टेलीकॉम कंपनियों के ग्राहक रिलायंस जियो को चुन सकते हैं. नंबर भी नहीं बदलेगा, और साथ में मुफ्त प्रिव्यू ऑफर का फायदा भी मिलेगा. CT

ऐसे करें पोर्ट

एमएनपी के लिए सबसे पहले आपको अपने मौजूदा टेलीकॉम ऑपरेटर को नंबर पोर्ट आउट करने की जानकारी देनी होगी.

(1) इसके लिए आपको PORT लिखकर 1900 पर एसएमएस करना होगा.
(2) इसके जवाब में आपको 1901 नंबर से यूनीक पोर्टिंग कोड मिलेगा. इसकी वैधता 15 दिन की होगी.
(3) अब किसी रिलायंस मोबाइल स्टोर या रिटेलर के पास जाएं.
(4) कस्टमर एप्लिकेशन फॉर्म भरने के दौरान आपको पोर्टिंग कोड भी डालना होगा.
(5) इसके साथ ज़रूरी कागज़ात (आईडी प्रूफ, एड्रेस प्रूफ और एक पासपोर्ट फोटो) जमा करवाएं.

इसके बाद आपको रिलायंस की ओर से एक रिलायंस जियो सिम कार्ड दिया जाएगा. जो एक्टिवेट होने के बाद यह सिम भी आपके पुराने नंबर का इस्तेमाल करेगा और आपका पुराना सिम हमेशा के लिए बंद हो जाएगा. रिलायंस जियो सिम को एक्टिवेट होने में 7 दिन का वक्त लग सकता है. इसके अलावा आपको 19 रुपये का चार्ज लगेगा. ध्यान रहे कि नंबर पोर्ट करवाने के 90 दिनों तक आप किसी और टेलीकॉम ऑपरेटर में फिर से पोर्ट नहीं कर सकते.

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नई दिल्ली: रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के एमडी मुकेश अंबानी ने रिलायंस जियो के आधिकारिक लॉन्च के दौरान कई बड़े ऐलान करके देश भर के लोगों को चौंका दिया है. उन्होंने कहा कि Jio सिर्फ कारोबार नहीं, डिजिटल क्रांति है.

उन्होंने घोषणा किया कि वॉयस कॉलिंग के लिए पैसे देने की वक्त खत्म हो गया है. यानी अब देश भर में वॉयस कॉलिंग के लिए पैसे नहीं देने होंगे. उन्होंने 4G LTE की खासियत बताई और कहा कि यह भारत का पहला नेटवर्क है जो सिर्फ 4G LTE सपोर्ट करता है. VoLTE के जरिए कॉलिंग में लोगों को अलग एक्सपीरिएंस मिलेगा.

कंपनी के मुताबिक ऑन डिमांड वीडियो सर्विस के जरिए कोई भी टीवी शो नहीं छूटेगा. जियो सिनेमा के जरिए एचडी फिल्में देखी जा सकती हैं. इसमें 1 लाख से ज्यादा टीवी शो हैं. इसके अलावा जियो म्यूजिक, मैग्जीन और जियो पेपर के बारे में बताया है.

यही नहीं 31 दिसंबर 2016 तक सभी लोगों के लिए जीयो की सभी सर्विसेज फ्री मिलेंगी. इसकी ज्यादातर सर्विसेज जियो यूजर्स को अगले साल दिसंबर तक फ्री मिलेंगी. उपभोक्ताओं को अब जियो सिम लेने के लिए सिर्फ आधार कार्ड की जरूरत होगी.

कंपनी के मुताबिक इसके सिर्फ एक सर्विस का पैसा लगेगा और इसके तहत वॉयस कॉल पूरी तरह से फ्री होंगे. रोमिंग चार्ज पूरी तरह से खत्म.

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सोशल मेसेजिंग ऐप WhatsApp के ग्रुप में मैसेज इतनी तेजी से आते हैं कि कई बार जब तक आप किसी खास मैसेज का जवाब देते है, तब तक बात कहीं और पहुंच जाती है. समस्या उस वक्त बढ़ जाती है जब ग्रुप में दो लोग किसी खास मुद्दे पर आपस में बातचीत शुरू कर दें.

क्या आपके साथ कभी ऐसा हुआ है कि आपने किसी और बात के लिए जवाब लिखा था. लेकिन उस बात को किसी तीसरी बात से जोड़ दिया गया जो सामने वाले शख्स की नाराजगी का कारण बन गया. ऐसे ही असमंजस की स्थिति से अपने यूजर्स को निजाद दिलाने के लिए WhatsApp ने ‘कोट रिप्लाई’ फ़ीचर को ऐप में जोड़ा है.

इस अपडेट को जारी किए हुए कुछ समय वक्त बीत चुका है. आपमें से कई लोग इसका इस्तेमाल पहले से कर रहे होंगे. लेकिन कई लोगों के लिए यह अपडेट नया भी है. एंड्रॉयड और आईओएस यूज़र के लिए उपलब्ध कराये गए लेटेस्ट अपडेट के बाद WhatsApp के हर यूज़र को किसी खास मैसेज का जवाब देने का विकल्प मिल जाता है. इस फ़ीचर को इस्तेमाल करने पर आपके जवाब में वो मैसेज भी जुड़ा हुआ नज़र आएगा जिसके संबंध में आपने लिखा है.

कैसे करें यूज़

1. WhatsApp ग्रुप के जिस भी मेसेज का आपको जबाब देना है उसे थोड़ी देर दबाएं. इसके बाद आपको हैडर पर कई विकल्प नज़र आएंगे. आईओएस में आपको स्टार, रिप्लाई, फॉरवर्ड के साथ कई विकल्प नज़र आएंगे. एंड्रॉयड में आपको ऐप विंडो के टॉप पर कई साइन नज़र आएंगे. इनमें से एक बायीं तरफ घूमा हुआ तीर का निशान होगा. यही रिप्लाई बटन है.  REPLY WHATS APP1

2. आईओएस पर रिप्लाई चुनने और एंड्रॉयड में तीर के निशान को चुनते ही वो मैसेज आपके टेक्स्ट बॉक्स में इंबेड हो जाएगा.

3. इसके बाद अपने मैसेज को टाइप करें और सेंड बटन को दबाएं.

इस तरह आप ग्रुप के किसी भी खास मैसेज का जवाब आसानी से दे पाएंगे. इस फ़ीचर की मदद से असमंजस की स्थिति खत्म हो जाएगी.

व्हाट्सऐप में स्क्रीन स्पेस की बर्बादी कम करने के लिए कोट किए हुए मैसेज को पूरी तरह से नहीं दिखाया जाता है। अगर आप उस मैसेज पर टैप करेंगे तो व्हाट्सऐप आपको अपने आप ही स्क्रॉल करके उस मैसेज तक पहुंचा देगा।

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नई दिल्ली: बात सुनने में तो अजीबोगरीब है लेकिन है बिल्कुल सच. जी हाँ अब भारत और अफ्रीका के कुछ हिस्सों में सार्वजनिक मूत्रालयों में मानव मूत्र से बिजली उत्पन्न करने वाले उपकरण लगाए जाएंगे जिससे एलइडी बल्ब जलाना संभव हो सकेगा.

इंग्लैंड के शोधकर्ताओं ने इसके लिए खास उपकरण तैयार किया है. यह उपकरण मानव मूत्र से बैक्टीरिया मेटाबॉलिज्म के जरिये बिजली बनाता है. सर्वप्रथम ब्रिटेन में इस वर्ष आयोजित संगीत महोत्सव में इस उपकरण का प्रायोगिक तौर पर इस्तेमाल किया गया था.

यूनिवर्सिटी ऑफ़ द वेस्ट ऑफ़ इंग्लैंड के शोधकर्ता इरेन मरीनों ने कहा है कि इस उपकरण में माइक्रोबॉयल फ्यूल सेल की तकनीक अपने गई है,इसमें पोसेटिवे एनोड तथा नेगेटीव कैथोड सिरे होते हैं और बैक्टीरिया पूरी प्रक्रिया के दौरान उत्प्रेरक का काम करते हैं. मूत्र के विखंडन से प्रोटोन और इलेक्ट्रोन मुक्त होते हैं जिससे बिजली बनती है

इस उपकरण का मुख्य उद्देश्य विकासशील देशों में स्वछता के प्रति लोगों को जागरूक करना और वैसे सार्वजनिक जगह जहाँ बिजली की आपूर्ति बहुत कम है वहाँ इसे उपयोग में लाना है.

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सौरमंडल के सबसे बड़े ग्रह की उत्पत्ति का रहस्य सुलझाने के लिए नासा के मानवरहित अंतरिक्षयान जूनो ने बृहस्पति की कक्षा में घूमना शुरू कर दिया. नासा ने 1.1 अरब डॉलर के लगत से इस मिशन की शुरुआत पांच साल पहले की थी.

पांच साल पहले फ्लोरिडा के केप केनवेराल से प्रक्षेपित इस यान ने बृहस्पति की कक्षा में पहुंचने से पहले 2.7 अरब किलोमीटर का सफर तय किया है.

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नई दिल्ली: मोबाइल मैसेजिंग एप व्हाट्सएप और दूसरे ऐसे एप्स पर बैन की मांग करने वाली अर्जी को बुधवार को सुप्रीमकोर्ट ने खारिज कर दिया. कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि हम इसे सुनवाई लायक नहीं समझते, अगर आपको यह जरूरी लगता है तो आप सरकार के पास जा सकते हैं.

दरअसल, व्हाट्सएप और दूसरे मैसेजिंग एप पर एनक्रिप्शन सिस्टम लागू होने के बाद इसे देश की सुरक्षा के लिए खतरा बताया गया था. तर्क है कि इसके बाद किसी के लिए भी यह संभव नहीं है कि वह दो लोगों के बीच या ग्रुप के बीच की गई बात को पकड़ सके. सुप्रीम कोर्ट से व्हाट्सएप पर बैन लगाने की याचिका हरियाणा के आरटीआई कार्यकर्ता सुधीर यादव ने लगाई. सुधीर की इस याचिका में कहा गया है कि व्हाट्सएप ने अप्रैल से ही एन्किप्रशन लागू किया है, जिससे इस पर चैट करने वालों की बातें सुरक्षित रहती हैं. यहां तक कि सुरक्षा एजेंसियां भी इन्हें डिकोड नहीं कर सकतीं.

याचिका में कहा गया है कि अगर खुद व्हाट्सएप भी चाहे तो वह भी इन संदेशों को उपलब्ध नहीं कर सकता. आरटीआई कार्यकर्ता का कहना है कि एनक्रिप्शन की वजह से आतंकियों और अपराधियों को मैसेज के आदान-प्रदान करने में आसानी होगी और देश की सुरक्षा को खतरा होगा. सुरक्षा एजेंसियां इन संदेशों को मॉनि‍टर नहीं कर पाएंगी. ऐसे में व्हाट्सएप पर बैन लगना चाहिए. याचिका में व्हाट्सएप के अलावा और भी दूसरे एप का जिक्र किया गया है. याचिका में यह भी कहा गया है कि एनक्रिप्शन को सुपर कंप्यूटर से भी इंटरसेप्ट करना मुमकिन नहीं है. ऐसे में आतंकी गतिविधियों की रोकथाम के लिए सुरक्षा एजेंसियां न तो इंटरसेप्ट कर सकती हैं न ही जांच को आगे बढ़ा सकती हैं.

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माइक्रो ब्लॉगिंग साइट ट्विटर के प्रयोगकर्ताओं के लिए अच्छी खबर है. ट्विटर जल्द ही अपने प्रयोगकर्ताओं को ज्यादा लंबी अवधि के वीडियो पोस्ट करने की सुविधा देने जा रहा है. 

इससे पहले ट्विटर पर 30 सेकेंड की समय सीमा वाले वीडियो शेयर किए जा सकते थे लेकिन अब यह समय सीमा बढ़ाकर 140 सेकेंड कर दी गई है. 

माइक्रो ब्लॉगिंग साइट पर ज्यादा उपभोक्ताओं को आकर्षित करने के लिए कंपनी ने यह कदम उठाया है.

ट्विटर को वीडियो के मामले में अपनी प्रतिद्वंद्वी फेसबुक से भी कड़ी टक्कर मिल रही है. जिसे ध्यान में रखते हुए कंपनी ने यह कदम उठाया है.

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सतीश धवन अन्तरिक्ष केंद्र से बुधवार को ISRO के PSLV C-34 के उड़ान भरने के साथ ही भारत ने एक नए कीर्तिमान को हासिल कर लिया. 

भारत ने अंतरिक्ष में नई छलांग लगाते हुए रिकॉर्ड 20 उपग्रहों को एक साथ उनकी कक्षा में सफलतापूर्वक स्थापित किया.
इस सफल प्रक्षेपण से हर भारतवासी गर्व महसूस कर रहा है. आइये देखते है प्रक्षेपण का पूरा वीडियो:

वीडियो साभार: डीडी नेशनल

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