Chhapra: सारण में रिविलगंज बाइपास के रूप में छपरा से मुहम्मदपुर तक एक महत्वपूर्ण सड़क के संरेखन की मंजूरी दी गई है. इस संदर्भ में केंद्रीय परिवहन मंत्रालय के मुख्य अभियंता सह क्षेत्रीय अधिकारी के कार्यालय से आरओ पटना के अधीक्षण अभियंता द्वारा विशेष सचिव, सड़क निर्माण विभाग, बिहार सरकार को पत्र जारी किया गया है. परिवहन मंत्रालय द्वारा शीघ्र राज्य सरकार से संरेखन के संदर्भ में जिला स्तर पर बैठक आयोजित कर सार्वजनिक परामर्श लेने और उसके अनुमोदन के लिए मंत्रालय को अपनी सहमति देने का आग्रह किया है.

सांसद राजीव प्रताप रुडी ने बताया कि उन्होंने इसके संदर्भ प्रस्ताव केंद्रीय परिवहन मंत्रालय और बिहार सरकार को दिया था जिसके बाद इसके संरेखन में कुछ परिवर्तन हुआ. उन्होंने बताया कि लगभग 7 किलोमीटर लंबी यह सड़क अब अत्यंत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि यह तीन राष्ट्रीय उच्च पथों को आपस में जोड़ेगी। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय उच्च पथ संख्या 19, 85 और 101 के बीच संरेखन से यह पथ इस क्षेत्र के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हो जायेगा. पथ के निर्माण के बाद यह न केवल किसानों के लिए यातायात को सुगम बनाने के बल्कि इस बीच में पड़ने वाले कई उद्योग धंधों को भी फायदा मिलेगा और किसानों, व्यवसायियों को बेहतरीन बाजार उपलब्ध हो पायेगा.

बाईपास निर्माण के लिए सांसद तीन संरेखन का प्रस्ताव दिया गया था. जनहित में फायदेमंद इस तीसरे प्रस्ताव को मंजूरी दी गई. सांसद ने सभी प्रस्तावों पर दिशा समिति की बैठक में भी चर्चा किया था. सांसद रुडी ने बताया कि यह राष्ट्रीय उच्च पथ माझी पुल से होकर सीधा उत्तर प्रदेश को जोड़ेगा साथ ही यह टेकनवास के पास छपरा बाईपास से भी जुडे़गा.

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Chhapra: सारण जिला में डोर स्टेप डिलीवरी के माध्यम से मई माह के राशन का वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है. सार्वजनिक वितरण प्रणाली के दुकानदारों के द्वारा प्रति राशनकार्ड एक किलो दाल तथा प्रति इकाई पाँच किलो चावल निः शुल्क राशन कार्ड धारियों को वितरित किया जाएगा. यह खाद्यान्न प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजनान्तर्गत दिया जा रहा है जो राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम 2013 के अंतर्गत देय खाद्यान्न के अतिरिक्त है.

जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने सारण जिला के तीनों अनुमंडल पदाधिकरियां को राशन कार्ड निर्गत करने का निदेश दिया है. आरटीपीएस पर प्राप्त आवेदनों के जाँचांपरान्त कुल 52584 राशन कार्ड निर्गत किया जाना है. इसके अतिरिक्त ग्रामीण क्षेत्रों से जीविका के माध्यम से 39998 और शहरी क्षेत्र से एनयूएलएम के द्वारा 11339 आवेदन और प्राप्त कराये गये हैं जिस पर अग्रेतर कार्रवाई की जा रही है.

कोरोना संकट की स्थिति में सरकार के द्वारा राशन कार्डधारियों के खाते में 1000 रूपये की सहयोग राशि दी गयी है परन्तु जिन राषन कार्डधारियों को यह राशि नहीं मिली है उनसे आधार संख्या और बैंक खाता का डिटेल्स माँगा गया है. ये सभी लोग अपना आधार एवं बैंक डिटेल्स संबंधित प्रखंड विकास पदाधिकारी, एमओ अथवा डीलर को शीघ्र उपलब्ध करायें ताकि उनसे संबंधित डेटा त्रुटि दूर करा कर आपूर्ति विभाग के पोर्टल पर इसे अपलोड कराया जा सके जिससे कि उन लोगों को भी रूपया 1000 की सहयोग राशि मिल सके.

 

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Chhapra: ऑल इंडिया रोटी बैंक के द्वारा शहर के जरूरतमन्दों के साथ साथ राजेन्द्र स्टेडियम में अपने गंतव्यों तक पहुंचने के लिए आ रहे प्रवासियों को भी भोजन कराया जा रहा है.

रोटी बैंक के रविशंकर उपाध्याय ने बताया कि करीब 500 प्रवासियों को भोजन उपलब्ध कराया गया. प्रतिदिन रोटी बैंक के सेवादारों के द्वारा मिलकर भोजन बनाया जाता है. सेवा विगत दो वर्ष से छपरा में की जा रही है. जिसमें लाचार, बेबस जरूरतमन्दों को साथ साथ सड़को पर जीवन यापन करने वाले लोग, रेलवे स्टेशनों पर रहने वाले जरूरतमंद सभी शामिल है.

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Chhapra: सारण जिला के परसा और दरियापुर प्रखंण्ड के कई क्वेरेंटीन कैम्पों का बुधवार को जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस अधीक्षक हर किषोर राय ने औचक निरीक्षण किया.

इस दौरान वहाँ आवासित लोगों से न केवल उनका हाल-चाल पूछा गया बल्कि वहाँ उनको उपलब्ध करायी गयी सभी देय सामग्रियों के बारे में पूछ-ताछ की गयी. सभी लोगों ने कहा कि उनको सभी सामग्रियाँ-डिग्निटी किट, बाल्टी-मग, मच्छरदानी, दरी-चादर मिला हुआ है. सुबह में नाश्ता और दो समय भोजन भी मिल रहा है. इन कैम्पों में रह रहे लोगों ने बेहतर प्रबंध की प्रशंसा की और कहा कि सुबह-शाम योग तथा खेल-कूद भी कराया जा रहा है.

जिलाधिकारी ने कहा कि आप सभी लोग यहाँ की व्यवस्थाओं एवं चलायी जा रही गतिविधियों में हिस्सा लें और प्रसन्नचित रहें. आप लोग स्वस्थ होकर निर्भिक रूप से अपने घर जाएँगे.

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक सर्वप्रथम उच्च विद्यालय, परसा गये उसके बाद वहीं के कस्तुरबा गाँधी बालिका आवासीय विद्यालय क्वेरेंटीन कैम्प में गये। इस कैम्प में केवल महिलाओं एवं उनके बच्चों को रखा गया है. यहाँ भी जिलाधिकारी ने आवासित महिलाओं से मिलकर वहाँ की समस्याओं को जानने की कोशिस की परन्तु सभी ने व्यवस्थाओं को सही बताया. जिलाधिकारी के द्वारा कैम्प इंचार्ज को सभी बच्चां और महिलाओं को ग्लास में दूध देने का निदेष दिया गया यहाँ पर महिला चौकीदार को ड्युटी पर लगाया गया है.

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक दरियापुर प्रखंड स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय में बनाये गये क्वेरेंटीन कैम्प गये परन्तु वहाँ साफ-सफायी की व्यवस्था पर नाराजगी प्रकट की गयी. जिलाधिकारी ने वहाँ आवासित लोगों से बात की. उन लोगों ने कहा कि प्रत्येक कमरा में एक झाडू उपलब्ध हो जाय तो हमलोग खुद सफायी कर लेंगे. इस पर जिलाधिकारी ने खुशी व्यक्त की और पर्याप्त मात्रा में झाडू उपलब्ध कराने का निदेश देते हुए अंचलाधिकारी दरियापुर को साफ-सफायी की समुचित व्यवस्था कराने को कहा गया. इस कैम्प में पर्याप्त संख्या में चापाकल और अस्थायी शौचालयों का निर्माण आज हीं कराने का कार्यपालक अभियंता पीएचईडी को आदेश दिया. जिलाधिकारी ने कहा कि कार्यपालक अभियंता आज यहीं पर कैम्प करेंगे और चापाकल तथा शौचालय निर्माण कराना सुनिष्चित करेंगे. जिलाधिकारी यमुनाचार्य उच्च विद्यालय कैम्प भी गये. वहाँ की व्यवस्था संतोषजनक पायी गयी.

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Chhapra: अंतर्राष्ट्रीय सामाजिक संगठन इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी छपरा युवा इकाई युथ रेड क्रॉस सोसाइटी ने कोरोना वायरस के खिलाफ जारी जंग में अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए 12 हजार रुपए का चेक जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को मंगलवार को सुपुर्द किया.

इस राशि से जिला प्रशासन के द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने तथा बचाव कार्य के लिए मास्क, सैनिटाइजर, ग्लव्स, कैप समेत अन्य सामान खरीदे जाएंगे, जिसे चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों एवं कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ रहे योद्धाओं को उपलब्ध कराया जायेगा.

रेड क्रॉस सोसायटी शाखा सारण के कोषाध्यक्ष डॉ० सुरेश प्रसाद सिंह और युवा इकाई के कोषाध्यक्ष अमन सिंह ने संयुक्त रूप से 12 हज़ार का चेक जिला अधिकारी को सौपा.

कोषाध्यक्ष डॉ० सुरेश प्रसाद सिंह बताया कि इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी की राज्य इकाई के अध्यक्ष की ओर से जिला इकाई को कोरोना वायरस के संक्रमण के रोकथाम के लिए यह राशि उपलब्ध कराई गई है. इस राशि को जिलाधिकारी के द्वारा अपने स्तर से खर्च किया जायेगा. उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी से निपटने में सभी का योगदान जरूरी है.

युवा इकाई के कोषाध्यक्ष अमन सिंह ने बताता की समाज के सभी साधन संपन्न लोगों से अपने सामर्थ्य के अनुसार प्रशासन तथा सरकार को सहयोग व सहायता उपलब्ध कराने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि स्थानीय स्तर पर रेड क्रॉस सोसाइटी के सदस्यों तथा पदाधिकारियों के द्वारा सरकार व प्रशासन को हर संभव सहयोग व सहायता उपलब्ध कराने का संकल्प लिया गया है. जिला प्रशासन जब जहां जरूरत पड़ेगी इस कार्य में रेड क्रॉस के सदस्यों तथा पदाधिकारियों से सहयोग ले सकता है.

वही जिला सचिव जीनत जरीना मसीह ने बताया कि 1 अप्रैल को भी रेड क्रॉस सोसाइटी छपरा के द्वारा कोरोना से लड़ने के लिए 46 हज़ार का चेक जिला अधिकारी को सौपा गया था. इसके साथ साथ रेड क्रॉस सोसाइटी के द्वारा इस लॉक डाउन में ब्लड बैंक में ब्लड डोनेशन शिविर जरूरतमंदो को मास्क वितरण किया गया है और आगे भी इस तरह का कार्यक्रम रेड क्रॉस के द्वारा चलाया जाएगा.

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Chhapra/manjhi: एक माह 20 दिन के लंबे अर्से बाद आख़िरकार फ़िरोज अपनी दुल्हन को लेकर बारात के साथ वापस हुई. बारातियों ने न सिर्फ लड़की पक्ष बल्कि पूरे गांव और सारण जिला प्रशासन का धन्यवाद दिया. बारात में शामिल लोगों के चेहरें पर घर जाने की खुशी झलक रही थी.

मांझी के इनायतपुर के भिखमही में 22 मार्च को कोलकाता के बंडील से आई बारात पूरे 1 माह 20 दिन तक रही. स्थानीय जनप्रतिनिधि विधायक विजय शंकर दुबे एवं अन्य लोगों द्वारा जिला प्रशासन से आग्रह किया. वही वर एवं वधु पक्ष ने बंगाल की मुख्यमंत्री से पत्रचार भी किया. जिसके पश्चात सारण जिला प्रशासन के एडीएम डॉ गगन कुमार द्वारा वाहन पास निर्गत किया गया. बस के आधार पर सभी बाराती मंगलवार को वापस हो गए. स्थानीय लोगों ने भरपूर स्वागत के साथ नम आंखों से विदा किया.

बताते चले कि दाउदपुर थाना क्षेत्र के इनायतपुर टोला भिखमही में 22 मार्च को पश्चिम बंगाल से बारात पहुंची थी. मुस्लिम रीति रिवाज से खुशी खुशी शादी संपन्न हुई. इसी बीच कोरोना वायरस के तेजी से हो रहे फैलाव रोकने के मद्देनजर केंद्र सरकार ने जनता कर्फ्यू के बाद सम्पूर्ण देश में 23 मार्च को ट्रेन बंद करने व 24 मार्च लॉक डाउन की घोषणा कर दी.

जिससे बारातियों सहित दूल्हा व दुल्हन भी बुरी तरह फंस गए. बारातियों ने बीच मे कई बार लौट जाने का प्रयास किया मगर विफल रहे. वे पड़ोस के हीं एक विद्यालय में ठहरे थे. जहाँ एक माह 20 दिन तक स्थानीय लोगों एवं स्वयंसेवी संगठन ने भोजन सहित अन्य समानों की व्यवस्था की गई. इधर घर लौटने की छूट मिलने के बाद दूल्हा व दुल्हन पक्ष ने पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर घर वापसी की गुहार लगाई.

उसके बाद मांझी विधायक विजय शंकर दुबे, मन्नान खां, पड़ोसी रहमत अली व साबिर अली के प्रयास से जिला प्रशासन के सारण एडीएम डॉ. गगन के द्वारा अनुमति- पत्र मिलने के बाद दुल्हन समेत कुल 27 बाराती बस द्वारा पंश्चिम बंगाल के लिए रुकसत हुए. दुल्हन खुशबू के पिता नैमुल्लाह सिद्धिकी ने बड़े सम्मान के साथ बारातियों को विदा किया.

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Chhapra: जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन के द्वारा बताया गया कि देश में कोवीड-19 के नियत्रण एवं रोक-थाम के परिपेक्ष में लागू लॉकडाउन के दौरान आम जन-जीवन में आवष्यक सेवाओं के संचालन में छुट प्रदान करने के लिए अपर मुख्य सचिव, बिहार से प्राप्त पत्र के आलोक में ऑटोमोबाइल (चारपहिया, दोपहिया वाहनों ट्रैक्टर सहित) के बिक्री के शो-रुम एवं इनके मरम्मती प्रतिष्ठान दोनों हीं को खोलने का निर्देश प्राप्त हुआ है.

जिलाधिकारी द्वारा सारण जिले में ऑटोमोबाइल (चारपहिया, दोपहिया वाहनों ट्रैक्टर सहित) के बिक्री के शो-रुम एवं इनके मरम्मत के प्रतिष्ठान प्रत्येक सोमवार, बुधवार एवं शुक्रवार को प्रातः 9 बजे से अपराह्न के 2 बजे तक खोलने का निर्देश दिया गया है. जिलाधिकारी ने स्पष्ट कहा है कि बिक्री एवं मरम्मती वाले प्रतिष्ठान के संचालक लॉकडाउन के दौरान बरते जाने वोले एहतियात का विशेष घ्यान रखेंगे ताकि प्रतिष्ठान में काम करने एवं आने वोले व्यक्तियों को कोरोना जैसी महामारी से सुरक्षित रखा जा सके.

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Chhapra: कोरोना काल में भी आशा कार्यकर्ता प्रवासी मजदूरों व लक्षित समूहों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों को घर-घर पहुंचा रही है तथा लॉक डाउन के दौरान दूसरे राज्यों से घर आए प्रवासियों को परिवार नियोजन के बारे में जागरूक भी कर रही हैं.

डोर टू डोर सर्वे के दौरान वे लक्षित समूहों के बीच परिवार नियोजन के अस्थाई साधनों का वितरण किया जा रहा है. जनसंख्या स्थिरीकरण को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से कृत संकल्पित है और इस कोरोना वायरस संक्रमण के बीच भी ऐसे महत्वपूर्ण अभियान को संचालित किया जा रहा है. इस अभियान को सफल बनाने में सबसे बड़ी भूमिका आशा कार्यकर्ता निभा रही है. लॉक डाउन के दौरान काफी संख्या में प्रवासी अपने अपने घर को लौट आए हैं. इसके मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग की ओर से परिवार नियोजन सेवाओं को संचालित करने का निर्देश दिया गया था.

 

अस्थायी साधनों का वितरण

केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक प्रेमा कुमारी ने बताया कि स्टरलाइजेशन छोड़कर अन्य सभी सुविधाएं पूर्व की तरह दी जा रही है. आशा कार्यकर्ताओं द्वारा घर-घर जाकर प्रवासी मजदूरों व महिलाओं के बीच माला-एन, छाया, इमरजेंसी कॉन्ट्रासेप्टिव पिल्स, कंडोम इत्यादि अस्थाई साधनों का वितरण किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि एमपीए की सुविधा स्वास्थ केंद्रों पर उपलब्ध है. साथ ही सदर अस्पताल समेत अन्य स्वास्थ्य केंद्रों पर लगाए गए कंडोम बॉक्स के माध्यम से नि: शुल्क कंडोम का वितरण किया जा रहा है.

आरोग्य दिवस पर भी परिवार नियोजन की मिल रहे सुविधाएं
केयर इंडिया के परिवार नियोजन समन्वयक प्रेमाकुमारी ने बताया कि डोर टू डोर विजिट के अलावें अरोग्य दिवस के दिन टीकाकरण स्थल पर आनेवाली गर्भवती महिलाओं को परिवार नियोजन की जानकारी दी जा रही है. साथ ही आवश्यकता अनुसार परिवार नियोजन के अस्थायी साधनों का वितरण भी किया जा रहा है। इसके लिए एएनएम व आशा कार्यकर्ता को जरूरी साधन उपलब्ध कराए गए है.

दी जा रही है ये जानकारी

विवाह के सही उम्र, लड़के के 21 एंव लड़की की 18 वर्ष
•शादी के बाद कम से कम दो वर्ष बाद पहला बच्चा
•पहले एंव दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतराल
•छोटा परिवार एंव समिति परिवार के लाभ
•परिवार नियोजन के स्थाई एंव अस्थाई साधन के बारे में जानकारी

कोरोना वायरस के प्रति जागरूक

आशा कार्यकर्ताओं व एएनएम द्वारा टीकाकरण स्थल पर बच्चों लेकर आनेवाले व गर्भवती महिलाओं तथा उनके साथ आने वाले परिवार के सदस्यों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के बारे में जानकारी दी जा रही है तथा सभी को सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन भी कराया जा रहा है. सभी को नियमित हाथों की धुलाई, मास्क का उपयोग व एक दूसरे से 1 मीटर की दूरी बनाकर रहने की सलाह दी जा रही है.

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Chhapra: छपरा में लगभग डेढ़ महीने बाद ऑटोमोबाइल, हार्डवेयर आदि की दुकानें खुली तो व्यापारियों ने थोड़ी राहत की सांस ली.

शुक्रवार को सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान बाजार स्थित प्रताप ऑटोमोबाइल, राजेंद्र सरोवर स्थित अंबे होंडा, गरखा स्थित प्रेम ऑटोमोबाइल आदि गाड़ियों के शो रूम में बाइक व स्कूटी खरीदने ग्राहक पहुंचे.

इस दौरान प्रेम ऑटोमोबाइल के मनोज कुमार ने बताया कि 46 दिन बाद आज दुकान खुली है. इक्का दुक्का ग्राहक आज गाड़ी खरीदने पहुंचे हैं. उन्होंने बताया कि आज स्टाफ भी पहुंचे और शोरूम में सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जा रहा है. यहां आने वाले ग्राहकों को हाथों को सैनिटाइज किया जा रहा है. शोरूम में जितनी भी गाड़ियां हैं. उन सभी को सैनिटाइज करा दिया गया है.

अंबे होंडा में किया जा रहा टेम्परेचर स्क्रीनिंग

छपरा के राजेंद्र सरोवर स्थित अंबे होंडा के नीतीश ने बताया कि आज सिर्फ दो गाड़ियां बिकी हैं. शो रूम में आने वाले ग्राहकों की स्क्रीनिंग की जा रही है. शोरूम को पूरी तरह से सैनिटाइज किया गया है प्रत्येक कर्मियों के टेंपरेचर स्क्रीनिंग के बाद ही शो रूम में प्रवेश करने दिया जा रहा है. जैसे-जैसे लॉक डाउन में सरकार ढील देगी तैसे-तैसे कारोबार भी सुधरने की उम्मीद है. इस दौरान शुक्रवार को सुबह 9:00 बजे से दोपहर 2:00 बजे तक 5 घंटे के लिए ऑटोमोबाइल दुकानें खुली. जिला प्रशासन ने सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को सप्ताह में 3 दिन के लिए ही ऑटोमोबाइल दुकानों को खोलने की अनुमति दी है.

इलेक्ट्रिक गाड़ियों की बढ़ेगी मांग

ऑटोमोबाइल्स की दुकानें खुलने के बाद इलेक्ट्रिक गाड़ियों की मांग बढ़ सकती है. प्रताप ऑटोमोबाइल के मालिक ने बताया कि जिस तरह से पेट्रोल डीजल के दाम बढ़े हैं. ऐसे में इलेक्ट्रिक गाड़ियां बेहतर विकल्प हैं. इलेक्ट्रिक स्कूटी लोगों को पसंद भी आ रही है, जो लोग ऑटो आदि में सवारी करके एक दूसरे जगह जाते हैं वैसे लोगों को सोशल डिस्टनसिंग का पालन करने के लिए इलेक्ट्रिक स्कूटी बेहतर विकल्प है. आने वाले दिनों में इसकी मांग बढ़ेगी.

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Chhapra: लायंस क्लब छपरा सिटी के अध्यक्ष आदित्य अग्रवाल ने छपरा सदर अस्पताल में अमनौर विधायक और चिकित्सक के बीच हुए प्रकरण में लायंस क्लब छपरा सिटी में कोषाध्यक्ष सह अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ़ चोकर बाबा के खिलाफ हुए एफआईआर को दुर्भाग्यपूर्ण व बेबुनियाद बताया है.

उन्होंने इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच की मांग की है. साथ ही कहा कि चोकर बाबा जन प्रतिनिधि होने के साथ साथ मेरे क्लब के एक सम्मानित सदस्य भी हैं.

उन्होंने कहा कि चोकर बाबा एक सर्व सुलभ व शांतिप्रिय नेता हैं और उनके सौम्य आचरण को सभी लोग जानते हैं. लायंस क्लब छपरा सिटी के सभी पदाधिकारी एवं सदस्य उनके साथ हैं और जांच में दूध का दूध और पानी का पानी निकल कर सामने आ जायेगा.

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Chhapra: देश और दुनिया में रक्तदान करने तथा ब्लड बैंक का प्रबंधन करने के मामले में रेड क्रॉस सोसाइटी का योगदान ऐतिहासिक है. उक्त बातें इंडियन रेड क्रॉस सोसाइटी के जिला सचिव जिन्नत जरीना मसीह ने सदर अस्पताल के ब्लड बैंक में आयोजित रक्तदान शिविर में शुक्रवार को कही.

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वही संस्था के कोषाध्यक्ष डॉ सुरेश प्रसाद सिंह ने कहा कि विश्व रेड क्रॉस दिवस पूरे विश्व मे 8 मई के ही दिन मनाया जाता है. इस दिन विश्व रेड क्रॉस के संस्थापक सर हेनरी डोनाल्ड का जन्म स्विट्ज़रलैंड के जेनेवा प्रान्त में 1928 में हुआ था. इसलिए इस दिन को रेड क्रास दिवस के रूप में मनाया गया.

युवा रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव अमन राज ने कहा के जिले में युवा इकाई के गठन के बाद रक्तदान के प्रति युवाओं को एक नई सोच व दिशा मिली है. युवा आज न केवल खुद रक्त दान कर रहे हैं, बल्कि दूसरों को भी प्रेरित कर रहे हैं, जिसके बदौलत आज छपरा ब्लड बैंक आत्मनिर्भर बन गया है.

सामाजिक दूरी बनाते हुए ब्लड बैंक छपरा में इस वैश्विक महामारी में जिस जिस ब्लड ग्रुप के ब्लड की कमी ब्लड बैंक में थी उनके पूर्ति के लिए रेड क्रॉस सोसाइटी शाखा सारण के द्वारा रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य में ब्लड डोनेशन कैम्प का आयोजन किया गया जिसमे निर्भय कुमार, रिंकू कुमार साह, सतीश कुमार, छोटू सिंह और अन्य ने रक्तदान किया.

वही शाम में रेड क्रॉस दिवस के उपलक्ष्य में छपरा जंक्शन पर प्रशासन के देख रेख में युवा क्रांति रोटी बैंक के साथ मिल के रेड क्रॉस ने 101 जरूरतमंद लोगों को भोजन कराई. जिसमे युवा रेड क्रॉस सदस्य मनीष कुमार मणी, अमन सिंह, राहुल कुमार, युवा समाज सेवी संजीव कुमार चौधरी और अन्य महजूद थे.

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Chhapra: पूरे देश में इस समय कोरोना संक्रमण का कहर जारी है. सभी लोग इससे बचने का पूर्ण प्रयत्न कर रहे हैं. वही दूसरी ओर लोगो को इसके कारण लगे लॉक डाउन से अत्यधिक परेशानियों का भी सामना करना पड़ रहा है.

इसके अतिरिक्त जो प्रवासी मजदूर और छात्र दूसरे प्रदेशों में फसे हुए हैं उन्हें राज्य एवं केंद्र सरकार की मदद से पूर्ण सुरक्षा के साथ घर पहुँचाने की व्यवस्था भी की जा रही है. इन सब के बावजूद हर जगह प्रशासन व्यवस्था की कड़ी नज़र है.

सारण जिले के रिविलगंज प्रखंड के प्रखंड प्रमुख सह भाजपा नेता डॉ0 राहुल राज एवं रिविलगंज प्रखंड सी ओ प्रदीप कुमार सिन्हा के द्वारा रिविलगंज में बने क्वारनटाइन सेंटर का निरीक्षण किया गया.

प्रखंड प्रमुख डॉ0 राहुल राज ने कहा कि रिविलगंज क्षेत्र में यह क्वारनटाइन सेंटर की व्यवस्था उन प्रवासी मजदूर, छात्रों के लिए की गई है, जिन्हें सरकार की मदद से अपने गाँव-घर भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि सार्वभौमिक सुरक्षा के दृष्टिकोण से सभी वापस आए मजदूरों एवं छात्रों को इसमें में ही रखा जाएगा.

यह सेंटर रिविलगंज के पूर्वी सेमरिया मध्य विद्यालय में बनाया गया है. निरीक्षण के दौरान डॉ0 राहुल राज ने यहाँ की साफ-सफाई, सामाजिक दूरी तथा भोजन एवं रहने हेतु व्यवस्था का पूर्ण जायजा लिया तथा व्यवस्था को देखते हुए सी.ओ. को धन्यवाद कहा. डॉ0 राहुल राज ने कहा कि इस बीमारी को लेकर हम अपने सम्पूर्ण क्षेत्र वासियों के संदर्भ में कोई खतरा मोल नही ले सकते.

सुरक्षा की दृष्टि से जो बन पड़ेगा हम करने को तैयार है. इसके लिए वे लगातार दिन-प्रतिदिन निगरानी बनाये हुए हैं तथा सैनिटाइज़िंग का काम भी निरंतर युद्ध स्तर पर करवा रहे हैं.

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