Chhapra: विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने बजट पर अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है। विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने इसे दूरदर्शी बजट बताया है।

विधायक ने कहा कि मोदी सरकार द्वारा लाया गया ये बजट, एक दूरदर्शी बजट है, जो भारत की अर्थव्यवस्था का स्केल बदलने वाला बजट साबित होगा. ये बजट भारत को आत्मनिर्भर बनाने के साथ स्वतंत्रता के 100वें वर्ष के नए भारत की नींव डालेगा।

डॉ गुप्ता ने आगे कहा कि बजट का आकार बढ़ाकर 39.45 लाख करोड़ करना,कोरोनाकाल में भी भारत की तेज़ी से बढती अर्थव्यवस्था को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि राजकोषीय घाटा का लक्ष्य 6.9% से घटाकर 6.4% करना बहुत बड़ी उपलब्धि है, मुझे विश्वास है कि नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में भारत राजकोषीय घाटा को 4% से नीचे लाने में सफल होगा।

आत्म निर्भर भारत का बजट कोरोना के बाद वैश्विक आर्थिक जगत में उत्पन्न हुए अवसरों का दोहन करके प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत को विश्व की अग्रणी अर्थव्यवस्था बनाने में सहायक होगा।

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Chhapra: भाजपा नेता और किसान मोर्चा के पूर्व राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने बजट को किसानों और ग्रामीण अर्थव्यवस्था के लिए शुभ बताया है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने श्रीलंका के उदाहरण से सबक लेते हुए ऑर्गेनिक फार्मिंग और कैमिकल फ्री फार्मिंग को बढ़ावा देने की बात तो कही है पर इस पर धीरे- धीरे चलने की योजना पेश की है. साथ ही किसानों के खेत के असेसमेंट के साथ-साथ न्यूट्रिएंट और कीटनाशक के छिड़काव के लिए ड्रोन तकनीक का इस्तेमाल करने की बात भी क्रांतिकारी है.

उन्होंने कहा कि किसानों के खातों में 2.37 लाख करोड़ रुपये की एमएसपी सीधे ट्रांसफर की जाएगी. इससे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगेगा.
गंगा किनारे के किसानों की जमीन 5 किलोमीटर के कोरिडोर में जैविक खेती की योजना से सारण के लोगों को सीधे फायदा पहुंचेगा. उन्होंने कहा कि तिलहन के क्षेत्र में इस योजना का भी फायदा होगा जिसमें ऑयल सीड का आयात घटाने की दिशा में काम करते हुए घरेलू प्रोडक्शन को बढ़ावा दिये जाने की बात है.

उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों तक तकनीक पहुंचाने की दिशा में भी काम करने की घोषणा की है जिसमें पीपीपी मॉडल के तहत स्कीम लाई जाएंगी, जिससे किसानों तक डिजिटल और हाईटेक तकनीक पहुंचाई जाएगी. इसके अलावा राज्यों को एग्रिकल्चर यूनिवर्सिटीज को रिवाइव करने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा.

इन कदमों से खेती में तकनीक को बढ़ावा मिलेगा. इसके अलावा नाबार्ड के जरिए एग्रिकल्चर से जुड़े स्टार्टअप और रूरल एंटरप्राइज को फाइनेंस किये जाने से खेती और ग्रामीण विकास में नये लोग जुड़ेंगे.

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पटना: बिहार में 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव में भाजपा द्वारा वीआईपी पार्टी को एक भी सीट नहीं दिये जाने के बाद पार्टी सुप्रीमो मुकेश सहनी ने सभी 24 सीटों पर अकेले ही चुनाव करने की रविवार को घोषणा कर दी। दूसरी ओर लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव के साथ रविवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बातचीत दिल्ली में सफल नहीं हो पाई । अब एमएलसी चुनाव में कांग्रेस और राजद अगल-अलग ताकत आजमाएंगी।

बिहार विधानसभा में कांग्रेस पार्टी के नेता अजीत शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा कि हमारी बातचीत सफल नहीं हो पाई। हम महागठबंधन धर्म निभाना चाहते हैं पर वे नहीं निभाएं। वे 24 सीटों पर उम्मीदवार देंगे तो कांग्रेस भी 24 सीटों पर उम्मीदवार उतारेगी। कांग्रेस देश की बड़ी पार्टी है, राज्य की बात छोड़िए।

दूसरी ओर भाजपा द्वारा एक भी सीट एमएलसी के न दिये जाने से नाराज मुकेश सहनी ने रविवार दोपहर प्रेसवार्ता करके कहा कि ‘गठबंधन का मतलब होता है सभी दलों की सहमति से फैसला लेना। फैसला लेने के बाद विश्वास में नहीं लिया जाता है। जब उन्हें हमारी जरूरत थी तब उन्होंने हमें अपने गठबंधन में शामिल किया और जब जरूरत नहीं है तो मैं गठबंधन से बाहर कर रहे हैं।

मुकेश सहनी ने भाजपा पर तंज कसते हुए कहा कि ‘हमें 11 सीट और एक एमएलसी का सीट देकर उन्होंने कोई एहसान नहीं किया था। हमने भी उन्हें कई सीटों पर वोट दिलवाने का काम किया। भाजपा उन्हें लगातार धोखा दे रही है। वह भूल रहे हैं कि सरकार में जितना 74 सीट वालों की भूमिका है, उतनी ही चार सीट वाले की भी भूमिका है। बिना चार सीट के उनकी सरकार नहीं बन सकती थी।

उन्होंने कहा कि अगर हमारे समाज को उनका अधिकार नहीं मिला तो, मैं 24 सीटों पर अकेले दम पर चुनाव लड़ने को तैयार हूं। आने वाले 2024 के लोकसभा चुनाव में भी अकेले दम पर चुनाव लड़ूंगा। मैं साफ-साफ कह देना चाहता हूं कि मैं योगी-मोदी की जय नहीं बोलूंगा। जरूरत पड़ने पर मुर्दाबाद के भी नारे लगा लूंगा।

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Chhapra: छपरा विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 140, 141 ,142 ,143 प्रभुनाथ नगर में पूर्व कुल सचिव प्रोफेसर विजय प्रताप कुमार के आवास पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात को सुना गया. 

इस अवसर पर प्रोफेसर विजय बाबू केअतिरिक्त भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष एवम गोपालगंज के जिला प्रभारी अशोक कुमार सिंह, जिला के वर्तमान उपाध्यक्ष एवम सिवान के जिला प्रभारी रणजीत कुमार सिंह, जिला भाजपा के उपाध्यक्ष एवम गंगा सिंह कॉलेज के सहायक प्राध्यापक डॉ धर्मेन्द्र कुमार सिंह आदि शामिल थे.

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वीरेन्द्र सिंह परिहार
होने को तो उत्तर प्रदेश के अलावा पंजाब, उत्तराखण्ड, मणिपुर और गोवा में भी विधानसभा के चुनाव सम्पन्न होने जा रहे हैं। पर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव को लेकर सिर्फ उत्तर प्रदेश के लोगो में ही नहीं, पूरे देश के लोगो में एक विशेष तरह की उत्सुकता है। इसकी एक बड़ी वजह यह हो सकती है कि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की 80 सीटों के चलते दिल्ली की सत्ता का रास्ता लखनऊ से होकर जाता है।

चुनाव परिणामों को लेकर अभीतक जो 8 चैनलों के सर्वे आये हैं, उसमें सात भाजपा को और मात्र एक चैनल सपा को जिता रहा है। निष्पक्ष पर्यवेक्षकों का कहना है कि आयेंगे तो योगी ही, यह बात अलग है कि इसबार भाजपा की विधानसभा में सीटे 2017 की तुलना में कम आयेंगी। ऐसा मानना है कि भाजपा की जहाँ 50 के आसपास सीटें कम हो सकती हैं, वहीं सपा 50 से लेकर 100 सीटों तक बढ़ सकती है।

गौर करने का विषय यह कि ऐसा क्यों है कि भाजपा को पिछली बार की तुलना में कम सीटें आयेंगी, जबकि मुख्यमंत्री योगी को लेकर लोगो में कोई आक्रोश जैसी स्थिति नहीं है। अधिकांश लोग योगी सरकार में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर संतुष्ट नजर आते हैं। विगत 5 वर्षाें में विकास की दृष्टि से उत्तर प्रदेश ने कई कीर्तिमान कायम किये हैं। इसलिये पहले राष्ट्रीय स्तर पर बहुत पीछे रहते हुये कई मामलों में उत्तर प्रदेश पहले और दूसरे स्थान पर आ गया है। जहां पहले पर्याप्त बिजली सिर्फ तीन जिलों को मिलती थी, वहीं अब प्रचुर मात्रा में पूरे प्रदेश को मिल रही है।

वस्तुतः 2017 के चुनाव में अखिलेश सरकार के सत्ता विरोधी कारक और मोदी फैक्टर के चलते भाजपा को लोगों ने एकतरफा वोट दिया। इसबार कुछ कारणों से स्थितियां अलग हैं। पहली बड़ी बात तो यह कि इसबार बसपा पूरी तरह अप्रासंगिक और मुकाबले से बाहर हो चुकी है। पिछली बार जहाँ उसे 23 प्रतिशत मत मिले थे, वहीं अब वह अधिक से अधिक 12-13 प्रतिशत मत ही जुटा सकने की स्थिति में है। इसका बड़ा कारण यह कि पिछले चुनाव में ही सपा के 47 के मुकाबले बसपा को मात्र 19 सीटें मिली थी। ऐसी स्थिति में भाजपा विरोधी मतदाता बसपा को छोड़कर सपा के साथ हो लिये हैं।

पिछली बार जहाँ मुसलमानों का एक तबका बसपा के साथ था, वह भाजपा को हराने की दृष्टि से सपा के साथ आ चुका है। यद्यपि उत्तर प्रदेश में आईएमआई के ओवैसी फैक्टर को पूरी तरह नकारा नहीं जा सकता। ऐसी स्थिति में यदि ओवैसी के पक्ष में मुसलमानों का एक बड़ा तबका गोलबंद हुआ तो भाजपा का रास्ता आसान हो जायेगा।

भाजपा की सीटें कम होने का दूसरा बड़ा कारण यह कि पिछली बार जाट मतदाताओं ने एकतरफा ढंग से भाजपा का साथ दिया था, लेकिन इस बार कृषि कानूनों और कुछ जयंत के चौधरी चरण सिंह के पौत्र होने के कारण सहानुभूति के चलते जाटों का बड़ा हिस्सा सपा आरएलडी के साथ जाने की संभावना बन गई है। यद्यपि जिस ढंग से गृहमंत्री अमित शाह इस दिशा में जुट गये हैं और जिसका असर दिखना शुरू हो गया है। बड़ी बात यह कि 2012 के मुजफ्फरपुर दंगों को लेकर जाटों और मुसलमानों में व्याप्त दूरियां अभी पट नहीं सकी हैं, फिर उत्तर प्रदेश में सपा उम्मीदवारों और उनके समर्थकों द्वारा जिस ढंग से जाटों और दूसरे हिन्दुओं को धमकाया जा रहा है- जमीन पर उसका असर दिखना शुरू हो गया है।

समस्या यह है कि भाजपा जहाँ अपनी नीतियों एवं कार्यों के आधार पर मतदाताओं का समर्थन जुटा रही है, सपा विशुद्ध जातीय एवं साम्प्रदायिक आधार पर उत्तर प्रदेश की सत्ता पाना चाहती है। इसी के चलते अखिलेश यादव ने उत्तर प्रदेश के कई छोटे-छोटे जातीय दलों से गठबन्धन किया। इस दिशा में उत्तर प्रदेश के ब्राम्हणों को भी खूब बरगलाने की कोशिश की गई। विकास दुबे और कुछ ब्राह्मण जाति के माफिआओं के एन्काउन्टर और कठोर कार्रवाई के चलते विरोधी दलों ने इसे योगी सरकार के विरोध में ब्राह्मण विरोधी बतौर प्रचारित किया। ब्राह्मण को अपने पाले में लाने के लिये जहाँ मायावती प्रबुद्ध सम्मेलन करने लगीं, वहीं अखिलेश परशुराम मंदिर बनाने की बातें करने लगे। लेकिन ब्राह्मणों को यह अच्छी तरह पता है कि सपा और बसपा जाति-विशेष की पार्टियां हैं। इसलिये जो सर्वे आ रहे हैं, उसमें कम से कम दो तिहाई ब्राह्मण मतदाता तो भाजपा के साथ खड़ा दिखाई ही देता है। अन्ततः अखिलेश और मायावती को स्वतः ब्राह्मणों से कोई खास उम्मीद नहीं रह गई है। इसलिये आनुपातिक रूप से उन्हें बहुत कम उम्मीदवारी दी गई है।

मुस्लिम समुदाय को पूरी तरह अपने पाले में करने के लिये अखिलेश यादव ने बहुत सारे बाहुबली और कुख्यात अपराधियों को सपा का टिकट दिया है। इसमें सबसे उल्लेखनीय नाम नाहिद हसन का है, जिसे कैराना से उम्मीदवार बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि यह वही व्यक्ति है, जिसके चलते कैराना से 2016 में हिन्दुओं को पलायन करना पड़ा था। इसके अपराधों की लम्बी सूची है और यह फरार घोषित था पर नामांकन करते वक्त पुलिस द्वारा पकड़ा गया। इसी तरह से हापुड़ के धौलाना सीट से सपा प्रत्याशी असलम चौधरी पर भी कई गम्भीर आपराधिक मामले चल रहे हैं। आजम खान जो विगत वर्षाें से जेल में बंद हैं और उनके विरुद्ध सैकड़ों मुकदमे हैं। जैसा कि गृहमंत्री शाह कहते हैं कि आजम को लेकर तो आईपीसी की धाराएं ही कम पड़ गई है। इसी तरह से अखिलेश ने दूसरे समुदायों से उम्मीदवारी में बाहुबलियों और अपराधियों को प्राथमिकता दी है।

विभिन्न चैनलों के सर्वे में मुख्यमंत्री पद भी पसंद की दौड़ में भी योगी आदित्यनाथ सबसे आगे हैं। उन्हें जहाँ करीब 45 प्रतिशत लोग मुख्यमंत्री पद के लिये पसंद करते रहे हैं, वहीं अखिलेश का आकड़ा अधिकतम 35 प्रतिशत तक ही जाता है। यह बताना प्रासंगिक होगा कि सपा का समर्थन जहाँ मुस्लिम और यादव तथा एक हद तक जाट कर सकते हैं, वहीं भाजपा के पक्ष में अधिकतम स्वर्ण, गैर-यादव, पिछड़ी जातियाँ और गैर-जाटव अनुसूचित जाति के लोग हैं। कांग्रेस पार्टी तो पहले ही परिदृश्य से गायब है। इसबार बसपा भी गायब है।

यह अत्यन्त दुर्भाग्य का विषय है कि सपा जैसी पार्टी का जनाधार जातीय और साम्प्रदायिक ताकते हैं, पर कुछ भी हो हमारा लोकतंत्र कुल मिलाकर परिपक्व हो चला है। यह कहने में कोई झिझक नहीं कि 10 मार्च को जब नतीजे खुलेंगे तो देश-दुनिया को योगी आदित्यनाथ पुनः मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते दिखाई पड़ेंगे।

(लेखक स्वतंत्र टिप्पणीकार हैं।)

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बिहार में विप की सीटों का बंटवारा, 13 पर भाजपा और 11 पर जदयू लड़ेगी चुनाव

पटना: बिहार विधानपरिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 13 और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और जदयू की ओर से प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने संयुक्त प्रेसवार्ता में इसकी घोषणा की।

पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर राजग में बात तय हो गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं एक सीट वह अपने सहयोगी पशुपती पारस लोजपा गुट को देगी यानी 12-1 पर भाजपा-पारस गुट और 11 सीट पर सहयोगी जदयू चुनाव लड़ेगी।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि बीते चार टर्म से हम (भाजपा-जदयू) एक साथ सरकार चला रहे हैं। इससे बिहार का चौमुखी विकास हुआ है। सरकार ने प्रतिबद्धता से काम किया है। दोनों दल ने एकदूसरे का सम्मान देकर सबका साथ सबका विकास के साथ प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभायी है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश से आज सुबह वार्ता होने के बाद ही एमएलसी के 13-11 के फार्मूले पर सहमति बनी है।

शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारा गठबंधन जितनी मजबूती से चल रहा है, यह आपके सामने है। आप सभी जनता है कि एमएलसी के 24 सीटें खाली है। हम लोग 12 पर लड़ना चाह रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, भाजपा की ओर से यह कहा गया कि हम अपने में से एक सीट पारस गुट को देंगे, जिसके बाद हम लोगों की ओर से भी सहमति दे दी गई। वीआईपी को सीट नहीं देने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि हम अपने सहयोगी को साथ लेकर ही इस चुनाव में उतरेंगे। उनकी रजामंदी और सहयोग रहेगा।

भाजपा की सीट

रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय, समस्तीपुर और वैशाली सीट है। इनमें से वैशाली सीट से लोजपा के पारस गुट के लिए छोड़ दिया गया है।

जदयू की सीट

पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफरपुर, पश्चिमी चांपारण, सीतमामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा और मधुबनी।

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Chhapra: श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स के तत्वाधान में निःशुल्क आंख जांच शिविर लगाया गया। जिसका उद्घाटन वरुण प्रकाश और राखी गुप्ता ने किया।

आंख जांच शिविर में लगभग 500 से अधिक लोगों ने आंख जांच कराकर चिकित्सीय परामर्श पाया। आंख जांच शिविर का आयोजन छपरा में दो जगह पर किया गया। पहला शिविर श्रीप्रकाश वरना मेंट के प्रांगण में लगाया गया था, वही दूसरा शिविर महतो मुसहरी गांव में लगाया गया था।

वरुण प्रकाश ने कहा कि छपरा नगर निगम वासियों के लिए निःशुल्क आंख जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को लेकर के लोगों का उत्साह देखने को मिला। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छपरा नगर निगम वासियों ने आंख जांच कराया। हर संभव लोगों की मदद की जा रही है। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ शिविर के माध्यम से छपरा नगर निगमवासियों को दी जाएगी।

राखी गुप्ता ने कहा कि निशुल्क जन सेवा शिविर के माध्यम से पिछले 2 महीने से छपरा नगर निगम वासियों के लिए राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, वृद्धा पेंशन, वोटर आईडी कार्ड आदि निशुल्क बनाया जा रहा है। वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन पेंशन और दिव्यांग जनो के लिए केवाईसी कराया जा रहा है। पिछले 2 महीने में लगभग 65 हज़ार परिवारों ने इस शिविर का लाभ उठाया है। पिछले 4 दिन से वैक्सीनेशन कैंप के जरिए लगभग 600 लोगों ने वैक्सीन भी प्राप्त किया है। छपरा नगर निगम वासियों के लिए लगातार शिविर के माध्यम से लोगों की समस्या का हल किया जाएगा।

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पटना: बिहार विधानपरिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 13 और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और जदयू की ओर से प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने संयुक्त प्रेसवार्ता में इसकी घोषणा की।

पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर राजग में बात तय हो गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं एक सीट वह अपने सहयोगी पशुपती पारस लोजपा गुट को देगी यानी 12-1 पर भाजपा-पारस गुट और 11 सीट पर सहयोगी जदयू चुनाव लड़ेगी।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि बीते चार टर्म से हम (भाजपा-जदयू) एक साथ सरकार चला रहे हैं। इससे बिहार का चौमुखी विकास हुआ है। सरकार ने प्रतिबद्धता से काम किया है। दोनों दल ने एकदूसरे का सम्मान देकर सबका साथ सबका विकास के साथ प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभायी है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश से आज सुबह वार्ता होने के बाद ही एमएलसी के 13-11 के फार्मूले पर सहमति बनी है।

शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारा गठबंधन जितनी मजबूती से चल रहा है, यह आपके सामने है। आप सभी जनता है कि एमएलसी के 24 सीटें खाली है। हम लोग 12 पर लड़ना चाह रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, भाजपा की ओर से यह कहा गया कि हम अपने में से एक सीट पारस गुट को देंगे, जिसके बाद हम लोगों की ओर से भी सहमति दे दी गई। वीआईपी को सीट नहीं देने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि हम अपने सहयोगी को साथ लेकर ही इस चुनाव में उतरेंगे। उनकी रजामंदी और सहयोग रहेगा।

भाजपा की सीट
रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय, समस्तीपुर और वैशाली सीट है। इनमें से वैशाली सीट से लोजपा के पारस गुट के लिए छोड़ दिया गया है।

जदयू की सीट
पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफ्र, पश्चिमी चांपारण, सीतमामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा और मधुबनी।

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यूपी चुनाव के पहले शायर मुनव्वर राना ने कहा इमरजेंसी से भी बुरा दौर रहा योगी सरकार का कार्यकाल, सीएम बने तो राज्य छोड़ दूंगा

देश के बड़े शायरों में शुमार मुनव्वर राना ने यूपी चुनाव से पहले एक बड़ा बयान देकर राजनीतिक माहौल में गर्मी ला दी है. मुनव्वर राना ने एक टीवी चैनल से बातचीत के क्रम में कहा है कि अगर  सीएम योगी अगर उत्तर प्रदेश में दोबारा बने तो वे उत्तर प्रदेश छोड़ देंगे. उन्होंने कहा कि अपनी मिट्टी को छोड़ना दुख तो देगा लेकिन जब घोसला खतरे में हो तो चिड़िया भी अपना आशियाना छोड़ जाती है.

मुनव्वर राना ने कहा कि सत्ता के लोग फरिश्ता बनकर अब निकल पड़े हैं. उनको याद ही नहीं है कि जात-पात के नाम पर क्या ज्यादतियां की? उन्होंने भुला दिया कि कोरोना में कितने लोग मरे, कितने लोग पैदल गुजरते मर गए, इस चुनाव में सब का हिसाब किताब होना है. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री के कंधे पर हाथ रखकर ही बुरा कर दिया, जिसकी वजह से उन्होंने उत्तर प्रदेश में भेदभाव फैला दिया. इस सरकार ने सिर्फ नारा दिया सबका साथ सबका विकास का, हुआ कुछ नहीं. इनका बस चले तो प्रदेश से मुसलमानों को छुड़वा दें. उनके लिए दिल्ली, कोलकाता, गुजरात ज्यादा सुरक्षित है.

योगी सरकार पर कई बार हमला कर चुके मुनव्वर राना ने कहा कि इमरजेंसी से ज्यादा बुरा दौर था योगी सरकार का कार्यकाल. इमरजेंसी में सब परेशान थे, सब एक दूसरे को देखकर तसल्ली कर लेते थे कि वह भी परेशान है, हम भी परेशान हैं. लेकिन इन 4.5 सालों में योगी सरकार के निशाने पर सिर्फ मुसलमान ही थे. उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ के मन में मुसलमानों को लेकर तल्खी तो मुख्यमंत्री बनने से पहले भी थी. उनके बयान किसी गुंडे के हो सकते थे लेकिन किसी मुख्यमंत्री के नहीं.

शायर मुनव्वर राना ने कहा कि योगी आदित्यनाथ दोबारा मुख्यमंत्री बने तो यूपी छोड़ दूंगा. दिल्ली-कोलकाता चला जाऊंगा. मेरे पिता ने पाकिस्तान जाना मंजूर नहीं किया लेकिन अब बड़े दुख के साथ मुझे यह शहर, यह प्रदेश, अपनी मिट्टी को छोड़ना पड़ेगा.

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भाजपा ने सामान्य जनभागीदारी, सहभागिता और समर्पण के उद्देश्य से शुरु किया माइक्रो डोनेशन अभियान

Chhapra: भारतीय जनता पार्टी को आर्थिक रूप से सबल बनाने के साथ साथ आमजनमानस में पार्टी गतिविधि की सहभागिता, सामान्य जनभागीदारी को बढ़ाने के उद्देश्य से शुक्रवार को माइक्रो डोनेशन अभियान की शुरुआत की गई.

स्थानीय सर्किट हाउस में भाजपा व्यपार प्रकोष्ठ द्वारा आयोजित इस अभियान की शुरुआत सूबे के गन्ना मंत्री प्रमोद कुमार द्वारा की गई.

इस अवसर पर बिहार सरकार के गन्ना एवं विधि मंत्री प्रमोद कुमार ने कहा पार्टी के लिए चंदा जुटाने के साथ-साथ जनभागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से भाजपा द्वारा माइक्रो डोनेशन अभियान चलाया जा रहा है.

पार्टी द्वारा इस अभियान के तहत तीन ‘स’ यानी सहभागिता, समर्पण, एवं सामान्य जनभागीदारी को बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है. आर्थिक सुचिता और पारदर्शिता के पर्याय इस अभियान के माध्यम से आम जनता एवं भाजपा परिवार के सदस्य अपनी क्षमता व इच्छानुसार 5 रुपये से लेकर 1000 रुपये तक की सहयोग राशि नमो एप के माध्यम दे सकते हैं.

माइक्रो डोनेशन अभियान का मकसद पैसे जमा करना नहीं, बल्कि अधिक से अधिक लोगों को भाजपा से जोड़ना है. समाज का बड़ा वर्ग जो हमारे संगठन से प्रत्यक्ष रूप नहीं जुड़ा है लेकिन हमारी विचारधारा एवं नीतियों का समर्थक है. इस अभियान का उद्देश्य वैसे अधिक से अधिक लोगों को माइक्रो डोनेशन के तहत पार्टी से जोड़ना है.

इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा ने कहा यह अभियान भाजपा को और अधिक सर्वस्पर्शी, सर्व समावेशी और सर्वव्यापी बनाने की तरफ उठा एक महत्वपूर्ण कदम है. उन्होंने सभी से आग्रह है कि स्वयं भी इस अभियान के सहभागी अवश्य बनें तथा साथ ही कम से कम 100 व्यक्तियों को इस अभियान से जोड़, भाजपा को और सशक्त बनाने में अपना योगदान दें. इस अवसर पर सैकड़ो लोगो ने भाजपा को माइक्रो डोनेशन किया.

भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक वरुण प्रकाश ने कहा कि इस अभियान को व्यापार प्रकोष्ठ के द्वारा और गति दी जाएगी. इस माइक्रो डोनेशन से ज्यादा से ज्यादा लोगों को जोड़ा जाएगा.

इस अवसर पर बिहार विधान सभा के उप सचेतक सह तरैया विधायक जनक सिंह, भाजपा जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, छपरा विधायक डॉक्टर सीएन गुप्ता, महामंत्री शांतनु कुमार, भाजपा युवा नेता श्याम बिहारी अग्रवाल, जिला मंत्री सत्यानंद सिंह, सुपन राय, गायत्री देवी, व्यापार प्रकोष्ठ के जिला संयोजक वरुण प्रकाश राजा, महिला मोर्चा अध्यक्ष अनु सिंह, नेहा यादव आदि ने किया.

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Chhapra: चर्चित युवा नेता सह वाईपीएल संयोजक युवराज सुधीर सिंह द्वारा शुक्रवार को शहर के दरोगा राय चौक स्थित शिव भवानी बजाज में बजाज की नई पल्सर मॉडल को लांच किया. इस दौरान युवराज सुधीर सिंह ने पल्सर N250 और  NS350 का भव्य रूप से लांच किया.

इस दौरान श्री सिंह ने बताया कि पल्सर सीरीज में 250 सीसी की यह पहली बाइक है. कीमत क्रमश 1.45 लाख, 1.40 लाख है. लॉन्चिंग इवेंट के दौरान उन्होंने बताया कि यह बाइक अपने आप मे बेहद खास है. उन्होंने बताया कि पल्सर के इस मॉडल में मोबाइल चार्जिंग पॉइंट की भी सुविधा दी गयी है. साथ ही साथ यह 35 किमी माइलेज के साथ बाइक में स्लीपर क्लच के साथ इनफिनिटी डिस्पले व एन्टी लॉक ब्रेकिंग सिस्टम इस बाइक की खासियत है.

लॉन्चिंग इवेंट के दौरान ग्राहक भी गाड़ियों की बुकिंग व खरीदारी करने पहुंचे. वही शिव भवानी बजाज के एमडी अभिषेक सिंह ने

बताया कि पल्सर का यह नया मॉडल लोगों को बेहद पसंद आएगा. इस मौके पर रूपेश सिंह, मशरख प्रमुख मंटू सिंह, पानापुर प्रमुख लोटा सिंह, अजीत सिंह, डॉ जितेंद्र सिंह, शो रूम मैनेजर अमरेश कुमार सिंह, राजकुमार राय आदि मौजूद रहे.

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शिक्षाविद् रामदेव पांडेय जी जीवन समाज के लिए आदर्श: प्रमोद सिग्रीवाल

जलालपुर: शिक्षाविद रामदेव पांडेय जी की जीवनी प्रतियोगी युवाओं के लिए प्रेरणादाई है उक्त बातें महाराजगंज सांसद पुत्र व युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल ने कहीं. वे देवरिया में शिक्षाविद् रामदेव पांडेय की पांचवी पुण्यतिथि पर आयोजित श्रद्धांजलि सभा के एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उनके तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर नमन करते हुए उन्होने कहा कि वे आदर्श शिक्षक थे. उनकी जीवनी खुली किताब की तरह थी. वे प्रतियोगी युवाओं को हमेशा प्रोत्साहित करते रहते थे तथा सामाजिक कार्यों में भी उनकी भूमिका बढ़ चढ़कर होती थी.

कार्यक्रम में प्राथमिक शिक्षक संघ सारण के उपाध्यक्ष राजेश तिवारी ने कहा कि शिक्षाविद की जीवनी हम सभी शिक्षकों को कर्तव्य बोध कराती है, उनको नमन है.

वही कार्यक्रम में बोलते हुए अखिल भारतीय पत्रकार सुरक्षा समिति के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज कुमार सिंह ने कहा कि उनकी पुण्यतिथि पर ऑनलाइन क्विज कॉन्टेस्ट के विजयी प्रतिभागियों को सम्मानित करना काबिले तारीफ है. शिक्षाविद अपने जीवन काल में किए गए कार्यों के लिए जाने जाते रहे हैं. वे सभी के प्रिय रहे हैं.

इसके पहले कार्यक्रम का विधिवत उद्घाटन प्रमोद सिग्रीवाल, शिक्षक नेता राजेश तिवारी, पत्रकार राहुल कुमार सिंह ने दीप प्रज्वलित कर किया.

कोरोना के प्रोटोकॉल के कारण कार्यक्रम में क्विज कांटेस्ट के दर्जनभर अव्वल छात्र छात्राओं को ही सम्मानित किया गया. इसके लिए 26 जनवरी को योगी बाबा क्विज क्लब के व्हाट्सएप ग्रुप पर क्विज कांटेस्ट का आयोजन किया गया था . कार्यक्रम का संचालन शिक्षक अखिलेश्वर पांडेय ने किया. मौके पर मनिंद्र कुमार पांडेय, पत्रकार संजीव कुमार, पत्रकार राजेश कुमार तिवारी, शिक्षक धीरज तिवारी, अविनाश तिवारी, राजेश कुमार, विजय कुमार साह, सुजीत दूबे भी थे.

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