Patna, 26 जुलाई (हि.स.)। केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी रामविलास (एलजेपी-आर) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने बिहार में लगातार हो रही आपराधिक घटनाओं को लेकर राज्य सरकार पर एक भार फिर से सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन से ऐसी घटनाओं पर त्वरित कार्रवाई करते हुए लगाम लगाने की अपील की है।

राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है: चिराग पासवान

केंद्रीय मंंत्री और बिहार में सरकार को समर्थन दे रही लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के अध्यक्ष चिराग पासवान ने शनिवार को पटना में पत्रकाराें से बात करते हुए कहा कि उन्हें दुख है कि बिहार में उन्हें ऐसी सरकार का समर्थन करना पड़ रहा है, जो अपराध पर अंकुश लगाने में विफल साबित हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य में कानून व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है और पुलिस एवं प्रशासन अपराधियों के सामने नतमस्तक हो चुकी है।

उन्होंने कहा, ” मुझे दुख है कि मैं ऐसी सरकार का समर्थन कर रहा हूं, जहां अपराध बेकाबू हो गए हैं।” अगर जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो बिहार की जनता को इसके गंभीर परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।

बिहार में हत्या, दुष्कर्म और लूट जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं: चिराग पासवान

गयाजी में एक महिला होमगार्ड अभ्यर्थी के साथ एंबुलेंस में हुए दुष्कर्म की घटना पर भी चिराग पासवान ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाएं यह साबित करती हैं कि प्रशासन पूरी तरह नाकाम हो चुका है। एक के बाद एक घटनाएं हो रही हैं और बिहार में अपराध की एक श्रृंखला बनती जा रही है। उन्होंने कहा कि बिहार में हत्या, दुष्कर्म और लूट जैसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रहीं। यह बेहद चिंताजनक स्थिति है। अगर हालात ऐसे ही रहे, तो आने वाले दिनों में और भी भयावह स्थिति उत्पन्न हो सकती है।

चिराग ने कहा कि कुछ लोग इसे चुनावी साजिश बता रहे हैं। सरकार को बदनाम करने के लिए ऐसी घटनाओं को अंजान दिया जा रहा है, लेकिन आखिरकार जिम्मेदारी तो राज्य सरकार और प्रशासन की ही बनती है। उन्होंने कहा कि या तो पुलिस अपराध रोकने में पूरी तरह विफल हो चुकी है, या फिर सब कुछ लीपापोती करके ढकने की कोशिश हो रही है। अब ऐसा लग रहा है कि बिहार और बिहारी की सुरक्षा इस सरकार के बस की बात नहीं रही। राज्य सरकार से उन्होंने समय रहते जरूरी कदम उठाने की अपील की।

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पटना, 25 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के आखिरी दिन सदन में जबरदस्त हंगामा देखने को मिला। दोनों सदन की कार्यवाही शुरु होते ही खत्म हो गई।

बिहार विधान परिषद की कार्यवाही स्थगित होने के बाद विधान परिषद् की नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी अपने दल के सभी विधान पार्षदों के साथ बाहर निकलीं और मीडिया से बात की।

बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने दावा किया है कि उनके बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव की जान को खतरा है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी की हत्या की पहले भी चार बार कोशिश की जा चुकी है। राबड़ी देवी ने सरकार से उनकी सुरक्षा बढ़ाने की मांग की है। इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी पर जमकर हमला बोला।

नेता प्रतिपक्ष राबड़ी देवी ने भाजपा-जदयू पर बड़ा आरोप लगाया । राबड़ी देवी ने कहा है कि तेजस्वी की जान को खतरा है। भाजपा-जदयू वाले साजिश कर रहे हैं,तेजस्वी को मारने की कोशिश की जा रही है।

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Chhapra: लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने शहर के नवाजी टोला निवासी रवि प्रताप राठौर उर्फ रोबिन सिंह को सारण जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी है.  पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सह पूर्व विधायक राजू तिवारी ने पत्र जारी किया है.

रवि प्रताप सिंह को पार्टी के प्रति समर्पित कार्य को देखते हुए आपको लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का सारण जिला का जिलाध्यक्ष पद पर मनोनीत किया गया है, लोजपा के जिलाध्यक्ष बनाये जाने पर रवि प्रताप राठौर ने कहा कि यह मेरे लिए गर्व का क्षण है कि पार्टी ने मुझ जैसे कार्यकर्ता पर भरोसा जताया, मैं इस विश्वास को सम्मान में बदलने के लिए पूरी निष्ठा और ईमानदारी से काम करूंगा. मेरा उद्देश्य संगठन को जमीनी स्तर तक मजबूत करना और कार्यकर्ताओं की भागीदारी को बढ़ाना रहेगा।” लोजपा के जिलाध्यक्ष बनाये जाने पर रोबिन सिंह ने विशेष रूप से सांसद अरुण भारती, प्रदेश अध्यक्ष राजू तिवारी, लोजपा नेता अयूब खान, रईस खान, सैफ खान आदि का धन्यवाद दिया.

बता दें कि रोबिन सिंह लंबे समय से संगठन में सक्रिय भूमिका निभाते रहे हैं और युवाओं के बीच उनकी अच्छी पकड़ मानी जाती है, उनकी साफ़ छवि और मजबूत जनसंपर्क को देखते हुए पार्टी ने उन्हें ज़िलाध्यक्ष की अहम जिम्मेदारी सौंपी है, राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि रोबिन सिंह की यह नियुक्ति आगामी राजनीतिक समीकरणों में बड़ा असर डाल सकती है, खासकर सारण में लोजपा (रामविलास) को एक नया संबल मिलने की संभावना है.

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Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानसभा में मानसून सत्र के तीसरे दिन सदन की कार्यवाही राजग विधायक भाई विरेंद्र के विवादित बयान के बाद हुए हंगामे के बाद स्थगित कर दी गई। भाई विरेंद्र के बयान को लेकर उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा सहित पूरा सत्ता पक्ष ने जमकर बवाल काटा। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद भाई विरेंद्र ने सदन के बाहर बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि वो ऐसी कोई बात नहीं बोले हैं जिसके लिए वो मांफी मांगे।

भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे

भाई विरेंद्र जब सदन से बाहर आए तो उन्होंने मीडियाकर्मियों से बातचीत की। भाई विरेंद्र ने कहा कि, उन्होंने सदन के अंदर सिर्फ इतना कहा था कि सदन किसी की बपौती नहीं है। यह भाषा असंसदीय नहीं है। वो इसके लिए मांफी नहीं मांगेंगे। भाई विरेद्र ने साफ इनकार कर दिया है कि वो सदन में मांफी नहीं मांगेंगे।

दरअसल, सदन के तीसरे दिन एसआईआर पर चर्चा हो रही थी। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव सदन में अपनी बात रख रहे थे तभी राजद विधायक भाई विरेंद्र ने विवादित टिप्पणी करते हुए कहा कि बिहार विधानसभा किसी के बाप का नहीं है। भाई विरेंद्र के इस बयान को सुनते हीं विधानसभा अध्यक्ष भड़क गए। विधानसभा अध्यक्ष ने तुरंत भाई विरेंद्र को मांफी मांगने के लिए कहा।

सदन में सत्ता पक्ष के सभी दल खड़े होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे। सभी ने मांग की कि भाई विरेंद्र मांफी मांगे जिसके बाद ही सदन की कार्यवाही सुचारु रुप से चलेगी। हालांकि भाई विरेंद्र ने मांफी नहीं मांगी। जिसके बाद सदन की कार्यवाही 2 बजे तक स्थगित कर दिया गया।

राजद विधायक भाई वीरेंद्र ने विजय सिन्हा की तरफ उंगली दिखाकर गुंडई शब्द का प्रयोग किया। इसके बाद विजय सिंन्हा ने विरोध जताया। विधानसभा अध्यक्ष ने भाई वीरेंद्र से खेद प्रकट करने के लिए कहा।

सदन से बाहर आने के बाद उपमुख्यमंत्री विजय सिन्हा ने भी विपक्ष पर जमकर हंगामा बोला। उन्होंने कहा कि सदन के अंदर अध्यक्ष के कहने पर नेता प्रतिपक्ष को मौका मिला वो लंबे समय तक बोले, मुख्यमंत्री ने प्यार से समझाया कि सदन की कार्यवाही चलने दें। लेकिन उनके विधायक खड़ा होकर कहा कि सदन किसी के बाप का नहीं है, सदन के अंदर इस तरह जंगलराज का आजरकता, ये लोग सदन के अंदर गुंडाराज स्थापित करना चाहते हैं। ये लोग भूल गया है कि यह 1990 का दशक नहीं है। जनता को भरकाने का काम कर रहे हैं। ये लोग संवैधानिक संस्थान का अपमान कर रहे हैं। विपक्ष को लोकतंत्र में विश्वास नहीं है।

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Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार में विधानसभा चुनाव के मद्देजनर तमाम राजनीतिक दलों के नेता अपनी-अपनी रणनीति बनाने और जनता को अपने पक्ष में करने में जुटे हैं।इसी कड़ी में बुधवार को जन सुराज पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक ज्ञापन देने विधानसभा पहुंचे, लेकिन उन्हें पुलिस द्वारा पहले ही रोक लिया गया। पुलिस ने जन सुराज के कार्यकर्ताओं पर लाठी चार्च भी किया, जिसमें एक कार्यकर्ता घायल हो गया। इस घटना के बाद जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने राज्य सरकार पर जमकर निशाना साधा।

प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है

राजधानी पटना में बुधवार को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोगों को मुख्यमंत्री से नहीं मिलने दिया जा रहा है। विधानसभा चुनाव में अभी तीन महीना बाकी है, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार क जीना हराम कर देंगे। इन्हें पता नहीं है कि बिहार की जनता बदलाव चाहती है।

इससे पहले अपने समर्थकों के साथ विधानसभा का घेराव करने जा रहे प्रशांत किशोर के साथ जन सुराज समर्थक बैरिकेडिंग तोड़कर आगे बढ़ने लगे, तो पुलिस ने रोकने के लिए लाठियां चलाई। इस दौरान एक समर्थक जख्मी भी हो गया।
पुलिस की कार्रवाई के बाद प्रशांत किशोर ने कहा कि हम लोग शांतिपूर्वक तरीके से जाकर मुख्यमंत्री को ज्ञापन देना चाहते हैं। पिछले 2 वर्ष में 94 लाख परिवार को दो-दो लाख रुपये देने का वादा किया था। आज तक एक भी परिवार को एक रुपया तक नहीं मिला।

सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा: प्रशांत किशोर

प्रशांत किशोर ने कहा कि ज्ञापन में एक करोड़ लोगों ने हस्ताक्षर किया है, जिसे हम सरकार को देना चाहते हैं। हमें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया जा रहा है। जब कोई प्रतिनिधि आकर नहीं मिलता है, तब तक हमलोग यहीं बैठे रहेंगे। अभी तो जंग की शुरुआत है। प्रशांत किशोर ने कहा कि सरकार को ऐसा जवाब देंगे कि पूरा बिहार देखेगा। आप देखते जाइये, नीतीश कुमार को उनके घर में नहीं घेर लिए तो दो देख लेना। ये पुलिस प्रशासन कुछ नहीं कर सकता है। एक लाख लोगों को लेकर पहुंचेंगे।

 

इस मौके पर मनीष कश्यप ने कहा कि भूमिहीन परिवारों को तीन डिसमिल जमीन मिलना चाहिए। सरकार ने हर युवाओं को 2-2 लाख रुपये रोजगार करने के लिए देंगे बोला था, लेकिन उसका लाभ अभी तक नहीं मिला। तीन से चार महीने में सरकार बदल देंगे।

उल्लेखनीय है कि प्रशांत किशोर अपने समर्थकों के साथ जनता का मुद्दा लेकर सरकार को ज्ञापन देने जा रहे थे। इस दौरान सीएम नीतीश कुमार से मिलना था, लेकिन विधानसभा का मानसून सत्र चलने के कारण नेताओं को शहर के सरदार पटेल गोलंबर पर रोक दिया गया।

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Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के मामसून सत्र के तीसरे दिन की कार्यवाही भी हंगामे के भेंट चढ़ गयी है। दोनों ही सदनों के बाहर और भीतर विपक्ष का हंगामा जारी है। बिहार विधान परिषद की कार्यवाही शुरू होने के पहले सदन के बाहर विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्ष के विधायकों ने जमकर नारेबाजी की और सरकार से मतदाता सूची पुनरीक्षण को वापस लेने की मांग की है।

विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग सरकार के कहने पर वोटर लिस्ट पुनरीक्षण करा रहा है

बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग की तरफ से कराये जा रहे विशेष मतदाता सूची पुनरीक्षण नी विपक्षी दलों का आरोप है कि चुनाव आयोग सरकार के कहने पर वोटर लिस्ट पुनरीक्षण करा रहा है। विपक्ष को आशंका है कि वोटर लिस्ट पुनरीक्षण के दौरान मतदाताओं को नाम काटे जा रहे हैं, जिससे उनके वोट बैंक पर असर पड़ सकता है।

राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी की

विपक्ष का आरोप है कि चुनाव आयोग की मिलीभगत से सरकार गरीबों का नाम वोटर लिस्ट से कटवा रही है। बिहार विधान परिषद के बाद राबड़ी देवी के नेतृत्व में विपक्षी सदस्यों ने हाथों में पोस्टर बैनर लेकर नारेबाजी की। उनका कहना था कि जबतक मतदाता सूची पुनरीक्षण को रद्द नहीं किया जाएगा उनका आंदोलन जारी रहेगा।

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New Delhi, 23 जुलाई (हि.स.)। संसद के मानसून सत्र के तीसरे दिन बुधवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष एवं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन के नेताओं ने संसद भवन परिसर में प्रदर्शन किया। इसमें समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव सहित कई प्रमुख विपक्षी नेता शामिल हुए। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी), द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (द्रमुक) और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं ने एकजुट होकर इस प्रक्रिया के खिलाफ आवाज बुलंद की।

विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है

प्रदर्शन के दौरान सभी नेता अपने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था कि एसआईआर भारतीय नागरिकों के अधिकारों को छीन रही है। इन पोस्टरों पर’इंसाफ’, ‘एसआईआर वापस लो’ और ‘लोकतंत्र बचाओ’ जैसे नारे भी लिखे थे। विपक्ष का आरोप है कि एसआईआर की प्रक्रिया पारदर्शी नहीं है और यह लोकतांत्रिक मूल्यों के खिलाफ है।

इस विरोध प्रदर्शन की जानकारी कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा, “लगातार तीसरे दिन, विपक्ष के नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में इंडिया गठबंधन बिहार में चल रही घोर अलोकतांत्रिक एसआईआर प्रक्रिया का विरोध कर रहा है। संसद को इस पर तत्काल चर्चा करानी चाहिए और इस प्रक्रिया को तुरंत रोका जाना चाहिए।”

उल्लेखनीय है कि चुनाव आयोग बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले मतदाता सूची को अपडेट करने के लिए मतदता पुनरीक्षण अभियान चला रहा है। अब तक 90.67 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने फॉर्म भर दिए हैं। इसके बाद ड्राफ्ट मतदाता सूची जारी की जाएगी और 30 सितंबर तक अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित होने की उम्मीद है।

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Patna, 23 जुलाई (हि.स.)। बिहार विधानमंडल में मानसून सत्र के तीसरे दिन विधानसभा-विधानपरिषद में विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। बिहार तीसरे दिन विधानसभा की कार्यवाही शुरू होने पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मतदाता पुनरीक्षण पर अपनी बात रखी। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने तेजस्वी यादव को जवाब दिया।

अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें तेजस्वी यादव: नीतीश कुमार

मुख्यमंत्री नीतीश ने कहा कि अपने माता-पिता का कार्यकाल देखें तेजस्वी यादव। राजधानी पटना तक में कोई शाम को नहीं निकलता था। पहले क्या बुरे हालत थे। उन्होंने कहा कि राज्य को केंद्र सरकार काफी मदद कर रही है। हमने मिलकर जहां कहीं भी कमी थी उसे पूरा कर दिया है। अब चुनाव लड़ना है, तो चुनाव लड़िए। पहले किसी ने महिला के लिए कुछ नहीं किया। हम लोगों ने 50 प्रतिशत आरक्षण दिया। हमने महिलाओं के लिए काफी कुछ किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने मुस्लिमों के लिए भी काफी कुछ काम किया है। आप (तेजस्वी) जब बीच में थे, तो कितना ज्यादा बड़ाई कर रहे थे। हम लोगों ने जितना काम किया है, उसी को लेकर चुनाव में जाएंगे। जनता जिसे जिताएगी,वह यहां (सरकार में) आएगा।

हम सबका काम करते हैं: नीतीश कुमार

नीतीश कुमार ने कहा कि हम सबका काम करते हैं। पहले का बजट क्या था सबको पता है, आज तीन लाख करोड़ से ज्यादा का बजट बिहार का है। हम लोग चारों तरफ घूम कर देखें हैं। एक-एक काम किए हैं।

नीतीश कुमार के बोलने के बाद भी सदन में जबरदस्त हंगामा जारी रहा। विपक्षी विधायक भाई वीरेंद्र के बोलने के बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि इस तरह की अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल यहां ना करें। इस दौरान वहां काफी हंगामा होता रहा। इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष ने कार्यवाही को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

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पटना, 20 जुलाई (हि.स.)। पूर्व केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सदस्य उपेंद्र कुशवाहा ने रविवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को सरकार और पार्टी दोनों का संचालन बेटे निशांत कुमार को सौंप देना चाहिए।

राज्यसभा सदस्य कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और निशांत कुमार की तस्वीर अपने फेसबुक पेज पर शेयर करते हुए निशांत को जन्मदिन की बधाई दी है। साथ ही साथ उन्होंने मुख्यमंत्री को सलाह दी कि

अब सरकार और पार्टी दोनों का संचालन स्वयं उनके लिए भी उचित नहीं है। ऐसे में पार्टी की कमान निशांत कुमार को सौंप देना चाहिए।

कुशवाहा ने फेसबुक पर लिखा,“मीडिया/सोशल मीडिया से जानकारी मिली है कि आज बड़े भाई आदरणीय नीतीश जी के सुपुत्र निशांत का जन्मदिन है। खुशी के इस अवसर पर जनता दल यूनाइटेड की नई उम्मीद निशांत को जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनाएं। ईश्वर उसे हमेशा स्वस्थ एवं प्रसन्नचित्त रखें”।

उन्होंने लिखा, “इस अवसर पर नीतीश कुमार जी से अति विनम्र आग्रह है कि समय और परिस्थिति की नजाकत को समझते हुए इस सच को स्वीकार करने की कृपा करें कि अब सरकार और पार्टी दोनों का (साथ-साथ) संचालन स्वयं उनके लिए भी उचित नहीं है“।

उन्होंने कहा, ”सरकार चलाने का उनका लंबा अनुभव है जिसका लाभ राज्य को आगे भी मिलता रहे, यह फिलहाल राज्य हित में अतिआवश्यक है। परन्तु पार्टी की जवाबदेही के हस्तांतरण (जो वक्त मेरी ही नहीं स्वयं उनकी पार्टी के हजारों कार्यकर्ताओं/नेताओं की राय में अब आ चुका है) के विषय पर समय रहते ठोस फैसला ले लें। यही उनके दल के हित में है। इसमें विलंब दल के लिए अपूर्णीय नुकसान का कारण बन सकता है। शायद ऐसा नुकसान जिसकी भरपाई कभी हो भी नहीं पाये। (नोट- मैं जो कुछ कह रहा हूं, जदयू के नेता शायद मुख्यमंत्री जी से कह नहीं पाएंगे और कुछ लोग कह भी सकते हों, तो ऐसे लोग वहां तक पहुंच ही नहीं पाते होंगे।)”

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Chhapra: भाजपा नेता शैलेन्द्र सेंगर ने सिताब दियारा से विकास संकल्प यात्रा का शुभारंभ किया। सबसे पहले उन्होंने लाला टोला ट्रस्ट पर जय प्रकाश नारायण के प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। उन्होंने दक्खिनवाड़ी चक्की और गरीबा टोला में लोगों से जनसंवाद किया।

उन्होंने कहा कि इस यात्रा का उद्देश्य छपरा के लोगों का समग्र विकास की आवाज उठाना है। एनडीए के शासन में जहां भयमुक्त वातावरण का निर्माण हुआ है वहीं गरीब कल्याण योजनाओं से समाज के अंतिम पंक्ति के लोगों के जीवन स्तर में सुधार के प्रयास हुए हैं। 125 यूनिट मुफ्त बिजली और पेंशन की राशि को कई गुणा बढ़ा देने का उन्होंने जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि छपरा में सारण सांसद राजीव प्रताप रूड़ी के प्रयास से आधारभूत संरचनाओं पर काफी काम हुआ है जिससे भविष्य में छपरा में विकास का असर दिखने लगेगा। इसके अलावा भी भाजपा का हर कार्यकर्ता अपने स्तर पर इसमें सहयोग कर रहा है।

उन्होंने इस यात्रा के महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि समाज के हर तबके के विकास में वर्षों से वे भी प्रयासरत हैं और इसके लिए वे लगातार काम कर रहे हैं। विकास का मतलब सिर्फ सड़क और बिजली नहीं बल्कि मानव जीवन के सभी मूलभूत चीजों की चिंता करना भी विकास का एक आयाम है।

उन्होंने सारण खेल महोत्सव का जिक्र करते हुए कहा कि आज छपरा में बड़े पैमाने पर स्मैक और ऑनलाइन जुए का प्रचलन बढ़ गया है। इस समस्या से निपटने के लिए बच्चों को खेलकूद और शैक्षिक गतिविधियों की ओर मोड़ना होगा। अभी रूड़ी भी क्रिकेट का एक बहुत बड़ा आयोजन कर रहे हैं जिससे इन गतिविधियों को और बढ़ावा मिलेगा। इन सब चीजों को सफल बनाने के लिए समाज के हर तबके को साथ आना होगा जिससे हमें सफलता मिल सके।

उन्होंने वहां उपस्थित युवा वर्ग से अपील की कि आप लोगों के सहयोग के बिना कुछ नहीं हो सकता इसलिए इनमें आपको बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना होगा।

इस अवसर पर मुखिया मनोकामना सिंह, मुखिया अजित सिंह, भोला सिंह, अखिलेश सिंह, राकेश सिंह , कुंदन सोनी, आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।

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Chhapra: NDA सरकार के द्वारा राज्य में चलायी जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं की प्रगति और उनके प्रभाव को लेकर स्नेही भवन में छपरा विधायक डॉ. सी. एन. गुप्ता ने एक प्रेस वार्ता को सम्बोधित किया।

एनडीए सरकारें मिलकर बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं: डॉ. सी. एन. गुप्ता

विधायक डॉ. गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना, हर घर नल योजना, पेंशन योजना और 125 यूनिट फ्री बिजली योजना जैसे कदमों ने आमजन के जीवन स्तर में सुधार किया है। उन्होंने कहा कि केंद्र और राज्य की एनडीए सरकारें मिलकर बिहार को आत्मनिर्भर और विकसित बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। “हमारी सरकार का उद्देश्य सिर्फ घोषणाएं नहीं, बल्कि ज़मीन पर काम करके परिणाम देना है,” क्षेत्रीय विकास कार्यों का ज़िक्र करते हुए उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण, पीने के पानी की योजनाएं और चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार प्रमुखता से हुआ है।

प्रेस वार्ता में भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष अशोक कुमार सिंह, रमेश प्रसाद, रामदयाल शर्मा, महामंत्री विवेक सिंह, 20 सूत्री अध्यक्ष धर्मेन्द्र सिंह चौहान, जिला प्रवक्ता मदन सिंह, राजेश फैशन, जिला सह कोसाध्यक्ष बलवंत सिंह, मंडल अध्यक्ष रिंकू सिंह, चन्दन सोनी, संस्कार कुमार, अनूप यादव, लोजपा जिला उपाध्यक्ष प्रदीप कुमार, वरिष्ठ कार्यकर्त्ता राकेश सिंह,अनुरंजन कुमार उपस्थित थे।

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पूर्वी चंपारण,18 जुलाई(हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी शुक्रवार को मोतिहारी पहुंचे। हैलीपैड से वे खुली गाड़ी से लोगों का अभिवादन करते हुए मंच तक पहुंचे। खुली गाड़ी में उनके साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी व विजय कुमार सिन्हा भी मौजूद रहे।

इस दौरान उनकी गाड़ी पर फूलों की बारिश होती रही। लोग भारत माता की जय की नारे लगाते रहे। उल्लेखनीय है,कि पीएम मोदी ने मोतिहारी के इस भव्य कार्यक्रम के दौरान बिहार को 7,196 करोड़ की परियोजनाओं की शुरुआत की। जिसमे सड़क एवं परिवहन राजमार्ग मंत्रालय की 1,173 करोड़, इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की 63 करोड़, रेलवे की 5,398 करोड़ की परियोजनाएं शामिल है।

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इसके साथ ही प्रधानमंत्री ने पीएम आवास योजना के 40 हजार लाभार्थियों को 162 करोड़ ट्रांसफर किये। साथ साथ करीब 12 हजार लाभार्थियों का वर्चुअल तरीके गृह प्रवेश कराया गया। उन्होने पूर्वी चंपारण के लिए 700 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने 4 अमृत भारत ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। जिसमे राजेन्द्र नगर टर्मिनल (पटना से नई दिल्ली),दरभंगा से लखनऊ (गोमती नगर),बापूधाम (मोतिहारी से दिल्ली) (आनंद विहार टर्मिनल) मालदा टाउन से लखनऊ (गोमती नगर) शामिल है।

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