इच्छा आधा जीवन और उदासीनता आधी मौतः वह लेखक जो अपनी सूक्तियों के लिए दुनिया भर में जाना गया। हम बात कर रहे हैं खलील जिब्रान की जिनकी सूक्तियां पूरी दुनिया में विचारों के रूप में सुगंध बिखेर रही है- उत्कंठा ज्ञान की शुरुआत है। लेबनानी-अमेरिकी कवि, लेखक और आर्टिस्टREAD MORE CLICK HERE

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जब कल्याण ने कहा, रामलला के लिए अगले कई जन्म जेल में रहने को तैयार हूंः 6 दिसंबर 1992 को ढलती हुई सर्द शाम तक अयोध्या में विवादित ढांचे का आखिरी हिस्सा भी ध्वस्त हो जाने की प्रामाणिक खबरें लखनऊ और दिल्ली तक पहुंच चुकी थीं। तनाव चरम पर था।READ MORE CLICK HERE

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युगाब्ध-5123, विक्रम संवत 2078, राष्ट्रीय शक संवत-1943 सूर्योदय 06.56, सूर्यास्त 05.32, ऋतु – शीत पौष शुक्ल पक्ष तृतीया, बुधवार, 05 जनवरी 2022 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज काREAD MORE CLICK HERE

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‘रामायण’ से अमर हुए रामानन्दः यह नाम ही कुछ खास है, पर रामानन्द नाम तो औरों के भी हैं। हम रामानन्द सागर की बात कर रहे हैं, जिनका जन्म 29 दिसंबर,1917 को अविभाजित भारत के लाहौर में हुआ था। पता नहीं क्या फर्क पड़ता, यदि उनका मूल नाम चंद्रमौलि चोपड़ाREAD MORE CLICK HERE

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युगाब्ध-5123, विक्रम संवत 2078, राष्ट्रीय शक संवत-1943 सूर्योदय 06.50, सूर्यास्त 05.26, ऋतु – शीत पौष कृष्ण पक्ष अष्टमी, सोमवार, 27 दिसम्बर 2021 का दिन आपके लिए कैसा रहेगा। आज आपके जीवन में क्या-क्या परिवर्तन हो सकता है, आज आपके सितारे क्या कहते हैं, यह जानने के लिए पढ़ें आज काREAD MORE CLICK HERE

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मतदान की आयु घटकर 18 सालः भारतीय मतदान प्रक्रिया में सुधारवादी कदम के लिहाज से 21 दिसम्बर महत्वपूर्ण तिथि है। साल 1988 में आज के दिन ही संसद ने 62वें संविधान संशोधन के जरिये मतदान की उम्र 21 वर्ष से घटाकर 18 साल करने संबंधी विधेयक को मंजूरी दी। जनताREAD MORE CLICK HERE

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अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस: विविधता में एकता की ताकत और जरूरत के प्रति विश्व भर में लोगों को जागरूक करने के लिए संयुक्त राष्ट्र की तरफ से 20 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय मानव एकता दिवस घोषित किया गया। यह वैश्विक स्तर पर विश्व बंधुत्व, भाईचारा व शांति के संदेश के साथREAD MORE CLICK HERE

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यह तिथि भी पवित्र हो गईः इतिहास में ऐसा कुछ खास होता है, जिसके कारण किसी दिन अथवा तारीख को भी विशेष तौर पर याद किया जाता है। ऐसी ही तिथि 19 दिसंबर 1927 की है। उस दिन भारत मां के तीन लाडले फांसी पर चढ़ा दिए गए। विदेशी सरकारREAD MORE CLICK HERE

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खेतों में उगी थी हथियारों की फसलः पश्चिम बंगाल के पुरुलिया से जन्मी एक पहेली आजतक अनसुलझी है, जिसे पुरुलिया आर्म्स ड्रॉप केस के नाम से जाना जाता है। घटना के समय इसे लेकर विवादों का तूफान उठ खड़ा हुआ था। सरकार भी घटना से सकते में थी। इस सनसनीखेजREAD MORE CLICK HERE

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जिस दिन फांसी, उस सुबह भी व्यायामः महान युवा क्रांतिकारी राजेंद्र नाथ लाहिड़ी को काकोरी कांड में संलिप्तता का दोषी करार देते हुए ब्रितानी हुकूमत ने निर्धारित तारीख से भी दो दिन पहले 17 दिसम्बर 1927 को गोंडा के जिला कारागार में फांसी दे दी। बंगाल (अब बांग्लादेश) के पबनाREAD MORE CLICK HERE

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…जब टूट गया पाकिस्तानः 16 दिसम्बर 1971 वही तारीख है जब पाकिस्तान को भारत के हाथों न केवल शर्मनाक शिकस्त का सामना करना पड़ा बल्कि पूर्वी पाकिस्तान आजाद होकर बांग्लादेश के रूप में नया राष्ट्र बना। भारतीय सैनिकों के पराक्रम और रणनीतिक कौशल ने दुनिया के एक बड़े हिस्से काREAD MORE CLICK HERE

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• माताएँ बनी जागरूक, 6 माह तक केवल स्तनपान में जिले का आंकड़ा सराहनीय • माँ का पहला दूध शिशुओं के लिए जीवनदायिनी • छह माह तक सिर्फ स्तनपान शिशुओं का मौलिक अधिकार छपरा: बच्चों के सर्वांगीण मानसिक एवं शारीरिक विकास में स्तनपान की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है। जन्म केREAD MORE CLICK HERE

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