वाराणसी, 15 नवंबर (हि.स.)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में देव दीपावली पर्व पर शुक्रवार शाम उत्तर वाहिनी सदानीरा के किनारे देवलोक सरीखा नजारा दिखेगा। आदिकेशव घाट से रविदासघाट तक गंगा के दोनों किनारों पर 20 लाख से अधिक दिए एक साथ जलेंगे तो लोगों को गंगा किनारे ज्योतिगंगा बहने का एहसास होगा। इस क्षण का साक्षी देश के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय पेट्रोलियम एवं प्राकृतिक गैस मंत्री हरदीप सिं पुरी भी होंगे।

नमोघाट का उद्घाटन कर उपराष्ट्रपति धनखड़ मुख्यमंत्री योगी ​के साथ विशिष्ट क्रूज पर सवार होकर गंगा के मध्य धारा से देव दीपावली का विहंगम नजारा देखेंगे। क्रूज से ही विशिष्ट अतिथि चेतसिंह घाट पर लेजर शो और गंगा उस पार ग्रीन आतिशबाजी भी देखेंगे। इस दौरान गंगा में और आसपास सुरक्षा की अभेद्य किलेबंदी की गई है। क्रूज के आसपास जल पुलिस और एंबुलेंस तैनात रहेगी। वीवीआईपी लोगों की मौजूदगी को देख गंगा में भी सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। नमो घाट से सामने घाट तक गंगा नदी को नौ सेक्टर में बांटा गया है। सुबह से ही 68 मोटरबोट पर 444 जवान गंगा में गश्त कर रहे हैं। इसके अलावा गंगा में 11 एनडीआरएफ की एक वॉटर एंबुलेंस, 20 मोटरबोट में प्राथमिक उपचार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है।

पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने ड्यूटी पर तैनात पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने को कहा है। महापर्व पर गंगा में मछली पकड़ने और चप्पू वाली नावें भी नहीं चलेंगी। नाव और क्रूज के रूट तय किए गए हैं। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर गंगा के बीचों बीच फ्लोटिंग डिवाइडर लगाया गया है। देव दीपावली पर गंगा तट पर अपराह्न बाद से लोग पहुंचने लगेंगे। गंगा के पथरीले अर्धचन्द्राकार अस्सी से राजघाट तक फैले घाटों, भवनों को भी आर्कषक विद्युत झालरों से सजाया गया है। प्राचीन दशाश्वमेध, राजेन्द्र प्रसाद घाट, पंचगंगा, राजघाट, नमोघाट, चे​तसिंह घाट, ललिताघाट, अस्सी घाट पर सर्वाधिक भीड़ रहने की संभावना है।

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नई दिल्ली, 14 नवंबर (हि.स.)। अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरण रिजिजू ने कृष्ण मेनन रोड स्थित अपने निवास स्थान पर ‘वक्फ बिल 2024: रिस्पेक्ट टू इस्लाम एंड गिफ्ट फॉर मुस्लिम्स’ नामक किताब का विमोचन किया। किताब में वक्फ प्रणाली की चुनौतियों को स्पष्ट रूप से दिखाया गया है और वक्फ बिल 2024 में किए गए सुधारों की वकालत की गई है।

पुस्तक में ‘उम्मीद एक्ट’ (यूनाइटेड बफ एक्ट फॉर मैनेजमेंट एंपावरमेंट एफिशिएंसी एंड डेवलपमेंट) की प्रशंसा की गई है। इस एक्ट के जरिए वक्फ संपत्तियों का कुशल प्रबंधन, डिजिटल रिकॉर्ड-कीपिंग और तीसरे पक्ष से ऑडिट की प्रक्रिया का प्रस्ताव रखा गया है। यह बदलाव वक्फ बोर्डों में पारदर्शिता लाने, वक्फ संपत्तियों का अधिकतम उपयोग करने और समाज के सबसे कमजोर वर्गों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से किए गए हैं।

किताब के लेखकों में डॉ. शाहिद अख्तर, डॉ. शालिनी अली, शिराज़ कुरैशी (वकील) और शाहिद सैयद शामिल हैं।

किरण रिजिजू ने इस किताब के विमोचन के दौरान इसे वक्फ सुधार के लिए एक मील का पत्थर करार दिया और कहा कि इस किताब में न केवल वक्फ सुधारों की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं बल्कि यह समाज में न्याय, समानता और समग्र विकास की भावना को भी बढ़ावा देती है।

उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह की नीतियों की सराहना करते हुए कहा कि वक्फ संपत्तियों का उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए किया जाएगा, जो मुस्लिम समुदाय को सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

किताब में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि वक्फ न केवल एक धार्मिक न्यास है बल्कि यह एक राष्ट्रीय संपत्ति के रूप में काम कर सकता है, जो समावेशी और न्यायपूर्ण विकास को बढ़ावा दे सकता है। रिजिजू ने यह भी कहा कि इस किताब से वक्फ को लेकर जागरूकता बढ़ेगी और वक्फ प्रणाली में सुधार के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।

किरण रिजिजू ने पुस्तक लेखन की प्रेरणा बने मुस्लिम राष्ट्रीय मंच के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि यह मंच मुस्लिम समुदाय के बीच जागरूकता फैला रहा है, जो समाज में एकता और समरसता को बढ़ावा देने के लिए अत्यंत आवश्यक है।

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नई दिल्ली, 13 नवंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बुधवार को बिहार के दरभंगा में लगभग 12,100 करोड़ रुपये की लागत के विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इनमें दरभंगा एम्स सहित स्वास्थ्य, सड़क, रेल एवं ऊर्जा क्षेत्र की 25 परियोजनाएं शामिल हैं।

प्रधानमंत्री ने दरभंगा में आयोजित जनसभा में कहा कि हमारी सरकार हमेशा देश के लोगों के विकास के लिए खड़ी है। हमने एक ही कार्यक्रम में 12,100 करोड़ रुपये के विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया है। उन्होंने कहा कि बिहार में खूब विकास हो रहा है। एनडीए सरकार लोगों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।

पड़ोसी राज्य झारखंड में आज विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण के मतदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि झारखंड के लोग ‘विकसित झारखंड’ के सपने को पूरा करने के लिए वोट डाल रहे हैं। उन्होंने झारखंड के सभी मतदाताओं से आग्रह किया कि ज्यादा से ज्यादा संख्या में मतदान में हिस्सा लें।

प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में प्रतिष्ठित लोक गायिका स्वर्गीय शारदा सिन्हा को भी याद किया। उन्होंने कहा कि महापर्व छठ की महिमा को जिस तरह शारदा सिन्हा ने अपने गीतों से पूरी दुनिया में पहुंचाया वह अद्भुत है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार, देश में स्वास्थ्य को लेकर होलिस्टिक अप्रोच के साथ काम कर रही है। पहला फोकस, बीमारी से बचाव पर है। दूसरा फोकस, बीमारी की सही तरीके से जांच पर है। तीसरा फोकस है लोगों को मुफ्त और सस्ता इलाज मिले, उन्हें सस्ती दवाएं मिलें। चौथा फोकस है छोटे शहरों में भी इलाज की बेहतरीन सुविधाएं पहुंचाना, देश में डॉक्टरों की कमी को दूर करना। पांचवां फोकस है स्वास्थ्य सेवाओं में टेक्नॉलजी का विस्तार करना।

उन्होंने कहा कि दरभंगा एम्स के निर्माण से बिहार के स्वास्थ्य क्षेत्र में बहुत बड़ा परिवर्तन आएगा। इससे मिथिला, कोसी और तिरहुत क्षेत्र के अलावा पश्चिम बंगाल और आसपास के कई क्षेत्रों के लोगों को सुविधा होगी। नेपाल से आने वाले मरीज भी इस एम्स में इलाज करा सकेंगे। एम्स से यहां रोजगार और स्वरोजगार के अनेक अवसर बनेंगे।

उन्होंने कहा कि ‘आयुष्मान भारत योजना’ से देश में करीब चार करोड़ लोगों का इलाज हो चुका है। अगर आयुष्मान भारत योजना न होती तो इनमें से ज्यादातर लोग अस्पताल में भर्ती ही नहीं हो पाते। प्रधानमंत्री ने कहा कि आयुष्मान योजना से करोड़ों परिवारों को करीब सवा लाख करोड़ रुपये की बचत हुई है।

देश में एम्स की संख्या नहीं बढ़ाने को लेकर कांग्रेस पर निशाना साधा और कहा कि आजादी के 60 सालों तक देश में एक ही एम्स था। ऐसे में किसी भी बीमारी से पीड़ित हर व्यक्ति को एम्स, दिल्ली जाना पड़ता था। हमारी सरकार ने देश के कई हिस्सों में नए एम्स अस्पताल स्थापित किए। आज देश में 24 एम्स अस्पताल हैं। हमारी सरकार ने तय किया कि कोई भी व्यक्ति अपनी मातृभाषा में चिकित्सा की शिक्षा प्राप्त कर सकता है और डॉक्टर बन सकता है। एक तरह से ये काम कर्पूरी ठाकुर को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पिछले 10 साल में हमने मेडिकल की एक लाख नई सीटें जोड़ी हैं और अगले पांच वर्षों में देश में 75 हजार नई मेडिकल सीटें जोड़ेंगे। हमारी सरकार ने एक और बड़ा फैसला लिया है, जिसका बिहार के युवाओं को भी लाभ होगा। हम जल्द ही हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में मेडिकल की शिक्षा का विकल्प प्रदान करेंगे। उन्होंने कहा कि मुजफ्फरनगर में स्थापित किए जा रहे कैंसर अस्पताल से मरीजों को लाभ होगा, क्योंकि उन्हें राज्य में ही बेहतर इलाज मिलेगा और उन्हें राज्य से बाहर नहीं जाना पड़ेगा। बिहार को एक बड़ा नेत्र अस्पताल भी मिलेगा।

बिहार को देश की विरासत का एक बड़ा केंद्र बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि इस विरासत को बचाए रखना हमारी जिम्मेदारी है। इसी के तहत एनडीए सरकार ‘विकास भी और विरासत भी’ के मंत्र के साथ काम कर रही है। आज नालंदा विश्वविद्यालय अपने पुराने गौरव को पाने की राह पर है।

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-80 टन से अधिक प्लास्टिक समेत मशीनरी खाक, फायर का मेजर कॉल

वलसाड, 10 नवंबर (हि.स.)। वलसाड की उमरगाम जीआईडीसी की थर्ड फेज स्थित क्लियर प्लास्ट कंपनी में शनिवार देर रात भीषण आग लग गई। हालांकि घटना में वहां काम कर रहे दो कर्मचारी सुरक्षित निकल गए। कंपनी में रखा गया 80 टन से अधिक प्लास्टिक समेत मशीनरी खाक हो गई है। फायर ब्रिगेड ने इसे मेजर कॉल घोषित करते हुए 8 टीमों की मदद से घंटों की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।

वलसााड की प्लास्टिक बैग बनाने की कंपनी में आग लगने के बाद वहां तैनात सिक्युरिटी गार्ड और अन्य 2 कर्मचारियों ने अलर्ट जारी करते हुए फायर एक्सटिग्यूसर की सहायता से आग पर काबू पाने का प्रयास किया। कंपनी में प्लास्टिक के समान होने से आग तेजी से फैलते हुए तुरंत बेकाबू हो गई। फायर ब्रिगेड को जानकारी मिलते ही 8 टीम मौके पर पहुंच गई और टीम सदस्यों ने फायर फाइटिंग शुरू किया। आग के विकराल रूप को देखते हुए कंपनी के कर्मचारी सुरक्षित रूप वे बाहर आ गए।

कंपनी के संचालक राजूभाई ने बताया कि शनिवार नाइट शिफ्ट में 2 कर्मचारी काम कर रहे थे। कंपनी के पास आर्डर कम होने से कम कर्मचारियों को नाइट शिफ्ट में रखा गया था। गेट पर एक सिक्युरिटी गार्ड ड्यूटी दे रहा था। राजभाई ने बताया कि बगल की कंपनी में वेल्डिंग का काम चल रहा था। कंपनी की ओर से बगल की कंपनी को बार-बार चेताया गया था कि उनकी कंपनी में प्लास्टिक का बड़ा जत्था रखा गया है, इसलिए वे सावधानी के साथ काम करें। उन्होंने आशंका जताई कि संभवत: वेल्डिंग की चिंगारी से आग लगी होगी। फिलहाल घटनास्थल पर एफएसएल की टीम आग लगने के कारणों का पता करने में जुटी है।

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श्रीनगर, 10 नवंबर (हि.स.)। श्रीनगर के जबरवान के जंगलों में आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच रविवार सुबह मुठभेड़ शुरू हो गई है। इलाके में कम से कम तीन आतंकवादियों की मौजूदगी की जानकारी है।

पुलिस के एक शीर्ष पुलिस अधिकारी ने बताया कि देर रात सुरक्षबलों की संयुक्त टीम ने इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी की विशेष सूचना पर घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किया।

सुबह सुरक्षाबलों का आतंकवादियों के साथ सामना हुआ। दाचीगाम और निशात इलाके के ऊपरी इलाकों को जोड़ने वाले वन क्षेत्र में सुबह करीब 9 बजे गोलीबारी शुरू हुई। उन्होंने बताया कि दो से तीन विदेशी आतंकवादी क्षेत्र में मौजूद हैं और भारी गोलीबारी चल रही है।

 

Srinagar: Encounter between security forces and terrorists in the forests of Jabarwan.
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– बस में सवार यात्री छठ पूजन के लिए जा रहे बिहार जाने के लिए निकले थे
– बस में सवार थे तीन दर्जन से अधिक लोग, मौके से भागे बस चालक-परिचालक

हाथरस, 04 नवंबर (हि. स.)। छठ महापर्व के चलते बिहार जाने के लिए नोएडा से आगरा के रेलवे स्टेशन पर जा रहे लोगों से भरी स्लीपर कोच की डबल डेकर बस में रविवार की रात हाथरस जिले से गुजरते हुए यमुना एक्सप्रेसवे पर आग का गोला बन गई।

निजी बस के इंजन से धुआं उठते ही चालक ने ब्रेक लगा दिए। आग फैलने से पहले ही सभी यात्री सामान लेकर बाहर निकल गए और जन बच गई। यमुना एक्सप्रेसवे पर बस में लगी आग का यह नजारा देख हर कोई दंग रह गया। उठतीं लपटें दूर तक दिख रही थीं।

दमकल आने से पहले ही पूरी बस जल गई। करीब एक घंटा बाद आग पर काबू पाया जा सका। नंबर प्लेट से लेकर सीट आदि कुछ नहीं बचा। मौके से चालक-परिचालक भाग गए। बस किस ट्रैवल्स की है यह जानने के प्रयास में पुलिस जुटी हुई है। आग लगने का कारण शार्ट सर्किट बताया जा रहा है।

एक टूरिस्ट डबल डेकर बस में तीन दर्जन से ज्यादा यात्री सवार थे और यह सभी लोग बिहार जाने के लिए निकले थे। जो नोएडा में रहकर अलग-अलग कंपनियों में काम करते हैं। इनके कुछ साथी आगरा में भी रहते हैं।

इसके चलते सभी ने आगरा फोर्ट से ट्रेन से एक साथ बिहार जाने की योजना बनाई थी। इसी के अनुसार ट्रेन में सीट आरक्षित कराई गई थी। रविवार दोपहर नोएडा से टूरिस्ट बस आगरा जाने के लिए करीब 40 लोग नोएडा से लेकर रवाना हुई।

रात करीब 8:00 बजे वोल्वो स्लीपर कोच बस यमुना एक्सप्रेस वे पर माइलस्टोन 143 सादाबाद क्षेत्र के गांव मिढ़ावली के निकट पहुंची, तभी इंजन से धुआं उठने लगा। अन्य वाहन चालकों ने इसकी जानकारी बस चालक को दी। तब तक धुआं बस के अंदर नजर आने लगा। यह देख यात्री घबरा गए। बस में चीख पुकार मच गई।

चालक ने तत्काल बस रोक दी। सभी यात्री आनन फानन अपना सामान लेकर बस से उतर गये। तभी आग की लपटें तेजी से उठने लगी। यह नजारा देख आसपास तमाम वाहन रुक गए।

लोग वाहनों को रोक कर यह नजारा देखने लगे। इस सूचना पर यमुना एक्सप्रेसवे वे की पेट्रोलिंग टीम, कोतवाली पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई। कुछ देर में ही फायर ब्रिगेड की गाड़ी घटनास्थल पर पहुंची। तब तक बस आग का गोला बन चुकी थी।

कुछ देर बाद मथुरा से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ी आग पर नियंत्रण पाने के लिए पहुंची, लेकिन तब तक पूरी बस जलकर खाक हो चुकी थी। बाद में हाथरस से भी फायर ब्रिगेड की गाड़ियां हाईवे पर पहुंच गई। आग पर नियंत्रण पाने के बाद पुलिस ने यमुना एक्सप्रेस पर अन्य वाहनों की कतारों को आगरा रवाना किया। बस में बच्चे, महिलाएं भी सवार थी।

सीओ हिमांशु माथुर ने बताया कि बस में शॉर्ट सर्किट से आग लगी थी। चालक और परिचालक बस छोड़कर मौके से फरार हो गए। यात्री अपने सामान के साथ सुरक्षित बाहर निकल गए थे। किसी को कोई चोट नहीं आई है। यात्रियों का कोई नुकसान नहीं हुआ है। अधिकतर लोग बिहार के रहने वाले हैं, जो नोएडा से आगरा आ रहे थे। बस किस ट्रेवल्स की है, इसकी जानकारी की जा रही है।

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नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। छठ पर उत्तर प्रदेश और बिहार की ओर जाने वाले यात्रियों के लिए उत्तर रेलवे 2 नवंबर को 71 विशेष रेलगाड़ियां का संचालन करेगा। इनमें से 41 विशेष रेलगाड़ियां दिल्ली के प्रमुख स्टेशनों से बनकर चलेंगी।

उत्तर रेलवे ने शुक्रवार को कहा कि त्योहारों के अवसर पर भारतीय रेलवे द्वारा 7,296 विशेष गाड़ियां चलाई जा रही हैं, जबकि पिछले साल 4,500 विशेष गाड़ियां चलाई गई थीं। भारतीय रेल ने छठ पर्व के दौरान यात्रियों की सुविधा के लिए फेस्टिवल स्पेशल ट्रेनें चलाने का फैसला किया है।

दिल्ली के प्रमुख स्टेशनों से बनकर चलने वाली 41 विशेष रेलागड़ियों में से सबसे अधिक 14 ट्रेन नई दिल्ली से चलेंगी। इसके बाद आनंद विहार से 12, दिल्ली जंक्शन से 8, हजरत निजामुद्दीन से 6 और दिल्ली छावनी से 1 ट्रेन शामिल है।

नई दिल्ली से चलने वाली 14 रेलगाड़ियाें में प्रमुख हैं- रेलगाड़ी संख्या 04070 नई दिल्ली से 00.20 बजे रवाना होगी और राजगीर 21 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04054 नई दिल्ली से 14.20 बजे रवाना होगी और बरौनी जंक्शन 11 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 02248 नई दिल्ली से 0825 बजे रवाना होगी और पटना जंक्शन पर 20.30 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04036 नई दिल्ली से 12 बजे रवाना होगी और भागलपुर जंक्शन पर 10 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 02564 नई दिल्ली से 17.55 बजे रवाना होगी और बरौनी जंक्शन पर 15.10 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 02570 नई दिल्ली से 12.15 बजे रवाना होगी और दरभंगा जंक्शन 10 बजे पहुंचेगी।

आनंद विहार से चलने वाली 12 रेलगाड़ियां में प्रमुख हैं- रेलगाड़ी संख्या 04032 आनन्द विहार टर्मिनल से 5.15 बजे रवाना होगी और सहरसा जंक्शन पर 10.30 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04044 आनन्द विहार टर्मिनल से 23.15 बजे रवाना होगी और गोरखपुर जंक्शन 14 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 03576 आनन्द विहार टर्मिनल से 10.15 बजे रवाना होगी और आसनसोल जंक्शन 10.20 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 05220 आनन्द विहार टर्मिनल से 8 बजे रवाना होगी और मुज़फ़्फ़रपुर जंक्शन पर 00.45 बजे पहुंचेगी।

रेलगाड़ी संख्या 04080 दिल्ली जंक्शन से 19.30 बजे रवाना होकर वाराणसी जंक्शन 9.45 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 02418 दिल्ली जंक्शन से 09.30 बजे रवाना होगी और प्रयागराज जंक्शन 19.45 बजे पहुंचेगी। रेलगाड़ी संख्या 04034 दिल्ली जंक्शन से 23.45 बजे रवाना होकर जयनगर 23 बजे पहुंचेगी।

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नई दिल्ली, 01 नवंबर (हि.स.)। राजधानी दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में अगले हफ्ते से फिजाओं में ठंडक घुलने लगेगी। मौसम विभाग के अनुसार तीन नवंबर के बाद से तापमान में 2 से 3 डिग्री तक गिरावट दर्ज हो सकती है।

शुक्रवार को मौसम विभाग की वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने मीडिया को बताया कि दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत और पूर्वोत्तर भारत के कुछ क्षेत्र में अगले दो से तीन दिन तक मौसम में बदलाव की संभावना नहीं है। लेकिन इसके बाद तेजी से तापमान में गिरावट का अनुमान है।

सोमा सेन रॉय के मुताबिक उत्तर भारत में शुक्रवार को अधिकतम तापमान सामान्य से 3 डिग्री अधिक रहा। अगले दो से तीन दिन तक मौसम में बदलाव होने की संभावना नहीं है। हवा की गति 15 से 20 किलोमीटर प्रति घंटे चलेगी। तीन नवंबर के बाद से तापमान में गिरावट आएगी। उत्तर और पूर्वी भारत में 2-3 डिग्री तापमान में गिरावट आने की संभावना है। मौसम विभाग सफदरजंग मानक वेधशाला के ताजा अनुमानों के अनुसार 7 नवंबर तक न्यूनतम तापमान 16 और अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेलि. तक गिरने की संभावना है। नवंबर 15 नवंबर के बाद तापमान में तेजी से गिरावट आएगी, जिसके चलते मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक हवा की गति बरकरार रहने से राजधानी में प्रदूषण का स्तर पटाखों के जलाने के बाद वायु गुणवत्ता सूचकांक 360 दर्ज किया गया। प्रतिबंध के बावजूद दीपावली में राजधानी में खूब पटाखे जलाए गए लेकिन हवा की गति 10 -15 किलोमीटर प्रतिघंटे रहने के कारण हवा में घुले प्रदूषण के कण एक जगह जमा नहीं हुए।

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लद्दाख, 31 अक्टूबर (हि.स.)। भारत और चीन के सैनिकों ने गुरुवार को वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान कर एक दूसरे को दीपावली की बधाई दी। एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक बिंदुओं पर यह आदान-प्रदान हुआ।

सैन्य सूत्रों ने बताया कि दीपावली के अवसर पर भारत और चीन के सैनिकों ने एलएसी पर कई सीमा बिंदुओं पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया। यह पारंपरिक प्रथा पूर्वी लद्दाख में डेमचोक और देपसांग इलाके में दो टकराव बिंदुओं पर दोनों देशों द्वारा सैनिकों की वापसी पूरी करने के एक दिन बाद मनाई गई। इससे चीन और भारत के संबंधों में नई गर्माहट आई। इस दौरान भारतीय और चीनी सैनिकों ने दीपावली पर चुशुल-मोल्दो सीमा बिंदु पर मिठाइयों का आदान-प्रदान किया।

चीनी सैनिकों ने अपना पारंपरिक चीनी मास्क का मोमेंटो और साथ में मिठाई भारतीय सैनिकों के साथ अदान-प्रदान किया। एलएसी पर पांच सीमा कार्मिक बैठक बिंदुओं पर यह आदान-प्रदान हुआ। सेना के एक सूत्र ने एक दिन पहले कहा था कि दोनों देशों की सेना ने दो टकराव बिंदुओं पर विघटन पूरा कर लिया है और जल्द ही इन बिंदुओं पर गश्त शुरू हो जाएगी।

विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने 21 अक्टूबर को कहा था कि पिछले कई हफ्तों से चल रही बातचीत के बाद भारत और चीन के बीच एक समझौते को अंतिम रूप दिया गया है। इससे 2020 में उठे मुद्दों का समाधान निकलेगा। पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर सैनिकों की गश्त और विघटन पर समझौते को पुख्ता किया गया, जो चार साल से अधिक समय से चल रहे गतिरोध को समाप्त करने की दिशा में एक बड़ी सफलता है।

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नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुरुवार को परंपरा के तहत दीपावली के अवसर गुजरात में सीमा पर तैनात सैनिकों के बीच पहुंचे और उनका मनोबल बढ़ाया। उन्होंने सैनिकों को मिठाई खिलाई और संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आज देश दुश्मन की बातों पर नहीं, सेना के संकल्पों पर भरोसा करता है और देश की नीतियाें का आधार भी सेना का संकल्प होता है।

प्रधानमंत्री आज गुजरात के कच्छ से लगी सीमा पर पहुंचे और सीमा सुरक्षा बलों के जवानों के साथ दीपावली की शुभकामनायें साझा की और उन्हें मिठाई खिलाई। ज्ञातव्य है कि हर वर्ष दीपावली के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सीमा क्षेत्र में तैनात जवानों से मिलते हैं।

इस अवसर पर जवानों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, “आज देश की सरकार सीमा के एक इंच से भी समझौता नहीं करती है। आज जब हमें ये जिम्मेदारी मिली है तो हमारी नीतियां हमारी सेनाओं के संकल्पों के हिसाब से बनती हैं। हम दुश्मन की बातों पर नहीं, हमारी सेनाओं के संकल्पों पर भरोसा करते हैं।”

सेना के तीनों अंगों में बेहतर तालमेल को बढ़ावा देने के प्रयासों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि उनकी सरकार ने चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) का पद सृजित किया है। हमारी सरकार ने अब थल सेना, नौसेना और वायुसेना के बीच बेहतर तालमेल के लिए इंटीग्रेटेड थिएटर कमांड तैयार कर लिया है।

बॉर्डर टूरिज्म की संभावनाओं का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ एक और पहलू जुड़ा हुआ है, जिसकी अधिक चर्चा नहीं होती। इसमें कच्छ के पास अपार संभावनाएं हैं। इतनी समृद्ध विरासत, आकर्षण और आस्था के हमारे अद्भुत केंद्र प्रकृति की अद्भुत देन हैं। गुजरात में कच्छ और खंभात की खाड़ी के मैंग्रोव फॉरेस्ट बहुत महत्वपूर्ण हैं।

रक्षा निर्माण के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को वर्तमान में मिल रही प्राथमिकता का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि आज भारत में अपनी सबमरीन बनाई जा रही हैं। आज हमारा तेजस फाइटर प्लेन वायु सेना की ताकत बन रहा है। पहले भारत की पहचान हथियार मंगाने वाले देश की थी। आज भारत दुनिया के कितने ही देशों को डिफेंस उपकरण निर्यात कर रहा है।

दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वे मां भारती की सेवा में तैनात देश के हर जवान को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं देते हैं। इन शुभकामनाओं में जवानों के प्रति 140 करोड़ देशवासियों का कृतज्ञ भाव और उनका आभार भी शामिल है।

उन्होंने कहा कि गुजरात के समुद्री तटों पर समुद्री जीवों व वनस्पतियों का पूरा इकोसिस्टम है। सरकार ने भी मैंग्रोव के जंगलों के विस्तार के लिए कई कदम उठाए हैं। हमारा राष्ट्र जीवंत चेतना है, जिसे हम मां भारती के रूप में पूजते हैं। हमारे जवानों के तप और त्याग के कारण ही आज देश सुरक्षित है, देशवासी सुरक्षित हैं। सुरक्षित राष्ट्र ही प्रगति कर सकता है। इसलिए आज जब हम विकसित भारत के लक्ष्य की ओर इतनी तेजी से बढ़ रहे हैं तो इसमें आप सब इस स्वप्न के रक्षक हैं।

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 नई दिल्ली, 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज राष्ट्रीय एकता दिवस पर कहा कि ‘एक देश, एक संविधान’ का संकल्प पूरा करने के बाद अब उनकी सरकार देश में ‘एक देश, एक चुनाव’ और ‘एक देश, एक समान नागरिक संहिता’ को लागू करने की दिशा में काम कर रही है। गुजरात के केवड़िया में राष्ट्रीय एकता दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री र मोदी ने आज सुबह भाग लिया। इस वर्ष के राष्ट्रीय एकता दिवस आयोजन की बैकग्राउंड थीम छत्रपति शिवाजी महाराज का रायगढ़ किला है।

प्रधानमंत्री ने संबोधन में अपनी सरकार के एकता की दिशा में किए गए प्रयासों का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने आज बहुत से विषयों को पूरे राष्ट्र में एक समान लागू किया है। इसमें स्वास्थ्य सुविधा, पहचान पत्र, राशन, बिजली ग्रीड जैसे विषय शामिल है। आज पूरे देश में एक संविधान समान रूप से लागू है। जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री ने अनुच्छेद-370 हटने के बाद इस बार पहली बार पद भार ग्रहण करते समय संविधान की शपथ ली है।

प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में देश से नक्सलवाद का खात्मा, पूर्वोत्तर में अलगाववादियों को मुख्य धारा में शामिल करना और आतंक को करारा जवाब देने जैसे विषय भी शामिल रहे। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने एकता दिवस पर एकता शपथ दिलाई और एकता दिवस परेड का अवलोकन किया। इस परेड में नौ राज्यों और एक केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस, चार केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल, एनसीसी और एक मार्चिंग बैंड की 16 मार्चिंग टुकड़ियां शामिल हुई। विशेष आकर्षणों में एनएसजी की हेल मार्च टुकड़ी, बीएसएफ और सीआरपीएफ के महिला और पुरुष बाइकर द्वारा साहसी प्रदर्शन, बीएसएफ द्वारा भारतीय मार्शल आर्ट के संयोजन पर एक शो, स्कूली बच्चों द्वारा पाइप बैंड शो, भारतीय वायु सेना द्वारा ‘सूर्य किरण’ फ्लाईपास्ट आदि शामिल रहा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि विकास और विश्वास की एकता ही ‘एक भारत, श्रेष्ठ भारत’ के निर्माण की को गति देती है। हमारी हर योजना, नीति और नीयत में एकता प्राण शक्ति है। इसे देखकर सरदार साहब की भी आत्मा जहां होगी हमें अवश्य आशीर्वाद दे रही होगी। प्रधानमंत्री ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को भी उद्धृत किया। उन्होंने कहा कि वह कहते थे कि विविधता में एक होकर रहने की हमारी क्षमता की लगातार परीक्षा होती रहेगी जिसे हमें हर परिस्थिति में पास करना आवश्यक है। उन्हें खुशी है कि पिछले 10 साल में उनकी सरकार ने विविधता में एकता को बढ़ावा दिया है।

उन्होंने कहा कि बीते 10 वर्ष का कालखंड भारत की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियां भरा रहा है। आज सरकार के हर काम हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखाई देती है। उन्होंने कहा कि आज सरदार पटेल की 150वीं जयंती वर्ष की शुरुआत हो गई है। अगले दो सालों में देश उनकी उपलब्धियां को उत्सव मनाएगा। इस कालखंड में सरकार की हर पहल और मिशन के माध्यम से राष्ट्रीय एकता की दिशा में किए गए प्रयासों और उपलब्धियां को सम्मान की दिया जाएगा। प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर छत्रपति शिवाजी महाराज को भी याद किया। उन्होंने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज हमारी प्रेरणा हैं। उन्होंने आक्रांताओं को खदेड़ने के लिए सबको एक किया।

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केवड़िया (गुजरात), 31 अक्टूबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज यहां लौह पुरुष और देश के प्रथम गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती पर आयोजित समारोह में महत्वपूर्ण बात कही। उन्होंने कहा कि हम एक देश, एक चुनाव (वन नेशन, वन इलेक्शन) पर काम कर रहे हैं। यह भारत के लोकतंत्र को मजबूती देगा। देश विकसित भारत के सपने को साकार करेगा। इससे नई गति मिलेगी। राष्ट्र और समृद्ध होगा।

उन्होंने कहा कि पिछले एक दशक का कालखंड देश की एकता और अखंडता के लिए अभूतपूर्व उपलब्धियों से भरा रहा है। आज सरकार के हर काम, हर मिशन में राष्ट्रीय एकता की प्रतिबद्धता दिखती है। आज से सरदार पटेल की 150वीं जयंती का वर्ष शुरू हो रहा है। आने वाले दो वर्ष तक देश सरदार पटेल की 150वीं जयंती का उत्सव मनाएगा। यह भारत के प्रति उनके असाधारण योगदान के प्रति देशवासियों की कार्यांजलि होगी।

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर सभी देशवासियों को राष्ट्रीय एकता दिवस की बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस बार का राष्ट्रीय एकता दिवस अद्भुत संयोग लेकर आया है। एक तरफ आज हम एकता का उत्सव मना रहे हैं, वहीं दूसरी ओर दीपावली का भी पावन पर्व है। दीपावली दीपों के माध्यम से पूरे देश को जोड़ती है। अब तो दीपावली का पर्व भारत को दुनिया से भी जोड़ रहा है। अनेक देशों में इसे राष्ट्रीय उत्सव की तरह मनाया जा रहा है।

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