नई दिल्ली: ‘मेक इन इंडिया वीक’ की शुरुआत करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मुंबई के एमएमआरडीए मैदान में ‘मेक इन इंडिया’ केंद्र का उद्घाटन किया. इस मौके पर मोदी के साथ स्वीडन के प्रधानमंत्री जेल स्टीफन लॉफेन और फिनलैंड के प्रधानमंत्री जूहा पेट्री सिपिला भी मौजूद थे. सितंबर 2014 में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की वैश्विक शुरुआत के बाद नवाचार, रचना और स्थिरता के विषय पर आधारित मेक इन इंडिया केंद्र देश के सबसे नवीन और उत्कृष्ट उत्पादों का प्रदर्शन और निर्माण करेगा. ‘मेक इन इंडिया’ पहल की वैश्विक शुरुआत सितम्बर 2014 में हुई थी.

उद्घाटन के तुरंत बाद मोदी ने अलग-अलग पवेलियनों में जाकर लॉफेन और सिपिला के साथ मिलकर भारत के कौशल और विभिन्न क्षेत्रों ऑटोमोबाइल, रक्षा और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विशिष्ट नवाचार, रचनाओं के उत्कृष्ट नमूने देखे. ‘मेक इन इंडिया’ केंद्र के उद्घाटन के बाद मोदी एनएससीआई मैदान में मेक इन इंडिया वीक की औपचारिक शुरुआत करेंगे. मेक इन इंडिया’ के माध्यम से भारत को ‘प्रिफर्ड मैन्यूफैक्चिरिंग डेस्टिेनेशन’ के रूप में पेश किया जाएगा. इस मेक इन इंडिया वीक में विभिन्न संघ और राज्य के मंत्री, मुख्यमंत्री, वरिष्ठ सरकारी अधिकारी, भारत और विदेशों के शीर्ष उद्योगपति और कई सरकारी तथा व्यापार प्रतिनिधिमंडल के लोग हिस्सा लेंगे.

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नई दिल्ली: आम जनता के लिए राष्ट्रपति भवन स्थित विश्व प्रसिद्ध मुगल गार्डन आज  खोल दिया जाएगा. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज वाषिर्क ‘उद्यानोत्सव’ का उद्घाटन किया जिसके बाद हरेक साल मुगल गार्डन को आम जनता के लिए खोल दिया जाता है.

राष्ट्रपति भवन की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में बताया गया है कि 12 फरवरी से 19 मार्च के बीच सुबह के साढ़े नौ बजे से शाम के चार बजे तक मुगल गार्डन आम जनता के लिए खुला रहेगा. लेकिन सोमवार को रखरखाव के लिहाज से इसे बंद रखा जाएगा. आम जनता आध्यात्मिक गार्डन, हर्बल गार्डन, बोनसाई गार्डन और म्यूजिकल गार्डन भी घूम सकते हैं.

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नयी दिल्ली: सियाचिन में बर्फीले तूफ़ान के चपेट में आकर 35 फुट बर्फ के नीचे फंसे रहने का बाद बचाव दल द्वारा जिन्दा निकाले गए लांसनायक हनुमनथप्पा नहीं रहे. गुरुवार सुबह 11:45 बजे उन्होंने दिल्ली के सेना के आरआर अस्पताल में आखिरी सांस ली. 

लांस नायक #Hanamanthappa नहीं रहे….सेना के अस्पताल में भर्ती थे. सियाचिन हादसे में 6 दिनों तक दबे रहने के बाद उन्हें जिन्दा बाहर निकाला गया था. भारत माँ के इस वीर सपूत को हमारी श्रद्धांजलि….

Posted by Chhapra Today on Wednesday, February 10, 2016

इससे पहले खबर मिली थी कि उनकी हालत और बिगड़ गई है और वह गहरे कोमा में चले गए हैं. हनुमंतप्पा के शरीर के कई अंग काम नहीं कर रहे थे, उनके दोनों फेफड़ों में निमोनिया के लक्षण पाए गए थे, तथा उनके दिमाग तक ऑक्सीजन नहीं पहुंच रहा थी. उनकी हालत बेहद गंभीर बताई गई थी.

हनुमंतथप्पा का सफ़र
33 साल के हनुमंतप्पा अक्टूबर 2002 में सेना से जुड़े. वे मद्रास रेजिमेंट की 19वीं बटालियन में रहे. अब तक की 13 साल की नौकरी में उन्होंने 10 साल बेहद चुनौती भरे इलाक़ों में गुजारी. 2003 से 2006 तक जम्मू-कश्मीर के माहोर में आतंकवाद विरोधी अभियानों में शामिल रहे. 2008 से 2010 के बीच फिर जम्मू-कश्मीर में 54, राष्ट्रीय राइफ़ल्स, मद्रास के साथ 2010 से 2012 के बीच पूर्वोत्तर में एनडीएफ़बी और उल्फ़ा से लड़े. अगस्त 2015 से सियाचिन में दिसंबर 2015 में 19,600 फुट ऊंची चौकी पर तैनाती हुई थी.

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नयी दिल्ली: अबू धाबी के शहजादे शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान तीन दिवसीय दौरे पर बुधवार को यहाँ पहुंचे. हवाई अड्डे पर खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रोटोकाल तोड़कर उनकी अगवानी की.

नाहयान के इस दौरे पर दोनों देश उर्जा, अर्थव्यवस्था और सुरक्षा सहित कई क्षेत्रों में संबंधों को विस्तार देने के उपायों पर चर्चा करेंगे तथा तेल, परमाणु उर्जा, आईटी, अंतरिक्ष, रेलवे और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे क्षेत्रों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए कई समझौतों पर हस्ताक्षर कर सकते हैं. 

दोनों नेताओं के पालम टेक्निकल एयरपोर्ट पर हाथ मिलाने की तस्वीरों को पोस्ट करते हुए प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘खास दोस्त के लिए खास स्वागत. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान की खुद अगवानी की है.’

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