नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज राज्यसभा रामनाथ कोविंद में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव के दौरान संबोधित कर रहे हैं और इस दौरान कांग्रेस पर उन्होंने जोरदार हमला बोला है. इससे पहले पीएम मोदी ने दिन में लोकसभा में कांग्रेस पर अपने भाषण में निशाना साधा था. पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस को इमरजेंसी वाला भारत चाहिए, हमें गांधीजी का भारत चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को खत्म करने की बात तो गांधीजी ने कही थी, यह नारा उन्हीं का है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि गुलाम नबी से लेकर आनंद शर्मा तक ने पुरानी सरकारों के बारे में सदन में चर्चा की है, दरअसल बाहर कोई इन्हें सुनता नहीं तो यहां ये कहते हैं.

उन्होंने आयुष्मान भारत की चर्चा करते हुए कहा कि आपने इस पर सवाल उठाया है, लेकिन अमेरिका व ब्रिटेन में अगर कोई चीज सफल नहीं होता है तो उसका यह मायने नहीं है कि यहां विफल हो या फिर वहां सफल हुई है तो यह भी सफल हो. उन्होंने कहा कि हम आयुष्मान भारत लेकर आये हैं हो सकता है इसमें कुछ कमियां हों.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आयुष्मान भारत पर विपक्षी दलों व लोगों से सुझाव मांगा. उन्होंने कहा कि आप भारतीय जनता पार्टी की जमकर आलोचना जम कर करें, यह आपका अधिकार है. लेकिन, आप भाजपा की बुराई करते-करते भारत की बुराई करने लगते हैं. मोदी पर हमला बोलते-बोलते हिंदुस्तान पर हमला बोल देते हैं. उन्होंने कहा कि इज ऑफ डूइंग में हमारे देश का रैंक सुधरा तो इससे विपक्ष को क्यों पीड़ा होनी चाहिए.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हम गांधी के कदमों पर चलने वाले हैं. हमें भी उनके सपनों का भारत चाहिए. उन्होंने आजादी के बाद कांग्रेस को खत्म करने की बात कही थी. कांग्रेस मुक्त का नारा उनका था, वह हमारा नारा नहीं है.

उन्होंने कहा कि आपको कौन-सा भारत चाहिए, इमरजेंसी वाला, हजारों लोगों को जेल में डाल देने वाला, आपको वह भारत चाहिए जिसमें एक बड़ा पेड़ गिरने के बाद हजारों सिखों का कत्ल हो जाये. आपको न्यू इंडिया नहीं चाहिए. आपको वह भारत चाहिए जब तंदूर कांड होता हो आैर रसूखदार लोगों के आगे प्रशासन घुटने टेक दे. आपको वह भारत चाहिए कि हजारों लोगों की मौत के गुनाहगार को विमान पर बाहर भेज दें.

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बेंगलुरु: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज बेंगलुरु में भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) की एक रैली को संबोधित किया. इस मौके पर उन्होंने अपने संबोधन की शुरुआत कन्नड़ भाषा में नमस्कार करके किया. उन्होंने जैसे ही कन्नड़ भाषा में नमस्कार कहा, रैली में आए लोगों की भीड़ ने मोदी-मोदी के नारे लगाने शुरू कर दिए. पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश देख रहा है कि अब कर्नाटक की हवा बदल रही है. कर्नाटक मे कांग्रेस एक्जिट गेट पर खड़ी है. इस बार हम कांग्रेस को यहां से बाहर करके रहेंगे. उन्होंने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों का उत्साह दिखाता है कि कांग्रेस की उल्टी गिनती शुरू हो गई है. कर्नाटक को अब कांग्रेस संस्कृति की आवश्यकता नहीं है. पीएम ने कहा कि बीजेपी की सरकार कर्नाटक में विकास की गति को गति देंगी.

पीएम नरेंद्र मोदी ने अपनी सरकार की उपलब्धियों को गिनाते हुए कहा कि कुछ लोग देश हित की बजाए अपने दल के हित को प्राथमिकता देते हैं. पिछले साढ़े तीन साल में केंद्र से मिलने वाली राशि का लाभ भी कांग्रेस ने लोगों तक नहीं पहुंचाया. उन्होंने कहा कि कर्नाटक में, 1.85 करोड़ मुफ्त एलपीजी कनेक्शन दिए गए हैं. स्वच्छ भारत अभियान के अंतर्गत 34 लाख शौचालय बनाए गए हैं. कर्नाटक में एक करोड़ 16 लाख लोगों का बैंक खाता खुला है. इस राज्य के एक करोड़ लोगों को बीमा योजना को लाभ मिलेगा.

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Chhapra: केन्द्रीय बजट का स्वागत करते हुए भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष शैलेन्द्र सेंगर ने कहा कि यह बजट गरीब और किसान के हित में है. इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी. विपक्ष द्वारा लगातार न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे में दुष्प्रचार किया जा रहा था, इसका सरकार ने जोरदार जवाब दिया है.

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किसानों के लागत से डेढ़ गुना मूल्य देकर पहली बार किसी सरकार ने किसान हित का कार्य किया है. पहले कुछ ही फसलों को न्यूनतम समर्थन मूल्य के आधार पर खरीदा जाता था. जबकि अब अधिकतर उत्पादों को इसमें शामिल कर लिया गया है. किसानों के उत्पादों को बाजार मिले इसके लिए सरकार ने 2 हजार करोड़ लागत से 22 हजार ग्रामीण कृषि हाट को बनाने का लक्ष्य रखा है.

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उन्होंने कहा कि उद्योगों के भांति कृषि को भी कलस्टर मॉडल के आधार पर विकसित किया जाएगा. कुछ उत्पादों को जो जल्द खराब हो जाते हैं और उनका उचित मूल्य किसानों को नहीं मिल पाता उसके लिए सरकार ने 500 करोड़ के लागत से ऑपरेशन ग्रीन को लागू करने का फैसला किया है. इसी तरह मछली पालन और पशुपालन के लिए भी अब किसान क्रेडिट कार्ड की सुविध दी गयी है. बांस के उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए सरकार ने 1290 करोड़ की लागत से राष्ट्रीय बम्बू मिशन की स्थापना की है. सरकार अब नाबार्ड के साथ मिलकर माइक्रो सिचाई एवं डेयरी के विकास को पूरा करेगी. मछली उत्पादन के बढ़ावा के लिए सरकार ने 10 हजार करोड़ का आवंटन किया है.

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उन्होंने बताया कि कृषि क्षेत्रा में संस्थागत कर्ज को बढ़ा कर इसे 11 लाख करोड़ कर दिया गया है. जिससे अब छोटे किसानों को भी बैंको से कर्ज लेना आसान हो जायेगा. देश में अभी भी 80 प्रतिशत लोग गाँव में रहते हैं. सरकार ने 14 लाख करोड़ ग्रामीण संरचना के विकास के लिए आवंटित किया है. इससे भी गरीब किसानों एवं मजदूरों को ही लाभ होगा. 2022 तक हर गरीब को घर देने का लक्ष्य सरकार ने रखा है जिससे गाँव में रहने वाले गरीब किसान एवं मजदूर लाभान्वित होंगे. सरकार ने 2022 तक किसानों के आय को दूगुना करने का लक्ष्य रखा है इसके तहत युवाओं को अपना रोजगार शुरू करने के लिए 3 लाख करोड़ का फंड बनाया गया है. जिसके तहत कृषि पर से अतिरिक्त भार कम होगा और गाँव के युवा भी अपना रोजगार शुरू कर पायेंगे. इसके तहत किसान उत्पाद कम्पनियों को टैक्स में 100 प्रतिशत की छूट दी गयी है.

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इस बजट की सबसे बड़ी बात शिक्षा और स्वास्थ्य पर सरकार का ज्यादा जोर देना है. गाँव का गरीब और किसान की कमाई का सबसे ज्यादा हिस्सा शिक्षा और स्वास्थ्य पर खर्च होता है. सरकार ने सरकारी विद्यालयों की शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने का फैसला लिया है इससे गाँव का गरीब को लाभ होगा. इसी तरह सरकार ने 50 करोड़ लोगों को स्वास्थ्य बीमा की सुविध देने का .फैसला किया है जिसमें एक परिवार को एक साल में 5 लाख का मेडिकल खर्च दिया जायेगा. इससे गाँव में रहने वाला किसान सबसे ज्यादा लाभान्वित होगा क्योंकि इस देश के अध्कितर लोग गाँव में ही निवास करते हैं.

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नई दिल्ली: भारतीय रेल के आधुनिकीकरण और विस्तारीकरण योजनाओं के लिए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 1,48,528 करोड़ रुपये का प्रावधान किया है. उन्होंने कहा कि रेलवे का जोर सुरक्षा, रख-रखाव और रेलवे ट्रैक पर होगा. इतना ही नहीं, कोहरा जैसी समस्या से निबटने के लिए तकनीक और सुरक्षा उपकरणों पर खर्च बढ़ाया जायेगा. इस राशि का इस्तेमाल रेलवे नेटवर्क और रेलवे की परिवहन क्षमता बढ़ाने के लिए किया जायेगा.

वित्त मंत्री ने कहा है कि कुल पूंजी में से एक बड़ा हिस्सा रेलवे की क्षमता विस्तार पर खर्च के लिए सुरक्षित रहेगा. वित्त मंत्री ने कहा कि ऐसे सभी रेलवे स्टेशन, जहां 25,000 से अधिक लोग हर दिन आवागमन करते हैं, वहां स्वचालित सीढ़ियां लगायी जायेंगी. सभी रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में वाई-फाई सेवा शुरू की जायेगी और सीसीटीवी लगाये जायेंगे.

वित्त मंत्री ने अपने बजट भाषण में का कि 600 बड़े रेलवे स्टेशनों को फिर से विकसित किया जायेगा. मुंबई ट्रांसपोर्ट सिस्टम का विस्तार किया जा रहा है. बेंगलुरु में 160 किलोमीटर का उपगनरीय रेलवे नेटवर्क स्थापित करने की योजना है.

अरुण जेटली ने कहा कि सितंबर, 2017 में भारत की पहली बुलेट ट्रेन सेवा की आधारशिला रखी गयी थी. गुजरात के बड़ोदरा में एक संस्थान की स्थापना की जा रही है, जिसमें हाई स्पीड रेलवे प्रोजेक्ट के अनुरूप लोग ट्रेंड किये जायेंगे. उन्होंने कहा कि 12,000 वैगन, 5160 कोच और 700 लोकोमोटिव्स खरीदे जायेंगे. वित्त मंत्री ने कहा कि रेलवे ने कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां हासिल की हैं.

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New Delhi: वित्त मंत्री अरुण जेटली ने लोकसभा में 2018-19 का आम बजट पेश किया. जीएसटी लागू होने के बाद ये पहला बजट है. 2019 लोकसभा चुनाव से पहले ये मोदी सरकार का आखिरी पूर्ण बजट है. अरुण जेटली ने हिंदी में बजट पेश करते हुए कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनी है. सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार मामलों में कमी आई है. पिछले 4 साल में सरकार ने कई मुश्किलों का सामना किया, 4 साल पहले गरीबी दूर करने के वादे के साथ सरकार में आए थे. हमारी सरकार ने GST को आसान बनाया है. सरकार करोड़ों लोगों को मुफ्त गैस कनेक्शन दे रही है. अब 2-3 दिन में ही पासपोर्ट घर पर पहुंच जाता है. 4 साल में टैक्स देने वालों की संख्या में बढ़ोतरी हुई है. इनकम टैक्स स्लैब में किसी तरह का बदलाव नहीं

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नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे उत्तर भारत में बुधवार दोपहर भूकंप के झटके महसूस किये गये. दिल्ली के अलावा, जम्मू-कश्‍मीर, उत्तर प्रदेश के कई शहरों में ये झटके दोपहर करीब 12:40 पर महसूस किये गये. भूकंप के ये झटके लोगों को काफी देर तक महसूस हुए जिसके कारण वे खुल स्थान की ओर भागे.

यूएस जियॉलजिकल डिपार्टमेंट के अनुसार रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 6.1 थी और इसका केंद्र अफगानिस्तान के हिंदूकुश क्षेत्र जमीन से करीब 186 किलोमीटर नीचे था. फिलहाल उत्तर भारत से किसी भी प्रकार के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है.

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नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी ने रविवार को अपना साल का पहला मन की बात कार्यक्रम किया. आकाशवाणी पर उन्होंने इसमें नारी सशक्तिकरण पर जोर देते हुए महिलाओं की शक्ति की जमकर तारीफ की. पीएम मोदी ने कहा, “मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार। यह साल की पहली मन की बात है। दो दिन पहले हमने गणतंत्र दिवस को बेहद उत्साह के साथ मनाया। पहली बार हमारे साथ इस कार्यक्रम में 10 देशों के मुखिया भी उपस्थित रहे।” पीएम ने आगे कहा, आज हम बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की बात करते हैं, लेकिन सदिया पहले हमारे शास्त्रों में स्कंद पुराण में कहा गया है- दशपुत्र, समाकन्या, दशपुत्रान प्रवर्धयन्। यत् फलं लभर्तेर्म्य, तत् लभ्यं कन्यकैकया।। यानी एक बेटी दस बेटों के बराबर है। दस बेटों से जितना पुण्य मिलेगा एक बेटी से उतना ही पुण्य मिलेगा। बकौल मोदी, “हर क्षेत्र में हमारी नारी शक्तियों ने समाज की रुढ़िवादिता को तोड़े हुए असाधारण उपलब्धियां हासिल की हैं और नए कीर्तिमान स्थापित किए हैं।”

मोदी ने इसके बाद प्रकाश त्रिपाठी की चिट्ठी का जिक्र किया, जिसमें भारत की पहली महिला अंतरिक्षयात्री कल्पना चावला की पुण्यतिथि (एक फरवरी) के बारे में कहा गया था। पीएम ने कहा कि चावला ने बहुत सारे लोगों को प्रेरणा दी है।

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नई दिल्ली: विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट सेवाओं और उल्लेखनीय कार्यों के लिए दिए जाने वाले पद्म पुरस्कारों का ऐलान कर दिया गया है. बता दें कि पद्म विभूषण, पद्म भूषण और पद्मश्री की घोषणा हर साल गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर की जाती है. इस बार पुरस्कारों के लिए 15,700 लोगों ने आवेदन किया है और इस बार सरकार का जोर गुमनाम नायकों को पुरस्कृत करने पर है.

पद्मश्री पुरस्कार

अरविंद गुप्ता-साहित्य और शिक्षा (महाराष्ट्र)

भज्जू श्याम-कला(पेंटिंग) मध्यप्रदेश

लक्ष्मी कुट्टी-औषधि(सर्प दंश) केरल

सुशांशु बिस्वास-समाज सेवा(पश्चिम बंगाल)

एमआर राजगोपाल-औषधि(केरल)

मुरलीकांत पेटेकर-खेल, महाराष्ट्र

सुलागट्टी नरसम्मा-औषधि (कर्नाटक)

विजय लक्ष्मी नवनीतिकृष्णन-साहित्य और शिक्षा-महाराष्ट्र

सुभासिनी मिस्त्री-समाज सेवा, पश्चिम बंगाल

राजगोपालन वासुदेवन-विज्ञान एवं इंजीनियरिंग, तमिलनाडु

बता दें कि पिछले साल 89 लोगों को पद्म पुरस्कार दिए गए थे. आजादी के बाद से पिछले साल तक कुल 4417 हस्तियों को देश के प्रतिष्ठित अवॉर्ड दिए जा चुके हैं. कला, साहित्य, शिक्षा, खेल, चिकित्सा, सामाजिक कार्य, विज्ञान एवं अभियांत्रिकी, लोक मामलों, सिविल सेवाओं, व्यापार और उद्योग के क्षेत्र में ये पुरस्कार दिए जाते हैं.

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नई दिल्ली: 69वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्र को संबोधित किया. राष्ट्र के नाम संदेश में सबसे पहले उन्‍होंने देश वासियों को गणतंत्र दिवस की बधाई दी, साथ ही देश में योगदान देने वालों को नमन किया. राष्ट्रपति ने कहा कि देश के 69वें गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आप सभी को बहुत-बहुत बधाई! यह राष्ट्र के प्रति सम्मान की भावना के साथ, हमारी सम्प्रभुता का उत्सव मनाने का भी अवसर है. उन्होंने कहा ‘यह उन लाखों स्वतंत्रता सेनानियों के महान प्रयासों और बलिदान को, आभार के साथ याद करने का दिन है जिन्होंने अपना खून-पसीना एक करके, हमें आज़ादी दिलाई, और हमारे गणतंत्र का निर्माण किया. आज का दिन हमारे लोकतान्त्रिक मूल्यों को नमन करने का भी दिन है.’

उन्होंने कहा कि देश के लोगों से ही लोकतंत्र बनता है. हमारे नागरिक, केवल गणतंत्र के निर्माता और संरक्षक ही नहीं हैं, बल्कि वे ही इसके आधार स्तम्भ हैं. हमारा हर नागरिक, हमारे लोकतन्त्र को शक्ति देता है. हर एक सैनिक, जो हमारे देश की रक्षा करता है. हर-एक किसान, जो हमारे देशवासियों का पेट भरता है. हर-एक पुलिस और अर्ध-सैनिक बल, जो हमारे देश को सुरक्षित रखता है. हर-एक मां, जो देशवासियों का पालन-पोषण करती है. हर-एक डॉक्टर, जो देशवासियों का उपचार करता है. हर-एक नर्स, जो देशवासियों की सेवा करती है; हर-एक स्वच्छता कर्मचारी, जो हमारे देश को स्वच्छ रखता है. हर-एक अध्यापक, जो हमारे देश को शिक्षित बनाता है; हर-एक वैज्ञानिक, जो हमारे देश के लिए इनोवेशन करता है. हर-एक इंजीनियर, जो हमारे देश को एक नया स्वरुप देता है.

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे वरिष्ठ नागरिक, जो गर्व के साथ यह देखते हैं कि वे अपने लोकतंत्र को कितना आगे ले आये हैं. हर-एक युवा, जिसमे हमारे देश की ऊर्जा, आशाएं, और भविष्य समाए हुए हैं और हर-एक प्यारा बच्चा, जो हमारे देश के लिए नए सपने देख रहा है. संविधान का निर्माण करने, उसे लागू करने और भारत के गणराज्य की स्थापना करने के साथ ही, हमने वास्तव में ‘सभी नागरिकों के बीच बराबरी’ का आदर्श स्थापित किया, चाहे हम किसी भी धर्म, क्षेत्र या समुदाय के क्यों न हो .

उन्होंने कहा कि समता या बराबरी के इस आदर्श ने, आज़ादी के साथ प्राप्त हुए स्वतंत्रता के आदर्श को पूर्णता प्रदान की. एक तीसरा आदर्श हमारे लोकतंत्र के निर्माण के सामूहिक प्रयासों को और हमारे सपनों के भारत को सार्थक बनाता है. यह है, बंधुता या भाईचारे का आदर्श. हमें आजादी एक कठिन संघर्ष के बाद मिली थी. इस संग्राम में, लाखों लोगों ने हिस्सा लिया. उन स्वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए अपना सब कुछ न्यौछावर कर दिया. महात्मा गाँधी के नेतृत्व में, ये महान सेनानी, मात्र राजनैतिक स्वतंत्रता प्राप्त करके संतुष्ट हो सकते थे. लेकिन उन्होंने पल भर भी आराम नहीं किया। बल्कि दुगने उत्साह के साथ संविधान बनाने के महत्त्वपूर्ण कार्य में पूरी निष्ठा के साथ जुट गए. उनकी नजर में हमारा संविधान, हमारे नए राष्ट्र के लिए केवल एक बुनियादी कानून ही नहीं था, बल्कि सामाजिक बदलाव का एक दस्तावेज था.

राष्ट्रपति ने कहा कि हमारे संविधान निर्माता बहुत दूरदर्शी थे. वे ‘कानून का शासन’ और ‘कानून द्वारा शासन’ के महत्त्व और गरिमा को भली-भांति समझते थे. वे हमारे राष्ट्रीय जीवन के एक अहम दौर के प्रतिनिधि थे. हम सौभाग्यशाली हैं कि उस दौर ने हमें गणतंत्र के रूप में अनमोल विरासत दी है. जिस शुरुआती दौर में, हमारे संविधान का स्वरुप तय किया गया, उस दौर से मिली हुई सीख हमारे लिए आज भी प्रासंगिक है. हम जो भी कार्य करें, जहां भी करें, और हमारे जो भी लक्ष्य हों. उस दौर की सीख, हर क्षेत्र में हमारे लिए उपयोगी है.

उन्होंने कहा कि राष्ट्र निर्माण करोड़ों छोटे-बड़े अभियानों को जोड़कर बना, एक सम्पूर्ण अभियान है. नागरिकों के चरित्र का निर्माण करना, परिवारों द्वारा अच्छे संस्कारों की नींव डालना, और समाज से अंध-विश्वास तथा असमानता को मिटाना, ये सभी राष्ट्र-निर्माण की दिशा में योगदान हैं. जहां बेटियों को, बेटों की ही तरह, शिक्षा, स्वास्थ्य और आगे बढ़ने की सुविधाएं दी जाती हैं, ऐसे समान अवसरों वाले परिवार और समाज ही एक खुशहाल राष्ट्र का निर्माण करते हैं. महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सरकार कानून लागू कर सकती है और नीतियां भी बना सकती है, लेकिन ऐसे कानून और नीतियां तभी कारगर होंगे जब परिवार और समाज हमारी बेटियों की आवाज़ को सुनेंगे. हमें परिवर्तन की इस पुकार को सुनना ही होगा .

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि आत्म-विश्वास से भरे हुए और आगे की सोच रखने वाले युवा ही एक आत्म-विश्वास-पूर्ण और प्रगतिशील राष्ट्र का निर्माण करते हैं. हमारे 60 प्रतिशत से अधिक देशवासी 35 वर्ष से कम उम्र के हैं. इन पर ही हमारी उम्मीदों का दारोमदार है. हमने साक्षरता को काफी बढ़ाया है; अब हमें शिक्षा के दायरे और बढ़ाने होंगे. शिक्षा-प्रणाली को ऊंचा उठाना, और उसके दायरे को बढ़ाना तथा 21वीं सदी की डिजिटल अर्थव्यवस्था, जीनोमिक्स, रोबोटिक्स और ऑटोमेशन की चुनौतियों के लिए समर्थ बनाना हमारा उद्देश्य होना चाहिए.

उन्होंने कहा कि इनोवेटिव बच्चे ही एक इनोवेटिव राष्ट्र का निर्माण करते हैं. इस लक्ष्य को पाने के लिए हमें एक जुनून के साथ, जुट जाना चाहिए. हमारी शिक्षा-प्रणाली में, रटकर याद करने और सुनाने के बजाय, बच्चों को सोचने और तरह-तरह के प्रयोग करने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए. हमने खाद्यान्न उत्पादन में काफी बढ़ोतरी की है, लेकिन अभी भी कुपोषण को दूर करने और प्रत्येक बच्चे की थाली में जरुरी पोषक तत्व उपलब्ध कराने की चुनौती बनी हुई है. यह हमारे बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास के लिए, और देश के भविष्य के लिए, बहुत ही महत्वपूर्ण है.

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि मुहल्ले-गांव और शहर के स्तर पर सजग रहने वाले नागरिकों से ही एक सजग राष्ट्र का निर्माण होता है. हम अपने पड़ोसी के निजी मामलों और अधिकारों का सम्मान करते हैं। त्योहार मनाते हुए, विरोध प्रदर्शन करते हुए या किसी और अवसर पर, हम अपने पड़ोसी की सुविधा का ध्यान रखें. किसी दूसरे नागरिक की गरिमा और निजी भावना का उपहास किए बिना, किसी के नजरिये से या इतिहास की किसी घटना के बारे में भी हम असहमत हो सकते हैं. ऐसे उदारतापूर्ण व्यवहार को ही भाईचारा कहते हैं. नि:स्वार्थ भावना वाले नागरिकों और समाज से ही, एक नि:स्वार्थ भावना वाले राष्ट्र का निर्माण होता है. स्वयंसेवी समूह बेसहारा लोगों और बच्चों, और यहां तक कि बेघर पशुओं की भी, देखभाल करते हैं. समुद्री तटों जैसे सार्वजनिक स्थानों और नदियों को साफ रखते हैं.

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मुम्बई: एनडीए की सबसे पुरानी साझेदार रही शिवसेना ने 2019 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई एक अहम बैठक में यह फैसला लिया गया. हालांकि पार्टी केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर चल रही गठबंधन सरकार का फिलहाल हिस्सा बनी रहेगी.

शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में वरिष्ठ संजय राउत ने एनडीए से नाता तोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. संजय राउत ने इस प्रस्ताव में कहा, ‘बीजेपी से गठबंधन बनाए रखने के लिए हमेशा समझौता किया गया, लेकिन बीजेपी ने शिवसेना को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. शिवसेना अब गरिमा के साथ चल सकेगी.’

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नई दिल्ली: देश की पहली महिला रक्षामंत्री निर्मला सीतारमण ने सुखोई से उड़ान भरी. जोधपुर के एयरफोर्स बेस से उन्होंने ये उड़ान भरी. वह आधा घन्टे से कुछ अधिक देर तक आकाश में रहीं. सुखोई-30 MKI एक अत्याधुनिक फाइटर जेट है जो परमाणु हमले में भी सक्षम है.

भारत के पास जितने भी फाइटर प्लेन हैं ये उनमें ये सर्वश्रेष्ठ है. इसमें हवा में ही इंधन भरा जा सकता है और ये करीब 2600 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से उड़ान भर सकता है. भारत के पास फिलहाल 32 लड़ाकू स्क्वैड्रन हैं जबकि इसकी अधिकृत क्षमता 42 से 44 स्क्वैड्रन की है. दो स्क्वैड्रन हाल ही में रिटायर हुई हैं.

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New Delhi: विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि उनकी एनकाउंटर की साजिश रची गई. तोगड़िया सोमवार को एक पार्क में बेहोश मिले थे और उसके बाद उन्‍हें अस्‍पताल में भर्ती कराया गया था.

तोगड़िया ने मीडिया के सामने कहा कि कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का हरदम प्रयास किया जाता रहा है. उन्होंने आईबी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच दबाव में काम कर रही है, मैं कोई क्रिमिनल नहीं. मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है. राम मंदिर, गोहत्‍या पर कानून, विस्‍थापित कश्‍मीरियों को बसाने और देश के युवाओं के लिए हरदम आवाज उठाने का काम किया. कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है. तोगड़िया ने कहा कि किसानों को उनके लागत से डेढ़ गुना दाम मिले, उनके लिए चिकित्‍सा की सुविधा मिले, मैंने इसके लिए हरदम प्रयास किया.

उन्होंने कहा कि मैंने 10 हजार डॉक्‍टरों को तैयार किया ताकि वो गांव के लोगों को उनकी चिकित्‍सा की जरूरतों को पूरा कर सके. इसके आईबी के लोग उन डॉक्‍टरों के घर जाकर डराने का प्रयास किया जा रहा है. मेरे खि‍लाफ सरकार डराने का काम कर रही है.

प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तोगड़िया भावुक हो गए उन्‍होंने कहा कि मुझे डराने का काम गुजरात से शुरू हुआ. मकर संक्रांति के दिन राजस्‍थान पुलिस का जत्‍था गिरफ्तारी के लिए आया. तोगड़िया ने कहा कि सुबह जब पूजा कर रहा था तो एक पुलिस वाला आया. बोला कि आप तुरंत निकल जाओ एनकाउंटर करने आने वाले है. उन्‍होंने कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. तोगडि़या ने कहा कि जब मैं पूजा कर रहा था तभी एक का फोन आया और फोन पर कहा कि पुलिस स्‍टेशन से राजस्‍थान पुलिस का काफिला गुजरात पुलिस के साथ निकल चुकी है. मैं इसी कपड़े में पैसे लेकर अपने कमरे से बाहर आया और ऑटो लेकर निकल गया. तोगड़िया ने कहा कि रास्‍ते से राजस्‍थान होम मिनिस्‍टर को फोन किया तो उन्‍होंने ऐसे किसी भी कार्रवाई से मना किया. मैंने तुरंत अपना फोन ऑफ कर दिया. फिर राजस्‍थान में एक आदमी के घर रूका और पुलिस से जानना चाहा तो पता चला कि वो अरेस्‍ट वारंट लेकर आया है. अब मैं पुलिस के हाथ में आता तो किसी षड़यंत्र के तहत फंसाकर पुलिस क्‍या करती मुझे नहीं पता.

तोगड़िया ने अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कानून के सम्‍मान करने की बात बार-बार कहते रहे. उन्‍होंने कहा कि लंबी बेहोशी के कारण मेरी तबीयत काफी खराब है. जब मैं ठीक हो जाऊंगा और डॉक्‍टर मुझे अनुमति देंगे तो मैं स्‍वयं न्‍यायालय के समक्ष समर्पण कर दूंगा.

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