New Delhi: विश्व हिन्दू परिषद के अंतरराष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष डॉ प्रवीण तोगड़िया ने कहा कि उनकी एनकाउंटर की साजिश रची गई. तोगड़िया सोमवार को एक पार्क में बेहोश मिले थे और उसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था.
तोगड़िया ने मीडिया के सामने कहा कि कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का हरदम प्रयास किया जाता रहा है. उन्होंने आईबी पर गंभीर आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि क्राइम ब्रांच दबाव में काम कर रही है, मैं कोई क्रिमिनल नहीं. मैंने कोई गैर कानूनी काम नहीं किया है. राम मंदिर, गोहत्या पर कानून, विस्थापित कश्मीरियों को बसाने और देश के युवाओं के लिए हरदम आवाज उठाने का काम किया. कुछ समय से मेरी आवाज दबाने का प्रयास किया जा रहा है. तोगड़िया ने कहा कि किसानों को उनके लागत से डेढ़ गुना दाम मिले, उनके लिए चिकित्सा की सुविधा मिले, मैंने इसके लिए हरदम प्रयास किया.
उन्होंने कहा कि मैंने 10 हजार डॉक्टरों को तैयार किया ताकि वो गांव के लोगों को उनकी चिकित्सा की जरूरतों को पूरा कर सके. इसके आईबी के लोग उन डॉक्टरों के घर जाकर डराने का प्रयास किया जा रहा है. मेरे खिलाफ सरकार डराने का काम कर रही है.
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान तोगड़िया भावुक हो गए उन्होंने कहा कि मुझे डराने का काम गुजरात से शुरू हुआ. मकर संक्रांति के दिन राजस्थान पुलिस का जत्था गिरफ्तारी के लिए आया. तोगड़िया ने कहा कि सुबह जब पूजा कर रहा था तो एक पुलिस वाला आया. बोला कि आप तुरंत निकल जाओ एनकाउंटर करने आने वाले है. उन्होंने कहा कि मैं इससे डरने वाला नहीं हूं. तोगडि़या ने कहा कि जब मैं पूजा कर रहा था तभी एक का फोन आया और फोन पर कहा कि पुलिस स्टेशन से राजस्थान पुलिस का काफिला गुजरात पुलिस के साथ निकल चुकी है. मैं इसी कपड़े में पैसे लेकर अपने कमरे से बाहर आया और ऑटो लेकर निकल गया. तोगड़िया ने कहा कि रास्ते से राजस्थान होम मिनिस्टर को फोन किया तो उन्होंने ऐसे किसी भी कार्रवाई से मना किया. मैंने तुरंत अपना फोन ऑफ कर दिया. फिर राजस्थान में एक आदमी के घर रूका और पुलिस से जानना चाहा तो पता चला कि वो अरेस्ट वारंट लेकर आया है. अब मैं पुलिस के हाथ में आता तो किसी षड़यंत्र के तहत फंसाकर पुलिस क्या करती मुझे नहीं पता.
तोगड़िया ने अपने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कानून के सम्मान करने की बात बार-बार कहते रहे. उन्होंने कहा कि लंबी बेहोशी के कारण मेरी तबीयत काफी खराब है. जब मैं ठीक हो जाऊंगा और डॉक्टर मुझे अनुमति देंगे तो मैं स्वयं न्यायालय के समक्ष समर्पण कर दूंगा.
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