मुम्बई: एनडीए की सबसे पुरानी साझेदार रही शिवसेना ने 2019 में होने वाले लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने का फैसला किया है. शिवसेना राष्ट्रीय कार्यकारिणी की मंगलवार को हुई एक अहम बैठक में यह फैसला लिया गया. हालांकि पार्टी केंद्र और महाराष्ट्र में बीजेपी के साथ मिलकर चल रही गठबंधन सरकार का फिलहाल हिस्सा बनी रहेगी.
शिवसेना कार्यकारिणी की बैठक में वरिष्ठ संजय राउत ने एनडीए से नाता तोड़ने का प्रस्ताव रखा था, जिसे सर्वसम्मति से पास कर दिया गया. संजय राउत ने इस प्रस्ताव में कहा, ‘बीजेपी से गठबंधन बनाए रखने के लिए हमेशा समझौता किया गया, लेकिन बीजेपी ने शिवसेना को नीचा दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी. शिवसेना अब गरिमा के साथ चल सकेगी.’
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