पुलवामाः एक आतंकी ढेर, मुठभेड़ जारी


ChhapraToday News
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को गुड फ्राइडे के मौके पर कहा कि आज का दिन हमें प्रभु ईसा मसीह के संघर्षों और बलिदानों की याद दिलाता है.
Good Friday reminds us about the struggles and sacrifices of Jesus Christ. A perfect embodiment of compassion, He was devoted to serving the needy and healing the sick.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 2, 2021
प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट कर कहा, “गुड फ्राइडे हमें ईसा मसीह के संघर्षों और बलिदानों की याद दिलाता है. दया का एक आदर्श अवतार जो जरूरतमंदों की सेवा करने और बीमारों को ठीक करने के लिए समर्पित थे.”
Interest rates of small savings schemes of GoI shall continue to be at the rates which existed in the last quarter of 2020-2021, ie, rates that prevailed as of March 2021.
Orders issued by oversight shall be withdrawn. @FinMinIndia @PIB_India— Nirmala Sitharaman (@nsitharaman) April 1, 2021
भारतीय रेलवे ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने एक बड़ा नियम बनाया है. दरअसल, यात्री अब रात के समय ट्रेन के डिब्बों में चार्जिंग प्वाइंट का इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे. भारतीय रेलवे ने आग से होने वाली दुर्घटनाओं को रोकने के लिए रात में चार्जिंग पॉइंट के उपयोग को प्रतिबंधित करने का फैसला किया है. 13 मार्च को दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्सप्रेस में आग लगने के बाद यह निर्णय लिया गया. गौरतलब है कि आग एक कोच में लगी और सात अन्य डिब्बों में फैल गई.
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने कहा कि यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए, रेलवे ने रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक ट्रेनों में चार्जिंग पॉइंट बंद रखने का फैसला किया है. रात में चार्ज होने वाले लैपटॉप और मोबाइल फोन को ओवरहीटिंग के कारण लंबी दूरी की ट्रेनों में आग लगने की कई घटनाएं हुईं.
नई दिल्ली: सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन के साथ तनाव के बीच भारत ने एक इंच जमीन नहीं गंवाई है और न भविष्य में खोएंगे।
उन्होंने कहा कि हम उसी जगह हैं, जहां हम वार्ता शुरू करने से पहले थे। उन्होंने कहा कि सेना की आंतरिक जांच के बाद अब भर्ती घोटाला की जांच सीबीआई को सौंपी गई है। अगर सेना में किसी की गलत तरीके से भर्ती हुई है, तो जांच के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया जायेगा।
सेना प्रमुख ने कहा कि चीन से विवाद के पहले भारत का जिन इलाकों पर अधिकार था, वो अब भी बना हुआ है। इससे पहले उन्होंने कहा था कि चीन के साथ समझौते के बाद पूर्वी लद्दाख में पैन्गोंग झील क्षेत्र से सैनिकों के हटने के बाद भारत के लिए खतरा केवल ‘कम हुआ’ है, लेकिन यह बिल्कुल खत्म नहीं हुआ है। जनरल एमएम नरवणे ने कहा कि 9वें दौर की बातचीत के बाद समझौते के तहत दोनों सेनाएं अपनी-अपनी जगह पर लौट गई हैं। उन्होंने साफ कहा कि हमने अपनी कोई जमीन नहीं खोई नहीं है बल्कि हम बातचीत के जरिए आगे बढ़ रहे हैं। अब चीन के साथ एलएसी के अन्य विवादित क्षेत्रों गोगरा और हॉट स्प्रिंग को लेकर बात चल रही है।
उन्होंने यह भी कहा कि हमारे सामने हमेशा चीन और पाकिस्तान की सीमाओं पर चुनौती बनी रहती है, इसलिए दोनों सरहदों पर हमेशा तैयार रहना पड़ता है। उन्होंने पाकिस्तान की सीमा के बारे में कहा कि फरवरी के आखिरी में दोनों देशों के डीजीएमओ स्तर की हुई बातचीत में सीमा पर गोलीबारी रोकने को लेकर सहमति बनी थी। उसके बाद से अब तक सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से सीजफायर का उल्लंघन नहीं हुआ है।
जनरल नरवणे ने कहा कि सीमा पार से फायरिंग रुकने के बाद एलओसी पर शांति तो है लेकिन आतंकी कैम्प अभी भी मौजूद हैं, जिनसे बर्फ पिघलने के सात ही घुसपैठ की कोशिश भी हो रही है। हालांकि सीजफायर समझौते से आतंकी काफी हताश हैं, फिर भी कश्मीर में हाल ही में कुछ आतंकी घटनाएं हुई है। अभी भी घाटी में युवा आतंकी संगठनों में शामिल हो रहे हैं लेकिन हमारा प्रयास युवाओं को आतंकवादियों के बहकावे में आकर गलत रास्ते पर जाने से रोकना है। अनुच्छेद 370 हटने के बाद कश्मीर की घाटी में पर्यटकों की संख्या भी बढ़ रही है।
सेना में अधिकारियों की भर्ती के दौरान घोटाला होने के बारे में सेना प्रमुख ने कहा कि सेना की आंतरिक जांच के बाद यह मामला सीबीआई को सौंपा गया है। सीबीआई ने जांच शुरू करके दिल्ली कैंट स्थित बेस अस्पताल, सेना के कपूरथला, बठिंडा, दिल्ली, कैथल, पलवल, लखनऊ, बरेली, गोरखपुर, विशाखापत्तनम, जयपुर, जोरहाट और चिरांगों स्थित अन्य प्रतिष्ठान में कई जगहों पर छापेमारी भी की थी। इस मामले में 17 सैन्यकर्मियों सहित 23 व्यक्तियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इनमें छह लेफ्टिनेंट कर्नल रैंक के अधिकारी और उनके रिश्तेदार भी शामिल हैं। इस मामले पर जनरल नरवणे ने कहा कि अगर सेना में किसी की गलत तरीके से भर्ती हुई है, तो जांच के बाद उन्हें बर्खास्त कर दिया जायेगा।
हिन्दुस्थान समाचार
नई दिल्ली (हि.स.): केंद्रीय शिक्षा मंत्री डॉ रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने सोमवार को यूनेस्को के मंत्री स्तरीय कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना काल में भी भारतीय विद्यार्थी शिक्षा से वंचित नहीं हुए हैं।
केंद्रीय मंत्री पोखरियाल आज वर्चुअल माध्यम से संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस, यूनेस्को के सदस्य देशों के शिक्षा मंत्रियों एवं गणमान्य प्रतिनिधियों के बीच वर्तमान परिप्रेक्ष्य में शिक्षा के समक्ष आने वाली चुनौतियों एवं किसी भी विद्यार्थी को पीछे नहीं छोड़ने की रणनीति पर भारत द्वारा किए जा रहे कार्यों के बारे में चर्चा कर रहे थे।
पोखरियाल ने कहा कि कोरोना काल में जब देश भर के तमाम स्कूल-कॉलेज बंद थे। ऐसी विषम परिस्थितियों में भारत में न केवल वर्चुअल माध्यम से शैक्षणिक गतिविधियां जारी रहीं बल्कि यह भी सुनिश्चित किया गया कि देश के सुदूर हिस्सों में रहने वाले हर बच्चे को शिक्षा प्राप्त होती रहे। हमने डिजिटल, टेलीविज़न, रेडियो का इस्तेमाल किया ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित ना रहे।
उन्होनें सभी प्रतिनिधियों को बताया कि भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतांत्रिक शैक्षणिक इको-सिस्टम है। यहां पर 340 मिलियन बच्चे पढ़ रहे हैं जो कई देशों की पूरी आबादी से भी अधिक है। भारत में 11 मिलियन शिक्षक कार्यरत हैं। देश में 1.5 मिलियन स्कूल, 42 हजार कॉलेज और 1,043 विश्वविद्यालय हैं और हमारे स्कूलों से हर साल 15 मिलियन छात्र अपनी मैट्रिक की पढ़ाई पूरी करते हैं। वार्षिक तौर पर, भारत में 8.2 मिलियन स्नातक और स्नातकोत्तर डिग्रियां और लगभग 39 हजार पीएचडी प्रदान की जाती है।
इसके बाद उन्होंने पीएम ई-विद्या योजना के बारे में विस्तार से बताया और इसके अलावा अन्य योजनाओं जैसे कि दीक्षा प्लेटफॉर्म के तहत “एक राष्ट्र एक डिजिटल” प्लेटफ़ॉर्म, स्वयं पोर्टल, स्वयं प्रभा टीवी चैनल (एक कक्षा एक चैनल) के बारे में बताया जिसमें डिजिटल संसाधनों से वंचित छात्रों के लिए प्रदान की गई।
पोखरियाल ने कहा, भारत वसुधैव कुटुम्बकम (विश्व एक परिवार है) में विश्वास करता है और यदि आवश्यक हो, तो अफ्रीका में, कैरिबियन में, एशिया में, हमारे भाइयों और बहनों के साथ भारतीय स्कूलों की ही तरह उच्च मानकों पर स्कूल पाठ्यक्रम निर्धारित करने में सहायता करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि जैसा कि आप जानते हैं कि भारतीय स्कूल शिक्षा प्रणाली गणित, विज्ञान, प्रौद्योगिकी और मानविकी में बहुत अच्छी है।
केंद्रीय मंत्री ने सभी को इस महामारी के बीच शिक्षा सुधार के लिए लाई गई नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के बारे में भी विस्तार से बताया।
मुंबई (हि.स.): एंटीलिया प्रकरण और मनसुख हिरेन मौत केस की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) को मीठी नदी से कुछ महत्वपूर्ण सबूत हाथ लगे हैं।
एसपी विक्रम खलाटे के नेतृत्व में एनआईए टीम मामले के आरोपित निलंबित पुलिस अधिकारी सचिन वाझे को मुंबई के बांद्रा कुर्ला कॉम्प्लेक्स इलाके में मीठी नदी के तट पर ले गई। यहां नदी से दो कंप्यूटर सीपीयू, दो डीवीआर, वाहन के दो नंबर प्लेट एवं अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
सूत्रों ने बताया कि मनसुख हिरेन मौत मामले में आरोपित सचिन वाझे के ठाणे स्थित साकेत निवास का और मुंबई पुलिस मुख्यालय का डिजिटल वीडियो रिकॉर्डर (डीवीआर) गायब हो गया था। इस मामले की जानकारी पूछताछ के बाद एनआईए को मिली थी। इसी वजह से एनआईए की टीम सचिन वाझे को लेकर मीठी नदी के तट पर गई थी। एनआईए टीम ने सफाइकर्मियों और मछुआरों के सहयोग से नदी की तलहटी से दो डीवीआर, दो सीपीयू, दो नंबर प्लेट समेत अन्य सामान बरामद किया है।
मनसुख हिरेन मौत मामले में एनआईए सचिन वाझे सहित, विनायक शिंदे और नरेश गौड़ से पूछताछ कर रही है। इस मामले एनआईए सचिन वाझे के सहयोगी रियाज काझी से कई बार पूछताछ कर चुकी है। रियाज काजी ने ही सचिन वाझे के साकेत निवास का डीवीआर पत्र के जरिए हाउसिंग सोसाइटी से लिया था। इसलिए आज मीठी नदी में हो रही छानबीन के वक्त हाउसिंग सोसाइटी के पदाधिकारी भी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि उद्योगपति मुकेश अंबानी के आवास एंटीलिया के पास से 25 फरवरी को संदिग्ध हालात में खड़ी स्कॉर्पियो कार मिली थी, जिसमें से जिलेटिन की 20 छड़ें बरामद की गई थीं। इसी सिलसिले में 13 मार्च को वाझे की गिरफ्तारी हुई थी। वाझे कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या मामले में आरोपित हैं। एंटीलिया के पास मिली स्कॉर्पियो कार हिरेन की थी। हिरेन पांच मार्च को ठाणे जिले के मुंब्रा स्थित रेतीबंदर खाड़ी में मृत पाए गए थे। मुंबई पुलिस ने 15 मार्च को वाझे को सहायक निरीक्षक पद से निलंबित कर दिया था।
हिन्दुस्थान समाचार
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