– विदेशों से लिक्विड ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर लाने के लिए तैनात किये 07 जहाज 
– लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ा रही है नौसेना 
 
नई दिल्ली: नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाक़ात करके कोविड संकट के दौरान नौसेना की ओर से किये जा रहे इंतजामों के बारे में जानकारी दी। समीक्षा के दौरान एडमिरल सिंह ने प्रधानमंत्री मोदी को अवगत कराया कि विदेशों से लिक्विड ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर और उससे जुड़े मेडिकल उपकरण भारत लाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतुII लॉन्च किया गया है। इस मिशन के लिए भारतीय नौसेना ने 07 जहाजों को तैनात किया है। नौसेना लक्षद्वीप और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ा रही है।
 
नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने में मदद करने के लिए नौसेना की पहल पर पीएम मोदी को जानकारी दी। प्रधानमंत्री के साथ मुलाक़ात में नौसेना प्रमुख ने जानकारी दी कि विभिन्न शहरों में नागरिकों के उपयोग के लिए नौसेना के अस्पताल खोले जा रहे हैं। ​​नौसेना लक्षद्वीप, अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ा रही है।​ उन्होंने यह भी बताया कि कोविड-19 के खिलाफ देश की लड़ाई के समर्थन में सात भारतीय जहाजों आईएनएस कोलकाता, कोच्चि, तलवार, तबर, त्रिकंद, जलाश्व और ऐरावत को तैनात किया गया है। सभी जहाज विभिन्न देशों से तरल चिकित्सा ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनरों और संबंधित चिकित्सा उपकरणों को भारत लाने के मिशन पर जुटे हैं। 
 
एडमिरल करमबीर सिंह ने इस महामारी में देशवासियों की सहायता के लिए भारतीय नौसेना की ओर से की जा रही विभिन्न पहलों के बारे में पीएम मोदी को जानकारी दी। नौसेना में चिकित्सा कर्मियों को कोविड कर्तव्यों का प्रबंधन करने के लिए देश के विभिन्न स्थानों पर फिर से नियुक्त किया गया है। उन्होंने पीएम को यह भी बताया कि भारतीय नौसेना सभी राज्यों में नागरिक प्रशासनों की सहायता के लिए पहुंच गई है। नौसेना की ओर से अस्पताल के बेड, परिवहन और ऐसी अन्य चीजों के लिए मदद करने की पेशकश की है। 
 
उन्होंने पीएम को यह भी बताया कि नौसेना कर्मचारियों को कोविड संकट के समय देश की मदद करने के लिए युद्ध जैसे हालातों के अनुरूप नर्सिंग का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। नौसेना स्टाफ के प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह ने पीएम को बताया कि नौसेना लक्षद्वीप के साथ-साथ अंडमान और निकोबार द्वीप समूह में भी ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ाने में मदद कर रही है। उन्होंने पीएम को यह भी अवगत कराया कि भारतीय नौसेना ऑक्सीजन कंटेनरों के साथ-साथ बहरीन, कतर, कुवैत और सिंगापुर से भारत को अन्य आपूर्ति कर रही है।
 

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कोलकाता/नई दिल्ली, 03 मई (हि.स)। निर्वाचन आयोग ने रविवार देर रात पश्चिम बंगाल की 292 सीटों में अबतक 286 सीटों के परिणाम घोषित कर दिये हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में तृणमूल कांग्रेस ने अभूतपूर्व जीत दर्ज की है। तृणमूल को कुल 208 सीटें मिली हैं और पांच सीटों पर वह बढ़त बनाए हुए है। वहीं भारतीय जनता पार्टी को 76 सीटें प्राप्त हुई हैं और एक सीट पर पार्टी की बढ़त है।

पश्चिम बंगाल में सत्ताधारी तृणमूल कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी के बीच कांटे की टक्कर थी। भाजपा पूरी शक्ति के साथ चुनाव प्रचार में जुटी थी। इसके बावजूद उसे घोषित परिणाम में 76 सीटों से संतोष करना पड़ा है और तृणमूल कांग्रेस ने 208 सीटों पर जीत हासिल की है। दिलचस्प बात यह रही कि इस चुनाव में ममता बनर्जी स्वयं अपनी सीट (नंदीग्राम) हार गई हैं।

यह चुनाव कांग्रेस और वाम दल के लिए भारी निराशाजनक रहा। दोनों ही पार्टियों को जनता के दरबार से खाली हाथ लौटना पड़ा है। वहीं एक सीट निर्दलीय को प्राप्त हुए है और एक सीट पर राष्ट्रीय सेक्युलर मजलिस पार्टी के उम्मीदवार ने जीत दर्ज की है।

कुल सीट-  292

तृणमूल कांग्रेस-              208+5

भारतीय जनता पार्टी-       76+1

राष्ट्रीय सेक्यूलर मजलिस पार्टी-  01

निर्दलीय-                                01

उल्लेखनीय है कि पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव कुल आठ चरणों में कराए गये थे। पहले चरण का मतदान 27 मार्च को हुआ था और आठवें चरण के लिए 29 अप्रैल को वोट डाले गए थे।

 

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नई दिल्ली: ​भारतीय नौसेना ने कोविड संकट के दौरान ​’​ऑक्सीजन एक्सप्रेस​’​ को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु​-​II लॉन्च किया​ है​​ मिशन ​पर ​तैनात ​किये जाने वाले ​युद्धपोत लिक्विड ​​ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर और उससे जुड़े मेडिकल उपकरण की शिपमेंट का काम करेंगे।​ इसी अभियान के तहत नौसेना के दो जहाज ​बहरीन के मनामा ​बंदरगाह ​पहुंच चुके हैं जो ऑक्सीजन​ लेकर मुंबई ​लौटेंगे​​ ​​आईएनएस ​जलाश्व को ​​बैंकॉक और ​​आईएनएस ऐरावत ​को ​​​सिंगापुर तक इसी तरह के ​​मिशन ​पर भेजा गया है।​​
 
​नौसेना प्रवक्ता विवेक मधवाल ने बताया कि देश में ऑक्सीजन की जरूरतों को पूरा करने के लिए चल रहे राष्ट्रीय मिशन ​’​ऑक्सीजन एक्सप्रेस​’​ को बढ़ाने के लिए ऑपरेशन समुद्र सेतु-II लॉन्च किया गया है। इस मिशन के तहत भारतीय नौसेना के युद्धपोतों को तरल ऑक्सीजन से भरे क्रायोजेनिक कंटेनर और संबंधित चिकित्सा उपकरणों को देश भर में लाने-ले जाने के लिए तैनात किया जायेगा। इसी क्रम में नौसेना के जहाज आईएनएस कोलकाता और आईएनएस तलवार 40​ मीट्रिक टन तरल ​​ऑक्सीजन​ लेने के लिए ​​बहरीन के मनामा ​बंदरगाह ​पहुंच चुके हैं जो ऑक्सीजन​ लेकर मुंबई ​लौटेंगे​​ इसी तरह आईएनएस ​जलाश्व को बैंकॉक और आईएनएस ऐरावत ​को ​सिंगापुर तक इसी तरह के मिशन ​पर भेजा गया है।
 
नौसेना प्रवक्ता ​ने बताया कि कोविड की पहली लहर के दौरान भी नौसेना ने पिछले साल ​’​वंदे भारत मिशन​’​ के हिस्से के रूप में ​​ऑपरेशन समुद्र सेतु का शुभारंभ किया था​​ भारतीय नौसैनिक ​के ​जहाजों जलाश्व, ऐरावत, शार्दुल और मगर ने 55 दिनों के ऑपरेशन के दौरान 23 हजार किलोमीटर की दूरी तय की। इस दौरान मालदीव से 2386, श्रीलंका से 686 और इस्लामिक गणराज्य ईरान से 920 नागरिकों को स्वदेश लाया गया​ था। ‘ऑपरेशन समुद्र सेतु‘ विदेशों से 3,992 भारतीय नागरिकों को वापस लाने के बाद समाप्त कर दिया गया ​था। ​अब फिर जब कोविड की दूसरी लहर के दौरान देश को ऑक्सीजन ​की जरूरत है तो ऑपरेशन समुद्र सेतु-II लॉन्च किया गया है।​​  
 

 

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नई दिल्ली: वरिष्ठ टीवी पत्रकार रोहित सरदाना का शुक्रवार को निधन हो गया। वे कोरोना वायरस से संक्रमित थे और आज सुबह उन्हें दिल का दौरा पड़ा था। वर्तमान में वे आजतक समाचार चैनल में कार्यरत थे।

उनके निधन के समाचार की पुष्टि करते हुए पूर्व में उनके सहयोगी और वर्तमान में जी न्यूज के संपादक सुधीर चौधरी ने ट्वीट किया है। उन्होंने लिखा, “अब से थोड़ी देर पहले उन्हें अपने सहयोगी का फोन आया है। उसने जो कहा उसे सुनकर मेरे हाथ कांपने लगे। हमारे मित्र और सहयोगी रोहित सरदाना की मृत्यु की ख़बर थी। ये वायरस हमारे इतने करीब से किसी को उठा ले जाएगा ये कल्पना नहीं की थी। इसके लिए मैं तैयार नहीं था। ये भगवान की नाइंसाफी है।”

उनके निधन का समाचार सुनकर पत्रकारिता और राजनीति जगत में शोक की लहर व्याप्त है। कई पत्रकार और उनको जानने वाले सोशल मीडिया पर शोक संदेश दे रहे हैं। उनकी पत्रकारिता की विशिष्ट शैली और स्पष्ट शैली थी। वह आज तक में शाम को प्रसारित होने वाले ‘दंगल’ शो की एंकरिंग करते हैं।

सरदाना को अपनी पत्रकारिता के लिए कई पुरस्कार भी मिल चुके हैं। हाल के कुछ दिनों में वे कोरोना संक्रमित लोगों के लिए ट्विटर के माध्यम से मदद की गुहार लगा रहे थे।

हिन्दुस्थान समाचार

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नई दिल्ली: एक मई यानि शनिवार से 18 साल से ऊपर से लोगों का टीकाकरण शुरू होने वाला है। उसको लेकर युवाओं में खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। 
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार 28 अप्रैल से अबतक कुल 2.45 करोड़ युवाओं ने टीका लगवाने के लिए रजिस्ट्रेशन करवाया है। रोजाना एक करोड़ से ज्यादा युवा रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। 28 अप्रैल को 1.37 करोड़ युवाओं ने कोविन व अन्य प्लैटफार्म पर रजिस्ट्रेशन करवाया था। वही,  29 अप्रैल को 1.04 करोड़ लोगों ने रजिस्ट्रेशन करवाया था।
 

 

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नई दिल्ली: देशभर में कोरोना महामारी की दूसरी लहर का कहर जारी है। ऐसे में  आए दिन अस्पतालों में इलाज की कमी के कारण जान गंवाने वालों के परिजनों के प्रति कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा है कि संकट की इस घड़ी में पीड़ित परिवार खुद को अकेला न समझें, देश के हर नागरिक की प्रार्थना और सहानुभूति आपके साथ हैं।

राहुल गांधी ने शुक्रवार को ट्वीट कर अस्पतालों में बेड, वेंटिलेटर और ऑक्सीजन आदि की कमी की वजह से जान गंवाने वाले लोगों को प्रति दुख जाहिर किया। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “इलाज की कमी के चलते अपने प्रियजन खो रहे देशवासियों को मेरी संवेदनाएं। इस त्रासदी में आप अकेले नहीं हैं- देश के हर राज्य से प्रार्थना व सहानुभूति आपके साथ है। साथ हैं तो आस है।”

उल्लेखनीय है कि बीते 24 घंटों में देश में कोरोना के 3,86,452 नए केस सामने आए हैं। जबकि इस दौरान कोरोना से 3498 लोगों की जान गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी आंकड़ों के मुताबिक देश में कुल संक्रमितों की संख्या 1,87,62,976 है और अबतक 2,08,330 लोगों की मौत हुई है। वर्तमान में देश में एक्टिव केस 31,70,228 हैं। वहीं, सरकार द्वारा चलाए गए टीकाकरण अभियान के तहत 15,22,45,179 डोज लोगों को लग चुकी है।

 

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New Delhi: बुधवार को असम में सुबह-सुबह भूकंप के झटके से धरती कांप गई। लेकिन लोग तब और ज्यादा भयभीत हो गए जब असम की धरती 24 घंटे के दौरान 18 बार हिली। दरअसल, वैज्ञानिक अध्ययन के अनुसार बड़े भूकंप के बाद काफी समय तक आफ्टर शॉक आते रहते हैं। इसका प्रत्यक्ष प्रमाण असम के शोणितपुर जिला के ढेकियाजुली में 28 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर आए 6.4 तीव्रता का भूकंप है। बड़े भूकंप के बाद लगातार रुक-रुक कर झटके आ रहे हैं। इनमें 4.7, 4 और 4.6 तीव्रता के झटके महसूस किये गये। बाकी की तीव्रता 3 से दर्ज हुई है।

28 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 51 मिनट पर आया पहला झटका
बता दें कि 28 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 51 मिनट से आरंभ भूकंप के झटकों का सिलसिला दूसरे दिन यानी 29 अप्रैल की सुबह 7 बजकर 13 मिनट तक जारी रहा। इस दौरान कुल 18 झटके महसूस किये गये हैं। लगातार भूकंप के झटकों से लोगों के बीच बेहद भय व्याप्त है। हल्की सी आहट पर लोग घरों से बाहर निकल आते हैं।

24 घंटे में 18 बार हिली धरती

पहला झटका 28 अप्रैल को 07.51 पर 6.4 तीव्रता दर्ज किया गया। उसके बाद से लगातार भूकंप के झटके आते रहे। भूकंप का एपिक सेंटर दो को छोड़कर अन्य सभी शोणितपुर जिला में ही स्थित था। सिस्मोलॉजी विभाग के आंकड़ों के अनुसार पहले भूकंप के बाद 08.13 मिनट पर 4.0 तीव्रता, 8.25 मिनट पर 3.6 तीव्रता. 8.44 मिनट पर 3.6 तीव्रता, 10.05 मिनट पर 3.2 तीव्रता, 10.39 मिनट पर 3.4 तीव्रता, 12.32 मिनट पर 2.9 तीव्रता, 14.34 मिनट पर 3.4 तीव्रता, 15.55 मिनट पर 2.9 तीव्रता, 17.39 मिनट पर 3.0 तीव्रता, 21.38 मिनट पर 2.8 तीव्रता दर्ज की गयी।

वहीं 29 अप्रैल को 00.24 मिनट पर 2.6 तीव्रता, 01.10 मिनट पर 2.9 तीव्रता, 01.20 मिनट पर 4.6 तीव्रता, 01.41 मिनट पर 2.3 तीव्रता, 01.52 मिनट पर 2.7 तीव्रता, 02.38 मिनट पर 2.7 तीव्रता, 07.13 मिनट पर 3.1 तीव्रता दर्ज किया गया है।

गौरतलब हो, 6.4 तीव्रता के भूकंप के कारण असम के अलावा पूर्वोत्तर के अरुणाचल प्रदेश, मेघालय आदि में भी असर दिखायी दिया। भूकंप के दौरान असम में कुछ लोग घायल भी हुए हैं, हालांकि बिल्डिंगों को काफी नुकसान हुआ है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में बिल्डिंगों में काफी दरार आई है। आपदा प्रबंधन विभाग नुकसान का आकलन करने में जुटा हुआ है।

(इनपुट-हिन्दुस्थान समाचार)

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नई दिल्ली: एक मई से 18 साल से ऊपर सभी लोगों के लिए शुरू होने वाले टीकाकरण कार्यक्रम के लिए बुधवार शाम को ऑनलाइन पंजीकरण शुरू हो गया है। हालांकि टीके के लिए रजिस्ट्रेशन कराने में युवाओं को खासी दिक्कतें भी आईं हैं।
कइयों ने शिकायत की कि एप काम नहीं कर रहा है तो कहीं एप खुल ही नहीं पाया। इस पर राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण के सीईओ आरएस शर्मा ने कहा कि कई दिनों से लगातार हमने एक दिन में लगभग 50 लाख लोगों का पंजीकरण कराया है। इस बार वह संख्या दो गुनी हो सकती है। 
उन्होंने कहा कि बुधवार को 50 लाख की संख्या से दोगुने से भी अधिक की उम्मीद कर रहे हैं। आशा है कि हमारा सिस्टम आज पंजीकरण खोलने पर लोड लेने में सक्षम होगा। शर्मा ने कहा कि कोविन पोर्टल पर एक साथ अफरातफरी न हो इसके लिए लोगों को तभी लॉग-इन करना और अपॉइंटमेंट लेना चाहिए। तब एप्वाइंटमेंट उपलब्ध हो। उन्‍होंने बताया कि एप विभिन्न संस्थाओं द्वारा दी गई कीमत और केन्द्रों की भी जानकारी सांझा करेगा।

 

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Ranchi: झारखंड में कोरोना से बिगड़ते हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने बुधवार को आपदा प्रबंधन प्राधिकार के सदस्यों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की. जिसमें सख्ती के साथ लॉकडाउन की अवधि एक सप्ताह और बढ़ाने का फैसला लिया गया. लॉकडाउन की अवधि 6 मई की सुबह 6 बजे तक बढ़ाई गयी है. मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामले के मद्देनजर ‘स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह’ की अवधि को 6 मई सुबह 6 बजे तक बढ़ाने का निर्णय लिया गया है. पहले 29 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक ही लॉकडाउन की अवधि थी. पहले रात्रि 8 बजे तक राज्य में दुकानों को खोलने की अनुमति थी लेकिन अब दुकानें दोपहर 2 बजे तक ही खुलेंगी लेकिन दवा की दुकानों के लिए समय की कोई बाध्यता नहीं होगी.

बताते चले कि इससे पूर्व सरकार ने ‘स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह’ 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे से 29 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक के लिए लागू किया गया था लेकिन कोरोना वायरस के बढ़ते मामले को लेकर इसमें और सख्ती बरतने के आदेश के साथ स्वास्थ्य सुरक्षा सप्ताह को एक हफ्ते के लिए बढ़ा दिया गया है.

सीएम की अध्यक्षता में आयोजित उच्च स्तरीय समिति की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के अलावा स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता, मुख्य सचिव सुखदेव सिंह, स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह व नगर विकास सचिव विनय कुमार चौबे सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे.

झारखंड सरकार की ओर से जारी पूर्व के आदेश में स्‍कूल-कॉलेज, कोचिंग, शिक्षण-प्रशिक्षण संस्थान, स्वीमिंग पुल, जिम, पार्क, होटल-रेस्टोरेंट (बैठकर खाने पर प्रतिबंध), सिनेमा हॉल, मॉल, शराब की दुकानें लॉकडाउन अवधि में बंद रखने का आदेश दिया. इसके अलावा लोगों को बेवजह सड़कों पर निकलने से मना किया गया। पूरे राज्‍य में धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा लागू की गई है. हालांकि राशन, सब्जी व दवा की दुकानों को लॉकडाउन से छूट है लेकिन अब इन्हें दोपहर दो बजे तक ही दुकानें खोलने की अनुमति दी गयी है.

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गुवाहाटी: असम के शोणितपुर जिला मुख्यालय शहर तेजपुर में बुधवार सुबह 07 बजकर 51 मिनट 25 सेकेंड पर 6.4 तीव्रता के भूकंप के झटके महसूस किए गए. शुरुआती जानकारी के मुताबिक भूकंप से कुछेक इलाकों में नुकसान हुआ है.

भूकंप का झटका महसूस होते ही लोग अपने घरों से बाहर निकल आए। बड़े भूकंप के बाद आफ्टर शॉक दो से अधिक बार छोटे-छोटे भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं। जिसके चलते इलाके में दहशत व्याप्त है।

सिस्मोलॉजी केंद्र से मिली जानकारी के अनुसार असम सहित समूचे पूर्वोत्तर भारत के साथ ही देश के अन्य हिस्सों में भी भूकंप के झटके महसूस किये गये हैं।

सिस्मोलॉजी विभाग की ओर से मिली जानकारी के अनुसार भूकंप का केंद्र तेजपुर से 38 किमी दूर पश्चिम उत्तर पश्चिम में जमीन में 10 किमी नीचे स्थित था। भूकंप का एपीक सेंटर 26.7314 उत्तरी अक्षांश तथा 92.4194 पूर्वी देशांत्तर पर स्थित था। आपदा प्रबंधन व अन्य सरकारी एजेंसियां नुकसान का आकलन करने में जुटी हुई हैं। शुरुआती रिपोर्ट में कहीं से किसी के हताहत होने की जानकारी नहीं मिली है।

भूकंप का प्रभाव असम समेत उत्तर बंगाल में महसूस किया गया है। गुवाहाटी में कई जगह बिजली गुल होने की भी जानकारी मिली है। बड़े भूकंप के बाद भूकंप के लगातार दो झटके महसूस किए गए। पहला झटका 7 बजकर 51 मिनट पर महसूस किया गया। इसके थोड़ी देर बाद दो और झटके महसूसकिए गए। असम के कई घरों में दरारें आ गई हैं। भूकंप के झटके के बाद अब असम से नुकसान की तस्वीरें सामने आने लगी है।राज्य के स्वास्थ्य मंत्री हिमंत विश्वशर्मा ने दो तस्वीरें शेयर की हैं, जिससे नुकसान का आकलन किया जा सकता है।

असम समेत पूरा पूर्वोत्तर क्षेत्र भूकंप के लिए संवेदनशील जोन 05 के अंतर्गत आता है। इसी वजह से यहां भूकंप का खतरा बना रहता है।

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नई दिल्ली, 27 अप्रैल (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कोविड की स्थिति को लेकर अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की जिसमें उन्हें ऑक्सीजन उत्पादन, उसके परिवहन और अस्पतालों में बिस्तर व वेंटिलेटर उपलब्ध कराने के बारे में संबंधित अधिकार प्राप्त समूहों ने जानकारी दी। प्रधानमंत्री ने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि राज्यों में संबंधित एजेंसियां कोविड प्रबंधन के बारे में विशिष्ट दिशानिर्देशों और रणनीतियों को ठीक से लागू करें।

बैठक में प्रधानमंत्री को बताया गया कि ऑक्सीजन का उत्पादन वर्तमान में 8992 मीट्रिक टन हो गया है और इसे महीने के अंत तक 9250 मीट्रिक टन कर दिया जाएगा। पिछले साल अगस्त महीने में 5700 मीट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पादन हुआ था।

समीक्षा बैठक में राज्यों के साथ मिलकर पीएसए ऑक्सीजन उत्पादन प्लांट तैयार किए जाने के बारे में भी चर्चा हुई। प्रधानमंत्री को रेलवे के माध्यम से की जा रही ऑक्सीजन की आपूर्ति और वायुसेना के देश विदेश से ऑक्सीजन टैंकरों के परिवहन में दिए जा रहे सहयोग से अवगत कराया गया।

प्रधानमंत्री को अस्पतालों में बिस्तरों को बढ़ाने और कोविड के प्रति लोगों को जागरूक करने के बारे में भी जानकारी दी गई। बैठक में कैबिनेट सचिव, गृह सचिव, सड़क परिवहन एवं राजमार्ग सचिव, सूचना एवं प्रसारण सचिव,  फार्मास्यूटिकल्स सचिव, नीति आयोग के सदस्य, डीजी आईसीएमआर, जैव प्रौद्योगिकी सचिव और अन्य वरिष्ठ अधिकारी शामिल रहे।

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अहमदाबाद: ऑक्सीजन की कमी से उबरने के बीच राज्य सरकार ने ऑपरेशन ऑक्सीजन दोस्ती शुरू की है. अडानी समूह ने आयात कर मंगाई 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन मुंद्रा बंदरगाह पर पहुंच गई है. इसके अलावा बड़ी संख्या गैस सिलेंडर भी आने वाले हैं.

इसके अलावा सरकार ने भी बड़ी संख्या में पाइप आदि अन्य जरूरी सामान आयात किया है जो जल्द ही बंदरगाह पर पहुंचने वाले हैं.

राज्य सरकार के प्रयास से ‘ऑपरेशन ऑक्सीजन फ्रेंडली’ शुरू किया है. सरकार ने बंदरगाहों पर ऑक्सीजन या संबंधित संसाधनों को ले जाने वाले जहाजों को प्राथमिकता देने का फैसला किया गया है. कच्छ के दो मुख्य बंदरगाहों कंडला और मुंद्रा में ऑक्सीजन और संबंधित सामग्रियों का आयात शुरू हो गया है.

अडानी समूह के प्रमुख गौतम अडानी ने सऊदी अरब के दूतावास को धन्यवाद देते हुए कहा कि दुनियाभर से ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए अपने मिशन के हिस्से के रूप में सऊदी अरब के दम्मना बंदरगाह पर 80 मीट्रिक टन तरल ऑक्सीजन के साथ चार आईएसओ क्रेनिक टैंक आ गए हैं. अडानी समूह के प्रमुख ने सोशल मीडिया पर बताया कि सऊदी अरब से आयात के लिए अधिक क्रायोजेनिक टैंक और 5,000 मेडिकल-ग्रेड ऑक्सीजन-सिलेंडर भी हैं, जिसे जल्द ही भारत भेजा जाएगा. इसके लिए उन्होंने सऊदी दूतावास का आभार व्यक्त किया. उन्होंने आगे कहा कि समूह कच्छ में एक दिन में 1500 सिलेंडर भी जहां जरूरत है वहा भेज रहे है.

सरकार के निर्णयों के तहत कंडला के दीनदयाल पोर्ट ट्रस्ट के अध्यक्ष एस मेहता ने इस तरह की सामग्री वाले कार्गो को प्राथमिकता देने का निर्देश दिया. जिसके संबंध में पोत कंडला में हजीरा पोर्ट से एमवी हाय 86 नाम का जहाज चला, जिसमें से 4722.82 एमटी स्टील पाइप, 1389.47 एमटी स्टील बार, 892.33 मीट्रिक टन जंबो बैग और 170.535 थे.

पोर्ट के प्रवक्ता ओमप्रकाश ददलानी ने कहा कि माल चीन से हजीरा और वहां से कंडला तक आया. उन्होंने बताया कि इस पाइप से ऑक्सीजन सिलेंडर बनाए जाते हैं, जिनमें से कुछ भोपाल जाएंगे.

शिपिंग मंत्रालय ने रविवार को देश के सभी प्रमुख बंदरगाहों के अध्यक्षों को एक पत्र भेजकर बंदरगाह पर ऑक्सीजन ले जाने वाले सभी जहाजों को लंगर लगाने के लिए प्राथमिकता देने का निर्देश दिया गया था, बल्कि बंदरगाह और भंडारण सहित शुल्क भी माफ करने के लिए कहा गया है. पत्र में अध्यक्ष को व्यक्तिगत रूप से इन सभी गतिविधियों पर नजर रखने के लिए कहा गया है. मंत्रालय का यह आदेश चिकित्सा ग्रेड ऑक्सीजन, ऑक्सीजन टैंक, ऑक्सीजन बोतलें, पोर्टेबल ऑक्सीजन जनरेटर, स्टील पाइप सहित संबद्ध सामग्रियों पर अगले तीन महीनों के लिए लागू होगा.

Input: Hindusthan Samachar

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