नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य रोकने की मांग करने वाली याचिका पर मंगलवार (11 मई) को सुनवाई करेगा। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद आज वकील सिद्धार्थ लूथरा ने इस मामले को चीफ जस्टिस डीएन पटेल की अध्यक्षता वाली बेंच के समक्ष जल्द सुनवाई के लिए मेंशन किया।
सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस पटेल ने कहा कि आप उचित याचिका दायर कीजिए हम कल सुनवाई करेंगे। 
दरअसल पिछले 7 मई को सुप्रीम कोर्ट ने सेंट्रल विस्टा में निर्माण कार्य रोकने की मांग वाली याचिका पर आदेश दिया था कि याचिकाकर्ता के वकील सिद्धार्थ लूथरा खुद या किसी और वकील के ज़रिए 10 मई को दिल्ली हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस से जल्द सुनवाई के लिए निवेदन करें। लूथरा का कहना था कि मामले में तत्काल सुनवाई ज़रूरी है। 
सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दिल्ली हाईकोर्ट इस पर विचार करे और मामले को सुनकर आदेश दे। वकील सिद्धार्थ लूथरा ने कहा कि हर दिन की देरी से मज़दूरों पर कोरोना का खतरा मंडरा रहा है। हम ऐसी स्थिति में हैं, जहां स्वास्थ्य व्यवस्था ध्वस्त हो गई है। लोग मर रहे हैं। दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकार ने सारा निर्माण कार्य रोकने का आदेश दिया हुआ है लेकिन सेंट्रल विस्टा में काम जारी है। निर्माण कोई अनिवार्य गतिविधि नहीं है। इसे रोका जा सकता है। 
उल्लेखनीय है कि सुप्रीम कोर्ट ने पिछले 5 जनवरी को सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट को मंजूरी दे दी थी। तीन जजों की बेंच ने 2-1 के बहुमत से फैसला सुनाते हुए सेंट्रल विस्टा के लिए जमीन का डीडीए की तरफ से लैंड यूज बदलने को सही करार दिया था। सुप्रीम कोर्ट ने पर्यावरण क्लियरेंस मिलने की प्रक्रिया को सही कहा था। 

 

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गुवाहाटी: भाजपा नेतृत्वाधीन एनडीए ने असम में लगातार दूसरी बार सत्ता हासिल की है। सोमवार को राजधानी के पांजाबाजी स्थित श्रीमंतशंकर देव कलाक्षेत्र के ऑडिटोरियम में आयोजित एक भव्य समारोह में डॉ. हिमंत बिस्व शर्मा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी ने डॉ. शर्मा को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलायी।
मुख्यमंत्री के साथ कुल 13 विधायकों ने भी मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। मंत्री पद की शपथ लेने वालों में भाजपा के 10, अगप के 02 और यूपीपीएल के 01 विधायक शामिल हैं। 13 मंत्रियों में से 07 मंत्री सर्वानंद सोनोवाल सरकार में भी मंत्री थे। शेष नये मंत्री हैं। मंत्री पद की
शपथ लेने वाले विधायक-
01. रंजीत दास
02. अतुल बोरा (एजीपी)
03. यू जी ब्रह्मा (यूपीपीएल)
04. परिमल सुकला बैद्य
05. चंद्र मोहन पटोवारी
06. केशब महंत (एजीपी)
07. डॉ रोनुज पेगू
08. संजय किशन
09. जोगेन मोहन
10. अजंता नियोग
11. अशोक सिंघल
12. पीयूष हजारिका
13. विमल बोरा

Input हि.स.

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नई दिल्ली: कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडु को कोविड-19 महामारी पर चर्चा के लिए पत्र लिखकर वर्चुअल माध्यम से सर्वदलीय बैठक और संसद की स्थाई समितियों की बैठक आयोजित कराने की मांग की है।

पत्र में खड़गे ने कोविड महामारी से निपटने के लिए 6 उपायों का जिक्र किया है। उन्होंने सर्वदलीय बैठक बुलाने की बात कही है। केंद्रीय बजट में टीकाकरण के लिए आवंटित 35 हजार करोड़ रुपए का इस्तेमाल कर सभी नागरिकों का मुफ्त टीकाकरण कराने को कहा गया है। उन्होंने कहा कि कोरोना टीके का उत्पादन बढ़ाने के लिए अनिवार्य लाइसेंस व्यवस्था का फायदा उठाया जाना चाहिए। वैक्सीन, पीपीई, एंबुलेंस, वेंटिलेटर, ऑक्सीजन और सैनिटाइजर्स को जीएसटी मुक्त किया जाए। कोरोना की लड़ाई से जुड़े उपकरणों तथा अन्य सभी सामान का तत्काल वितरण सुनिश्चित किया जाए। इसके अलावा मनरेगा के तहत रोजगार को बढ़ाकर 200 दिन करने का सुझाव भी दिया है।

राज्यसभा में विपक्ष के नेता खड़गे ने सभापति नायडु को लिखे पत्र में स्थायी समिति की वर्चुअल मीटिंग बुलाने की मांग की है। साथ ही इसमें आग्रह किया गया है कि स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय से सम्बद्ध स्थायी समिति की 123वीं रिपोर्ट का संज्ञान लिया जाए। उन्होंने कहा कि इसमें दिए सुझावों से कोरोना महामारी से निपटने में मदद मिलेगी।

 

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नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शनिवार को कोरोना के प्रबंधन के लिए गठित मंत्री समूह की 25 वीं बैठक की अध्यक्षता की। इस मौके पर उन्होंने विभिन्न राज्यों में कोरोना की स्थिति की समीक्षा की। इस मौके पर उन्होंने कहा कि पिछले सात दिनों से देश के 180 जिलों में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, पिछले 14 दिनों से देश के 18 जिलों में कोरोना का कोई नया मामला सामने नहीं आया है। वहीं, पिछले 21 दिनों में 54 जिलों में कोरोना का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है।
 उन्होंने बताया कि मौजूदा समय में 1.34 प्रतिशत मरीज आईसीयू में भर्ती हैं, 0.39 प्रतिशत मरीज वेंटिलेटर पर हैं और 3.70 प्रतिशत मरीज ऑक्सीजन पर हैं। उन्होंने बताया कि देश में लगातार तीसरे दिन कोरोना के नए मामले 4 लाख से ज्यादा है लेकिन संतोष की बात है कि 3,18,609 मामले ठीक भी हुए हैं।
 वैक्सीन की दूसरी डोज भी लें लोग
डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि लोगों को कोरोना वैक्सीन की दूसरी खुराक भी लेनी चाहिए, तभी पूरा बचाव संभव होगा। उन्होंने राज्यों को सलाह दी कि वे मौजूदा वैक्सीन का 70 फीसदी दूसरी डोज लगाने में लगाए बाकी 30 प्रतिशत नए लोगों को लगाए। उन्होंने बताया  कि 17.49 करोड़ डोज से ज्यादा राज्यों को दिए जा चुके हैं।
 25 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की क्षमता
डॉ. हर्षवर्धन ने बताया कि देश में मौजूदा समय में 25 लाख टेस्ट प्रतिदिन करने की है। अभी 18 लाख तक टेस्ट रोज किए जा रहे हैं। अब तक 30 करोड़ लोगो का टेस्ट किया जा चुका है।
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नई दिल्ली: इस समय देश में चल रही महामारी के दौर में ​रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के वैज्ञानिकों ने डॉ. रेड्डीज लैब्स के सहयोग से 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज (2-डीजी) दवा विकसित की है। इसे ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने कोविड के गंभीर रोगियों पर चिकित्सीय आपातकालीन इस्तेमाल को मंजूरी दे दी है। 2-डीजी के साथ इलाज के बाद अधिकांश कोविड रोगियों के आरटी-पीसीआर टेस्ट की रिपोर्ट निगेटिव आई है। डीआरडीओ का कहना है कि इस दवा को आसानी से उत्पादित और बाजार में उपलब्ध कराया जा सकता है। 
डीआरडीओ की ओर से शनिवार को जानकारी दी गई कि क्लीनिकल ट्रायल​ पूरे होने के बाद अब ड्रग्स कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (डीसीजीआई) ने 1 मई को गंभीर कोविड​​-19 रोगियों के लिए इस दवा के आपातकालीन उपयोग को सहायक चिकित्सा के रूप में अनुमति दी है। अब इसे आसानी से उत्पादित और देश में प्रचुर मात्रा में उपलब्ध कराया जा सकता है। डीसीजीआई ने मई​,​ 2020 में कोविड रोगियों में 2-डीजी के दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल की अनुमति दी थी।​​ मई से अक्टूबर​,​ 2020 तक ​मरीजों पर ​किए गए परीक्षणों में दवा को सुरक्षित पाया गया और रोगियों की ​हालत में महत्वपूर्ण सुधार हुआ। परीक्षण ​का एक हिस्सा 6 अस्पतालों में और ​दूसरा हिस्सा देश के 11 अस्पतालों में किया गया था। ​कुल मिलाकर दूसरे चरण के क्लीनिकल ट्रायल​ में 110 रोगियों पर ​इस दवा का इस्तेमाल ​किया गया। 
परीक्षण से पता चला है कि यह दवा अस्पताल में भर्ती मरीजों की तेजी से रिकवरी में मदद करता है और उनकी ऑक्सीजन निर्भरता भी कम होती है। डीआरडीओ​ के अनुसार परीक्षण के दौरान जिन कोविड मरीजों पर 2-डीजी ​का इस्तेमाल किया गया, उनमें स्टैंडर्ड ऑफ केयर ​के निर्धारित मानकों ​की तुलना में ​अधिक ​तेजी से रोग​ के लक्षण खत्म हुए​ यह दवा पाउच में पाउडर के रूप में आती है, जिसे पानी में घोलकर ​मरीज को दिया ​जाता है।​ डीआरडीओ ने कहा​ ​कि यह दवा वायरस से संक्रमित कोशिकाओं में जमा होकर वायरस को शरीर में आगे बढ़ने से रोक देती है​। डीआरडीओ​ ने आधिकारिक बयान में बताया है कि इस दवा का इस्तेमाल कोविड मरीजों के चल रहे इलाज के साथ सहायक ​या ​वैकल्पिक ​तौर पर दिया जा सकता है। इसका उद्देश्य प्राथमिक उपचार की सहायता करना है।
डीआरडीओ ने कहा​ कि अप्रैल, 2020 में कोविड-19 महामारी की पहली लहर के​​ दौरान संगठन के वैज्ञानिकों ने इस दवा को रेड्डी की प्रयोगशालाओं के सहयोग से डीआरडीओ की लैब इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज ने विकसित किया है। इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर मेडिसिन एंड एलाइड साइंसेज (आईएनएमएएस) और औद्योगिक अनुसंधान परिषद के तत्वावधान में हैदराबाद की लैब सेल्युलर एंड मॉलिक्यूलर बायोलॉजी (सीसीएमबी) की मदद से 2-डीऑक्सी-डी-ग्लूकोज के कई प्रयोग किए।​ प्रयोगशाला में किए गए परीक्षण में पाया गया कि यह दवा गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम कोरोना वायरस (एसएआरएस-सीओवी-2) के खिलाफ प्रभावी ढंग से काम करके उसकी वृद्धि को रोकती है।

 

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चेन्नई: तमिलनाडु में द्रविड़ मुनेत्र कषगम (डीएमके) के प्रमुख एमके स्टालिन ने आज पहली बार राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 33 अन्य मंत्रियों ने भी शपथ ली। इनमें दो महिलाएं भी शामिल हैं। मंत्रिमंडल में स्टालिन के बेटे को शामिल नहीं किया गया है।

तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारी लाल पुरोहित ने द्रमुक विधायक दल का नेता चुने जाने का पत्र सौंपने के बाद स्टालिन को राज्य में सरकार बनाने का न्योता दिया था। शुक्रवार का सुबह नौ राजभवन में तमिलनाडु के राज्यपाल बनवारीलाल पुरोहित ने  स्टालिन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई। मुख्यमंत्री स्टालिन के साथ उनकी पार्टी के 33 अन्य विधायकों ने मंत्री पद की पथ ली है। आज मंत्री पद की शपथ लेने वालों में 19 पूर्व मंत्री और 15 नए चेहरे शामिल हैं। स्टालिन के मंत्रिमंडल में दो महिलाओं को भी स्थान दिया गया।

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मंत्रिमंडल में स्टालिन के बेटे उधयनिधि को शामिल नहीं किया गया हैं। डीएमके ने अपने सहयोगियों के साथ चुनाव लड़ा था और अपने दम पर पूर्ण बहुमत हासिल किया था। डीएमके की वर्ष 2006-11 की सरकार में स्टालिन उपमुख्यमंत्री थे और उनके पिता एम करुणानिधि मुख्यमंत्री थे। डीएमके ने विधानसभा चुनावों में 133 सीटें जीती हैं। कांग्रेस समेत उसके अन्य सहयोगियों ने 234 सदस्यीय विधानसभा में  उनके गठबंधन कुल 159 सीटें जीती हैं।

 

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पुडुचेरी: ऑल इंडिया एनआर कांग्रेस के प्रमुख एन.रंगासामी ने शुक्रवार को पुडुचेरी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण की। कार्यवाहक राज्यपाल तमिलसाई सुंदरराजन ने एन रंगासामी को मुख्यमंत्री पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई। रंगासामी ने चौथी बार पुडुचेरी के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली है।

पुडुचेरी विधानसभा चुनाव 2021 में एन रंगास्वामी की पार्टी एआईएनआरसी ने भाजपा के साथ मिलकर चुनाव लड़ा था, जिसमें गठबंधन को बहुमत (16 सीटें) हासिल हुई। विधानसभा चुनाव में एआईएनआरसी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी है, जिसे 10 सीटों पर जीत मिली, जबकि भाजपा को 6 सीटें मिली है। इस चुनाव में छह निर्दलीय उम्मीदवार भी जीते हैं। विपक्ष में द्रमुक को छह और कांग्रेस ने दो सीटों पर ही जीत दर्ज की है।

 

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नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने राज्य सरकार से कहा कि वैक्सीन लगाने में पहले उन लोगों को प्राथमिकता दें जिन लोगों ने वैक्सीन की पहली डोज ले ली है और जिन्हें दूसरी डोज लगानी है। उन्होंने कहा कि राज्यों को चाहिए कि वे अपने यहां वैक्सीन की कुल सप्लाई का 70 प्रतिशत उन लोगों को लगाएं जिन्हें पहले टीका लग चुका है और 30 प्रतिशत टीके उनको लगाएं जो पहली बार टीका लगवा रहे हैं।
 शुक्रवार को डॉ. आर एमएल अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट के निरीक्षण के दौरान डॉ. हर्षवर्धन ने कहा कि आरएमएल अस्पताल में 200 बेड बढ़ाए गए हैं, जिसमें 22 आईसीयू बेड भी हैं। उन्होंने कहा कि दो दिन पहले अस्पताल परिसर में हाई फ्लो मेडिकल ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। यह प्लांट पीएम केयर द्वारा वित्तपोषित है और इससे रोजाना 2.5 मिट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा सकेगी। 
उन्होंने बताया कि डीआरडीओ की मदद से अस्पताल में रिकॉर्ड छह दिन में ऑक्सीजन प्लांट लगाया गया है। इस प्लांट में 2.5 मिट्रिक टन ऑक्सीजन का उत्पाद होगा। उन्होंने बताया कि पिछले साल अक्टूबर में केन्द्र सरकार की तरफ से देश भर में 162 पीएसए प्लांट लगाने की प्रक्रिया शुरू की थी। उनमें से 93 का काम पूरा हो चुका है। 71 प्लांट ने काम करना शुरू भी कर दिया है। इस महीने के अंत तक 110 प्लांट और चालू हो जाएंगे।
 
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– दिल्ली सरकार की मांग पर सेना ने दिल्ली में ​अलग से ​फील्ड अस्पताल बनाने से किया इनकार
– सेना ने दिल्ली हाईकोर्ट को बताया-कोविड मरीजों के लिए पहले से चल रहे हैं तीन अस्पताल 
नई दिल्ली: दिल्ली कैंट के ​​​​र्मी बेस​​ हॉस्पिटल में ऑक्सीजन का संकट ​खत्म करने के लिए ​​आयरलैंड से ऑक्सीजन जनरेटर संयंत्र ​आ गया है ​जिसे जल्द ही स्थापित किया जाएगा। ​यह ​ऑक्सीजन जनरेटर प्रति मिनट 500 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करने में सक्षम है और 50 बेड ​पर 10 लीटर​ प्रति मिनट​​ ​की आपूर्ति कर सकता है​​​ दूसरी तरफ सेना ने दिल्ली में ​अलग से ​फील्ड अस्पताल बनाने में मदद ​करने से इनकार कर दिया है। ​​सेना ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा ​है ​कि उसके पहले से यहां तीन अस्पताल चल रहे हैं, जिनमें कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है​​​​
दिल्ली कैंट के आर्मी बेस हॉस्पिटल में ​दो दिन पहले ऑक्सीज​​न का संकट खड़ा हो​ने के बाद रक्षा मंत्रालय को अलर्ट भेजा गया ​था​।​ इसके साथ ही बाहर से अतिरिक्त ऑक्सीजन की व्यवस्था करने की कोशिश ​शुरू की गई​।​ इसी क्रम में ​आयरलैंड से ऑक्सीजन जनरेटर संयंत्र ​मंगाया गया जो बुधवार को बेस अस्पताल ​पहुंच गया है​।​ इसे जल्द से जल्द स्थापित ​किये जाने की तैयारी है​।​ ये ​​​ऑक्सीजन जनरेटर प्रति मिनट 500 लीटर ऑक्सीजन का उत्पादन करने में सक्षम है और​ 50 बेड ​को 10 लीटर ​प्रति मिनट​ की दर से ​ऑक्सीजन​ की आपूर्ति कर सकते हैं।​​
 
​दूसरी तरफ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ​को पत्र लिखकर दिल्ली में सेना की मदद से अस्पताल बनाए जाने के लिए मदद की दिल्ली सरकार की मांग पर सेना ने दिल्ली हाईकोर्ट में कहा कि उसके पहले से यहां तीन अस्पताल चल रहे हैं, जिनमें कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है। सेना की ओर से दिल्ली हाईकोर्ट को ​बताया गया कि दिल्ली में ​अलग से ​फील्ड अस्पताल नहीं बनाया जा सकता है। सेना की ओर से कोर्ट में कहा गया कि सेना या एयरफोर्स ऑक्सीजन के परिवहन का काम करने में मदद कर सकती है। सेना अपनी क्षमता का भरपूर इस्तेमाल कर रही है​, इसलिए वो अभी अस्पताल बनाने में योगदान नहीं कर सकती है।​ सुनवाई के दौरान एएसजी चेतन शर्मा ने डीआरडीओ की ओर से किए गए कार्यों से ​भी ​हाईकोर्ट को अ​व​गत कराया।
 
सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि सेना का इंजी​​नियरिंग विंग स्टोरेज क्षमता बनाने पर काम कर सकता है। तब शर्मा ने कहा कि कोर्ट का ये सुझाव वे सेना के अफसरों के पास रखेंगे। एएसजी शर्मा ने कहा कि दिल्ली सरकार के नोडल अफसर इस बाबत वार रुम में कह सकते हैं। इस पर दिल्ली सरकार की ओर से वकील राहुल मेहरा ने कहा कि इस पर आदेश पारित करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हम एक स्थान की पहचान करेंगे जहां सौ या दो सौ मीट्रिक टन ऑक्सीजन का स्टोरेज हो सके।
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– 24 घंटों में आए कोरोना के 4.12 लाख से ज्यादा नए मामले, 3980 लोगों की हुई मौत
 -देश में रिकवरी रेट 81.98 फीसद हुआ
नई दिल्ली: देश में कोरोना के नए मामले फिर चार लाख के पार हो गये हैं। पिछले 24 घंटों में कोरोना के 4 लाख,12 हजार,262 नए मामले सामने आए हैं जबकि इस बीमारी से 3 हजार, 980 लोगों की मौत हो गई। पिछले 24 घंटे 3 लाख,29 हजार,113 मरीज स्वस्थ भी हुए हैं।
 गुरुवार की सुबह केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक देश में अबतक कोरोना के कुल 2 करोड़,10 लाख,77 हजार,410 मामले सामने आ चुके हैं। वहीं, इस बीमारी से अबतक 2 लाख,30 हजार,168 लोगों की मौत हो चुकी है। एक्टिव मरीजों की संख्या 35 लाख,66 हजार,398 है। वहीं, राहत भरी खबर है कि कोरोना से अबतक 1 करोड़,72 लाख,80 हजार,844 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।
कोरोना के बढ़ते मामलों के साथ रिकवरी रेट भी लुढकता जा रहा है। दो- तीन दिन तक थोड़ा संभलने के बाद गुरुवार को रेकवरी रेट में फिर गिरावट हुई है। पिछले 24 घंटे में देश का रिकवरी रेट घटकर 81.98 प्रतिशत हो गया है।
 24 घंटे में किए गए 19 लाख से अधिक टेस्ट 
आईसीएमआर के मुताबिक पिछले 24 घंटे में 19 लाख से अधिक टेस्ट किए जा चुके हैं। 05 मई को 19 लाख,23 हजार,131 टेस्ट किए गए। देश में अबतक कुल 29 करोड़,67 लाख,75 हजार,209 टेस्ट किए जा चुके हैं।
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– अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर शुरू की जाएगी राफेल की दूसरी स्क्वाड्रन
– अबतक भारत आये राफेल विमान पहली स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर तैनात किये गए 
 
नई दिल्ली: फ्रांस के मेरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस से बुधवार शाम को उड़े तीन राफेल फाइटर जेट्स नॉन स्टॉप 8,000 किलोमीटर की यात्रा पूरी करके आधी रात को भारत पहुंच गए। तीनों विमान गुजरात में वायुसेना के जामनगर एयरबेस पर उतरे।
 
छठी खेप में आये इन तीन राफेल युद्धक विमानों के साथ अबतक 20 जेट्स भारत पहुंच चुके हैं। अबतक भारत आये 17 विमानों को पहली स्क्वाड्रन अंबाला एयरबेस पर तैनात किया गया है। इसके बाद राफेल की पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस पर दूसरी स्क्वाड्रन को ऑपरेशनल किया जाना है। इसके बाद चार और राफेल विमानों के जल्द भारत पहुंचने की उम्मीद है।
तीनों राफेल विमानों को रास्ते में संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) एयरफोर्स के एयरबस 330 मल्टी-रोल ट्रांसपोर्ट टैंकरों से ओमान की खाड़ी में मध्य हवा में ईंधन दिया गया। भारत में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बाद राफेल विमानों के लाने की प्रक्रिया थोड़ी लंबी हो गई है। क्योंकि भारत से फ्रांस के लिए रवाना होने से पहले भारतीय पायलटों को क्वारंटाइन के साथ-साथ और भी कई सावधानियों से गुजरना पड़ता है। भारतीय वायुसेना ने कोविड-19 के दौर में भी राफेल विमानों की निर्धारित समय के अंदर भारत को सौंपने और पायलटों के समुचित प्रशिक्षण के लिए धन्यवाद दिया है। साथ ही विमानों की बिना रुके उड़ान के दौरान हवा में ही विमानों में ईंधन भरने के लिए भी यूएई का आभार जताया है। 
 
फ्रांस के पांच दिवसीय दौरे पर गए वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने 21 अप्रैल को फ्रांस के मेरिग्नैक-बोर्डो एयरबेस से पांचवें बैच में तीन राफेल फाइटर जेट्स को हरी झंडी दिखाकर भारत के लिए रवाना किया था। पांच बैच में अबतक 17 राफेल फाइटर जेट भारत आ चुके हैं जिन्हें पहली स्क्वाड्रन ‘गोल्डन एरो’ अम्बाला एयरबेस पर तैनात किया गया है। छठी खेप में आये इन तीन राफेल युद्धक विमानों के साथ अब तक 20 जेट्स भारत पहुंच चुके हैं। अंबाला स्थित गोल्डन एरो स्क्वाड्रन पर पूर्वी लद्दाख की एलएसी और पाकिस्तान से सटी एलओसी के दोनों ही मोर्चों की जिम्मेदारी है। अंबाला में राफेल की पहली स्क्वाड्रन तैनात करने पर करीब 250 करोड़ रुपये का खर्च आया था। पिछले साल 10 सितम्बर को अंबाला में राफेल को वायुसेना में शामिल होने वाले कार्यक्रम पर करीब 42 लाख रुपये खर्च हुए थे।
 
एलएसी पर चीन से तनातनी के बीच भारत ने राफेल लड़ाकू विमानों को लद्दाख के फ्रंट-लाइन एयरबेस पर तैनात किया है। 18 विमानों से पहली स्क्वाड्रन पूरी होने के बाद अब पश्चिम बंगाल के हाशिमारा एयरबेस दूसरी स्क्वाड्रन को शुरू किया जाना है। पूर्वी लद्दाख में चीन से चल रही तनातनी के बीच राफेल फाइटर जेट्स की इस दूसरी स्क्वाड्रन की जिम्मेदारी सिक्किम से लेकर अरूणाचल प्रदेश तक से सटी एलएसी की होगी। पूर्वी क्षेत्र में चीन-भूटान ट्राइ-जंक्शन के बेहद करीब हाशिमारा ऑपरेटिंग बेस अप्रैल में ही बनकर तैयार है।
हाशिमारा बेस उसी विवादित डोकलाम इलाके के बेहद करीब है जहां वर्ष 2017 में भारत और चीन की सेनाओं के बीच 75 दिन लंबा टकराव हुआ था। अभीतक हाशिमारा बेस पर राफेल के लिए तैयार किए गए इंफ्रास्ट्रक्चर और नए रनवे के बारे में ज्यादा जानकारी साझा नहीं की गई है।
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जालोर: जिले की सांचौर तहसील के लाछड़ी गांव में गुरुवार को एक किसान के खेत में स्थित बोरवेल में करीब चार साल का मासूम बच्चा गिर गया। सूचना मिलते ही प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंची है, वहीं प्रशासनिक अधिकारियों की सूचना पर एसडीआरएफ की टीम भी लाछड़ी गांव पहुंच रही है। ग्रामीण, पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी बोरवेल से बच्चे को निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं।

पुलिस के अनुसार करीब 90 फीट गहरे बोरवेल में मासूम बच्चा गिरा है। मौके पर बड़ी संख्या में आस-पास के ग्रामीण भी एकत्र हो गए हैं। प्रशासन के आला अधिकारियों द्वारा बच्चे को बाहर निकालने और उसे बचाने के प्रयास शुरू कर दिए गए हैं। ग्रामीणों का कहना है कि बोरवेल में गिरे बच्चे के पिता का नाम नगाराम देवासी हैं, लेकिन अभी बच्चे के नाम का पता नहीं चल पाया है।

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