नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द और उप राष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू ने ईद-उल-जुहा (बकरीद) की पूर्व संध्या पर देशवासियों को शुभकामनाएं देते हुए कोविड-19 के मद्देनजर पूरी एहतियात बरतते हुए पर्व मनाने की अपील की है।

राष्ट्रपति कोविन्द ने यहां जारी शुभकामना संदेश में कहा कि ईद-उल-जुहा के अवसर पर मैं सभी देशवासियों, विशेषकर हमारे मुस्लिम भाइयों और बहनों को मुबारकबाद देता हूं और उनकी बेहतरी की दुआ करता हूं। उन्होंने कहा कि ईद-उल-जुहा प्रेम, त्याग और बलिदान की भावना के प्रति आदर व्यक्त करने और समावेशी समाज में एकता और भाईचारे के लिए मिलकर कार्य करने का त्योहार है।

राष्ट्रपति ने कहा कि बकरीद का त्योहार अपनी खुशियों को साझा करने और गरीबों व बेसहारा लोगों की भरपूर मदद करने का अवसर भी होता है। उन्होंने लोगों का आह्वान किया कि हम सब मिलकर कोविड महामारी से बचाव के उपाय अपनाते हुए, समाज के हर वर्ग की खुशहाली और भलाई के लिए काम करने का संकल्प लें।

उप राष्ट्रपति नायडू ने अपने शुभकामना संदेश में कहा, “मैं ‘ईद-उल-जुहा’ के पावन अवसर पर अपने देशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। कुर्बानी का त्योहार ‘ईद-उल-जुहा’ ईश्वर के प्रति परम श्रद्धा का प्रतीक है।

उन्होंने कहा कि हमारे देश में त्योहार परिवारों और समुदायों के एक साथ मिलकर खुशियां मनाने के अवसर होते हैं। परंतु वर्तमान कोविड-19 विश्वव्यापी महामारी के कारण हमें इस वर्ष, इस त्योहार को सादगी के साथ मनाकर ही संतोष करना होगा। मेरी सभी से अपील है कि आप पूरी एहतियात बरतते हुए और कोविड सुरक्षा संबंधी मानकों का पालन करते हुए पर्व मनाएं।

नायडू ने कहा कि मेरी कामना है कि ईद-उल-जुहा का यह पर्व हमारे जीवन में शांति, सद्भाव और खुशियां लाए।”

0Shares

नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस को स्वतंत्रता दिवस से कुछ दिन पहले ही खुफिया एजेंसी की तरफ से अलर्ट भेजा गया है। इसमें बताया गया है कि दिल्ली में आतंकी किसी बड़ी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। खासतौर से हवाई हमला किए जाने की आशंका है। इसी को ध्यान में रखते हुए दिल्ली पुलिस कमिश्नर का कार्यभार देख रहे बालाजी श्रीवास्तव ने पहले ही ड्रोन सहित तमाम उड़ने वाली वस्तुओं पर रोक लगा रखी है। इस अलर्ट के बाद दिल्ली पुलिस के सभी जिला डीसीपी को इलाके में गश्त करने के निर्देश दिए गए हैं।

पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि दिल्ली पुलिस को दिए गए अलर्ट में बताया गया है कि पांच अगस्त को जम्मू कश्मीर से धारा 370 को हटाया गया था। ऐसे में आतंकी पांच अगस्त के आसपास ही दिल्ली में किसी आतंकी हमले को अंजाम दे सकते हैं। इसके लिए किसी स्लीपर सेल का इस्तेमाल भी किया जा सकता है। अलर्ट में बताया गया है कि दिल्ली पुलिस को खासतौर से 15 अगस्त तक अलर्ट रहने की आवश्यकता है। दिल्ली में चप्पे-चप्पे पर नजर रखना बेहद आवश्यक है।

कमिश्नर का कार्यभार देख रहे बालाजी श्रीवास्तव आतंकी हमले की आशंका को ध्यान में रखते हुए पहले से ही तैयारी कर रहे हैं। बीते रविवार की रात वह खुद दिल्ली में सुरक्षा का जायजा लेने के लिए निकले थे। उन्होंने दिल्ली के प्रमुख तीन बॉर्डर के अलावा लाल किला और संसद भवन के पास की सुरक्षा व्यवस्था का पूरा जायजा लिया था।

पुलिस की तरफ से दावा किया गया था कि रात के समय लगभग 30,000 पुलिसकर्मी सड़कों पर ड्यूटी दे रहे थे। बालाजी श्रीवास्तव ने खासतौर से लाल किला के आसपास की सुरक्षा की निगरानी वरिष्ठ अधिकारियों को करने का निर्देश दिया है, जहां पर स्वतंत्रता दिवस का कार्यक्रम आयोजित होना है।

वहीं पुलिस सूत्रों का कहना है कि समय-समय पर इस तरह के अलर्ट दिल्ली पुलिस को मिलते हैं। दिल्ली पुलिस ने स्वतंत्रता दिवस और संसद के मॉनसून सत्र को ध्यान में रखते हुए सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए हुए हैं। खासतौर से होटल और गेस्ट हाउस में जांच अभियान चल रहा है। इसके साथ ही जगह-जगह किरायेदार सत्यापन अभियान भी चलाया जा रहा है।

जहां तक हवाई हमले की बात है तो दिल्ली पुलिस की तरफ से इसके लिए पहले ही उड़ने वाली वस्तुओं पर रोक लगाई जा चुकी है। पुलिस की तरफ से लोगों से भी अपील की गई है कि अगर उन्हें कुछ भी संदिग्ध लगे तो इसकी जानकारी पुलिस को तुरंत दें।

0Shares

श्रीनगर: शोपियां जिले के सादिक खान इलाके में रविवार देर रात सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर इश्फाक डार सहित दो आतंकियों को मार गिराया गया है। सुरक्षाबलों ने दोनों आतंकियों के शवों को कब्जे में लिया है। मुठभेड़स्थल से सुरक्षाबलों को हथियार और गोला-बारूद सहित अन्य सामग्रियां बरामद हुई हैं। इलाके में अन्य आतंकियों के छुपे होने की आशंका में सुरक्षाबलों का तलाशी अभियान सोमवार को भी जारी है।

जानकारी के अनुसार शोपियां जिले के सादिक खान इलाके में रविवार रात सुरक्षाबलों को आतंकियों की मौजदूगी की सूचना मिली थी। सूचना के आधार पर एसओजी, सेना की 34 आरआर और सीआरपीएफ के जवानों ने इलाके में पहुंचकर तलाशी अभियान शुरू किया। इस दौरान आतंकियों ने सुरक्षाबलों को आता देख गोलीबारी शुरू कर दी जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। रविवार देर रात के बाद मुठभेड़ के दौरान सुरक्षाबलों ने लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर इश्फाक डार सहित दो आतंकियों को मार गिराया गया।

आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि पुलिस इंस्पेक्टर की हत्या, मोबाइल की दुकान के मालिक की हत्या और ग्रेनेड हमले में तीन लोगों की हत्याओं में भी लश्कर के इन्हीं आतंकियों का हाथ था। हम उन्हें ट्रैक कर रहे थे। उन्होंने कहा कि शोपियां जिले के सादिक खान इलाके में रविवार रात को जैसे ही इन आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली तो सुरक्षाबलों ने घेराबंदी शुरू कर दी। हमने उनसे आत्मसमर्पण करने को कहा लेकिन वे नहीं माने जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। जिसमें दोनों आतंकी मारे गए। उन्होंने कहा कि इलाके में अन्य आतंकियों की आशंका के चलते सुरक्षाबलों ने सोमवार को तलाशी अभियान जारी रखा हुआ है। खबर लिखे जाने तक तलाशी अभियान जारी था।

0Shares

नई दिल्ली: केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों को कोरोना रोधी टीके की अबतक कुल 41.99 करोड़ खुराक मुहैया कराई है। टीके की 2.56 करोड़ खुराक राज्यों के पास अब भी मौजूद है।

केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक राज्यों ने अबतक 39.42 करोड़ खुराक लोगों को दी है और 2.56 करोड़ खुराक अब भी उनके पास मौजूद है। केन्द्र सरकार ने 15 लाख से अधिक डोज राज्यों को और भेजी है।

0Shares

विहिप संगठन में कई बड़े बदलाव, आलोक कुमार कार्याध्यक्ष पद पर बरकरार

फरीदाबाद: विश्व हिंदू परिषद की केंद्रीय प्रबंध समिति और प्रन्यासी मंडल की दो दिवसीय बैठक फरीदाबाद के मानव रचना शैक्षणिक संस्थान में शुरू हुई। बैठक के पहले दिन संगठन में कई बदलाव किए गए। केंद्रीय उपाध्यक्ष पद्मश्री डॉ रवींद्र नारायण सिंह को अध्यक्ष बनाया गया है, जबकि मिंलिद परांडे फिर से केंद्रीय महामंत्री चुने गए। प्रख्यात आर्थोपेडिक सर्जन डॉ. रवीन्द्र नारायण सिंह बिहार के पटना जिले के निवासी हैं। आलोक कुमार कार्यकारी अध्यक्ष और चंपत राय केंद्रीय उपाध्यक्ष बने रहेंगे।

इसके साथ ही कई अन्य पदाधिकारियों के दायित्व में भी परिवर्तन किया गया। केंद्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही अब केंद्रीय सत्संग और धर्माचार्य टोली में रहेंगे। विहिप के निवर्तमान अध्यक्ष विष्णु सदाशिव कोकजे भी केंद्रीय टोली के सदस्य रहेंगे।

उल्लेखनीय है कि विहिप में प्रत्येक तीन वर्ष पर संगठनात्मक चुनाव होते हैं। यह बैठक शनिवार से हरियाणा के फरीदाबाद में प्रारंभ हुई है। देशभर के लगभग 275 विहिप पदाधिकारी भाग ले रहे हैं। इस बैठक में मतांतरण के विरुद्ध केंद्रीय कानून, मठ-मंदिरों की सरकारी नियंत्रण से मुक्ति, बंगाल में हुई हिंसा तथा कोरोना की तीसरी लहर की पूर्व तैयारी के अतिरिक्त संगठन के षष्टि-पूर्ति वर्ष और संगठन विस्तार के विषय में व्यापक चर्चा हो रही है। बैठक में देश-विदेश के शेष पदाधिकारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़ें हैं। यह बैठक हर छ: मास में बुलाई जाती है।

बैठक में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की अखिल भारतीय कार्यकारिणी के सदस्य सुरेश जोशी उपाख्य भैयाजी जोशी, विहिप के कार्याध्यक्ष (विदेश) अशोक राव चौगुले, उपाध्यक्ष गंगराजू, ओम प्रकाश सिंहल तथा कोषाध्यक्ष रमेश गुप्ता सहित सभी केंद्रीय और क्षेत्रीय पदाधिकारी भाग ले रहे हैं।

0Shares

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार शाम राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द से मुलाकात की तथा उन्हें महत्वपूर्ण मुद्दों के बारे में जानकारी दी।

राष्ट्रपति भवन ने ट्वीट के जरिए इस मुलाकात के बारे में जानाकारी दी। मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी के एक दिन के दौरे के बाद शाम को राजधानी लौटे थे। उसके बाद वह कोविन्द से मिलने के लिए राष्ट्रपति भवन गए।

मुलाकात के बारे में कोई विस्तृत ब्यौरा नहीं दिया गया। संसद के 19 जुलाई से शुरु हो रहे मानसून सत्र के पहले प्रधानमंत्री की राष्ट्रपति से मुलाकात हुई है।

छपरा के स्वर्ण व्यवसायियों को दी गई नए हॉल मार्किंग नियम की जानकारी

हर्ष फायरिंग को लेकर जिला प्रशासन सख्त, दोषी व्यक्ति पर तुरंत प्राथमिकी के आदेश

अवैध बालू के भंडारण और परिवहन पर रोक के लिए चेक पोस्ट पर दंडाधिकारी प्रतिनियुक्त, देखें रोस्टर

0Shares

नई दिल्ली: कोरोना महामारी को हराने को लेकर देशभर में चल रहे टीकाकरण अभियान में टीकों को कमी पर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्र की मोदी सरकार को घेरा है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनकी सरकार ने देश को कठिन दौर में लाकर खड़ा कर दिया है।

राहुल गांधी ने गुरुवार को ट्विटर पर शायराना अंदाज में सरकार पर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट में लिखा, ‘सदियों का बनाया, पलों में मिटाया, देश जानता है कौन ये कठिन दौर लाया’। अपने ट्वीट के साथ राहुल ने हैश टैग के जरिए कोरोना वैक्सीेन की कमी, महंगाई, बेरोजगारी, किसानों को समस्याओं और एलएसी (लाइन ऑफ एक्चुकअल कंट्रोल) के मुद्दे को भी उठाया। हालांकि, ट्वीट में उन्होंने किसी का नाम नहीं लिखा, लेकिन आक्रामक रुख और भाषा से साफ है कि उनका निशाना केंद्र की मोदी सरकार पर था।

इससे पहले बुधवार को राहुल गांधी ने टीकाकरण अभियान की धीमी गति को लेकर मोदी सरकार पर तंज कसा था। उन्होंने कहा था कि सिर्फ जुमले हैं, वैक्सीन नहीं।

0Shares

उत्तराखण्ड और हिमाचल में इस वर्ष भी बादल फटने की खबरें आ रही हैं। पिछ्ले कुछ वषों से ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है। इससे जान माल की काफी नुकसान होता है। 2013 में केदारनाथ और 2010 में लद्दाख क्षेत्र के लेह में बादल फटने से भारी तबाही हुई थी। बादल कैसे फटते हैं ? मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार जब एक जगह पर अचानक एक साथ भारी बारिश हो जाए तो उसे बादल फटना कहते हैं। जिस तरह से अगर पानी से भरे किसी गुब्बारे को फोड़ दिया जाए तो सारा पानी एक ही जगह तेजी से नीचे गिरने लगता है। ठीक वैसे ही बादल फटने से पानी से भरे बादल की बूंदें तेजी से अचानक जमीन पर गिरती है। वैज्ञानिक बताते हैं जब बादल बड़ी मात्रा में पानी के साथ आसमान में चलते हैं और उनकी राह में कोई बाधा आ जाती है तब वे अचानक फट पड़ते हैं। आखिर यह बाधा कैसी है जिसके कारण बादल अचानक फट पड़ते हैं ? बादलों के यह बाधा हिमालय पर्वत है। इसलिए ज्यादातर बादल फटने की घटनाएं इस क्षेत्र में होता है। इसके अलावा बादल को अगर गर्म हवा के संसर्ग मे आता है तो उसे फटने की आशंका बन जाती है। ऐसी घटना मुंबई में 2005 को हुआ था जब बादल पहाड़ों से टकराकर नही बल्कि गर्म हवा से टकड़ा कर फटा था जिससे मुंबई को बहुत नुकसान पहुंचा था।

लगातार बढ़ रही बादल फटने की घटनाओं को विश्वयापी या भूमंडलीय तापक्रम ( Global Warming ) के कारण जलवायु परिवर्तन ( Climate Change ) का असर हो सकता है। वातावरण में ग्रीन हाउस गैसों की मात्रा बढ़ने को ग्लोबल वार्मिंग एवं क्लाइमेट चेंज का कारण माना जाता है। वातावरण की मुख्य ग्रीन हाउस गैसें पानी की भाप, कार्बन डाइऑक्साइड, मिथेन, नाइट्रस और ओजोन
मुख्य हैं।

बादल फटने की वजह वनों के असमान वितरण भी हो सकता है। मैदानी भाग में मौनसूनी हवाओं को अनुकुल वातावरण नही मिल पाता है और पर्वत क्षेत्रों मे घने वनों के ऊपर पहुंच कर मौनसूनी बादल फट पड़ते हैं। इसलिए मैदानी क्षेत्रों में वनीकरण की आवश्यकता है।

पर्यावरणविद बांधों के निर्माण को भी इसका कारण मानते है। कहा जाता है कि टिहरी बांध के अस्तित्व मे आने के बाद इस तरह की घटनाओं की संख्या बढ़ी है। पूरे उत्तराखण्ड में जल विद्युत परियोजनाएं चल रही है। नदी का प्राकृतिक बहाव रोकने से प्रकृति मुश्किल मे आ गई है। इसलिए बादल फटने की घटनाओं में तेजी आई है।

मौसम विज्ञान केंद्र के अधिकारी बताते हैं कि पिछ्ले कुछ वर्षों के डाटा का आंकलन करने पर पता चलता है कि पूरे मौनसून सीजन में बारिश तो एक समान रिकॉर्ड हो रही है लेकिन इस दौरान रेनी डे ( किसी एक जगह, एक दिन में 2.5 m m या उससे अधिक बारिश रिकॉर्ड होती है तो उसे रेनी डे कहते हैं ) की संख्या में कमी आ रही है। इसका मतलब यह हुआ कि जो बारिश सात दिनों में होती थी वह तीन दिनों में ही हो रही है जिससे स्थिती बिगड़ रही है।

विज्ञान की निरंतर भाग दौड़ तथा मानव का भौतिकवाद और असंतुष्ट लोभ प्राकृतिक संकलनों _संसाधनों को तीव्रता से नष्ट करता जा रहा है। हमारा भरा पूरा संसार प्रदूषण मे मायाजाल में फंसकर विनाश की ओर जा रहा है। ग्लोबल वार्मिंग , क्लाइमेट चेंज इत्यादि पर्यावरण से छेड़छाड़ का नतीजा है जिसके कारण बादल फटने जैसी घटनाएं बढ़ रही है। पर्यावरण को बचाने के लिए उचित कदम उठाने के उपाय ज्ञानेंद्र रावत जैसे वरीय पर्यावरणविद द्वारा सुझाए गए हैं। यदि हम इस दिशा में थोडी भी कोशिश की जाए तो ऐसी घटनाओं पर नियंत्रण किया जा सकेगा।

0Shares

जम्मू: जम्मू के बाहरी इलाके अरनिया सेक्टर में मंगलवार देर रात को एक बार फिर पाकिस्तानी ड्रोन उड़ता देखा गया। ड्रोन देखे जाने के बाद बीएसएफ के जवानों ने उस पर गोलीबारी शुरू की, जिसके बाद ड्रोन वापस भाग गया।


जानकारी के अनुसार मंगलवार देर रात को पाकिस्तानी रेंजरों ने अपनी जुमट पोस्ट से जम्मू के अरनिया सेक्टर की जबोवाल पोस्ट व छाबनी पोस्ट के ऊपर ड्रोन उड़ाया। ड्रोन को उड़ते देख बीएसएफ की 42 वाहिनी के जवानों ने गोलीबारी कर ड्रोन को वापस भगा दिया।

बता दें कि जम्मू में दो जुलाई को अरनिया सेक्टर के जबोवाल पोस्ट के पास पाकिस्तानी ड्रोन देखा गया था। वहीं इसके पहले रत्नूचक्क इलाके में भी ड्रोन देखा गया था। सेना की ब्रिगेड हेडक्वार्टर के नजदीक दो ड्रोन को उड़ते हुए देखा गया था। यह ड्रोन करीब 75 मीटर की ऊंचाई पर उड़ रहे थे। जवानों के गोलीबारी करने पर दोनों ड्रोन गायब हो गए थे।

0Shares

द्वारका/अहमदाबाद: देवभूमि द्वारका जिले के यात्राधाम द्वारका में मंगलवार सुबह से ही बारिश हो रही है। तेज बारिश के बीच जगतमंदिर का झंडा आकाशीय बिजली गिरने से क्षतिग्रस्त हो गया है।

झंडे पर बिजली गिरने का लाइव वीडियो वायरल हो रहा है। लोगों का मानना है कि इस घटना को टालने वाले भगवान द्वारकाधीश जी ही थे। स्वाभाविक रूप से अगर यह बिजली मंदिर के आसपास के रिहायशी इलाके में गिरती तो जानमाल का नुकसान हो सकता था।

मंदिर के झंडे पर बिजली गिरने से झंडे को मामूली क्षति हुई है। खास बात यह है कि द्वारकाधीश मंदिर के ऊपर फहराने वाले झंडे का विशेष धार्मिक महत्व है। स्थानीय लोगों के मुताबिक यह पहली बार है जब मंदिर के आसपास बिजली चमकी है।

द्वारका के एसडीएम भटेरिया ने बताया कि आज दोपहर मंदिर की चोटी पर लहराते झंडे पर बिजली गिरी। जिसके परिणामस्वरूप ध्वज दंड को सामान्य क्षति हुई है। मंदिर को कोई नुकसान नहीं हुआ है।

0Shares

संसद का मानसून सत्र 19 जुलाई से शुरू होकर 13 अगस्त तक चलेगा. इस संबंध में लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिरला ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि संसद का मानसून सत्र कुल 19 दिन का होगा. उन्होंने यह जानकारी आगामी सत्र को लेकर तैयारियों का जायजा लेते हुए दी.

स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि संसद का सत्र सुबह 11 बजे से शुरू होगा और शाम छह बजे तक चलेगा. चूंकि कोरोना वायरस प्रकोप अभी भी जारी है, इसलिए संसद का सत्र सभी आवश्यक प्रोटोकॉल के साथ आयोजित किया जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग बनाये रखने के लिए सांसदों के बैठने की उचित व्यवस्था की जा रही है.

ओम बिरला ने कहा कि सभी सदस्यों और मीडिया को कोविड -19 नियमों के अनुसार ही सदन में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. स्पीकर ने कहा, आरटीपीसीआर परीक्षण अनिवार्य नहीं है.

लेकिन हमारा उन सब से जिन्होंने कोरोना टीका नहीं लिया है यह आग्रह है कि वे टीका जरूर लें. इससे पहले यह जानकारी सामने आयी थी कि जिन्होंने कोरोना वैक्सीन का एक भी डोज नहीं लिया है उन्हें आरटीपीसीआर टेस्ट के बिना सदन में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जायेगी.

हालांकि जिन्होंने वैक्सीन नहीं लिया है उन्हें हर दो सप्ताह में कोरोना टेस्ट कराना होगा. यह नियम सांसदों के साथ-साथ उन सभी लोगों के लिए है जो सदन में प्रवेश करेंगे. जानकारी के अनुसार अब तक, लोकसभा के 444 सदस्यों और राज्यसभा के 218 सदस्यों को कोविड -19 का टीका लगाया गया है. कई सांसद जो कोरोना वायरस के संक्रमण से पीड़ित थे वे टीका नहीं ले पाये हैं.

0Shares

– इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम और एक अर्धनिर्मित टाइम बम बरामद हुआ

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के काकोरी इलाके से रविवार को यूपी एटीएस ने आतंकी संगठन अलकायदा के दो संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा है। इनके पास से दो प्रेशर कुकर बम, एक अर्धनिर्मित टाइम बम, अन्य हथियार और दस्तावेज बरामद हुए हैं।

दरअसल यहां पर खुफिया जांच एजेंसी को कई आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद एटीएस ने यहां पर छापेमारी की और दो संदिग्ध आतंकियों को पकड़ा। घर में अन्य लोगों के अंदर छुपे होने की जानकारी पर सर्च ऑपरेशन जारी है। शक है कि ये लोग दो-तीन दिन में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे। एटीएस ने पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली है।

एटीएस ने शाहिद उर्फ गुड्डू और वसीम को अपनी गाड़ी में बैठा लिया है जिनसे पूछताछ जारी है। एटीएस को इस बिल्डिंग से काफी दस्तावेज भी मिले हैं। पता चला है कि इनकी योजना तीन दिन में लखनऊ में एक सांसद के साथ अन्य भाजपा नेताओं को बम विस्फोट में उड़ाने की थी। इनके पास से भारी मात्रा में विस्फोटक मिला है। बम को निष्क्रिय करने के लिए बम डिस्पोजल स्क्वॉड मौके पर पहुंचा है।

लखनऊ के काकोरी में रिंग रोड पर बने इस मकान को उत्तर प्रदेश एटीएस की तीन टीमों ने घेर रखा है। एटीएस ने मकान के आस-पास का क्षेत्र खाली करा लिया है। एटीएस के एक दर्जन से अधिक कमांडो इस ऑपरेशन में सक्रिय हो गए हैं। एटीएस ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया है। एनएसजी कमांडो, एटीएस, एसटीएफ और खुफिया विभाग के टीम के साथ अन्य जांच एजेंसी मौजूद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पुलिस अधिकारियों से पल-पल की खबर ले रहे हैं।

0Shares