कोरोना के मामलों में देशभर में हो रही वृद्धि के बाद इसके चौथी लहर के आने की आशंका जताई जा रही है. ऐसे में लोगों को इस बीमारी से बचने के लिए गंभीर होना चाहिए, लेकिन लोग इसे अब मजाक बना रहे हैं.

खासकर सोशल मीडिया पर कोरोना की खबरों पर लोग मीडिया को ही कोसने लग रहे हैं. लोगों का कहना है कि कोरोना अगर बढ़ रहा है, तो फिर देश में चुनाव कराने की जरूरत है, ताकि वह कम हो सके.

लोग ऐसा तर्क इसलिए कर रहे हैं क्योंकि भारत में विगत दिनों जिस प्रकार सरकार ने कोरोना के बढ़ते प्रभाव के बीच चुनाव और बड़े आयोजन किए हैं, वैसे में लोगों का भरोसा अब कोरोना के बचाव से उठ गया है.

लोगों का मानना है कि कोरोना केवल सरकार का सगुफा है और सरकार को जब जरूरत होती है वह कोरोना के बढ़ने का दावा करती है. हालांकि इस दौरान अगर चुनाव आ जाए तो नेता बड़ी-बड़ी जनसभाएं करते हुए देखे जाते हैं. कोरोना को लेकर लोगों का इस प्रकार से और असंवेदनशील और लापरवाह होना भारी पड़ सकता है.

लोग अब सरकारी पाबंदियों को पार्टी पॉलिटिक्स से जोड़ कर देखने लगे हैं. लोगों का कहना है कि सरकार मेडिकल कंपनियों और तमाम अन्य लोगों को फायदा पहुंचाने के लिए ऐसा कर रही है.

आपको बता दें कि ताजा आंकड़ों में एक बार फिर से देश में कोरोना की मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र दिल्ली में संक्रमण का प्रतिशत तेजी से बढ़ा है. दिल्ली में हर राज्य के लोग रहते हैं और लगातार अपने राज्य आते और जाते हैं. ऐसे में संक्रमण के और बढ़ने के आसार दिखाई दे रहे हैं.

संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच लोगों की ऐसी लापरवाही भारी पड़ सकती है.

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Noida: उत्तरप्रदेश के नोएडा के गार्डेन गैलेरिया मॉल में एक युवक की हत्या का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है.

मृतक युवक की पहचान बिहार के सारण जिला के निवासी बृजेश राय (30) के रूप में हुई है.

पुलिस का कहना है कि बृजेश का लोटस लेमन बार एंड रेस्टोरेंट के कर्मचारियों के साथ झगड़ा हुआ था. घटना सोमवार रात की बताई जा रही है.

इस मामले में पुलिस ने बार के 14 कर्मचारियों को गिरफ्तार किया है. मृतक बृजेश राय सारण जिले के रहने वाले बताये जा रहे हैं.

पुलिस का कहना है कि युवकों का एक समूह पार्टी करने के लिए मॉल गया हुआ था. जहां पैसे के लेन-देन को लेकर युवकों का रेस्टोरेंट कर्मियों के साथ झगड़ा एवं मारपीट हुई. इस मारपीट में एक युवक को गंभीर चोट लगी. घायल युवक को अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई.

पुलिस सीसीटीवी खंगाल रही है. साथ ही मामले में एफआईआर दर्ज कर बार के सभी कर्मियों को हिरासत में ले लिया है. पुलिस ने हमले में शामिल कुछ लोगों की शिनाख्त की है.

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New Delhi: केन्‍द्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्‍याण मंत्री डॉ. मनसुख मंडाविया ने आज देश के प्रमुख विशेषज्ञों और अधिकारियों के साथ कोविड-19 के नए ‘एक्सई-वेरिएंट’ के बारे में आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की.

देश में कोविड-19 के मामलों की समीक्षा करते हुए, उन्होंने अधिकारियों को नए वेरिएंट्स और मामलों की मौजूदा जांच और निगरानी को बढ़ावा देने का निर्देश दिया.

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जे पी आंदोलन दिवस समारोह तानाशाही ताकतों को परास्त करने के लिए जे पी के सपनों का भारत बनाने की जरूरत: ज्ञानेन्द्र रावत

नयी दिल्ली: राजघाट परिसर स्थित गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के सत्याग्रह मंडप में आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में लोकनायक जयप्रकाश अंतर्राष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र एवं गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के संयुक्त तत्वावधान में जे पी आंदोलन दिवस के अवसर पर ग्राम स्वराज एवं अंत्योदय, गांधी-जेपी के सर्वोदय की कल्पना का समाज विषय पर एक संगोष्ठी का आयोजन हुआ. संगोष्ठी में पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति के उपाध्यक्ष विजय गोयल, सुप्रसिद्ध समाजवादी विचारक-चिंतक एवं अध्यक्ष लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी अध्यक्ष रघु ठाकुर, सुप्रसिद्ध जेपी सेनानी एवं बसपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सुधीन्द्र भदौरिया, सोशल रिसर्च इंडिया की निदेशक डा० रंजना कुमारी, समाजवादी नेता व जनता दल यू के महासचिव अरुण श्रीवास्तव एवं प्रख्यात पर्यावरणविद व वरिष्ठ पत्रकार ज्ञानेन्द्र रावत को जे पी सेनानी सम्मान से सम्मानित किया गया.

इस अवसर पर केन्द्र के अध्यक्ष एवं पूर्व केन्द्रीय मंत्री ब्रज किशोर त्रिपाठी, समारोह के विशिष्ठ अतिथि एशियन ऐकेडेमी आफ फिल्म्स एण्ड टेलीविजन के संस्थापक अध्यक्ष एवं सुप्रसिद्ध समाजसेवी संदीप मारवाह, सुविख्यात ज्योतिषाचार्य गुरूजी पवन सिन्हा, सुविख्यात कवि अशोक चक्रधर, पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र पूर्व मंत्री एवं सांसद रहे सुनील शास्त्री, विश्व जल परिषद के सदस्य, पर्यावरणविद एवं शिक्षाविद डा० जगदीश चौधरी, पूर्व वरिष्ठ आई पी एस अधिकारी उदय सहाय के अलावा गो ग्रीन अभियान की प्रमुख रागिनी रंजन, सुप्रीम कोर्ट के वकील विजय अमृत राज, पर्यावरण मामलों के जानकार, समाजसेवी व जेपी के अनन्य प्रशंसक प्रशांत सिन्हा, सुप्रसिद्ध वायलिन वादक डा० रंजन कुमार, जे पी विचार मंच गोरखपुर के हरिओम श्रीवास्त़व, आर के सिन्हा, प्रख्यात नृत्यांगना सुमिता राय, प्रो० डी. सी. श्रीवास्तव, आनंद कुमार, श्रुति सिन्हा आदि अनेकों आंदोलन कर्मियों, समाज सेवियों, बुद्धिजीवियों, शिक्षाविदों, संस्कृतिकर्मियों व गैर सरकारी संस्थाओं और विभिन्न राजनीतिक दलों से जुडे़ लोगों की उपस्थिति उल्लेखनीय थी.

अपने संबोधन में ज्ञानेन्द्र रावत ने सबसे पहले गांधी स्मृति और दर्शन समिति के इस सत्याग्रह मंडप में आयोजित समारोह में महात्मा गांधी और जय प्रकाश जी को आदर के साथ श्रृद्धांजलि अर्पित की और कहा कि भारतीय स्वाधीनता संग्राम के अप्रतिम सेनानी और समग्र क्रांति के अग्रदूत जयप्रकाश जी अपने जीवन के अंतिम चरण में भारतीय राजनीति के फलक पर आंधी की तरह आये. इसे यदि यूं कहें कि देश में भारतीय जनमानस को नेहरू परिवार के मुकाबले एक ऐसा नेता मिला जिसने देश की दिशा ही बदल दी तो कुछ गलत नहीं होगा. नौजवानों के आंदोलन और उसमें उनके नेतृत्व की परिणिति 1977 में जनता पार्टी के गठन और जनता सरकार के अस्तित्व में आने की जीती जागती मिसाल है जिसने यह साबित किया कि जनता जब जाग जाती है तब तानाशाही ताकतों को ध्वस्त होते देर नहीं लगती. उससे पूर्व उन्होंने अपना समय सर्वोदय के क्षेत्र में रचनात्मक कार्यों में समर्पित किया. कुख्यात दस्युओं का समर्पण इसका जीवंत प्रमाण है. अपने जीवन के अंत समय में भी अंत्योदय कार्यक्रम के प्रति उनकी चिंता इस बात का प्रमाण है कि वह देश के आम आदमी के प्रति कितने संवेदनशील थे. उसकी बहबूदी ही उनके जीवन का लक्ष्य था. आज मौजूदा हालात इस बात के सबूत हैं कि देश में तानाशाही ताकतें फिर सिर उठा रही हैं. ऐसे समय जरूरत इस बात की है कि हम सब मिलकर जे पी के सपनों का भारत बनायें ताकि तानाशाही ताकतों को मुंहतोड़ जबाव दिया जा सके और देश बचाया जा सके. यदि अब हम चूक गये तो आने वाली पीढियां हमें माफ नहीं करेंगीं.

डा० जगदीश चौधरी ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति में यह आयोजन इस बात का प्रतीक है कि आज भी हम अपने देश की विभूतियों को भूले नहीं हैं जिन्होंने न केवल आजादी की लडा़ई में महत्वपूर्ण योगदान दिया, बल्कि व्यवस्था परिवर्तन में भी क्रांतिकारी भूमिका निबाही. हमें उन पर गर्व है. ऐसे आयोजनों की सफलता तभी संभव है जबकि हम उन विभूतियों के योगदान की जानकारी जन-जन तक पहुंचायें और उनके बताये रास्ते पर चलते हुए उनके आदर्शों को अपने जीवन का हिस्सा बनाएं. तभी सार्थक बदलाव की उम्मीद की जा सकती है. श्री संदीप मारवाह ने जेपी के जीवन के विभिन्न पहलुओं की चर्चा करते हुए कहा कि जेपी जैसे महापुरुष युगों-युगों में पैदा होते हैं. उन्होंने देश को परिवर्तन की राह दिखाई ही नहीं, उसको हकीकत में बदलने का काम भी किया. देश को उन पर नाज है. ज्योतिष गुरू पवन सिन्हा ने कहा कि कैसी विडम्बना है कि आज हम जे पी के सपनों का भारत बनाने की बात करते हैं जबकि जय प्रकाश जी के अवसान को चार दशक बीत चुके हैं. लेकिन दुख इस बात का है कि इस दौरान क्या हम देश के घर-घर में जयप्रकाश जी के नाम और उनके काम को पहुंचाने में कामयाब हुए हैं. जबकि हकीकत यह है कि उन्होंने दमन के खिलाफ जो आवाज बुलंद की और जिसके परिणाम स्वरूप व्यवस्था परिवर्तन का जो ऐतिहासिक काम हुआ, उसकी मिसाल मिलना मुश्किल है.जरूरत इस बात की है कि हम जयप्रकाश जी के काम और नाम को जन-जन तक पहुंचायें.

पूर्व प्रधानमंत्री स्व० लाल बहादुर शास्त्री के पुत्र सुनील शास्त्री ने अपने सम्बोधन में अपने पिताश्री और जयप्रकाश जी के संस्मरणों का जिक्र करते हुए कहा कि आज देश में जयप्रकाश जी जैसे व्यक्तित्व की बेहद जरूरत है. उनके लिए देश और देश की जनता की खुशहाली ही सर्वोपरि थी. गो ग्रीन की प्रमुख रागिनी रंजन ने संगोष्ठी को संबोधित करते हुए कहा कि जयप्रकाश जी के विचारों का प्रचार और प्रसार समय की बहुत बडी़ जरूरत है. यदि हम वास्तव में व्यवस्था में बदलाव चाहते हैं तो हमें जेपी के बताये रास्ते पर चलना होगा. परिवर्तन के रास्ते बाधाएं आयेंगी लेकिन उन्हें दरकिनार करते हुए हमें आगे बढ़ना होगा. तभी कामयाबी संभव है.

पूर्व केन्द्रीय मंत्री विजय गोयल ने आपातकाल के दौर की चर्चा करते हुए अपनी गिरफ्तारी और जेल यात्रा का सिलसिलेवार वर्णन किया और बताया कि कैसे जे पी ने अस्वस्थता के बावजूद आंदोलन का नेतृत्व किया और सत्ता परिवर्तन कर दुनिया के सामने आंदोलन, नौजवानों और संगठन की शक्ति का अहसास कराया. मैं आयोजन की सफलता की कामना करता हूं और केन्द्र के महासचिव अभय सिन्हा के प्रयासों की प्रशंसा करता हूं. केन्द्र के अध्यक्ष ब्रज किशोर त्रिपाठी ने जेपी के अन्त्योदय सम्बंधी विचारों की सिलसिलेवार चर्चा की और उनकी स्मृति में बीते दशकों से केन्द्र द्वारा किये जा रहे कार्यों का व्यौरा दिया और उनके विचारों के प्रचार-प्रसार की दिशा में हरसंभव प्रयास किये जाने का संकल्प भी दोहराया. संगोष्ठी के अंत में केन्द्र के महासचिव अभय सिन्हा ने सभी आगंतुकों, जेपी सेनानियों, विशिष्ठ अतिथियों और सांस्कृतिक कर्मियों का हृदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि हम आज आन्दोलन की छह विभूतियों को सम्मानित कर गौरवान्वित हैं. उन्होंने सभी उपस्थित जनों को आश्वस्त किया कि केन्द्र अध्ययन केन्द्र के विस्तार और जेपी के सपनों का भारत बनाने में कोई कोर कसर नहीं रखेगा और देश-दुनिया में जेपी के विचारों के प्रसार हेतु अपने प्रयास जारी रखेगा. इस हेतु श्री सिन्हा ने विजय गोयल से सहयोग हेतु अपील भी की.

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New Delhi: ‘जेपी आंदोलन दिवस’ के अवसर पर राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 8 अप्रैल, 2022 को किया है। इस संगोष्‍ठी का विषय ‘ग्राम स्वराज एवं अंत्योदय: गांधी जेपी के सर्वोदय की कल्पना का समाज’ है। लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्‍ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र के राष्‍ट्रीय महासचिव अभय सिन्‍हा ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

अभय सिन्‍हा ने जारी एक बयान में कहा कि जयप्रकाश अंतरराष्‍ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र एवं गांधी स्मृति दर्शन समिति के संयुक्त तत्वाधान में आयो‍जित यह कार्यक्रम सत्याग्रह मंडप सभागार, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति राज घाट नई दिल्ली परिसर में 8 अप्रैल, 2022 को होगा।

उन्‍होंने कहा कि लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन अंतरराष्ट्रीय केंद्र के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री ब्रज किशोर त्रिपाठी कार्यक्रम की अध्यक्षता करेंगे, जबकि कार्यक्रम का संचालन इलाहाबाद विश्वविद्यालय की आर्य कन्या डिग्री कॉलेज की सह प्राध्यापिका डा. रंजना त्रिपाठी करेंगी।

सिन्हा ने बताया कि इस अवसर पर संस्कृति एवं संसदीय कार्य राज्य मंत्री, अर्जुन राम मेघवाल, इस्पात एवं भारी उद्योग राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, जनार्दन सिंह सिग्रीवाल सांसद, सुधींद्र भदौरिया राष्ट्रीय प्रवक्ता बसपा एवं सुप्रसिद्ध जेपी सेनानी, डा रंजना कुमारी निदेशक सोशल रिसर्च इंडिया, राजीव बोरा सुप्रसिद्ध गांधीवादी एवं अध्यक्ष स्वराज पीठ ट्रस्ट, रघु ठाकुर सुप्रसिद्ध समाजवादी विचारक एवं संरक्षक लोकतांत्रिक समाजवादी पार्टी, डॉक्टर संदीप मारवाह अध्यक्ष एशियन एकेडमी ऑफ़ फिल्म एंड टेलिविजन, वेद प्रताप वैदिक वरिष्‍ठ पत्रकार, राजीव रंजन प्रसाद, राष्ट्रीय सचिव एवं प्रवक्ता जद (यू), दीपांकर श्रीज्ञान निदेशक गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, चंद्रशेखर प्राण, पूर्व राष्ट्रीय निदेशक, नेहरू युवक केंद्र गणमान्य अतिथि अपने विचार व्यक्त करेंगे।

उन्‍होंने कहा कि इस अवसर पर सुप्रसिद्ध जेपी सेनानी सुधींद्र भदौरिया, रंजना कुमारी और अरुण श्रीवास्तव को ‘जेपी सेनानी सम्मान’ से लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्‍ट्रीय अध्ययन विकास केंद्र सम्‍मानित करेगा।

कार्यक्रम के अंत में ग्लोबल इंडियन आर्ट एंड कल्चर के निदेशक एवं कत्थक नृत्यांगना डॉक्टर सुमिता दत्ता राय सांस्कृतिक कार्यक्रम में अपनी प्रस्तुति देंगी। इसके अलावा दिल्ली की अन्य महत्वपूर्ण सांस्कृतिक संस्थाओं के द्वारा कार्यक्रम में देशभक्ति गीत प्रस्तुत किया जाएगा। इसके पश्चात जीकेसी की प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन कार्यक्रम की विविधताओं के बारे में चर्चा करेगी एवं धन्यवाद ज्ञापन करेंगी। जानकारी मीडिया सेल अध्‍यक्ष प्रजेश शंकर ने दी. 

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New Delhi: सूचना प्रसारण मंत्रालय ने भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा, विदेशी संबंधों और सार्वजनिक व्यवस्था से संबंधित गलत सूचना फैलाने के लिए 22 YouTube चैनलों को ब्लॉक किया है.

आईटी नियम, 2021 के तहत पहली बार 18 भारतीय YouTube समाचार चैनल ब्लॉक किए गए. जिनमे

पाकिस्तान स्थित 4 YouTube समाचार चैनल ब्लॉक किए गए हैं. वहीँ

3 ट्विटर अकाउंट, 1 ​​फेसबुक अकाउंट और 1 न्यूज वेबसाइट भी ब्लॉक की गई है.

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नई दिल्‍ली: ग्‍लोबल कायस्‍थ कांफ्रेंस (जीकेसी) के ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि अगले वर्ष 2023 में राजनीतिक हिस्‍सेदारी को लेकर राम‍लीला मैदान में सम्‍मेलन का आयोजन किया जाएगा। प्रसाद ने इंडिया इंटरनेशनल सेंटर सभागार में आयोजित जीकेसी राष्‍ट्रीय कार्यसमिति की बैठक के बाद प्रेस को संबांधित करते हुए रविवार को यह बात कही।

जीकेसी अध्‍यक्ष ने कहा कि शैक्षणिक, सांस्कृतिक, बौद्धिक और तकनीकी रूप से मजबूत होने के बावजूद कायस्थ जाति के हितों और सत्‍ता में उसकी अहम भागीदारी को देश के विभिन्न राजनीतिक दलों ने लगातार नजरअंदाज किया है। उन्‍होंने कहा कि कायस्‍त समाज के प्रति सत्‍ता के शीर्ष पर बैठे राजनीतिक दलों में उदासीनता का भाव है। इसके मद्देनजर जीकेसी की कार्यसमिति में कई महत्‍वपूर्ण निर्णय लिए गए है, जिसकी चरणबद्ध तरीके से घोषणा की जाएगी।

उन्‍होंने कहा कि कायस्‍थों का समाज के सभी वर्ग के लोगों को साथ लेकर चलने की अपनी एक परंपरा रही है। लेकिन, लंबे वक्‍त से सत्‍ता में बैठे लोग कायस्‍थ समाज को सत्‍ता में भागीदार बनाने से कतराते रहे हैं। उन्‍होंने कहा कि इसी के मद्देनजर अगले वर्ष राजधानी दिल्‍ली के रामलीला मैदान में राजनीतिक भागीदारी को लेकर कायस्‍थों का महाकुंभ का आयोजन जीकेसी करेगी। इस महाकुंभ में देश के विभिन्‍न प्रांतों से एक लाख से अधिक लोग अपनी भागीदारी सुनिश्चित करेंगे, जिसकी तैयारी जल्‍द ही शुरू की जाएगी।


इससे पहले ग्‍लोबल कायस्‍थ कांफ्रेंस के कार्यसमिति के सदस्‍यों ने ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद को कायस्‍थ समाज के लिए उनके पिछले 30 वर्षों से जारी कार्य के लिए अति विशिष्‍ठ सममान से सम्‍मानित किया। इस मौके पर जीकेसी प्रबंध न्‍यासी रागिणी रंजन ने राष्‍ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में देश के विभिन्‍न प्रांतों और विदेशों से ऑनलाइन जुड़ें सदस्‍यों को संबोधित करते हुए कहा कि कायस्‍थ समाज के उत्‍थान और विकास के लिए जीकेसी एक ग्‍लोबल प्‍लेटफॉर्म की तरह लगातार कायर्रत है। उन्‍होंने कहा कि इस संस्‍था का उद्देश्‍य समाज को हर संभव सहायता देने के साथ-साथ उनके प्रतिभा को देश और दुनिया के सामने लाना भी है।
वहीं, दिल्‍ली के प्रदेश अक्ष्‍यक्ष ई. सुनिल श्रीवास्‍तव ने बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि राजधानी दिल्‍ली में आयोजित सभी कार्यक्रम खासतौर पर रामलीला में आयोजित होने वाले राजनीतिक महाकुंभ की तैयारी में प्रदेश के सभी सदस्‍य अभी से जुट जाएंगे। इसके अलावा राष्‍ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में बैठक में प्रबंध न्यासी रागिनी रंजन, ग्लोबल उपाध्यक्ष आनंद सिन्हा, पूर्वी दिल्‍ली अध्‍यक्ष राजकुमार श्रीवास्‍त्‍व, पश्चिमी उत्‍तर प्रदेश अध्‍यक्ष शुभ्रांशु शेखर, राट्रीय सचिव राजीव कांत और महासचिव अनुराग सक्सेना समेत अनेक पदाधिकारियों ने अपने विचार रखे। बैठक में जीकेसी महासचिव ने संगठन से जुड़े कई कार्यक्रमों और प्रस्‍तावों की जानकारी दी। इस अवसर पर दिल्‍ली प्रदेश मीडिया अध्‍यक्ष प्रजेश शंकर ने बताया कि जीकेसी समाज के उत्‍तथान और उनकी बेहतरी के लिए लगातार प्रयासरत है।

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New Delhi: उत्तर प्रदेश में नवगठित मंत्रिमंडल में दो उपमुख्यमंत्री बनाये गए हैं.

मुख्यमंत्री- योगी आदित्यनाथ

डिप्टी सीएम- केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक

कैबिनेट मंत्री-सूर्य प्रताप शाही, सुरेश कुमार खन्ना, स्वतंत्र देव सिंह, बेबी रानी मौर्य, लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भूपेंद्र सिंह चौधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविंद कुमार शर्मा,  योगेंद्र उपाध्याय, आशीष पटेल, संजय निषाद.

राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)- नितिन अग्रवाल, कपिलदेव अग्रवाल, रवीन्द्र जायसवाल, संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण, जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह, अरुण कुमार सक्सेना, दयाशंकर मिश्र दयालु

राज्य मंत्री-मयंकेश्वर सिंह, दिनेश खटिक, संजीव गौड़, बलदेव एस ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, एम एल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश अंसारी, वि लक्ष्मी गौतम

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New Delhi : राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने कहा कि भारतीय नौसेना पिछले कुछ वर्षों में युद्ध के लिए तैयार, विश्वसनीय और सशक्त बल के रूप में उभरी है और हिंद महासागर क्षेत्र में ‘मुख्य सुरक्षा भागीदार’ है। गुजरात के जामनगर में आईएनएस वलसुरा प्रेसिडेंट्स कलर भेंट करने के अवर पर उन्होंने कहा कि भारतीय नौसेना समुद्री क्षेत्र में हमारे राष्ट्रीय हितों की रक्षा कर रही है। यह बड़े गर्व की बात है कि यह लगातार संकल्प और दृढ़ता के साथ हमारे व्यापक समुद्री हितों की रक्षा कर रही है।

स्नातकोत्तर दर्शन शास्त्र विभाग के अध्यक्ष बने प्रो राम नाथ प्रसाद

राष्ट्रपति ने कहा कि भारतीय नौसेना दीर्घकालिक संभावित योजनाओं को ध्यान में रखते हुए और मिशनों के सीमा विस्तार को पूरा करने की दिशा में लगातार अपनी ताकत बढ़ा रही है। नौसेना के जहाज और पनडुब्बियां अत्याधुनिक और परिष्कृत इलेक्ट्रॉनिक्स, हथियारों और सेंसर से लैस हैं, जो युद्ध-कौशल और अन्य कार्यों को करने में निपुण है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आईएनएस वलसुरा जहाजों और पनडुब्बियों पर लगे जटिल हथियारों, इलेक्ट्रॉनिक्स और युद्ध उपकरणों उपयुक्तता सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों और जहाज के नाविकों को आवश्यक कौशल से लैस करना जारी रखेगा।

इस तथ्य की ओर इशारा करते हुए कि आईएनएस वलसुरा को द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान रॉयल इंडियन नेवी की क्षमता बढ़ाने के लिए टॉरपीडो ट्रेनिंग स्कूल के रूप में कमीशन किया गया था, राष्ट्रपति ने कहा कि पिछले 79 वर्षों में, यह एक प्रमुख तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान में बदल गया है। उन्होंने कहा कि इसे जहाजों और पनडुब्बियों पर जटिल हथियारों और बिजली के उपकरणों को बनाए रखने के लिए समुद्री योद्धाओं के कौशल की महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है।

राष्ट्रपति ने कहा कि आईएनएस वलसुरा को शांति और युद्ध के दौरान राष्ट्र की असाधारण सेवा के रूप में मान्यता देने के लिए प्रेसिडेंट्स कलर प्रदान करना बहुत गर्व की बात है। आईएनएस वलसुरा प्रतिष्ठान को दिया गया यह सम्मान आज उसे अतिरिक्त जिम्मेदारियां देता है और इसने इस इकाई के सभी अधिकारियों, पुरुषों और महिलाओं से अपेक्षाओं को बढ़ाया है। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि वे उत्कृष्टता के लिए प्रयास करना जारी रखेंगे और व्यावसायिकता और समर्पण के साथ राष्ट्र की सेवा करेंगे।

राष्ट्रपति ने कहा कि हम अपने समाज और अपने राष्ट्र के कर्जदार हैं। यह हमारा कर्तव्य है कि हम किसी भी तरह से समाज की हर संभव मदद करके इस कर्ज को चुकाएं। उन्हें यह जानकर प्रसन्नता हुई कि आईएनएस वलुसरा ने सौराष्ट्र क्षेत्र में कई सामाजिक पहुंच कार्यक्रम और कल्याणकारी उपाय शुरू किए हैं।

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New Delhi: ग्‍लोबल कायस्‍थ कांफ्रेंस (जीकेसी) ने 26 मार्च, 2022 को महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान-2022 समारोह का आयोजन किया है। इस सम्‍मान समारोह का आयोजन प्रख्‍यात लेखिका एवं उपन्‍यासकार स्व. महादेवी वर्मा की जयंती के अवसर पर सत्याग्रह मंडप, गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति, राजघाट, नई दिल्‍ली परिसर में अपराह्न 1 बजे से आयो‍जित किया गया है।

जीकेसी के ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने गुरुवार को यह जानकारी दी। जीकेसी के ग्‍लोबल अध्‍यक्ष राजीव रंजन प्रसाद ने कहा कि पिछले वर्ष के समान ही महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान समारोह-2022 में समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अपनी प्रतिभा से साख खड़ी करने वाले कायस्थ समाज के गुणीजनों और जानेमाने विभूतियों को उनके उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरुस्कृत किया जाएगा।

प्रसाद ने बताया कि यह सम्‍मान फिल्‍म जगत, पत्रकारिता, आर्ट एंड कल्‍चर और एके‍डमिक क्षेत्र के लिए दिया जाएगा। इसके लिए जीकेसी ने इस क्षेत्र के दिग्‍गजों का नामांकन आमंत्रित किया था, जिसमें से जाने-माने विभूतियों के नाम को जूरी ने अपनी मंजूरी दी है।

राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि ग्‍लोबल कायस्‍थ कांफ्रेंस देश एवं विदेश में रहने वाले कायस्‍थ समाज का एक संगठन है, जो समाज के हित में पिछले एक साल से ज्‍यादा समय से कार्यरत है।

उन्‍होंने कहा कि जीकेसी कायस्‍थ समाज के शैक्षणिक, आर्थिक, सांस्‍कृतिक विकास के साथ-साथ उनके उत्‍थान के लिए प्रयासरत है। इसी के तहत जीकेसी 26 मार्च, 2022 को प्रख्यात लेखिका एवं उपन्यासकार स्व. महादेवी वर्मा की जयन्ती के अवसर पर महादेवी वर्मा स्मृति सम्मान-2022 समाज के लिए अपने अमूल्‍य योगदान देने वालों को इस साल भी दे रहा है।

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New Delhi: पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के परिणाम आज सुबह से आने शुरू हो चुके हैं.

रुझानों के अनुसार पंजाब में कांग्रेस की चन्नी सरकार को हार का सामना करना पड़ा है. यहां आम आदमी पार्टी प्रचंड बहुमत के साथ अपनी जीत की ओर अग्रसर है.

दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी एक बार फिर से सरकार बनाने की ओर अग्रसर है. जबकि मणिपुर गोवा और उत्तराखंड में भी भारतीय जनता पार्टी रुझानों में आगे दिख रही है.

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New Delhi: भारत सरकार के ‘ऑपरेशन गंगा’ के तहत यूक्रेन से लगभग 200 छात्रों और भारतीय नागरिकों को निकालकर भारत वापस लाया गया है।

रसायन और उर्वरक राज्य मंत्री भगवंत खुबा ने स्‍वदेश लौटने वाले इन छात्रों और नागरिकों का इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर स्‍वागत किया। स्‍वदेश लौटने वाले इन लोगों में अधिकांश छात्र थे। इंडिगो की यह विशेष उड़ान आज सुबह दिल्ली पहुंची थी।

सभी स्‍वदेश लौटने वालों का स्वागत करते हुए, केन्‍द्रीय मंत्री खुबा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के नेतृत्व में केन्‍द्र सरकार यूक्रेन से सभी भारतीयों की वापसी सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने छात्रों को यह आश्वासन दिया कि उनके मित्रों एवं सहयोगियों को भी जल्द ही यूक्रेन से निकाल लिया जाएगा।

भारत वापस लौटने पर अपने परिवारों के साथ मुलाकात करते हुए छात्रों ने केन्‍द्र सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया। विमान में सवार एक युवा छात्र ने खुशी से आंसू बहाते हुए कहा कि युद्ध से संकटग्रस्‍त देश से सुरक्षित निकासी किसी चमत्कार से कम नहीं है लेकिन प्रधानमंत्री नरेन्‍द्र मोदी ने इसे संभव बनाया है।

इंडिगो की इस फ्लाइट ने इस्तांबुल इंटरनेशनल एयरपोर्ट से बुधवार को भारतीय समयानुसार रात 10.35 बजे उड़ान भरी थी और यह आज सुबह 8.31 बजे नई दिल्ली पहुंची थी। एयर इंडिया, एयर इंडिया एक्सप्रेस, इंडिगो और स्पाइसजेट यूक्रेन के पड़ोसी देशों से दिल्ली और मुंबई के लिए कई उड़ानें संचालित करने के लिए ऑपरेशन गंगा मिशन में शामिल हो गए हैं।

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