नई दिल्ली: दिल्ली के राऊज एवेन्यू कोर्ट ने रेलवे भर्ती घोटाला मामले में आरोपित और तत्कालीन रेल मंत्री लालू यादव के ओएसडी रहे भोला यादव को सात दिनों की सीबीआई हिरासत में भेज दिया है। सीबीआई ने भोला यादव को गिरफ्तार कर स्पेशल जज गीतांजलि गोयल की कोर्ट में पेश किया था। उसके बाद कोर्ट ने दो अगस्त तक की सीबीआई हिरासत में भेजने का आदेश दिया।

भोला यादव 2004 से 2009 तक लालू यादव के ओएसडी रहे थे। रेलवे भर्ती घोटाला लालू यादव के रेल मंत्री रहने के दौरान का है। भोला यादव को ही इस घोटाले का मास्टरमाइंड माना जा रहा है। आरोप है कि लालू यादव के रेल मंत्री रहते नौकरी के बदले जमीन देने के लिए कहा जाता था। नौकरी के बदले जमीन देने के काम को अंजाम देने की जिम्मेदारी भोला यादव को सौंपी गई थी। भोला यादव 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में बहादुरपुर सीट से विधायक चुने गए थे।

सीबीआई ने मई के तीसरे सप्ताह में इस मामले में लालू के परिजनों से जुड़े 17 ठिकानों पर छापेमारी की थी। सीबीआई ने लालू यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटी मीसा भारती के पटना, गोपालगंज और दिल्ली स्थित ठिकानों पर छापेमारी की थी।

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नई दिल्ली: मध्य जिले के झंडेवालान स्थित विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के ऑफिस में घुसकर दिनदहाड़े एक शख्स ने कार्यालय को बम से उड़ाने की धमकी दी। वहां मौजूद कार्यकर्ताओं ने तुरंत उस शख्स को पकड़ लिया और उसे कमरे में बंद कर दिया। इसके बाद मामले की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस ने फिलहाल आरोपित प्रिंस पांडे (26) को हिरासत में ले लिया है और उससे घटना को लेकर पूछताछ की जा रही है। आरोपित मध्य प्रदेश का रहने वाला है।

मध्य जिले की डीसीपी श्वेता चौहान ने बताया कि दोपहर 12:41 बजे पुलिस को एक कॉल मिली थी, जिसमें बताया गया कि विहिप के दफ्तर में घुसकर एक शख्स ने धमकी दी है। झंडेवालान मंदिर के ऊपर बने हुए इस दफ्तर में जाकर उस शख्स ने कहा कि वह इस दफ्तर को बम से उड़ा देगा।

मौके पर पहुंची पुलिस को वहां पर मध्य प्रदेश के गांव भट्टवाली का रहने वाला प्रिंस पांडे मिला। वहां पर लोगों ने उसे पकड़ रखा था। उसे पुलिस के हवाले किया गया। उसने बताया कि वह एक ग्रेजुएट है और उसके पिता एक सरकारी अस्पताल में ड्राइवर हैं जबकि मां घरेलू काम करती है। उसके परिवार में एक छोटी बहन है जो एमएससी कर रही है।

पुलिस पूछताछ में प्रिंस ने बताया कि वह बीते 22 जुलाई को अपनी मौसी के साथ दिल्ली आया था। वह फतेहपुर बेरी इलाके में ठहरा हुआ था। उसके मौसा छतरपुर स्थित एक फार्म हाउस में नौकरी करते हैं। उसने पुलिस को बताया कि उसके गांव में एक परिवार का धर्म परिवर्तन कर उसे क्रिश्चियन बना दिया गया।

इसे लेकर कोई कुछ भी नहीं कर रहा था। उसने बताया है कि वह आरएसएस का समर्थक है लेकिन आरएसएस द्वारा कुछ किया नहीं जा रहा था, जिसके चलते वह नाराज था। फिलहाल पुलिस ने उसे हिरासत में लिया है। उससे दिल्ली पुलिस के अलावा स्पेशल स्पेशल ब्रांच की टीम की पूछताछ कर रही है।

विश्व हिंदू परिषद के प्रवक्ता विनोद बंसल ने बताया कि दोपहर लगभग 12:15 बजे यह शख्स पहले उदासीन आश्रम गया था और वहां लोगों को धमकाने के बाद वह विश्व हिंदू परिषद के दफ्तर में आया। यहां आकर उसने धमकी दी कि वह विश्व हिंदू परिषद और संघ द्वारा बनाई जाने वाली सभी बिल्डिंगों को उड़ा देगा। वहां मौजूद लोगों ने उसे पकड़कर एक कमरे में बंद किया और मामले की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि इस शख्स के हाथ में कलावा बंधा हुआ था। फिलहाल उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया है।

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नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष व लोकसभा सांसद राहुल गांधी ने कहा कि केन्द्र सरकार महंगाई,बेरोजगारी के मुद्दे पर चर्चा से बचने के लिए 23 विपक्षी सांसदों को निलंबित कर चुकी है।

राहुल ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि सिलेंडर के दाम 1053 रुपये तक पहुंच गए हैं। जरूरी सामान और अनाज पर वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) लगा दी गई है। सरसो का तेल 200 रुपये पर पहुंचा गया है। राहुल गांधी ने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी पर सवाल पूछने के अपराध में 57 सांसदों को गिरफ्तार और 23 को निलंबित कर दिया गया।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि 23-24 सांसदों को संसद सत्र से निष्कासित कर दिया गया। कांग्रेस को सड़क पर प्रदर्शन करने तक की अनुमति नहीं है।

वहीं संसद भवन परिसर में गांधी प्रतिमा के सामने प्रदर्शन के दौरान राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि विपक्ष जनता के मुद्दों को उठाती रहेगी। केन्द्र सरकार जानबूझ कर बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटका रही है।

उल्लेखनीय है कि आज कांग्रेस सांसदों के साथ राहुल गांधी ने संसद परिसर में महंगाई बेरोजगारी के मुद्दों पर प्रदर्शन कर इन मुद्दों पर संसद में चर्चा की मांग की।

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नई दिल्ली (एजेंसी): भारत में मंकीपॉक्स के चार मरीजों की पुष्टि होने के बाद लोगों में इसे लेकर चिंता बढ़ गई है। हालांकि विशेषज्ञ कह रहे हैं कि यह कोरोना की तरह संक्रामक नहीं है। इसलिए घबराने की जरूरत नहीं। नीति आयोग के विशेषज्ञ डॉ. वीके पॉल का कहना है कि लोगों को इससे डरने की जरूरत नहीं है। यह कोरोना की तरह तेजी से नहीं फैलता। इससे सावधान रहने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी जिम्मेदारी समझनी होगी और इसके लक्षण महसूस होते ही चिकित्सीय सलाह लेकर खुद को एकांतवास में कर लेना चाहिए। इसका इलाज आसानी से हो सकता है बशर्तें लोग इसके लिए तैयार हों। केन्द्र सरकार इस संक्रमण को रोकने के लिए सभी उपाय कर रही है। इसमें लोगों का भी सहयोग जरूरी है।

मंकीपॉक्स के लक्षणः संक्रमण आमतौर पर 14 से 21 दिन तक रहता है। इसके प्रमुख लक्षणों में बार-बार तेज बुखार आना, पीठ और मांसपेशियों में दर्द, त्वचा पर दानें और चकते पड़ना, खुजली की समस्या होना, शरीर में सामान्य रूप से सुस्ती आना, गला खराब होना और बार-बार खांसी आना शामिल है।

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– रक्षामंत्री ने कहा, जवानों की वीरता भारत के इतिहास में निर्णायक क्षण के रूप में अंकित रहेगी
– सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने कारगिल के सभी वीरों के साहस और बलिदान को किया नमन

नई दिल्ली: पाकिस्तान पर कारगिल में जीत की 23वीं वर्षगांठ पूरा भारत पूरे जोश से मना रहा है। कारगिल विजय दिवस पर मंगलवार सुबह रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ राष्ट्रीय युद्ध स्मारक जाकर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की। रक्षामंत्री ने कहा कि मातृभूमि की रक्षा के लिए अत्यंत कठोर परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ाई लड़ने वाले जवानों की वीरता और अदम्य भावना हमेशा भारत के इतिहास में निर्णायक क्षण के रूप में अंकित रहेगी। सेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय सेना राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी रहेगी।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्यमंत्री अजय भट्ट, तीनों सेना प्रमुखों और रक्षा सचिव डॉ. अजय कुमार ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक, नई दिल्ली में शहीद नायकों को श्रद्धांजलि अर्पित की। कारगिल युद्ध में जीत की 23 वीं वर्षगांठ की पूर्व संध्या पर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में पब्लिक प्लाजा में राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के कलाकारों ने अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले सैनिकों के पराक्रम और शौर्य का सम्मान करते हुए एक स्टेज शो ‘कारगिल एक शौर्य गाथा’ का प्रदर्शन किया। इस कार्यक्रम में विदेश और संस्कृति राज्यमंत्री मीनाक्षी लेखी, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे और कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे, जो एनएसडी के कलाकारों के शानदार प्रदर्शन से पूरी तरह रोमांचित थे।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कारगिल विजय दिवस पर कहा कि भारत हमारे सशस्त्र बलों की बहादुरी, साहस और बलिदान को सलाम करता है। उन्होंने हमारी मातृभूमि की रक्षा के लिए अत्यंत कठोर परिस्थितियों में बहादुरी से लड़ाई लड़ी। उनकी वीरता और अदम्य भावना हमेशा भारत के इतिहास में एक निर्णायक क्षण के रूप में अंकित रहेगी। भारतीय सेना ने एक बयान में कहा कि कारगिल विजय दिवस उन बहादुरों की अदम्य बहादुरी और साहस की याद दिलाता है जिन्होंने अपने रक्त और बलिदान से इतिहास में एक स्वर्णिम अध्याय अंकित किया। उन्होंने दुश्मन के दुस्साहस और भारत को शानदार जीत का मुंहतोड़ जवाब दिया।

रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि कारगिल विजय दिवस की 23वीं वर्षगांठ पर कृतज्ञ राष्ट्र कारगिल के योद्धाओं को श्रद्धांजलि देता है। न तो दुर्गम इलाका और न ही दुश्मन की गोलियों की बौछार उन्हें रोक सकी, यह हमारे वीरों के खून-पसीने से लिखी गई ताकत और बलिदान की गाथा है। 26 जुलाई को ‘कारगिल विजय दिवस’ के अवसर पर आइए हम उन वीरों को नमन करें जिन्होंने अपने शौर्य और पराक्रम से कारगिल युद्ध के दौरान हमारे देश की रक्षा की।

सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे ने बयान में कहा कि कारगिल विजय दिवस के गौरवशाली अवसर पर सभी वीरों के साहस और बलिदान को नमन। उनके शौर्य और पराक्रम ने दुश्मन के नापाक इरादों को नाकाम करते हुए ऐतिहासिक विजय दिलाई। भारतीय सेना राष्ट्र की अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है और आगे भी रहेगी।

उत्तरी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ (जीओसी-इन-सी) लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना की वीरता और जीत के आगे पूरा देश नतमस्तक है। कारगिल विजय दिवस के माध्यम से हम उनके बलिदानों को कृतज्ञता की भावना के साथ याद करते हैं। मैं देशवासियों को विश्वास दिलाता हूं कि भारतीय सेना का हर जवान देश की सुरक्षा के लिए समर्पित है और किसी भी चुनौती का सामना करने और किसी भी बलिदान के लिए हमेशा तैयार है। विजय दिवस की वर्षगांठ मनाने के लिए राइजिंग स्टार कॉर्प्स ने कठुआ (जम्मू और कश्मीर) जिले के बानी और मछेड़ी गांवों में सरकारी स्कूलों को खेल सामग्री प्रदान की।

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नई दिल्ली: देश के प्रधान न्यायाधीश एन. वी. रमना ने आज संसद के सेंट्रल हॉल में आयोजित एक समारोह में द्रौपदी मुर्मू को 15वें राष्ट्रपति के रूप में शपथ दिलाई. इस मौके पर लोगों को संबोधित करते हुए मुर्मू ने कहा, “आज़ाद भारत में जन्मी मैं पहली राष्ट्रपति हूं. मेरे निर्वाचन में गरीबों का आशीर्वाद शामिल है.”

मुर्मू ने कहा, “भारत के सर्वोच्च संवैधानिक पद पर निर्वाचित करने के लिए मैं सभी सांसदों और सभी विधानसभा सदस्यों का हार्दिक आभार व्यक्त करती हूं. आपका मत देश के करोड़ों नागरिकों के विश्वास की अभिव्यक्ति है.” उन्होंने कहा, “मुझे राष्ट्रपति के रूप में देश ने एक ऐसे महत्वपूर्ण कालखंड में चुना है जब हम अपनी आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं. आज से कुछ दिन बाद ही देश अपनी स्वाधीनता के 75 वर्ष पूरे करेगा.”

नई राष्ट्रपति ने अपने पहले संबोधन में कहा, “ये भी एक संयोग है कि जब देश अपनी आजादी के 50वें वर्ष का पर्व मना रहा था तभी मेरे राजनीतिक जीवन की शुरुआत हुई थी और आज आजादी के 75वें वर्ष में मुझे ये नया दायित्व मिला है.

उन्होंने कहा, “हमारे स्वाधीनता सेनानियों ने आजाद हिंदुस्तान के हम नागरिकों से जो अपेक्षाएं की थीं, उनकी पूर्ति के लिए इस अमृतकाल में हमें तेज गति से काम करना है. इन 25 वर्षों में अमृतकाल की सिद्धि का रास्ता दो पटरियों पर आगे बढ़ेगा- सबका प्रयास और सबका कर्तव्य.” मुर्मू ने कहा, कल यानि 26 जुलाई को कारगिल विजय दिवस भी है. ये दिन, भारत की सेनाओं के शौर्य और संयम, दोनों का ही प्रतीक है. मैं आज, देश की सेनाओं को तथा देश के समस्त नागरिकों को कारगिल विजय दिवस की अग्रिम शुभकामनाएं देती हूं.”

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New Delhi: नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने आज देश के सर्वोच्च संवैधानिक पद की शपथ ले ली है. उन्हें प्रधान न्यायाधीश एनवी रमना ने राष्ट्रपति पद की शपथ दिलाई. इस दौरान उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति एम वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, मंत्रिपरिषद के सदस्य, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, राजनयिक मिशनों के प्रमुख, संसद सदस्य और सरकार के प्रमुख असैन्य एवं सैन्य अधिकारी समारोह में शामिल हुए.मुर्मू देश की 15वीं राष्ट्रपति बनी हैं.

बता दें कि मुर्मू ने विपक्षी दलों के राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार यशवंत सिन्हा को हराकर इतिहास रच दिया है. वह आजादी के बाद पैदा होने वाली पहली और शीर्ष पद पर काबिज होने वाली सबसे कम उम्र की राष्ट्रपति हैं. वह राष्ट्रपति बनने वाली दूसरी महिला भी हैं.

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नई दिल्ली: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने शनिवार को जनप्रतिनिधियों को दलगत राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि जैसा कि किसी भी परिवार में होता है, कभी-कभी संसद में भी मतभेद हो जाते हैं। लेकिन हम सभी ‘संसद परिवार’ के सदस्य हैं जिनकी सर्वोच्च प्राथमिकता देश के बड़े संयुक्त परिवार के हित में काम करते रहना है।

संसद भवन के केंद्रीय कक्ष में आज राष्ट्रपति कोविंद के सम्मान में विदाई समारोह आयोजित किया गया। राज्यसभा के सभापति एम. वैंकैया नायडू और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कोविंद का माला पहनाकर उनका स्वागत किया। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उनके मंत्रिमंडल के सहयोगी और संसद के दोनों सदनों के सदस्य उपस्थित रहे।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि विशाल संयुक्त परिवार में मतभेदों को सुलझाने के लिए शांति, सद्भाव और संवाद के तरीके अपनाने चाहिए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में अपनी बात रखने के कई तरीके उपलब्ध है। इसमें शांति और अहिंसा से बना सत्याग्रह एक मजबूत हथियार है। साथ ही हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हम दूसरे पक्ष को भी सम्मान दें। हम अपने अधिकारों का प्रयोग गांधीवादी तरीके से करें।

कोविंद ने 2020 में आई वैश्विक महामारी का जिक्र करते हुए कहा कि यह हमारे लिए भविष्य के कुछ सबक छोड़ कर गई है। हमें समझना चाहिए कि हम प्रकृति का अभिन्न हिस्सा है। मनुष्य प्रकृति से अलग और ऊपर नहीं है। पर्यावरण में असंतुलन ही कई समस्याओं का कारक बनता है। साथ ही कोरोना महामारी ने हमें यह भी समझाया है कि विश्व एक परिवार है और आपसी सहयोग पर ही हम सब का अस्तित्व निर्भर है। इस दौरान राष्ट्रपति कोविंद ने 18 महीनों में 200 करोड़ टीकाकरण की उपलब्धि का विशेष उल्लेख किया।

राष्ट्रपति कोविंद ने कहा कि हम सब ने मिलकर हाशिए पर गए लोगों के लिए बहुत कुछ किया है, लेकिन अब भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है। अंबेडकर के सपनों को साकार करने के लिए समभाव के साथ सरकार ने प्रयास किया है। उन्होंने कहा कि मिट्टी के घरों में छत से टपकता पानी, पानी के लिए मीलों पैदल चलना और रात में लालटेन जलाना अब पुरानी यादों का हिस्सा हो गया है। सरकार के प्रयासों से लोगों को पक्के मकान मिल रहे हैं, हर घर बिजली और नल से जल पहुंच रहा है।

कोविंद ने कहा कि लोगों की बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति के साथ ही उनमें नई आकांक्षाएं पैदा हो रही हैं। ऐसा भेदभाव रहित सुशासन से ही संभव हो पाया है। महिला सशक्तिकरण से बेटियां आगे बढ़ रही हैं। उन्हें आशा है कि नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति इस बदलाव में और तेजी लाएगी।

उन्होंने नवनिर्वाचित राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को बधाई एवं शुभकामनाएं दी और आशा व्यक्त की कि वे सर्वोच्च लोकतांत्रिक परंपराओं को आगे बढ़ाएंगी। उनका अनुभव और विवेक देशवासियों का मार्गदर्शन करेगा। उनका सर्वोच्च संवैधानिक पद पर पहुंचना कई लोगों में नई आकांक्षायें पैदा करता है।

कोविंद ने अपने संबोधन में पुरानी स्मृतियों को याद करते हुए कहा कि इसी केंद्रीय कक्ष में विभिन्न सहयोगियों के साथ उन्होंने कई यादगार पल बिताये हैं। उन्होंने कहा कि देश के सर्वोच्च पद पर अपने दायित्वों का निर्वहन बिना सभी के सहयोग के संभव नही था। कोविंद ने कहा कि उन्होंने अपनी क्षमता से कर्तव्यों के निर्वहन का पूरा प्रयास किया । उन्होंने कहा कि संविधान में अपने अटूट विश्वास और अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपतियों की प्रेरणा से यह संभव हो सका।

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कोलकाता: पश्चिम बंगाल के बहुचर्चित शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छापों के 24 घंटे बाद शनिवार पूर्वाह्न पूर्व शिक्षा मंत्री और ममता कैबिनेट में उद्योग मंत्री पार्थ चटर्जी और उनकी सहयोगी अर्पिता को गिरफ्तार कर लिया। ईडी के छापे में अर्पिता के घर से 20 करोड़ रुपये की नकदी, 20 मोबाइल फोन, सोना सहित विदेशी मुद्रा बरामद हुई है। 24 घंटे से अधिक समय से दोनों के घरों में सघन तलाशी चल रही थी।

ईडी की टीम दो सरकारी गवाहों के सामने गिरफ्तारी संबंधी दस्तावेज पर हस्ताक्षर करवाने के बाद पार्थ को निजाम पैलेस स्थित सीबीआई के क्षेत्रीय मुख्यालय निजाम पैलेस ले गई। पार्थ चटर्जी को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के खासमखास माना जाता है। 1998 में तृणमूल की स्थापना के समय से ही वह उनके साथ हैं। वह मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कैबिनेट में हर बार मंत्री बनाए गए हैं। फिलहाल वह उद्योग मंत्री होने के साथ संसदीय कार्य मंत्री भी हैं।

नाकतला स्थित पार्थ चटर्जी के घर शुक्रवार सुबह सीबीआई के सात-आठ अधिकारी भी गए थे। उनसे दिनभर पूछताछ हुई। इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ गई। कहा जा रहा है कि शुक्रवार रात तक पार्थ के घर से कुछ महत्वपूर्ण दस्तावेज मिले। शुक्रवार रात करीब आठ बजे टालीगंज के एक और आवासीय परिसर के फ्लैट में पार्थ की करीबी अर्पिता चटर्जी के घर से ईडी ने 20 करोड़ रुपये की नकदी, 20 मोबाइल फोन, सोना और विदेशी मुद्रा आदि बरामद किया। पार्थ चटर्जी के घर शुक्रवार देररात ईडी के एक और अधिकारी पहुंचे।यहां पर केंद्रीय बलों के अलावा, नेताजी नगर थाने के जवानों को तैनात किया गया। ईडी ने पार्थ और अर्पिता के आवास के अलावा शिक्षा राज्यमंत्री परेश चंद्र अधिकारी और एसएससी सलाहकार समिति के सदस्यों और तथाकथित बिचौलिए चंदन मंडल घर भी छापा मारा है।

इस घोटाले में आरोप है कि शिक्षक नियुक्ति के लिए पैनल की मियाद खत्म हो जाने के बावजूद गैरकानूनी तरीके से सलाहकार समिति बनाई गई। अवैध तरीके से रिक्त पदों का सृजन किया गया। इन पदों पर ऐसे लोगों को शिक्षक नियुक्त किया गया जिन्होंने या तो परीक्षा नहीं दी या पास भी नहीं हुए।

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नई दिल्ली:  केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने अपनी बेटी पर लगाए जा रहे आरोपों को लेकर कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा है कि वह इसके अलावा कानून और जनता की अदालत में जाएंगी। उन्होंने कहा कि राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित होकर उनकी 18 साल की पढ़ने वाली बेटी पर आरोप मढ़ा जा रहा है। मेरी बेटी बार नहीं चलाती बल्कि कॉलेज छात्रा है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि आरोप लगाए जा रहे हैं कि उनकी 18 साल की बेटी अवैध बार चला रही है। कांग्रेस के नेता यह आरोप इसलिए लगा रहे हैं कि उन्होंने सोनिया और राहुल गांधी की 5000 करोड़ की लूट का पर्दाफाश किया था।

अपने आवास पर की गई प्रेस वार्ता में ईरानी ने कहा कि जिस आरटीआई के हवाले से उनकी बेटी पर आरोप लगाए जा रहे हैं उस में कहीं भी उनकी बेटी का नाम नहीं है। ऐसे में कांग्रेस के नेता किस आधार पर आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि उनकी बेटी पढ़ रही है और वह बार नहीं चलाती। वह इसके खिलाफ कानून और जनता की अदालत में जायेंगी।

स्मृति ईरानी ने कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को चुनौती दी कि वह 2024 में अमेठी से दोबारा चुनाव लड़ें। वे उन्हें एक बार फिर धूल चटा देंगी।

उल्लेखनीय है कि एक आरटीआई के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में आरोप लगाया गया है कि स्मृति ईरानी की बेटी गोवा में एक मृत व्यक्ति के नाम पर लिए गए लाइसेंस से बार चला रही हैं।

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नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) की 10वीं कक्षा के सफल विद्यार्थियों को बधाई दी।

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्वीट संदेश में कहा, “मैं उन सभी को बधाई देता हूं जिन्होंने सीबीएसई दसवीं कक्षा की परीक्षा उत्तीर्ण की है। मैं उनके आगे एक फलदायी शैक्षणिक यात्रा की कामना करता हूं। मुझे विश्वास है कि ये युवा आने वाले समय में सफलता की नई ऊंचाइयों को छुएंगे।”

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नई दिल्ली: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 12वीं का रिजल्ट जारी कर दिया है.

इस साल सीबीएसई बोर्ड से कक्षा 12वीं की बोर्ड परीक्षा दे चुके छात्र अपना सीबीएसई बोर्ड की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in, results.cbse.nic.in से अपना रिजल्ट चेक कर सकते हैं.

बोर्ड परीक्षा के नतीजे (CBSE Board Result 2022) सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in या cbseresults.nic.in  पर जारी कर दिए गए हैं.

सीबीएसई बोर्ड की कक्षा 10वीं, 12वीं बोर्ड रिजल्ट (CBSE Result 2022) को देखने के लिए छात्रों को अपने रोल नंबर, डेट ऑफ बर्थ और स्कूल नंबर का इस्तेमाल करना होगा. 

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