– दिसंबर से वायुसेना में शुरू होगी 3,000 अग्निवीरों की भर्ती, आने वाले वर्षों में यह संख्या और बढ़ेगी
– वायुसेना ने अगले साल से अग्निपथ स्कीम में महिला अग्निवीरों को भी शामिल करने की योजना बनाई

नई दिल्ली: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी ने ‘एयर फोर्स डे’ पर ‘आत्मनिर्भर’ होकर आने वाले दशक में खुद अपने पैरों पर खड़े होने का संदेश दिया। अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को वायुसेना में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है। इस साल दिसंबर में हम शुरुआती प्रशिक्षण के लिए 3,000 अग्निवीर वायु सेना में शामिल करेंगे। आने वाले सालों में यह संख्या और बढ़ेगी। हम अगले साल से महिला अग्निवीरों को भी शामिल करने की योजना बना रहे हैं।

दुनिया की चौथी सबसे बड़ी भारतीय वायुसेना इस साल शनिवार को अपना 90वां स्थापना दिवस चंडीगढ़ में मना रही है। यह पहला मौका है जब वायुसेना ने ‘एयर फोर्स डे’ की परेड और फ्लाई पास्ट का कार्यक्रम राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हिंडन एयरबेस से बाहर रखा है। 90 साल तक देश की सेवा करते हुए मौजूदा समय में वायुसेना की आक्रामक स्ट्राइक क्षमता और भी अधिक शक्तिशाली हो गई है। यही वजह है कि पूर्वी लद्दाख की सीमा पर वायुसेना चीन को किसी भी आक्रामकता का जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है।

परेड की सलामी लेने के बाद वायु योद्धाओं को संबोधित करते हुए एयर चीफ मार्शल ने कहा कि सरकार ने भारतीय वायुसेना में अधिकारियों के लिए एक हथियार प्रणाली शाखा के निर्माण को मंजूरी दे दी है। देश की आजादी के बाद यह पहली बार है कि जब एक नई परिचालन शाखा बनाई जा रही है। इस शाखा के निर्माण से उड़ान प्रशिक्षण पर कम खर्च होने के कारण 3,400 करोड़ रुपये से अधिक की बचत होगी।

उन्होंने कहा कि अग्निपथ योजना के माध्यम से वायु योद्धाओं को वायु सेना में शामिल करना हम सभी के लिए एक चुनौती है। इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह हमारे लिए भारत के युवाओं की क्षमता का दोहन करने और इसे राष्ट्र की सेवा में लगाने का अवसर है। उन्होंने कहा कि हमें अपने पूर्व अधिकारियों की कड़ी मेहनत, लगन और दूर दृष्टि से 90 साल की गौरवशाली विरासत मिली है। अब भारतीय वायुसेना को शताब्दी दशक में लाने की जिम्मेदारी हम पर है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया- “वायुसेना दिवस पर साहसी वायु योद्धाओं और उनके परिवारों को मेरी बधाई। नभः स्पृषं दीप्तम् के आदर्श वाक्य के अनुरूप भारतीय वायु सेना ने दशकों से असाधारण निपुणता दिखाई है। उन्होंने राष्ट्र को सुरक्षित किया है और आपदाओं के दौरान उल्लेखनीय मानवीय भावना भी दिखाई है।”

वायुसेना दिवस पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज सुबह ट्वीट किया- “सभी साहसी वायु योद्धाओं और उनके परिवारों को भारतीय वायु सेना दिवस की बधाई और शुभकामनाएं। वायुसेना को अपनी वीरता, उत्कृष्टता, प्रदर्शन और व्यावसायिकता के लिए जाना जाता है। भारत को नीले रंग में अपने पुरुषों और महिलाओं पर गर्व है। उन्हें नीला आसमान और हैप्पी लैंडिंग की शुभकामनाएं।”

इस बार का कार्यक्रम दो हिस्सों में रखा गया है, यानी सुबह परेड होने के बाद अब शाम को सुखना झील के किनारे फ्लाई पास्ट होगा। हवाई प्रदर्शन में 83 लड़ाकू, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा लेंगे। स्वदेशी हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ भी अपनी ताकत का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन करेगा।

0Shares

– रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों ने समय सीमा से पहले इन वस्तुओं का किया स्वदेशीकरण

– अब इन वस्तुओं की खरीद केवल भारतीय उद्योग से की जाएगी, विदेशी मुद्रा की होगी बचत

नई दिल्ली: हथियारों, मिसाइलों, जहाज़ों और पनडुब्बियों के 72 पुर्जों का विदेशों से आयात नहीं किया जा सकेगा। आयात रोकने के लिए प्रतिबंधित की गईं कुल 214 वस्तुओं में से 72 का समय सीमा से पहले ही स्वदेशीकरण कर लिया गया है। इनमें आकाश मिसाइलों, युद्धक टैंकों, हेलीकॉप्टरों और पनडुब्बियों के पुर्जे हैं। अब इन वस्तुओं की खरीद केवल भारतीय उद्योग से की जाएगी, जिससे एमएसएमई सहित घरेलू उद्योग को बढ़ावा मिलेगा और विदेशी मुद्रा की भी बचत होगी।

‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत रक्षा उत्पादन में ‘आत्मनिर्भरता’ की खोज के चलते सरकार ने दिसंबर, 2021 से अगस्त, 2022 के बीच 03 सकारात्मक सूचियां जारी करके 1,238 वस्तुओं का विदेशों से आयात कम करने के लिए प्रतिबंध लगाया है। पहली सूची में 351 आइटम, दूसरी में 107 और तीसरी सूची में स्वदेशीकरण के लिए 780 आइटम हैं। सभी वस्तुओं का स्वदेशीकरण करने के लिए समय सीमा भी तय की गई है। यह सशस्त्र बलों को अंतरराष्ट्रीय मानकों की वस्तुएं आपूर्ति करने के लिए घरेलू उद्योग की क्षमताओं में सरकार के बढ़ते विश्वास को भी पुष्ट करता है।

रक्षा मंत्रालय की ओर से जारी पहली और दूसरी सकारात्मक स्वदेशीकरण सूची में उल्लिखित कुल 214 वस्तुओं में से 72 का समय सीमा से पहले ही फास्ट ट्रैक पर स्वदेशीकरण कर लिया गया है। सूची के मुताबिक इन वस्तुओं का स्वदेशीकरण करने के लिए रक्षा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों (डीपीएसयू) को दिसंबर, 2023, दिसंबर, 2024 और दिसंबर, 2025 की समय सीमा तय की गई थी। शेष 142 वस्तुओं का दिसंबर, 2022 की समय सीमा के भीतर स्वदेशीकरण किया जा रहा है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार स्वदेशीकरण की वस्तुओं में जहाजों के लिए मैगज़ीन फायर फाइटिंग सिस्टम, स्टीयरिंग गियर सिस्टम, फ्रिगेट्स, प्रेशराइज्ड कंटेनरों के नियंत्रण के साथ फिन स्टेबलाइजर्स शामिल हैं। इसी तरह आकाश मिसाइलों, कोंकर्स मिसाइलों और इलेक्ट्रिक मोटर के लिए, युद्धक टैंकों के लिए परिशोधन सेट और प्रिज्म ऑप्टिकल स्वदेशी उपकरण तैयार किये गए हैं। इनके अलावा हेलीकॉप्टर के लिए इंटरमीडिएट कास्टिंग, पनडुब्बियों के लिए पॉलीक्रोपिन रबर बैंड और जहाजों के लिए उच्च दबाव नियामक वाल्व का भी स्वदेशीकरण किया गया है। सभी स्वदेशी वस्तुओं का विवरण सृजन पोर्टल srijandefence.gov.in पर उपलब्ध है।

0Shares

– चंडीगढ़ में हवाई करतब दिखाएंगे 83 लड़ाकू तथा परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर
– एलसीएच ‘प्रचंड’ भी अपनी ताकत का पहली बार करेगा सार्वजनिक हवाई प्रदर्शन

नई दिल्ली: इस बार भारतीय वायु सेना का 90वां स्थापना दिवस कई मामलों में यादगार होगा। यह पहला मौका होगा जब वायु सेना 08 अक्टूबर को ‘एयर फोर्स डे’ राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के हिंडन एयरबेस से बाहर चंडीगढ़ में मनाएगी।

इस मौके पर वायु सेना प्रमुख ‘लड़ाकू वर्दी’ के नए डिजिटल पैटर्न का अनावरण करेंगे। इस बार का कार्यक्रम दो हिस्सों में रखा गया है, यानी परेड सुबह और फ्लाईपास्ट शाम को सुखना झील के किनारे होगा। हवाई प्रदर्शन में 83 लड़ाकू, परिवहन विमान और हेलीकॉप्टर भाग लेंगे। स्वदेशी हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ भी अपनी ताकत का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन करेगा।

ग्रुप कैप्टन ए राठी के अनुसार वायु सेना दिवस की परेड और फ्लाईपास्ट पहली बार राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र से बाहर चंडीगढ़ में सुखना झील के किनारे होगी। फ्लाईपास्ट में एवरो, डोर्नियर, चेतक और चीता हेलीकॉप्टर को छोड़कर लड़ाकू राफेल, सुखोई-30, मिराज-2000, जगुआर, कार्गो सहित 80 विमान और हेलीकॉप्टर भाग लेंगे। 03 अक्टूबर को बेड़े में शामिल किया गया स्वदेशी हल्का लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ भी तीन फाइटर जेट के बीच अपनी ताकत का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन करेगा। इसके अलावा, एमआई-35, एमआई-17, चिनूक, अपाचे, हॉवर्ड और डकोटा जैसे पुराने हेलीकॉप्टर भी हिस्सा लेंगे।

चंडीगढ़ में एयर शो की तैयारियां देख रहे विंग कमांडर इन्द्रनील नंदी के अनुसार ये सभी विमान आकाशगंगा, एनसाइन, एकलव्य, त्रिशूल, मेहर, शमशेर, वज्र सहित विभिन्न फॉर्मेशन में उड़ान भरेंगे। फ्लाईपास्ट में सारंग और सूर्यकिरण की टीम आसमान को अपने रंगों से भरने के लिए तैयार है। ग्लोब फॉर्मेशन में सूर्य किरण डिस्प्ले टीम से प्रशिक्षित नौ सी हॉक-132 जेट्स हेवी लिफ्ट एयरक्राफ्ट सी-17 के साथ शामिल होंगे। ट्रांसफॉर्मर फॉर्मेशन में राफेल, सुखोई-39 और तेजस का संयुक्त हवाई युद्धाभ्यास एयर शो का आकर्षण होगा। वायु सेना की आकाश गंगा स्काईडाइविंग टीम का प्रदर्शन, चिनूक हेलीकॉप्टर की पैंतरेबाजी और अंडरस्लंग ऑपरेशन भी देखने लायक होगा।

प्रवक्ता विंग कमांडर आशीष मोघे ने बताया कि वायु सेना दिवस पर एयर चीफ मार्शल वीआर चौधरी भारतीय वायु सेना कर्मियों के लिए लड़ाकू वर्दी के नए डिजिटल पैटर्न का अनावरण करेंगे। हालांकि, हमारे पास पहले से ही एक लड़ाकू वर्दी है, लेकिन नए पैटर्न को डिजिटल डिजाइन से तैयार किया गया है। नई वर्दी में एक अलग फैब्रिक और डिज़ाइन होगा। इसके रंग थोड़े अलग होंगे, जो वायु सेना में काम करने के माहौल के लिए अधिक अनुकूल होंगे। नई वर्दी कुछ हद तक भारतीय सेना की लड़ाकू वर्दी के डिजिटल पैटर्न के समान होगी। इसे नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ फैशन टेक्नोलॉजी (निफ्ट) ने डिजाइन किया है।

0Shares

नई दिल्ली: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर दिल्ली कस्टम की टीम ने तस्करी के एक बड़े मामले का खुलासा करते हुए एक भारतीय हवाई यात्री को दबोचा है। कस्टम विभाग के अधिकारियों ने 28 करोड़ 18 लाख रुपये कीमत का सोने से बना और हीरों से जड़ा एक ब्रेसलेट और सात अलग-अलग ब्रांडेड की कीमती कलाई घड़ियों के अलावा एक आईफोन 14 प्रो बरामद किया गया है, जिसे तस्करी कर दुबई से दिल्ली लाया गया था।

दिल्ली कस्टम विभाग के प्रवक्ता के अनुसार, रुट प्रोफाइलिंग और शक के आधार पर दिल्ली कस्टम की टीम दुबई से फ्लाइट नम्बर ईके-516 से दिल्ली पहुंचे एक हवाई यात्री को उसके लगेज और व्यक्तिगत विस्तृत जांच के लिए रोका। संदिग्ध हवाई यात्री के लगेज और पर्सनल सर्च में कस्टम की टीम ने 27 करोड़ नौ लाख से ज्यादा का सोने से बना और हीरा जड़ित एक ब्रेसलेट, एक करोड़ आठ लाख से ज्यादा की जैकब एंड कंपनी, पीएगेट लाईमलाईट स्टेला और रोलेक्स की सात महंगी घड़ियों के अलावा एक आईफोन 14 प्रो (256 जीबी) बरामद किया।

तस्करी कर लाए गए ब्रेसलेट, घड़ियों और आईफोन की कुल कीमत 28 करोड़ 17 लाख 97 हजार से ज्यादा बताई जा रही है. इनमें से सिर्फ ब्रेसलेट की कीमत 27 करोड़ 09 लाख से ज्यादा है।

इस मामले में कस्टम की टीम ने बरामद ब्रेसलेट, घड़ियों और आईफोन को कस्टम्स एक्ट 1962 के सेक्शन 110 के तहत जब्त कर लिया है जबकि आरोपित हवाई यात्री को तस्करी के आरोप में सेक्शन 104 के तहत गिरफ्तार कर लिया है और आगे की जांच में जुट गई है।

0Shares

जम्मू: गृहमंत्री अमित शाह कटड़ा में स्थित मां वैष्णो देवी के दरबार में दर्शन करने के लिए पहुंचे। मां वैष्णो देवी के दर्शन करने के साथ ही उन्होंने मां भगवती से शांति और समृद्धि की कामना की। दर्शन करने के बाद अमित शाह राजौरी के लिए रवाना हो गए है। अमित शाह राजौरी में एक हजार सहकारिता समितियों के गठन की घोषणा करने के साथ 41 पेयजल आपूर्ति की योजनाएं घोषित करेंगे। वह राजोरी के लंबेरी में 100 बेड के अस्पताल के निर्माण की घोषणा भी करेंगे।

सूत्रों के अनुसार शाह राजौरी की रैली में जम्मू संभाग के लिए 1900 करोड़ रुपये के 167 विकास कार्यों का शिलान्यास करेंगे। कई परियोजनाओं के शुभारंभ की घोषणा करेंगे। इसमें वे एक हजार सहकारिता समितियों के गठन की घोषणा करेंगे। मंगलवार की रात अमित शाह श्रीनगर जाकर रात्रि विश्राम करेंगे। अगले दिन पांच अक्तूबर को सुबह राजभवन में विकास कार्यों तथा कानून व्यवस्था की उच्च स्तरीय बैठक में समीक्षा करेंगे। इसमें उप राज्यपाल के अलावा गृह मंत्रालय तथा विभिन्न सुरक्षा एजेंसियों के अधिकारी मौजूद रहेंगे। इसके बाद वे बारामुला जाकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में रैली को संबोधित करेंगे। शाम को शेर ए कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेने के साथ ही वक्फ बोर्ड की ओर से कैंसर अस्पताल का शिलान्यास करेंगे।

0Shares

– वजन में भारी होने से उच्च ऊंचाई पर पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते अमेरिकी अपाचे
– एलसीएच ‘प्रचंड’ पाकिस्तान-चीन की हिमालयी सीमाओं के लिए बेहतर अनुकूल होंगे

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना पहले से ही अमेरिकी कंपनी बोइंग के अपाचे अटैक हेलीकॉप्टरों पर भरोसा करती है। यह शक्तिशाली और भारी हथियार ले जाने में सक्षम होने के बावजूद वजन में भारी होने की वजह से उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते हैं। इसीलिए हलके लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की जरूरत को देखते हुए वायुसेना में शामिल किये गए एलसीएच ‘प्रचंड’ और अमेरिकी ‘अपाचे’ की जुगल जोड़ी आसमान में नया गुल खिलाएगी, जिससे पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारतीय वायुसेना और मजबूत हुई है।

इस लिहाज से मल्टी रोल वाले हलके लड़ाकू हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ की जोधपुर में बनाई गई पहली ‘धनुष’ स्क्वाड्रन बहुत महत्वपूर्ण होगी।पठानकोट एयरबेस पर सितम्बर, 2019 में तैनात किए गए आठ लड़ाकू अपाचे हेलीकॉप्टरों की डिजिटल कनेक्टिविटी और अत्याधुनिक सूचना प्रणाली इसे और खतरनाक बनाती है। भारतीय सेनाओं की भविष्य की जरूरतों के हिसाब से विशेष तौर पर तैयार किये गए यह हेलीकॉप्टर दुर्गम स्थानों और सघन पर्वतीय क्षेत्रों में भी कारगर हैं। इसे कई तरह के बड़े बम, बंदूकों और मिसाइलों से लैस किया जा सकता है। हवा में उड़ान भरते वक्त और दुश्मन को चकमा देते वक्त भी अपाचे हेलीकॉप्टर पहाड़ियों और घाटियों में छिपे दुश्मन पर सटीक निशाना लगा सकता है। अचूक निशाने की वजह से हेलीकॉप्टर के एम्युनेशन्स (गोला-बारूद) बर्बाद नहीं होते हैं।

वायुसेना के बेड़े में शामिल अपाचे अपग्रेटेड वर्जन के हैं। इसकी तकनीक व इंजन को उन्नत किया गया है।फ्लाइंग रेंज 550 किलोमीटर में यह हेलीकॉप्टर 16 एंटी टैंक मिसाइल दागकर उसके परखच्चे उड़ा सकता है। इसे दुश्मन पर बाज की तरह हमला करके सुरक्षित निकल जाने के लिए इसे तेज रफ्तार बनाया गया है। 16 फीट ऊंचे और 18 फीट चौड़े अपाचे हेलीकॉप्टर को उड़ाने के लिए दो पायलट होना जरूरी है। हेलीकॉप्टर के नीचे लगी बंदूकों से 30 एमएम की 1,200 गोलियां एक बार में भरी जा सकती हैं। अपाचे एक बार में 2:45 घंटे तक उड़ान भर सकता है। इन सब खूबियों के बावजूद वजन में भारी होने की वजह से उच्च ऊंचाई वाले इलाकों में यह हेलीकॉप्टर पूरी क्षमता से काम नहीं कर पाते हैं।

पाकिस्तान और चीन का इलाका हिमालयी और सघन होने से वायुसेना को हलके लड़ाकू हेलीकॉप्टरों की जरूरत थी, जो उच्च ऊंचाई वाले दुर्गम स्थानों और सघन पर्वतीय क्षेत्रों में भी पूरी क्षमता से काम कर सकें। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि स्वदेशी हेलीकॉप्टर ‘प्रचंड’ उच्च ऊंचाई वाले पाकिस्तान और चीन की हिमालयी सीमाओं के लिए बेहतर अनुकूल होगा। एलसीएच ‘प्रचंड’ और अमेरिकी ‘अपाचे’ की जुगल जोड़ी आसमान में नया गुल खिलाएगी, जिससे पाकिस्तान और चीन के खिलाफ भारतीय वायुसेना और मजबूत हुई है। हालांकि, एलसीएच प्रचंड आधिकारिक तौर पर सोमवार को वायुसेना के बेड़े में शामिल हुआ है, लेकिन दो हेलीकॉप्टरों को अगस्त, 2020 में चीन के साथ सीमा पर भारतीय वायुसेना का समर्थन करने के लिए तैनात किया गया था।

स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सीपरी) की एक रिपोर्ट के अनुसार 2017-21 के बीच भारत विदेशों से हथियार खरीदने के मामले में दुनिया का शीर्ष आयातक था। उस समय रूस के साथ भारत के सभी हथियारों के आयात का लगभग आधा हिस्सा था। उस अवधि में फ्रांस ने भारत के हथियारों के आयात का लगभग एक चौथाई हिस्सा लिया। रिपोर्ट के अनुसार पहली बार वर्ष 2021 में विश्व सैन्य खर्च 2 ट्रिलियन डॉलर को पार कर गया। इसमें 2020 की तुलना में 0.7 प्रतिशत और 2012 की तुलना में 12 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। इसके विपरीत ‘आत्म निर्भरता’ की ओर बढ़ रहा भारत अब गुणवत्ता और किफायत दोनों ही संदर्भों में स्वदेशी जरूरतों को पूरा करने में सक्षम है।

0Shares

भोपाल: राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जन्म जयंती पर आज (रविवार) से कांग्रेस प्रदेश भर में गांधी चौपाल लगायेगी जो 30 जनवरी तक अनवरत चलेगी।

गांधी चौपाल के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र गुप्ता ने बताया कि 2 अक्टूबर को कांग्रेस पार्टी द्वारा प्रदेश भर में 500 गांधी चौपालें लगाई जाएंगी, जिसमें महात्मा गांधी एवं लालबहादुर शास्त्री के चित्रों पर माल्यार्पण कर चौपाल शुरू होगी। गांधी चौपाल में देश की एकता और समरसता के भजन गाये जाएंगे जो गांधी जी की प्रार्थना सभा में गाये जाते थे। पूरे प्रदेश में लगभग 23000 गांधी चौपालें लगायी जायेंगी।

गुप्ता ने बताया कि रविवार को भोपाल में प्रात: दस बजे ग्राम बीलखेडा, रातीबड़ में गांधी चौपाल आयोजित की जायेगी, जिसमें पूर्व मंत्री सज्जन सिंह वर्मा, पूर्व मंत्री पीसी शर्मा प्रदेश कांग्रेस के उपाध्यक्ष प्रदेश उपाध्यक्ष चंद्रप्रभाष शेखर, गांधी चौपाल के प्रदेश प्रभारी भूपेन्द्र गुप्ता एवं सह प्रभारी जितेंद्र मिश्रा सहित कांग्रेस जिला विचार विभाग के अध्यक्ष अभिषेक श्रीवास्तव उपस्थित रहेंगे।

गांधी चौपाल की शुरूआत गांधी जी की प्रार्थना सभा और भजनों से होगी। आर्थिक विषमता, गांव के आर्थिक शोषण, बेरोजगारी और मंहगाई जैसे विषयों पर जर्चा होगी। ग्राम स्वराज की अवधारणा, स्वावलंबन और आत्मनिर्भरता केंद्रीय विषय रहेंगे।

0Shares

नई दिल्ली: कृतज्ञ राष्ट्र ने रविवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 153वीं जयंती पर उन्हें नमन किया।  इस मौके पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राजघाट पहुंचकर बापू को श्रद्धांजलि दी। प्रधानमंत्री मोदी ने बापू की समाधि स्थल पर पुष्प भी अर्पित किए।

कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे गांधी राजघाट पहुंचे। उन्होंने बापू की समाधि पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने भी राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर मैं सभी देशवासियों की ओर से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को श्रद्धा-सुमन अर्पित करती हूं। प्रधानमंत्री मोदी ने महात्मा गांधी का जयंती के अवसर पर उनसे जुड़ा एक वीडियो संदेश ट्वीटर पर साझा किया। मोदी ने लिखा कि गांधी जयंती पर महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि। यह गांधी जयंती और भी खास है, क्योंकि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। हमेशा बापू के आदर्शों पर खरे उतरें। मैं आप सभी से महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि के रूप में खादी और हस्तशिल्प उत्पाद खरीदने का भी आग्रह करता हूं।

0Shares

नई दिल्ली:  प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को 5जी सेवाओं की शुरुआत करते हुए कहा कि आज देश ‘डिजिटल फॉर आल’ की मुहिम पर काम कर रहा है। सरकार के प्रयासों से अब यह क्षेत्र भी लोकतांत्रिक हो गया और देश का गरीब सशक्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि सुविधा सुलभ होने पर सोच सशक्त होती है और अब दुनिया मान रही है कि आने वाला दशक ही नहीं बल्कि अगली शताब्दी भी भारत की है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को यहां प्रगति मैदान में आयोजित एक कार्यक्रम में भारत में 5जी सेवाओं का शुभारंभ किया। साथ ही 1 से 4 अक्टूबर, 2022 तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित छठी इंडिया मोबाइल कांग्रेस 2022 (आईएमसी-2022) का भी उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि आज चुनिंदा शहरों में लॉन्च किये जाने के साथ ही 5जी अगले कुछ वर्षों में उत्तरोत्तर पूरे देश को कवर करेगा।

बिना हल्ला मचाए देश में डिजिटल सहूलियतें बढ़ीं
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोई हो हल्ला मचाए बिना भारत सरकार देश में डिजिटल सहूलियतों को बढ़ा रही है। 5जी सेवाओं के लांच का लाभ देश के युवा वर्ग को सबसे अधिक होने वाला है। उन्होंने कहा, “हमारी सरकार के प्रयासों से भारत में डेटा की कीमत बहुत कम बनी हुई है। ये बात अलग है कि हमने इसका हल्ला नहीं मचाया, बड़े-बड़े विज्ञापन नहीं दिए। हमने फोकस किया कि कैसे देश के लोगों की सहूलियत बढ़े, जीवन जीना आसान बने।”

देश की सामान्य मानवी की डिजिटल समझ पर हमेशा किया भरोसा
मोदी ने पूर्व में देशवासियों की डिजिटल अपनाने की क्षमता पर प्रश्न उठाने वालों पर कटाक्ष करते हुए कहा कि एक वक्त था जब इलीट क्लास के कुछ मुट्ठी भर लोग गरीब लोगों की क्षमता पर संदेह करते थे। उन्हें शक था कि गरीब लोग डिजिटल का मतलब भी नहीं समझ पाएंगे, लेकिन हमें देश के सामान्य मानवी की समझ, विवेक और जिज्ञासु मन पर हमेशा भरोसा रहा है। हमने देखा है कि देश के गरीब भी हमेशा नई तकनीकों को अपनाने के लिए आगे आते हैं। हमारे देश की जो ताकत है, इस ताकत को हम नजरअंदाज नहीं कर सकते।

इंटरनेट फॉर आल के लक्ष्य पर काम कर रही सरकार
प्रधानमंत्री ने कहा कि जैसे सरकार ने घर-घर बिजली पहुंचाने की मुहिम शुरू की। जैसे हर घर जल अभियान के जरिए हर किसी तक साफ पानी पहुंचाने के मिशन पर काम किया। जैसे उज्जवला योजना के जरिए गरीब से गरीब आदमी के घर में भी गैस सिलेंडर पहुंचाया। वैसे ही हमारी सरकार इंटरनेट फॉर आल के लक्ष्य पर काम कर रही है।

देश में डिजिटल वातावरण विकसित करने के लिए एक समग्र प्रयास के महत्व को रेखांकित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने 4 स्तंभों पर, चार दिशाओं में एक साथ फोकस किया। पहला डिवाइस की कीमत, दूसरा, डिजिटल कनेक्टिविटी, तीसरा, डेटा की कीमत, चौथा और सबसे जरूरी, ‘डिजिटल फर्स्ट’ की सोच।

आज हजारों मोबाइल निर्यात कर रहा भारत
उन्होंने कहा कि सरकार के इन प्रयासों से 2014 में जीरो मोबाइल फोन निर्यात करने से लेकर आज हम हजारों करोड़ के मोबाइल फोन निर्यात करने वाले देश बन चुके हैं। इन सारे प्रयासों का प्रभाव डिवाइस की कीमत पर पड़ा है। अब कम कीमत पर हमें ज्यादा फीचर्स भी मिलने लगे हैं। ऑप्टिकल फाइबर कनेक्टिविटी वाली केवल 100 ग्राम पंचायतों से, भारत में अब ऑप्टिकल फाइबर से जुड़ी 170,000 से अधिक पंचायतें हैं। 2014 में 6 करोड़ डिजिटल उपयोगकर्ताओं से आज हमारे पास देश में 80 करोड़ डिजिटल उपयोगकर्ता हैं, जिनके पास 85 करोड़ से अधिक इंटरनेट कनेक्शन हैं।

सरकार ने आगे बढ़कर डिजिटल पेमेंट का रास्ता बनाया आसान
प्रधानमंत्री ने कहा कि सरकार ने खुद आगे बढ़कर डिजिटल पेमेंट का रास्ता आसान बनाया है। सरकार ने खुद ऐप के जरिए नागरिक केन्द्रित वितरण सेवा को बढ़ावा दिया। किसान हो या छोटे दुकानदार सबको हमने उन्हें ऐप के जरिए रोज की जरूरतें पूरी करने का रास्ता दिया। छोटे व्यापारी, छोटे उद्यमी, लोकल कलाकार और कारीगर सबको डिजिटल इंडिया ने मंच और बाजार दिया है। उन्होंने कहा, “आज आप किसी लोकल मार्केट में या सब्जी मंडी में जाकर देखिए, रेहड़ी-पटरी वाला छोटा दुकानदार भी आपसे कहेगा, कैश नहीं ‘यूपीआई’ कर दीजिए।”

प्रधानमंत्री ने 5जी को अनंत अवसरों का आकाश बताया और देशवासियों को इसकी शुरुआत की शुभकामनायें दीं। उन्होंने कहा कि आज देश की ओर से, देश की टेलीकॉम इंडस्ट्री की ओर से, 130 करोड़ भारतवासियों को 5जी के तौर पर एक शानदार उपहार मिल रहा है। 5जी देश के द्वार पर नए दौर की दस्तक है।

उन्होंने कहा कि नया भारत, टेक्नोलॉजी का सिर्फ़ उपभोक्ता बनकर नहीं रहेगा बल्कि भारत उस टेक्नोलॉजी के विकास में, उसको जमीन पर उतारने में एक्टिव भूमिका निभाएगा। भविष्य की वायरलेस टेक्नॉलजी को डिजाइन करने में, उससे जुड़े उत्पादन में भारत की बड़ी भूमिका होगी।

डिजिटल माध्यम से प्रधानमंत्री ने किया संवाद
देश में 5जी सेवाओं की शुरूआत के बाद लेखक अमीश त्रिपाठी ने मुंबई डिजिटल से जुड़ी प्रस्तुति दी। उनके संवाद के दौरान प्रधानमंत्री ने डिजिटल मामले से शिक्षा पा रहे छात्रों से संवाद किया। साथ ही प्रधानमंत्री ने दिल्ली मेट्रो की द्वारका से जुड़ी एक अंडरग्राउंड टनल में 5जी डिजिटिल तकनीक से मजदूरों को दी जा रही सुरक्षा का मुआयना किया। उन्होंने दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना और वहां कार्यरत एक मजदूर से बातचीत की। मेटावर्स में वर्चुअल रियलिटी के अनुभव से जुड़ी प्रस्तुति देखी। प्रधानमंत्री ने होलोग्राम से जरिये वहां उपस्थित हुई वाराणसी की छात्रा खुशी से संवाद किया, जिसने सोलर सिस्टम को वीआर के माध्यम से देखने का अनुभव साझा किया। वाराणसी से कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी जुड़े थे।

इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगाः अश्वनी वैष्णव
केन्द्रीय टेलीकॉम मंत्री अश्वनी वैष्णव ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी भारत में 5जी सेवाएं लॉन्च कर रहे हैं। दूरसंचार के इतिहास में आज का दिन सुनहरे अक्षरों में दर्ज होगा। टेलीकॉम गेटवे है, डिजिटल इंडिया की नींव है। यह हर व्यक्ति के लिए डिजिटल सेवाओं को लाने का माध्यम है।

5जी सेवाएं डिजिटल क्षेत्र में कामधेनु की भूमिका निभाएंगीः मुकेश अंबानी
रिलायंस जियो के मुकेश अंबानी ने कहा कि 5जी सेवाएं डिजिटल क्षेत्र में कामधेनु की भूमिका निभाएंगी। इससे कई नए आयाम खुलेंगे। इसमें कनेक्टिविटी तकनीक की अगली पीढ़ी की तुलना में बहुत अधिक है। उनके विचार से यह मूलभूत तकनीक है, जो 21वीं सदी की अन्य तकनीकों जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट ऑफ थिंग्स, रोबोटिक्स, ब्लॉकचैन और मेटावर्स की पूरी क्षमता को अनलॉक करती है। उन्होंने कहा कि हमने 5जी सेवाओं को शुरू करने में भले ही देरी की लेकिन हम पूरे देश में इसे लांच करने में पीछे नहीं रहेंगे। उन्होंने हर तालुका और तहसील तक दिसंबर 2023 तक 5जी सेवाएं पहुंचाने की प्रतिबद्धता को दोहराया।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश डिजिटल सेवाओं में आगे बढ़ रहाः सुनील मित्तल
भारती एयरटेल के सुनील मित्तल ने प्रधानमंत्री के नेतृत्व की प्रशंसा की और कहा कि वे तकनीक के महत्व को समझते हैं। गुजरात में रहते हुए उनके कार्यकाल में बहुत डिजिटल पहल शुरू की। उनके विजन से ही हम 4जी तकनीक क्षेत्र में आगे रहे। इससे कोरोना काल में भी देश की डिजिटल धड़कन नहीं रुकी। साथ ही उन्होंने कहा कि आज देश उत्पादन कर रहा है और लगातार कई यूनीकोर्न तैयार हो रहे हैं। आज प्रधानमंत्री द्वारा 5जी सेवाओं की शुरुआत करने से देश के आठ शहरों में एक साथ 5जी सेवाएं शुरू हो जायेंगी।

5 जी सेवा
वर्षों की गहन तैयारी के बाद 5जी सेवाओं की शुरुआत हो रही है। हाल ही में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी सफलतापूर्वक संपन्न की गई थी और दूरसंचार सेवा प्रदाताओं को 1,50,173 करोड़ रुपये के सकल राजस्व के साथ 51,236 मेगाहर्ट्ज आवंटित किया गया था। नीलामी ने एक मजबूत 5जी इको-सिस्टम तैयार करने की आवश्यकता पर जोर दिया था, ताकि आईओटी, एम2एम, एआई, एज कंप्यूटिंग, रोबोटिक्स आदि से जुड़े इसके इस्तेमाल से संबंधित जरूरतों को पूरा कर सकें।5जी नए आर्थिक अवसर और सामाजिक लाभ प्रदान कर सकता है और इसे भारतीय समाज के लिए एक परिवर्तनकारी शक्ति बनने की क्षमता प्रदान कर सकता है। यह देश को विकास की पारंपरिक बाधाओं को दूर करने, स्टार्टअप्स और व्यावसायिक उद्यमों द्वारा नवाचारों को बढ़ावा देने के साथ-साथ ‘डिजिटल इंडिया’ के दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने में मदद करेगा। भारत पर 5जी का कुल मिलाकर आर्थिक प्रभाव 2035 तक 450 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है।दूरसंचार विभाग ने अगस्त 2022 में राइट ऑफ वे (आरओडब्ल्यू) नियम 2016 में संशोधन किया है, जिसमें आरओडब्ल्यू की स्वीकृतियों के लिए शुल्क को उचित बनाया गया है और स्ट्रीट फर्नीचर पर 5जी छोटे सेल और ऑप्टिकल फाइबर केबल की स्थापना के लिए आरओडब्ल्यू शुल्क की एक सीमा तय की गई है।

दूरसंचार विभाग ने 2018 में प्रौद्योगिकी विकसित करने के लिए आईआईटी, भारतीय विज्ञान संस्थान बेंगलुरु और समीर (एसएएमईईआर) की मदद से 5जी टेस्टेड की स्थापना की है। स्टार्टअप उद्योगों द्वारा इस्तेमाल को बढ़ाने के लिए 2020 में एक 5जी हैकथॉन शुरू किया गया था और इससे नवीन उत्पादों को बढ़ावा मिला है। 5जी के इस्तेमाल के मामलों पर एक अंतर-मंत्रालयी समिति 2021 से 12 केंद्रीय मंत्रालयों के समन्वय से कार्य कर रही है, जिससे 5जी यूज-केस प्रयोगशालाओं की स्थापना की जा सके। 5जी हैंडसेट उपलब्ध कराने के लिए 5जी इको-सिस्टम को सक्षम करने के लिए उद्योग के साथ परामर्श आयोजित किया गया है। मुंबई में निवेशकों, बैंकरों और उद्योग के साथ 5जी व्यापार के अवसरों पर और सरकार द्वारा प्रमुख हस्तक्षेपों की पहचान करने के लिए एक गोलमेज सम्मेलन आयोजित किया गया था।

सी-डॉट ने एक स्वदेशी 5जी नॉन-स्टैंड अलोन (एनएसए) कोर विकसित किया है। सी-डॉट स्थानीय उद्योग और स्टार्ट-अप के सहयोग से 5जी रेडियो एक्सेस नेटवर्क (आरएएन) भी विकसित कर रहा है। सी-डॉट ने टीसीएस और तेजस नेटवर्क के सहयोग से अपने 4जी कोर का पहले ही सफलतापूर्वक परीक्षण कर लिया है।

ये सभी प्रधानमंत्री के “जय अनुसंधान” के आह्वान को पूरा करने में मदद करेंगे। ये सभी प्रयास भारत के विनिर्माण और दूरसंचार इको-सिस्टम के लिए गेम-चेंजर हैं, जो घरेलू 5जी एंटरप्राइज कैरियर ग्रेड स्टैक के साथ-साथ अभिनव प्रभावशाली 5जी यूज-केस के लिए अग्रणी हैं।

आईएमसी -2022
आईएमसी-2022 का विषय, एशिया में अग्रणी डिजिटल इवेंट ‘एनकैप्सुलेट, एंगेज एंड एक्सपीरियंस ए न्यू डिजिटल यूनिवर्स’ है और इसका मुख्य उद्देश्य नई तकनीकों, विशेष रूप से स्वदेशी लोगों को बढ़ावा देना और नागरिकों को 5जी के उपयोग और अनुप्रयोगों का अनुभव देना है। अन्य उद्देश्यों में स्थानीय विनिर्माण को बढ़ावा देना, अंतरराष्ट्रीय क्षेत्रीय सहयोग को बढ़ावा देना, समावेशी और सतत विकास को प्रेरित करना, उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देना, विदेशी और स्थानीय निवेश को बढ़ावा देना शामिल है। इसमें 5,000 से अधिक सीएक्सओ और प्रतिनिधियों, 250 से अधिक प्रदर्शकों, 100 से अधिक स्टार्ट-अप, 300 से अधिक वक्ताओं, 70,000 से अधिक प्रतिभागियों और आगंतुकों की अपेक्षित संख्या के बल पर आकर्षक साबित होने की उम्मीद है।

राज्य के आईटी सचिवों को भी आईएमसी-2022 में आमंत्रित किया गया है और आईएमसी-2022 के दौरान राज्यों के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) मंत्रियों के साथ एक गोलमेज सम्मेलन की भी योजना है, जिसमें 5जी के रोलआउट में राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों की भूमिका, व्यापार के अवसरों की आवश्यकता, कौशल विकास और संभावित स्टार्ट-अप और निवेशकों के साथ बातचीत के बारे में चर्चा की जाएगी।

0Shares

नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए अब पार्टी के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे और शशि थरूर का मुकाबला होगा।

कांग्रेस चुनाव प्रभारी मधुसूदन मिस्त्री ने शनिवार को कहा कि नामांकन पत्रों की जांच पूरी कर ली गई है। कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए किए गए नामांकन में खड़गे और थरूर के नामांकन वैध पाए गए हैं। इसलिए अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के रूप में यह दोनों नेता चुनाव लड़ सकते हैं।

उन्होंने कहा कि अगर कोई उम्मीदवार चाहे तो वह आठ अक्टूबर तक अपना नाम वापस ले सकता है। अगर एक से अधिक उम्मीदवार हुए तो 17 अक्टूबर को मतदान कराए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जांच-पड़ताल के दौरान झारखंड कांग्रेस के नेता केएन त्रिपाठी के फार्म में कई कमियां पाई गई हैं। जिसके बाद त्रिपाठी का नामांकन रद्द कर दिया गया है।

0Shares

कानपुर: साड़ थाना क्षेत्र के गंभीरपुर गांव के बीच सड़क किनारे बने तालाब में एक ट्रैक्टर-ट्रॉली अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में 25 लोगों की मौत हो गई है लेकिन मरने वालों की अभी तक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

साढ़ के कोरथा गांव निवासी एक मुंडन संस्कार में फतेहपुर गए थे। लौटते वक्त ट्रैक्टर-़ट्रॉली अनियंत्रित होकर सड़के किनारे बने तालाब में जा गिरी। चीख पुकार मचते ही आसपास के लोग एकत्र हो गए। लोगों ने पुलिस को सूचना देने के बाद ट्रॉली फंसे लोगों को निकालने की कोशिश जारी है। हादसे में 25 लोगों की मौत होने की सूचना है लेकिन अब तक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

मृतकों के नाम- हादसे में मृत लोगों के नाम मिथलेश 50 वर्ष पुत्र रामसजीवन, केशकली पति देशराज, किरन, पारुल , अंजली ,रामजानकी, लीलावती पति रामदुलारे,गुड़िया पति संजय,तारा देवी पति टिल्लू, अनिता देवी पति बीरेंद्र सिंह,सान्वी पिता कल्लू, शिवम पिता कल्लू,नेहा पिता सुंदरलाल, मनिसा पिता रामदुलारे,ऊसा पति ब्रजलाल, गीता सिंह पति शंकर सिंह,रोहित पिता रालदुलारे,रवी पिता शिवराम,जयदेवी पति शिवराम,मायावती पति रामबाबू,सुनीता पिता प्रहलाद, सिवानी पिता स्व रामखिलावन,फूलमती पति स्व सियाराम, रानी पति रामशंकर का नाम शामिल है लेकिन अबतक कोई अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

कोरथा के रहने वाले राजू निषाद अपने बच्चे का मुंडन कराने रिश्तेदारों संग चंद्रिका देवी मंदिर गए थे। राजू ही ट्रैक्टर चला रहा था। घटना के बाद से परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त तीन चार जो लोग कूद गए, वो ही बचे हैं। बाकी लोग दबे हुए हैं। हादसे में माता-पिता और जिस बच्चे का मुंडन था, उनकी भी मौत हो गई है।

घायलों को एंबुलेंस से भीतरगांव सीएचसी में भर्ती कराया गया है। घटना की जानकारी मिलने के बाद एम्बुलेंस मौके पर भेजी गई है। हालांकि स्थानीय लोगों ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण एम्बुलेंस देरी से पहुंची। अगर एम्बुलेंस सही समय पर पहुंचती तो और लोगों की जान बच सकती थी। माना जा रहा है कि ट्रैक्टर के अंदर दबे लोगों की दम घुटने से मौत हुई है। फिलहाल राहत कार्य जारी है।

0Shares

नई दिल्ली: देश को आज तीसरी वंदे भारत ट्रेन मिल जाएगी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी गुजरात की राजधानी गांधीनगर और मुंबई सेंट्रल के बीच स्वदेश निर्मित हाईस्पीड वंदे भारत एक्सप्रेस के नए और उन्नत संस्करण को हरी झंडी दिखाएंगे। यह अपनी तरह की तीसरी वंदे भारत एक्सप्रेस है।

केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने 2022-23 के केंद्रीय बजट में घोषणा की थी कि अगले तीन वर्षों में 400 नई पीढ़ी की वंदे भारत ट्रेनों का विकास और निर्माण किया जाएगा।

पहली वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को 15 फरवरी, 2019 को नई दिल्ली-कानपुर-इलाहाबाद-वाराणसी मार्ग पर हरी झंडी दिखाई गई थी।

15 अगस्त, 2021 को लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र के नाम संबोधन में प्रधानमंत्री मोदी ने घोषणा की थी कि स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव के 75 सप्ताह के दौरान 75 वंदे भारत ट्रेनें देश के हर कोने को जोड़ेगी।

वंदे भारत ट्रेन की पहचान गति, सुरक्षा और सेवा है। वंदे भारत 160 किलोमीटर प्रति घंटे की अधिकतम गति तक चल सकती है। इसमें शताब्दी ट्रेन जैसी यात्रा अपार्टमेंट हैं, लेकिन यात्रियों को इस ट्रेन में बेहतर यात्रा अनुभव मिलेगा। गति और सुविधा के लिहाज से यह ट्रेन भारतीय रेलवे के लिए बड़ी छलांग है।

उदाहरण के लिए नई दिल्ली और वाराणसी के बीच निर्धारित आवागमन में लगभग आठ घंटे लगते हैं। इससे यह इन दोनों शहरों को जोड़ने वाली सबसे तेज गति की ट्रेन की तुलना में 40-50 प्रतिशत तेज हो गई।

इसके अलावा वंदे भारत ट्रेन के सभी कोच स्वचालित दरवाजों से सुसज्जित हैं। इसमें एक जीपीएस आधारित आडियो विजुअल यात्री सूचना प्रणाली है। इसमें मनोरंजन प्रयोजनों के लिए ऑनबोर्ड हॉट स्पाट वाई-फाई, और बहुत आरामदायक बैठने की जगह है। इसमें एग्जीक्यूटिव क्लास में घूमने वाली कुर्सियां भी हैं। इसके प्रत्येक कोच में गर्म भोजन के अलावा गर्म और ठंडे पेय परोसने की सुविधाओं के साथ एक पैंट्री की सुविधा है। वंदे भारत एक्सप्रेस में कुल 1,128 यात्रियों के बैठने की क्षमता है

देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन वर्तमान में दो रूटों नई दिल्ली से कटरा (माता श्री वैष्णो देवी) और नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चल रही है। इस साल की शुरुआत में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने खजुराहो से वंदे भारत एक्सप्रेस के संचालन की घोषणा की थी।

0Shares