पटना/बेगूसराय 16 मई (हि.स.): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल विजन को आगे बढ़ाने के लिए रेलवे द्वारा एक स्टेशन एक उत्पाद योजना के तहत बिहार में 50 स्टेशनों पर ओएसओपी केंद्र खोले गए हैं। इससे बड़ी संख्या में स्थानीय लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी वीरेन्द्र कुमार ने मंगलवार को बताया कि वोकल फॉर लोकल विजन को बढ़ावा देने और स्थानीय उत्पादों के लिए बेहतर बाजार उपलब्ध कराने के लिए ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद‘ की घोषणा के अनुरूप पारंपरिक शिल्प एवं लघु उद्यमों के संरक्षण तथा अधिक से अधिक रोजगार सृजन हेतु रेलवे तत्पर है।

देश में 728 रेलवे स्टेशनों को ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद‘ आउटलेट से कवर किया गया है। इस पायलट प्रोजेक्ट के तहत बिहार के 50 स्टेशनों को ‘एक स्टेशन, एक उत्पाद‘ आउटलेट से कवर किया गया है। यह योजना स्थानीय कारीगरों, कुम्हारों, बुनकरों, जन-जातियों के बेहतर जीविकोपार्जन एवं कल्याण सहित आजीविका और कौशल विकास के अवसर प्रदान करने तथा स्थानीय व्यापार और आपूर्ति श्रृंखला में मदद करने में सफल रही है।

इससे स्थानीय हस्तशिल्प और छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला। ओएसओपी केंद्रों पर स्थानीय कारीगरों द्वारा हस्तनिर्मित भगवान बुद्ध की मूर्ति, काष्ठ कलाकृति, जरी जरदोजी के परिधान एवं अन्य वस्तुएं, मधुबनी पेंटिंग, हस्तनिर्मित सजावटी सामान, हथकरघा उत्पाद, काला चावल जैसे स्थानीय कृषि उत्पाद, मिठाई और अचार जैसे स्थानीय खाद्य उत्पादों का प्रदर्शन एवं बिक्री की जाती है। स्टेशनों पर ओएसओपी केंद्रों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों को उच्च दृश्यता मिल रही है।

उनसे जुड़े स्थानीय कारीगर एवं अन्य इस अतिरिक्त आय स्रोत से लाभान्वित हो रहे हैं। इससे स्थानीय लोगों के लिए स्वरोजगार का एक नया अवसर पैदा हुआ और वह आर्थिक रूप से समृद्ध हुए हैं। स्टॉल संचालक ने अनुभव साझा करते हुए कहा कि स्वरोजगार से जुड़े छोटे कामगारों को अपने पैर पर खड़ा होने तथा लोकल उत्पाद को बेचने एवं प्रचार-प्रसार का बड़ा अवसर मिला। स्टॉल खुलने से आर्थिक रूप से समृद्धि आई है।

उन्होंने बताया कि आरा, बक्सर, दानापुर, फतुहा, जहानाबाद, किउल, मोकामा, पाटलिपुत्र, पटना सिटी, पटना जंक्शन, राजेन्द्र नगर, राजगीर, समस्तीपुर, बापूधाम मोतिहारी, बेतिया, दरभंगा, रक्सौल, सहरसा, सकरी, सोनपुर, हाजीपुर, मानसी, खगड़िया, मुजफ्फरपुर, शाहपुर पटोरी, नवगछिया, अनुग्रह नारायण रोड, डेहरी ऑन सोन, गया, सासाराम, गोमो, पारसनाथ, कोडरमा, बरकाकाना, टोरी, लातेहार, डाल्टेनगंज, रेणुकूट, चोपन एवं सिंगरौली पर ओएसओपी केंद्र कार्यरत है।

इसके अलावा पूर्व रेलवे, पूर्वोत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के क्षेत्राधिकार में पड़ने वाले बिहार के भागलपुर, जमालपुर, सुल्तानगंज, बारसोई, मनिहारी, अररिया, अररिया कोर्ट, दलान, कटिहार, किशनगंज, लामा, प्राणपुर रोड, पुर्णिया, रौतारा, सलमारी, आजमनगर, जोगबनी, छपरा, छपरा कचहरी एवं थावे स्टेशन पर ओएसओपी केंद्र से स्थानीय लोग लाभान्वित हो रहे हैं।

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जयपुर, 15 मई (हि.स.)। पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने सोमवार को अपनी ही सरकार के खिलाफ आंदोलन का ऐलान कर दिया है। उन्होंने सरकार के सामने तीन मांगे रखीं और कहा कि इस महीने के आखिर तक यदि ये मांगें नहीं मानी गईं, तो पूरे प्रदेश में हम आंदोलन करेंगे।

पांच दिन की जनसंघर्ष यात्रा के समापन पर जयपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए पायलट ने तीन मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा कि मेरी पहली मांग है कि भ्रष्टाचार की जननी राजस्थान लोक सेवा आयोग (आरपीएससी) को भंग करके इसका पुनर्गठन किया जाए। चेयरमैन और सदस्यों के चयन के लिए नए कानून और मापदंड बने और पारदर्शिता से लोगों का चयन हो। दूसरी मांग में कहा गया है कि पेपर लीक होने से प्रत्येक बच्चे को उसका पूरा मुआवजा मिलना चाहिए। तीसरी मांग में कहा गया है कि वसुंधरा के खिलाफ लगाए गए आरोपों की उच्चस्तरीय जांच कराई जाए।

उन्होंने कहा कि आज 15 मई को जन संघर्ष यात्रा समाप्त हो रही है। अगर इस महीने के आखिर तक यह तीनों मांगे नहीं मानी गई, तो मैं आप लोगों को बताना चाहता हूं कि अभी तक मैंने गांधीवादी तरीके से अनशन किया है। जनसंदेश यात्रा की है, लेकिन महीने के आखिरी तक कार्यवाही न होने पर पूरे प्रदेश में आप लोगों के साथ आंदोलन करूंगा।

पायलट ने कहा कि गांव-ढाणी, शहरों में बड़ा आंदोलन होगा। न्याय करवाएंगे। हम लोगों के पास कुछ नहीं है। हम तो पैर में जूता डालकर निकल पड़े थे। गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि हम बिना पद के गाली खा-खाकर संगठन के लिए काम कर रहे हैं और आप सत्ता में बैठकर मलाई खा रहे हो। लोग यह सुन लें कि मुझे किसी सीमा में न बांधें, मैं किसी एक धर्म या समाज का नहीं हूं। मैं 36 कौम का बेटा हूं। राजस्थान का बेटा हूं। पायलट ने कहा कि मैं किसी पद पर रहूं या न रहूं। राजस्थान की जनता की सेवा करता रहूंगा। डरने वाला नहीं हूं, दबने वाला नहीं हूं। आपके लिए लड़ा हूं और लड़कर रहूंगा।

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नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव में पार्टी को अपार बहुमत की तरफ बढ़ता हुआ देखकर राज्य की जनता के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि चुनाव में कांग्रेस की यह जीत, जनता की जीत है।

खड़गे ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने के बाद राज्य की जनता से किए अपने पांचों वादे को पूरा करेगी। पार्टी पर भरोसा जताने के लिए हम कर्नाटक की जनता को धन्यवाद देते हैं। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस की जीत जनता की जीत है। कर्नाटक की जनता ने भ्रष्ट सरकार को नकार दिया है। हमने जो वादे किए हैं, उसे पूरा करेंगे।

उन्होंने कहा कि आने वाले दूसरे राज्यों में भी कांग्रेस सरकार बनाएगी। एक सवाल का जवाब देते हुए खड़गे ने कहा कि विधायक दल की बैठक के बाद कर्नाटक के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा की जाएगी।

मतगणना के दौरान कांग्रेस पार्टी 107 सीटों पर अभी आगे चल रही है, जबकि 29 विधानसभा सीटों पर जीत दर्ज कर चुकी है। वहीं भारतीय जनता पार्टी 50 सीटों पर आगे चल रही है और 13 सीटों पर जीत हासिल कर चुकी है।

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नई दिल्ली: कांग्रेस पार्टी को स्पष्ट बहुमत की तरफ बढ़ता देख पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि कांग्रेस जनता से किए सभी वादे को पूरा करेगी। यह राज्य की जनता की जीत है।

कांग्रेस मुख्यालय में शनिवार दोपहर को पत्रकारों से मुखातिब होते हुए राहुल गांधी ने पार्टी के सभी कार्यकर्ताओं, नेताओं और राज्य की जनता को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता ने नफरत की दुकान बंद कर दी है।

आगे उन्होंने कहा कि कर्नाटक की गरीब जनता ने पूंजीवादी शक्ति को हरा दिया है। हमने कर्नाटक का चुनाव मोहब्बत के साथ लड़ा और जीता है। हम दूसरे राज्यों में भी इसी तरह चुनाव जीतेंगे। उन्होंने कहा कि कर्नाटक की जनता से हमने पांच वादे किए थे। उन वादों को हम पहले दिन और पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे।

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भोपाल, 13 मई (एजेंसी ): अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् के अध्यक्ष डॉ. प्रवीण तोगड़िया ने कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजों को लेकर भाजपा पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि ‘राममंदिर और बजरंग बली भी कर्नाटक में भाजपा को बचा नहीं पाए, यह चिंता की बात है।’ कर्नाटक के नतीजे भाजपा के लिए 2024 लोकसभा चुनाव का वेकअप कॉल है।

डॉ. तोगड़िया शनिवार को भोपाल में प्रेसवार्ता को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि लोगों को रोजगार चाहिए। महंगाई से मुक्ति चाहिए। सुरक्षा चाहिए। किसानों को फसलों के दाम चाहिए। राज्य और केंद्र सरकार के कोटे से एक करोड़ सरकारी पद खाली हैं, जिन्हें तीन महीने में भर दो। पेट्रोल-डीजल, गैस सिलेंडर के दाम कम करो। किसानों के लिए एमएसपी बनाओ तो 70 करोड़ किसानों के वोट मिलेंगे। 2024 में क्या होगा यह देश की जनता तय करेगी।

‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्म बनना शर्म की बात

इस दौरान उन्होंने ‘द केरल स्टोरी’ जैसी फिल्म बनाने को शर्म की बात बताया है। उन्होंने कहा कि बहन-बेटियों पर अत्याचार की वाहवाही हो रही है। क्या हिंदू लड़कियां शिकार बन रही हैं? वे शिकार बन रही हैं, तभी तो ऐसी फिल्में बन रही हैं। भविष्य में ऐसी कोई फिल्म न बने, इसलिए एंटी लव जिहाद कानून और जनसंख्या नियंत्रण कानून बनाएं। हम बहन-बेटियों को सुरक्षा की ट्रेनिंग दे रहे हैं।

भारत में ही हिंदू सुरक्षित नहीं

डॉ. तोगड़िया ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भारत में ही हिंदू सुरक्षित नहीं हैं। मणिपुर हिंसा में सैकड़ों हिंदू मारे गए हैं। पहले कश्मीर में हिंदुओं के लिए शरणार्थी शिविर थे, अब मणिपुर में हैं। मणिपुर सरकार हिंदुओं की सुरक्षा में फेल हो गई। वहां मृतकों के परिवार को 50 लाख, एक व्यक्ति को सरकारी नौकरी देनी चाहिए। बॉर्डर पर बीएसएफ लगाई जाए।

उन्होंने कहा कि देश के कोने-कोने में अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद् का विस्तार हो चुका है। अब हमारा लक्ष्य समृद्ध, सुरक्षित और सम्मानयुक्त हिंदू बनाने का है। यह लक्ष्य पूरा करने के लिए देश के गांव-शहरों में एक लाख स्थानों पर हर सप्ताह हनुमान चालीसा केंद्र शुरू किए गए हैं। हम इनसे दो करोड़ हिंदू परिवारों को जोड़ेंगे। इन परिवारों को सुरक्षा, समृद्धि, सम्मान, स्वास्थ्य, संस्कार देने में सहयोग करेंगे। कोई भूखा नहीं रहेगा। उन्हें अनाज उपलब्ध कराएंगे। गरीबों को चिकित्सा सुविधा और स्वस्थ रहने की ट्रेनिंग देंगे।

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मुंबई: राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के अध्यक्ष शरद पवार से गुरुवार को मुंबई में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने मुलाकात की। इस मौके पर नीतीश कुमार ने कहा कि देशहित में सभी विपक्षी दलों को साथ मिलकर काम करना जरूरी है।

नीतीश कुमार और राकांपा प्रमुख शरद पवार ने गुरुवार को साझा पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी एकता को मजबूत करने के प्रयासों पर चर्चा की गई है। यह पूछे जाने पर कि क्या शरद पवार विपक्षी गठबंधन का मुख्य चेहरा होंगे, नीतीश कुमार ने कहा, ‘इससे ज्यादा सुखद कुछ नहीं होगा। मैंने उनसे कहा है कि उन्हें न केवल अपनी पार्टी के लिए बल्कि पूरे देश के लिए और अधिक जोश के साथ काम करना है। नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्षी दल जितना अधिक एक साथ आएंगे, यह देश के हित में उतना ही बेहतर होगा।

शरद पवार ने कहा कि लोकतंत्र को बचाने के लिए मिलकर काम करना जरूरी है। देश के हालात देखने के बाद लगता है कि मिलकर काम करेंगे तो विकल्प के लिए समर्थन मिलेगा। शरद पवार ने कहा कि भाजपा कर्नाटक विधानसभा चुनाव हारेगी, वहां के लोग एक धर्मनिरपेक्ष सरकार चुनेंगे। उन्होंने कहा कि भाजपा सत्ता का दुरुपयोग कर रही है, यह बात आम जनता समझ रही है। आज का सुप्रीम कोर्ट का निर्णय भाजपा विरोधी प्रचार में काफी सहायक होगा।

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देश में प्रत्येक वर्ष 11 मई, 1998 को पोखरण में परमाणु परीक्षण को याद रखने के लिए राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी दिवस मनाया जाता है। यह भारत के सभी नागरिकों के लिए गर्व का विषय है।

वर्ष 1998 में 11 और 13 मई को भारत ने ऐसा कारनामा कर दिखाया कि पूरी दुनिया दंग रह गई। राजस्थान के पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में खेतोलाई गांव के निकट कुल पांच परमाणु परीक्षण किए गए। पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम की अगुआई में यह मिशन कुछ इस तरह से अंजाम दिया गया कि पूरी दुनिया के परमाणु संयंत्रों और सैन्य गतिविधियों पर सैटेलाइट से निगरानी करने वाला अमेरिका भी दंग रह गया था।

11 मई की महत्वपूर्ण अन्य घटनाएं-

1752: अमेरिका के फिलाडेल्फिया में अग्नि बीमा पालिसी की शुरुआत की गई।

1784: अंग्रेजों और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान के बीच संधि।

1833: अमेरिका से क्यूबेक जा रहे जहाज लेडी ऑफ द लेक के हिमखंड से टकराकर अटलांटिक महासागर में डूबने से 215 लोगों की मौत।

1940: ब्रिटिश ब्राडकास्टिंग सर्विस (बीबीसी) ने अपनी हिंदी सेवा की शुरुआत की।

1951: राष्ट्रपति डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने नवनिर्मित सोमनाथ मंदिर का उद्घाटन किया।

1962: सर्वपल्ली राधाकृष्णन को भारत का राष्ट्रपति चुना गया। उन्होंने डॉ. राजेन्द्र प्रसाद का स्थान लिया।

1965: बांग्लादेश में चक्रवाती तूफान में 17 हजार लोगों की मौत।

1988: फ्रांस ने परमाणु परीक्षण किया।

1995: अमेरिका के न्यूयार्क शहर में 170 से अधिक देशों ने परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर किए।

1998: यूरोप की एकल मुद्रा यूरो का पहला सिक्का बना।

2000ः दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में जन्मी ‘आस्था’ भारत का एक अरबवां बच्चा।

2001ः संयुक्त राज्य अमेरिका की प्रक्षेपास्त्र रक्षा प्रणाली को भारत का समर्थन, अमेरिकी संसद ने संयुक्त राष्ट्र की देय राशि रोकी।

2002ः बांग्लादेश में नौका दुर्घटना में 378 लोग मरे।

2005ः बगलिहार परियोजना पर भारत-पाकिस्तान मतभेदों को निपटाने हेतु विश्व बैंक ने तटस्थ विशेषज्ञ नियुक्त किया।

2007ः इस्राइल ने हमास से जुड़ी रिफ़ॉर्म एवं चेंज पार्टी को गैर-क़ानूनी घोषित किया।

2008ः दक्षिणी वजीरिस्तान में नाटो सेना ने हमला किया। न्यूयार्क के कॉर्नेल विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने विश्व का पहला जिनेटिकली माडिफ़ाइड मानव भ्रूण तैयार किया।

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हेमंत सोरेन से नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव ने की मुलाकात
बिहार और झारखंड के मुख्यमंत्रियों ने की संयुक्त पत्रकार वार्ता

रांची: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव विपक्षी दलों को एकजुट करने के उद्देश्य से बुधवार की शाम रांची पहुंचे। बिरसा मुंडा एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। बिहार के मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम का स्वागत करने झारखंड के मंत्री मिथिलेश ठाकुर और मंत्री सत्यानंद भोक्ता एयरपोर्ट पर पहुंचे। जदयू के प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो भी मौजूद थे।

इसके बाद नीतीश कुमार ने हेमंत सोरेन से मुलाकात की। मुलाकात के बाद दोनों ने संयुक्त रूप से कांके स्थित सीएमओ कार्यालय में पत्रकार वार्ता किया। हेमंत सोरेन ने कहा कि जो राजनीतिक विचार है उसे एक करने के लिए फिर से एकजुट होकर बैठना पड़ेगा। सभी लोगों के विचारों को कैसे एक समान बनाएं इस विषय को आगे बढ़ाएंगे। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार हमारे अभिभावक जैसे हैं। साथ ही नई पीढ़ी के राजनीतिक सिपाही हैं। इनसे हमें बहुत कुछ सीखना है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हम सभी एकजुट हैं और एक साथ चलेंगे। देश में विपक्ष के अधिकांश लोग साथ हो जाएं यही प्रयास हो रहा है। लोकसभा का परिणाम देखिएगा, देश का इतिहास बदलेगा। देश में एकतरफा काम हो रहा है, केवल अपनी कही जा रही है, विपक्ष की नहीं सुनी जा रही है। दोनों राज्य एक हैं। हम सभी को एक होकर झारखंड और बिहार का विकास करना है। देश के विकास के लिए काम करना है।

उन्होंने कहा कि शिबू सोरेन से उनका पुराना संबंध रहा है। पहली बार वे मुख्यमंत्री बने थे तो गुरु जी का भी सहयोग था। हमारा संबंध पहले से ही ठीक रहा है। नीतीश ने कहा कि हमारा पूरा विश्वास है कि पूरे देश में विपक्ष के अधिकांश लोगों की एकजुटता हो जायेगी। मिशन 2024 के लिए मिलकर चलेंगे। हम लोग एकजुट होकर देश में भाईचारे का संदेश दे रहे हैं। सबको मिलकर एकजुट होकर चलना पड़ेगा तभी देश आगे बढ़ेगा।

इस मौके पर बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव, जदयू के प्रदेश अध्यक्ष ललन सिंह, मंत्री संजय झा, मंत्री सत्यानंद भोक्ता, प्रदेश जेडीयू अध्यक्ष खीरू महतो, महासचिव श्रवण कुमार सहित जदयू के कई नेता मौजूद थे।

उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों को एक मंच पर लाने की पहल की जा रही है। बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इसकी पहल शुरू कर दी है। इसको लेकर उन्होंने कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के साथ गैर भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों से भी मुलाकात की है। इसी सिलसिले में बुधवार को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव रांची पहुंचे।

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भुवनेश्वर: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंगलवार को भुवनेश्वर पहुंचकर ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से मुलाकात की । इस मुलाकात के बाद मुख्यमंत्री तथा बीजू जनता दल के मुखिया नवीन पटनायक ने स्पष्ट किया कि नीतीश कुमार के साथ उनकी मुलाकात के दौरान दोनों के बीच गठबंधन को लेकर किसी प्रकार की बातचीच नहीं हुई।

नवीन निवास में दोनों नेताओं की वार्ता के बाद नवीन पटनायक व नीतीश कुमार ने पत्रकाराें से बातचीत की । इस दौरान पटनायक ने कहा कि बिहार भवन निर्माण के लिए ओडिशा सरकार बिहार सरकार को डेढ़ एकड़ जमीन देगी। इस भवन में पुरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन के लिए आने वाले बिहार के श्रद्धालु ठहर सकेंगे ।

पत्रकारों ने भाजपा के खिलाफ गठबंधन तैयार करने के प्रयास करने के सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने कहा कि इस बारे में नवीन पटनायक स्पष्ट कर चुके हैं । उन्होंने कहा कि हमारा संबंध काफी पुराना व घनिष्ठ रहा है । नवीन के पिता बीजू पटनायक के साथ भी और उनके काफी पुराने संबंध हैं, लेकिन कोरोना व अन्य कारणों से वह मिल नहीं पा रहे थे । दोनों के बीच के संबंध अन्य नेताओं के साथ संबंध जैसे न समझा जाए ।

इससे पूर्व दोपहर को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भुवनेश्वर हवाई अड्डे पर पहुंचे । राज्य सरकार के मंत्री अशोक पंडा और बीजद के वरिष्ठ नेता देवी प्रसाद मिश्र ने हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया । इसके बाद वह सीधे इसके नवीन निवास पहुंचे और बीजद मुखिया तथा राज्य के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक से बातचीत की । दोनों नेताओं ने एक साथ मध्याह्न भोजन किया ।

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नई दिल्ली: पश्चिम बंगाल और ओडिशा में मोचा के रूप में इस वर्ष पहले चक्रवाती तूफान से निबटने की तैयारियां की गई हैं। मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के मुताबिक इस क्षेत्र में 9 से 12 मई तक बारिश होगी। इसके साथ ही आंध्र प्रदेश सहित देश के दूसरे राज्यों में भी इसका असर पड़ने की संभावना जताई गई है।

अनुमान के मुताबिक दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में 70 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से बारिश व तेज हवा चलने की उम्मीद है। दक्षिण पूर्व बंगाल की खाड़ी के ऊपर सोमवार को कम दबाव का क्षेत्र बना जिसके चक्रवात में बदलने और इस सप्ताह के अंत में बांग्लादेश-म्यामार तटीय क्षेत्र की ओर बढ़ने के आसार हैं। इस दौरान पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटीय इलाकों में अलर्ट जारी किया गया है। जहाज, नावों और मछुआरों के लिए दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की एडवाइजरी जारी की गई है।

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नई दिल्ली: सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की हत्या के दोषी आनंद मोहन की रिहाई के खिलाफ दायर याचिका पर सुनवाई करते हुए बिहार सरकार और आनंद मोहन को नोटिस जारी किया है। जस्टिस सूर्यकांत की अध्यक्षता वाली बेंच ने बिहार सरकार से रिहाई से जुड़ा रिकार्ड दो हफ्ते में जवाब दाखिल करने का आदेश दिया है।

याचिकाकर्ता जी कृष्णैया की पत्नी उमा कृष्णैया की ओर से पेश वकील सिद्धार्थ लूथरा और तान्या श्री ने आनंद मोहन की रिहाई को रद्द करके उसे फिर से जेल भेजे जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि आनंद मोहन की रिहाई के लिए उसके जेल में व्यवहार को तो ध्यान में रखा गया, लेकिन दोषी के पूर्व इतिहास को नजरअंदाज किया गया। ऐसा करना लोकहित के खिलाफ है। बिहार सरकार का ये कदम लोकसेवकों को मनोबल तोड़ने वाला है।

याचिका में कहा गया है कि गोपालगंज के तत्कालीन डीएम जी कृष्णैया की 5 दिसंबर, 1994 को हुई हत्या मामले में दोषी आनंद मोहन की रिहाई हाल ही में बिहार सरकार के जेल नियमों में किये गये संशोधन के चलते संभव हो पाई है। आनंद मोहन की रिहाई सुप्रीम कोर्ट के फैसलों के विपरीत है। आनंद मोहन की रिहाई का फैसला गलत तथ्यों के आधार पर लिया गया है।

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– विमान का मलबा हनुमानगढ़ जिले के बहलोल नगर में एक घर पर गिरा

– सूरतगढ़ एयरबेस से करीब 25 किमी. उत्तर पूर्व में मिला घायल पायलट

नई दिल्ली: भारतीय वायु सेना का एक मिग-21 लड़ाकू विमान राजस्थान में सोमवार सुबह करीब 09:45 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। दुर्घटनाग्रस्त विमान हनुमानगढ़ जिले के पीलीबंगा उपखंड में स्थित गांव बहलोल नगर की आबादी वाले क्षेत्र में गिरा। इस दुर्घटना में तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हालांकि पायलट ने सुरक्षित रूप से निकासी कर ली। हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है।

वायु सेना ने अपने एक बयान में दुर्घटना के बाबत जानकारी दी और बताया कि एक मिग-21 लड़ाकू विमान सोमवार सुबह करीब 09:45 बजे दुर्घटनाग्रस्त हो गया। विमान ने सूरतगढ़ में वायु सेना स्टेशन से नियमित परिचालन प्रशिक्षण के लिए उड़ान भरी थी। उड़ान भरते ही पायलट को ऑनबोर्ड आपात स्थिति का अनुभव हुआ, जिसके बाद उसने मौजूदा प्रक्रियाओं के अनुसार विमान को ठीक करने का प्रयास किया। ऐसा करने में विफल रहने के बाद उन्होंने विमान से सफलतापूर्वक निकासी कर ली। बाद में पायलट को घायल अवस्था में सूरतगढ़ बेस से करीब 25 किलोमीटर उत्तर पूर्व में बरामद किया गया।

दुर्घटनाग्रस्त विमान का मलबा हनुमानगढ़ जिले के बहलोल नगर स्थित एक घर पर गिरा, जिससे तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। दुर्घटना के बाद घटनास्थल पर दो विमानों की लैंडिंग हुई है। एयर फोर्स की दो राहत टीमें मौके पर पहुंची। जिला कलेक्टर रुक्मणि रियार सिहाग भी मौके पर पहुंचीं।

भारतीय वायु सेना ने जानमाल के नुकसान पर खेद व्यक्त करते हुए शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है। साथ ही हादसे के कारणों का पता लगाने के लिए कोर्ट ऑफ इंक्वायरी का गठन किया गया है।

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