अभिनय का बेमिसाल अंदाजः अभिनय का ध्रुवतारा माने जाने वाले संजीव कुमार अपने निधन के 30-35 वर्षों बाद आज भी बड़ी शिद्दत से अपने चाहने वालों के बीच याद किये जाते हैं। उनके अभिनय के विभिन्न शेड्स, बेहतरीन अदाकारी के लिये याद किये जाते हैं। जिनमें ‘खिलौना’ का पागल, ‘कोशिश’ में गूंगे-बहरे का रोल, ‘संघर्ष’ में दिलीप कुमार के सामने संजीव कुमार का अंदाज, ‘नया दिन नयी रात’ में नौ अलग-अलग रोल, ‘शोले’ के ठाकुर जैसे अनगिनत किरदार हैं। संजीव कुमार का 6 नवंबर 1985 को निधन हो गया।

9 जुलाई 1938 में सूरत में एक गुजराती वैश्य परिवार में पैदा हुए संजीव कुमार का पूरा नाम हरीभाई जरीवाला था। 1960 से 1984 तक फिल्मों में सक्रिय रहे संजीव कुमार ने तकरीबन लगभग 125 फिल्मों में छोटी-बड़ी भूमिकाएं कीं। शुरुआती दौर में वे रंगमंच से भी जुड़े।उन्होंने दिलीप कुमार, राजेश खन्ना, अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र जैसे बेजोड़ फिल्मी सितारों के बीच अपनी अलग पहचान बनायी।

फिल्मी जीवन काल में उन्हें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार के अतिरिक्त फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ अभिनेता व सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार मिला। आजीवन कुंवारे रहे संजीव कुमार का 47 वर्ष की बेहद कम उम्र में निधन हो गया।

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बॉलीवुड फिल्मों में रोमांटिक गाने गाकर लाखों युवा दिलों की धड़कन बढ़ाने वाले मशहूर सिंगर कुमार सानू का जन्म 20 अक्टूबर 1957 को कोलकाता में हुआ था। कुमार सानू का असली नाम केदारनाथ भट्टाचार्य है। कुमार सानू के पिता पशुपति भट्टाचार्य एक तबलावादक और संगीतकार थे। घर में संगीत का माहौल होने के कारण कुमार सानू का रुझान भी संगीत की तरफ हुआ। उन्होंने अपने पिता से तबला और संगीत की शिक्षा भी ली।

स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद कुमार सानू संगीत की दुनिया में अपनी पहचान बनाने का सपना लिए मुंबई आ गये। यहां आने के बाद उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। करियर की शुरुआती दिनों में कुमार सानू ने कई स्टेज शो किये। इस दौरान साल 1989 में कुमार सानू की मुलाकात जगजीत सिंह से हुई, उन्होंने उन्हें कल्याणजी-आनंदजी से मिलवाया। वह कुमार सानू की आवाज से इतने प्रभावित हुए की उन्होंने 1989 में आई फिल्म ‘जादूगर’ में उन्हें गाना गाने का मौका दिया। इसके बाद कुमार सानू ने पीछे मुड़ कर नहीं देखा। 1990 में विनोद खन्ना की फिल्म ‘जुर्म’ का गाना ‘जब कोई बात बिगड़ जाये’ से उन्हें पहली सफलता मिली। इसी साल एक और फिल्म आई ‘आशिकी’ जिसमें कुमार सानू ने गीत गाये। इस फिल्म का गाना ‘मैं दुनिया भुला दूंगा’ और ‘तू मेरी जिंदगी है’ ने हर किसी को दीवाना बना दिया। इस फिल्म में कुमार सानू के सारे गाने सुपरहिट रहे और कुमार सानू रातो-रात सुपरस्टार बन गये।

लाखों दिलों पर राज करने वाले कुमार सानू ने बॉलीवुड में कई रोमांटिक और हिट गाने दिए है।जिसमें मेरा दिल भी कितना पागल है(साजन), एक लड़की को देखा तो(1942 अ लव स्टोरी), सोचेंगे तुम्हे प्यार(दीवाना), दो दिल मिल रहे हैं(परदेस), इस तरह आशिकी का(इम्तिहान), पास वो आने लगे(मैं अनाड़ी तू खिलाडी), दर्द करारा(दम लगाके हईसा) आदी शामिल हैं। कुमार सानू एक मात्र ऐसे गायक है,जिन्होंने एक दिन में 28 गाने रिकॉर्ड किये है।इसके साथ ही कुमार सानू के नाम लगातार पांच सालों तक, 1991 से लेकर 1995 तक फिल्मफेयर का सर्वश्रेष्ठ पार्श्व गायक पुरस्कार जीतने का रिकॉर्ड भी बनाया है। यह अवार्ड उन्हें 1991 में “अब तेरे बिन”(आशिकी), 1992 में “मेरा दिल भी कितना पागल है”(साजन), 1993 में “सोचेंगे तुम्हे प्यार”(दीवाना), 1994 में “ये काली काली आंखें(बाज़ीगर),1995 में ‘एक लड़की को देखा(1942: अ लव स्टोरी) के लिए मिला। कुमार सानू बॉलीवुड के उन चुनिंदा सिंगर्स में से हैं,जिनकी आवाज का जादू दर्शकों के बीच हमेशा कायम रहेगा। उन्होंने संगीत की दुनिया में एक अनूठा मकाम हासिल किया है। सोशल मीडिया पर कुमार सानू के फैन फोलोइंग लाखों में है।

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बॉलीवुड के जाने माने अभिनेता सनी देओल का जन्म 19 अक्टूबर, 1956 को साहनेवाल पंजाब में हुआ था। वह अभिनेता धर्मेंद्र और उनकी पहली पत्नी प्रकाश कौर के बड़े बेटे हैं। सनी देओल ने साल 1983 में आई फिल्म ‘बेताब’ से बॉलीवुड में कदम रखा। इस फिल्म में उनके अपोजिट अभिनेत्री अमृता सिंह थी। फिल्म में उनके अभिनय को काफी पसंद किया गया और उनको फिल्मफेयर पुरस्कार के सर्वश्रेष्ठ अभिनेता की श्रेणी में नामांकन भी मिला। अपनी पहली ही फिल्म से सनी दर्शकों के दिलों पर भी राज करने लगे। इसके बाद सनी देओल कई फिल्मों में नजर आए। सनी की कुछ खास फिल्मों में त्रिदेव, चालबाज, घातक, घायल, जीत, डर, बॉर्डर, बिग ब्रदर, अपने, यमला पगला दीवाना, पोस्टर बॉयज आदि शामिल हैं। वहीं उन्होंने फिल्म घायल वन्स अगेन और फिल्म पल पल दिल के पास का निर्देशन भी किया। फिल्मों के अलावा सनी राजनीति में भी काफी सक्रिय हैं और साल 2019 में भाजपा की तरफ से गुरदासपुर सीट पर सांसद बने।

सनी देओल सोशल मीडिया पर भी सक्रिय रहते हैं। उनके चाहने वालों की संख्या लाखों में है। सनी देओल ने हाल ही में अपनी फिल्म ग़दर 2 की घोषणा की है। इस फिल्म में वह एक बार फिर से अभिनेत्री अमीषा पटेल के साथ नजर आएंगे। इसके अलावा वह फिल्म चुप में भी नजर आएंगे। सनी देओल की निजी जिंदगी की बात करे तो उनकी शादी पूजा देओल से हुई है और इस कपल के दो बेटे करण और राजवीर देओल हैं।

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बॉलीवुड की सदाबहार अभिनेत्री रेखा अभिनय जगत का एक ऐसा नाम है, जिनकी खूबसूरती का हर कोई दीवाना है। रेखा का जन्म 10 अक्टूबर, 1954 को मद्रास में हुआ था। उनके पिता जेमिनी गणेशन तमिल फिल्मों के जाने -माने अभिनता और मां पुष्पावल्ली अभिनेत्री थीं। बॉलीवुड में अपनी खूबसूरती, दिलकश अदाओं और अभिनय के लिए मशहूर रेखा का पूरा नाम भानुरेखा गणेशन है। रेखा के माता-पिता ने छुपकर शादी की थी और दोनों अलग-अलग ही रहते थे। रेखा के पिता ने कभी भी रेखा को अपनी पुत्री नहीं माना,जिसके वजह रेखा हमेशा ही पिता के प्यार से वंचित रही। रेखा ने अपनी शुरुआती पढ़ाई चर्च पार्क कॉन्वेंट स्कूल से की,लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण रेखा को बीच में ही अपनी पढ़ाई छोड़नी पड़ी। इसके बाद रेखा ने भी अपने माता-पिता की तरह ही अभिनय जगत में कदम रखा और बतौर बाल कलाकार तेलुगु फिल्म ‘रंगुला रत्नम’ से अपनी करियर की शुरुआत की। लेकिन इस दौरान रेखा को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। कई लोग रेखा को बदसूरत कहकर काम देने से मना कर देते थे,लेकिन रेखा ने कभी हार नहीं मानी। साल 1970 में रेखा ने हिंदी फिल्म ‘सावन भादो’ से बॉलीवुड में डेब्यू किया। इसके बाद रेखा कई फिल्मों में अभिनय करती नजर आईं और उन्होंने अपने शानदार अभिनय से यह साबित किया कि वह फिल्म में हर तरह के किरदार को बेहतरीन तरीके से निभाने में सक्षम हैं।

समय के साथ रेखा अपनी खूबसूरती , अदाओं, मेहनत, संघर्ष, लगन और अभिनय से दर्शकों के दिलों पे इस कदर छाई कि हर कोई उनका मुरीद हो गया। रेखा ने अपने पूरे करियर में 180 से भी ज्यादा फिल्मों में काम किया जिसमें जमीन आसमान, नमक हराम, नागिन, आप की खातिर, खून-पसीना, खूबसूरत, उमराओ जान, सिलसिला, लज्जा, दिल है तुम्हारा , कोई मिल गया, शमिताभ आदि शामिल हैं। फिल्मों में अभिनय के अलावा रेखा ने कुछ फिल्मों में गाने भी गाये हैं,जिसमें उनकी फिल्म खूबसूरत का गाना ‘सारे नियम तोड़ दो’ भी शामिल हैं।

रेखा को फिल्मों में उनके असीम योगदान के लिए साल 2010 में भारत सरकार की ओर से पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया । इसके अलावा रेखा को एक राष्ट्रीय पुरस्कार और तीन फिल्मफेयर पुरस्कार से भी सम्मानित किया जा चुका है। फिल्मों के अलावा रेखा काफी समय तक राजनीति में भी सक्रिय रहीं।

रेखा की निजी जिंदगी की बात करें तो साल 1990 में उन्होंने उद्योगपति मुकेश अग्रवाल शादी की,लेकिन अवसाद से ग्रस्त मुकेश ने शादी के 6 महीने बाद ही सुसाइड कर लिया। इसके बाद रेखा अकेले ही जीवन का सफर तय कर रही हैं। रेखा अब अभिनय जगत से दूर हैं, लेकिन आज भी उनकी खूबसूरती और अदाओं का जलवा कायम है। उन्हें कई बार रियलिटी शो में बतौर गेस्ट भी देखा गया है। रेखा के चाहने वालों की संख्या आज भी लाखों में हैं।

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सलमान खान , पूजा भट्ट, ऋतिक रोशन, सुनील शेट्टी, सुजैन खान, सोमी अली के आदि के बाद अब अभिनेत्री रवीना टंडन भी शाहरुख खान के बेटे के समर्थन में सामने आईं हैं और आर्यन खान को शर्मनाक राजनीति का शिकार बताया है। रवीना टंडन ने ट्वीट कर लिखा-‘शर्मनाक राजनीति की जा रही है। एक युवा जीवन और उसके भविष्य के साथ खिलवाड़ हो रहा है। दिल दहला देने वाला है।’

सोशल मीडिया पर रवीना टंडन का यह ट्वीट वायरल हो रहा है। वहीं यूजर्स इसपर जमकर प्रतिक्रिया भी दे रहे हैं।

गौरतलब है कि नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने आर्यन को एक लक्जरी क्रूज लाइनर पर एक रेव पार्टी का भंडाफोड़ करने के दौरान गिरफ्तार किया गया था।

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बॉलीवुड के भाईजान यानी सलमान खान ने अपने दोस्त साजिद खान का कम्पोज किया हुआ एक नया गाना साझा किया है। इस गाने का टायटल मस्त बरसात है और इसे 7 अक्टूबर को दिवंगत संगीतकार वाजिद खान के जन्मदिन पर रिलीज किया गया था। रिलीज के बाद से ही इस गाने को फैंस काफी पसंद कर रहे हैं। वहीं अब अभिनेता सलमान खान ने इस गाने को फैंस के साथ साझा करते हुए साजिद खान के भाई और संगीतकार दिवंगत वाजिद खान को भी याद किया है। सलमान ने गाने को साझा करते हुए लिखा-”इस गाने के लिए साजिद और सौंदर्या दोनों को शुभकामनाएं, हमेशा याद आओगे वाजिद।’

रियलिटी शो डांस इंडिया डांस सीजन वन के विजेता सलमान युसूफ खान और सौंदर्या पर फिल्माए गए इस गाने को साजिद और दानिश शबरी ने गाया है । उल्लेखनीय है, बॉलीवुड में साजिद -वाजिद के नाम से मशहूर संगीतकार जोड़ी में से एक वाजिद खान के निधन से यह जोड़ी हमेशा के लिए टूट गई थी। म्यूजिक कम्पोजर और सिंगर वाजिद खान का 42 साल की उम्र में 1 जून, 2020 को निधन हो गया था।

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कलर्स टीवी के मशहूर रियलिटी शो बिग बॉस 15 में जल्द ही अभिनेता रणवीर सिंह नजर आने वाले हैं। रणवीर इस शो में अपने अपकमिंग शो द बिग पिक्चर का प्रमोशन करने आएंगे। वह इस शो को होस्ट करेंगे।

इस दौरान रणवीर शो में खूब धमाल मचाएंगे। शो के प्रमोशन के दौरान रणवीर बिग बॉस 15 के होस्ट सलमान खान से कहते हैं, अपना जो शो है न द बिग पिक्चर जो भी कंटेस्टेंट वहां आता है वह अपनी किस्मत बदल सकते हैं पैसे जीतकर। हम उनसे पूछते है आपकी लाइफ की बिग पिक्चर क्या है या आपका बड़ा सपना क्या है ? इसके बाद रणवीर सलमान से पूछते हैं कि आपकी लाइफ की बिग पिक्चर क्या है? इसपर सलमान जवाब देते हैं परिवार साथ रहे, हेल्दी रहे और काम काम करते रहें लाइफ लॉन्ग।

इसके बाद रणवीर -सलमान के इस जवाब की तारीफ करते हुए उनसे कुछ सवाल पूछते हैं, जिसका सलमान सही जवाब भी देते हैं। इस दौरान दोनों ही कलाकार काफी खुश और मस्ती करते हुए नजर आये। वहीं अगर बात करें बिग बॉस 15 की तो शो में रणवीर के आने से लगी रौनक के बीच कंटेस्टेंट की लाइफ की बिग पिक्चर क्या है यह देखना दिलचस्प होगा ।

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लाखों दिलों पर राज करने वाले दिवंगत अभिनेता विनोद खन्ना आज बेशक हमारे बीच नही हैं, लेकिन आज भी दर्शक उन्हें उनके शानदार अभिनय के लिए याद करते हैं। 6 अक्टूबर 1946 को जन्में विनोद खन्ना एक उद्यमी परिवार से संबंध रखते थे। उनके परिवार के किसी भी सदस्य का अभिनय जगत से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं था। ऐसे में बॉलीवुड में उनके लिए पैर जमाना आसान नहीं था। उच्च शिक्षा की पढ़ाई के दौरान विनोद का झुकाव फिल्मों की तरफ हुआ और उन्होंने फिल्मों में अभिनय करने का मन बना लिया। विनोद खन्ना ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत साल 1968 में आई सुनील दत्त निर्मित फिल्म मन का मीत से की। इस फिल्म में विनोद खन्ना ने विलेन की भूमिका निभाई थी। इसके बाद विनोद खन्ना ने आन मिलो सजना, पूरब और पश्चिम, सच्चा झूठा, मेरा गांव मेरा देश, मस्ताना जैसी फिल्मों में सहायक या खलनायक के रूप में काम किया। विनोद खन्ना की गिनती उन अभिनेताओं में होती है, जिन्होंने बॉलीवुड में अपने करियर की शुरुआत खलनायक के रूप में की, लेकिन जल्द ही फिल्म जगत में अपने शानदार अभिनय की बदौलत मशहूर नायक के रूप में स्थापित हुए।

साल 1971 में आई फिल्म हम तुम और वो में विनोद को लीड रोल में काम करने का मौका मिला। इसी साल विनोद खन्ना ने गीतांजलि से शादी कर ली। इनके दो बच्चे हुए अक्षय खन्ना और राहुल खन्ना, जोकि अभिनेता हैं। इस दौरान विनोद ने कई मुख्य भूमिका और मल्टी स्टारर फिल्मों में अभिनय किया जिनमें मैं तुलसी तेरे आंगन की, जेल यात्रा, ताकत, दौलत, हेरा-फेरी, अमर अकबर एंथनी, द बर्निंग ट्रेन, खून-पसीना आदि शामिल हैं। एक समय ऐसा था जब विनोद की गिनती बॉलीवुड के सबसे टॉप अभिनेताओं में होने लगी थी, लेकिन अचानक उन्होंने बॉलीवुड से संन्यास ले लिया और आध्यात्मिक गुरु ओशो की शरण में जाकर रहने लगे। इस कारण 1985 में गीतांजलि से उनका तलाक हो गया।1987 में विनोद ने संन्यास छोड़कर बॉलीवुड में फिल्म इन्साफ से कमबैक किया। विनोद ने 1990 में दूसरी शादी कविता से कर ली। विनोद और कविता के दो बच्चे बेटा साक्षी खन्ना और बेटी श्रद्धा है। साल 1997 में विनोद ने राजनीति में कदम रखा और भारतीय जनता पार्टी में शामिल हुए। इसके बाद उन्होंने पंजाब में गुरदासपुर सीट से चुनाव लड़कर जीत हासिल की। साल 2002 में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी ने उन्हें संस्कृति और पर्यटन मंत्री बना दिया था। 2017 में कैंसर से विनोद खन्ना का निधन हो गया था। विनोद आज नहीं हैं लेकिन अपनी बेहतरीन अदाकारी और जनसेवा की बदौलत वह हमेशा दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगे।

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फिल्म अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन इन दिनों अपने अभिनेता पति अभिषेक बच्चन और बेटी आराध्या के साथ पेरिस में हैं। ऐश्वर्या यहां हाल ही पेरिस फैशन वीक 2021 में हिस्सा लेने पहुंची। यहां ऐश्वर्या ने वाइट कलर की ड्रेस में रैंप वॉक किया। इसकी कई तस्वीरें व वीडियोज सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

रैंप वॉक के दौरान वाइट ड्रेस में ऐश्वर्या किसी परी से कम नहीं लग रहीं थीं। इसके साथ ही उन्होंने खुले बाल रखे थे और लाइट मेकअप किया था, जो उनकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहे थे। ऐश्वर्या के इस लुक को जिसने भी देखा उसने अपना दिल थाम लिया। 47 साल की उम्र में भी ऐश्वर्या की खूबसूरती का कोई मुकाबला नहीं है।

ऐश्वर्या राय के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह जल्द ही मणिरत्नम की फिल्म पोन्नियिन सेल्वन में अभिनय करती नजर आएंगी।

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तारक मेहता का उल्टा चश्मा में नट्टू काका का किरदार निभाने वाले घनश्याम नायक कैंसर से जिंदगी की जंग हार गये। रविवार रात को घनश्याम नायक उर्फ़ नट्टू काका का निधन हो गया। उनके निधन से मनोरंजन जगत में शोक की लहर है।

वहीं शो में बबिता जी का किरदार निभा रहीं को -स्टार मुनमुन दत्ता ने नट्टू काका के निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुनमुन दत्ता ने इंस्टाग्राम पर नट्टू काका की कुछ तस्वीरें साझा करते हुए लिखा-‘पहली तस्वीर तब की है, जब मैं उनसे आखिरी बार मिली थी। विपरीत परिस्थितियों में उनकी लड़ाई की भावना और प्रेरणादायक शब्द मुझे सबसे ज्यादा याद हैं। कीमो से उबरने के बाद उनका उच्चारण बिल्कुल स्पष्ट है, ये दिखाने के लिए उन्होंने हमें संस्कृत के 2 श्लोक सुनाए थे और हमने सेट पर उन्हें स्टैंडिंग ओवेशन दिया था। हमारे सेट, हमारी यूनिट और हमारी टीम के बारे में कहने के लिए उनके पास हमेशा सबसे अच्छी बातें होती थीं। यह उनका दूसरा ‘होम’ था। वह मुझे प्यार से ‘डीकरी’ कहकर बुलाते थे और मुझे अपनी बेटी मानते थे। उन्होंने हम सभी के साथ इतनी हंसी साझा की। मुझे याद है कि वह अपने बचपन के संघर्ष की कहानियों को साझा करते थे। वह जीवन भर एक प्रसिद्ध कलाकार रहे हैं। मैं उन्हें बिल्कुल वास्तविक और बोलते समय बेहद क्यूट लगने वाले व्यक्ति के रूप में याद रखूंगी।

पिछले साल उनकी बिगड़ती सेहत के कारण उनके लिए काफी मुश्किल भरा रहा। इसके बावजूद वह काम करते रहना चाहते थे और हमेशा सकारात्मक रहना चाहते थे। आपके बारे में लिखने के लिए बहुत सारी यादें, बहुत सारी बेहतरीन चीजें हैं। पिछले 13 वर्षों से आपको जानकर धन्य हूं काका। आप हमेशा मेरे और कई लोगों के द्वारा याद किए जाएंगे, जिनके जीवन को आपने एक कलाकार के रूप में चुना है। मुझे आशा है कि आप अब एक बेहतर जगह पर हैं। आपकी वजह से आज स्वर्ग उज्जवल है।’

उल्लेखनीय है, 3 अक्टूबर,2021 को अभिनेता घनश्याम नायक ने 77 वर्ष की उम्र में अंतिम सांस ली। अपने शानदार अभिनय की बदौलत वह सदैव दर्शकों के दिलों में जीवित रहेंगे।

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स्वर कोकिला लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर,1929 को हुआ था। उनके पिता दीनानाथ मंगेशकर रंगमंच के कलाकार एवं गायक थे।मध्यमवर्गीय परिवार की लता का जब जन्म हुआ था,तो उनका नाम हेमा रखा गया,लेकिन कुछ समय बाद उनका नाम बदलकर लता रख दिया गया। यह नाम नाटक के एक किरदार ‘लतिका’ से प्रेरित था।अपने पांच भाई-बहनों में लता सबसे बड़ी है।जब वह 13 साल की थी,तब उनके पिता का निधन हो गया। जिसके बाद परिवार की ज़िम्मेदारी लता के ऊपर आ गई।

लता ने संगीत और अभिनय की प्रारंभिक शिक्षा अपने पिता से ली थी।साल 1942 में लता को एक मराठी फिल्म के लिए गाना का मौका मिला ,लेकिन फिल्म के रिलीज होने से पहले ही किसी कारण वश फिल्म से गाना हटा दिया गया, इस बात से लता जी बहुत आहत हुई। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। इसके बाद उन्होंने कुछ हिन्दी और मराठी फ़िल्मों में अभिनय करने का मौका मिला। अभिनेत्री के रूप में उनकी पहली फ़िल्म पाहिली मंगलागौर (1942) रही, जिसमें उन्होंने स्नेहप्रभा प्रधान की छोटी बहन की भूमिका निभाई। बाद में उन्होंने कई फ़िल्मों में अभिनय किया जिनमें, मांझे बाल, चिमुकला संसार,बड़ी माँ आदि शामिल हैं। साल 1945 में लता जी अपने भाई -बहनों के साथ मुंबई आ गयी और उन्होंने उस्ताद अमानत अली खान से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली। फिर साल 1946 में उन्होंने हिंदी फिल्म ‘आपकी सेवा में’ में ‘पा लागूं कर जोरी’ गीत गाया। इस गीत के लिए लता को खूब सराहना मिली। साल 1949 लता के करियर के लिए बहुत महत्वपूर्ण रहा। इस साल उन्हें कमाल अमरोही की फिल्म महल में गाना गाने का मौका मिला। इस फिल्म में लता द्वारा गाया गाना ‘आएगा आने वाला’ काफी मशहूर हुआ। इस गाने से लता इंडस्ट्री में अपनी पहचान बनाने में कायम रहीं।लता मंगेशकर के गाये गीतों में लता द्वारा गायें गीतों में गाना- इचक दाना, बिचक दाना (श्री 420 ), लग जा गले (वो कौन थी), सावन का महीना (मिलन), ये गलियाँ ये चौबारा(प्रेम रोग),शायद मेरी शादी का ख्याल(सौतन), दीदी तेरा देवर दीवाना (हम आपके है कौन ), हो गया है तुझको तो प्यार सजना (दिलवाले दुल्हनिया ले जायेंगे), तेरे लिए(वीर-जारा) आदि शामिल हैं। लता ने अब तक 1000 से भी ज्यादा हिंदी और 36000 से भी ज्यादा अन्य भाषाओँ में गाने गाये हैं।

अभिनय और गायकी के अलावा लता ने निर्माण भी किया है, जिसमें साल 1953 में आई मराठी फिल्म ‘वादाई’, साल 1953 में ही आई हिंदी फिल्म झिंझर, साल 1955 में आई फिल्म कंचन और साल 1990 में आई फिल्म लेकिन आदि शामिल हैं।लता मंगेशकर को फिल्मों में उनके द्वारा दिए गए अभूतपूर्व योगदान के लिए उन्हें कई पुरस्कार से सम्मानित भी किया जा चुका है। लता मंगेशकर को साल 1969 में पद्म भूषण पुरस्कार ,साल 1989 में दादा साहब फाल्के पुरस्कार , साल 1999 में पद्म विभूषण(1999) और साल 2001 में ‘भारत रत्न’ से भी सम्मानित किया जा चुका है। जिंदगी के 93 बसंत देख चुकी सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर अविवाहित हैं।लता ने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव और संघर्षों को झेला है, लेकिन उन्होंने कभी हार नहीं मानी। लता आज संगीत की दुनिया का एक सम्मानीय नाम हैं और लाखों-करोड़ों लोगों की आदर्श हैं।

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लंबे समय से चर्चा में बनी हुई अक्षय कुमार की अपकमिंग फिल्म सूर्यवंशी आखिरकार इस दिवाली सिनेमाघरों में दस्तक देने के लिए तैयार है। इसकी जानकारी खुद फिल्म मेकर्स ने दी है। इस फिल्म की रिलीज के साथ ही खत्म होगा फैंस का इन्तजार। फैंस इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इस फिल्म में अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ मुख्य भूमिका में हैं। फिल्म ‘सूर्यवंशी’ रोहित शेट्टी की पुलिस यूनिवर्स की चौथी किस्त है। इसके पहले रोहित शेट्टी ने कॉप ड्रामा पर आधारित अजय देवगन की फिल्म ‘सिंघम’ और ‘सिंघम 2’ और रणवीर सिंह की फिल्म ‘सिम्बा’ को निर्देशित किया है।

एक्शन से भरपूर इस फिल्म में अक्षय कुमार डीसीपी ‘वीर सूर्यवंशी’ के किरदार में हैं। फिल्म में अजय देवगन और रणवीर सिंह कैमियो रोल में है। फिल्म में जैकी श्रॉफ, गुलशन ग्रोवर और सिकंदर खेर भी महत्वपूर्ण भूमिका में हैं। फिल्म के निर्माता करण जौहर और रोहित शेट्टी हैं। फिल्म को रोहित शेट्टी ने निर्देशित किया है। यह फिल्म इसी साल मार्च में रिलीज होने वाली थी, लेकिन देश में बढ़ते कोरोना महामारी के कारण मेकर्स ने इस फिल्म की रिलीज पर कुछ समय के लिए रोक लगा दी थी। वहीं महाराष्ट्र सरकार द्वारा महाराष्ट्र में 22 अक्टूबर से सिनेमाघर खुलने की इजाजत मिलने के बाद मेकर्स ने फिल्म ‘सूर्यवंशी’ को इस दिवाली सिनेमाघरों में रिलीज करने का फैसला लिया है।

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