पटना: शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि राज्य के सरकारी काॅलेजों में प्राचार्यों का कार्यकाल अब कम-से-कम पांच साल का होगा. इनका कार्यकाल पांच साल के लिए बढ़ाया जा सकता है यानी अधिकतम 10 साल तक अपने पद पर रह पायेंगे. इनकी नियुक्ति विश्वविद्यालय सेवा आयोग से करायी जायेगी. विवि में तृतीय श्रेणी के पदों पर नियुक्ति की जिम्मेदारी राज्य कर्मचारी चयन आयोग को दिये जाने का फैसला लिया गया है. विवि कर्मियों को वेतन पोर्टल से जारी किया जायेगा. वह शुक्रवार को विवि शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मियों के वेतन सत्यापन के लिए ”एंड ऑफ एंड सॉल्यूशन सॉफ्टवेयर” आधारित पोर्टल के लोकार्पण समारोह को संबाेधित कर रहे थे.

उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय सेवा आयोग से एक साल में 4600 असिस्टेंट प्रोफेसरों का चयन करने के लिए कहा गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि विश्वविद्यालय शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की रिक्तियां तक समय पर नहीं दे रहे. उच्च शिक्षण संस्थाओं में नामांकन की समुचित जानकारी नहीं दी जा रही. इस तरह की लापरवाही से राज्य को शर्मिंदा होना पड़ता है. उनके रवैये से हमारा सकल नामांकन अनुपात कम हो जाता है. इस रवैये काे सुधारना होगा. इससे पहले शिक्षा विभाग के सचिव असंगबा चुबा आओ ने पे सत्यापन पोर्टल के बारे में बताया कि विवि के कर्मचारी और शिक्षकों को खुद लाॅग इन कर अपना वेतन भरना है. कॉलेज, विश्वविद्यालय से होते हुए वेतन कोषांग तक की मंजूरी प्रक्रिया ऑनलाइन होगी. दावा-आपत्ति भी ऑनलाइन होगी. कर्मचारी को पे स्लिम इमेल से मिलेगी.

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Chhapra: माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 दिनांक 05.05.2022 से प्रारंभ होकर 09.05.2022 तक जिला मुख्यालय के 06 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित होगा। इसके लिए राजेन्द्र कॉलेजिएट उच्च विद्यालय, जिला स्कूल पुराना भवन, विशेश्वर सेमीनरी इन्टर कॉलेज, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, सारण एकेडमी उच्च विद्यालय एवं राजपुत इन्टर कॉलेज, छपरा को केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा का आयोजन दो पालियों में किया जाएगा। प्रथम पाली पूर्वाह्न 09:30 बजे से अपराह्न 12:45 बजे तक एवं द्वितीय पाली अपराह्न 01:45 बजे स 04:30 बजे तक की होगी। प्रत्येक पाली में 15 मिनट का आरम्भिक समय परीक्षार्थियों को प्रष्नों को पढ़ने एवं समझने के लिए दिया जाएगा।

जिलाधिकारी  राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 को कदाचारमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ संचालन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु आयोग के निर्धारित मानक के अनुरूप प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर 1-4 सशस्त्र पुलिस बल/महिला पुलिस बल, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गष्ती दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी-सह-उड़नदस्ता दण्डाधिकारी एवं सुपर जोनल दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल परीक्षा प्रारंभ होने से 2 घंटा पूर्व अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल ग्रहण कर लेंगे एवं परीक्षा के समाप्ति के बाद भी केन्द्र पर उपस्थित रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेने देंगे। तलाशी के समय यह ध्यान रखा जाय कि परीक्षार्थी केवल लेखन सामग्री एवं परीक्षा प्रवेश पत्र लेकर ही अंदर जा सके। सभी परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहन कर परीक्षा केन्द्र में प्रवेष वर्जित है इसलिए सभी परीक्षार्थी केवल चप्पल पहन कर ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश कर पायेंगे। सभी परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगाने के साथ-साथ परीक्षा केन्द्र की विडियोग्रॉफी कराने का निर्देश दिया गया है।

सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले सभी के लिए कोविड-19 से बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी दिशा-निर्देश का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा के अवधि में सभी के लिए मास्क का प्रयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। सीट प्लान कर इसकी एक प्रति परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। परीक्षा कक्ष में प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी हीं बैठाये जाऐंगे।

परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष के अंदर मोबाईल, ब्लूटूथ, पेजर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिभाईस चिट, चाकू, माचिस, ब्लेड आदि ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। परीक्षा केन्द्र पर मूलभूत सुविधाएं यथा शौचालय, पेयजल, पर्याप्त लाईटिंग व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया गया। कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किये गये अभिभावकों, परीक्षार्थियों एवं वीक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसके सफल संचालन में सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मी विशेष सर्तकता रखते हुए अपनी जवाबदेही निभाऐंगे।

सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू किया गया है।

इस परीक्षा के अवसर पर सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या 06152-242444 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 07:00 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष के प्रभार में आई.वी.मोरगेन, कार्यपालक दण्डाधिकारी, सदर, छपरा, मोबाईल नम्बर 9304259750 रहेंगी। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में जिला षिक्षा पदाधिकारी मोबाईल नम्बर 8544411907, अनुमंडल पदाधिकारी सदर मोबाइल नम्बर 9473191269, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर छपरा मोबाईल नम्बर 9431800075 से संपर्क परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकती है।A valid URL was not provided.

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जलालपुर: अंकित तिवारी ने कामन मैनेजमेंट एडमिशन टेस्ट की परीक्षा में ऑल इंडिया 33वां रैंक लाकर किया गौरवान्वित

जलालपुर :प्रखंड के जलालपुर गांव निवासी बीएसएफ जवान मनोज तिवारी व पुष्पा देवी के पुत्र अंकित तिवारी ने सीमैट 2022 की परीक्षा में अखिल भारतीय रैंकिंग में 33वां स्थान लाकर जलालपुर व सारण को गौरवान्वित किया है.

अंकित भाजपा के राष्ट्रीय परिषद् सदस्य उमेश तिवारी का भतीजा है. अंकित की पढ़ाई लिखाई सारण जिले में हुई है. उसने मैट्रिक की परीक्षा 2014 में जलालपुर हाई स्कूल से उत्तीर्ण की है, वहीं इंटरमीडिएट की परीक्षा 2016 में जलालपुर हाई स्कूल से ही उत्तीर्ण किया है तथा 2020 में जयप्रकाश विश्वविद्यालय छपरा से स्नातक की परीक्षा उत्तीर्ण की.

अंकित के शानदार उपलब्धि पर सांसद सिग्रीवाल ने बधाई दी है. उन्होने उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए कहा है कि प्रतिभा के धनी अंकित देश का नाम रौशन करेंगे. बधाई देने वालों में सोनू तिवारी, धीरज तिवारी, उमेश कुमार सिंह, राजेश कुमार, अखिलेश्वर पांडेय, प्रमोद सिग्रीवाल, गुड्डू चौधरी, राजेश्वर कुंवर, रविन्द्र कुमार सिंह ,मनोज मिश्र, पूर्व मुखिया राजेश मिश्र, देवेंद्र मिश्र, पवन तिवारी,अरिसूदन तिवारी, मनोज तिवारी, शैलेन्द्र साधू, राधेश्याम गुप्ता, सरोज सिंह, मुकंद्र सिंह, नीलेश सिंह, पंकज सिंह प्रधानाध्यापक दिलीप कुमार सिंह सहित कई अन्य भी शामिल है.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम खंड परीक्षा 2019-22 एवम सेमेस्टर एक 2018-20, 2019-21 परीक्षा के परिणामों में भारी गड़बड़ी के खिलाफ छात्रों के विरोध के मद्देनजर इसे सुधारने के साथ साथ ऐसी गड़बड़ी क्यों हुई इसकी जांच के लिए समिति बनाई है.A valid URL was not provided.

कुलपति प्रो फारूक अली और छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नेताओं के साथ वार्ता के बाद विश्वविधालय प्रशासन ने जांच टीम का गठन किया है.

कुलसचिव डॉ आरपी बबलू ने इस बाबत पत्र जारी करते हुए कहा है कि कॉमर्स के डीन की अध्यक्षता में जांच समिति इसकी जांच करेगी और दोषियों के विरुद्ध जबाबदेही तय करेगी.

परीक्षा परिणाम को सुधार कर 10 मई को जारी किया जाएगा वहीं 13 मई तक स्नातक पार्ट 3 का फॉर्म भरा जा सकेगा.

आपको बता दें कि परीक्षा परिणाम में भारी पैमाने पर गड़बड़ी से छात्र परेशान है. छात्र संगठनों के द्वारा लगातार इसके विरुद्ध प्रदर्शन किया जा रहा था. अब जब विश्वविदयालय ने जांच कमिटी बनाते हुए इसे सुधारने का आदेश जारी किया है छात्रों ने राहत की सांस ली है.

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के द्वारा जय प्रकाश विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत परीक्षा परिणाम में भारी अनियमितता एवं त्रुटि को लेकर परीक्षा नियंत्रक का पुतला दहन किया गया.

इसके पूर्व विद्यार्थी परिषद द्वारा लिखित रूप से कुलपति से यह मांग की गई थी कि अगर अगले तीन दिनों के अन्दर परीक्षा परिणाम में सुधार नही किया जाता है तो विद्यार्थी परिषद सम्पूर्ण सारण में चरणबद्ध आंदोलन के लिए बाध्य होगा.

परिषद के नेताओं ने कहा कि विगत कुछ दिन पूर्व विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग द्वारा स्नातक के परीक्षा परिणाम को जारी किया गया था, जिसमें 90% छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में त्रुटि है. पास अभ्यर्थियों को फेल और फेल अभ्यर्थियों को पास दिखाया गया है. पीजी के परीक्षा परिणाम में भी कुछ इसी प्रकार का मामला आया था लगातार परीक्षा परिणामों में गड़बड़ियां हो रही है.

इस मौके पर विश्वविद्यालय संयोजक रजनीकांत, जिला संयोजक प्रशांत कुमार, विशाल कनोडिया, हिमांशु कुमार, अविनाश कुमार, प्रवीण कुमार, अमन कुमार, बंशीधर व पुरुषोत्तम कुमार उपस्थित थे.

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Chhapra: लोकनायक जयप्रकाश नारायण के नाम पर स्थापित छपरा का जयप्रकाश विश्वविद्यालय अक्सर जब भी सुर्खियों में होता है, वह शैक्षणिक नहीं बल्कि अपनी लचर व्यवस्था के कारण ही होता है.

विश्वविद्यालय के छात्र परीक्षा से लेकर परिणाम तक के लिए जूझते हैं. ताजा मामले में स्नातक स्पेशल परीक्षा के परिणाम में बड़े पैमाने पर त्रुटी सामने आई है. छात्र लगातार आवाज़ उठा रहें हैं. विश्वविद्यालय प्रशासन परीक्षा विभाग की गलती मानने की जगह इसके लिए एजेंसी को जिम्मेवार बता रहा है.

गड़बड़ी का आलम यह है कि अधिकतम 25 अंक के प्रैक्टिकल में छात्र को 36 अंक दिए गए हैं. जो सभी विषयों में पास है उनके रिजल्ट को इनकम्पलीट बताया जा रहा है या कुछ भी लिखा ही नहीं गया है.    

कुलपति डॉ फारूक अली ने छपरा टुडे डॉट कॉम से बातचीत में इसका जो कारण बताया वह सभी के गाने नहीं उतर रहा है. कुलपति ने कहा कि अत्यधिक गर्मी के कारण सर्वर में परेशानी आने से परिणाम में त्रुटी आई है. 

देखिये Exclusive बातचीत        

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Chhapra: शहर के स्थानीय सीपीएस ग्रुप के चेयरमैन डॉ हरेन्द्र सिंह की सुपुत्री डॉ स्वेता सिंह को विगत 26 अप्रैल को बैंगलोर में दीक्षांत समारोह में डॉक्टरेट की डिग्री और गोल्ड मैडल से सम्मानित किया गया। ज्ञात हो की डॉ स्वेता ने बारहवीं तक कि पढ़ाई शहर के सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल से किया और सीबीएसई में मेरिट अंक लाकर जिले का नाम रौशन किया था। डॉ स्वेता बाल्य काल से ही मेधावी छत्रा रहीं और विद्यार्थी जीवन से ही समाज सेवा के प्रति पहली रुची रखी। बारहवीं के बाद नीट प्रवेश परीक्षा में अव्वल अंक लाकर राजीव गांधी यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिकल एंड हेल्थ साइंस से MBBS पढ़ाई पूरी की। दीक्षांत समारोह में पिता डॉ हरेन्द्र सिंह और माता सीमा सिंह को विशेष रूप से आमंत्रित किया गया था। समारोह के उपरांत डॉ सिंह ने पुत्री की उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त किया और प्रेरणा लेने की बात कही। इस सूचना पर सीपीएस प्रागण में भी शिक्षकों और विद्यार्थियों में हर्षोउल्लास का माहौल देखने को मिला

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एबीवीपी की कुलपति को दो टूक, तीन दिनों में रिजल्ट में नही हुआ सुधार तो महाविद्यालय और विश्वविद्यालय में लटकेगा ताला

Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद छपरा इकाई द्वारा जय प्रकाश विश्वविद्यालय द्वारा निर्गत परीक्षा परिणाम में भारी अनियमितता एवं त्रुटि को लेकर कुलपति फारुख अली को ज्ञापन सौंपा गया.

विद्यार्थी परिषद द्वारा लिखित रूप से यह मांग की गई कि अगर अगले तीन दिनों के अन्दर परीक्षा परिणाम में सुधार नही किया जाता है तो विद्यार्थी परिषद सम्पूर्ण सारण मंडल में महाविद्यालयों एवं विश्वविद्यालय को पूर्ण रूप से बन्द करने के लिए बाध्य होगा. विगत दो दिन पूर्व विश्वविद्यालय के परीक्षा विभाग द्वारा स्नातक के परीक्षा परिणाम को जारी किया गया था. जिसमें 90% छात्र-छात्राओं के रिजल्ट में त्रुटि है. पास अभ्यर्थियों को फेल और फेल अभ्यर्थियों को पास दिखाया गया है. कुलपति से मिलकर परीक्षा विभाग की कार्यशैली की शिकायत भी की गयी.

अभाविप के विश्वविद्यालय संयोजक एवं निवर्तमान विश्वविद्यालय अध्यक्ष रजनीकांत सिंह ने कुलपति से मिलकर छात्र-छात्राओं के हित के लिए एवं उनके भविष्य को संरक्षित करने के लिए अविलम्ब कार्यवाही करने के लिए कहा.

कुलपति से मिलने वालों में पूर्व विश्वविद्यालय प्रमुख आशुतोष कुमार, गोपालगंज जिला संयोजक अनूप दुबे, सचिन कुमार चौरसिया, बिकेश कुमार, विशाल कुमार, राहुल कुमार आदि छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे.A valid URL was not provided.

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छपरा नगर निगम के इस क्षेत्र में नरक का जीवन जीते है लोग, तपती गर्मी में घुटना तक पानी में चलकर स्कूल जाते है बच्चें

Chhapra: शहर के बीचोबीच मौना चौक से कुछ ही दूरी पर स्थित मौना पंचायत भवन रोड पर तपती गर्मी में भी घुटनों तक पानी जमा है. यह जलजमाव इस सड़क के लिए कोई नई बात नहीं है. नगर निगम की लचर व्यवस्था एवं सड़क निर्माण में विभागीय लापरवाही के कारण वर्षों से यह स्थिति बनी है. लाख प्रयास के बावजूद भी मौना पंचायत भवन के आसपास रहने वाले लोग प्रतिदिन घुटनों तक पानी में चलकर स्कूल, कॉलेज के साथ अपने व्यवसाय के लिए जाते हैं.

कहने के लिए भले ही यह इलाका नगर निगम का क्षेत्र हो लेकिन हालात सुदूर गांव से भी बदतर है. तपती गर्मी में यहां बाढ़ जैसे हालात है. यह स्थिति तब और बदतर हो जाती है जब बरसात का दिन आता है.

मौना पंचायत भवन के इस स्थान पर नगर निगम क्षेत्र के 3 वार्ड 33, 34 और 35 का मिलन स्थल है. यहां से 3 दिशाओं में तीन वार्ड आयुक्त का क्षेत्र निकलता है. इसे सौभाग्य कहें या दुर्भाग्य कहें की 3- 3 वार्ड पार्षद रहते हुए भी इस सड़क से जलजमाव की समस्या का हल नहीं हो पाया.

करीब 50 मीटर से अधिक लंबी सड़क वर्षों से जलजमाव से ग्रसित है. 10 हजार से ऊपर की आबादी प्रतिदिन इस रास्ते से पैदल, साइकिल, बाइक, रिक्शा एवं चार पहिया वाहनों से होकर इस रास्ते से गुजरते हैं.

यहां रहने वाले लोग अपने आप को नगर निगम के क्षेत्र में भले ही रहने वाले नगरवासी कहे जाते हैं लेकिन वास्तविकता यह है कि वह खुद को नरक वासी ही समझते हैं.

प्रतिदिन घर से स्नान कर बच्चे, बूढ़े, जवान स्कूल, दुकान, व्यवसाय, प्रतिष्ठान एवं नौकरी पर जाने के लिए अपना कदम घर से इस नाली के पानी में रखकर ही आगे बढ़ते हैं.

नाले का पानी का स्तर घुटनों तक रहता है. जिसके कारण सबसे ज्यादा परेशानी महिलाओं को होती है. अन्य कोई रास्ता नहीं होने के कारण उन्हें मजबूरन इस रास्ते से होकर गुजरना पड़ता है.

जलजमाव को लेकर वार्ड पार्षद द्वारा नाली की सफाई कराई जाती है. लेकिन अन्य सड़क को ऊंचा बना दिए जाने के कारण अगले दिन ही इस सड़क पर जलजमाव हो जाता है जो नहीं हट पाता.

स्थानीय लोगों द्वारा इस समस्या से निजात को लेकर कई बार प्रशासन का दरवाजा खटखटाया गया लेकिन अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो पाई. जिससे यहां रहने वाले हजारों लोगों को इस समस्या का पूर्ण निदान मिल सके.

छपरा शहर का तापमान इन दिनों 35 डिग्री के पार हो चला है, गर्म हवाएं चल रही हैं. ऐसे में जहां पानी का जल स्तर कम हो रहा है, खेतों के जलजमाव में कमी आ रही है, इस परिस्थिति में निगम क्षेत्र के इस अति व्यस्त एवं भीड़भाड़ वाले इलाके में घुटने तक पानी का जमा होना समझ से परे है.

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विजयोत्सव के रूप में मनी बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती

Chhapra: जिले के सरकारी विद्यालयों में बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती धूमधाम और हर्ष के साथ मनाई गई. विजयोत्सव पर मनाई गई इस जयंती के अवसर पर विद्यालय के छात्र छात्राओं को बाबू वीर कुंवर सिंह के जीवन से परिचय कराया गया.

देश की अंग्रेजों से स्वतंत्रता को लेकर उनके अहम योगदान बलिदान सहित उनकी वीर गाथाओं को छात्र छात्राओं से परिचय कराते हुए उनकी जन्मस्थली को भी बताया गया.

इस अवसर पर विद्यालयों में बाबू वीर कुंवर सिंह के तैल चित्र पर माल्यार्पण एवं पुरुष अर्पित किया गया.

विद्यालयों में शिक्षक शिक्षिकाओं के साथ-साथ बच्चों ने भी बड़ी संख्या में भाग लेकर बाबू वीर कुंवर सिंह की जयंती को मनाया.

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Chhapra: सारण समाहरणालय में आयोजित इंटरमीडिएट एवं माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 से संबंधित ब्रीफ्रिंग का संबोधित करते हुए अपर समाहर्ता डॉ गगन ने उपस्थित जिला शिक्षा पदाधिकारी, अनुमंडल पदाधिकारी, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी (मुख्यालय) एवं स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी-सह-उड़नदस्ता दण्डाधिकारी एवं सुपर जोनल दण्डाधिकारी को परीक्षा के लिए आवश्यक निर्देश दिया.

इंटरमीडिएट एवं माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 के सफल संचालन हेतु सभी केन्द्राधीक्षक, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्तीदल दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों को निर्देश देते हुए बताया गया कि इंटरमीडिएट कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 का आयोजन 25 अप्रैल से 04 मई 2022 तक एवं माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 का आयोजन 05 मई से 09 मई 2022 तक दो पालियों में आयोजित किया जाएगा। प्रथम पाली की परीक्षा पूर्वाह्न 9:30 बजे से अपराह्न 12:15 बजे तक एवं द्वितीय पाली अपराह्न 01:45 बजे से अपराह्न 05:00 बजे तक संचालित की जाएगी। इंटरमीडिएट एवं माध्यमिक कम्पार्टमेन्टल-सह-विशेष परीक्षा-2022 हेतु कमश: 05 एवं 06 केन्द्र बनाये गये है।

परीक्षा को कदाचारमुक्त, निष्पक्ष, स्वच्छ संचालन एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु आयोग के निर्धारित मानक के अनुरूप प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर 1-4 सशस्त्र पुलिस बल, महिला पुलिस बल, स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी-सह-उड़नदस्ता दण्डाधिकारी एवं सुपर जोनल दण्डाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गयी है। सभी प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं सशस्त्र बल परीक्षा प्रारंभ होने से 2 घंटा पूर्व अपनी प्रतिनियुक्ति स्थल ग्रहण कर लेंगे एवं परीक्षा के समाप्ति के बाद भी केन्द्र पर उपस्थित रहकर विधि-व्यवस्था संधारित करेंगे। परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर ही केन्द्राधीक्षक, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारी एवं पुलिस बल की सहायता से परीक्षार्थियों की शारीरिक जाँचोपरांत, उनके प्रवेश पत्र को देख कर परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेने देंगे। तलाशी के समय यह ध्यान रखा जाय कि परीक्षार्थी केवल लेखन सामग्री एवं परीक्षा पवेष पत्र लेकर ही अंदर जा सके।

जूता-मोजा पहन कर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश वर्जित
सभी परीक्षार्थियों को जूता-मोजा पहन कर परीक्षा केन्द्र में प्रवेश वर्जित है इसलिए सभी परीक्षार्थी केवल चप्पल पहन कर ही परीक्षा कक्ष में प्रवेश कर पायेंगे। सभी परीक्षा केन्द्रों पर सी.सी.टी.वी. कैमरा लगाने के साथ-साथ परीक्षा केन्द्र की विडियोग्रॉफी कराने का निर्देश दिया गया है।

सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक को निर्देश दिया गया है कि परीक्षा में शामिल होने वाले सभी के लिए कोविड-19 से बचाव हेतु सरकार द्वारा जारी दिशा -निर्देश का अनुपालन करना सुनिश्चित करेंगे। परीक्षा के अवधि में सभी के लिए मास्क का प्रयोग एवं सोषल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अनिवार्य होगा।सीट प्लान कर इसकी एक प्रति परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्षित करने का भी निर्देश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। परीक्षा कक्ष में प्रत्येक बेंच पर अधिकतम दो परीक्षार्थी हीं बैठये जाऐंगे।

परीक्षार्थियों को परीक्षा कक्ष के अंदर मोबाईल, ब्लूटूथ, पेजर या अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिभाईस चिट, चाकू, माचिस, ब्लेड आदि ले जाने पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। परीक्षा केन्द्र पर मूलभूत सुविधाएं यथा शौचालय, पेयजल, पर्याप्त लाईटिंग व्यवस्था कराने का भी निर्देश दिया गया। कदाचार के आरोप में गिरफ्तार किये गये अभिभावकों, परीक्षार्थियों एवं वीक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम 1981 के अंतर्गत कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण परीक्षा है, जिसके सफल संचालन में सभी प्रतिनियुक्त पदाधिकारी एवं कर्मी विशेष सर्तकता रखते हुए अपनी जवाबदेही निभाऐंगे।

सभी अनुमंडलों में अनुमंडल पदाधिकारी के द्वारा परीक्षा केन्द्रों के 500 गज की परिधि में दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अन्तर्गत निषेधाज्ञा लागू किया गया है।

जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना
इस परीक्षा के अवसर पर सदर अनुमंडल कार्यालय परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका दूरभाष संख्या-06152-242444 है। यह नियंत्रण कक्ष परीक्षा के दौरान प्रतिदिन प्रातः 07:00 बजे से संध्या 05:30 बजे तक कार्यरत रहेगा। नियंत्रण कक्ष के प्रभार में श्रीमती आई.वी.मोरगेन, कार्यपालक दण्डाधिकारी, सदर, छपरा, मोबाईल नम्बर 9304259750 रहेंगी। किसी भी आकस्मिक परिस्थिति में जिला षिक्षा पदाधिकारी मोबाईल नम्बर 8544411907, अनुमंडल पदाधिकारी सदर मोबाइल नम्बर9473191269, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर छपरा मोबाईल नम्बर 9431800075 से संपर्क परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकती है।

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Chhapra: सरकारी विद्यालयों में प्रधानाध्यापक बनने वाले शिक्षकों के लिए अच्छी खबर सामने आई है. बिहार लोक सेवा आयोग ने अपने विज्ञापन संख्या 4/2022 के तहत प्रधानाध्यापक के पदों पर भरे जाने वाले आवेदन की अंतिम तिथि 22 अप्रैल से बढ़ाकर 2 मई 2022 कर दी गई है. इससे फॉर्म भरने वाले अभ्यर्थियों को काफी राहत मिलेगी. तिथि विस्तार की जारी अधिसूचना को लेकर पत्र में कहा गया है कि प्रधान शिक्षक के पद पर नियुक्ति को लेकर जारी विज्ञप्ति संख्या 4/ 2022 की अंतिम तिथि को 2 मई 2022 तक बढ़ा दिया गया है. वहीं अभ्यार्थी भरे गए फॉर्म में 9 मई 2022 तक सुधार कर सकते हैं. इसके लिए 3 मई से 9 मई तक वेबसाइट खुली रहेगी.

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बताते चलें कि बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा सरकारी विद्यालयों में प्रधानाध्यापकों की बहाली को लेकर 30 मार्च को अधिसूचना जारी की गई थी. जिसके तहत 22 अप्रैल तक अभ्यार्थी इस पद के लिए आवेदन कर सकते थे. इसी बीच विभिन्न शिक्षक संगठनों द्वारा सरकार एवं विभाग से मांग पत्र देकर शिक्षण अनुभव, डीपीई प्रमाण पत्र प्रशिक्षित शिक्षक सहित कई अन्य मुद्दों पर अधिसूचना में सुधार किया गया. निर्धारित तिथि के बीच में किए गए इस सुधार से अभ्यर्थियों की संख्या अधिक हुई है. वही सुधार को लेकर जारी पत्र के बाद आवेदन भरने की तिथि अल्प समय हो गई उक्त स्थिति को देखते हुए तिथि का विस्तार 2 मई तक किया गया है. जिससे हजारों शिक्षकों को आवेदन करने का मौका मिलेगा.

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