छपरा: जे ई ई  एडवांस का परीक्षाफल रविवार को घोषित हो गया. जिसमें शहर के शारदा क्लासेस के छात्रों ने पिछले वर्ष की भांति इस बार भी उत्तम प्रदर्शन किया है.

संस्थान के छात्र काशी बाजार निवासी कन्हैया कुमार की पुत्री वर्षा स्वराज में 5048 वां स्थान प्राप्त कर प्राप्त किया. वहीं शक्ति नगर निवासी राजेश सिंह के पुत्र सत्यम कुमार 8324 वां स्थान प्राप्त किया है. उसी मोहल्ले के लोकनाथ सिंह के पुत्र आदर्श कुमार ने 15640वां स्थान प्राप्त करने का गौरव प्राप्त किया.

संस्था के निदेशक सिद्धार्थ कुमार सिंह एवं वसुमित्र सिंह ने इस परीक्षाफल संतुष्टि जाहिर करते हुए कहा कि अब छपरा में ही गुणवत्तापूर्ण प्रशिक्षण उपलब्ध है. छात्रों को अब इंजीनियरिंग की तैयारी के लिए दूर कोटा या दिल्ली जाकर धन के अपव्यय से बचना चाहिए.

ज्ञात हो कि शारदा क्लासेस वर्ष 2015 में छपरा जैसे छोटे शहर में छात्र छात्राओं को आई आई टी की कठीन परीक्षा की तैयारी कराने के लिए स्थापित किया गया है. इसके संस्थापक, दो भाई स्वयं आई आई टी परीक्षा उत्तीर्ण हैं. शारदा क्लासेस के छात्र लगातार उनके मार्गदर्शन में बढिया प्रदर्शन कर रहे हैं.

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– टॉप-10 में से 5 टॉपर्स आईआईटी मद्रास जोन से, कुल 1,55,538 में से 40,712 हुए क्वालिफाई
– इस वर्ष 3.37 फीसदी घटकर रिजल्ट 26.17 प्रतिशत रहा, पिछले वर्ष रहा था 29.54 प्रतिशत

नईदिल्ली/कोटा: आईआईटी बॉम्बे ने रविवार को जेईई-एडवांस्ड-2022 का रिजल्ट घोषित कर दिया। इसमें आईआईटी बॉम्बे जोन के छात्र आरके शिशिर ऑल इंडिया टॉपर रहे। शिशिर ने 360 में से 314 अंक प्राप्त किये है। गर्ल्स कैटेगरी में तनिष्का काबरा 360 में से 277 अंक प्राप्त कर ऑल इंडिया टॉपर रही। पहली बार टॉप-10 में से 5 टॉपर्स आईआईटी मद्रास जोन से सफल हुए हैं।

इस परीक्षा में जेईई-मेन से क्वालिफाई हुये 2.50 लाख पात्र अभ्यर्थियों में से 1,60,038 ने पंजीयन करवाया था। जिसमें से 1,55,538 परीक्षार्थी परीक्षा में शामिल हुये। रिजल्ट में 40,712 को काउंसलिंग के लिये क्वालिफाई घोषित किया गया है। प्रत्येक केटेगरी, स्टेट एवं आईआईटी जोन में भी टॉपर्स घोषित किये गये हैं।

कॉमन मेरिट सूची में आर के शिशिर रैंक-1, पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी रैंक-2, थॉमस बीजू चिरामवेली रैंक-3, वांगपल्ली साई सिद्धार्थ रैंक-4, मयंक मोटवानी रैंक-5, पोलीसेट्टी कार्तिकेय रैंक-6, प्रतीक साहू रैंक-7, धीरज कुरुकुंड रैंक-8, महित गढ़ीवाला रैंक-9 एवं वेचा ज्ञान महेश रैंक-10 पर चयनित हुये हैं। कोटा से रिलायबल इंस्टीट्यूट के क्लासरूम विद्यार्थी मयंक मोटवानी एआईआर-5 पर सफल रहे। रिजल्ट में कोटा सहित देश के प्रमुख कोचिंग संस्थानों ने शीर्ष 100 रैंक पर सफलता के दावे किये हैं।

23 आईआईटी में कुल 16,598 सीटें
इस वर्ष देश के 23 आईआईटी संस्थानों में सीटों की क्षमता 15,031 है। इसके अतिरिक्त 1567 सुपर न्यूमेररी सीटें छात्राओं के लिये आरक्षित होंगी। इस तरह जेईई-एडवांस्ड2022 में क्वालिफाई हुये 40,712 विद्यार्थियों को 23 आईआईटी में कुल 16,598 सीटों पर प्रवेश दिये जायेंगे।

जेईई-एडवांस्ड 2022 में 10 टॉपर्स

1 आर के शिशिर
2 पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी
3 थॉमस बीजू चिरामवेली
4 वांगपल्ली साई सिद्धार्थ
5 मयंक मोटवानी
6 पोलीसेट्टी कार्तिकेय
7 प्रतीक साहू
8 धीरज कुरुकुंड
9 महित गढ़ीवाला
10 वेचा ज्ञान महेश

जेईई एडवांस 2022 के टॉप 10 रैंकर्स में से पांच आईआईटी मद्रास जोन से

पोलु लक्ष्मी साई लोहित रेड्डी: AIR 2
थॉमस बीजू चीरमवेलिल: AIR 3
वांगपल्ली साई सिद्धार्थ: AIR 4
पोलीसेटी कार्तिकेय: AIR 6
धीरज कुरुकुंडा: AIR 8

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय ने स्नातक प्रथम खंड विशेष परीक्षा 2021 का परीक्षा प्रपत्र भरने की तिथि घोषित कर दी गई है. जिसके तहत 12 से 20 सितम्बर तक छात्रों का फॉर्म भरा जाएगा.

इस बाबत परीक्षा प्रपत्र के साथ इंटर परीक्षा के अंक पत्र, प्रवेश पत्र, विश्वविद्यालय पंजीयन प्रमाण पत्र, आदि की छाया प्रति प्राचार्य द्वारा अभिप्रमाणित करना जरूरी रहेगा. प्रथम खंड में प्रमोटेड छात्र प्रतिष्ठा एवं अनुपूरक विषय के अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के सभी मान्य सीट पर पंजीकृत छात्रों एवं व्यवसायिक विषय के अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के पंजीकृत छात्रों के परीक्षा प्रपत्र भरे जाने हैं.

छात्र परीक्षा प्रपत्र को जेपीयू के वेबसाइट पर ऑनलाइन भर कर उसकी प्रिंट कॉपी के साथ संबंधित कागजातों को अपने महाविद्यालय में सत्यापित करा कर जमा करेंगे.परीक्षा मंडल के निर्णय अनुसार पंजीकृत छात्रों की परीक्षा प्रपत्र भरने की स्वीकृति प्रदान की जाती है. बिना पंजीकृत छात्रों के परीक्षा प्रपत्र आदि सत्यापित या अग्रसारित की जाती है तो इसकी सारी जवाबदेही संबंधी प्राचार्य एवं सत्यापन पदाधिकारी की होगी. परीक्षा शुल्क के रूप में प्रतिष्ठा के लिए ₹420 एवं सामान्य हेतु ₹395 निर्धारित किए गए हैं.

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नई दिल्ली: नेशनल टेस्टिंग (एनटीए) ने राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा स्नातक एनईईटी यूजी 2022 के परिणामों की घोषणा अपनी वेबसाइट पर कर दी है। इस परीक्षा में राजस्थान की तनिष्का ने प्रथम और दिल्ली के वत्स आशीष बत्रा को दूसरी रैंक मिली है।

नीट यूजी में राजस्थान की तनिष्का ने टॉप किया है। उसने 720 में से 715 अंक हासिल किए हैं। इसके अलावा नीट यूजी टॉपर्स में दिल्ली से वत्स आशीष बत्रा को दूसरी रैंक, कर्नाटक के ऋषिकेश नागभूषण गंगुले को तीसरी, कर्नाटक की रुचा पावाशे को चौथी और तेलंगाना की एराबेली सिद्धार्थ राव को पांचवीं रैंक मिली है। इसके साथ ही नीट 2022 के लिए कैटेगरी वाइज कटऑफ भी जारी कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि इस साल परीक्षा देश के बाहर 14 शहरों सहित कुल 497 शहरों में 3,570 केंद्रों पर 17 जुलाई को आयोजित की गई थी। इस यूजी मेडिकल प्रवेश परीक्षा में 18,72,329 परीक्षार्थियों ने रजिस्ट्रेशन कराया था, जिनमें 10.64 लाख छात्राएं थीं। यह पहली बार हुआ कि राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) में 18 लाख से अधिक परीक्षार्थियों ने पंजीकरण कराया था। देश के सरकारी और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस की 91927 सीटें हैं। इनमें से सरकारी कॉलेजों में 48012 और प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों में 43915 सीटें हैं।

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नई दिल्ली: केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने पीएमश्री स्कूलों (पीएम स्कूल फॉर राइजिंग इंडिया) की स्थापना से जुड़ी एक नई केंद्र प्रायोजित योजना के शुभारंभ को मंजूरी दी है। केंद्रीय विद्यालयों और नवोदय विद्यालयों सहित 14 हजार से अधिक स्कूलों को मजबूत कर उन्हें पीएमश्री स्कूलों के रूप में तैयार किया जाएगा।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की बैठक में सरकारी स्कूलों को मजबूत कर उन्हें पीएमश्री स्कूलों के रूप में तैयार करने के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की।

केन्द्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने बुधवार को कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना केंद्र, राज्य और केन्द्र शासित प्रदेश सरकार व स्थानीय निकायों की ओर से संचालित स्कूलों के लिए है। इसमें कुल परियोजना लागत 5 साल के लिए 27,360 करोड़ रुपये आएगी जिसमें केंद्र का हिस्सा 18,128 करोड़ होगा। इससे 18 लाख से अधिक छात्र लाभान्वित होंगे।

उन्होंने बताया कि इसके तहत आने वाले स्कूल राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के कार्यान्वयन का उदाहरण बनेंगे और अनुकरणीय स्कूलों के रूप में उभरेंगे। इन स्कूलों का उद्देश्य न केवल संज्ञानात्मक विकास है बल्कि छात्र का समग्र और अच्छी तरह लक्षित व्यक्ति निर्माण करना है।

इन स्कूलों की शिक्षा अधिक अनुभव देने वाली, एकीकृत, पूछताछ-संचालित, खोज-उन्मुख, शिक्षार्थी-केंद्रित, चर्चा-आधारित, लचीला और आनंददायक होगी। प्रत्येक कक्षा में प्रत्येक बच्चे के सीखने की प्रवृत्ति को परिणाम के आधार पर आंका जाएगा। मेंटरशिप प्रदान करके अन्य स्कूलों को उनके संबंधित क्षेत्रों में नेतृत्व प्रदान किया जाएगा। रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए क्षेत्र कौशल परिषदों और स्थानीय उद्योग के साथ इन्हें जोड़ा जाएगा।

उन्होंने बताया कि स्कूलों में सौर पैनल और एलईडी लाइट, प्राकृतिक खेती, अपशिष्ट प्रबंधन के साथ पोषण उद्यान, प्लास्टिक मुक्त परिसर, जल संरक्षण और संचयन, पर्यावरण संरक्षण से संबंधित परंपराओं व प्रथाओं का अध्ययन जैसे पर्यावरण के अनुकूल पहलुओं को शामिल किया जाएगा।

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नई दिल्ली: यूक्रेन से लौटे मेडिकल छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। अब वे भारत में भी अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने इसकी मंजूरी दे दी है।

आयोग ने इन छात्र-छात्राओं के लिए एकेडमिक मोबिलिटी प्रोग्राम को अपना अनापत्ति प्रमाण पत्र देने का फैसला किया है। हालांकि उन छात्रों को मेडिकल की डिग्री यूक्रेन के ही विश्वविद्यालय से लेनी होगी।

राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग के मुताबिक यूक्रेन में पढ़ रहे भारतीय मेडिकल छात्रों के संबंध में अकादमिक गतिशीलता कार्यक्रम के तहत “अनापत्ति” पत्र दी जाएगी बशर्ते कि स्क्रीनिंग टेस्ट विनियम 2002 के अन्य मानदंड पूरे हों। इस संबंध में आयोग ने नोटिस जारी कर कहा है कि विदेश मंत्रालय के साथ विचार- विमर्श के बाद यह फैसला लिया गया है।

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शिक्षक दिवस पर रोटरी क्लब सारण ने शिक्षको को किया सम्मानित

Chhapra: रोटरी क्लब सारण के तत्वावधान में मौना चौक स्थित होटल राजदरबार में शिक्षक दिवस के अवसर पर शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. रोटरी क्लब सारण संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने कार्यक्रम का संचालन करते हुए कहा शिक्षकों और छात्रों का बंधन अनमोल होता है.

स्कूल-कॉलेज के समाप्त होने के बाद ज्यादातर लोग अपने पसंदीदा शिक्षक को बहुत याद करते हैं. उनके सही मार्गदर्शन के लिए दिल से उन्हें धन्यवाद देते हैं. हमारे कठिन समय में सही पथ पर चलने की शिक्षा देने वाले ऐसे गुरुओं के कारण ही ज्यादार छात्र बड़े होकर सम्मानित पद पर पहुंच पाते हैं. कई लोग पढ़-लिख नहीं पाते लेकिन, उनके जीवन में भी कोई न कोई शिक्षक जरूर होता है. जैसा कि ज्ञात हो सर्वपल्ली डाॅ. राधाकृष्णन की जयंती पर हर वर्ष शिक्षक दिवस मनाए जाने की परंपरा है. वह भारत के दूसरे राष्ट्रपति थे. स्वतंत्र भारत के पहले उप राष्ट्रपति थे.

शिक्षक सम्मान समारोह में विद्या सागर विधार्थी, श्याम प्रसाद श्रीवास्तव, निर्मला श्रीवास्तव, कौशल कुमार चौधरी, अरूण कुमार गुप्ता, मुकेश कुमार गुप्ता को प्रशस्ति पत्र तथा अंगवस्त्र एवम पुष्प गुच्छ देकर सम्मानित किया गया.

कार्यक्रम की अध्यक्षता रोटरी क्लब सारण के अध्यक्ष सोहन कुमार गुप्ता ने किया. आगत अतिथियों का स्वागत पूर्व अध्यक्ष राजेश गोल्ड ने किया।कार्यक्रम का संचालन श्याम बिहारी अग्रवाल ने किया. धन्यवाद ज्ञापन पूर्व अध्यक्ष सुनील कुमार सिंह ने किया.

डिस्ट्रिक्ट लिट्रेसी सेमिनार का आयोजन 11 सितम्बर को पटना में होने जा रहा है, 17- 18 सितम्बर को मुजफ्फरपुर में दो दिवसीय आरएलआई प्रशिक्षण का आयोजन किया गया है, दोंनो दिन कार्यक्रम में सम्मिलित होने पर ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट मिलेगा. यह जानकारी रोटरी क्लब सारण के अध्यक्ष सोहन कुमार गुप्ता ने दी तथा कहा रोटरी क्लब सारण से अधिकाधिक सदस्य कार्यक्रम में सम्मिलित होंगे.

शिक्षक सम्मान समारोह में लिट्रेसी एजी शहजाद आलम, रोटरी सारण अध्यक्ष सोहन कुमार गुप्ता, सचिव दिनेश कुमार गुप्ता, कोषाध्यक्ष महेश कुमार गुप्ता, संस्थापक अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल, पूर्व अध्यक्ष शैलेश कुमार, राजेश गोल्ड, पंकज कुमार, सुनील कुमार सिंह, अजय कुमार, अजय कुमार गुप्ता कार्यक्रम संयोजक प्रदीप कुमार, सह संयोजक मुकेश कुमार गुप्ता, देव कुमार सिंह, अनिल जायसवाल, अजय प्रसाद, अनिल कुमार, विजय ब्याहुत आदि उपस्थित हुए.

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मसरख में सुरक्षित शनिवार के अन्तर्गत डायरिया बीमारी पर हुई चर्चा

Mashrakh: नगर पंचायत मुख्यालय अवस्थित राजकीयकृत उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में “सुरक्षित शनिवार” के अन्तर्गत डायरिया बीमारी के लक्षण, बचाव और उपचार आदि पर चर्चा की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए विद्यालय में इस कार्यक्रम के नोडल/फोकल शिक्षक संजय कुमार सिंह ने डायरिया के लक्षणों, बचाव एवं उपचार आदि पर प्रकाश डालते हुए कहा कि डायरिया बीमारी में मरीज को उल्टी एवं पतले दस्त की शिकायत होती है।

इसमें प्राथमिक उपचार में मरीज को नींबू, पानी और चीनी का घोल बनाकर देना चाहिए और उसका प्राथमिक उपचार करना चाहिए।इसके साथ ही मरीज को प्राथमिक या सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाकर इलाज कराना चाहिए। इस कार्यक्रम में नोडल शिक्षक ने बच्चों को नींबू, पानी और चीनी का घोल बनाकर भी दिखाया।

उन्होंने यह भी बताया कि प्राथमिक, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ओआरएस का पाउडर नि: शुल्क मिलता है।आप उसको भी पिला सकते हैं।

उक्त अवसर पर शिक्षक विजय कृष्ण त्रिपाठी, उमाशंकर उमेश, प्रभात चन्द्र भूषण, दुर्गा प्रसाद, विनय कुमार सिंह, शत्रुघ्न कुमार एवं राजेन्द्र कुमार भी उपस्थित रहे।

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सारण एकेडमी स्कूल में स्काउट गाइड के प्रथम सोपान शिविर का हुआ आयोजन

छपरा: जिला मुख्य आयुक्त सारण के निर्देश पर प्रथम सोपान परीक्षण शिविर का आयोजन सारण एकेडमी में किया गया है। यह शिविर छह दिनों तक चलेगा। जिला मुख्य आयुक्त सारण के द्वारा शिविर प्रधान के रूप में एडवांस स्काउट मास्टर अमन राज एवम गाइड में शिविर प्रधान के रूप में एडवांस गाइड कैप्टेन सुश्री रितिका सिंह को नियुक्त किया गया है।

शुक्रवार को शिविर का उद्घाटन जिला मुख्य आयुक्त हरेन्द्र प्रसाद सिंह एवम विद्यालय के प्राचार्य नागेन्द्र राय ने संयुक्त रूप से ध्वजारोहण करके किया। उद्घाटन समारोह में भारत स्काउट गाइड सारण के उपाध्यक्ष विजय सिंह, जिला आयुक्त(स्काउट)डा० दीनानाथ मिश्रा, जिला सचिव त्रिवेणी कुंवर ने प्रतिभागी स्काउट गाइड को संबोधित किया।

उद्घाटन समारोह मे जिला मुख्य आयुक्त हरेन्द्र प्रसाद सिंह ने कहा की आज के परिवेश में बच्चों में स्काउटिंग गाइडिंग की शिक्षा बहुत जरूरी है। वही प्राचार्य नागेन्द्र राय ने बताया कि स्काउटिंग गाइडिंग बच्चों में अनुशासन के साथ देश प्रेम की भावना की विकास करता है।

शिविर में सारण एकेडमी स्कूल के लगभग 40 स्काउट और 55 गाइड भाग ले रहे है।

शिविर में सहायता के लिए विद्यालय के शिक्षक अरविंद कुमार शर्मा, अमन सिंह, सुमित सिंह, चंदन पंडित, स्काउट सोनु कुमार और बिपुल कुमार को लगाया गया है।

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JPU पहुंच निगरानी अन्वेषण ब्यूरो की टीम ने की जांच

Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय में निगरानी अन्वेषण ब्यूरो, पटना की टीम शुक्रवार को जांच के लिए पहुंची. विश्वविद्यालय में निगरानी ब्यूरो की टीम पहुंचने से हड़कंप मच गया.

निगरानी की टीम निगरानी एसपी और एडिशनल एसपी के नेतृत्व में पहुंची थी. देखते ही देखते इसकी खबर फेल गई और मीडिया का भी जमावड़ा विश्वविद्यालय मुख्यालय पर हो गया. साथ ही तरह तरह के कयास भी लगाए जाने लगे.

इस संदर्भ में कुलपति प्रो फारूक अली ने बताया कि सत्र 2012-15 में डीबीएस कॉलेज, कदना में पंजीकरण संबंधित मामले को लेकर की जांच के लिए टीम पहुंची है. टीम को इस समय की संचिकाएं उपलब्ध करा दी गई हैं. ताकि वे जांच कर सकें.

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कुलपति ने किया परीक्षा विभाग का औचक निरीक्षण, परीक्षा नियंत्रक को दिये आवश्यक निर्देश

Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर फारूक अली ने परीक्षा विभाग का औचक निरीक्षण किया.

शुक्रवार को जब कुलपति विश्वविद्यालय पहुंचे इस दौरान विश्वविद्यालय के प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार पर पत्रों के आगत की जानकारी ली. इस दौरान उन्होंने कर्मी रनधीर कुमार से मिलकर जब विभिन्न आगत पत्रों के निष्पादन की जानकारी ली. साथ ही कुलपति ने परीक्षा नियंत्रक के सेल में जाकर सभी आगत पत्रों एवं आवेदनों के निष्पादन प्रक्रिया की जांच की.

कुलपति ने उस सेल के सभी कर्मचारियों को कहा कि क्रमबद्ध रूप से जितने भी आवेदन प्राप्त किए गए है सबको ठीक हालत में करके यथाशीघ्र दिखाएं.

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पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरुवार को बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) की प्रारंभिक परीक्षा को लेकर परीक्षार्थियों की समस्या पर मुख्य सचिव आमिर सुबहानी एवं बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष अतुल प्रसाद के साथ बैठक की । बैठक के बाद बीपीएससी की प्रारंभिक परीक्षा पहले की तरह एक दिन और एक ही पाली में आयोजित की जाएगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बीपीएससी अभ्यर्थियों के विरोध के बाद आयोग का फैसला पलट दिया है।

बैठक में बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने पूरी स्थिति से मुख्यमंत्री को अवगत कराया। बिहार लोक सेवा आयोग के अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री को बताया कि उन्होंने सभी जिलाधिकारी एवं क्षेत्रीय अधिकारियों के साथ विमर्श किया है। इस संदर्भ में निर्णय लिया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग की प्रारंभिक परीक्षा पूर्व की तरह एक दिन एवं एक पाली में ही ली जायेगी।

उल्लेखनीय है कि बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) 67वीं परीक्षा में बदलाव किए जाने के विरोध में अभ्यर्थी बुधवार को सड़क पर उतर गए थे। अभ्यर्थी लगातार परसेंटेज सिस्टम और एक पाली में परीक्षा आयोजित कराने की मांग पर अड़े हुए थे। बीपीएससी ने पैटर्न में बदलाव कर दो पाली में परीक्षा को आयोजित करने की घोषणा की थी। प्रदर्शनकारी छात्र जब बीपीएससी कार्यालय का घेराव करने के लिए निकले तो पुलिस ने उन्हें रोक दिया। इसके बाद भी वे नहीं माने तो पुलिस ने काबू में करने के लिए बल प्रयोग किया था।

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