छपरा: सारण स्नातक क्षेत्र के चुनाव को लेकर भले ही तिथि की घोषणा नही हुई हो लेकिन भावी प्रत्याशी ने मतदाताओं को एकजुट करने का कार्य प्रारंभ कर दिया है. शनिवार को पूर्व विधान पार्षद डॉ महाचंद्र प्रसाद सिंह ने शहर से सटे प्रभुनाथ नगर में आयोजित एक कार्यक्रम को संबोधित किया.

श्री सिंह ने कहा कि क्षेत्र के जनता की समस्याओं से सदन से अवगत कराना मेरा मुख्य कर्म रहा है. हमने विवि की स्थापना से लेकर आज के विवि तक की तस्वीर बदली है.
उन्होंने विवि के पूर्व के क्षणों का स्मरण कराते हुए कहा कि 9 वर्षो तक 3 कमरों में चलने वाला विवि आज हमारे सहयोग से आपके समक्ष भव्य और विशाल क्षेत्र में दिख रहा है. क्षेत्र विशाल है तब भी कार्य दिखता है. विवि के शिक्षको के लिए कमिटी का गठन कर वेतन दिलवाने का कार्य किया गया.

उन्होंने कहा कि प्रारंभिक शिक्षा नियोजित शिक्षकों पर आधारित है. सरकार की मंशा मुझे परेशान करने की थी लेकिन अच्छे कार्यो के फलस्वरूप सामान्य चुनाव होने जा रहा है. वर्तमान सरकार में सरकारी विद्यालय और महाविद्यालय की स्थिति दयनीय है. सूबे में नाम करने वाला राजेंद्र कॉलेज में शिक्षक नहीं है.बच्चे बिना प्रायोगिक परीक्षा कैसे रिजल्ट मिल रहा है यह एक बहुत बड़ा घोटाला है. सरकार की लचर व्यवस्था के कारण शिक्षा विभाग दिशा विहीन होकर चौराहे पर खड़ा है.

वही प्राचार्य प्रमेन्द्र रंजन सिंह ने कहा कि यह चुनाव वर्ग का नही बुद्धिजीवी का है.उच्च शिक्षा की स्थिति किसी से छिपी नही है. समाज की समानता को विचार और व्यवहार से जीता जा सकता है. यह तभी हो सकता है जब कोई व्यक्ति समाज से जुड़ा रहता है. उन्होंने कहा कि दलगत राजनीति अलग है और विचारों की राजनीति अलग है. साथ ही उन्होंने विमुद्रिकरण को सही ठहराया और कहा कि यह नोट बंदी नही है बल्कि नोट बदली है. भारतीय राजनीति बदल रही है. जहाँ जात पात, धर्म से ऊपर उठकर लोग अपने जनप्रतिनिधि को चुनेंगे.

वही शिक्षक नेता समरेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि मौसम विभाग के वैज्ञानिक बनकर अधिसूचना जारी ना हो 35 वर्ष से राजनीति करने वाले को पराजित करने के लिए 70 वर्ष की राजनीति करनी होगी. उन्होंने समान कार्य समान वेतन की मांग उठाते हुए कहा कि शिक्षक के हित में काम होगा तो मतदाता अपना मत स्वयं देंगे.

वही छात्र नेता विश्वजीत सिंह चंदेल ने कहा कि उच्च शिक्षा पर ध्यान देने की जरुरत है. कुछ खामियां है उनका समाधान हो हमारा साथ हमारे समस्याओं का समाधान करने वालो के साथ रहेगा.

कार्यक्रम का संचालन राजीव कुमार सिंह ने किया जबकि धन्यवाद ज्ञापन स्थानीय पंचायत के मुखिया वैद्यनाथ सिंह ने किया. इस मौके पर मुख्य रूप से राजेंद्र कॉलेज के प्राचार्य डॉ आर एस राय, बब्बन सिंह, विजय कुमार सिंह, संजीव सिंह उपस्थित थे.

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इसुआपुर: शिक्षा और शिक्षक की अस्मिता विषय पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में बतौर मुख्यवक्ता मैत्रीय बीएड कॉलेज के प्रचार्य ज्ञानदेव मणि त्रिपाठी ने कहा कि शिक्षा और शिक्षकों की अस्मिता आज प्रासंगिक है. आज की शिक्षा छात्रों के अनुरूप होनी चाहिए. जिससे की बच्चे अपने परिवेश के आधार पर शिक्षा ग्रहण करें.

उन्होंने भाषाई विविधता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि भाषा अपने भूगोल से जानी जाती है. जिस किसी भी भाषा का भूगोल ज्यादा है उनका प्रचलन भी ज्यादा है. लेकिन भोजपुरी का भूगोल कम होने से यह उतना प्रबल नही बन सका.

उन्होंने कहा कि दिन प्रतिदिन शिक्षकों की समस्या बढ़ती जा रही है. लेकिन इसके साथ साथ निराकरण भी हो रहा है. समान कार्य के लिए समान वेतन के लिए न्यायालय ने अपनी राय दी है जिसके बाद का निर्णय सरकार के द्वारा किया जाना है.

सेमिनार का संचालन द्वारिका तिवारी ने  जबकि धन्यवाद ज्ञापन राजीव कुमार सिंह ने किया.

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छपरा: 28 महीने से लंबित वेतन भुगतान को लेकर आक्रोशित शिक्षकों ने डीपीओ कार्यालय में तालाबंदी कर दी.साथ ही जमकर पदाधिकारी के विरुद्ध नारे लगाये.

बिहार परिवर्तनकारी प्रारंभिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष समरेंद्र बहादुर के नेतृत्व में बनियापुर प्रखंड के 18 शिक्षकों ने जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना कार्यालय के समक्ष मोर्चा खोल दिया.

जिलाध्यक्ष ने बताया कि बनियापुर में कार्यरत 18 शिक्षकों के वेतन का भुगतान पिछले 28 माह से लंबित है.

वेतन के भुगतान को लेकर आरडीडीई और डीईओ के आदेश मिलने के बावजूद भी बीइओ द्वारा वेतन भुगतान प्रपत्र नही बनाया जा रहा था. लेकिन विगत दिन आत्मदाह के प्रयाश के बाद वहा से प्रपत्र जिला कार्यालय भेजा गया लेकिन यहाँ भी टालमटोल की जा रही है.

उन्होंने कहा कि शिक्षक ने कार्य किया है और उनके कार्य के वेतन का भुगतान होना चाहिए.

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पटना: मैट्रिक और इंटर कंपार्टमेंटल परीक्षा वर्ष 2016 का परिणाम बुधवार की शाम बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने जारी कर दिया. मैट्रिक कंपार्टमेंटल में 28 प्रतिशत और इंटर कंपार्टमेंटल में 39 प्रतिशत छात्र-छात्राएं पास हुए हैं. इस परीक्षा में शामिल होने वाले परीक्षार्थियों के उत्तर पुस्तिकाओं का आॅनलाइन मूल्यांकन किया गया. परीक्षा में कुल दो लाख 78 हजार कॉपियों की जांच की गयी है.

बता दें कि पहली बार बिहार विद्यालय परीक्षा समिति की ओर से साॅफ्टवेयर आधारित सिस्टम से कंपार्टमेंटल परीक्षा ली गयी है. इसकी सफलता के बाद ही वार्षिक परीक्षा 2017 में सिस्टम से परीक्षा संपन्न करायी जायेगी. जानकारी के मुताबिक इसको लेकर पूरी तरीके से सिस्टम को ऑनलाइन कर दिया गया है. परीक्षा के लिए निबंधन से लेकर फार्म भरने व काॅपियों की मूल्यांकन कार्य भी ऑनलाइन किया जा रहा है. रजिस्ट्रेशन के समय ही सभी विद्यार्थियों का डाटा सर्वर पर अपलोड है. रोल नंबर के साथ रिजल्ट सॉफ्टवेयर पर अपलोड किया गया है.

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छपरा: सरकारी विद्यालयों में बनाए जाने वाले मध्याह्न भोजन के लिए प्रधानाध्यापकों को एक माह का खाद्यान अनिवार्य रूप से रखना होगा.

मध्याह्न भोजन योजना के निदेशक हरिहर प्रसाद ने सभी MDM डीपीओ को पत्र भेजकर अविलम्भ इसे लागू करने का निर्देश दिया गया. निदेशक द्वारा भेजे गए पत्र में स्पष्ट कहा गया है कि विद्यालयों में खाद्यान के बफर स्टॉक को लेकर पूर्व में ही दिशा निर्देश दिया गया था.

लेकिन इस पर अमल नही किया गया. जिसको लेकर विगत दिनों विभागीय सचिव के साथ आहुत बैठक में बात हुई कि खाद्यनो की कमी के कारण कई विद्यालयों में MDM नही बना जिससे बच्चे लाभान्वित नही हो पाए.

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छपरा: बिहार मुक्त विद्यालयी शिक्षण एवं परीक्षा बोर्ड की माध्यमिक व उच्च माध्यमिक परीक्षा 22 दिसम्बर से 18 जनवरी तक होगी. परीक्षा के लिए जिले में दो केंद्र केंद्र बनाये गए है.

परीक्षा दोपहर 12:15 से 3:30 बजे तक चलेगी. बोर्ड के मुख्य कार्यकारी पदाधिकारी रामचंदू ने शांतिपूर्ण एवं कदाचार मुक्त परीक्षा संचालित करने के निर्देश जरी किये है. हाईस्कूल की परीक्षा 22 दिसंबर से 11 जनवरी और इंटर की परीक्षा 18 जनवरी तक चलेगी. कदाचार मुक्त परीक्षा सञ्चालन के लिए जिला शिक्षा पदाधिकारी अजित कुमार ने केन्द्राधीक्षकों को निर्देश दिया है. शनिवार को प्रवेश पत्र का वितरण किया जायेगा.

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छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ से जुड़े सदस्यों ने अपनी मांगो को लेकर गुरूवार से अनिश्चितकालीन धरना पर है. धरना के दूसरे दिन में कर्मी एकजुट होकर अपनी मांगों के समर्थन में हड़ताल पर रहे. विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर दिए जा रहे धरना का नेतृत्व संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार पाण्डेय व सचिव सत्येन्द्र कुमार सिंह ने किया.

कर्मी अपनी चार सूत्री मांगो पर विवि प्रशासन के सकारात्मक कदम नही उठा जाने के बाद अनिश्चितकालीन धरना पर है.

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छपरा: जय प्रकाश विश्वविद्यालय कर्मचारी संघ से जुड़े सदस्यों ने अपनी मांगो को लेकर गुरूवार से अनिश्चितकालीन धरना कार्यक्रम शुरू कर दिया. विश्वविद्यालय के मुख्य गेट पर दिए जा रहे धरना का नेतृत्व कर रहे संघ के अध्यक्ष राजेश कुमार पाण्डेय व सचिव सत्येन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि चार सूत्री मांगो पर विवि प्रशासन ने कोई सकारात्मक कदम नही उठा पायी है. जिस कारण कर्मियों को आन्दोलन के लिए विवश होना पड़ा.

इन मांगो में पूर्व की तरह वेतनमान के साथ भुगतान करने, कर्मी रंजय कुमार सिंह का निलंबन वापस करने, कर्मियों के आकस्मिक अवकाश लेने में कोई अड़चन नहीं लगाने सहित स्थानान्तरण हुए कर्मियों को विश्वविद्यालय में वापस बुलाने की मांग शामिल है. दोनों नेताओं ने बताया कि धरना देने के पूर्व कुलसचिव डॉ बिभाष कुमार यादव से वार्ता हुई मगर वार्ता का कोई नतीजा नहीं निकला.

धरना में रंधीर कुमार यादव, आदर्श कुमार, सत्येन्द्र प्रसाद, सुनील कुमार सिंह, मंटू शर्मा, चन्दन कुमार सिन्हा, मुन्ना कुमार, शत्रुध्न राम, विवेक कुमार, प्रकाश कुमार, नीरज कुमार सिंह, अभय कुमार, उमेश ठाकुर, अखिलेश कुमार त्रिपाठी, मनोज पाण्डेय, सुभाष कुमार, कुदरत अली आदि शामिल थे.

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छपरा: जिले के माध्यमिक व उच्च माध्यमिक स्तर के शिक्षा प्रदान करने वाले प्रधानाध्यापकों को बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने 24 दिसम्बर तक विस्तारित कर दी है. विदित हो कि पहले यह तिथि 10 अक्टूबर को ही समाप्त हो गयी थी.

प्रधानाध्यापकों के आवेदन पर बोर्ड ने तिथि विस्तारित करते हुए निर्देश दिया है कि शारीरिक अनुदेशकों को भी सूची में स्थान देते हुए शिक्षकों के कॉलम में फिजिकल अवश्य अंकित करें. 24 दिसम्बर के बाद किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नही होगी.

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छपरा: SCERT ने 3 एवं 4 के प्रशिक्षणार्थियों के लिए पुनरीक्षण हेतू तिथि की घोषणा की है. विगत दिन 20.06.2016 से 25.06.2016 तक आयोजित परीक्षा में Back हो चुके परीक्षार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका का पुनरीक्षण करा सकते है.

राज्य शिक्षा शोध एवं प्रशिक्षण परिषद् के निदेशक डॉ एस ए मोईन ने पत्र जारी कर 3 और 4 सेमेस्टर में शामिल प्रशिक्षणार्थी अपनी उत्तर पुस्तिका के पुनरीक्षण के लिए आगामी 20.12.2016 से 16.01.2017 तक आवेदन कर सकते है.

पुनरीक्षण के लिए अभ्यार्थी 200 रूपये का डिमांड ड्राफ्ट, निदेशक, दूरस्थ शिक्षा, SCERT के नाम से जमा कर सकते है.

उन्होंने कहा है कि यहां पुनर्मूल्यांकन का प्रावधान नही है. पुनरीक्षण कराया जा सकता है. निर्धारित तिथि के अंतराल में परीक्षार्थी आवेदन जमा कर सकते है. उन्होंने बताया कि आवेदन के साथ जमा की जाने वाली DD विज्ञप्ति प्रकाशन तिथि के पूर्व की नही होनी चाहियें.

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छपरा: सूबे में जिविका दीदी द्वारा विद्यालयों का निरीक्षण कर शैक्षणिक गुणवत्ता, शिक्षकों की उपस्थिति, साफ़ सफ़ाई और मध्याह्न भोजन की गुणवत्ता और स्थिति की जाँच की जा रही है. उन्ही की रिपोर्ट के आधार पर शिक्षकों और विद्यालय प्रधान के ऊपर विभाग कार्रवाई करते हुए निलंबित भी किया जा रहा है. लेकिन जिविका दीदी द्वारा इस निरीक्षण का गलत फायदा उठाते हुए बिना विद्यालय के निरीक्षण के ही रिपोर्ट जमा किया जा रहा है. p1

आश्चर्य तो तब है जब छुट्टी के दिनों में ही इनके द्वारा विद्यालय का निरीक्षण कर जाँच रिपोर्ट दिया जा रहा है और उस रिपोर्ट के सत्यता की जाँच के बिना पदाधिकारी द्वारा उसे कार्रवाई के लिए हस्तांतरित कर दिया गया. 

ताज़ा मामला जिले के इसुआपुर प्रखंड का है. जहां जिविका दीदी द्वारा निरीक्षण किए गए विद्यालयों का प्रपत्र प्रखंड कार्यक्रम प्रबंधक के जरिए कार्रवाई के लिए प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को भेजा गया. p2

जिविका के बीपीएम द्वारा बीइओ को भेजें गये पत्र में कुल 5 विद्यालयों के निरीक्षण प्रपत्र संलग्न थे. जिनमे एक प्रपत्र उत्क्रमित मध्य विद्यालय चहपुरा का है. बीआरसी के अनुसार इसुआपुर प्रखंड में इस नाम का कोई विद्यालय ही नही है. हालांकि उन्होंने इस विद्यालय को उत्क्रमित मध्य विद्यालय सढ़वारा बताया गया. प्रपत्र में निरीक्षण की तिथि पेंसिल से 13 और पेन से 14 नवम्बर 2016 अंकित है जबकि उक्त दोनों ही तिथि क्रमशः रविवार और कार्तिक पूर्णिमा का अवकाश घोषित है. 

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इसके अलावे प्रपत्र के अनुसार विद्यालय में कुल 11 शिक्षकों को कार्यरत दिखाया गया है जबकि विद्यालय प्रधान के अनुसार में 

कार्यरत शिक्षकों की संख्या 10 है. वही छुट्टी, उपस्थित और अनुपस्थित शिक्षकों की संख्या कुल 15 हो जा रही है. ऐसे में जिविका दीदी के द्वारा किये जा रहे विद्यालयों के निरीक्षण पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है.

छुट्टी के दिन विद्यालयों का निरीक्षण कर प्रपत्र भरना, कार्यरत शिक्षकों की संख्या से अधिक शिक्षकों की संख्या अंकित करना और उस रिपोर्ट के सत्यता की जाँच के बिना बीपीएम द्वारा शिक्षकों के ऊपर कार्रवाई के लिए बीइओ को भेजना सभी सवालों के घेरे में आ गये है.

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छपरा: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के प्रीमियर कॉलेज राजेंद्र कॉलेज में एक नई पहल करते हुए पहली बार स्नातकोत्तर में नामांकन करने वाली छात्राओं व एससी-एसटी छात्रों का निःशुल्क नामांकन किया जा रहा है.

प्राचार्य डॉ० रामश्रेष्ठ राय ने बताया कि विश्वविद्यालय व राज्य सरकार से प्राप्त दिशा निर्देश के आलोक में कॉलेज में स्नातकोत्तर में नामांकन लेने वाले छात्राओं व एससी-एसटी छात्रों का निःशुल्क नामांकन किया जा रहा है. प्राचार्य श्री राय ने कहा कि आवेदक से यदि कोई शुल्क मांगता है तो उसकी सूचना सीधे उन्हें दे. शुल्क लेने वालों पर कार्रवाई की बात कही.                          

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