Chhapra: आगामी 2 अक्टूबर से आयोजित होने वाले बापू आपके द्वार कार्यक्रम को लेकर स्थानीय जिला स्कूल परिसर में सभी केआरपी एवं प्रखंड समन्वयकों की बैठक आयोजित की गई.

जिला कार्यक्रम पदाधिकारी साक्षरता के निर्देश पर आयोजित इस बैठक में जिला मुख्य कार्यक्रम समन्वयक संजय कुमार सिंह द्वारा आगामी गांधी जयंती के दिन प्रारंभ किए जाने वाले बापू आपके द्वार कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी दी गई.

साथ में हैं बिहार में आयोजित किए जाने वाले दहेज प्रथा, बाल विवाह को लेकर जागरूकता कार्यक्रम को लेकर भी जानकारी दी गई.

बैठक को संबोधित करते हुए राज्य स्रोत समूह के सदस्य यशवंत कुमार सिंह ने बताया कि गांधी जयंती के दिन पटना के ज्ञान भवन सभागार से माननीय मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बापू आपके द्वार कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे.

इसके लिए उस दिन वृहद तैयारियां की गई हैं. आगामी 11 अक्टूबर को जयप्रकाश जयंती के अवसर पर भी कई कार्यक्रमों की शुरुआत की जाएगी.

उन्होंने बताया कि चंपारण सत्याग्रह के 100 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में पूरे बिहार में राज्य सरकार द्वारा दहेज प्रथा एवं बाल विवाह की समाप्ति को लेकर अभियान चलाया जाएगा.

उन्होंने बताया कि जन शिक्षा निदेशालय सहित सभी विभागों द्वारा पूरे राज्य के विभिन्न पंचायतों में साक्षर भारत मिशन के प्रेरक, महादलित, अतिपिछड़ा अल्पसंख्यक वर्ग अक्षर आंचल योजना के टोला सेवक एवं तालीमी मरकज के सहयोग से घर-घर जाकर महात्मा गांधी के विचार एवं उनके कार्यों को बताया जाएगा.

उन्होंने बताया कि इस बार इस कार्यक्रम में राज्य के अंतर्गत कार्यरत सभी विभाग शामिल हैं. सभी विभागों द्वारा अपने अपने स्तर से इसकी तैयारियां शुरू कर दी गई है.

इसके अलावा जन शिक्षा निदेशालय द्वारा पपेट शो, कला जत्था द्वारा जागरुकता किया जाएगा. उन्होंने बताया कि 3 अक्टूबर से जिले में प्रचार वाहन के जरिए प्रचार प्रसार का कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा.

आधुनिक सुविधाओं से लैस डिस्प्ले वाहन के माध्यम से गांधी के विचारों एवं उनके कार्यों को आम जनमानस के बीच बताया जाएगा.

बैठक में जिले के सभी केआरपी और प्रखंड समन्वयक शामिल थे.

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Chhapra: शहर के सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मुरारी सिंह समेत 21 शिक्षकों को केंद्रीय राज्य शिक्षा मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा और बिहार
सरकार के शिक्षा मंत्री कृष्ण नंदन वर्मा ने संयुक्त रूप से सम्मानित किया.

शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में प्राइवेट स्कूल एण्ड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन के सौजन्य से किया गया था. 

विद्यालय के सभी बच्चों, शिक्षकों और कर्मचारियों की उपस्थिति में विद्यालय के निदेशक हरेन्द्र सिंह ने विद्यालय की प्रगति पर प्रकाश डालते हुये कहा कि विद्यालय को इस मुकाम पर पहुँचाने में सभी सदस्यों का सहयोग है साथ ही उन्होंने सम्मानित होने वाले सभी शिक्षकों और प्राचार्य का खुले मंच से अभिनंदन किया.

इस अवसर पर उन्होंने कहा कि समय के अनुसार छात्र एवं छात्राओं की सुरक्षा और उनके बीच सद्भाव बनायें रखने के लिये विद्यालय के सभी सदस्यों को प्रत्येक क्षण तत्पर रहना चाहिये साथ हीं बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिये सकारात्मक सोच रखनी चाहिए. यह सम्मान छपरा शहर और विद्यालय के लिये गर्व का विषय है.

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Patna: सरकारी विद्यालयों में कार्यरत नियोजित शिक्षक जो दक्षता परीक्षा में तीन बार फेल हो चुके है उन शिक्षकों को सूची बद्ध किया जाएगा.

शिक्षकों की सूची बनाने को लेकर शिक्षा विभाग ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को पत्र भेजते हुए रिपोर्ट की मांग की है.

जिलों से मांगा गया है कि शिक्षक कब-कब परीक्षा में फेल हुए, इसके बाद उन्हें हटाने की तिथि क्या है. इन शिक्षकों की सूची 5 अक्टूबर तक उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है. सूची आने के बाद जो शिक्षक अबतक नहीं हटाए गए हैं उन्हें हटाया जा सकता है.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय द्वारा राजेंद्र कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य पद पर राजनीति विज्ञान विभाग के वरिष्ठ अध्यापक प्रो सरोज कुमार वर्मा की नियुक्ति पूरी तरह से विधि संम्बत और प्रधानों के अनुकूल है. प्रो सरोज कुमार वर्मा सामाजिक विज्ञान संकाय के एकमात्र प्रोफेसर हैं और उनकी छवि निर्विवाद रुप से एक योग्य और ईमानदार शिक्षक की रही है. उक्त बातें विश्वविद्यालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कही गयी है.

विश्वविद्यालय से जारी विज्ञप्ति में कहा गया है कि निगरानी के एक मामले में वह एक आरोपी अवश्य है. लेकिन यह मामला अभी विचाराधीन है और उन्हें किसी भी मामले में अभियुक्त नहीं ठहराया गया है. इसी आधार पर विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें निलंबित किया गया था. परंतु महामहिम कुलाधिपति के न्यायिक निर्णय द्वारा आदेश को ना केवल निरस्त किया गया. बल्कि इसे विश्वविद्यालय अधिनियमों का उल्लंघन और प्राकृतिक न्याय के विरुद्ध बताया गया. विश्वविद्यालय नियमों पर पूरी सुचिता के साथ चलने को प्रतिबद्ध है और इस पर किसी भी दबाव पर करने के लिए बाध्य नहीं है.

प्रो सरोज कुमार वर्मा शिक्षक के रुप में अपना दायित्व पिछले 37 साल से पूरी निष्ठा के साथ निभाते आए हैं और विश्वविद्यालय में कई प्रशासनिक पदों पर भी उन्हें जिम्मेवारी सफलता पूर्वक निभाई है.

आपको बता दें कि डॉ सरोज वर्मा को प्रभारी प्राचार्य बनाये जाने के बाद से कुछ छात्र संगठनों के द्वारा इसका विरोध किया गया था.

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Chhapra: सेंट्रल पब्लिक स्कूल में ज़िला स्तरीय बाल विज्ञान  कांग्रेस ज़िला के तकरीबन 60 विद्यालयों के बाल वैज्ञानिकों ने प्रतियोगिता में भाग लिया. कार्यक्रम का उद्घाटन जय प्रकाश विश्वविद्यालय के प्रो VC, ज़िला शिक्षा पदाधिकारी राजकिशोर सिंह, राजा जी राजेश, वरिष्ठ पत्रकार डॉ एच के वर्मा, रोटरी क्लब की प्रेसिडेंट, CPS के निदेशक हरेन्द्र सिंह और दिल्ली से आए वज्ञानिक डॉक्टर. रत्नेश कुमार सिंह ने संयुक्त रूप से द्वीप प्रज्जलित कर किया.

अतिथि ने संबोधित करते हुए कहा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में छिपी प्रतिभा को तराशने का काम करती है. इन प्रतिभागियों का उपयोग भविष्य में राष्ट्रीय हित में होता है.

प्रतियोगिता में विभिन्न निजी और सरकारी विद्यालयों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया और अपनी प्रतिभा प्रदर्शित किया.

प्रतियोगिता के बाद 10 का प्रोजेक्ट सलेक्ट किया गया जो निम्न है:-

अनिमेश- CCS
रंजन्या- CCS
श्रेया सत्संगी- CCS
अभिराज- बी सेमनारी
तनु प्रिया- CPS
स्नेहा- BKKG
अनिकेत कुमार- नैनी
शुभम कुमार- बी सेमिनरी
कुमारी श्रेया- एकमा
अनुप्रिय- दाउदपुर.

धन्यवाद ज्ञापन ज़िला समन्यवक मनोज कुमार ने किया.

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Chhapra: जिले में प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चों की परीक्षा लेने की तैयारी शिक्षा विभाग कर रहा है. विगत अप्रैल माह से सितंबर माह तक की गई पढ़ाई के आधार पर सभी बच्चों का मूल्यांकन विभाग द्वारा किया जाएगा

शिक्षा विभाग द्वारा मूल्यांकन को लेकर तिथि की घोषणा कर दी गई है. साथ ही साथ मूल्यांकन के लिए तिथि वार विषय का शेड्यूल भी जारी कर दिया गया है.जिसके आधार पर प्राथमिक एवं मध्य विद्यालय के शिक्षक बच्चों का मूल्यांकन परीक्षा लेंगे.

लेकिन सबसे बड़ी अचरज की बात यह है कि आखिर विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चे बिना किताब पढ़ें मूल्यांकन परीक्षा में कैसे शामिल होंगे.

अगर बच्चें भाग भी लेते हैं तो वह अपनी उत्तर पुस्तिकाओं में प्रश्न का उत्तर क्या लिखेंगे ?

सरकारी प्राथमिक एवं मध्य विद्यालयों में वर्ग एक से पांच लेकर 5 तक तथा 8 तक अप्रैल माह से छात्र छात्राएं अध्ययनरत हैं.

एक एक माह के इंतेजार के बाद 6 माह बीत जाने के बाद भी अब तक बच्चों का बच्चों को पाठ्यपुस्तक नहीं मिल पाई है.
बिना किताबों के ही बच्चें 6 माह से पढ़ाई कर रहे है.

शिक्षा विभाग ने आगामी 5 अक्टूबर से 11 अक्टूबर तक छात्र छात्राओं की वार्षिक मूल्यांकन परीक्षा की तिथि निर्धारित की है.

इसके लिए विषय की समय सारणी भी जारी कर दिया गया है.बिना किताब पढ़ें ही बच्चें इस परीक्षा में शामिल होकर अपनी उत्तर पुस्तिका में क्या लिखेंगे यह समझ से पड़े है.

लेकिन इतना तो तय है कि 5 अक्टूबर से आयोजित मूल्यांकन परीक्षा में शिक्षा विभाग की व्यवस्था की पोल खुल जाएगी.

सूबे की इस शैक्षणिक व्यवस्था से बच्चों का भविष्य कितना उज्जवल हो पाएगा यह सरकार और अधिकारियों के सोचने का विषय है.

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् ने बुधवार को एक दिवसीय नगर अभ्यास वर्ग का आयोजन किया. अभ्यास वर्ग में 1 अगस्त से 31 अगस्त तक चले सदस्यता अभियान के दौरान संगठन से जुड़े नए छात्रों को संगठन के बारे में बताया गया.

संग़ठन के संरचना व सिद्धान्तों से अभाविप जय प्रकाश विश्वविद्यालय प्रमुख रविरंजन श्रीवास्तव ने छात्रों को अवगत करवाया. वहीं अभाविप बिहार प्राँत के प्रदेश कार्यसमिति सदस्य आशुतोष कुमार रितेश ने संगठन के कार्यपद्धति से छात्रों को अवगत कराया. छात्रों में राष्ट्रभक्ति की प्रेरणा को जागृत करने हेतु राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक राजा राम ने छात्रों को संबोधित किया और देश व राष्ट्रहित में कार्य करने हेतु प्रेरित किया.

नगर इकाई का हुआ गठन
अभ्यास वर्ग के सत्रों के समापन के पश्चात अभाविप के नगर इकाई का गठन किया गया. जिसकी घोषणा अभाविप बिहार के प्रदेश अध्यक्ष प्रो• डॉ• कुमार मोती ने की व नगर इकाई का अभिवादन प्रदेश कार्यसमिति सदस्य नवलेश सिंह ने किया.

नवगठित नगर इकाई
नगर अध्यक्ष डॉ• राजेश सिंह (प्राध्यापक जगदम महाविधालय, रासायन शास्त्र) वहीं नगर मंत्री प्रतीक कुमार को बनाया गया. इसके अलावा नगर उपाध्यक्ष जागो चौधरी, प्रमोद कुमार, नीलू सिंह, नगर के सह मंत्री निशा सिंह, अपूर्व भारद्वाज, हर्षवर्धन सिंह, अमन कुमार, दीपक मधेसिया, नगर छात्रा प्रमुख शिवांगी कुमारी, जिला छात्रा प्रमुख सुष्मिता कुमारी, SFD प्रमुख चंदन सिंह, संस्कृति एवं खेल प्रमुख समीक्षा कुमारी, कार्यालय मंत्री वेदांशु कुमार, कोषाध्यक्ष राजा बाबू वहीं बिट्टू सिंह, रंजीत कुमार, सुबोध कुमार, अजित कुमार, साक्षी कुमारी, चांदनी कुमारी, पूजा कुमारी को नगर कार्यसमिति सदस्य बनाया गया.

कार्यक्रम में मुख्य रूप से रितेश रंजन, बंशीधर कुमार, रवि पाण्डेय, राजा बाबू, अभिषेक शर्मा, सिद्धि कुमारी, कविता कुमारी, अमृता कुमारी, सुष्मिता कुमारी, कुमार सौरभ, छोटू पाण्डेय, प्रहलाद कुमार, दीपक कुमार, संतोष कुमार,आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थें.

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Chhapra: महामहिम राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी भाषण दे रहे थे इस दौरान विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में दो बार लाइट कट गयी. लाइट कटते ही विश्वविद्यालय के अधिकारी समझ नही पाए कि आखिर यह क्या हुआ.

लाइट तकनीकी गड़बड़ी के कारण कटी थी. लगभग 5 मिनट के बाद लाइट आयी तब जाकर राज्यपाल ने अपना भाषण पूरा किया.

इसके बाद राज्यपाल अपना भाषण खत्म करने ही वाले थे कि एक बार फिर से बिजली कट गई. इस स्थिति के बाद विश्वविद्यालय की तैयारियों की पोल महामहिम के समक्ष खुल गयी.

 

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Chhapra (Surabhit Dutt): राजेन्द्र कॉलेज में आयोजित दो दिवसीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र को विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में कवर करने पहुंचे पत्रकारों को विश्वविद्यालय की व्यवस्था के कारण काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.

उद्घाटन सत्र में महामहिम राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी के आगमन को लेकर सुरक्षा कड़ी की गई थी. मुख्य गेट पर उपस्थित सुरक्षा कर्मियों ने मीडियाकर्मियों से इंट्री पास दिखाने की मांग की. जबकि विश्वविद्यालय द्वारा ऐसी कोई व्यवस्था नही की गई थी.

मौके पर मौजूद पत्रकारों ने इसकी शिकायत विश्वविद्यालय के पीआरओ प्रो. डॉ. केदार नाथ से की. जिसके बाद उन्होंने तुरंत इसकी व्यवस्था की. जिसके बाद पत्रकारों को सीनेट हॉल में प्रवेश मिल सका.

विश्वविद्यालय के इस रवैये से पत्रकारों को हुई असुविधा का जिक्र कुलपति डॉ हरिकेश सिंह ने अपने स्वागत भाषण में भी किया. उन्होंने इस विषय पर पत्रकारों से माफी भी मांगी.

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Chhapra (Surabhit Dutt): देश के पहले राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेन्द्र प्रसाद के नाम से सुशोभित राजेन्द्र कॉलेज के द्वारा ऐसा आयोजन काफी महत्वपूर्ण है. उक्त बातें महामहिम राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के अवसर पर राजेन्द्र कॉलेज के द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार के उद्घाटन सत्र को विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में संबोधित करते हुए कही.

राज्यपाल ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय प्रखर वैचारिक नेता थे, आधुनिक भारत के ऋषि तुल्य नेता थे. दीनदयाल जी ने एकात्म मानववाद का सिद्धांत दिया था.

उन्होंने कश्मीर समस्या पर बोलते हुए कहा कि हमे भारत के संविधान की प्रस्तावना को ध्यान में रखना होगा. संविधान में सभी को साथ लेकर चलने की बाते कही गयी है. कश्मीर की स्थिति थोड़ी अलग हो गयी है. कश्मीर की ऐसी स्थिति क्यों हुई, क्या वहां विकास नही हुआ, क्या युवाओं को रोजगार नही मिला, ऐसी स्थिति में देश का बटवारा धर्म के आधार पर हुआ हो या न हुआ हो पर कश्मीर में धार्मिक उन्माद ऐसा करा रहा है.

कश्मीर में छोटे से छोटे बच्चों के अंदर भी हिंदुस्तान के खिलाफ बातें भरी जा रही थी. उन्होंने कहा कि कश्मीर में राष्ट्र विरोधी भावना पैदा की जा रही है. समय से सख्ती से नही निपटा गया तो अलगाववाद की व्यवस्था बढ़ेगी.

उन्होंने कहा कि देश को अखंड रखने के लिए कश्मीर की समस्या को निपटाने की जरूरी है. देश के हर प्रदेश की समस्या का निदान वहां की परिस्थिति के अनुसार की जानी चाहिए. दिनदयाल उपाध्याय के एकात्म मानववाद की परिकल्पना पर सभी को आगे बढ़ना चाहिए.

क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त जी ने कहा कि कश्मीर मुद्दा अत्यंत ही ज्वंलत मुद्दा है और इस पर यह संगोष्ठी आयोजित है जो महत्वपूर्ण है. उन्होंने पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जीवनी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि उन्होंने संघ को अपना जीवन समर्पित कर दिया. उन्होंने संचार और विचार तपस्या दी थी. पंडित जी ने आचरण तपस्या भी की.

उन्होंने कहा कि कश्मीर के कुछ इलाकों में ही समस्या है. कश्मीर के अंदर समस्या है जिसका चिंतन होना चाहिए. कश्मीर को लेकर देश मे कई भ्रम है. देश के आज़ाद होने के बात जिस प्रकास सभी रियासतों का भारत मे विलय हुआ उसी प्रकार कश्मीर का भी हुआ तो जम्मू कश्मीर अलग कैसे है. जम्मू कश्मीर का विलय पूर्ण है कोई अधूरा पन नही है. जम्मू कश्मीर के बिना भारत अधूरा है, भारत का भाल है, कश्यप ऋषि की भूमि है. इसके सुरक्षा के लिए हम सभी को चिंतित रहने की जरूरत है.

उन्होंने कहा कि कश्मीर के अंदर विष बाकी है, धारा 370 की बाते चलती है. आज कश्मीर की बेटी दूसरे राज्य के युवक से शादी करना चाहती है तो उसको अपने पिता की संपत्ति को छोड़ना होगा, पर पाकिस्तानी नागरिक से शादी करने पर वे कश्मीर में आकर राह सकता है.

पलायन कर गए कश्मीरी पंडित
लाखो की संख्या में कश्मीरी पंडितों को भगा दिया गया. ऐसे सभी बातों पर विमर्श अगले दो दिनों में होगा. मौजूद दौर में बड़े आतंकवादियों को सेना ने मारा है जिसके बाद उन्होंने रणनीति बदली है अब पत्थरबाजी कर रहे है.

जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग
उन्होंने कहा कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न अंग रहा है और रहेगा. भारत का विभाजन धर्म के आधार पर नही हुआ इस लिए कश्मीर किसी भी तरह से पाकिस्तान में नही जाना चाहिए. यहाँ के महाराजा हरि सिंह ने भारत में विलय किया.

देश भक्ति का भाव जगे
सभी पहलुओं में देश भक्ति सबसे बड़ी है. देश भक्ति का भाव जागे जो जरूरी है.

भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सांसद नित्यानंद राय ने कहा कि बिहार में बैठ कर कश्मीर के विषय पर बाते कर रहे है. ऐसे ही देश एक होगा. आज देश का हर नागरिक सम्पूर्ण देश के लिए सोच रहा है.

सभा को संबोधित करते हुए भाजपा शिक्षा प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ सुधाकर सिंह ने कहा कि विश्वविद्यालय के कुलपति का छात्र रहा हूँ. अपनी शैक्षणिक और गुरु परंपरा को आगे ले जाने का सदा प्रयास करता हूँ.

इस अवसर पर इतिहास विभाग के स्मारिका का विमोचन कुलाधिपति ने किया. धन्यवाद ज्ञापन प्रतिकुलपति प्रो.डॉ. अशोक कुमार झा ने किया.

इसके पूर्व आगत अतिथियों का स्वागत गान और बुके, मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया.

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Chhapra: जय प्रकाश विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया.

सेमिनार का उद्घाटन बिहार के महामहीम राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी ने दीप प्रज्जवलित कर एवं जय प्रकाश नारायण के तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया.

विश्वविद्यालय के सीनेट हॉल में आयोजित इस समारोह में बतौर मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित महामहीम राज्यपाल का स्वागत विश्वविद्यालय के कुलपति हरिकेश सिंह ने किया.

जय प्रकाश विश्वविद्यालय के अंगीभूत राजेन्द्र महाविद्यालय छपरा के तत्वाधान में यू जी सी द्वारा प्रायोजित दो दिवसीय सेमिनार का विषय ‘कश्मीर समस्या : एक विमर्श’ रखा गया है.

संगोष्ठी में बतौर वक्ता क्षेत्रीय प्रचारक रामदत्त जी, संगठन मंत्री नागेंद्र प्रसाद के अलावे बिहार भाजपा प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय उपस्थित है.

 

समाचार लिखे जाने तक कार्यक्रम चल रहा हैं…

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Chhapra (Santosh kumar Banti ): समाज की सेवा सबसे बड़ा धर्म है और सच्चे मन से की गई सेवा का प्रतिफल स्वयं मिल जाता है.


सेवा कार्यो के लिए सारण की धरती एक बार फिर गौरवान्वित हुई है.वर्ष 2016-17 के लिए सारण की धरती के लाल रंजीत कुमार को राष्ट्रपति भवन में आगामी 25 सितम्बर को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार के लिए रंजीत के नाम के चयन पर एनएसएस से जुड़े सभी छात्र-छात्राएं हर्षित हैं. सभी स्वयंसेवकों ने इस सम्मान की घोषणा के साथ ही रंजीत को शुभकामनाएं दी.

लगातार यह पांचवा वर्ष होगा जब जयप्रकाश विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक को राष्ट्रपति पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.

इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2017 की घोषणा किए जाने के बाद राष्ट्रीय सेवा योजना के जगदम कॉलेज इकाई के स्वयंसेवक रंजीत कुमार से छपरा टुडे डॉट कॉम के संतोष कुमार बंटी ने बातचीत की.

शहर से 7 किलोमीटर दूर सदर प्रखंड के मेंहियां गांव निवासी रामबाबू प्रसाद और सरिता देवी के पुत्र रंजीत अवार्ड के लिए चयन के बाद काफी उत्साहित हैं.

रंजीत बताते हैं कि बचपन से ही उनके अंदर समाज की सेवा करने की ललक थी. दूसरों को समाज की सेवा करते देख मन की जागृत भावना के कारण ही वह राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े.

प्रारंभिक स्तर पर गांव के ही उत्क्रमित मध्य विद्यालय मेंहियां में पांचवी, फिर मध्य विद्यालय महमदा से आठवीं की शिक्षा लेने के बाद वह दसवीं की पढ़ाई के लिए लक्ष्मी नारायण ब्राम्हण उच्च विद्यालय छपरा और 12वीं की पढ़ाई के लिए वर्ष 2012 में विश्वेश्वर सेमिनरी के छात्र बने.

दसवीं की परीक्षा पास करने के बाद उनका सपना था कि वह जगदम महाविद्यालय के छात्र बने. महाविद्यालय में किए जाने वाले शैक्षणिक एवं सामाजिक गतिविधियों के कारण उनका आकर्षण इस महाविद्यालय के प्रति प्रारंभ से था. वर्ष 2012 में इंटर परीक्षा पास करने के बाद जगदम महाविद्यालय में गणित प्रतिष्ठा विषय में स्नातक छात्र बनने के साथ ही उनकी कल्पना ने मूर्त रूप पाया और इसी के साथ शुरू हुआ समाज सेवा का कार्य.

एनएसएस स्वयंसेवक बनने के लिए 2012 में आयोजित परीक्षा में रंजीत ने दूसरा स्थान हासिल किया. तब से अब तक वह एनएसएस के सक्रिय सदस्य के रूप में जाने जाते हैं.

तीन भाई बहन में सबसे बड़े रंजीत का समाज सेवा में सराहनीय योगदान रहा है.

दहेज प्रथा, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छता और पोलियो के साथ जनमानस के लिए जरूरी साक्षरता कार्यक्रम एवं उनके क्रियान्वयन में उनका योगदान सराहनीय है.

रंजीत गांव के ही बस्ती में ‘फेस ऑफ फ्यूचर इंडिया’ से जुड़कर छात्रों के बीच निःशुल्क शिक्षा का दान करते हैं. जिससे कि वह समाज की दिशा और दशा दोनों बदल सके. ‘एक घंटा देह को और एक घंटा देश को’ इसी लक्ष्य के साथ एक स्वच्छ, शिक्षित समाज की स्थापना करना ही रंजीत का लक्ष्य है.

आईजी एनएसएस अवॉर्ड की घोषणा पर एनएसएस के पूर्व समन्वयक सेवानिवृत डॉक्टर विद्यावाचस्पति त्रिपाठी ने रंजीत को अपनी शुभकामनाएं देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना की हैं.

इसके अलावा जेपी विश्वविद्यालय के आईजी अवार्ड विनर प्रवीण कुमार, रितु राज, मंटू कुमार यादव, प्रीति कुमारी, स्वयसेवक मंकेश्वर पंडित और प्रिंस कुमार ने भी अपनी शुभकामनाएं दी हैं.

बताते चलें कि आगामी 25 सितंबर को राष्ट्रपति भवन में महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद द्वारा समाज सेवा में उत्कृष्ट कार्य करने वाले राष्ट्रीय सेवा योजना से जुड़े देश के 30 स्वयंसेवकों को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार 2017 से सम्मानित किया जाएगा.

पुरस्कार को लेकर जयप्रकाश विश्वविद्यालय की ओर से 4 स्वयंसेवकों का चयन किया गया था जिसमें से राज्य कार्यालय द्वारा दो स्वयंसेवक का चयन कर दिल्ली कार्यालय भेजा गया था. जहां से अंतिम रूप से बिहार में कुल 2 स्वयंसेवक का चयन इस पुरस्कार के लिए किया गया है.

जिसमें पटना के अनुग्रह नारायण सिंह महाविद्यालय के छात्र नीरज कुमार और जयप्रकाश विश्वविद्यालय के जगदम महाविद्यालय के छात्र रंजीत कुमार शामिल हैं.

इसके पूर्व जयप्रकाश विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवक

मोहम्मद जहांगीर को 2008 में,

प्रवीण कुमार को 2013 में,

ऋतुराज को 2014 में,

मंटू कुमार यादव को 2015 में और

प्रीति कुमारी को 2016 में सम्मानित किया जा चुका है.

www.chhapratoday.com की ओर से NSS स्वयंसेवक रंजीत कुमार को राष्ट्रपति पुरस्कार के लिए चयन पर हार्दिक बधाई.

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