Chhapra: अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था शुक्रवार को रवाना हुआ. पहले जत्थे में 605 अमरनाथ यात्री शामिल है.

शिव भोला शंकर वैलफेयर क्लब की छपरा शाखा के अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया कि क्लब के तत्वावधान में प्रत्येक साल श्रद्धालुओं को अमरनाथ यात्रा पर भेजा जाता है. उन्होंने बताया कि इस अवसर पर अमरनाथ यात्रियों की सुविधा के लिए दवा, बिस्कुट, विक्स, वैसलीन, मिठाई, फल, भुजा,चाकलेट, टी-शर्ट, टोपी, गमछा, ग्लूकोज, लस्सी, पीने का पानी, सत्तु, नींबू, खाने का पैकेट आदि सामानों का वितरण संस्था द्वारा किया गया.

उन्होंने बताया इस जत्था का नेतृत्व पप्पू चौहान तथा राजेश रीबॉक कर रहे है. स्टेशन परिसर में भव्य भंडारा का आयोजन भी संस्था के द्वारा किया गया. ट्रेन के छः घंटे विलम्ब से चलने की वजह से अमरनाथ यात्रियों को काफी परेशानीयों का सामना करना पड़ रहा है.
स्टेशन परिसर हर हर महादेव, बोल बम, बर्फानी बाबा की जय, जय भोले, हर हर बम बम के नारों से गुंजायमान हो उठा.

इस अवसर पर अमित कुमार, मन्टु बाबा, सुधीर कुमार सिंह, लाल बाबू राय, दिलीप कुमार, मेयर प्रिया देवी आदि ने अमरनाथ यात्रियों को सफल यात्रा की शुभकामना दी तथा सराहनीय सहयोग किया.

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Chhapra: शिव भोला शंकर वेलफेयर क्लब छपरा के तत्वावधान में अमरनाथ यात्रियों द्वारा मोटरसाईकिल रैली का आयोजन किया गया.

क्लब के छपरा शाखा के अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने रैली का नेतृत्व किया. उन्होंने बताया कि रैली साहेबगंज चौक से प्रारंभ होकर सोनारपट्टी चौक, करीमचक, कटहरी बाग, गाँधी चौक, मौना फाटक, मौनाचौक, सलेमपुर चौक, नगर पालिका चौक, थानाचौक, नारायण चौक, दहियावां, रामराज्य चौक, मलखाना चौक, हॉस्पिटल चौक, नई बाजार, कटरा, रतनपुरा, नबीगंज, ब्रह्मपुर, गुदरीबाजार, श्यामचक, भगवानबाजार, दारोगाराय चौक, बस स्टैंड, श्री नन्दन रोड, म्युनिसिपल चौक, जोगिनियां कोठी, कचहरी स्टेशन, साढ़ारोड, मौनाचौक होते हुए सोनार पट्टी स्थित दुर्गा मंदिर में पूजा अर्चना कर समाप्त किया गया.

इस अवसर पर सोनारपट्टी स्थित दुर्गा मंदिर में भव्य भंडारे का भी आयोजन किया गया. जिसमें सैकड़ो शिव भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया. मोटर साईकिल रैली का स्वागत शहर में जगह-जगह हुआ और अमरनाथ यात्रियों का उत्साहवर्धन किया गया.

शिव भक्तों द्वारा हर हर महादेव, हर हर बम बम, अमरनाथ बाबा की जय, जय बर्फानी बाबा के नारों से शहर को गुंजायमान कर दिया. श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया 605 अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था 29 जून को अमरनाथ एक्सप्रेस से जाएगा.

इस अवसर पर सचिव पप्पू चौहान, राजेश कुमार रिबाॅक, अमित कुमार, सिपु कुमार, धन्नु जी, दिलीप चौरसिया, दिनेश कुमार, मुन्नू सिंह, राकेश जायसवाल भोली जी, किशन गुप्ता, सिध्दार्थ अग्रवाल, बाबू भाई, गुड्डू जी, मोहन जी, मधु सखा दास, विनय सिंह, प्रो•पारस नाथ सिन्हा आदि ने विशेषकर सहयोग किया.

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Chhapra: अमरनाथ यात्रा के लिए 29 जून को सारण के यात्रियों का जत्था रवाना होगा. शिव भोला शंकर वेलफेयर क्लब के छपरा शाखा के तत्वावधान में अमरनाथ यात्रियों द्वारा नगर भ्रमण (मोटर साईकिल रैली) 24 जून रविवार को किया जाएगा.

 

क्लब के छपरा शाखा के अध्यक्ष श्याम बिहारी अग्रवाल ने बताया नगर भ्रमण में लगभग एक सौ आठ मोटरसाईकिल द्वारा अमरनाथ यात्री नगर भ्रमण करेंगें. नगर भ्रमण का शुभारम्भ साहेबगंज चौक शिव मंदिर में पूजा अर्चना कर किया जाएगा. अमरनाथ यात्रियों का पहला जत्था 29 जून और दूसरा 15 जुलाई को जाएगा.

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नई दिल्ली: देश में आज ईद का जश्न मनाया जा रहा है. ईदगाह में ईद की नमाज अता की गई. नमाज के बाद लोगों ने गले मिलकर एक-दूसरे को ईद की बधाई भी दी.

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी ट्वीट कर देशवासियों को ईद की बधाई दी. 

महीने भर के रोजे रखने के बाद ईनाम के तौर पर आई है ईद. चांद दिखने के साथ ही खरीदारी का दौर देर रात तक चला. बाजार रातभर गुलजार रहे. ईद की रौनक के चलते पूरा इलाका रौशन रहा. बाजार समेत पुरानी दिल्ली के बाजारों में हर समय ग्राहकों की भीड़ लगी रही.

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Chhapra: ईद का त्योहार देश भर में धूम धाम से मनाया जा रहा है. सुबह मुस्लिम समाज के लोगो ने ईद की नमाज अदा की और अमन चैन की दुआ मांगी.

सुबह से ही ईदगाह में लोगों का जुटना शुरू हो गया था. नमाज अदा करने के बाद लोगों ने एक दूसरे को बधाइयाँ दी. ईद का त्योहार अमन, चैन और आपसी सौहार्द का सन्देश देता है.

सुबह से ही ईद का उल्लास
सुबह से ही नमाजियों का पहुंचना शुरू हो गया. बड़े, बूढ़े-बच्चे सभी नए-नए कपड़े पहन कर मस्जिद और ईदगाह पहुंचे. बच्चों में ईद को लेकर कुछ ज्यादा ही उत्साह है. ईद की पवित्र नमाज के बाद उन्हें ना सिर्फ ढ़ेर सारे लजीज पकवानों का इंतजार रहता है बल्कि ईदी की भी चाहत रहती है.

सुरक्षा को लेकर पुख्ता बंदोबस्त 

सारण जिले में ईद के अवसर पर प्रशासन ने सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किये है. असामाजिक तत्वों पर नजर रखी जा रही है. गड़बड़ी करने वालों को गिरफ्तार करने के आदेश जारी किये गए है. ईद की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को शहर में पुलिस ने फ्लैग मार्च भी किया था.

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Chhapra: समाज के हर पहलु को बांधकर एक सूत्र में ले चलने का कार्य जो रोट्रेक्ट क्लब अॉफ सारण सिटी कर रही है. वास्तव में सामाजिकता का एक बेमिसाल उदाहरण है. ये बाते कही रोटरी सारण के संस्थापक अध्यक्ष रोटेरियन श्याम बिहारी अग्रवाल ने. मौका था रोट्रेक्ट क्लब अॉफ सारण सिटी द्वारा आयोजित दावत ए इफ्तार कार्यक्रम का. इस दौरान क्लब के सदस्यों के साथ रोटरी सारण के सदस्यों ने भी इस इफ्तार कार्यक्रम में हिस्सा लिया.

इस दौरान सचिव टुन्ना कुमार सिंह ने कहा कि आपसी सद्भाव को कायम रखने के लिए हमने आज इस कार्यक्रम का आयोजन किया है. इस दौरान रोट्रेक्ट सारण सिटी के अध्यक्ष निकुंज कुमार, उपाध्यक्ष सुधांशु कश्यप, कोषाध्यक्ष उज्ज्वल रमण, आसिफ हयात, मो० आमिल, महताब आलम, अभिषेक श्रीवास्तव, मो० इरफान, निरव कुमार, विनीत कुमार, अनिल कुमार, विनीत कुमार सिंह, मो० साहेब तथा रोटरी सारण से सचिव सुरेंद्र गुप्ता, राजेश फैशन,पंकज कुमार तथा मो० मुख्तार,मकबूल आलम उपस्थित थें.

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Chhapra: डोरीगंज के चिरांद स्थित बंगाली बाबा घाट पर जयेष्ठ पूर्णिमा के अवसर पर गंगा महाआरती का आयोजन किया गया. चिरांद विकास परिषद् की ओर से आयोजित कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए संत गांगेय जी ने आरती देखने आये लोगो से गंगा मैया की वर्तमान स्थिति को देखने, सोचने का आह्वान किया. उन्होंने गंगा का सम्मान करने वाले लोगो से गंगा में गंदगी ना फेकने का आह्वान किया.

उन्होंने कहा कि गंगा मैया को आरती से ज्यादा चिकित्सा की जरूरत है. गंगा मैया तीन देवताओ का दर्शन कराती है. बृह्मा, शिव और विष्णु का आशीर्वाद गंगा में स्नान के साथ मिलता है. जहाँ जल है वही जीवन है. जो नदियों के जल को बांधता है वह असुर कहलाता है. नदियों का संबंध उसके जल प्रवाह से होता है.

घाटों से नदियों का कोई संबंध नही है लेकिन हम घाटों की चक्कर मे पड़े है. गंगा को लेकर शत प्रतिशत घोटाला हुआ है. नदियों में प्रवाह नही हुआ तो आखिर पैसा कहा लगा.

भगीरथ की पांच पीढ़ी गंगा को लाने के लिए मिट गयी और वर्तमान में इसके नाम पर घोटाला हो गया. अगर गंगा नही संभाली गयी तो यह चीन में चली जायेगी.

गंगा पर परियोजना बने लेकिन उसमें प्रवाह हो, नांद हो, तभी उसका संरक्षण होगा. आज गंगा नहाने लायक नही है. कभी डाक से गंगा का पानी मो तुगलक के पास जाता था. कभी गंगा पवित्र्तता के लिए जानी जाती थी आज वह नहाने लायक नही है.

उन्होंने धर्मांतरण को रोकने की जरूरत जताई. नागालैंड, मिजोरम, अरुणाचल प्रदेश में जाकर हिन्दू धर्म का प्रचार हम नही कर रहे है. गंगा की दयनीय स्थिति पर विचार हो तब जाकर गंगा की पूजा करें.

पूर्व विधायक ज्ञान चंद्र मांझी ने चिरांद के लिए मंत्री से मुक्ति धाम की मांग की. वही एमएलसी से सड़क की मांग की. घाट, लाइट की मांग, पर्यटन स्थल बनाने, पर्यटन विभाग से गंगा आरती करने, पर्यटन भवन निर्माण, पहुंच पथ आदि की मांग की.

विधान पार्षद ई सच्चिदानंद राय ने रामायण सर्किट में अहिल्या मुक्ति स्थान रिविलगंज को शामिल करने की मांग की. वही जय प्रकाश विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरिकेश सिंह ने कहा कि सारण की आध्यात्मिक और राजनीतिक परिपथ को जोड़कर विकास का आधार रखी जा सकती है. इनके लिए सबो को प्रयास करने की जरूरत है. चिरांद में शोध संस्थान की मांग महेश शर्मा से करने की बात कही.

इस अवसर पर परिषद् के संरक्षक श्री श्री 108 नागा बाबा, अमनौर विधायक शत्रुघ्न तिवारी उर्फ चोकर बाबा, छपरा विधायक डॉ सीएन गुप्ता, रामदयाल शर्मा, राकेश कुमार सिंह, जयराम सिंह, कृष्णकांत ओझा, श्रीराम तिवारी समेत कई गणमान्य लोग उपस्थित थे.

इसके बाद काशी से आचार्य राजेश कौशिक के नेतृत्व में आए 27 बटुको ने गंगा महाआरती की. मां गंगा के किनारे हर हर महादेव शंभु काशी विश्वनाथ गंगे… का सुर और महाआरती का अलौकिक दृश्य श्रद्धालुओं को अद्भुत अहसास करा रही थी. भारी संख्या में श्रद्धालु महा आरती को देखने पहुंचे थे

गंगा महाआरती के आयोजन का इस साल 11 वर्ष पूरे होने पर इसे भव्य से भव्यतम रूप देने की कोशिश चिरांद विकास परिषद् ने की थी.

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जम्मू : अत्यधिक गर्मी के कारण बुधवार को माता वैष्णों देवी के समीप जंगलो में आग लग गयी. आग लगने के कारण तत्काल प्रभाव से वैष्णों देवी के दर्शन की यात्रा को रोक दिया गया है. वही दमकल विभाग और सेना के द्वारा आग को बुझाने के प्रयास किये जा रहे है.

स्थानीय लोगो के अनुसार तेज गर्मी के कारण आग ने कुछ ही देर में त्रिकुटा के जंगलों के एक बड़े हिस्से को अपनी चपेट में ले लिया है. यह आग भवन के नजदीक बताई जा रही है. आग के कारण हजारों श्रद्धालु यात्रा के बीच में ही फंस गए हैं.

जंगलो में लगी आग को हेलीकॉप्टरों की मदद से बुझाने की कवायद की जा रही है.आग बुझाने के लिए वायुसेना के हेलीकॉप्टरों की मदद ली जा रही है. वायुसेना के अलावा एनडीआरएफ, दमकल विभाग और अन्य विभाग के कर्मचारियों को आग पर काबू पाने के लिए लगाया गया है.

देर शाम तक आग पर काबू नहीं पाया जा सका था.उधर माता के भवन की ओर जाने वाले बैट्री-रिक्शाओं पर रोक लगा दी है. इसके अलावा अन्य यात्रियों को भी आगे की यात्रा नहीं करने की हिदायत दी गई है.

यह पहला मौका नहीं है जब त्रिकुटा के जंगलों में आग लगी है. हर साल गर्मियों में त्रिकुटा की पहाड़ियों पर आग लगने की घटनाएं सामने आती रहती हैं.

आग बुझाने के लिए 4000 से अधिक कर्मचारी लगे हुए हैं. पिछले एक हफ्ते से यहां के जंगलों में आग लगी हुई है. जैसे-जैसे गर्मी बढ़ रही है, जंगल भी दहक रहे हैं. पहाड़ों के चारों ओर धुआं घिर गया है. आग लगने से श्रीनगर का तापमान 38 डिग्री के आसपास पहुंच गया है.

मौसम विभाग का कहना है कि अभी कई और दिनों तक मौसम शुष्क और गर्मी का प्रकोप रहेगा. मौसम गर्म होने के कारण आग लगातार फैलती जा रही है. हालांकि आग से अभीतक से किसी के हताहत होने के समाचार नहीं हैं.

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(कबीर की रिपोर्ट) रमज़ान का महीना गुरुवार से शुरू हो रहा है. बुधवार की शाम चाँद का दीदार हुआ. बुधवार की रात से मस्जिदों में तरावीह शुरू हो गयी और गुरुवार से पहला रोजा रखा जायेगा.

इस्लामिक कैलेंडर के हिसाब से नौवां महीना सबसे पाक होता है, जो कि रमजान का महीना है. इस्लाम धर्म में अच्छे इंसान को बखूबी परिभाषित किया गया है. इसके लिए मुसलमान होना ही काफी नहीं, बल्कि बुनियादी पांच कर्तव्यों को अमल में लाना आवश्यक है.

पहला इमान, दूसरा नमाज, तीसरा रोजा, चौथा हज और पांचवां जकात. इस्लाम में बताए गए इन पांच कर्तव्य इस्लाम को मानने वाले इंसान से प्रेम, सहानुभूति, सहायता तथा हमदर्दी की प्रेरणा स्वतः पैदा कर देते हैं. जिसका मतलब है रुकना. जकात इसी महीने में अदा की जाती है.

इस बार रमज़ान के पूरे महीने में 5 जुमे पड़ेंगे. पहला जुमा रमज़ान शुरू होने के अलगे दिन 18 मई को पड़ेगा वहीं, 15 जून को आखिरी जुमा होगा, जिसे अलविदा जुमा कहा जाता है.

आपको बता दें रमज़ान का पाक महीना पूरे 30 दिनों का होता है, इस पूरे महीने रोज़े रखे जाते हैं.

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Patna: अगले एक माह तक बिहार के राजगीर में चलने वाला मलमास मेला बुधवार को शुरू हो गया. मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने विधिवत रूप से मलमास मेला का उद्घाटन किया.

सीएम नीतीश कुमार ने कुंड परिसर में पूजा अर्चना कर मेले के शुरुआत की. इस मौके पर कई साधु-संत मौजूद थे.

कुंभ की तरह इसका धार्मिक महत्व है. ऐसी मान्यता है कि एक महीने यहां 33 करोड़ देवी देवता प्रवास करेंगे. इस एक माह के दौरान शादी, विवाह, मुंडन, गृहप्रवेश सहित किसी प्रकार का शुभ कार्य नहीं होता है.

मलमास मेले में इस बार 4 शाही स्नान होंगे. हिंदू तिथि के मुताबिक तीन साल पर एक माह अधिक होता है जिसे अधिमास, मलमास या पुरुषोत्तम मास कहा जाता है.मलमास मेले में देश-विदेश से श्रद्धालु इस दौरान राजगीर आते हैं.

कुछ दिनों पहले ही नीतीश कैबिनेट की बैठक में मलमास को राजकीय दर्जा दिया गया है.जब दो अमावस्या के बीच सूर्य की संक्रांति अर्थात सूर्य एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश नहीं करते हैं तो मलमास होता है.मलमास वाले साल में 12 नहीं, बल्कि 13 महीने होते हैं. इसे अधिमास, अधिकमास, पुरुषोत्तम मास भी कहा जाता है.

मेला क्षेत्र में एक बड़ा बाजार भी सजता है. सर्कस, थियेटर, मौत का कुआं, विभिन्न प्रकार के रंग बिरंगे अत्याधुनिक झूले विशेष आकर्षण होते हैं.

मेले के दौरान पौराणिक सरस्वती नदी के घाट पर बिहार पर्यटन विभाग व पंडा समिति के संयुक्त तत्वावधान में 15 दिनों तक महामंगल आरती का आयोजन होगा.

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जम्मू : माता वैष्णो देवी के दर्शन को लेकर श्रद्धालुओं के लिए नया मार्ग तैयार हो गया है. माता के मंदिर के लिए 7 किलोमीटर लंबे वैकल्पिक मार्ग को रविवार 13 मई से श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया.

हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी औपचारिक रूप से 19 मई को इस मार्ग का शुभारंभ करेंगे. इस मार्ग में श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतेजाम किए गए हैं. इस मार्ग को बनाने में करीब 80 करोड़ रुपये की लागत आई है.

जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल और श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीएसबी) के अध्यक्ष एनएन वोहरा ने शनिवार को इस मार्ग से यात्रा की और तैयारियों का जायजा लिया.

बताया जाता है कि फरवरी, 2011 में बाणगंगा से अर्द्धकुवारी के बीच वैकल्पिक मार्ग निर्माण करने का प्रस्ताव मंजूर किया गया था.

श्राइन बोर्ड के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग ने बताया कि 80 करोड़ रुपये की लागत से सात वर्ष में बने इस मार्ग को रविवार दोपहर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया. प्रधानमंत्री 19 मई को औपचारिक रूप से इसका शुभारंभ करेंगे.

उन्होंने कहा कि रास्ता खोलने के पहले हवन किया गया. यह मार्ग छह मीटर चौड़ा है. इस मार्ग में आरामदायक ढाल है और विभिन्न सुविधाएं हैं.बाणगंगा से अर्द्धकुवारी तक 7 किलोमीटर का यह मार्ग 6 मीटर चौड़ा है. तारकोट मार्ग में 2 भोजानालय , 4 व्यू प्वाईंट और 7 शौचालय ब्लॉक बनाए गए हैं.

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उत्तराखंड स्थित केदारनाथ मंदिर के कपाट रविवार अहले सुबह श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए. मंत्रोच्चार और जयकारे के साथ मंदिर का कपाट खुला. मंदिर का कपाट पिछले छह महीने बंद था.

कपाट खुलने के बाद मंदिर में पूजा अर्चना शुरू हो गयी. भगवान शिव के दर्शन के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का जत्था केदारनाथ पहुंचने लगा है.

केदारनाथ मंदिर को 20 क्विंटल गेंदे के फूलों से सजाया गया है. परंपरा के मुताबिक 6 महीने तक ऊखीमठ के ओमकारेश्वर मंदिर में रहने के बाद 26 अप्रैल को ही भगवान शिव की पालकी केदारनाथ के लिए रवाना हो गई थी. डोली केदारनाथ पहुंचने के बाद धाम में रिमझिम बारिश शुरू हो गयी. हिमालय की चोटियों में हिमपात भी हुआ है. अब अगले 6 महीने तक बाबा केदारनाथ में ही विराजेंगे.

केदारनाथ धाम में श्रद्धालु अब लेजर शो का लुत्फ उठा सकेंगे और उस लेजर शो के जरिए वे भगवान शिव की महिमा भी देख सकेंगे.

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