Chhapra: रामजन्मभूमि पर राम मंदिर का निर्माण जरूरी है. सभी के संकल्प से यह कार्य जल्द पूरा हो जाएगा. उक्त बातें विश्व हिन्दू परिषद के अंतर्राष्ट्रीय महामंत्री मिलिंद परानडे ने शहर के नगर निगम सभागार में आयोजित धर्मसभा में कही.

उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि आन्दोलन के बारे में विस्तृत जानकारी दी. वही सर्वोच्च न्यायालय द्वारा सुनवाई में देरी करने पर असंतोष भी जताया. उन्होंने कहा कि सम्पूर्ण हिन्दु समाज की इच्छा है कि श्रीराम मन्दिर जल्द-से-जल्द बने और इसके लिए देशभर में धर्मसभा आयोजित की जा रही है. उन्होंने आगे कहा कि श्रीराम मन्दिर के भव्य निर्माण की राह में आनेवाले रोड़े को दूर करने के लिए सभी प्रकार की कोशिश की जाएगी और इसके लिए हम सब को कृतसंकल्प रहना है. उन्होंने केन्द्र सरकार से आग्रह किया कि न्यायालय को दिन-प्रतिदिन सुनवाई करवाये और आवश्यकता पड़ने पर कानून बनाकर मन्दिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त करे.

सारण जिला विश्व हिन्दू परिषद एवं बजरंग दल द्वारा आयोजित धर्मसभा में जिले के हिन्दु समाज के गण्यमान्य एवं सामान्य नागरिक उपस्थित थे.


सर्वप्रथम आगन्तुक अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन कर सभा का शुभारंभ किया गया. मंच पर सभा की अध्यक्षता कर रहे स्थानीय धर्मनाथ मन्दिर के महन्थ बिन्देश्वरी पर्वत के साथ विहिप के क्षेत्र संगठन मंत्री केशव राजू, क्षेत्र मंत्री वीरेन्द्र विमल, प्रान्त अध्यक्ष कृष्णदेव झा, प्रान्त मंत्री अशोक श्रीवास्तव, रा० स्व० संघ के विभाग संघचालक विजय कुमार सिंह भी उपस्थित थे जिन्होंने सभा को संबोधित किया.

कार्यक्रम का संचालन विहिप के जिला मंत्री धनंजय कुमार द्वारा तथा धन्यवाद ज्ञापन जिलाध्यक्ष अश्विनीकुमार गुप्त द्वारा किया गया.

कार्यक्रम में जिला उपाध्यक्ष रामायण जी एवं अन्य अधिकारी तथा प्रमुख लोगों में शम्भु कमलाकर, वेदप्रकाश गुप्ता, सुरेश श्रीवास्तव, प्रकाश रंजन निक्कू, चंदनजी, गंगोत्री प्रसाद आदि उपस्थित रहे.

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Chhapra/Sonpur/Rivilganj: कार्तिक पूर्णिमा के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं ने जिले के विभिन्न नदी घाटों पर पवित्र स्नान किया. स्नान के लिए श्रद्धालु एक दिन पूर्व से ही पहुंच चुके थे.

सोनपुर, रिविलगंज, डोरीगंज आदि तमाम जगहों पर स्नान कर लोगों ने भगवान की आराधना की. सोनपुर स्थित हरिहरनाथ मंदिर में दर्शन करने वालों की भारी भीड़ जुटी.

वही रिविलगंज स्थित गोदना-सेमरिया मेला में लाखों श्रद्धालुओं रात से ही पहुंचने लगे थे. सुबह होते ही सभी ने पवित्र स्नान किया.

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Chhapra: आस्था का महापर्व छठ अब वैश्विक हो चूका है. दुनिया के कई देशों में रहने वाले बिहारियों के द्वारा इसे किया जा रहा है. छठ पर्व अब गाँव देहात के नदियों से लेकर विदेश में भी किया जा रहा है.

छठ पर्व को लेकर लोगों की आस्था के कारण अब यह वैश्विक हो चूका है. छठ की ऐसी ही एक छटा का वीडियो हमें कनाडा के टोरंटो से हमारी पाठक सुमिता सिन्हा ने हमें भेजा है. वीडियो में व्रती छठ व्रत कर रही है. उन्होंने बताया कि कनाडा में शाम का अर्घ्य दिया गया. वहां इस वक़्त तामपान माइनस 3 डिग्री है इसके बावजूद पूजा को लेकर लोगों का उत्साह चरम पर रहा. अपनी परम्पराओं को विदेश में भी रह कर जीवित रखने के लिए सभी ने धूमधाम से छठ व्रत किया.

अपने देश से दूर अपनी मिट्टी से जुड़े सबसे बड़े त्योहार को सभी ने मिलजुल कर मनाया.

देखियें VIDEO

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Panapur: उदीयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ ही बुधवार को चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व छठ व्रत संपन्न हो गया. गंडक नदी के किनारे स्थित कोंध मथुरा धाम, रामपुररुद्र, सारंगपुर, बसहिया, भोरहा, रामदासपुर पोखरा, महम्मदपुर पोखरा आदि छठ घाटों पर हजारो छठ व्रतियों ने उदीयमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया.

व्रतियों ने अपने परिवार के स्वास्थ्य एवं सुख समृद्धि की कामना की. छठ व्रत के दौरान कोई अप्रिय घटना न घटे इसके लिए मथुराधाम घाट पर एसडीआरएफ की तैनाती की गई थी. इसके आलावे बीडीओ मो सज्जाद, सीओ वीरेंद्र मोहन और थानाध्यक्ष रमेश कुमार महतो ने विभिन्न घाटो का निरीक्षण करते रहे.

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Chhapra: आस्था का महापर्व छठ बुधवार को उदीयमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. व्रतियों ने पानी मे खड़े होकर भगवान भाष्कर और माँ छठी की उपासना की और परिवार सहित समाज की सुख शांति और वृद्धि के लिए कामना की. इसके साथ ही व्रतियों ने पुनः अगले वर्ष आने की भी कामना की.

छठ घाटो पर एक तरफ जहां व्रती माँ छठी की उपासना में लीन दिखे वही युवा वर्ग अपनी सेल्फ़ी लेने में मग्न दिखा. छठ की पूरी तैयारी और घाटो पर ली गयी सेल्फी से पूरा सोशल मीडिया अपडेटेड है. फेसबुक से लेकर व्हाट्सएप, ट्विटर सहित अन्य सोशल प्लेटफॉर्म पर छठ से जुड़ी तस्वीर इस महापर्व को वैश्विक विस्तार में सहयोग कर रही है. दूर देश, प्रदेशों में बैठें अपनो को महापर्व से अवगत करा रही है.

छठ पर्व मुख्य रूप से बिहार का पर्व माना जाता है लेकिन धीरे धीरे इसकी ख्याति में विस्तार हुआ है. वर्तमान समय मे देश के विभिन्न राज्यों में यह पर्व अब धूम धाम से मनाया जाता है. महापर्व छठ की छटा अब विदेशों तक पहुंच चुकी है. जहाँ जहाँ भी बिहार के रहने वाले लोग बसे है उन जगहों पर छठ का पर्व धूम धाम से मनाया जा रहा है.

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Chhapra: चार दिवसीय आस्था का महापर्व छठ बुधवार को उदीयमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य देने के साथ संपन्न हो गया. व्रतियों ने नदी सरोवर और तालाब के साथ साथ छतों पर पानी मे खड़े होकर भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया.

इससे पहले घाटों पर कोसी भरने की परंपरा को पूरा किया गया. फिर सूर्योदय का इन्तजार शुरू हुआ. भगवान भास्कर के दर्शन के लिए व्रती घंटों पानी में खड़े होकर इन्तजार किया. इसके बाद भगवान भास्कर ने दर्शन दिए और अर्घ्य शुरू हुआ.

इस दौरान छठ पूजा घाटों पर व्रतियों ने कथा सुना. पूजा समितियों के द्वारा पूजा घाटों पर चाय और कहवा आदि की व्यवस्था की गयी थी. कई पूजा घाटों पर पूजा समितियों के द्वारा धूप, अगरबत्ती, दूध आदि का निःशुल्क वितरण किया गया.

इसी के साथ चार दिनों तक चलने वाले छठ महापर्व का अनुष्ठान संपन्न हो गया.

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Chhapra: आस्था के महापर्व के जश्न में सभी गोते लगा रहे है. चार दिवसीय महापर्व के तीसरे दिन संध्या पहर में अस्ताचलगामी भगवान को अर्घ्य दिया गया.

वही छठ घाटो से वापसी के बाद व्रतियों ने अपने अपने घरों में कोसी भरी गयी. घर के सभी सदस्यों के साथ व्रतियों ने कोसी भरी. इस अवसर पर व्रतियों और महिलाओं ने पारंपरिक छठ गीतों को भी गाया जा रहा था.

ऐसी मान्यता है कि अपने मन्नतों की पूर्ति होने के बाद छठ व्रती अनुष्ठान के तीसरे दिन प्रथम अर्घ्य देने के बाद अपने घर के आँगन एवं छत पर कोसी भराई की विधि पूरी की जाती है. दूसरे दिन प्रातः अनुष्ठान के चौथे दिन छठ घाट पर पुनः इन कोसी को भरा जाता है. जिसके बाद उदयीमान भगवान भाष्कर को अर्घ्य दिया जाता है.

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Chhapra: यदि किसी कारणवश इस बार छठ पूजा में अपने घर छपरा नहीं पहुंच पाए हैं. फिर भी आप दूर देश में घर बैठ कर भी छपरा के विभिन्न छठ घाटों से छठ पूजा का सीधा प्रसारण देख सकेंगे.

इसके लिए आपके छपरा टुडे डॉट कॉम ने खास व्यवस्था की है. आपको छपरा टुडे के फेसबुक पेज के जरिए छठ पूजा घाटों से देश-विदेश में बैठे लोगों तक सीधा प्रसारण पहुंचाया जाएगा.

सीधा प्रसारण देखने के लिए आपको फेसबुक पर ChhapraToday (जिसके 54020 Likes है) सर्च करना होगा. इसके बाद आपको पेज का लाइव नोटिफिकेशन ऑन करना होगा.

इसके बाद छपरा टुडे द्वारा जैसे ही विभिन्न छठ घाटों से लाइव प्रसारण शुरू किया जाएगा. आपके स्मार्टफोन पर
ऑटोमेटिक नोटिफिकेश चला जाएगा. जिसके बाद आप दूर देश में बैठकर भी छपरा के छठ घाट का लाइव प्रसारण देख सकेंगे.

छपरा टुडे पर छठ की छटा शाम 4 बजे से छपरा के विभिन्न छठ पूजा घाटों से LIVE देख सकेंगे.

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Chhapra/Garkha: छठ पूजा की तैयारियों का जायजा लेने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन और पुलिस अधीक्षक हरकिशोर राय गरखा प्रखण्ड के कोठेया नारांव स्थित सूर्य मंदिर पहुंचे.

जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने मंदिर परिसर का निरीक्षण किया. सूर्य मंदिर परिसर स्थित तालाब की बैरिकेटिंग के साथ स्थल पर पुलिस व महिला बलो की तैनाती व अपातकालीन परिस्थिति से निपटने के लिए हर पल तैयार गोताखोरो आदि के बारे में पूजा समिति के लोगों से जानकारी ली.

इस दौरान मुखिया रामपूजन सिंह, सरपंच समेत ग्रामीण मौजूद रहे.

देखिये VIDEO 

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Chhapra: छठ पूजा की महिमा और इसकी लोकप्रियता सर्वविदित है. दूर देश रहने वाले लोग भी छठ में अपने घर आते है और परिवार वालों के साथ छठ पूजा करते है.

लोक आस्था के इस महापर्व की शुरुआत आज से हो रही है. व्रतिया आज नहाय खाय के साथ चार दिवसीय अनुष्ठान की शुरुआत करेंगी.

नहाय-खाय पर व्रती स्नान आदि कर छठ का प्रसाद बनाएंगी और ग्रहण करेंगी.

छठ पूजा को लेकर बाज़ारों में भी रौनक बढ़ गयी है. सालों भर घर से दूर रहने वाले भी छठ में घर पहुंचे है और इस महापर्व को मनाने में जुटे है.

chhapratoday टीम की ओर से आप सभी को महापर्व छठ की हार्दिक शुभकामनायें.

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Chhapra: ‘भैयादूज’ पर बहनें अपने भाइयों के स्वस्थ तथा दीर्घायु होने की प्रार्थना करती हैं. भाईदूज का त्योहार कार्तिक मास की द्वितीया को मनाया जाता है.

गाँव से लेकर शहर तक गोधन कूटने की परंपरा है. गोबर से बने गोधन की पूजा की जाती है. गोबर की मानव मूर्ति बना कर छाती पर ईंट रखकर स्त्रियां उसे मूसलों से तोड़ती हैं.

धर्म ग्रंथों के अनुसार, कार्तिक शुक्ल द्वितीया के दिन ही यमुना ने अपने भाई यम को अपने घर बुलाकर सत्कार करके भोजन कराया था. इसीलिए, इस त्योहार को यम द्वितीया के नाम से भी जाना जाता है. यमराज ने प्रसन्न होकर यमुना को वर दिया था कि जो व्यक्ति इस दिन यमुना में स्नान करके यम का पूजन करेगा, मृत्यु के बाद उसे यमलोक में नहीं जाना पड़ेगा.

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Chhapra: कायस्थों के आराध्य भगवान चित्रगुप्त प्रत्येक कर्मों का लेखा जोखा रखते है. कलम के आराध्य भगवान चित्रगुप्त पूजा के अवसर पर शहर के विभिन्न जगहों पर पूजन का आयोजन किया जाएगा.

श्री चित्रगुप्त समिति, छपरा के कार्यकारी अध्यक्ष नागेंद्र कुमार वर्मा ने बताया कि चित्रगुप्त पूजा, प्रसाद वितरण, समिति की आमसभा, समिति का वार्षिक प्रदिवेदन एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम तदोपरांत विभिन्न प्रतियोगिता के सफल प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र एवं पुरस्कार वितरण का कार्यक्रम श्री चित्रगुप्त मंदिर, रामलीला मठिया, दरोगा राय चौक, छपरा में संध्या 5.30 बजे से प्रारंभ होगा.

वही प्रभुनाथ नगर स्थित कामता सखी मठ पर भी आयोजन होगा. इसे लेकर जयप्रकाश वर्मा ने बताया कि तैयारियां की गई है. पूजन के लिए लोग जुटेंगे और प्रसाद ग्रहण करेंगे.

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