Chhapra/Rivilganj: सारण जिले के रिविलगंज थाना क्षेत्र के सेमरिया घाट स्थित ब्रह्मचारी बाबा के मंदिर में बीती रात धावा बोलकर अज्ञात लूटेरों ने मंदिर में स्थापित लगभग 100 से 120 साल पुरानी अष्टधातु की 5 मूर्तियों को लूट लिया. आग्नेयास्त्र से लैस 8 से 10 अज्ञात लूटेरों ने इस घटना को अंजाम दिया और फरार हो गए

इस दौरान मठ के महंत के साथ बुरी तरह से मारपीट की गई जिससे उनकी हालत गंभीर है. लूटेरे अपने साथ श्रीराम, माता जानकी, श्रीकृष्ण, हनुमान और नारद भगवान की अष्टधातु की मूर्ति ले गए.

मंदिर से  मूर्ति चोरी की कई घटनाएं विगत सालों में सामने आई है पर यह घटना अपने आप में अलग प्रतीत हो रहा है, जिसमे ना सिर्फ मूर्तियों को चुराया गया बल्कि मठ के महंत और पुजारी के साथ बर्बरता से मारपीट भी की गई है.

मठाधीश परशुराम दास के अनुसार लूटेरों की संख्या 8 से 10 थी और उनमें से कुछ आग्नेयास्त्र, चाकू, लाठी आदि लिए हुए थे.

इस घटना के बाद से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है. लोगों का कहना है कि जिले में लगातार मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है और मूर्तियां गायब की जा रहीं है. लेकिन किसी भी मामले में पुलिस की सक्रियता नही दिखती है.

वही इस मामले के सामने आने के बाद पुलिस महकमा लूटेरों के धड़ पकड़ में जुटा है. फिलहाल पुलिस की ओर से कोई बयान जारी नही किया गया है.

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Chhapra: राष्ट्रीय सेवा योजना दिवस के अवसर पर जयप्रकाश विश्वविद्यालय के एनएसएस स्वयंसेवकों ने कुलपति डॉ फारूक अली के नेतृत्व में स्वच्छता अभियान चलाया.

इस दौरान कार्यक्रम पदाधिकारियों एवं स्वयंसेवक,स्वयंसेविकाओं ने राजेंद्र सरोवर परिसर में स्वच्छता अभियान चलाकर विश्वविद्यालय की ओर से राष्ट्रीय सेवा योजना का स्थापना दिवस मनाया.

कुलपति प्रो फारूक अली ने स्वयंसेवकों को संबोधित करते हुए कहा कि सेवा भावना से ही आगे बढ़ा जा सकता है. इसी सेवा भावना को आत्मसात करने वाली एक बेटी आज राष्ट्रपति के हांथो सम्मानित हो रही है. जिससे विश्वविद्यालय का मान बढ़ाया है. ये हम सब के लिए गर्व की बात है.

वहीं एनएसएस समन्वयक प्रो हरिश्चंद्र ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना में स्वयंसेवकों में उत्साहवर्धन के लिए कुलपति स्वयं स्वच्छता अभियान में शामिल हुए. उन्होंने कहा कि हम सब ने राष्ट्रीय सेवा योजना पुरस्कार से सम्मानित हो रही जेपीयू कि छात्रा ममता कुमारी को लाइव प्रसारण में टेलीविजन पर देखा जो अपने आप में गौरव का क्षण था.

इस दौरान रामजयपाल महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी डा सत्येंद्र कुमार सिंहा एवं डा ऐमन रियाज, राजेंद्र महाविद्यालय के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ रमेश कुमार, जगदम महाविद्यालय की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ राजश्री, गंगा सिंह महाविद्यालय की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ माधवी उपस्थित थीं

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Nagpur: बिहार के भागलपुर से 2017 में फरार हुआ अपराधी तनवीर आलम मंजूर आलम उर्फ राखा मुहम्मद को नागपुर पुलिस कि आपराध शाखा (क्राइम ब्रांच) ने गिरफ्तार कर बिहार पुलिस के हवाले कर दिया है. राखा 2017 में भागलपुर के तत्कालिन एसएसपी को धमकी दे कर भागा था.

इस बारे में जानकारी साझा करते हुए नागपुर क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि, राखा मुहम्मद के नाम से भागलपुर के आपराधिक जगत में पहचाना जाने वाले इस अपराधी के खिलाफ आधा दर्जन के करीब मामले दर्ज है. इस अपराधी ने 2017 में भागलपुर के तत्कालिन एसएसपी को सोशल मीडिया में चैलेंज किया था कि, “राखा वापिस आ रहा है, पुलिस में दम है तो गिरफ्तार कर के दिखाए.” नतीजतन 2017 में भागलपुर पुलिस ने इसे सरगर्मी से खोजना शुरू किया था. पुलिस द्वारा खोज मुहिम शुरू होने कि वजह से राखा मुहम्मद भागलपुर से फरार हो गया. इसके बाद वह महाराष्ट्र के नागपुर पहुंचा. क्राइम ब्रांच के अधिकारी ने बताया कि, बिहार पुलिस के सामने बड़बोला बना यह अपराधी नागपुर के मोमिनपुरा इलाके में दर्जी का काम कर गुजारा कर रहा था.

तनवीर आलम उर्फ राखा मुहम्मद का नागपुर में कोई पुलिस रिकार्ड नही है. स्थानीय मोमिनपुरा इलाके में वह दर्जी का काम कर के गुजारा कर रहा था. लेकिन सितंबर माह में बिहार के कुछ अपराधी राखा से मिलने नागपुर जा पहुंचे. खबरियों ने इस आपराधिक जमावड़े कि गुप्त सूचना क्राइम ब्रांच को दी. जिसके चलते हरकत में आई पुलिस ने राखा को धर दबोचा. प्रारंभिक जांच में पता चला कि, राखा पर भागलपुर में आधा दर्जन आपराधिक मामले दर्ज है. इसके बाद नागपुर पुलिस ने राखा को बिहार पुलिस के हवाले कर दिया.

इस बाबत भागलपुर की वरीष्ठ आरक्षी अधीक्षक (एसएसपी) निताशा गुड़िया से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि राखा मुहम्मद आपराधिक पृष्ठभूमि का वांक्षित अपराधी है जिसकी तालाश भागलपुर पुलिस को कई वर्षों थी.आखिर में उसे नागपुर से गिरफ्तार किया है. उसे आज से शुक्रवार सुबह तक भागलपुर लाया जायेगा.

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Chhapra: जिले में कोरोना संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करने के उद्देश्य टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है. 18 वर्ष से अधिक उम्र के प्रत्येक व्यक्तियों का टीकाकरण किया जा रहा है. चरणवार महाअभियान आयोजित कर टीकाकरण के लक्ष्य को हासिल करने का प्रयास विभाग के द्वारा किया जा रहा है.इसी कड़ी में जिले में एक बार फिर 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर महा अभियान चलाकर टीकाकरण किया जायेगा. इसको लेकर विभागीय स्तर पर तैयारी शुरू कर दी गयी है. कोविड वैक्सीनेशन मेगा कैंपेन के दिन जिला भर के सभी सेशन साइट पर लोगों को वैक्सीन की पहली और दूसरी दोनों डोज लगायी जाएगी.अब तक 50 प्रतिशत से अधिक लोगों को पहला डोज दिया जा चुका है.

सिविल सर्जन डॉ. जेपी सुकुमार ने कहा कि तीसरी लहर से बचाव के लिए टीकाकरण आवश्यक है. पहली लहर से दूसरी लहर खतरनाक थी. लेकिन तीसरी लहर के बारे में अभी कुछ पता नहीं है। लेकिन खुद और अपने बच्चों की सुरक्षा को देखते हुए सभी लोग आगे आये और महाअभियान का साक्षी बनकर अपना टीकाकरण कराएं.

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण हीं एक मात्र उपाय:
सीएस ने कहा कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए टीकाकरण हीं एक मात्र उपाय है. जिले के सभी लोगों को जल्द से जल्द कोरोना का टीका लग जाए, इसे लेकर जिला स्वास्थ्य समिति गंभीर है. जिले में सभी दिन टीकाकरण तो चल ही रहा है, साथ में बीच-बीच में लगातार महाअभियान भी चल रहा है. इसलिए जिले के वैसे लोग जिन्होंने अभी तक कोरोना का टीका नहीं लिया है, वह अपने नजदीकी केंद्रों पर जाकर टीका ले लें.

डीआईओ डॉ. चंदेश्वर सिंह ने कहा कि जिनका दूसरा डोज लेने का समय पूरा हो गया है, वह निश्चित तौर पर समय सीमा के अंदर दूसरा डोज ले लें. कोरोना से बचने के लिए टीका लेना बहुत ही जरूरी है. इसलिए टीका लेने में किसी तरह की लापरवाही नहीं करें. साथ ही टीका पूरी तरह से सुरक्षित है. किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट नहीं होगा, इसलिए टीका लेने में किसी तरह का संकोच नहीं करें.

कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना संक्रमण की आशंका बहुत ही कम होती है. बावजूद इसके हमे पूरी सावधानी और सतर्कता बरतने की आवश्यकता है. लोगों को अभी भी कोरोना गाइडलाइन का पूरी तरीके से पालन करना करना चाहिए. घर से बाहर निकलने पर हमेशा अपने नाक और मुंह को ढकने के लिए मास्क , रुमाल, गमछा का इस्तेमाल करना आवश्यक है. महिलाएं इसके लिए दुपट्टा या साड़ी के पल्लू का इस्तेमाल कर सकती हैं. इसके साथ ही शारीरिक दूरी के नियम के तहत सभी लोगों को एक- दूसरे से कम से कम दो गज या छह फीट की दूरी बरतनी चाहिए. इसके अलावा कुछ भी छूने की स्थिति में साबुन या हैंड सैनिटाइजर से अपने हाथों को साफ करना चाहिए.

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Chhapra: छपरा शहर में बिजली बिल के बड़े बकायदारों के खिलाफ बकाया वसूली अभियान शुरू किया गया है. बकायेदारों पर विभागीय अधिकारियों की कार्रवाई भी जारी है. कार्रवाई के दौरान आज दिनाक 23.09.21 को बिजली बिल के 25 बकायेदारों का कनेक्शन काटा गया. 02 उपभोक्ताओं पर विद्युत चोरी का जुर्माना भी लगाया गया. कार्रवाई के तहत शहर के कई बड़े व्यावसायिक प्रतिष्ठानों का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है.

शहर के कई घरों, प्रतिष्ठानों, होटलों एवं दुकान का बिजली कनेक्शन काट दिया गया है. विद्युत कार्यपालक अभियंता यशवंत कुमार ने कहा की जो भी 5000 रुपए से ऊपर के बकायेदार हैं,वे अविलंब बकाया बिजली बिल का भुगतान कर दें.

उन्होंने बताया कि शहर में बिजली बिल का भुगतान नहीं करने वाले कई प्रतिष्ठानों को चिन्हित करने का काम किया जा रहा है. जल्द ही कनेक्शन काट दिया जाएगा. जिनका कनेक्शन काटा जा रहा है बिल का भुगतान करने के बाद ही कनेक्शन जोड़ा जायेगा.

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पटना/मुजफ्फरपुर: सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय, भारत सरकार के फील्ड आउटरीच ब्यूरो के द्वारा मुजफ्फरपुर के महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय के सी.एन.डी विभाग एवं गृह विज्ञान विभाग के सहयोग से पोषण माह के अवसर पर “कुपोषण छोड़, पोषण की ओर, थामे क्षेत्रीय भोजन की डोर” विषय पर चित्रकला सह नारा लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया. बड़ी संख्या में कालेज की छात्राओं ने इस प्रतियोगिता में हिस्सा लिया.

इससे पूर्व कार्यक्रम में छात्राओं को संबोधित करते हुए एमडीडीएम कॉलेज की प्राचार्या डॉ कनुप्रिया ने कहा कि सुपोषण के प्रति छात्राओं में जागरूकता लाना जरूरी है और ऐसे कार्यक्रम होते रहना चाहिए, तभी देश में व्याप्त कुपोषण को दूर किया जा सकता है.

एमडीडीएम कॉलेज के सी. एन. डी विभाग के कॉर्डिनटर, डॉ सुशीला सिंह ने कहा कि पोषण सभी के लिए आवश्यक है. देश के हर नागरिक को यह अधिकार है कि वह सुपोषित हो, इसके लिए जन जागरूकता के प्रयास होते रहने चाहिए.

इस मौके पर एमडीडीएम कॉलेज की गृह विज्ञान के विभागाध्यक्ष, डॉ कुसुम कुमारी ने कहा कि पोषण माह के विभिन्न थीम है –पोषण वाटिका, योग एवं आयुष, क्षेत्रीय पोषण किट वितरण एवं गंभीर रूप से तीव्र कुपोषित बच्चों की पहचान एवं उनेक बीच पौष्टिक भोजन का वितरण. इन्हीं पर इस तरह के कार्यक्रम किए जा रहे है.

फील्ड आउटरीच ब्यूरो, सीतामढ़ी के क्षेत्रीय प्रचार अधिकारी जावेद अंसारी ने बताया कि मुजफ्फरपुर के विभिन्न स्थानों पर पोषण के प्रति जागरूकता लाने के लिए कार्यक्रम किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय पोषण माह के मुख्य कार्यक्रम का आयोजन 24 सितंबर को महंत दर्शन दास महिला महाविद्यालय (एमडीडीएम), मुजफ्फरपुर में 11 बजे पूर्वाहन से किया जाएगा. इस कार्यक्रम में

पोषण जागरूकता रैली, पोषण रंगोली, अन्नप्राशन, गोद भराई, फ़ोटो प्रदर्शनी, परिचर्चा सह प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता, सांस्कृतिक कार्यक्रम समेत अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा.

मौके पर वरिष्ठ शिक्षिका डॉ उषा सिंह, डॉ नीलू कुमारी, डॉ रंजना मल, डॉ नीलम कुमारी, पंखुरी कुमारी, डॉ निशी रानी, डॉ मोमिता, नीता श्रीवास्तव एवं डॉ शालिनी कुशवाहा के साथ फील्ड आउटरीच ब्यूरो, सीतामढ़ी के गयास अख्तर, अर्जुन लाल, राकेश कुमार आदि उपस्थित थे.

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Chhapra: छपरा सिवान रेल खण्ड पर कोपा समहोता दाउदपुर स्टेशन के बिच समपार संख्या-56c बनकटा गाँव समीप बरौनी ग्वालियर ट्रेन से कट कर अज्ञात युवक की मौत हो गयी. अज्ञात युवक की उम्र लगभग 25 वर्ष बताई गयी है.

युवक संतरा कलर के शार्ट एवं जीन्स पैंट पहना हुआ है. कोपा पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए छपरा भेज दिया. युवक के शव के पहचान के लिए कोपा पुलिस प्रयास कर रही है.

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Chhapra: जिले के खैरा थाना क्षेत्र के मुरार छपरा नहर के समीप गुरूवार की अहले सुबह जामून के पेड़ से एक 32 वर्षीय युवक का लटका हुआ शव बरामद किया गया. मृत युवक जलालपुर थाना क्षेत्र के कोठेया गाँव निवासी किसुन महतो का 32 वर्षीय पुत्र संजय महतो बताया जाता है.

घटना स्थल से प्राप्त जानकारी अनुसार अहले सुबह जब स्थानीय लोग शौच के लिए जा रहे थे तभी नजर पेड़ से टंगे शव पर पड़ी. जिसके बाद खबर क्षेत्र में आग की तरह फैल गई. स्थानीय लोगो ने घटना की सूचना स्थानीय पुलिस प्रशासन को दिया.

साथ ही साथ सुबह में व्हाट्सएप ग्रुपों में भी मृत युवक का फोटो शेयर होने लगा ताकि युवक की पहचान हो सके. वहीं कुछ ही देरे में व्हाट्सएप ग्रुपों में फोटों शेयर से युवक का पहचान लोगों ने घंटो बाद कर लिया. उसके बाद परिजनों के साथ कोठेया गांव के ग्रमीण घटना स्थल पर पहुंचने लगे.

सूचना मिलने पर नगरा ओपी प्रभारी हरेश्वर प्रसाद सिंह अपने दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच इसकी जानकारी अपने पदाधिकारियों को दी. जिसके बाद सदर अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी मुनेश्वर प्रसाद, सदर अंचल पुलिस निरीक्षक रामसेवक प्रसाद यादव, खैरा थाना के सहायक अवर निरीक्षक रामजतन प्रसाद अपने दल-बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच शव को अपने कब्जे में लेकर मामले कि जांच पड़ताल में जुट गए.

वहीं मृतक के कपड़े से तलासी के दौरान पॉकेट से एक कागज के छोटे टुकड़े में मोबाइल नंबर लिखा हुआ मिला. जिसपे मौजूद अधिकारियों ने खुद फोन लगाकर इसकी जानकारी ली और जांच में जुट गए कि आखिर ये नंबर इसके पॉकेट में क्यों है. नम्बर मिलने से भी अभी तक खुलासा नही हुआ है कि हत्या है या आत्महत्या जिसको लेकर क्षेत्र में अलग अलग चर्चाओं का बाजार गर्म है.

वहीं कोठेया गांव के कुछ ग्रामीणों का कहना है की मृत युवक एक प्राइवेट शिक्षक भी थे वो गांव में ही बच्चो को पढ़ाते थे और स्वाभाव का बहुत ही अच्छा थे. हालांकि पड़ोसी से किसी बात को लेकर आपसी विवाद भी हुआ था जिसके बाद से ही वो काफी मानसिक परेशानी से जूझ रहे थे. वहीं कुछ दिन पहले ही ग्रामिणों के सहयोग से दोनों तरफ से सुलह हो गया था.

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नई दिल्ली: रेल यात्री अब जनरल डिब्बे में भी रिजर्व क्लास जैसी सुविधा ले सकते हैं. रेलवे ने बायोमेट्रिक टोकन मशीन लॉन्च किया है. कोरोना काल में भीड़-भाड़ से यात्रियों को बचाने के लिए रेलवे ने ये खास पेशकश की है. यह मशीन सिकंदराबाद रेलवे स्टेशन पर साउथ सेंट्रल रेलवे ने लॉन्च किया है. रेलवे स्टेशन पर लगने वाली ऐसी यह पहली मशीन है.

आमतौर पर जनरल डिब्बे में चढ़ते वक्त भारी भीड़ का सामना करना पड़ता है. रेलवे प्रशासन भी इस भीड़ काबू करने के लिए तत्पर राहत है. कोरोना काल में यात्रियों की भीड़ खतरनाक साबित हो सकती है, इसलिए रेलवे ने ये शानदार कदम उठाया है. इससे स्टेशनों पर दो गज की दूरी के नियम की धज्जियां भी नहीं उड़ेंगी. ट्रेन में बोर्डिंग को आसान बनाने के लिए बायोमेट्रिक टोकन मशीन की व्यवस्था शुरू की गई है.बायोमेट्रिक टोकन मशीन से हर यात्री के लिए एक टोकन जनरेट होगा और उसी टोकन के आधार पर यात्री अपनी-अपनी बारी से पैसेंजर ट्रेन में चढ़ेंगे.

इससे अब कोई भीड़-भाड़ नहीं होगी. यह व्यवस्था पूरी तरह से अनारक्षित डिब्बे के लिए है क्योंकि रिजर्व क्लास में यात्रियों को पहले से पता होता है कि किस कोच में किस सीट पर बैठना है. और यही वजह है कि रिजर्व क्लास में भीड़ नियंत्रित रहती है. अनारक्षित क्लास में सीट के चक्कर में लोग एक साथ उमड़ पड़ते हैं. ट्रेन में अनारक्षित डब्बे में चढ़ने के दौरान अधिक भीड़ को देखते हुए बायोमेट्रिक मशीन लॉन्च की गई है.

यह मशीन हर पैसेंजर का नाम, पीएनआर नंबर, ट्रेन नंबर और गंतव्य स्थान का रिकॉर्ड रखती है. मशीन पर यात्री को अपनी सारी डिटेल डालनी होती है. इसके बाद बायोमेट्रिक मशीन आपका फोटो और फिंगर प्रिंट को कैप्चर करेगी. सारी जानकारी लेने के बाद मशीन यात्री के लिए एक टोकन जनरेट करेगी. इस टोकन पर यात्री का सीरियल नंबर और कोच नंबर लिखा होता है. यात्री को कोच नंबर के हिसाब से ही बताई गई सीट पर बैठना होता है.

बायोमेट्रिक टोकन मशीन से ट्रेन में की जाने वाली आपराधिक वारदात पर शिकंजा कसा जा सकेगा. दरअसल, इससे रेलवे के पास सभी यात्री की डिटेल होगी, इसलिए कोई भी अपराध होने पर उसे आसानी से पकड़ा जा सकेगा. बायोमेट्रिक मशीन में जमा होने वाले फोटो और फिंगरप्रिंट के डर से आपराधिक तत्व ट्रेन में चढ़ने से डरेंगे. यानी कुल मिलाकर इस कदम से रेल की यात्रा और अधिक सुरक्षित हो सकेगी.रेलवे नेबताया, ‘बायोमेट्रिक मशीन का बड़ा फायदा स्टेशनों पर भीड़ रोकने में होगा. चूंकि यात्रियों को पहले से कोच नंबर मिलेगा, इसलिए वे घंटों में लाइन खड़ाकर ट्रेन में बैठने का इंतजार नहीं करेंगे. बायोमेट्रिक मशीन से यात्री को टोकन लेते वक्त ही पता चल जाएगा कि किस कोच में बैठना है, तो वह स्टेशन या ट्रेन के पास तभी जाएगा जब वह आएगी.’फिलहाल, जनरल क्लास के यात्री घंटों पहले से स्टेशन पर इकट्ठे हो जाते हैं लेकिन इस नए सिस्टम से अब स्टेशन पर और प्लेटफॉर्म पर भी होने वाली भीड़ को काबू किया जा सकेगा. यात्री को टोकन मिलने पर वह ट्रेन खुलने के 15 मिनट पहले ही प्लेटफॉर्म पर जाएगा और आराम से अपनी कोच में चढ़ेगा. टोकन मशीन से रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स की जरूरत और काम कम हो जाएगा क्योंकि पुलिस फोर्स को प्रशासनिक काम में ज्यादा माथापच्ची करनी होती है. बायोमेट्रिक मशीन सबसे पहले 14 सितंबर 2021 को लॉन्च की गई है. आपको बता दें कि सिकंदराबाद स्टेशन पर बहुत जल्द दूसरी बायोमेट्रिक मशीन भी लगेगी.

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Varanasi:  रेलवे के वाराणसी मंडल पर दिव्यांग यात्रियों की सुविधा हेतु रियायत के सम्बन्ध में निम्नलिखित नियमावली दिव्यांग यात्रियों के सूचनार्थ जारी की जाती है.

नया फोटोयुक्त रेल रियायत दिव्यांग कार्ड बनाने हेतु प्रक्रिया:

1. फोटोयुक्त रेल रियायत दिव्यांग कार्ड बनाने हेतु आवेदक को मंडल कार्यालय में आवेदन निम्नलिखित प्रपत्रों के साथ जमा करना होगा।
I- सरकारी अस्पताल से जारी रेल रियायत फॉर्म की दो छायाप्रति जिसमें दिव्यांगता का विवरण एवं उसका प्रतिशत साथ ही साथ जारी करने वाले डॉक्टर का नाम रजिस्ट्रेशन संख्या मुहर सहित तथा उक्त अस्पताल का मुहर अवश्य अंकित हो।
II- मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी दिव्यांग प्रमाण पत्र की दो छाया प्रति।
IV- आधार कार्ड / सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्र की दो छाया प्रति ।
V- तीन डाक टिकट साईज नवीनतम फोटो।
VI- दिव्यांग आवेदक अपना मोबाईल नम्बर दस्तावेज पर अवश्य अंकित करे।
2. आवेदक द्वारा फार्म जमा होने के बाद उसे सम्बन्धित अस्पताल में मंडल वाणिज्य निरीक्षक के माध्यम से जांच हेतु भेजा जाता है।
3. जांच के उपरान्त मंडल वाणिज्य निरीक्षक के रिपोर्ट को संलग्न करते हुये दिव्यांग कार्ड जारी करने हेतु वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबन्धक महोदय के समक्ष हस्ताक्षर हेतु प्रस्तुत किया जाता है।
4. दिव्यांग कार्ड जारी होने के पश्चात् आवेदक को फोन या मैसेज द्वारा सूचित किया जाता है।
5. दिव्यांग कार्ड प्राप्त करने हेतु दिव्यांग अथवा उनके परिजन द्वारा दिव्यांग व्यक्ति का आधार कार्ड या सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्र प्रस्तुत करने पर दिव्यांग कार्ड सुपुर्द किया जाता है।
6. नया दिव्यांग कार्ड जारी करने की अवधि 30 से 45 दिन तक की होगी ।फोटोयुक्त रेल रियायत दिव्यांग कार्ड को रिन्यूवल कराने हेतु प्रक्रिया

1. फोटोयुक्त रेल रियायत दिव्यांग कार्ड रिन्यूवल कराने हेतु आवेदक को मंडल कार्यालय में आवेदन निम्नलिखित प्रपत्रों के साथ जमा करना होगा ।

I- पहली बार दिव्यांग कार्ड बनवाते समय जमा किये गये सभी प्रपन्नों की फोटो कापी के साथ पुराने जारी किये गये दिव्यांग कार्ड की मूल प्रति
II- सभी प्रपत्रों की छायाप्रति यथा
(i) सरकारी अस्पताल से जारी रेल रियायत फॉर्म की दो छायाप्रति जिसमें दिव्यांगता का विवरण एवं उसका प्रतिशत साथ ही साथ जारी करने वाले डॉक्टर का नाम रजिस्टेशन संख्या मुहर सहीत तथा उक्त अस्पताल का मुहर अवश्य अंकित हो।
(ii) मेडिकल बोर्ड द्वारा जारी दिव्यांग प्रमाण पत्र की दो छाया प्रति  (iii) आधार कार्ड / सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्र की दो छाया प्रति। (iv) दो डाक टिकट साईज नवीनतम फोटो।
(v) आवेदक अपना मोबाईल नम्बर दस्तावेज पर अवश्य अकित करे।
2. जमा किये गये सभी प्रपत्रों का यथोचित जांच करने के उपरान्त वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रवन्धक हस्ताक्षर हेतु प्रस्तुत किया जाता है।
3. दिव्यांग कार्ड जारी होने के पश्चात् आवेदक को फोन या मैसेज द्वारा सूचित किया जाता है।
4. दिव्यांग कार्ड प्राप्त करने हेतु दिव्यांग अथवा उनके परिजन द्वारा दिव्यांग व्यक्ति का आधार कार्ड या सरकार द्वारा जारी अन्य पहचान पत्र प्रस्तुत करने पर दिव्यांग कार्ड सुपुर्द किया जाता है।
5. रिन्यूवल दिव्यांग कार्ड जारी करने की अवधि 10 से 15 दिन तक की होगी.

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Chhapra: जिला दण्डाधिकारी सारण डॉ निलेष रामचन्द्र देवरे के आदेशानुसार आगामी पंचायत चुनाव-2021 के परिप्रेक्ष्य में सारण जिलान्तर्गत सभी शस्त्र अनुज्ञप्तिधारी को अपने शस्त्र का भौतिक सत्यापन स्थानीय थाना में दिनांक 04.09.2021 तक करवा लेना था, परन्तु कई शस्त्र अनुज्ञप्तिधारियों द्वारा अपने शस्त्र का सत्यापन निर्धारित तिथि तक नहीं कराया गया है.

उन शस्त्रधारकों को जिला दण्डाधिकारी सारण ने पुनः एक मौका देते हुए दिनांक 25 सितंबर से 27 सितंबर 2021 के बीच किसी दिन संबंधित थानाध्यक्ष एवं प्रतिनियुक्त पदाधिकारी की उपस्थिति में शस्त्र सत्यापन करने का अवसर दिया है. समय सीमा के अन्तर्गत अपने शस्त्रों का सत्यापन नहीं कराये जाने की स्थिति में शस्त्र अनुज्ञप्ति निलंबित करते हुए रद्द करने की कार्रवाई की जाएगी.

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Chhapra: आगामी त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2021 के मद्देनजर विशेष अभियान चलाकर सारण पुलिस ने पिछले 72 घंटों में 87 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है.

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सारण के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने बताया कि  इस अभियान के दौरान हत्या, हत्या के प्रयास के कांडो में 14 एवं मद्यनिषेध के कांडो में कुल 45 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया तथा कुल 633.725 लीटर अवैध शराब जब्त किया गया गया.  

आगामी त्रिस्तरीय पंचायत आम चुनाव 2021 के मद्देनजर असमाजिक तत्वों, अपराधकर्मियों की गिरफतारी एवं शराब के सेवन, बिक्री, भंडारण, निर्माण, परिवहन आदि पर पूर्णरूप से पाबंदी लगाने तथा देशी शराब भट्ठी ध्वस्त करने की कार्हेरवाई की गयी है. 

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उन्होंने बताया कि इस दौरान एक देशी कट्टा, एक कारतूस का खोखा, 9 मोटरसाईकिल, एक बोलेरो, एक सूमो विक्टा, दो कार, एक टेम्पू, दो बैनर, 4 स्पीकर, एक साईकिल तथा 633.725 लीटर अवैध शराब जब्त किया गया.

इनमें मद्य निषेध के कांडों में 45 और हत्या, हत्या के प्रयास के कांडों में 14, अवैध आग्नेयास्त्र ( देशी कट्टा / पिस्टल ) में एक को गिरफ्तार किया गया है. 

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