Chhapra: इंटरमीडिएट की परीक्षा 1 फरवरी से शुरू हो रही है। सारण जिले के 73 केंद्रों पर यह परीक्षा आयोजित होगी.

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Chhapra: ठंड ने इस बार लोगों को खूब सताया है. तापमान में बार-बार आ रही गिरावट से लोगों की परेशानी बढ़ी है.

सोमवार को एक बार फिर तापमान में गिरावट दर्ज की गई और सुबह 9:00 बजे तक घना कोहरा छाया रहा जिससे आम जनजीवन पर असर पड़ा. वाहनों के परिचालन पर असर पड़ा और वाहनों की गति पर ब्रेक लग गया. कोहरे के कारण विजिबिलिटी कम होने से सड़कों पर चलने वाले लोगों को काफी परेशानी हुई.

लगातार मौसम में उतार-चढ़ाव के चलते मौसमी बीमारियों का भी प्रभाव काफी बढ़ गया है. दिन में मौसम खुल जाने और फिर रात में तापमान के अचानक लुढ़क जाने से परेशानी बढ़ जा रही है.

ठंडी पछुआ हवा चलने से शीतलहर का प्रकोप भी बढ़ जा रहा है. मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल 1 से 2 दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रहेगा.

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बेतिया:  पश्चिम चंपारण जिला के योगापट्टी प्रखण्ड में अवैध रूप से चल रहे करीब छह नर्सिंग होम पर स्थानीय स्वास्थ्य टीम ने बीती रात छापेमारी की। छापेमारी में किसी भी संचालित हो रहे नर्सिंग होम का कोई रजिस्ट्रेशन ही योगापट्टी प्रखण्ड में संचालित करने का नही पाया गया और न ही कोई डिग्री प्राप्त डॉक्टर या अन्य कर्मी जो सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त हो स्वास्थ्य जांच टीम का नेतृत्व योगापट्टी पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने किया । जिनके साथ डॉक्टर शाहीद एकबाल स्वास्थ्य प्रबंधक सुशील कुमार स्वास्थ्य लिपिक अखिलेश कुमार शामिल रहे ।

जांच की शुरुआत स्वास्थ्य टीम सबसे पहले योगापट्टी पीएचसी के ठीक चंद कदमों की दूरी पर संचालित होने वाले सोनाली हॉस्पिटल की किया । जहां एक सप्ताह पूर्व हुई आपरेशन के दौरान हुई जच्चा बच्चा की मौत के बाद भी संचालित हो रहा था। स्वास्थ्य टीम के नेतृत्व कर रहे प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि सोनाली हॉस्पिटल का कोई भी ओरिजिनल कागजात संचालक द्वारा प्रस्तुत नही किया गया और न ही उक्त हास्पिटल में कोई भी पंजीकृत डॉक्टर या कर्मी नहीं मिले । हालांकि हाॅस्पिटल में आपरेशन और जच्चा बच्चा मरीज आधा दर्जन मिले।

उन्होंने कहा कि उक्त सोनाली हॉस्पिटल में बच्चादानी की आपरेशन वाली मरीज थाना क्षेत्र के नन्कार गांव निवासी बीबी मैरुन पति खेदारूल मियां बताया गया कि उसका आपरेशन किसी डाक्टर द्वारा करने के बाद सोनाली हॉस्पिटल के संचालक रामा यादव करते हैं । स्वास्थ्य टीम के आने की सूचना पर संचालक फरार हो गये । ऐसी आपरेशन वाले आधा दर्जन मरीज उक्त समय मिले उसके बाद स्वास्थ्य टीम योगापट्टी चौक पर चल रहे है पीचाइल्ड केयर पर गयी । जहां उक्त चाइल्ड केयर का ना कोई कागजात और ना ही कोई रजिस्ट्रेशन वाला कर्मी मिला ।दो युवक मिले मंटू कुमार और प्रदीप कुमार जिनके पास कोई भी स्वास्थ्य विभाग का रजिस्ट्रेशन या योग्यता नही था ।थाना के पीछे संचालित हो रहे जनता पैथोलॉजी और जनता अल्ट्रासाउंड सेंटर जिसके कांउटर पर नालंदा जिला के गौरव कुमार मिले । जिनके पास भी संचालित होने वाले फर्जी कागजात मिला जिसपर सीएस का हस्ताक्षर ही नहीं मिला और व कागजात का भी संचालित होने वाले समय को महिनों पूर्व समाप्त दिखा रहा था ।

पीएचसी प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी शैलेन्द्र कुमार ने बताया कि उसके बाद स्वास्थ्य टीम फतेहपुर चौक स्थित नरायणी हाॅस्पिटल की जांच किया गया । जिसके संचालक थाना क्षेत्र के बेलवनवा गांव निवासी चंद्रभूषण राय है । इनके पास भी योगापट्टी प्रखण्ड में नरसिंग होम संचालित करने की कागजात नही मिला । नरायणी हाॅस्पिटल का रजिस्ट्रेशन का कागजात बेतिया में संचालित करने का मिला जो अवैध रूप से योगापट्टी प्रखण्ड के फतेहपुर चौक पर संचालित किया जा रहा है।

उन्होंने बताया कि सभी अवैध रूप से संचालित होने वाले नर्सिंग होम में जांचोपरांत वीडियोग्राफी भी किया गया है। जिसमें स्पष्ट रूप से मरीजों के ऑपरेशन के बाद उक्त हॉस्पिटल में बिना प्रशिक्षित डॉक्टर और स्वास्थ्य कर्मियों के देखरेख में हो रहा है । इन सभी अवध नर्सिंग होम पर एफआईआर दर्ज कर विभागीय कार्रवाई के लिए भेजा गया है।

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बेगूसराय: बेगूसराय जिला के मंझौल बाजार में देर रात अपराधियों ने जमकर तांडव मचाया है। सहायक थाना से मात्र चार सौ मीटर की दूरी पर बेखौफ बदमाशों ने एक दर्जन से अधिक दुकानों का ताला तोड़कर चोरी कर लिया। रविवार की सुबह दुकान खोलने आए दुकानदारों ने जब एक साथ कई दुकानों का ताला टूटा देखा तो मौके पर हड़कंप मच गया। इसके बाद आक्रोशित दुकानदारों ने ग्रामीणों के साथ स्टेट हाईवे-55 को बांस-बल्ला से जाम कर यातायात पूरी तरह ठप कर दिया है। सड़क जाम कर दिए जाने के कारण स्टेट हाईवे पर दोनों ओर गाड़ियों की लंबी कतारें लग गई है तथा लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

सड़क जाम कर रहे दुकानदारों का कहना है कि शनिवार की देर रात मंझौल बाजार में मुख्य सड़क पर पुरानी बैंक के समीप बेखौफ बदमाशों ने अंबे पूजा घर, जूम डिजिटल स्टूडियो, वाहन प्रशिक्षण केंद्र सहित 12 से अधिक दुकानों का ताला तोड़कर चोरी कर ली।

सुबह में छह बजे पुलिस को सूचना दी गई, लेकिन चार सौ मीटर की दूरी पर हुए घटनास्थल पर आने में पुलिस को तीन घंटा से अधिक लग गए। आक्रोशित दुकानदारों का कहना है कि पुलिस सब कुछ छोड़कर शराब खोजने में लगी हुई है। लेकिन ना तो शराब बिक्री पर रोक लग पा रही है और ना ही अपराध काबू में आ रहा है, अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ता जा रहा है। मंझौल बाजार पूरी तरह से अपराधियों के कब्जे में है। मुख्य सड़क के किनारे अपराधी दो घंटा तक तांडव मचाते रहे, लेकिन पुलिस को इसकी भनक भी नहीं लगी।

मंझौल में बदमाश लगातार लूट और चोरी की वारदात को अंजाम दे रहे हैं, लेकिन पुलिस कुछ कर नहीं पा रही है। फिलहाल पुलिस और प्रशासन की टीम मामले की छानबीन करते हुए सड़क जाम समाप्त करने का प्रयास में लगी हुई है। घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरा को खंगाला जा रहा है। लेकिन आक्रोशित दुकानदार कुछ भी सुनने को तैयार नहीं है तथा मामले का उद्भेदन किए जाने तक दुकान बंद रखने एवं यातायात ठप रखने की बात कर रहे हैं।

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स्वतंत्रतान्दोलन में बिहार की पत्रकारिता और साहित्य का योगदान अविस्मरणीय : अच्युतानंद मिश्र

मोतिहारी: संस्कार भारती, बिहार प्रदेश द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में “स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की पत्रकारिता और साहित्य” विषयक ऑनलाइन परिचर्चा का अयोजन किया गया. कार्यक्रम की अध्यक्षता माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय, भोपाल के पूर्व कुलपति एवं देश के ख्यातिलब्ध वरिष्ठ पत्रकार अच्युतानंद मिश्र ने की.

ई–परिचर्चा में मुख्य वक्ता दिल्ली विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की प्रोफेसर एवं हिंदी माध्यम कार्यान्वयन निदेशालय की निदेशक प्रो. कुमुद शर्मा थी. विषय प्रवर्तन प्रो. अरुण कुमार भगत, सदस्य लोक सेवा आयोग, बिहार ने किया. सानिध्य एवं संयोजन संस्कार भारती, बिहार के संगठन मंत्री वेद प्रकाश जी का प्राप्त हुआ. ई-परिचर्चा का संचालन कार्यक्रम संयोजक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने की.

अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्कार भारती, बिहार के प्रति आभार व्यक्त करते हुए श्री अच्युतानंद मिश्र कहा कि ” स्वाधीनता आंदोलन के समय बिहार के पत्रकार सिर्फ बिहार के ही नही बल्कि पूरे देश के पत्रकार थें. स्वाधीनता की पत्रकारिता और साहित्य में बिहार की महत्वपूर्ण भूमिका रही. बिहार की पत्रकारिता और साहित्य ने स्वतंत्रता आंदोलन को दिशा देने का कार्य किया.

अच्युतानंद मिश्र ने महात्मा गांधी का बिहार आना और चंपारण सत्याग्रह एवं गांधीवादी पत्रकारिता पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि बिहार के पत्रकारों ने गांधीवादी पत्रकारिता को भी आदर्श माना और बिना विज्ञापन के समाचार पत्रों का प्रकाशन भी उनकी प्रेरणा से हुई. श्री मिश्र ने कहा कि 1907 से 1920 तक लगभग सभी पत्रकार लोकमान्य तिलक की पत्रकारिता से प्रेरित होकर तिलकवादी पत्रकार बन गए थे. उस समय के साहित्यकारों ने भी स्वतंत्रता के आंदोलन में अपनी रचनाओं से जन जागरण का काम किया. स्वाधीनता की पत्रकारिता जिस रूप में हुई उसी रूप पर आज के युवा पीढ़ी के सामने लाई जानी चाहिए, उस पर चर्चा होनी चाहिए। बिहार के पत्रकारों में ऊर्जा है. बिहार देशभर के पत्रकारों की उर्वरा भूमि है. वर्तमान में पत्रकारिता के बदले स्वरूप पर उन्होंने कहा कि आज की पत्रकारिता में विश्वसनीयता समाप्त हो गई है. पत्रकारिता व्यापार आधारित हो गई है.

मुख्य वक्ता प्रो. कुमुद शर्मा ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में बिहार प्रांत की भूमिका प्रशंसनीय रही है. स्वाधीनता आंदोलन के दौरान साहित्य और पत्रकारिता के बीच कोई विभाजन रेखा थी ही नहीं.जो साहित्यकार थे वही पत्रकारिता में आते थे. साहित्य और पत्रकारिता के बीच सामंजस्य था. स्वतंत्रता आंदोलन में बिहार के साहित्यकारों की भी महती भूमिका रही. प्रोफेसर कुमुद शर्मा ने 1857 के स्वतंत्रता आंदोलन की पत्रकारिता पर ईसाई पादरी जेम्स लोंग के बातों पर चर्चा करते हुए कहती है कि जेम्स लोंग भारत के समाचार पत्रों के स्वरूप के बारे में कहते हैं कि ” भारत का समाचार पत्र देखने में बहुत साधारण होता है पर वीर काव्य की तरह अपना असर दिखाते हैं. भारतीयों को जगाने में इन देशी समाचार पत्रों की बड़ी भूमिका होती है. इनका प्रसार कम है परंतु प्रभाव ज्यादा है. भारतीय समाचार पत्रों में प्रकट मत खतरों की चेतावनी देता है. ” प्रो कुमुद शर्मा ने साहित्यकारों पर चर्चा करते हुए कहती है कि बिहार की धरती ने कई साहित्यकारों को पैदा किया जिसने अपने व्यक्तिगत सुखों को तिलांजलि देकर स्वतंत्रता आंदोलन में महती भूमिका निभाया. उन्होंने बिहार के साहित्यकार राजा राधिका रमन सिंह, रामवृक्ष बेनीपुरी, रामधारी सिंह दिनकर, शिवपूजन सहाय, मोहनलाल मेहता जैसे देशभक्त साहित्यकार और उनकी रचनाओं पर भी चर्चा की.

परिचर्चा में कार्यक्रम के मार्गदर्शक बिहार लोक सेवा आयोग, पटना के माननीय सदस्य प्रोफेसर अरुण कुमार भगत ने अपने उद्बोधन में कहा कि स्वतंत्रता संग्राम में भाषाई पत्रकारिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही. 1857 की क्रांति के पूर्व पराधीन भारत के पत्रकारों ने देश की स्वतंत्रता के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया था. स्वाधीनता संग्राम का कालखंड लगभग 121 वर्षों का है. 1826 में भाषाई पत्रकारिता की शुरुआत और 1947 में देश कि स्वतंत्रता तक की पत्रकारिता राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर स्थापित हुई. प्रो अरुण कुमार भगत ने इस 121 वर्षों की पत्रकारिता के कालखंड को चार भागों में विभाजित करते हुए कहा कि 1826 से 1857 तक प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन के पूर्व की पत्रकारिता रही, फिर 1900 तक भारतेंदु युगीन पत्रकारिता का प्रभाव रहा, 1920 तक तिलक की पत्रकारिता का प्रभाव दिखाई देती है और फिर 1920 से 1947 तक गांधी युगीन पत्रकारिता का प्रभाव रहा. उन्होंने कहा कि भाषाई पत्रकारिता के माध्यम से ही स्वाधीनता की पूरी लड़ाई लड़ी गई. उन्होंने स्वाधीनता संग्राम में बिहार के पांच प्रमुख अखबार बिहार बंधु, पाटलिपुत्र, सर्च लाइट, बिहार टाइम्स एवं आर्यावर्त जैसे समाचार पत्रों के विकास एवं भूमिका पर भी चर्चा किया.

कार्यक्रम का संयोजन भोजपुरी सांस्कृतिक समूह, संस्कार भारती, बिहार के सह संयोजक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने किया.तकनीकी संयोजन उत्तर बिहार के प्रांत महामंत्री सुरभित दत्त ने की.
मीडिया को जानकारी देते हुए कार्यक्रम संयोजक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने बताया कि इस परिचर्चा में “स्वतंत्रता संग्राम में बिहार की पत्रकारिता और साहित्य” के विविध आयामों पर सविस्तार से चर्चा की गई. इस परिचर्चा को संस्कार भारती, बिहार के फेसबुक पेज से लाइव प्रसारित किया गया, जिसमें बिहार सहित देशभर से लगभग सैकड़ों लोग सक्रिय रुप से जुड़े रहे.

परिचर्चा के अंत में कार्यक्रम संयोजक डॉ. परमात्मा कुमार मिश्र ने सभी अतिथियों एवं प्रतिभागियों का धन्यवाद ज्ञापन किया एवं संस्कार भारती, बिहार के सदस्यों के प्रति आभार प्रकट किए.

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बिहार में विप की सीटों का बंटवारा, 13 पर भाजपा और 11 पर जदयू लड़ेगी चुनाव

पटना: बिहार विधानपरिषद की 24 सीटों पर होने वाले चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 13 और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) 11 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। प्रदेश भाजपा कार्यालय में केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव और जदयू की ओर से प्रदेश के शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने संयुक्त प्रेसवार्ता में इसकी घोषणा की।

पार्टी कार्यालय में पत्रकारों को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि 24 सीटों पर होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर राजग में बात तय हो गयी है। उन्होंने कहा कि भाजपा 13 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। वहीं एक सीट वह अपने सहयोगी पशुपती पारस लोजपा गुट को देगी यानी 12-1 पर भाजपा-पारस गुट और 11 सीट पर सहयोगी जदयू चुनाव लड़ेगी।

केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि बीते चार टर्म से हम (भाजपा-जदयू) एक साथ सरकार चला रहे हैं। इससे बिहार का चौमुखी विकास हुआ है। सरकार ने प्रतिबद्धता से काम किया है। दोनों दल ने एकदूसरे का सम्मान देकर सबका साथ सबका विकास के साथ प्रदेश के विकास में अपनी भागीदारी निभायी है। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश से आज सुबह वार्ता होने के बाद ही एमएलसी के 13-11 के फार्मूले पर सहमति बनी है।

शिक्षा मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि हमारा गठबंधन जितनी मजबूती से चल रहा है, यह आपके सामने है। आप सभी जनता है कि एमएलसी के 24 सीटें खाली है। हम लोग 12 पर लड़ना चाह रहे थे लेकिन ऐसा नहीं हुआ। हालांकि, भाजपा की ओर से यह कहा गया कि हम अपने में से एक सीट पारस गुट को देंगे, जिसके बाद हम लोगों की ओर से भी सहमति दे दी गई। वीआईपी को सीट नहीं देने के सवाल पर केंद्रीय मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि हम अपने सहयोगी को साथ लेकर ही इस चुनाव में उतरेंगे। उनकी रजामंदी और सहयोग रहेगा।

भाजपा की सीट

रोहतास, औरंगाबाद, सारण, सीवान, दरभंगा, पूर्वी चंपारण, कटिहार, किशनगंज, सहरसा, गोपालगंज, बेगूसराय, समस्तीपुर और वैशाली सीट है। इनमें से वैशाली सीट से लोजपा के पारस गुट के लिए छोड़ दिया गया है।

जदयू की सीट

पटना, भोजपुर, गया, नालंदा, मुजफरपुर, पश्चिमी चांपारण, सीतमामढ़ी, भागलपुर, मुंगेर, नवादा और मधुबनी।

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Chhapra: श्री प्रकाश ऑर्नामेंट्स के तत्वाधान में निःशुल्क आंख जांच शिविर लगाया गया। जिसका उद्घाटन वरुण प्रकाश और राखी गुप्ता ने किया।

आंख जांच शिविर में लगभग 500 से अधिक लोगों ने आंख जांच कराकर चिकित्सीय परामर्श पाया। आंख जांच शिविर का आयोजन छपरा में दो जगह पर किया गया। पहला शिविर श्रीप्रकाश वरना मेंट के प्रांगण में लगाया गया था, वही दूसरा शिविर महतो मुसहरी गांव में लगाया गया था।

वरुण प्रकाश ने कहा कि छपरा नगर निगम वासियों के लिए निःशुल्क आंख जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर को लेकर के लोगों का उत्साह देखने को मिला। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करते हुए छपरा नगर निगम वासियों ने आंख जांच कराया। हर संभव लोगों की मदद की जा रही है। राज्य सरकार एवं केंद्र सरकार के द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का लाभ शिविर के माध्यम से छपरा नगर निगमवासियों को दी जाएगी।

राखी गुप्ता ने कहा कि निशुल्क जन सेवा शिविर के माध्यम से पिछले 2 महीने से छपरा नगर निगम वासियों के लिए राशन कार्ड, आयुष्मान कार्ड, श्रम कार्ड, वृद्धा पेंशन, वोटर आईडी कार्ड आदि निशुल्क बनाया जा रहा है। वृद्धा पेंशन, विधवा पेंशन पेंशन और दिव्यांग जनो के लिए केवाईसी कराया जा रहा है। पिछले 2 महीने में लगभग 65 हज़ार परिवारों ने इस शिविर का लाभ उठाया है। पिछले 4 दिन से वैक्सीनेशन कैंप के जरिए लगभग 600 लोगों ने वैक्सीन भी प्राप्त किया है। छपरा नगर निगम वासियों के लिए लगातार शिविर के माध्यम से लोगों की समस्या का हल किया जाएगा।

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Chhapra: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, नगर इकाई के द्वारा विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं जयप्रकाश विश्वविद्यालय के पूर्व कुलसचिव स्व० प्रो० विपिन बिहारी की श्रद्धांजलि सभा आयोजित कर उनके आत्मा के शांति हेतु प्रार्थना किया गया.

श्रद्धांजलि सभा में उपस्थित विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने कहा कि प्रो. बिपिन बिहारी का हमसभी को छोड़ परलोक की ओर जाना शिक्षा, समाज एवं संगठन के लिए अपूर्णीय क्षति है. प्रो० विपिन बिहारी स्वयं में एक विचार थे. प्रो० विपिन बिहारी भले ही आज हमारे बीच नहीं हो लेकिन समाज शिक्षा और संगठन के लिए उनका योगदान उनको हमेशा के लिए अमर कर दिया है.

इसे भी पढ़ें: अपने अधिकारों के लिए छात्र सजग: श्रीनिवास 

वहीं बिहार-झारखंड क्षेत्र के क्षेत्र संगठन मंत्री निखिल रंजन ने कहा कि एक शिक्षक कार्यकर्ता के नाते प्रो. बिपिन बिहारी का छात्र, समाज एवं राष्ट्र के प्रति चिंतन एवं सदैव सकारात्मक दृष्टि देना संगठन, समाज व राष्ट्र के लिए अतुलनीय योगदान है.

बिहार के प्रदेश संगठन मंत्री डॉ० सुग्रीव कुमार, प्रदेश सह संगठन मंत्री अजीत उपाध्याय, धीरज कुमार ने स्व० विपिन बिहारी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए उनके विचारों पर चल शिक्षा, समाज एवं राष्ट्र के प्रति अपनी जिम्मेदारियों को निभाने की बात कही.

ज्ञात हो कि स्व० विपिन बिहारी का निधन 13 जनवरी को उनके मुंबई इस्थित आवास पर हो गई थी. उक्त श्रद्धांजलि सभा में विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ० पूनम सिंह, बिहार के प्रदेश मंत्री लक्ष्मी रानी, विभाग संयोजक बंशीधर कुमार, जिला संयोजक रजनीकांत सिंह, नगर मंत्री प्रशांत सिंह, नगर सह मंत्री रवि शंकर चौबे, राकेश कुमार विश्वविद्यालय इकाई अध्यक्ष विशाल कनोडिया, उपाध्यक्ष रितेश प्रकाश, गुलशन कुमार, विष्णु शरण तिवारी, रोहित पांडे, स्थानीय विधायक डॉ० सी एन गुप्ता, अभाविप के पूर्व कार्यकर्ता शांतनु सिंह, धर्मेंद्र सिंह डॉ० विश्वामित्र पाण्डेय, चरण दास, अवधेश कुमार, तनुज सौरभ, दिवाकर सिंह, चंदन सिंह, आदि उपस्थित थे.

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VIDEO: अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री श्रीनिवास ने छपरा में कहा कि छात्र अपने अधिकारों के प्रति सजग हैं. सरकार भी उनकी मांगों को लेकर संवेदनशील है. अधिकारियों को चाहिए कि वे छात्रों के हितों को ध्यान में रखें. 

 

देखिये EXCLUSIVE REPORT  

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Chhapra: सारण जिला प्राथमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव सुरेंद्र कुमार सिंह ने एक बयान जारी कर कहा है कि बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव संजय कुमार शिक्षा विभाग का अजीबोगरीब पत्र जिसमें शिक्षकों को यह आदेश दिया गया है कि शराब पीने वाले और उसकी आपूर्ति करने वाले लोगों की पहचान शिक्षक करेंगे और उसकी सूचना मध निषेध विभाग को देंगे।

इस तुगलकी फरमान के विरोध में सारण जिला के शिक्षकों ने विरोध जताया। शिक्षकों का कहना है कि यह एक तुगलकी फरमान है जिसमें सरकार जानबूझकर शिक्षकों को मौत के मुंह में धकेलना चाहती है । जहां पूरे बिहार के पुलिस शराबियों और शराब बेचने वाले की पहचान नहीं कर पाई, वहां राष्ट्र निर्माता जो कलम के सिपाही हैं इसकी पहचान कैसे कर पाएंगे। यदि करते हैं तो शराब माफियाओं के द्वारा उनकी जान माल का खतरा उत्पन्न हो जाएगा। राष्ट्र निर्माता शिक्षा दान करते हैं ना कि शराबियों की पहचान करने का काम। यह पत्र उनके मान-सम्मान के खिलाफ है।

सारण जिला के शिक्षकों ने सरकार के इस पत्र की प्रति को नगरपालिका चौक पर जलाए और सरकार के खिलाफ नारेबाजी की । सरकार के इस पत्र की प्रति को जलाने के लिए रविंदर सिंह, विश्वजीत चंदेल, कमलेश सिंह, संजय सिंह, मनोहर कुमार, अरविंद ठाकुर, आलोक कुमार, उपेंद्र राय, गुड्डू जी, श्याम बिहारी यादव, मनोज सिंह, राजेश मास्टर, सच्चिदानंद चौधरी, दिनेश राय, मोहम्मद अकबर, हरि बाबा, संजीत सिंह, सुजीत कुमार, काशीनाथ, जितेंद्र चौधरी, हरेंद्र सिंह, मंटू सिंह, दिलीप कुमार उपस्थित थे.

क्रीड़ा भारती के सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का उद्घाटन

क्रीड़ा भारती के सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का उद्घाटन

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Chhapra: आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 1 से 7 फरवरी तक होने वाले सूर्य नमस्कार अभियान के निमित्त क्रीड़ा भारती छपरा के द्वारा सूर्य नमस्कार कार्यक्रम का उद्घाटन किया गया.

इस अवसर पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के वरिष्ठ स्वयंसेवक रजनीश सुधाकर का उद्बोधन हुआ. कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के जिला कार्यवाह डाॅ. सरोज जी, कार्यक्म के जिला के सह संयोजक प्रवीण, नगर सह कार्यवाह सत्यप्रकाश, दीपक,क्रीड़ा भारती के उत्तर बिहार प्रांत के सुरेश जी, क्रीड़ा भारती के जिला संयोजक पंकज कश्यप तथा क्रीड़ा भारती के इस कार्यक्रम के संयोजक सूरज, कबड्डी संघ के उपाध्यक्ष अमरिंदर सिंह, सुशील, राकेश, नीरज, निलेश, यशपाल , गौरी शंकर सहित कई खेल संगठनों के प्रमुख उपस्थित रहे।

कार्यक्रम में उपस्थित सभी लोगों ने 1 से 7 फरवरी तक प्रतिदिन सूर्य नमस्कार करने का संकल्प लिया। विदित हो कि छपरा जिला में क्रीड़ा भारती एवं अन्य संगठनों के द्वारा 1 से 7 फरवरी तक 700000 सूर्य नमस्कार करने का संकल्प लिया गया है ।

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सीएम शराब की जानकारी लेने का कार्य जनप्रतिनिधियों से कराए, शिक्षकों का यह कार्य नही : पुनीत रंजन

Chhapra: शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव द्वारा शिक्षकों से शराब की बिक्री एवं सेवन करने वाले लोगों की निगरानी करने संबंधी जारी पत्र के बाद शिक्षकों में आक्रोश है. शिक्षक संघ इस पत्र को अविलंब रद्द करने की मांग कर रहे हैं, अन्यथा वह आंदोलन के मूड में दिख रहे हैं. शनिवार को शिक्षक संघ द्वारा इस पत्र का कड़ा विरोध किया गया.

जारी पत्र को लेकर माध्यमिक शिक्षक संघ के संयुक्त सचिव पुनीत रंजन ने कहा कि राज्य सरकार के मुखिया ने सूबे में शराबबंदी कानून लाया है, जिसको शत-प्रतिशत लागू करने को लेकर उनके ही शीर्ष पदाधिकारी इसका माखौल उड़ा रहे हैं. शिक्षक शिक्षण के लिए है ना कि शराब का सेवन और उसकी बिक्री करने वालों की निगरानी के लिए.

श्री रंजन ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि राज्य की सरकार सूबे में शिक्षा व्यवस्था चौपट करने का मन बना चुकी है. लगातार शिक्षकों से शिक्षण के बदले गैर शैक्षणिक कार्य जनगणना, पशु गणना, सहित दर्जनों कार्यों के साथ अब शराब बेचने और शराब की सेवन करने वाले लोगों की जानकारी एकत्रित करने के लिए प्राथमिक से लेकर महाविद्यालय तक के शिक्षक शिक्षिकाओं को लगाने का निर्देश दिया है.

उन्होंने मुख्यमंत्री से आग्रह किया कि वह इस कार्य में जनप्रतिनिधियों को शामिल करें. जिनका अपने क्षेत्र समुदाय में अलग ही प्रभाव रहता है. त्रिस्तरीय पंचायत के प्रतिनिधियों से इस कार्य को कराने का निर्देश एवं आदेश जारी करने का आग्रह करते हुए श्री रंजन ने कहा कि यह कतई शिक्षकों का कार्य नहीं है. राज्य सरकार और उनके पदाधिकारी इस आदेश पर पुनर्विचार करें और रद्द करें. अन्यथा की स्थिति में शिक्षक आंदोलन के मूड में है अगर यह कार्य जल्द नहीं किया गया तो जल्दी ही एक रणनीति के तहत शिक्षकों का आंदोलन प्रारंभ होगा.

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