छपरा के रास्ते श्रावणी मेला एक्सप्रेस 12 जुलाई से 12 अगस्त तक गोरखपुर से देवघर तक जाएगी

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा श्रावणी मेला के अवसर पर मेला यात्रियों की सुविधा हेतु 05028 गोरखपुर-देवघर अनारक्षित श्रावणी मेला विशेष गाड़ी का संचलन 12 जुलाई से 12 अगस्त 2022 तक तथा 05027 देवघर-गोरखपुर अनारक्षित श्रावणी मेला विशेष गाड़ी का संचलन 13 जुलाई से 13 अगस्त,2022 तक 32 फेरों के लिये किया जायेगा.

यात्रियों को यात्रा के दौरान एवं स्टेशन पर प्रशासन द्वारा निर्धारित कोविड प्रोटोकाल का पालन करना होगा.

05028 गोरखपुर-देवघर अनारक्षित श्रावणी मेला विशेष गाड़ी 12 जुलाई से 12 अगस्त,2022 तक प्रतिदिन गोरखपुर से 20.00 बजे प्रस्थान कर चैरीचैरा से 20.27 बजे, देवरिया सदर से 21.13 बजे, भटनी से 21.40 बजे, मैरवा से 22.10 बजे, सीवान से 22.40 बजे, एकमा से 23.22 बजे, दूसरे दिन छपरा से 00.15 बजे, दिघवारा से 01.05 बजे, सोनपुर से 01.37 बजे, हाजीपुर से 01.52 बजे, देसरी से 02.25 बजे, शाहपुर पटोरी से 02.47 बजे, बछवारा से 03.10 बजे, बरौनी से 03.40 बजे, बेगूसराय से 04.02 बजे, साहिबपुर कमाल से 04.27 बजे, मुंगेर से 05.20 बजे, सुल्तानगंज से 06.55 बजे, भागलपुर से 08.05 बजे, बरहट जं0 से 10.35 बजे तथा बांका से 11.05 बजे छूटकर देवघर 12.40 बजे पहुंचेगी.

वापसी यात्रा में 05027 देवघर-गोरखपुर अनारक्षित श्रावणी मेला विशेष गाड़ी 13 जुलाई से 13 अगस्त,2022 तक प्रतिदिन देवघर से 19.45 बजे प्रस्थान कर बांका से 21.13 बजे, बरहट से 21.41 बजे, भागलपुर से 22.55 बजे, सुल्तानगंज से 23.25 बजे, दूसरे दिन मुंगेर से 00.45 बजे, साहिबपुर कमाल से 01.35 बजे, बेगूसराय से 02.32 बजे, बरौनी से 03.20 बजे, बछवारा से 03.42 बजे, शाहपुर पटोरी से 04.10 बजे, देसरी से 04.32 बजे, हाजीपुर से 05.10 बजे, सोनपुर से 05.25 बजे, दिघवारा से 05.55 बजे, छपरा से 07.05 बजे, एकमा से 07.33 बजे, सीवान से 08.05 बजे, मैरवा से 08.27 बजे, भटनी से 08.55 बजे, देवरिया सदर से 09.20 बजे तथा चैरीचैरा से 09.47 बजे छूटकर गोरखपुर 11.20 बजे पहुंचेगी .

इस गाड़ी में एस.एल.आर/एस.एल.आर.डी. के 02 तथा साधारण द्वितीय श्रेणी के 13 कोचों सहित कुल 15 कोच लगाये जायेंगे.

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Chhapra: सावन का महिना शुरू होने में अब छह दिन शेष रह गये है. कांवरिया मार्ग में प्रशासनिक तैयारी भी अंतिम चरण में है. इसी कड़ी में कांवरियों के रूट मार्ग पहलेजा घाट से गंडक पुल तक जिलाधिकारी राजेश मीणा और पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार ने स्थलीय निरीक्षण.

आगामी 14 जुलाई से शुरू हो रहे सावन को लेकर तैयारियों का जायजा भी लिया तथा संबंधित पदाधिकारियों, कार्यपालक अभियंताओं को आवश्यक निदेश दिए गए.

जिलाधिकारी ने  सोनपुर अनुमंडल सभागार में विधि व्यवस्था संबंधी समीक्षात्मक बैठक में सभी संबंधित पदाधिकारियों, कार्यपालक अभियंताओं, पुलिस पदाधिकारियों को महत्वपूर्ण निदेश दिए.

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Chhapra: जयप्रकाश विश्वविद्यालय के अंतर्गत छपरा, सिवान एवं गोपालगंज में संचालित होने वाली अंगीभूत व संबद्ध कालेजों में एसेसमेंट एंड एक्रीडेशन काउंसिल (नेक) से मूल्यांकन एवं ग्रेडिंग के लिए बैठक हुई। सीनेट हाल में कुलपति प्रो. फारूक अली की अध्यक्षता में हुई बैठक में जैक की ग्रेडिंग के लिए तैयारी कर रहे कालेजों में इंटरनल क्वालिटी एश्योरेंस सेल (आइक्यूआइसी) का गठन अनिवार्य रूप से करने का आदेश दिया गया। इसके तहत 50 तरह की कमेटी गठित होगी। यह सेल कालेज में आंतरिक गुणवत्ता पर नजर रखेगी।

इसी के साथ अकादमिक अपग्रेडेशन के लिए भी काम करेगी। आइक्यूआइसी के संयुक्त निदेशक डा. राजेश नायक ने कहा कि आइक्यूआइसी के लिए विभिन्न कमेटियों के गठन की आवश्यकता है। इसमें सबसे अधिक आवश्यकता विभागों के रिकार्ड मेनटेन किए जाने की है। कोड आफ कन्डक्ट के लिए भी एक कमेटी की आवश्यकता है। इसपर कुलपति ने सीनियर डीन प्रो. गजेंद्र कुमार और आइक्यूआइसी के निदेशक प्रो. यूएस ओझा को अधिकृत किया कि आप सबसे बात करके और कमेटी का गठन करें। वीसी ने कहा कि नैक से ग्रेडिंग में जो भी ग्रेड आवे लेकिन हम नेक एकीडेशन के लिए अप्लाई जरूर करेंगे। बैठक का संचालन समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद प्रो. हरिश्चंद्र ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन प्रो. यूएस ओझा ने किया। इसके पूर्व एनएसएस की स्वयसेविका ने स्वागत गीत एवं कुलगीत प्रस्तुत किया। इस मौके पर में मानविकी डीन प्रो. गजेंद्र कुमार, सोशल साइंस डीन प्रो. आरडी राय माइस डीन प्रो. उदय अरविंद, वित्त परामर्शी आईटी सेल के डा. धनंजय आजाद, पीजी हिन्दी विभाग की हेड डा. अनिता, जविज्ञान विभाग के अध्यक्ष डा. राणा विकम, स्नातकोत्तर भीतिक विभाग के हेडा महेंद्र सिंह पीजी मनोविज्ञान विभाग की हेड डा. पूनम सिंह, पीजी भूगोल विभाग की हेड डॉ. वीरेंद्र कुमार, पीजी गणित विभाग के डेटा अशोक कुमार, पीजी दर्शन शास्त्र के हेड प्रो. रामनाथ प्रसाद आदि मौजूद थे।

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Chhapra: बकरीद वश्रावणी मेला को देखते हुए पुलिस प्रशासन की ओर से विशेष सतर्कता बढ़ती जा रही है। एसपी संतोष कुमार ने बताया कि विधि व्यवस्था को लेकर 1000 से अधिक पुलिस कर्मी तथा 500 से अधिक पुलिस पदाधिकारी को बकरीद को देखते हुए तैनात किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सभी थानाध्यक्षों को विशेष रूप से निर्देश दिया गया है कि वह अपने-अपने थाना क्षेत्र में पुलिस पेट्रोलिंग को तेज करेंगे और संदिग्ध लोगों पर विशेष नजर रखेंगे। अति संवेदनशील स्थान पर पुलिस पदाधिकारी, जवान और मजिस्ट्रेट की तैनाती रहेगी। एसपी ने बताया कि इसका खुद हुए मॉनिटरिंग कर रहे हैं।

जिले के सभी थाना अध्यक्षों के साथ ले वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे और सभी थानाध्यक्षों को विशेष रूप से निर्देश दिया जा रहा था कि वे अपने अपने क्षेत्र में अभी से ही विशेष रूप से चौकस रहे। अगर कहीं से भी कोई सूचना मिलती है तो तत्काल अपने एसडीपीओ और सर्किल इंस्पेक्टर तथा उन्हें इसकी सूचना दें ताकि समय रहते ताकि समय रहते हैं उन पर कार्रवाई किया जा सके। बैठक में सदर एसडीपीओ मुनेश्वर प्रसाद सिंह, भगवान बाजार थाना अध्यक्ष इंस्पेक्टर रंजीत कुमार ओएसडी अरुण कुमार अकेला, इंस्पेक्टर राजेश कुमार, जनता बाजार थाना अध्यक्ष संतोष कुमार, तथा अन्य पुलिस पदाधिकारी मीटिंग में मौजूद थे। करीब दो घंटे तक बकरीद को लेकर बैठक आयोजित की गई। उधर टाउन थाने में भी प्रभारी थाना अध्यक्ष सुजीत कुमार के अध्यक्ष शांति समिति की बैठक संपन्न हुई।

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मशरक: पूर्व सांसद व राजद के वरिष्ठ नेता प्रभुनाथ सिंह अपने भतीजे के तिलक समारोह में हिस्सा लेने हजारीबाग जेल से पेरोल पर मशरक पहुंचे। उनके साथ भाई दीनानाथ सिंह भी आये हैं। बनियापुर विधायक केदारनाथ सिंह के पुत्र हाईकोर्ट पटना के अधिवक्ता ऋतुराज सिंह के तिलक समारोह मंगलवार को था। मशरक में सभी दल के नेताओं का जमावड़ा लगा।

पूर्व सांसद श्री सिंह सोमवार की देर रात मशरक बड़हिया टोला अवस्थित आवास पर पहुंचे जहां सैकड़ों लोगों ने स्वागत किया। मंगलवार के दोपहर बाद से ही तिलक समारोह में शामिल होने के लिए राजद , कांग्रेस , जदयू एवम भाजपा सहित अन्य दल के सांसद एवम विधायक , पंचायत प्रतिनिधि के अलावे कई आला अधिकारी पहुंचे। स्वागत स्वयं अपने परिजनों संग पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह ने किया । भीड़ के कारण देर शाम तक मशरक बाजार सहित मुख्य मार्ग पर महाजाम लगा रहा। मशरक पुलिस ट्रैफिक कंट्रोल में मुस्तैद रही। समारोह में मुख्य रूप से कांग्रेस से पूर्व मंत्री राज्यसभा सांसद अखिलेश सिंह , पूर्व सांसद अरुण सिंह, विधायक श्रीकांत राय , विधायक अवध बिहारी चौधरी, विधायक प्रेमशंकर यादव, विधायक छोटेलाल राय , विधान पार्षद महेश्वर सिंह, विधान पार्षद बीरेंद्र नारायण यादव , राधाचरण सेठ, पूर्व मंत्री गौतम सिंह, पूर्व मंत्री विजय कृष्ण, झारखंड भाजपा के वरिष्ठ नेता रामबाबू तिवारी, पूर्व मंत्री जय कुमार सिंह, पूर्व विधायक धूमल सिंह, मंजीत सिंह , शत्रुघ्न तिवारी चोकर बाबा, सलीम परवेज के अलावे छपरा, सिवान, गोपालगंज के जिला परिषद चेयरमैन, प्रमुख मुखिया भी शामिल हुए।

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बिहार में पेट्रोल-डीजल की खुदरा कीमतों में आज काफी उतार चढ़ाव देखा जा रहा है। राज्य के 14 जिलों में पेट्रोल डीजल के दाम में उछाल आया है जबकि 18 जिलों में गिरावट दर्ज की गयी है। राजधानी पटना में पेट्रोल की कीमत 26 पैसे बढ़ गई है। आज एक लीटर पेट्रोल की कीमत 107.80 रु. है। भागलपुर में भी पेट्रोल के दाम में प्रति लीटर 66 पैसे की बढ़ोत्तरी हुई है। आज पूर्णिया की जनता को सबसे ज्यादा राहत मिली है। पेट्रोल की कीमत में 1.03 रु. की गिरावट हुई है। मुजफ्फरपुर में भी मामूली गिरावट हुई है। अरवल, बेगूसराय, जमुई, नवादा और शेखपुरा में रेट में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।

देखिए अलग-अलग शहरों में 25 जून 2022 के पेट्रोल-डीजल के दाम

शहर पेट्रोल रु.प्रति लीटर डीजल प्रति लीटर

अररिया 109.23 95.88
अरवल 107.81 94.57
औरंगाबाद 108.75 95.45
बांका 108.84 95.51
बेगूसराय 106.95 93.74
भागलपुर 107.89 94.65
बक्सर 108.72 95.42
दरभंगा 107.91 94.65
पू. चंपारण 108.64 95.35
गया 108.85 95.55
गोपालगंज 109.01 95.69
जहानाबाद 107.74 94.51
जमुई 108.96 95.65
कैमूर 108.08 95.76
कटिहार 108.70 95.38
खगड़िया 107.59 94.34
किशनगंज 109.35 95.99
लखीसराय 108.24 95.97
मधेपुरा 108.25 95.96
मधुबनी 108.63 95.32
मूंगेर 109.15 95.80
मुजफ्फरपुर 108.02 94.75
नालंदा 108.00 94.75
नवादा 108.39 95.11
पटना 107.80 94.56
पूर्णिया 108.71 95.39
रोहतास 108.29 95.01
सहरसा 107.07 94.79
समस्तीपुर 107.60 94.35
सारण 107.89 94.65
सीवान 108.62 95.32
शेखपुरा 108.56 95.27
शिवहर 108.56 95.25
सीतामढ़ी 108.35 95.05
सुपौल 108.88 95.55
वैशाली 107.30 94.09
प. चंपारण 109.00 95.68

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किसान सम्मान भवन का सांसद ने किया शिलान्यास, भवन किसानो के सम्मान का बनेगा केन्द्र बिंदु: सिग्रीवाल

जलालपुर : जलालपुर के हरपुर शिवालय परिसर में पचास लाख की लागत से बनने वाला किसान सम्मान भवन तो एक प्रतीक है, यह किसानों के सम्मान का केन्द्र बिन्दु बनेगा. एक भवन मे यह संचालित नही होने वाला है. इसमे आगे बहुत कार्य किया जाने वाला है, उक्त बातें महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने जलालपुर में कही. वे किसान सम्मान भवन के शिलान्यास के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में बोल रहे थे.

उन्होने बताया कि भारत पेट्रोलियम कारपोरेशन लिमिटेड की सीएसआर पहल के तहत भव्य किसान सम्मान भवन का निर्माण कुछ ही महीनों में पूरा कर लिया जाएगा. इसके निर्माण से गांव के किसानो को लाभ मिलेगा. उन्होने बताया कि इस देश का कल्याण करने में किसानों और मजदूरों की महत्वपूर्ण भूमिका है. भारत कृषि प्रधान देश है.

यहां की बड़ी आबादी खेती बाड़ी पर निर्भर रहती है. भारत के लोकप्रिय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों की हित के बारे में लगातार कार्य कर रहे हैं. वे कहते है कि देश के किसान समृद्ध नही होंगे तबतक देश समृद्ध नही हो सकता. किसानो के हित मे चाहे किसान निधि की बात हो, उज्जवला योजना की बात को, किसान क्रेडिट कार्ड की बात हो या यूरिया पर सब्सिडी, किसानो के खेतो मे बिजली पहुंचाने की बात हो, हर क्षेत्र में किसानों के लिए केंद्र सरकार लगातार कार्य कर रही है.

उन्होने बताया कि किसान क्रेडिट कार्ड से देश में तीन करोड़ 40 लाख किसान लाभान्वित हो रहे हैं. वही चार करोड़ किसान पी एम सम्मान योजना से लाभ पा रहे है. नीम कोटेड यूरिया जिस पर केंद्र सरकार लगातार 1200 की सब्सिडी दे रही है. उन्होने बताया कि 50 लाख रुपए की लागत से हरपुर शिवालय परिसर में बनने वाला यह किसान सम्मान भवन में एक बड़ा हॉल, चार कमरे व अन्य ससुसज्जित संसाधन होंगे.

कार्यक्रम में भूमि पूजन व शिलान्यास किशुनपुर पंचायत के मुखिया प्रतिनिधि तारकेश्वर सिंह, संत दामोदर दास जी महाराज व युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल ने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच में किया.

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शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न होगा बकरीद का पर्व: जिलाधिकारी 

Chhapra: बकरीद का त्योहार को शांतिपूर्ण एवं सौहार्दपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु सारण सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि सूचनानुसार इस वर्ष बकरीद का त्योहार दिनांक 10.07.2022 को मनाये जाने की संभावना है। चांद के दृष्टिगोचर होने के अनुसार इस तिथि में परिवर्तन हो सकता। यह पर्व तीन दिनों तक मुस्लिम समुदाय के लोगों द्वारा धूम-धाम से मनाया जाता है। बकरीद पर्व को शान्तिपूर्ण और साम्प्रदायिक सद्भाव के वातावरण में मनाने हेतु जिलाधिकारी महोदय के द्वारा उपस्थित पदाधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिया गया। असामाजिक तत्वों के द्वारा अराजक स्थिति उत्पन्न करने के परिणामस्वरूप विधि-व्यवस्था की गहन समस्या उत्पन्न हो जाती है। इस परिस्थिति में विभिन्न समुदायों के असमाजिक तत्वों के साथ-साथ साम्प्रदायिक भावना भड़काने वाले तत्वों पर कड़ी निगरानी रखते हुए वैधानिक एवं प्रशासनिक कार्रवाई अपेक्षित हैं ताकि सौहार्दपूर्ण वातावरण में पर्व संपन्न कराया जा सके।

जिलाधिकारी के द्वारा सभी अनुमण्डल पदाधिकारी को अपने-अपने क्षेत्र के अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, पुलिस निरीक्षक, थानाध्यक्ष के साथ शांति समिति की बैठक कर क्षेत्र की विधि व्यवस्था की स्थिति का आकलन कर संवेदनशील और अत्यंत संवेदनशील क्षेत्रों को चिन्हित कर इन पर विशेष निगरानी रखने का निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक के द्वारा जारी संयुक्त आदेश के जरिए जिला स्तर से थानावार वरीय दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गई है। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी, अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी को आदेश दिया गया कि वे क्षेत्र की विधि व्यवस्था और संवेदनशीलता का आकलन कर आवश्यकतानुसार अपने स्तर से भी दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति करना सुनिश्चित करेंगे। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी अंचल अधिकारी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत, पुलिस निरीक्षक, पुलिस अंचल और थानाध्यक्ष अपने अपने क्षेत्र में सघन गश्ती करेंगे और किसी भी छोटी से छोटी घटना की सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए उसकी सूचना जिला नियंत्रण कक्ष और वरीय पदाधिकारियों को देना सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी एवं थानाध्यक्ष विधि व्यवस्था संधारित करने हेतु व्यापक रूप से आसूचनाओं का संग्रहण करने तथा असामाजिक तत्वों की गतिविधियों पर विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया। पुलिस अधीक्षक के द्वारा थानाध्यक्षों को अपने थाना क्षेत्र के साम्प्रदायिक तनाव वाले स्थलों को चिन्हित करने का आदेश दिया गया। सोशल मीडिया पर कड़ी नजर रखने का निर्देश पुलिस अधीक्षक महोदय के द्वारा दिया गया।

जिलाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया कि पर्व के दौरान धार्मिक स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था, भीड़ नियंत्रण हेतु प्रभावकारी व्यवस्था, संवेदनशील स्थलों पर रात्रि गश्ती की समुचित व्यवस्था करना हर हाल में सुनिश्चित की जानी चाहिए। छोटी से छोटी घटनाओं को भी गंभीरता से लेते हुए उन्हें तत्काल सुलझाने की प्रभावकारी कार्रवाई करने का निर्देश दिया गया। स्टेशन और बस स्टैण्ड पर बाहर से आने वाले लोगों पर निगरानी रखना और रैण्डम चेकिंग करने के साथ-साथ होटल एवं सराय इत्यादि को चेक करने का निर्देश दिया गया ताकि पर्व के दौरान शांति व्यवस्था स्थापित रह सके और विधि व्यवस्था की कोई समस्या उत्पन्न न हो। नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम और सभी कार्यपालक पदाधिकारी, नगर पंचायत तथा संबंधित अंचल अधिकारीगण को आदेश दिया गया कि वे पर्व के अवसर पर अपने क्षेत्र की व्यापक साफ-सफाई करवाना सुनिश्चित करेंगे।

जिलाधिकारी के द्वारा स्पष्ट रुप से निर्देश दिया गया कि संवेदनशील स्थानों पर बल की प्रतिनियुक्ति एवं सघन पुलिस गश्ती निश्चित रुप से हो। सभी अनुमण्डल पदाधिकारी और अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी अपने अपने क्षेत्र में विधि व्यवस्था के सम्पूर्ण प्रभार में रहेंगे और स्थिति पर लगातार सतर्क नजर रखते हुए किसी भी प्रकार की सूचना प्राप्त होने पर तत्क्षण कार्रवाई करते हुए वरीय पदाधिकारियों को अवगत करायेंगे।

विधि व्यवस्था संधारण एवं पर्यवेक्षण हेतु दिनांक 10.07.2022 से पर्व की समाप्ति तक जिला स्तर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जो 24 घंटे कार्यरत रहेगा। जिला नियंत्रण कक्ष, सारण का दूरभाष संख्या 06152-242444 है। जिला की विधि व्यवस्था और जिला नियंत्रण कक्ष के वरीय प्रभार मे डा० गगन, अपर समाहर्त्ता, सारण (मो० नं० 9473191268) एवं सौरभ जायसवाल, पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, सारण- 8544428112 रहेंगे।

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सी.सी.टी.वी. कैमरा की निगरानी में होगी परीक्षा: जिलाधिकारी

Chhapra: बिहार विद्यालय परीक्षा समिति बिहार, पटना से प्राप्त निर्देश के आलोक में जिलाधिकारी राजेश मीणा के द्वारा बताया गया कि औद्योगिक प्रशिक्षण उच्च माध्यमिक स्तरीय भाषा, हिन्दी और अंग्रेजी की परीक्षा दिनांक 07.07.2022 को आयोजित होगी। परीक्षा के लिए छपरा मुख्यालय के दो परीक्षा केन्द्र जगदम महाविद्यालय एवं गंगा सिंह कॉलेज, छपरा को केन्द्र बनाया गया है। परीक्षा दो पालियों में आयोजित होगी, प्रथम पाली का आयोजन 09:30 बजे पूर्वाह्न से 12:45 बजे अपराह्न तक एवं द्वितीय पाली अपराह्न 01:45 बजे से 05:00 बजे अपराह्न तक की होगी। परीक्षा सी.सी.टी.भी कैमरा की निगरानी में शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न होगी । इस परीक्षा में कुल 794 परीक्षार्थी शामिल होंगे।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्र पर केन्द्र स्टैटिक दण्डाधिकारी, गश्ती दण्डाधिकारी, उड़नदस्ता दल दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी, 1-4 सशस्त्र बल एवं महिला सिपाही की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है जो परीक्षा प्रारंभ तिथि को पूर्वाह्न 08:30 बजे से अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुँचकर परीक्षा समाप्ति के उपरांत तक विधि व्यवस्था को संधारित करेंगे। उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी को सत्त भ्रमणशील रहकर परीक्षा का संचालन कराते हुए विधि व्यवस्था को संधारित करने का निर्देश दिया गया है।

परीक्षा प्रारंभ होने के समय से परीक्षा के समाप्त होने तक की अवधि में अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा के द्वारा परीक्षा तिथि को केन्द्रों के 500 गज परिधि में दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत निषेद्याज्ञा लागू करने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान केन्द्र के 500 गज परिधि में शांति भंग करने के उद्वेष्य से पाँच या उससे अधिक व्यक्तियों को एकत्रित होना प्रतिबंधित रहेगा। किसी व्यक्ति के द्वारा लाठी, भाला एवं अन्य घातक, विस्फोटक लेकर चलने, ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग को प्रतिबंधित किया गया है।

परीक्षा से संबंधित प्रत्येक गतिविधि का वीडियोग्राफी करायी जाएगी। परीक्षा अवधि में अभ्यर्थियों की फोटोग्राफी भी करायी जाएगी। उस समय प्रत्येक अभ्यर्थी के चेहरे से मास्क हटा कर ही फोटोग्राफी होगी ताकि चेहरा स्पष्ट दिखे। सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक का यह दायित्व होगा कि वे परीक्षार्थियों के लिए सीट प्लान कोविड-19 के मद्देनजर निर्धारित मानकों को ध्यान में रखते हुए करेंगे। सीट प्लान को परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करने का भी निर्देश दिया गया है ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। परीक्षा के अवधि में सभी के लिए मास्क का प्रयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन करना अनिवार्य होगा। परीक्षार्थी मात्र एडमिट कार्ड के साथ परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेंगे। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि अभ्यर्थी मास्क, चप्पल, हाफ-शर्ट/कुर्ती में ही परीक्षा केन्द्र में प्रवेश करेंगे। परीक्षा केन्द्र में कैलकुलेटर, ग्रॉफ पेपर, मोबाईल फोन, चिट पुर्जा, कॉपी किताब, चाकू माचिस, ब्लेड, इलेक्ट्रॉनिक गजट आदि के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध होगा।

परीक्षा के लिए अनुमंडल कार्यालय, सदर छपरा के परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका नं0-06152-242444 है जो परीक्षा के दिन प्रातः 07:00 बजे से 6:00 बजे संध्या तक कार्यरत रहेगा। जिस पर परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकेगी। इस अवधि में परीक्षा में कदाचार एवं विधि व्यवस्था से संबंधित सूचना दी जा सकती है।

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Chhapra: अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण, छपरा के द्वारा सर्व साधारण को बताया गया है कि बिहार राज्य विधिक सेवा प्राधिकार पटना से प्राप्त पत्र के आलोक में एवं जिला एवं सत्र न्यायाधीश-सह-अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकार, सारण, छपरा के निर्देशानुसार में जिला विधिक सेवा प्राधिकार सारण छपरा के तत्वावधान में 13 अगस्त 2022 को पूर्वाह्न 10:30 बजे राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन व्यवहार न्यायालय परिसर सारण छपरा में किया जाएगा।

जिसमें सुलहनीय अपराधिक मामलों, एन.आई एक्ट के अंतर्गत सेक्षन-138, एम.ए.सी.टी केस, श्रमिक एवं कर्मचारी से संबंधित केस, बिजली, पानी बिल एवं अन्य बिल, भू-अधिग्रहण, नौकरी पेशा सेवा एवं पेंशन भुगतान से संबंधित केस, राजस्व वाद जो सिविल छपरा या उच्च न्यायालय पटना में पेडिंग चल रहे एवं अन्य सिविल कोर्ट से संबंधित मामलों का निष्पादन सुलह समझौते के आधार पर निपटारा किया जाएगा। उपर्युक्त प्रकार के वादों के पक्षकारों से आग्रह किया गया है कि इस अवसर का लाभ उठाते हुए अपने विवादों को राष्ट्रीय लोक अदालत में दिनांक 13.08.2022 को सुलह समझौते के आधार पर बिना खर्च बिल्कुल मुफ्त तत्काल समाप्त कराएँ। अपना वाद लोक अदालत में ले जाने के लिए उस न्यायालय से सम्पर्क करें जहाँ आपका वाद लंबित है। यदि आपका वाद लोक अदालत द्वारा निष्पादित होता है तो आप दाखिल न्याय शुल्क पाने के हकदार है।

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• टीबी है एक संक्रामक बीमारी इसलिए हमेशा रहें सावधान

• निक्षय पोषण योजना के तहत टीबी मरीजों को सरकार द्वारा दी जाती है सहायता राशि

Chhapra: टीबी एक संक्रामक बीमारी है । इस बीमारी के लक्षण कोरोना से काफी हद तक मिलते-जुलते होते हैं। इसके कारण इस बीमारी का सही पता लगाने में भी परेशानी होती है। ऐसे में पहले से टीबी जैसी बीमारियों से पीड़ित मरीजों के लिए यह दौर विशेष सतर्कता बरतने का है। क्योंकि इन मरीजों का इम्युन सिस्टम बहुत कमजोर होता है। इसके कारण उनमें कोरोना संक्रमण का खतरा अन्य मरीजों से कई गुना अधिक है। ऐसी परिस्थिति में सबसे जरूरी है कि टीबी मरीजों की दवा का क्रम न टूटे। कोरोना में जहां लगातार तेज बुखार और खांसी आती है। वहीं टीबी के लक्षणों में थकावट, आम बुखार, वजन गिरना, भूख न लगना और रात में पसीना आना है।

हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर टीबी की सैम्पलिंग शुरू

सिविल सर्जन डॉ. सागर दुलाल सिन्हा ने बताया कि अब जिले के सभी हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर पर भी टीबी सैम्पलिंग की सुविधा शुरू कर दी गई है । ताकि संबंधित मरीज सुविधाजनक तरीके से जाँच करा सके और जाँच कराने में उन्हें कोई असुविधा नहीं हो। उन्होंने बताया कि उक्त सेंटर पर सैंपल लेकर जाँच के लिए स्थानीय स्वास्थ्य संस्थान भेजा जाता है। वहाँ से रिपोर्ट आने के बाद मरीजों को टीबी की दवा उपलब्ध करा दी जाती है। आम लोगों से अपील करते हुए उन्होंने कहा कि टीबी का लक्षण महसूस होते ही ऐसे लोगों को बिना देर किए अपनी बलगम सहित अन्य टीबी की जाँच करवानी चाहिए। जिला के सभी स्वास्थ्य संस्थानों में मुफ्त जाँच एवं दवाई की सुविधा उपलब्ध है। इसके साथ ही ऐसे मरीजों को उचित पोषण आहार के लिए प्रधानमंत्री मंत्री निक्षय पोषण योजना के तहत सहायता राशि भी दी जाती है।

टीबी से बचाव के उपाय :-
• 2 हफ्ते से ज्यादा खांसी होने पर डॉक्टर को दिखाएं। दवा का पूरा कोर्स लें। डॉक्टर से बिना पूछे दवा बंद न करें।
• हमेशा मास्क पहनें या हर बार खांसने या छींकने से पहले मुंह को पेपर नैपकिन से कवर करें।
• मरीज किसी एक प्लास्टिक बैग में थूकें और उसमें फिनाइल डालकर अच्छी तरह बंद कर डस्टबिन में डाल दें। यहां-वहां नहीं थूकें।
• टीबी मरीज हवादार और अच्छी रोशनी वाले कमरे में रहें। साथ ही एसी से परहेज करें।
• पौष्टिक खाना खाएं एवं एक्सरसाइज व योगाभ्यास करें।
• बीड़ी, सिगरेट, हुक्का, तंबाकू, शराब आदि से परहेज करें।
• भीड़-भाड़ वाली और गंदी जगहों पर जाने से बचें।

ये हैं टीबी के लक्षण:-
– भूख न लगना, कम लगना तथा वजन अचानक कम हो जाना।
– बेचैनी एवं सुस्ती छाई रहना, सीने में दर्द का एहसास होना, थकावट रहना व रात में पसीना आना।
– हलका बुखार रहना, हरारत रहना।
– लगातार खांसी रहना, खांसी में बलगम आना तथा बलगम में खून आना। कभी-कभी जोर से अचानक खांसी में खून आ जाना।
– गर्दन की लिम्फ ग्रंथियों में सूजन आ जाना तथा वहीं फोड़ा होना।
– गहरी सांस लेने में सीने में दर्द होना, कमर की हड्डी पर सूजन, घुटने में दर्द, घुटने मोड़ने में परेशानी आदि।
– आंखें ऊपर को चढ़ना या बेहोशी आना ट्यूबरकुलस मेनिन्जाइटिस के लक्षण हैं।
– पेट की टीबी में पेट दर्द, अतिसार या दस्त, पेट फूलना आदि होते हैं।
– टीबी न्यूमोनिया के लक्षण में तेज बुखार, खांसी व छाती में दर्द होता है ।

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• गर्भवती महिलाएं साफ-सफाई का रखें विशेष ध्यान
• स्वच्छ पानी के सेवन से कई रोगों से मिलेगी मुक्ति
• हुकवर्म पेट में संक्रमण एवं एनीमिया के लिए होता है जिम्मेदार

Chhapra: स्वच्छता एवं साफ-सफाई किसी बीमारी से बचाव के लिए बेहद जरूरी है। क्योंकि, स्वच्छता एवं साफ-सफाई लोगों को बीमारियों के प्रभाव से काफी बचाव करता है। एनीमिया से बचाव एवं इसके रोकथाम के लिए स्वच्छता एवं साफ-सफाई काफी कारगर उपाय है। साथ ही ऐसे कई अन्य संक्रामक रोग भी हैं, जो दूषित पानी के सेवन या स्वच्छता के आभाव में फैलती है। जिसमें डायरिया एवं टायफाईड प्रमुखता से शामिल होते हैं। इसलिए, हर लोगों स्वच्छता एवं साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने की बेहद जरूरी है।

– हुकवर्म से शरीर में संक्रमण के साथ होती है खून की कमी 
हुकवर्म एक परजीवी होता है। यह दूसरे जीवित प्राणी के शरीर में जीवित रहते हैं। हुकवर्म इन्फेक्शन छोटी आंत में होता है। हुकवर्म का लार्वा त्वचा के संपर्क में आने के बाद छोटी आंत में पहुँचता है। जिसके बाद शरीर में कई तरह के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। जिसमें पेट में दर्द, उल्टी का होना, भूख न लगना, शरीर में खुजली होना, वजन कम जाना एवं थकान जैसे लक्षण शामिल होते हैं। हुकवर्म के कारण शरीर में हेमोग्लोबिन यानी खून की कमी भी हो जाती है। समान्य तौर पर यह संक्रमण गाँव में अधिक होता है, जिससे छोटे बच्चे भी प्रभावित होते हैं। यह संक्रमण ज्यादातर गंदगी के कारण ही होता है। खुले में शौच करना, हाथों की अच्छे से सफाई नहीं करना एवं नंगे पाँव जमीन पर चलने से इस संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इस लिहाज से साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार आँतों का वर्म विकासशील देशों के 10 फीसदी आबादी को संक्रमित करता है। जिससे एनीमिया, कुपोषण एवं बच्चों में विकास बाधित होता है।

– गर्भवती महिलाएं बरतें सावधानियां 
गर्भवती महिलाओं को साफ-सफाई पर अधिक ध्यान देने की जरूरत होती है। गर्भावस्था में खून की कमी के गंभीर परिणाम हो सकते हैं। हाथों की उचित साफ-सफाई के आभाव में हुकवर्म का खतरा गर्भवती महिलाओं को भी हो सकता है एवं इससे संक्रमण के साथ खून की कमी भी हो सकती है। इस लिहाज से गर्भवती महिलाएं हर बार हाथ धोते समय साबुन या राख का उपयोग करें। बहते या बहते पानी के नीचे हाथ धोएं। भोजन को तैयार करने या खाने से पहले हाथ धोएं और किसी को खिलाने या दवाइयाँ देने से पहले भी हाथों की सफाई करें। शौचालय जाने के बाद, शौच करने वाले व्यक्ति की सफाई करने, नाक बहने, खांसने, छींकने या किसी जानवर या जानवर के अपशिष्ट को संभालने के बाद और किसी बीमार व्यक्ति की देखभाल करने से पहले और बाद में भी हाथ धोएं। साथ ही घर में पीने के पानी को स्वच्छ रखें। पानी को उबालकर या फिल्टर युक्त पानी का सेवन करना जरुरी है। इससे दूषित पानी से फैलने वाले रोगों की आसानी से रोकथाम हो सकती है।

– स्वच्छता एवं साफ़-सफाई वर्तमान समय की माँग 
सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा ने बताया, वर्तमान समय में स्वच्छता एवं साफ-सफाई अनिवार्य है। इससे संक्रामक रोगों से भी निजात मिलेगी। उन्होंने बताया, बच्चों में डायरिया दूषित पानी एवं हाथों की साफ-सफाई की कमी के कारण ही होते हैं। इसको लेकर आशा कार्यकर्ता गृह भ्रमण के दौरान हाथों की सफाई के बारे में जानकारी भी देती है। उन्होंने लोगों से यह अपील भी की है कि सभी लोग साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखें और अनावश्यक परेशानियाँ से दूर रहें।

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