एबीवीपी का समीक्षा व अगामी कार्यक्रमों की योजना बैठक संपन्न

Chhapra: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद छपरा इकाई का बैठक शहर के एक निजी होटल के सभागार मे शनिवार कोसंपन्न हुआ।

जिसमें बीते सप्ताह हुऐ अमृत महोत्सव समारोह, सदस्यता अभियान की समीक्षा की गई व आगामी कॉलेज व नगर इकाई पूर्ण गठन पर चर्चा किया गया साथ ही स्वावलंबी भारत अभियान, रानी दुर्गावती जयंती 5 अक्टूबर, रानी लक्ष्मीबाई जयंती, 69 वां राष्ट्रीय अधिवेशन दिल्ली मे जो आयोजित होने वाला है, उसको लेकर चर्चा की गई साथ ही बैठक में अगामी कार्यक्रमों की योजना बनी.

इस मौके पर मुख्य रूप से प्रांत संगठन मंत्री धिरज कुमार ने कहा कि विधार्थी परिषद वर्ष भर कैम्पस और समाज मे अपनी गतिविधियां करती रहती है. ताकि नई पीढी़ के छात्रों को परिषद से जुड़ने व उनके व्यक्तित्व विकास हो और उनको देश, समाज के हेतू सही दिशा मिल सके.

बैठक मे राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य रवि पांडे, राज्य विश्वविद्यालय सह कार्य प्रमुख रजनीकांत सिंह,  विश्वविद्यालय संयोजक प्रशांत सिंह, विश्वविघालय संगठन मंत्री पुरूषोतम कुमार, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य रितेश प्रकाश, नगर सह मंत्री युवराज रंजन, रोहीत कुमार जेपीएम अध्यक्ष नेहा दूबे, सृष्टि कुमारी, प्रांत एसएफएस सह प्रमुख आशीष कुमार सोशल मीडिया प्रमुख नितेश दूबे, कॉलेज सह मंत्री रवि राणा, आदर्श राज, प्रकाश बादल, प्रभाकर भरद्वाज, धिरज कुमार आदि शामिल थे.

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69 वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा कदाचार मुक्त एवं शांतिपूर्ण माहौल में संपन्न कराने के लिए जिला पदाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक ने विभिन्न परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण

Chhapra: बिहार लोक सेवा आयोग, पटना के द्वारा आयोजित 69वीं संयुक्त प्रारंभिक प्रतियोगिता परीक्षा के सफल आयोजन हेतु कदाचार मुक्त, स्वच्छ एवं शांतिपूर्ण वातावरण में परीक्षा संपन्न कराने के उद्देश्य से शनिवार को जिला जिलाधिकारी अमन समीर पुलिस अधीक्षक, सारण डॉ गौरव मंगला के साथ गर्ल्स स्कूल, ब्रजकिशोर किंडर गार्टन, गंगा सिंह कॉलेज, सारण एकेडमी, सेंट्रल पब्लिक स्कूल, राजपूत हाई स्कूल छपरा सहित विभिन्न परीक्षा केंद्रों के निरीक्षण किया गया।

उनके द्वारा बताया गया कि किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा कक्ष में मोबाइल फोन/ कैलकुलेटर/ ब्लूटूथ /वाई-फाई गैजेट/ इलेक्ट्रॉनिक पेन/ पेजर/ रिस्ट वॉच इत्यादि जैसी इलेक्ट्रॉनिक सामग्री तथा व्हाइटनर/ इरेज़र एवं ब्लेड जैसी सामग्री ले जाना पूर्णतः वर्जित है।

इस पर विशेष ध्यान दें। परीक्षा को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं कदाचार रहित वातावरण में संचालन कराने के उद्देश्य से आपातकालीन परिस्थितियों से निपटने एवं हर पल की जानकारी हेतु जिला नियंत्रण कक्ष दूरभाष संख्या – 06152-242444 क्रियाशील होने की जानकारी दी गई।

परीक्षा कदाचार रहित संपन्न कराने के उद्देश्य से दण्डाधिकारियों , (महिला एवं पुरुष) पुलिस पदाधिकारी/पुलिस बल की पर्याप्त संख्या में प्रतिनियुक्ति की गई थी ।

जिलाधिकारी ने कहा कि परीक्षा की गरिमा को ध्यान में रखते हुए परीक्षा को स्वच्छ, निष्पक्ष एवं कदाचार मुक्त वातावरण में सफल संचालन करवाया गया।

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जीवित्पुत्रिका व्रत को लेकर संशय करें दूर, जाने व्रत के नियम एवम कथा

जीवित्पुत्रिका हिंदू धर्म में महिलाओं के लिए बेहद कठिन व्रत माना जाता है. इस व्रत को महिलाएं निर्जला रहकर करती हैं.

माताएं निर्जला व्रत रखती है. आज पूरे दिन उपवास रखकर जीउतवाहन की पूजा करती है और संतान की लंबी आयु के लिए कामना करती है. हर साल आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को जीवित्पुत्रिका व्रत या जिउतिया व्रत करने का विधान है.

यह व्रत सप्तमी से लेकर नवमी तिथि तक चलता है. जिउतिया पर्व महिलाओं के लिए बेहद खास होता है. यह व्रत संतान की लंबी उम्र की कामना के लिए रखा जाता है. देश के अलग-अलग हिस्सों में इस व्रत को जिउतिया, जितिया, जीवित्पुत्रिका, जीतवाहन व्रत के नाम से जाना जाता है.

इस साल यह व्रत 7 अक्तूबर 2023 को शुरू होगा और 8 अक्टूबर 203 तक चलेगा. व्रत के एक दिन पहले नहा कर खाना जो स्त्री इस व्रत को रखती है़ एक दिन पहले से पकवान बनाती है़। सेघा नमक से तथा बिना लहसुन प्याज का खाना शुद्धता से बना कर खाती है़.

किस दिन से व्रत की शुरुआत करें.

व्रत कथा के अनुसार सप्तमी से रहित और उदयातिथि की अष्टमी को व्रत करें। यानि सप्तमी विद्ध अष्टमी जिस दिन हो उस दिन व्रत नहीं करके शुद्ध अष्टमी को व्रत करे और नवमी में पारण करे। यदि इस पर ध्यान नहीं दिया गया तो व्रत का फल नहीं मिलता है।

जीवित्पुत्रिका व्रत की शुरुआत नहाय खाए से होती है.

इस साल 06 lअक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार को नहाए खाए होगा.

07 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार को निर्जला व्रत रखा जाएगा.

8 अक्टूबर 2023 को व्रत का पारण किया जाएगा. सूर्य उदयके बाद

व्रत कैसे करें

स्नान कर स्वच्छ वस्त्र धारण करें. भगवान जीतवाहन की पूजा करें. इसके लिए कुशा से बनी जीतवाहन की प्रतिमा को धूप-दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित करें. इस व्रत में मिट्टी और गाय के गोबर से चील व सियारिन की मूर्ति बनाई जाती है. इनके माथे पर लाल सिंदूर का टीका लगाया जाता है. पूजा समाप्त होने के बाद जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा सुनी जाती है। पारण के बाद यथाशक्ति दान और दक्षिणा दें।

जीवित्पुत्रिका व्रत का कथा :

जीवित्पुत्रिका व्रत की कथा महाभारत काल से जुड़ी है. धार्मिक कथाओं के अनुसार महाभारत के युद्ध में अपने पिता की मौत का बदला लेने की भावना से अश्वत्थामा पांडवों के शिविर में घुस गया. शिविर के अंदर पांच लोग सो रहे थे. अश्वत्थामा ने उन्हें पांडव समझकर मार दिया, परंतु वे द्रोपदी की पांच संतानें थीं. फिर अुर्जन ने अश्वत्थामा को बंदी बनाकर उसकी दिव्य मणि ले ली. अश्वत्थामा ने फिर से बदला लेने के लिए अभिमन्यु की पत्नी उत्तरा के गर्भ में पल रहे बच्चें को मारने का प्रयास किया और उसने ब्रह्मास्त्र से उत्तरा के गर्भ को नष्ट कर दिया. तब भगवान श्रीकृष्ण ने उत्तरा की अजन्मी संतान को फिर से जीवित कर दिया. गर्भ में मरने के बाद जीवित होने के कारण उस बच्चे का नाम जीवित्पुत्रिका रखा गया. तब उस समय से ही संतान की लंबी उम्र के लिए जितिया का व्रत रखा जाने लगा.

दूसरी कथा यह है :

चील-सियार की कथा- मिथिलांचन सहित कई इलाकों में प्रचलित इस कथा के अनुसार एक समय एक वन में पेड़ पर एक चील रहती थी. पास में वहीं झाड़ी में एक सियारिन भी रहती थी. दोनों में खूब दोस्ती थी. चील जो कुछ भी खाने को लेकर आती उसमें से सियारिन के लिए जरूर हिस्सा रखती. सियारिन भी चिल्हो का ऐसा ही ध्यान रखती. एक बार की बात है. वन के पास एक गांव में औरतें जिउतिया के पूजा की तैयारी कर रही थी. चिल्हो ने उसे बड़े ध्यान से देखा और इस बारे में अपनी सखी सियारिन को बताई. दोनों ने इसके बाद जीवित्पुत्रिका का व्रत रखा. दोनों दिन भर भूखे-प्यासे रहे मंगल कामना करते हुए व्रत किया लेकिन रात में सियारिन को तेज भूख-प्यास सताने लगी. सियारिन को जब बर्दाश्त नहीं हुआ तो जंगल में जाकर उसने मांस और हड्डी पेट भरकर खाया. चिल्हो ने हड्डी चबाने की आवाज सुनी तो इस बारे में पूछा. सियारिन ने सारी बात बता दी.

चिल्हो ने इस पर सियारिन को खूब डांटा और कहा कि जब व्रत नहीं हो सकता था तो संकल्प क्यों लिया था! सियारिन का व्रत भंग हो गया लेकिन चिल्हो ने भूखे-प्यासे रहकर व्रत पूरा किया. कथा के अनुसार अगले जन्म में दोनों मनुष्य रूप में राजकुमारी बनकर सगी बहनें हुईं. सियारिन बड़ी बहन हुई और उसकी शादी एक राजकुमार से हुई. वहीं, चिल्हो छोटी बहन हुई उसकी शादी उसी राज्य के मंत्री पुत्र से हुई. बाद में दोनों राजा और मंत्री बने. सियारिन रानी के जो भी बच्चे होते वे मर जाते जबकि चिल्हो के बच्चे स्वस्थ और हट्टे-कट्टे रहते. इससे उसे जलन होती. ईर्ष्या के कारण सियारिन रानी बार बार उसने अपनी बहन के बच्चों और उसके पति को मारने का प्रयास करने लगी लेकिन सफल नहीं हो सकी. बाद में उसे अपनी भूल का अहसास हुआ और उसने क्षमा मांगी. बहन के बताने पर उसने फिर से जीवित्पुत्रिका व्रत किया तो उसके भी पुत्र जीवित रहे.

 जीवित्पुत्रिका व्रत शुभ मुहूर्त व पारण का समय

अष्टमी तिथि प्रारंभ- 6 अक्टूबर 2023 दिन शुक्रवार सुबह 6 बजकर 34 मिनट से

अष्टमी तिथि समाप्त- 7 अक्टूबर 2023 दिन शनिवार की सुबह 8 बजकर 8 मिनट तक

व्रत का उपवास शानिवार को रखा जाएगा

जीवित्पुत्रिका व्रत का पारण 8 अक्टूबर दिन रविवार को किया जाएगा. इस दिन प्रात: काल स्नान आदि के बाद पूजा करके पारण करें. मान्यता है कि व्रत का पारण गाय के दूध से ही करे तथा सूर्योदय के बाद ही करना चाहिए.

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा

ज्योतिष वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ

8080426594/9545290847

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राजेंद्र कॉलेज में वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी के आर्थिक विचारों की प्रासंगिकता विषय पर व्याख्यानमाला का आयोजन

Chhapra: शनिवार को अर्थशास्त्र विभाग और राजेंद्र कॉलेज अकादमिक मंडल के संयुक्त तत्वावधान में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया। इस व्याख्यान का विषय था: वर्तमान परिप्रेक्ष्य में गांधी के आर्थिक विचारों की प्रासंगिकता।

इस कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रभारी प्राचार्य प्रो. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने किया तथा मुख्य वक्ता अर्थशास्त्र विभाग के सहायक प्राध्यापक अब्दुरशीद के थे। विभागाध्यक्ष शादाब हाशमी ने मंच संचालन का कार्य किया व विषय प्रवेश कराया।

अध्यक्षीय वक्तव्य में प्राचार्य ने कहा कि गांधी जी के विचार की प्रासंगिकता सामाजिक, आर्थिक राजनीतिक और पर्यावरणीय प्रत्येक क्षेत्र में है। गांधी जी ने अपने आर्थिक विचार तत्कालीन प्रभावशाली पूंजीवादी और मार्क्सवादी विचारों के समानांतर प्रस्तुत की।

उन्होंने लोकतांत्रिक व्यवस्था के तहत समावेशी विकास के मॉडल को संरक्षित करने पर बल देने की बात कही। मुख्य वक्ता अब्दुरशीद के ने गांधी के आर्थिक विचारों को विस्तार से बताया।

उन्होंने कहा कि संसाधन का समुचित उपयोग और वितरण और समाज के हरेक तबकों को साथ लेकर चलना किसी भी विकास की मूलभूत सिद्धांत होती है।

उन्होंने गांधी जी के विचार प्रकृति मानव की आवश्यकताओं की पूर्ति करता है उनकी इच्छाओं की नहीं को इंगित करते हुए टिकाऊ विकास पर बल दिया। सर्वोदय आर्थिक मॉडल की चर्चा करते हुए मुख्य वक्ता ने कहा कि गांधी जी के विचारों की प्रासंगिकता कालांतर से चली आ रही है और आज भी कायम है।

धन्यवाद ज्ञापन डॉ. जया कुमारी पांडे ने किया। इस अवसर पर अकादमिक मंडल के अध्यक्ष प्रो. संजय कुमार, डॉ. विशाल कुमार सिंह सहित प्रो. पूनम, प्रो. आलोक वर्मा, डॉ. इकबाल जफर अंसारी, डॉ. ज्योति कुमारी, डॉ. ऋचा मिश्रा, डॉ. बेठीयार सिंह साहू, डॉ. इकबाल इमाम, डॉ. देवेश रंजन, डॉ. कन्हैया प्रसाद, डॉ. अनुपम कुमार सिंह, डॉ. दयानंद ठाकुर, डॉ. महफूज आलम और कई विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने प्रश्न भी पूछे जिसका उत्तर मुख्य वक्ता के द्वारा दिया गया।

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सारण वन प्रमंडल द्वारा वन्य जीव फोटोग्राफी प्रतियोगिता एवं प्रदर्शनी का होगा आयोजन

Chhapra : सारण वन प्रमंडल पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि वन प्रमंडल सारण के द्वारा सारण जिलान्तर्गत महाविद्यालय के विद्यार्थियों के लिए विश्व वन्यजीव सप्ताह (World Wildlife Week) 02 से 08 अक्टूबर 2023 के बीच आयोजित किया जाएगा।

विश्व वन्यजीव सप्ताह के अवसर पर फोटोग्राफी प्रतियोगिता का आयोजन किया जाएगा। जिसका विषय (Wildlife around me) मेरे आसदृपास वन्यजीव है। प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए आवेदक सारण जिलान्तर्गत अवस्थित महाविद्यालय का छात्र होना चाहिए। आवेदन करने की अंतिम तिथि 4 अक्टूबर 2023 तक निर्धारित की गयी है। आवेदक प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु लिंक http//bit.ly/Saran_wildlife द्वारा अपना फोटोग्राफ समर्पित करना होगा। फोटोग्राफी हेतु मोबाइल का प्रयोग किया जा सकता है। प्रतिभागियो द्वारा प्रतियोगिता में एडिटेड फोटोग्राफ का उपयोग करना पूर्णतः वर्जित है। प्रतियोगिता में भाग लेने वाले सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिया जायेगा। सर्वश्रेष्ठ 5 प्रतिभोगियों को विश्व वन्यजीव सप्ताह के तहत 7 अक्टूबर को पुरुस्कार दिया जायेगा। चयनित फोटोग्राफ को वन प्रमंडलीय कार्यालय के सभागार में प्रदर्शित किया जायगा एवं 6 से 10 अक्टूबर तक जनता के लिए खुला रहेगा। चयनित फोटोग्राफ को डी.एफ.ओ. सारण के फेसबुक पेज पर भी पोस्ट किया जाएगा।

वन प्रमंडल पदाधिकारी सारण के द्वारा बताया गया कि विश्व वन्यजीव सप्ताह वन्यजीव संरक्षण और महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए मनाया जाता है। हम अक्सर सोचते हैं कि जंगली क्षेत्रों में वन्यजीव अत्यधिक मौजूद हैं। लेकिन वास्तविकता यह है कि शहरीकृत क्षेत्रों में भी हम सांप, पक्षी, कीड़े आदि जैसे वन्यजीव पा सकते हैं। उनकी भी जैव विविधता में एक बड़ी भूमिका है। सारण वन प्रमंडल इस फोटोग्राफी इवेंट के माध्यम से हमारे आसपास के उन वन्य जीवों को पहचानने का प्रयास करता है।

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27 केंद्रों पर होगी सिपाही पद के लिए लिखित परीक्षा, पदाधिकारियों को दिये गए आवश्यक निर्देश

Chhapra: अध्यक्ष, केन्द्रीय चयन पर्षद (सिपाही भर्ती) बिहार, पटना से प्राप्त पत्र के आलोक में सिपाही भर्ती परीक्षा को स्वच्छ वातावरण में में कदाचारमुक्त संपन्न कराने हेतु समाहरणालय सभागार में आयोजित केन्द्राधीक्षकों, प्रतिनियुक्त दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की संयुक्त ब्रीफिंग को संबोधित करते हुए बताया गया कि सिपाही भर्ती परीक्षा दिनांक 01.10.2023 रविवार, 07.10.2023 शनिवार एवं 15.10. 2023 रविवार को आयोजित किया जाएगा। जिलाधिकारी के द्वारा परीक्षा को कदाचारमुक्त एवं शांतिपूर्ण वातावरण में संपन्न कराने हेतु संयुक्त आदेश के जरिए आवश्यक निदेश दिया गया है।

बताया गया कि यह परीक्षा तीनों दिन दो पालियों में आयोजित किया जाएगा। प्रथम पाली में पूर्वाह्न 10:00 बजे से मध्याह्न 12:00 बजे तक तथा द्वितीय पाली अपराहन 03:00 बजे से अपराह्न 05:00 बजे तक आयोजित होगी।

जिला मुख्यालय छपरा के 27 परीक्षा केन्द्रों पर आयोजित किया जाएगा। परीक्षा प्रारंभ होने के दस मीनट बाद किसी भी परीक्षार्थी को परीक्षा भवन में प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा एवं उनका प्रश्न पत्र केन्द्राधीक्षक को सौप दिया जाएगा।

बताया गया कि भगवत विद्यापीठ, राजेन्द्र कॉलेजिएट स्कूल, जिला स्कूल, बजकिशोर किंडर गार्टेन, छपरा, छपरा सेन्ट्रल स्कूल, सेन्ट्रल पब्लिक स्कूल विकास नगर, जगलाल राय कॉलेज, रौजा, तपेश्वर सिंह कॉलेज, ए. एन.डी पब्लिक स्कूल, खलपुरा, हैजलवुड स्कूल चनचोड़ा, शिवजन्म राय कॉलेज, शेरपुर, इंटरनेशनल पब्लिक स्कूल, होली फेमली स्कूल, मेहियाँ, विशेश्वर सेमिनरी, गंगा सिंह कॉलेज, गाँधी हाई स्कूल-सह-इंटर कालेज, राजपूत इंटर कॉलेज, सारण एकेडमी 30 विद्यालय, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, साघुलाल पृथ्वीचन्द प्लस टू स्कूल, लोकमान्य उच्च विद्यालय, अब्दुल क्यूम अंसारी प्लस टू उ० विद्यालय, शंकर दयाल सिंह कॉलेज, कटरा, जगलाल चौधरी कॉलेज, न्यू ए. एन.डी पब्लिक स्कूल निखारी चौक, राजजयपाल कॉलेज एवं एल.एन.बी.उच्च माध्यमिक विद्यालय को केन्द्र बनाया गया है।

बताया गया कि परीक्षा को शांतिपूर्ण एवं कदाचारमुक्त संपन्न कराने के लिए परीक्षा केन्द्र पर स्टैटिक दण्डाधिकारी-सह-केन्द्र प्रेक्षक, उड़नदस्ता दण्डाधिकारी, जोनल दण्डाधिकारी सह समन्वय प्रेक्षक, पुलिस पदाधिकारी के साथ 1-4 सशस्त्र बल एवं महिला सिपाही की प्रतिनियुक्ति की गयी है। जो परीक्षा के दिन परीक्षा प्रारंभ होने के दो घंटे पूर्व अपने प्रतिनियुक्ति स्थल पर पहुँचकर परीक्षा समाप्ति के उपरांत तक विधि व्यवस्था को संधारित करेंगे। दण्डाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी को सत्त भ्रमणशील रहकर परीक्षा का संचालन कराते हुए विधि व्यवस्था को संधारित करने का निर्देश दिया गया है।

यह परीक्षा बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम, 1981 के अंतर्गत आने के कारण परीक्षा प्रारंभ होने के समय से परीक्षा के समाप्त होने तक की अवधि में अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा के द्वारा सभी परीक्षा केन्द्रों के 500 गज परिधि में दण्ड प्रक्रिया संहिता की धारा 144 के अंतर्गत निषेद्याज्ञा लागू करने का आदेश जारी किया गया है। इस दौरान केन्द्र के 500 गज परिधि में शांति भंग करने के उद्देश्य से पाँच या उससे अधिक व्यक्तियों को एकत्रित होना प्रतिबंधित रहेगा। किसी व्यक्ति के द्वारा लाठी, भाला एवं अन्य घातक, विस्फोटक लेकर चलने एवं ध्वनि विस्तारक यंत्र का प्रयोग को प्रतिबंधित किया गया है।

परीक्षा से संबंधित प्रत्येक गतिविधि की वीडियोग्राफी करायी जाएगी। सभी दण्डाधिकारी एवं केन्द्राधीक्षक का यह दायित्व होगा कि सीट प्लान को परीक्षा कक्ष के अलावे परीक्षा केन्द्र के मुख्य द्वार पर प्रदर्शित करना सुनिश्चित करेंगे ताकि परीक्षार्थियों को आवश्यक सुविधा मिल सके। परीक्षार्थी मात्र एडमिट कार्ड के साथ परीक्षा कक्ष में प्रवेश करेंगे। परीक्षा केन्द्र में ए.टी.एम. कार्ड, कैलकुलेटर, ग्रॉफ पेपर, मोबाईल फोन चिट पुर्जा, कॉपी किताब, ब्लूटूथ, चाकू माचिस, वाई फाई गैजेट, ब्लेड, इलेक्ट्रॉनिक गजट आदि के प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध होगा। परीक्षार्थियों का बॉयोमैटिक उपस्थिति दर्ज की जाएगी। प्रत्येक परीक्षा केन्द्र पर मोबाइल जैमर की व्यवस्था रहेगी। कदाचार करते पकड़े जाने पर आपराधिक धाराओं के अंतर्गत कांड दर्ज किया जाएगा।

परीक्षा के लिए अनुमंडल कार्यालय, सदर छपरा के परिसर में जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जिसका नं0-06152-242444 है जो परीक्षा के तीनों तिथियों को पूर्वाह्न 07:30 बजे से 6:00 बजे संध्या तक कार्यरत रहेगा। जिस पर परीक्षा से संबंधित सूचना दी जा सकेगी। नियंत्रण कक्ष के प्रभारी पदाधिकारी कार्यपालक पदाधिकारी सदर, आई.वी. मोरगेन मोबाइल नं0-9304259750 रहेंगी। अनुमंडल पदाधिकारी सदर, छपरा मोबाईल नम्बर 9473191269 एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर, छपरा मोबाईल नं-9431800075 को इस अवधि में परीक्षा में कदाचार एवं विधि व्यवस्था से संबंधित सूचना दी जा सकती है।

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Chhapra: लायंस क्लब छपरा ग्रेटर ने महमूद चौक के पास निःशुल्क मधुमेह जांच शिविर का आयोजन किया गया।  जिसमे लगभग 121 लोगो का मधुमेह जांच किया गया ।

कई लोगों का मधुमेह काफी बढ़ा हुआ था। सबको डॉक्टर से मिलने का सलाह दिया गया। मधुमेह (शुगर) के बारे में प्रिकॉशन लेने की बात कही गई।

क्लब के वरिष्ठ सदस्य रिजवी ने बताया कि हर महीने दो बार मधुमेह की जांच की जाएगी और इसके बारे में जानकारी दी जाएगी।

इस मौके पर काफी लायन सदस्य शामिल हुए और कार्यक्रम को सफल बनाया।  इस अवसर पर वरिष्ठ लायन सदस्य एस जेड ए रिजवी, डॉक्टर कामेश्वर राय, एस एम इब्राहिम, राजन कुमार पांडेय, मोहम्मद शोएब, संतोष कुमार सिंह, शाहिद अली रिजवी, एडवोकेट जफर हुसैन जैदी, अर्जुन कुमार, मुमताज इमाम , अमित कुमार सिंह एवं क्लब सेक्रेटरी राजेश कुमार उपाध्याय ने सक्रिय भूमिका निभाई ।

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Chhapra: समाज सेवा के क्षेत्र में जिले की अग्रणी संस्था रोट्रैक्ट क्लब ऑफ़ सारण सिटी के सदस्य जनहित में काम कर रहे हैं। क्लब की इसी परम्परा का निर्वहन करते हुए आज शहर के जीएभी पब्लिक स्कूल सांढा में दंत चिकित्सा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन खास स्कूली बच्चों के लिए सुबह 10 बजे से किया गया।

कार्यक्रम का उद्घाटन सामजसेवी राजेश फैशन ने करते हुए कहा की आमतौर पर लोग अपने दांतों के प्रति लापरवाह होते हैं।जिससे उन्हें बाद में दांतों से संबंधित कई परेशानी का सामना करना पड़ता है।लेकिन रोट्रैक्ट सारण सिटी का ये कैंप काफी कबीले तारीफ है.

शिविर के बारे में प्रोजेक्ट चेयरमैन रोo मोहित गौतम ने बताया कि क्लब लगातार स्वास्थ्य शिविर आयोजित कर रहा है।

इस शिविर में शहर के प्रसिद्ध दन्त चिकित्सक डॉ राजीव रंजन सिंह एवं डॉ अभय कुमार सिंह ने अपनी सेवा दी.

इस दौरान रोट्रैक्ट सारण सिटी के सचिव सैनिक कुमार, उपाध्यक्ष अवध बिहारी प्रसाद, पूर्व अध्यक्ष इरशाद अंसारी ,अभिषेक श्रीवास्तव, अनूप कुमार सिंह, गुलाम जिलानी रोटरी सारण के अध्यक्ष प्रदीप गुप्ता, अजय कुमार समेत अन्य लोग उपस्थित थे.

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Chhapra: बिहार पुलिस सिपाही भर्ती परीक्षा में फर्जीवाड़ा/ सेटिंग करने की योजना को पुलिस ने विफल किया है। उक्त परीक्षा का आयोजन आगामी 1 अक्टूबर को होना है। पुलिस ने एक फॉर्च्यूनर गाड़ी के साथ इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया है।

  

सारण पुलिस ने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से बताया कि दिनांक 28.09.2023 को गुप्त सूचना मिली कि खैरा थानान्तर्गत ग्राम खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास काला रंग के फॉर्च्यूनर गाड़ी से कुछ अज्ञात व्यक्ति आगामी बिहार पुलिस परीक्षा में छपरा के विभिन्न परीक्षा केन्द्रों पर सेटिंग कराने, नौकरी दिलवाने का फर्जी एवं अवैध काम करने वाले इलेक्ट्रॉनिक डिवाईस एवं अन्य सामान के साथ इकट्ठा हुए हैं।

उक्त सूचना पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए पुलिस जब खुदाईबाग स्थित पानी टंकी के पास पहुंची तो कुछ व्यक्ति पुलिस दल को देखकर भाग गये। भागे स्थान पर से एक फॉर्च्यूनर गाड़ी एवं इलेक्ट्रॉनिक उपकरण तथा अन्य सामान को जब्त किया गया।

इस संबंध में खैरा थाना काण्ड संख्या-359/23, दिनांक-28.09:23 धारा 419/ 420/467/468/120 (बी) / 414 भा0द0वि0 एवं 66 (डी) आई.टी. एक्ट तथा 3 बिहार एक्जामिनेशन कंडक्ट एक्ट दर्ज कर इस गिरोह में संलिप्त सभी अभियुक्तों की गिरफ्तारी हेतु  पुलिस छापेमारी कर रही है।

पुलिस ने  फॉर्च्यूनर वाहन से 10 वॉकी टॉकी, 20 वॉकी टॉकी स्टैण्ड, 4 हॉकी स्टिक, विभिन्न स्कूलों का नाम लिख हुआ पेपर, 19 रेडियो वॉकी टॉकी बैट्री, 30 ब्लूटूथ,  30 केबल सहित चार्जर, 28 पीस असेम्बल किया हुआ डिवाईस (एंटी जैमर) , 55 पीस वॉच बैट्री, दो मोबाईल बरामद कर जब्त किया है।  

इसे बरामद करने वाली  पुलिस की टीम में पु०अ०नि० स्वर्ण सुप्रिया, पु0अ0नि0 राजकुमार झा, दोनों खैरा थाना एवं पुलिस कर्मी थें।  

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सारण में युवक युवती ने थाने में लिए सात फेरे, 3 वर्षों से चल रहा था प्रेम प्रसंग

Manjhi: तीन साल से चल रहे प्रेम- प्रसंग जब परवान चढ़ा तो गुरुवार को सामाजिक पहल पर दोनों पक्षो की रजामंदी से दाउदपुर थाना परिसर में स्थित शिव-पार्वती स्थान पर प्रेमी व प्रेमिका की शादी करा दी गई।

प्राप्त जानकारी के अनुसार दाउदपुर थाना क्षेत्र के जगतिया गांव निवासी रामनरेश शर्मा के पोता विकाश कुमार शर्मा की जलालपुर थाना क्षेत्र के सुकसेना गांव निवासी उपेंद्र शर्मा की पुत्री के साथ पिछले तीन साल से प्रेम प्रसंग चल रहा था। जिसको लेकर लड़की की माँ ने पुलिस से भी शिकायत की थी।

इस बीच कुछ लोगों की पहल पर प्रेमी युवक व प्रेमिका के साथ दोनों पक्ष के लोग दाउदपुर थाना पहुंचे।

जहां समाजिक प्रयास के बाद दोनों पक्ष के लोग लड़का व लड़की की शादी करा देने को तैयार हो गए। जिसके बाद दोनों पक्ष की आपसी राजी-खुशी से लड़का व लड़की ने एक-दूसरे के गले में माला डाला। उसके बाद शिव व पार्वती को साक्षी मानकर शादी के वचन को निभाने के लिए सात फेरे लिए। लड़का ने लड़की की मांग में सिंदूर डाला और दोनों ने जीवन भर साथ निभाने का संकल्प लिया। जहां लोगों ने वर व वधु को आशीर्वाद दिए।

मौके पर पुलिसकर्मी समेत नरेश शर्मा, पप्पू शर्मा, बड़े सिंह, असलम अंसारी, दिनेश शर्मा, रेखा देवी समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।

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कोपा मे भारत शिक्षा यात्रा के काफिला का हुआ भव्य स्वागत

जलालपुर: अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर बिहार राज्य प्राथमिक शिक्षक संघ के तत्वावधान मे आयोजित भारत शिक्षा यात्रा का काफिला गुरूवार की देर संध्या कोपा पहुंचा. जहां शिक्षकों द्वारा रथ यात्रियों का गर्मजोशी से स्वागत किया गया.

मौके पर अखिल भारतीय प्राथमिक शिक्षक संघ के उपाध्यक्ष रामवतार पांडेय ने शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जबतक भारत सरकार पुरानी पेंशन योजना एव सामान्य शिक्षाणीत तथा एक समान वेतनमान लागू नहीं करती है तबतक हमारा आंदोलन चलता रहेगा.

रथ पर सवार शिक्षक नेताओं को माला एव अंगवस्त्र देकर जलालपुर प्रखंड के शिक्षकों द्वारा सम्मानित किया गया. बाद मे काफिला छपरा की ओर प्रस्थान कर गया जहां जिले भर के सैकड़ो शिक्षकों ने स्वागत कार्यक्रम मे भाग लिया.

मौके पर प्रधान सचिव दिनेश सिंह, जिला सचिव उमेश यादव, पप्पू सिंह, राजेश तिवारी, दिलीप कुमार सिंह,सुरेन्द्र राम, कन्हैया महतो, प्रसिद्ध सिंह, अखिलेश्वर शर्मा, गोपेश पांडेय, डा राजेश यादव, जयबाबू साह, परशुराम यादव, कृष्णा यादव सहितअन्य दर्जनो शिक्षक भी थे.

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अनंत चतुर्दशी पर गुरुवार को सभी मंदिरों में श्रद्धालुओं की भीड़ सुबह से ही रही। लोगों ने भगवान को जलाभिषेक कर पूजा-अर्चना की। बड़ी संख्या में महिलाओं ने पूजा-अर्चना कर कथा श्रवण किया।  सुबह ही श्रद्धालुओं ने कतारबद्ध होकर जलार्पण करके मंगलकामना किया। जलार्पण के बाद श्रद्धालु मंदिर परिसर में विभिन्न अनुष्ठान संपन्न कराए।

शास्त्रों के अनुसार महाभारत में युधिष्ठिर ने श्रीकृष्ण से कष्टों के निवारण के संबंध में पूछा था। इसके जवाब में भगवान ने अनंत चतुर्दशी पर व्रत, पूजा और कथा सुनने को कहा। उसी समय से यह परंपरा चली आ रही है। इस दिन महिला और पुरुष व्रत रखकर कथा सुनते हैं। साथ ही हाथ पर अनंत डोरा बांधा जाता है। कहते हैं कि दस दिनों तक डोरा बांधने सभी तरह के कष्टों का निवारण हो जाता है और इच्छा पूरी होती है।

अनंत चतुर्दशी के दिन पूजा के बाद बाजू में बांधे जाने वाले अनंत सूत्र में 14 गांठें होती हैं। पुराणों के अनुसार ये चौदह गांठों वाला अनंत सूत्र 14 लोकों भू, भुव, स्व, मह, जन, तपो, ब्रह्म, अतल, वितल, सतल, रसातल, तलातल, महातल और पाताल लोक के प्रतीक हैं। अनंत सूत्र की हर गांठ हर लोक का प्रतिनिधित्व करता है।इसके अलावा अनंत चतुर्दशी के दिन बांधें जाने वाले रक्षासूत्र की 14 गांठें भगवान विष्णु के 14 रूपों अनंत, ऋषिकेश, पद्मनाभ, माधव, वैकुण्ठ, श्रीधर, त्रिविक्रम, मधुसूदन, वामन, केशव, नारायण, दामोदर और गोविन्द का प्रतीक भी मानी जाती है।

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