बजट सत्र: -नीतीश हुए आपे से बाहर, राबड़ी से कहा- पार्टी तुम्हारे पति की, चुप रहो

आरक्षण के मुद्दे पर विधान मंडल में हुआ जमकर हंगामा

पटना:  बिहार विधान मंडल में मंगलवार को जमकर हंगामा हुआ। आरक्षण के मुद्दे पर दोनों सदनों में पहले सत्ता और विपक्षी सदस्यों के बीच जमकर नोंकझोंक हुई।बाद में हालत ऐसे हो गए कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बारगी आपे से बाहर हो गए। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी को निशाने पर लेते हुए कहा कि पार्टी तुम्हारी नहीं, तुम्हारे पति की है, तुम चुप रहो! इस दौरान राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के सदस्यों ने राबड़ी देवी के नेतृत्व में सदन के बाहर और भीतर जोरदार प्रदर्शन किया और आरक्षण समेत विभिन्न मुद्दों पर सरकार के खिलाफ नारेबाजी की।

मंगलवार को राजद के विधान परिषद सदस्य हरे रंग के बैज लगाकर सदन में पहुंचे थे। इन बैजों पर लिखा था कि तेजस्वी सरकार ने पिछड़े वर्गों के लिए आरक्षण बढ़ाया था, लेकिन भाजपा सरकार आते ही उसे छीन लिया गया। यह बात मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को रास नहीं आई। क्योंकि जब 2023 में आरक्षण बढ़ाने का फैसला लिया गया था, तब वे खुद सरकार का हिस्सा थे। हालांकि बाद में पटना हाईकोर्ट ने इसे खारिज कर दिया था।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस पर कड़ा ऐतराज जताते हुए एक राजद विधायक को खड़ा किया। फिर मीडिया गैलरी की ओर देखते हुए कहा कि देखिए, यह तमाशा सिर्फ इसी पार्टी में हो सकता है। जब मुख्यमंत्री ने राजद की आलोचना की तो नेता प्रतिपक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी खड़ी हो गईं और विरोध जताने लगीं। लेकिन नीतीश कुमार ने उन्हें झिड़कते हुए कहा कि तुम इस मामले में मत पड़ो। यह पार्टी तुम्हारी नहीं, तुम्हारे पति की है! मुख्यमंत्री के इस तीखे बयान के बाद सदन में हलचल मच गई। भाजपा के नेता और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी खड़े हो गए और समर्थन में बोले कि आरक्षण बढ़ाने का फैसला नीतीश कुमार के नेतृत्व में लिया गया था। यह पूरी सरकार का सामूहिक निर्णय था, जिसे सभी ने समर्थन दिया था।


नीतीश कुमार ने राबड़ी देवी पर हमला जारी रखते हुए कहा कि यह बेचारी तो अपने पति के सहारे सत्ता में आई थीं। उन्होंने 1997 का जिक्र करते हुए बताया कि जब लालू प्रसाद यादव पर चारा घोटाले में सीबीआई ने आरोप तय किए तो उन्होंने अपनी गृहिणी पत्नी को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंप दी और परदे के पीछे से सत्ता चलाते रहे। नीतीश कुमार के इस बयान के बाद राजद के विधायकों में नाराजगी फैल गई और उन्होंने सदन के बाहर सीढ़ियों पर धरना देना शुरू कर दिया। राजद के विधायक अब्दुल बारी सिद्दीकी ने कहा कि उनकी पार्टी फिर से आरक्षण बढ़ाने के लिए एक नया कानून लाने की मांग करती है। उन्होंने केंद्र की एनडीए सरकार से मांग की कि इस कानून को संविधान की नौवीं अनुसूची में डाला जाए, ताकि इसे न्यायिक समीक्षा से बचाया जा सके।

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पटना, 25 मार्च (हि.स.)। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति ने इंटरमीडिएट (12वीं) का रिजल्ट जारी कर दिया है। बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने रिजल्ट जारी किया है। मौके पर शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव एस. सिद्धार्थ और बिहार बोर्ड के अध्यक्ष आनंद किशोर भी मौजूद रहे। इंटर की परीक्षा में कुल 86.50 फीसदी परीक्षार्थी सफल हुए हैं। पश्चिम चंपारण की बेतिया स्थित राज्य संपोषित एसएस प्लस टू स्कूल हरनाटांड की छात्रा प्रिया जायसवाल साइंस टॉपर बनीं हैं।

कॉमर्स में टाॅपर वैशाली की राैशन कुमारी है,जिन्हाेंने 500 में से 475 अंक हासिल किया है।रौशनी कुमारी वैशाली के रहने वाले सुधीर कुमार की बेटी हैं।आर्टस में हाजीपुर की छात्रा अंकिता कुमारी टॉपर बनीं हैं। अंकिता ने 94.6 फीसदी यानी 473 अंक हासिल कर आर्ट्स टॉपर बनी हैं। अंकिता राजकीयकृत वीएन उच्च विद्यालय, सेहन की छात्रा है और अनिल कुमार शर्मा की बेटी हैं। इस तरह इस साल इंटमीडिएट की तीनाें संकाय की परीक्षा में तीनाें टाॅपर बेटिया ही है।

साइंस टॉपर प्रिया ने कहा- मुझे यकीन नहीं हुआ कि मैं टॉपर बनी हूं

पश्चिम चंपारण की साइंस टॉपर प्रिया जायसवाल को पहले यकीन ही नहीं हुआ कि उन्होंने टॉप किया है। प्रिया ने कहा मैं मार्केट में थी, तभी फोन आया कि मैंने टॉप किया है। पहले तो मुझे लगा कि बिहार में कई प्रिया होंगी लेकिन जब पूरा नाम बताया तो यकीन हुआ।

मैंने मेहनत तो की थी लेकिन टॉप करने की उम्मीद नहीं थी। मेरी दीदी मुझे रातभर पढ़ाती थीं। मैंने पढ़ाई के साथ-साथ लिखने पर ज्यादा फोकस किया, जिससे चीजें ज्यादा याद रहीं। मैं आगे डॉक्टर बनना चाहती हूं। मेरे पिता ने हमेशा मुझे सपोर्ट किया और टीचर्स ने भी हर कदम पर मेरा साथ दिया है।

बिहार बोर्ड इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 1 से 15 फरवरी, 2025 तक आयोजित की गई थीं। परीक्षा में लगभग 12,92,313 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें 6,50,466 छात्र और 6,41,847 छात्राएं शामिल हुए थे। यह परीक्षा 38 जिलों में 1,677 परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थीं। इंटरमीडिएट की परीक्षा में कुल 11,07,213 छात्र-छात्रा सफल हुए हैं।

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बिहार के इकोटूरिज्म को मिलेगी नई पहचान, विभागीय मंत्री ने ‘जू एंबेसडर’ की शैक्षणिक यात्रा को दिखाई झंडी

पटना: बिहार के इकोटूरिज्म को बढ़ावा देने और पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से सोमवार को पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री डॉ सुनील कुमार ने “जू एंबेसडर” की शैक्षणिक यात्रा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह यात्रा कैमूर और रोहतास जिलों के इको टूरिज्म स्थलों पर होगी, जहां प्रतिभागी प्रकृति संरक्षण और पर्यटन के विभिन्न पहलुओं को समझेंगे। यह दो दिवसीय कार्यक्रम पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग और बीपीसीएल के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया गया है।

इस मौके पर मंत्री डॉ सुनील कुमार ने कहा कि “यह यात्रा न केवल बच्चों के लिए ज्ञानवर्धक होगी बल्कि इससे बिहार के इकोटूरिज्म स्थलों को भी नई पहचान मिलेगी। उन्होंने कहा कि अब बिहार से बाहर जाने की जरूरत नहीं, क्योंकि हमारा राज्य पर्यटन के क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। “जू एंबेसडर” की शैक्षणिक यात्रा में शामिल बच्चे अपने अनुभवों को सोशल मीडिया पर साझा करेंगे। इससे ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इको टूरिज्म और पर्यावरण संरक्षण का संदेश पहुंचेगा।

मंत्री ने कहा कि इस पहल का मुख्य उद्देश्य बिहार में बढ़ रहे इकोटूरिज्म स्थलों के प्रति जागरूकता फैलाना और खूबसूरत पर्यटन स्थलों के बारे में अधिक से अधिक बताना है कि बिहार भी प्राकृतिक सौंदर्य से भरा प्रदेश है।

इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक पीके गुप्ता, अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक अरविंदर सिंह, पारिस्थितिकी एवं पर्यावरण निदेशक अभय कुमार समेत अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

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बिहार दिवस समारोह में खूब पसंद की गई सुजनी, कसीदा और लहठी कला

– महिला विकास निगम के पवेलियन में खूब उमड़ी भीड़

पटना: महिला विकास निगम के पवेलियन में लहठी और सुजनी-कसीदा कला की चादर, दुपट्टा, टेबल क्लॉथ लोग अपने ऑर्डर पर बनवा रहे थे। पहली बार सुजनी-कसीदा का लाइव डेमो यहां देखने को मिला। महिलाओं ने आर्डर देकर अपनी पसंद की लहठी बनवाई।

बिहार दिवस के अवसर पर पहली बार लोगों ने देखा कि ये कला कितनी खास हैं और इनके जरिए बिहार की कैसे देश-दुनिया में पहचान बन सकती है। इस दौरान लोगों ने बड़ी संख्या में इन कलाओं से जुड़े उत्पाद खरीदें जिससे इनसे जुड़े कारीगरों को रोजगार भी मिला।

निगम की ओर से यहां पालना घर खोला गया, जिसमें सैकड़ों बच्चे आएं। इसके जरिए महिला विकास निगम ने मेला घूमने आई माताओं की बड़ी मदद की है। बच्चे भी यहां पहुंच कर खेलने-कूदने का शानदार अवसर पाकर खुश थे।

निगम के पवेलियन में कुल 12 स्टॉल में से 9 स्टॉल पर महिला उद्यमियों ने अपने उत्पादों की प्रस्तुति दी है। वहीं शेष 3 स्टॉल पर महिला एवं बाल विकास निगम की विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गयी है। यहां बताया गया कि निगम की योजनाओं का कैसे लाभ उठाकर महिलाएं खुद को सशक्त कर सकती हैं।

पवेलियन में कार्यस्थल पर यौन उत्पीड़न, घरेलू हिंसा से संबंधित टॉल फ्री नंबर 181 के बारे में बताया गया। एलईडी स्क्रीन पर महिलाओं से संबंधित कई अन्य योजनाओं के बारे में बताया जा रहा है। सी बॉक्स पोर्टल पर शिकायत करने की प्रक्रिया बताई जा रही है।

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इनमें 2953 पुरुष व 7272 महिला शिक्षक शामिल

पटना:  शिक्षा विभाग ने सोमवार को राज्य के दस हजार, 225 शिक्षकों को उनकी इच्छा अनुसार जिलों में स्थानांतरित कर दिया है। इनमें 2,953 पुरुष और 7,272 महिला शिक्षक शामिल हैं। इस संबंध में शिक्षा विभाग ने सोमवार को अधिसूचना जारी कर दी है। शिक्षा विभाग की इस बैठक की अध्यक्षता शिक्षा सचिव अजय यादव ने की। स्थानांतरित किए गए शिक्षकों ने ई-शिक्षा कोष पोर्टल के माध्यम से अपने मनपसंद जिलों में अपने स्थानांतरण के लिए आवेदन किया था।

विभाग ने शिक्षकों की इच्छा अनुसार तबादले के लिए ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर दो-शपथ पत्र अपलोड कर आवेदन देने का निर्देश जारी किया था। अब स्थानांतरित शिक्षकों की पदस्थापना के लिए उनके जिलों के सरकारी स्कूल आवंटित किए जाएंगे। साथ ही स्थानांतरित किए गए किसी भी शिक्षक द्वारा ई-पोर्टल कोष पर दी गई किसी भी सूचना को गलत पाया जाता हैै तो उनके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जायेगी।

उल्लेखनीय है कि विभाग द्वारा जनवरी में पहले चरण के तहत गंभीर रोगों से ग्रसित 47 नियमित शिक्षकों का तबादला किया गया था। इसके बाद बीपीएससी टीआरई-1 और टीआरई-2 से नियुक्त 260 शिक्षकों (गंभीर रोग से ग्रस्त) का ट्रान्सफर आवेदनों का निपटारा कर दिया गया है। बता दें कि ई-पोर्टल कोष के माध्यम से राज्यभर के एक लाख, नब्बे हजार से भी अधिक शिक्षकों ने अपने पसंदीदा जिलों में अपने तबादले के लिए आवेदन किया था।

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Patna: सूबे के बेगूसराय स्थित एक सरकारी स्कूल में शिक्षक द्वारा हथियार लहराने का वीडियो वायरल हो रहा है। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी शेयर किया जा रहा है। मामले की जानकारी मिलने के बाद जिला शिक्षा पदाधिकारी ने संबंधित शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करते हुए स्पष्टीकरण मांगा है।

जिला शिक्षा पदाधिकारी ने बीईओ को 24 घंटे के अंदर जांच कर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। इससे पहले बीईओ ने स्थल जांच कर रिपोर्ट सौंपी थी।

स्थल जांच के आधार पर पदाधिकारी ने शिक्षक से स्पष्टीकरण मांगा है और कहा है कि यह कार्य शिक्षण कार्य के अनुरूप नहीं है। साथ ही किसी अप्रिय घटना से भी इंकार नहीं किया जा सकता है। ऐसी स्थिति में आपके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई या निलंबन की कार्रवाई क्यों नहीं की जानी चाहिए। आरोपी शिक्षक का नाम विक्की कुमार है जो उत्तर प्रदेश का रहने वाला है।

इस संबंध में बताया जा रहा है कि गुरुवार को तेघड़ा नगर परिषद क्षेत्र के बुनियादी विद्यालय में एक शिक्षक द्वारा हथियार लहराने का वीडियो कई सोशल मीडिया पर देखा गया था। वायरल वीडियो के आधार पर जांच का आदेश दिया गया था। घटना के संबंध में बीईओ ने बताया कि उन्हें भी घटना की जानकारी मिली है। मौके पर मामले की जांच की गई। जांच रिपोर्ट जिला शिक्षा पदाधिकारी को दे दी गई है।

जांच करने पहुंचे बीईओ रामउदय महतो ने बताया कि शिक्षक विक्की सिंह के अभद्र व्यवहार के कारण उनका स्थानांतरण मध्य विद्यालय ताजपुर से बुनियादी विद्यालय बजलपुरा कर दिया गया है। घटना को लेकर शुक्रवार से ही इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं चल रही हैं। बीईओ ने कहा कि विभाग उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई करने जा रहा है, क्योंकि शिक्षा के मंदिर में शिक्षक का ऐसा व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।

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छपरा जेल में बंद 1075 कैदियों की नयी तकनीक से हुई टीबी की स्क्रिनिंग

• सीवाई-टीबी टेस्ट तकनीक से हुई कैदियों की जांच
• अल्ट्रा पोर्टबल एक्स-रे मशीन से की गयी एक्स-रे
• तीन दिवसीय शिविर आयोजित कर की गयी टीबी स्क्रिनिंग
• 48 से 72 घंटे बाद 5 एमएम से अधिक का इंडयूरेशन टीबी संक्रमण माना जाएगा
• इंजेक्टेबल है सीवाई-टीबी टेस्ट प्रक्रिया

छपरा: टीबी उन्मूलन को लेकर स्वास्थ्य विभाग प्रतिबद्ध है। स्वास्थ्य ने पहल करते हुए छपरा मंडल कारा बंद कैदियों के लिए विशेष शिविर आयोजित कर टीबी की स्क्रिनिंग की गयी। नई तकनीक सीवाई-टीबी टेस्ट के माध्यम से कैदियों में टीबी की जांच की गयी। इसके साथ हीं अल्ट्रा पोर्टबल एक्सरे मशीन के माध्यम से एक्स-रे भी की गयी। जिला यक्ष्मा पदाधिकारी डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद सिंह ने बताया कि विशेष शिविर के दौरान 1075 कैदियों की सीवाई टीबी स्क्रिनिंग की गयी। वहीं 350 कैदियो की पोर्टबल एक्सरे मशीन से एक्सरे की गयी और बीपी जाँच की गयी। उन्होंने बताया कि जेल में टीबी एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या बन सकती है। बंद जगहों और भीड़-भाड़ वाले वातावरण में टीबी के फैलने का खतरा बढ़ जाता है जिससे न केवल कैदियों को, बल्कि रिहाई के बाद आम जनता को भी खतरा हो सकता है। इसी उद्देश्य के साथ शिविर आयोजित की गयी।

पोर्टेबल एक्सरे द्वारा स्क्रिनिंग:

सीडीओ डॉ. रत्नेश्वर प्रसाद ने बताया कि छपरा मंडल कारा में कैदियों की स्क्रीनिंग पोर्टेबल एक्सरे द्वारा की गयी है। एक्सरे में निगेटिव आने वाले कैदियों को सीवाई टीबी इंजेक्शन के माध्यम से टीबी इनफेक्शन की जांच हुई एवं सीवाई टीबी में पॉजिटिव आने वाले कैदियों को टीबी प्रिवेंटिव ट्रीटमेंट की दवा शुरू की जायेगी।

48 से 72 घंटे के बीच सामने आयेगा परिणाम:

डीपीसी-टीबी हिमांशु शेखर ने बताया कि सीवाई-टीबी टेस्ट भी मोंटेक्स टेस्ट की तरह ट्यूबरकुलोसिस (टीबी) का पता लगाने के लिए एक प्रकार का त्वचा परीक्षण है, लेकिन यह अधिक उन्नत तकनीक का है। मोंटेक्स टेस्ट में, एक छोटी सी मात्रा में ट्यूबरकुलिन नामक एक पदार्थ को त्वचा के नीचे इंजेक्ट किया जाता है। यह पदार्थ टीबी के बैक्टीरिया से प्राप्त किया जाता है। टेस्ट के परिणाम 48 से 72 घंटे के बीच में देखे जाते हैं। यदि टीबी के बैक्टीरिया के प्रति शरीर में प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया होती है, तो त्वचा पर एक छोटा सा उभार या लाली दिखाई देती है। इस उभार का आकार और गहराई टीबी की उपस्थिति और गंभीरता का संकेत देते हैं। मोंटेक्स टेस्ट भी टीबी की उपस्थिति का संकेत देता है, लेकिन यह टीबी की पुष्टि नहीं करता है। टीबी की पुष्टि के लिए अन्य परीक्षणों की आवश्यकता होती है। इस मौके पर लैब तकनीशियन राज किशोर प्रसाद, संजय कुमार गिरी, संजेश कुमार सिंह, एएनएम मनीषा सोनी, सी-19 रिस्पांस मकानिज्म वर्ल्ड विजन के जिला पर्यवेक्षक पंकज कुमार सिंह, सामुदायिक समन्वयक़ सुनिल कुमार, एक्सरे तकनीशियन प्रतुल कुमार, स्पूटम कुरियर नंदकिशोर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे।

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पटना, 22 मार्च (हि.स.)। बिहार का आज यानि शनिवार काे स्थापना दिवस है। बिहार आज 113 साल का हो गया। बिहार दिवस को लेकर केन्द्र से लेकर राज्य ने मंत्रियाें ने शुभकामनाएं दी हैं। पटना के गांधी मैदान में बिहार दिवस को लेकर भव्य आयोजन भी किया गया है। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी,अमित शाह और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित तमाम नेताओं ने शुभकामनाएं दी हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने बिहार के लोगों को राज्य स्थापना दिवस पर बधाई दी। उन्होंने कहा कि वे अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के बल पर विकसित भारत के निर्माण में योगदान देते रहेंगे। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफार्म ‘एक्स’ पर लिखा कि बिहार दिवस पर राज्य के सभी निवासियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। बिहार की धरती प्राचीन काल से ही ज्ञान और विकास का केंद्र रही है। मेरा विश्वास है कि बिहार के निवासी अपनी प्रतिभा, दृढ़ संकल्प तथा परिश्रम के बल पर विकसित बिहार और विकसित भारत के निर्माण में अपना भरपूर योगदान देते रहेंगे।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बिहार दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि वीरों और महान विभूतियों की पावन धरती बिहार के अपने सभी भाई-बहनों को बिहार दिवस की ढेरों शुभकामनाएं। भारतीय इतिहास को गौरवान्वित करने वाला हमारा यह प्रदेश आज अपनी विकास यात्रा के जिस महत्वपूर्ण दौर से गुजर रहा है, उसमें यहां के परिश्रमी और प्रतिभाशाली बिहारवासियों की अहम भागीदारी है। हमारी संस्कृति और परंपरा के केंद्र-बिंदु रहे अपने इस राज्य के चौतरफा विकास के लिए हम कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे।

गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि सभी बिहारवासियों को ‘बिहार दिवस’ की हार्दिक शुभकामनाएँ। ज्ञान, परंपरा और सांस्कृतिक विरासत की भूमि बिहार ने हमेशा देश को नेतृत्व और नई ऊर्जा प्रदान की है। इतिहास के गौरवशाली अध्यायों से लेकर आधुनिक भारत के निर्माण तक, बिहार ने हर क्षेत्र में अपनी अमिट छाप छोड़ी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में NDA सरकार बिहार को प्रगति, समृद्धि और आत्मनिर्भरता की नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए प्रतिबद्ध है। प्रदेशवासियों की सुख, शांति और उन्नति की कामना करता हूँ। केंद्रीय मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, अतुल्य परंपरा, शौर्य एवं ज्ञान की भूमि बिहार के स्थापना दिवस पर समस्त प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई व अनंत शुभकामनाएँ देता हूँ। भगवान बुद्ध और महावीर की तपोस्थली बिहार ने अपने ज्ञान, दर्शन और अध्यात्म के प्रकाश से सदैव सम्पूर्ण विश्व को आलोकित किया है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार दिवस के अवसर पर हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। बिहार का इतिहास गौरवशाली है और हम वर्तमान में अपने निश्चय से बिहार का गौरवशाली भविष्य तैयार कर रहे हैं। विकसित बिहार के सपने को साकार करने में भागीदारी के लिए मैं आप सभी का आह्वान करता हूं। हम सब मिलकर बिहार के गौरव को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाएंगे। बिहार के डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बिहार दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ज्ञान, अध्यात्म, संस्कृति, सभ्यता, संस्कार और समृद्ध परंपराओं की भूमि बिहार के 113वें स्थापना दिवस पर सभी बिहार वासियों को अनंत शुभकामनाएं। भगवान बुद्ध और महावीर की तपोस्थली, बिहार ने अपने ज्ञान, दर्शन और अध्यात्म के प्रकाश से पूरे विश्व को आलोकित किया है। डिप्टी सीएम विजय सिन्हा ने कहा कि, “ज्ञान, प्रतिभा, ऐतिहासिक गौरव, विद्वता, साधना, अहिंसा, संस्कृति, शौर्य, पराक्रम, प्रेम की पुण्यधरा और लोकतंत्र की जननी- बिहार के स्थापना दिवस पर समस्त बिहारवासियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं।

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बिहार प्रशासनिक सेवा के 46 अधिकारियों को मिली प्रोन्नति, अधिसूचना जारी

पटना: राज्य सरकार ने बिहार प्रशासनिक सेवा के 46 अधिकारियों को प्रोन्नति दी है।इस संबंध में शुक्रवार काे समान्य प्रशासन विभाग की ओर से अधिसूचना जारी की गयी है।

जारी अधिसूचना के अनुसार बिहार प्रशासनिक सेवा के 19 अधिकारियों को संयुक्त सचिव एवं समकक्ष स्तर वेतनमान- 13 में प्रमोशन देकर कार्यकारी प्रभार दिया गया है, जबकि 13 अधिकारियों को विशेष सचिव एवं समकक्ष स्तर वेतनमान- 14 में प्रोन्नति देकर कार्यकारी प्रभार दिया गया है।

इनके अलावा बिहार प्रशासनिक सेवा के दो अधिकारियों को उपसचिव एवं समकक्ष स्तर वेतनमान-11 में प्रोन्नति देते हुए कार्यकारी प्रभार दिया गया है। बिहार प्रशासनिक सेवा के 12 अधिकारियों को अपर सचिव एवं समकक्ष स्तर- वेतनमान-13 ए में प्रोन्नति दी गई है।

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पटना, 21 मार्च (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के दोनों सदनों में आज विपक्षी सदस्यों ने राष्ट्रगान के अपमान के मुद्दे पर मुख्मंत्री को घेरा।

इस पूरे प्रकरण के बीच विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार को कानून समझाया है और उनके लिए तीन साल की सजा की मांग कर दी है। इसको लेकर दोनों ही सदनों में विपक्षी दल हमलावर हो गए । हंगामे के कारण विधानसभा और विधान परिषद की कार्यवाही नहीं चल सकी।

विधान परिषद में विरोधी दल की नेता राबड़ी देवी ने राष्ट्रगान के अपमान पर कानून समझाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के लिए तीन साल की सजा की मांग कर दी है। राबड़ी देवी ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान का अपमान किया है। इससे पूरे राष्ट्र का अपमान हुआ है। नीतीश कुमार को सदन में खड़े होकर माफी मांगनी चाहिए। राष्ट्रगान के दौरान अगर कोई मुख्यमंत्री इस तरह की हरकत करे तो इसे राष्ट्रगान का अपमान ही कहा जाएगा।

राबड़ी देवी ने कहा कि राष्ट्रगान जब बज रहा होता है तो आदमी हिलता नहीं है और सीधा खड़ा रहता है, लेकिन मुख्यमंत्री कभी किसी को प्रणाम कर रहे हैं तो कभी हाथ हिला रहे हैं। कोई भी मुख्यमंत्री इस तरह से करता है क्या। नीतीश कुमार को माफी मांगना चाहिए और नहीं तो इस्तीफा दे देना चाहिए। राष्ट्रगान का अपमान करने पर तीन साल का सजा होता है। नीतीश कुमार को भी तीन साल का सजा देना चाहिए। प्रधानमंत्री हों या मुख्यमंत्री कोई भी राष्ट्रगान का अपमान करे तो उसे तीन साल की सजा मिलनी चाहिए।

उल्लेखनीय है कि पटना में एक कार्यक्रम के बीच राष्ट्रगान के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बगल में खड़े दीपक कुमार से बात करते नजर आए थे। विपक्ष का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने राष्ट्रगान का अपमान किया है।

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जब से हमारी सरकार आई, तभी से प्रदेश में है कानून का राज :मुख्यमंत्री

-16वें वित्त आयोग की बैठक में शामिल हुये मुख्यमंत्री नीतीश कुमार

पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गुरुवार को आयोजित 16वें वित्त आयोग की बैठक में शाामिल हुये। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि 24 नवम्बर, 2005 से जब से हम लोग सरकार में आये, तभी से राज्य में कानून का राज है। हम लोग राज्य के विकास के लिये लगातार काम कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2006-7 में लड़के लड़कियों के लिए पोशाक योजना शुरू की गयी। वर्ष 2008 में नौंवी क्लास की लड़कियों के लिए साईकिल योजना चलाई गयी। फिर वर्ष 2010 से लडकों के लिए भी साईकिल योजना शुरू की गयी। बडी संख्या में सरकारी शिक्षकों की बहाली की गयी है।

उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सेवाओं में भी काफी सुधार किया गया। पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज के लिए प्रति माह 39 मरीज की आते थे, यानि प्रतिदिन 1 या 2 मरीज ही आते थे। वर्ष 2006 से अस्पतालों में मुफ्त दवा एवं इलाज की पूरी व्यवस्था की गयी है। अब प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र में हर महीने 11 हजार से अधिक मरीज आते हैं।

उन्होंने कहा कि राज्य में बड़ी संख्या में सड़कों, पुल-पुलियों तथा एलिवेटेड रोड का निर्माण कराया गया है। साथ ही हर घर बिजली सुनिश्चित की गयी है। स्थानीय निकायों के सशक्तीकरण के लिए कई कार्य किये गये हैं। वर्ष 2006 में पंचायती राज संस्थाओं एवं वर्ष 2007 में नगर निकायों में महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण से शुरूआत की गयी। पंचायतों में पंचायत सरकार भवन बनाने का काम किया गया है। पहले बिहार में स्वयं सहायता समूह की संख्या बहुत कम थी।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 में राज्य का बजट मात्र 30 हजार करोड़ रुपये था। उसके बाद हर वर्ष सरकार के द्वारा काफी काम किया गया है, जिससे बजट का आकार लगातार बढ़ा है। इस वर्ष राज्य का बजट बढ़कर 3 लाख 17 हजार करोड़ रुपये हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी बातों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार द्वारा अपनी जरूरतों के संबंध में एक मेमोरेण्डम भी तैयार किया गया है, जिसका प्रस्तुतीकरण आज आयोग के समक्ष किया जायेगा। मुझे विश्वास है कि आयोग के द्वारा इन सभी बिंदुओं पर गंभीरतापूर्वक विचार किया जायेगा। कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री ने 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरविंद पनगढ़िया सहित अन्य सदस्यों को अंगवस्त्र प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में 18वें वित्त आयोग द्वारा तैयार मेमोरेंडम का मुख्यमंत्री ने अनावरण किया। कार्यक्रम को उप मुख्यमंत्री सम्म्राट चौधरी, 16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ अरविंद पनगढ़िया एवं मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा ने भी संबोधित किया।

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पटना, 20 मार्च (हि.स.)। बिहार विधानसभा में गुरुवार को सदस्यों के मोबाइल उपयोग करने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी आपत्ति जताई।

सदन में प्रश्नकाल के दौरान कुमार कृष्ण मोहन उर्फ सुदय यादव द्वारा सदन में मोबाइल लेकर सवाल किया जा रहा था। इसी बीच सीएम नीतीश ने मोबाइल लेकर सदन में आने पर गहरी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा कि पहले से यह प्रतिबंधित है। उन्होंने स्पीकर नंद किशोर यादव से अनुरोध किया कि जो भी मोबाइल लेकर के आएगा उसे सदन से बाहर निकाल दिया जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले हम खूब देखते थे। 2019 में हम जाने गड़बड़ होने वाला है तो हम छोड़ दिये। मोबाइल लेकर के सदन में आना पहले से प्रतिबंधित किया हुआ है, इसके बाद भी कई लोग इसे लेकर बोल रहे हैं। उन्होंने मोबाइल देखकर सदन में बोलने वालों को कहा कि ई कउची मोबइलबा लेकर खड़े हो, बात अपनी तरफ से बोलो। उन्होंने कहा कि यही हाल रहा तो 10 साल में धरती खत्म हो जायेगी।

इसके पहले सदन की कार्यवाही शुरू होने के पहले विपक्षी सदस्यों ने कई मुद्दों को लेकर प्रदर्शन किया। राजद के विधायकों ने पोर्टिको में प्रदर्शन किया। वे पीडीएस दुकानदारों का मानदेय बढ़ाकर 25,000 करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किए। बिहार विधानमंडल में गुरुवार को बजट सत्र का 13वां दिन है। आज पांच विभागों स्वास्थ्य, कृषि, समाज कल्याण, आपदा प्रबंधन और एक अन्य विभाग का बजट सदन में पेश किया जाएगा।

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