मुजफ्फरपुरः पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का मुजफ्फरपुर में एक पोस्टर लगा है. जिस पर लिखा गया है कि लोकसभा चुनाव के बाद से तेजस्वी यादव लापता हैं. उनको खोजने वाले को 5100 रुपए का इनाम दिया जाएगा.

पोस्टर पर लिखा है कि तेजस्वी यादव लोकसभा चुनाव के रिजल्ट आने के बाद से लापता है. वह कहां पर गए हैं उनके पार्टी के नेताओं को भी पता नहीं है. उनके पार्टी के नेता कभी बयान देते हैं कि लंदन गए तो कोई कहता है कि जल्द आएंगे. लेकिन ऐसे में उनके लापता होने का पोस्टर लग गया है.A valid URL was not provided.

0Shares

Chhapra: मौसम विभाग ने सारण सहित सुबह के 6 जिलों में बारिश आंधी और वज्रपात का अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग द्वारा कहा गया है कि कुछ घंटों में इन 6 जिलों में आंधी के साथ जोरदार बारिश होगी.

सूबे के सारण, सिवान, पटना, दरभंगा, वैशाली और मधुबनी जिले शामिल है. बताते चलें कि बिहार में जबरदस्त गर्मी पड़ रही है. इसको लेकर सरकार ने 22 जून तक सभी स्कूल कॉलेज व शैक्षणिक संस्थान को बंद कर दिया गया है.A valid URL was not provided.

0Shares

Patna/Muzaffarpur: एक्यूट इनसेफेलाइटिस सिंड्रोम ( AES) चमकी बुखार का कहर जारी है. इस बीमारी ने अब तक 146 बच्चों ने अपने जान गंवा दिए है. अकेले मुजफ्फरपुर में इस बीमारी से जान गंवाने वाली की संख्या 114 तक पहुँच गयी है.

चमकी बुखार से अबतक मुजफ्फरपुर में 114, हाजीपुर में 11, मोतिहारी में 7, समस्तीपुर में 5, शिवहर में 2, बेगूसराय, भोजपुर, सीवान, बेतिया और पटना PMCH में 1 बच्चे की मौत हुई है.

Acute Encephalitis Syndrome जिसे आम भाषा में चमकी बुखार कहा जाता है. इस बुखार से आमतौर पर बच्चे ज्यादा प्रभावित होते है. यह बिमारी 10 साल तक के बच्चो को अधिक प्रभावित कर रही है. इस बीमारी के लक्षण और बचाव के उपाय सभी को जानना चाहिए और साथ ही अपने आसपास के लोगों को भी इसके बारे में जागरूक करने के लिए अभियान चलाना चाहिए.

इस बिमारी के लक्षण
बच्चो को अचानक तेज बुखार आना, हाथ पैर मे अकड़न आना/टाईट हो जाना, बेहोश हो जाना, बच्चो के शरीर का चमकना/शरीर का कांपना, शरीर पर चकत्ता निकलना, ग्लूकोज़ का शरीर में कम हो जाना, शुगर कम हो जाना,

बच्चों को इस बिमारी से बचाने के लिए निम्न उपायों को अपनाया जा सकता है.
1. बच्चे को धूप से दूर रखें.
2. अधिक से अधिक पानी का सेवन कराये.
3. हल्का साधारण खाना खीलाएं.
4. बच्चो को जंक फुड से दूर रखे.
5. खाली पेट लिची ना खीलाएं.
6. रात को खाने के बाद थोड़ा मिठा ज़रूर खिलाएं.
7. घर के आसपास पानी जमा न होने दें, किटनाशक का छिड़काव करें.
8. रात को सोते समय मच्छरदानी का इस्तेमाल करें.
9. पूरे बदन का कपड़ा पहनाएं.
10. सड़े गले फल का सेवन ना कराएं, ताज़ा फल ही खिलाएं.
11. बच्चों के शरीर मे पानी की कमी ना होने दें. अधिक से अधिक बच्चो को पानी पिलाएं.

इस तरह के लक्षण दीखते ही तुरंत स्वास्थ्य केंद्र या सदर अस्पताल पहुंचे. अंधविश्वास के चक्कर में ना पड़े.

0Shares

Patna: जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुये आतंकी हमले में सेना के जवान, सीवान के दिघवलिया गांव निवासी अमरजीत कुमार की शहादत पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है.

उन्होंने कहा है कि उनकी शहादत को देश हमेशयाद रखेगा. मुख्यमंत्री ने वीर सपूत की शहादत पर उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है. उन्होंने कहा है कि पूरा बिहार शहीद के परिवार के साथ है. मुख्यमंत्री ने कहा है कि शहीद जवान का राज्य सरकार की ओर से पुलिस सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जायेगा.

0Shares

Muzaffarpur: एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) यानी चमकी बुखार से पीड़ित बच्चों का हाल जानने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को मुजफ्फरपुर पहुंचे. वे श्री कृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (SKMCH) पहुंचे जहाँ भर्ती बच्चों का हाल जाना और चिकित्सकों से जानकारी ली.

मुख्यमंत्री को यहाँ लोगों के विरोध का सामना भी करना पड़ा. लोगों ने जमकर नारेबाजी की और नितीश कुमार वापस जाओ के नारे भी लगाये. उन्हें काला झंडा भी दिखाया. मुख्यमंत्री के साथ उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी भी पहुंचे थे.

0Shares

पटना: सूबे में लू और चमकी बुखार से हो रही माैत को लेकर राज्य सरकार ने बड़े कदम उठाये हैं. सरकार ने प्रचंड लू को देखते हुए राज्य के सभी स्कूल, काॅलेज और कोचिंग संस्थानों को 24 जून तक बंद करने का आदेश दिया है.

दक्षिण बिहार के गया, औरंगाबाद और नवादा जिलों में 20 जून तक दिन में 11 से पांच बजे तक दवा की दुकान छोड़कर सभी बाजार बंद रखने का आदेश दिया गया है. पूरे राज्य में 23 जून तक मनरेगा समेत सभी सरकारी और निजी निर्माण कार्यों पर दिन में 11 से पांच बजे तक रोक लगा दी गयी है. सुबह छह से 11 बजे तक और शाम पांच बजे से रात आठ बजे तक जरूरत के मुताबिक काम लिया जा सकेगा. इसके एवज में मजदूरी में किसी प्रकार की कोई कटौती नहीं की जायेगी. नई दिल्ली से सोमवार को पटना लौटने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आला अधिकारियों के साथ उच्चस्तरीय बैठक की.A valid URL was not provided.

0Shares

Chhapra: बिहार में भीषण गर्मी और लू का कहर लगातार जारी है. लू के चलते सूबे में अभी तक 100 से अधिक लोगों की मौत हो गई है जबकि कई लोग अस्पतालों में भर्ती है. सरकार द्वारा लोगों को बचाने के लिए जहां राहत और बचाव का काम जारी है.

सोमवार को गया में धारा-144 लगाये जाने के बाद मंगलवार को राज्य के अन्य जिलों सारण, गोपालगंज, जहानाबाद, सीतामढ़ी, मधुबनी और दरभंगा में भी जिला प्रशासन ने धारा-144 लगा दी है.

इस आदेश के तहत सुबह 11 बजे से शाम 4 बजे तक सरकारी और गैर-सरकारी निर्माण पर रोक लगाई गई है. साथ ही 11 बजे से शाम 4 के बीच खुले जगहों पर समारोह आयोजित कराने पर भी रोक लगा दी गई है. सूबे मे गर्मी और लू की वजह से लगातार हो रही मौतों के कारण ये आदेश निकाला है.

बता दें कि गर्मी के कहर से नवादा, नालंदा, गया और औरंगाबाद जिला सबसे ज्यादा प्रभाावित है. राज्य सरकार ने अब तक 78 लोगों की लू से मौत की पुष्टि की है. औरंगाबाद में 34 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है वहीं गया में मौत का आंकड़ा अब तक 31 है.A valid URL was not provided.

0Shares

मुजफ्फरपुर: श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंचे केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने इस समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार की ओर से राज्य को सभी संभव तकनीक और आर्थिक मदद का आश्वासन दिया. बिहार में चमकी बुखार या एक्यूट इंसेफलाइटिस सिंड्रोम (एईएस) बीमारी से अबतक 84 बच्चों की मौत हो चुकी है.

हर्षवर्द्धन ने मेडिकल कॉलेज का जायजा लेने के बाद कहा, ‘मैं इस क्षेत्र के लोगों, विशेष रूप से प्रभावित परिवारों को विश्वास दिलाता हूं कि समस्या को जड़ से समाप्त करने के लिए केंद्र सरकार राज्य सरकार को सभी संभव आर्थिक और तकनीकी सहयोग देगी.” उन्होंने इस रोग की वजह से इस इलाके में पिछले कई सालों से हो रही बच्चों की मौत के मद्देनजर एसकेएमसीएच में बीमार बच्चों के लिए मौजूदा व्यवस्था को अपर्याप्त मानते हुए कहा कि यहां कम से कम 100 बिस्तरों वाला बच्चों का अलग से गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) बनना चाहिए.

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि उन्होंने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री को अगले साल तक युद्ध स्तर पर इसे तैयार कर लिए कहा गया है. उन्होंने कहा कि बिहार में चार-पांच जगहों पर स्टेट ऑफ दी आर्ट वाईरोलोजी प्रयोगशाला कुछ ही महीनों के पूरा कर लिया जाएगा. उन्होंने कहा, “इस रोग के इलाज के लिए शिशु रोग विशेषज्ञों के अलावा न्यूरोलोजिस्ट का होना आवश्यक है. इस अस्पताल में निर्माणाधीन सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक का काम अगले छह महीने के भीतर पूरा करने के लिए कहा गया है.”

0Shares

पटना: राज्य में शनिवार को ही 37 लोगों ने दम तोड़ दिया है. एक ओर जहां चमकी बुखार से 73 लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं गर्मी आग बनकर बरस रही. गया में चढ़ते पारा के साथ लोगों का जीना दुश्वार हो गया है. यहां पर शनिवार को तापमान 45 के पार पहुंचा और दोपहर होते-होते गर्म हवा ने लोगों की जान लेना भी शुरू कर दिया. शाम होते-होते लू में मरने वालों की संख्या अकेले गया में 12 तक जा पहुंची. 40 लोग अब भी अस्पताल में भर्ती हैं.

गया के अलावा औरंगाबाद में गर्मी ने 25 लोगों की मौत की नींद सुला दी. यहां लगातार अलग-अलग इलाकों से लू लगने की खबरें आ रही है. सदर अस्पताल के सिविल सर्जन ने इसकी पुष्टि की है. सिविल सर्जन के मुताबिक लू लगने के कारण शनिवार को 25 लोगों की मौत हो गई.

मुजफ्फरपुर में चमकी बुखार से अब तक 73 लोगों की जान चली गई है. 10 लोगों ने तो सिर्फ 2 दिनों में ही दम तोड़ा है. मुजफ्फरपुर के सबसे बड़े सदर अस्पताल में लगातार चमकी बुखार से प्रभावित मासूम पहुंच रहे हैं. आज केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री भी चमकी बुखार के कहर का जायजा लेने मुजफ्फरपुर पहुंच रहे हैं.

0Shares

Patna/Chhapra: सारण के जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सम्मानित किया है. जिलाधिकारी को यह सम्मान विगत एक वर्ष में पथ निर्माण विभाग और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड की योजनाओं की प्रगति में सराहनीय प्रयास के लिए दिया गया है. इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री सुशिल कुमार मोदी और पथ निर्माण मंत्री नंदकिशोर यादव भी मौजूद थे. 

इसे भी पढ़ें: सारण के आयुक्त लोकेश कुमार सिंह का तबादला, बनाये गए उद्योग विभाग के सचिव

जिलाधिकारी को यह सम्मान दीघा-सोनपुर पुल के संपर्क पथ का निर्माण कार्य जो विगत 2 वर्षों से भू अर्जन की समस्या के कारण बाधित था. उसे पिछले वर्ष अपने योगदान के पश्चात संबंधित रैयतों को उचित मुआवजा का भुगतान कर निर्माण कार्य में आ रही विधि व्यवस्था संबंधी समस्याओं का निराकरण कराया. जिससे प्रथम फेस दीघा सोनपुर पुल को बजरंग चौक के पास एनएच 19 से जोड़ने का कार्य करता है, को जुलाई 2019 तक और द्वितीय फेज को दीघा सोनपुर के पहुंच पथ को छपरा-हाजीपुर बाईपास फोरलेन से जोड़ता है, का कार्य 2020 तक पूर्ण कर लिया जाएगा.

 

इसी प्रकार बंगरा घाट पर गंडक नदी पर निर्माणाधीन पुल के पहुंच पथ का कार्य विगत 4 वर्षों से राशि उपलब्ध होने के बावजूद भू अर्जन से संबंधित सभी प्रक्रियाओं को पूर्ण नही किये जाने के कारण प्रारंभ नही किया जा सका था. जिलाधिकारी के द्वारा इस परियोजना से संबंधित सभी 9 गांवों की अधिसूचना का प्रकाशन एवं भू अर्जन से संबंधित अन्य प्रक्रियाओं को पूर्ण कराकर मुआवजा भुगतान की प्रक्रिया को प्रारंभ कराया गया. जिससे की इस परियोजना में तीव्र गति से कार्य हो रहा है तथा संपूर्ण कार्य आगामी छह माह के में पूर्ण होने की सम्भावना है. इस पुल के पूर्ण हो जाने पर सारण जिला के संबंधित क्षेत्रों से मोतिहारी और मुजफ्फरपुर की दूरी काफी कम हो जाएगी.

0Shares

Patna: बिहार कैबिनेट की मंगलवार को बैठक हुई. बैठक में 17 एजेंडों को स्वीकृति प्रदान की गई.

कैबिनेट बैठक में बड़ा निर्णय लिया गया. जिसके तहत अब बच्चों के लिए माता-पिता की सेवा करना अनिवार्य होगा. माता-पिता की शिकायत पर सेवा नहीं करने वाले बच्चों को जेल भी जाना पड़ सकता है.

इसके साथ ही कैबिनेट ने यह भी निर्णय लिया कि कश्मीर में पुलवामा और कुपवाड़ा की आतंकवादी घटनाओं में शहीद बिहार के जवानों के आश्रितों को सरकारी नौकरी दी जाएगी. इसके साथ 17 एजेंडों को स्वीकृति प्रदान की गई.

0Shares

  • महाजाम की चपेट में ही रहा आरा-छपरा पुल, आज ही के दिन दो साल पहले हुआ था उद्घाटन

(कबीर की रिपोर्ट) आज ही के दिन 2017 में सारणवासियों को दो बड़ी सौगात मिली थी. गांधी सेतु के बेहतर विकल्प के रूप में जेपी सेतु और वीर कुंवर सिंह सेतु आज ही के दिन 2017 में जनता के लिए बिहार सरकार ने समर्पित किया था.

दीघा-सोनपुर जिसे हम जेपी सेतु के नाम से जानते हैं, इस सेतू ने सारण जिला और राजधानी पटना को जुड़ा है. तो वही आरा-छपरा पुल जिसे हम वीर कुंवर सिंह सेतु के नाम से जानते हैं. यह सेतु छपरा और आरा जिला को जोड़ता है. दोनों ही पुल के चालू हो जाने से दूरियां तो घटी ही है. साथ ही साथ एक जिले से दूसरे जिले जाने के लिए रास्ता आसान हुआ है.

छपरा से आरा की दूरी पहले 128 किलोमीटर थी जो अब महज 40 किलोमीटर पर सिमट गई है. वहीं छपरा से औरंगाबाद पहले 230 किलोमीटर थी जो अब 180 किलोमीटर हो गई है. छपरा से बक्सर की दूरी 196 किलोमीटर थी जो घटकर अब 106 किलोमीटर हो गई है.

इसे भी पढ़ें: लालू यादव के जन्मदिवस पर राबड़ी देवी ने किया ट्वीट, कहा-आपको हमारी भी उम्र लग जावे

बात आरा छपरा पुल की
छपरा-आरा पुल की करें तो व्यापार बड़ा है. लेकिन उद्घाटन होने के बाद इस सेतु पर कुछ महीने छोड़ दे तो अब तक यह पुल महाजाम से जूझता ही रहा है. जब तक इस सेतु पर बड़ी गाड़ियों का परिचालन नहीं था तब तक लोगों ने इस सेतु का इस्तेमाल खूब किया. लेकिन अब जब ट्रकों को इस पुल से आवागमन की अनुमति मिल गयी है महाजाम से लोग सेतु से बचते दिखाई देते हैं. सेतु का एक लेन मानो ट्रकों का पार्किंग स्थल बन चूका है. छोटे निजी वाहन वाले इस पुल से यात्रा करने से बचते नजर आ रहे है.  

इसे भी पढ़ें: ये बाईपास है या ट्रकों का पार्किंग जोन!

दीघा-सोनपुर पुल की
सोनपुर दीघा सेतु जिसे हम जेपी सेतु के नाम से भी जानते हैं. यह पुल 2 सालों में गांधी सेतु का विकल्प साबित हुआ है. सारण जिले से सुबे की राजधानी पटना और राजधानी से सारण जिले में जाना आना बेहद आसान हुआ है. यह पुल पिछले 2 सालों में इन दोनों जिलों के लिए लोगों के लिए संजीवनी साबित हुआ है. महात्मा गांधी सेतु पर लगने वाले जाम से लोगों को इस सेतु ने राहत दी है.

दो साल के बाद छपरा-आरा पुल की हालत ट्रकों के जाम से पस्त हो गयी है. जहाँ सरकार को ध्यान देने की जरुरत है. जबकि दीघा पुल फिलहाल उत्तर बिहार के ल्गोगों को पटना आने जाने के लिए बेहतर विकल्प साबित हो रहा है.    

 

0Shares