बिहार में ही होगी दवाओं की जांच, पटना को मिली अत्याधुनिक औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला

पटना: बिहार में स्वास्थ्य सेवाओं को नई मजबूती देने की दिशा में एक बेहद महत्वपूर्ण पहल की गई है। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने पटना में आज पटना के अगमकुआं स्थित जीएनएम प्रशिक्षण संस्‍थान, एनएमसीएम में 30 करोड़ रुपये की लागत से औषधि नियंत्रण प्रयोगशाला का उद्घाटन किया। यह प्रयोगशाला अत्याधुनिक सुविधा से लैस की गई है। इस प्रयोगशाला में अब राज्य में ही दवाओं और खाद्य उत्पादों की गुणवत्ता की जांच की जा सकेगी।

इस मौके पर स्‍वास्‍थ्‍य मंत्री मंगल पाण्डेय ने कहा कि इससे स्वास्थ्य सुरक्षा के क्षेत्र में एक नई क्रांति आएगी। उन्होंने कहा कि अब दवाओं और खाद्य उत्‍पादों की गुणवत्ता की जांच के लिए सैंपल कोलकाता जैसे शहरों नहीं भेजा जायेगा। उन्होंने कहा कि सैंपल की रिपोर्ट आने में पहले कई महीने लग जाते थे। मगर अब समय रहते आवश्यक कार्रवाई कर पाना आसान होगा। इस नई प्रयोगशाला के शुरू होने से अब जांच न केवल तुरंत होंगी, बल्कि गलत व नकली दवाओं की पहचान कर उन्हें बाजार से हटाने में भी तेजी आएगी।

स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय ने कहा कि यह प्रयोगशाला बिहार की 13 करोड़ जनता के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की मजबूत गारंटी है। अब सरकार न केवल इलाज की बेहतर सुविधा दे रही है, बल्कि यह सुनिश्चित कर रही है कि मरीजों को गुणवत्तापूर्ण दवाएं ही उपलब्ध कराई जाएं।” उन्होंने कहा कि इस पहल से जनता का स्वास्थ्य अधिकार और अधिक सुरक्षित होगा और यह केंद्र सरकार की “सुरक्षित भारत, स्वस्थ भारत” की परिकल्पना को भी मजबूती देगा। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष नन्द किशोर यादव, अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य प्रत्यय अमृत, बीएमएसआईसीएल के एमडी दिवेश रामचन्द्र देवरे सहित अन्य अधिकारी और नेता मौजूद रहे।

इस प्रयोगशाला में 28 आधुनिक उपकरण लगाए गए हैं, जिनके जरिए दवाओं और खाद्य पदार्थों की सूक्ष्म स्तर पर जांच संभव हो सकेगी। यह सुविधा राज्य को स्वास्थ्य क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगी और तकनीकी रूप से भी स्वास्थ्य विभाग को एक नई ऊंचाई पर पहुंचाएगी।

प्रमुख बातें:

-प्रयोगशाला की लागत: 30 करोड़

-कुल उपकरण: 28 अत्याधुनिक मशीनें

-प्रमुख उद्देश्य: दवाओं और खाद्य पदार्थों की जांच

-पुरानी व्यवस्था: कोलकाता भेजे जाते थे सैंपल

-लाभ: समय की बचत, नकली दवाओं पर रोक, स्थानीय आत्मनिर्भरता

file photo 

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गोपालगंज में स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर में 9 छात्र और ड्राइवर घायल

गोपालगंज:  गोपालगंज में गुरुवार को स्कूल बस और कंटेनर की टक्कर में 9 लोग घायल हो गए। हादसा नगर थाना क्षेत्र के कोन्हवा एन एच-27 पर हुआ। निर्मला कैथोलिक स्कूल का बस ड्राइवर थावे थाना के विदेशी टोला और कोन्हवा से बच्चों को लेकर स्कूल जा रहा था। कोन्हवा के पास जब बस सड़क पार कर रही थी, तभी एक तेज रफ्तार कंटेनर ने टक्कर मार दी। बस ड्राइवर ने खतरा देखकर ब्रेक लगाई, लेकिन कंटेनर ने बस को टक्कर मार दी। इस टक्कर में बस का अगला हिस्सा बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।

घायल बच्चों में प्रीतम यादव, आयुष शर्मा, बिशु शर्मा, पीयूष यादव, अंजलि कुमारी, हिमांशु गुप्ता और दिव्या कुमारी शामिल हैं। बस ड्राइवर रामाधार शर्मा भी घायल हुए हैं। सभी घायलों को सदर अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया गया है। हादसे के बाद स्थानीय लोग और राहगीर मदद के लिए आगे आए। उन्होंने बस में फंसे बच्चों को बाहर निकाला और पुलिस और एम्बुलेंस को सूचना दी। बस ड्राइवर के मुताबिक, बस में कुल 20 बच्चे सवार थे।

इस संदर्भ में डॉ दानिश अहमद ने बताया कि कुल आठ बच्चों का इलाज किया गया है, सभी बच्चे स्टेबल है। सबका इलाज किया जा रहा हैं। कुचायकोट थानाध्यक्ष ने बताया कि कंटेनर और स्कूली बस में टक्कर हुई है। कुछ बच्चे जख्मी है, उनका इलाज कराया गया है। कंटेनर और बस को जब्त कर आगे की कार्रवाई की जा रही है।

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राष्ट्रपति से मिले शाहनवाज हुसैन, भागलपुर आगमन का दिया न्यौता

भागलपुर:  भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर उन्हें भागलपुर आने का न्यौता दिया।

शाहनवाज हुसैन ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को भागलपुर आने का न्यौता देकर उनसे तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में अमर शहीद तिलकामांझी की आदमकद प्रतिमा के अनावरण का आग्रह किया। शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राष्ट्रपति से मुलाकात के दौरान उनसे विक्रमशीला विश्वविद्यालय परिसर के भ्रमण के लिए भी आमंत्रण दिया।

शाहनवाज हुसैन ने कहा कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से अत्यंत आत्मीय भाव से उनकी मुलाकात हुई और आमंत्रण स्वीकार करने के साथ उन्होंने कहा कि भागलपुर आने के लिए वो जरुर प्रयास करेंगी। पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने मुलाकात के दौरान महामहिम को भागलपुर के ऐतिहासिक महत्व के संबंध में भी पूरी जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि अंग प्रदेश का इतिहास महाभारत व रामायण काल से जुड़ा हुआ है। श्रावणी मेले के दौरान लाखों की संख्या में शिव भक्त गंगा जल लेकर बाबा बैद्यनाथ को जल अर्पित करते हैं।

विश्व स्तर पर सिल्क सिटी भागलपुर का अपना एक अलग महत्व है। प्राचीन मंदार पर्वत की भी कहानियां पुराणों से जुड़ी हुई हैं। कहलगांव स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय की पुर्नस्थापना को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार लागातार प्रयासरत हैं। इस विश्वविद्यालय के यहां बन जाने से भागलपुर का प्राचीन गौरव लौट आएगा।

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Patna, 26 जून (हि.स.)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री लगातार जन सरोकार से जुड़े फैसले लेते जा रहे हैं। सामाजिक सुरक्षा पेंशन में तीन गुणा बढ़ोतरी के बाद, सीएम ने आज राज्यवासियों को एक और सौगात दी है। सरकार ने पर्व-त्योहारों के दौरान घर लौटने वाले प्रवासी बिहारियों की सुविधा के लिए 299 बस चलाने का निर्णय किया है।

राज्य सरकार 299 एसी एवं नॉन एसी बसों का परिचालन कराने जा रही है।

नीतीश कुमार ने गुरुवार को एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है। मुख्यामंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा है कि “बिहार के लोग विभिन्न पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर काफी संख्या में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से घर आते हैं। पर्व-त्योहारों के अवसर पर बिहार आने में लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। बिहार आने वाले लोगों की यात्रा को सुगम बनाने तथा उनकी सहूलियत के लिए हमारी सरकार लगातार प्रयासरत है। इसी कड़ी में बिहार से जुड़े अंतर्राज्यीय मार्गों पर राज्य सरकार 299 एसी एवं नॉन एसी बसों का परिचालन कराने जा रही है।

राज्य सरकार 75 वातानुकूलित और 74 डीलक्स बसों की खरीद पर 105.82 करोड़ रुपये खर्च करेगी

सीएम ने लिखा कि राज्य सरकार 75 वातानुकूलित और 74 डीलक्स बसों की खरीद पर 105.82 करोड़ रुपये खर्च करेगी। साथ ही लोक निजी भागीदारी के अन्तर्गत भी 150 अतिरिक्त एसी बसों का परिचालन कराया जाएगा। राज्य सरकार पर्व-त्योहारों खासकर छठ, होली, दीपावली एवं दुर्गा पूजा के अवसर पर केंद्र सरकार से भी और अधिक विशेष ट्रेन चलाने का अनुरोध करेगी। इससे पर्व-त्योहारों के समय लोगों को अब बिहार आने में सहूलियत होगी और वे सुविधापूर्वक अपने घर पहुंच सकेंगे।

इस फैसले को चुनाव से पहले लोकलुभावन योजना के रूप में देखा जा रहा है

इस फैसले को चुनाव से पहले लोकलुभावन योजना के रूप में देखा जा रहा है। नीतीश सरकार हाल के महीनों में शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और परिवहन के क्षेत्र में कई घोषणाएं कर चुकी है। अब त्योहारी सीजन को देखते हुए यह कदम प्रवासी बिहारी मतदाताओं को साधने की रणनीति के रूप में भी देखा जा रहा है।

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Chhapra: जन सुराज पार्टी  को चुनाव आयोग ने चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है । जन सुराज ने चुनाव आयोग से चुनाव चिन्ह “स्कूल बैग” की मांग की थी, जिसे आयोग ने स्वीकार कर लिया है।

निर्वाचन आयोग ने जन सुराज पार्टी को चुनाव चिन्ह “स्कूल बैग” आवंटित कर दिया है। जन सुराज के सभी 243 प्रत्याशी “स्कूल बैग” के निशान पर चुनाव लड़ेगी।

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Chhapra: भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य व सारण शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र के भावी प्रत्याशी डॉ राहुल राज ने शिक्षा मंत्री से मंगलवार को मुलाकात की।

इस दौरान उन्होंने माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों के शारीरिक शिक्षकों के क्षतिपूरक अवकाश एवं प्रधानाध्यापकों के पदस्थापन की ओर ध्यानाकृष्ट  कराया।   

डॉ राहुल राज ने बताया कि शिक्षा मंत्री से प्रमुख रूप से सारण जिला सहित पूरे राज्य के माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों की स्थिति पर विस्तार से चर्चा हुई। उन्होंने शिक्षा मंत्री से ग्रीष्मावकाश के दौरान राज्य के विभिन्न जिलों में गृह रक्षा वाहिनी के लिए प्रतिनियुक्त किए गए शारीरिक शिक्षकों द्वारा दिए गए बहुमूल्य योगदान की मनोदशा को बताया।

उन्होंने कहा कि पूरे राज्य के सरकारी विद्यालयों में दिनांक 02 जून 2025 से दिनांक 24 जून 2025 तक पूर्ण अवकाश था, परंतु विभिन्न जिलों के शारीरिक शिक्षकों ने आदेशानुसार गृह रक्षकों के शारीरिक दक्षता सक्षमता परीक्षा में निरंतर संलग्न रहते हुए अपना बहुमूल्य योगदान दिया है, हालांकि यह न्यायोचित नहीं कहा जा सकता। जिसके कारण उन्हें वार्षिक अवकाश की क्षति का सामना करना पड़ा। इस तथ्य को मद्देनजर रखते हुए तथा इसके प्रतिपूर्ति के लिए प्रखंड प्रमुख ने तार्किक रूप से ग्रीष्मावकाश में प्रतिनियुक्त समस्त शारीरिक शिक्षकों को उक्त अवधि के लिए नियमानुसार विभागीय क्षतिपूरक अवकाश देने की मांग की।

इतना ही नहीं उन्होंने मंत्री को बताया कि प्रधानाध्यापक पद पर पदस्थापन में पहले ही अत्यधिक विलंब हो चुका है। उन्होंने मंत्री से प्रधानाध्यापक पदस्थापन प्रक्रिया को भी यथाशीघ्र पूर्ण करने की मांग की।

डॉ राहुल राज ने बताया कि मंत्री से शिक्षकों से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी काफी सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता हुई तथा उन्होंने हमारी बातों को ध्यान से सुना। उक्त तथ्यों पर अपना ध्यान आकृष्ट करते हुए आश्वस्त किया कि सरकार शीघ्र ही शारीरिक शिक्षकों के हित में फैसला लेने हेतु निरंतर प्रयासरत है तथा शीघ्र ही प्रधानाध्यापकों के पदस्थापन प्रक्रिया को भी विशेष आयाम देगी। जिससे जल्द ही आने वाले समय में कई सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। विगत महीने में उन्होंने राज्य के प्रत्येक जिले के EPF का मासिक वेतन से कटौती होने के बाद भी खाते में नियमित भुगतान कराने की विशेष अपील उन्होंने मंत्री से की थी, जिसको शीघ्र संज्ञान में लेते हुए मंत्री के मार्ग दर्शन में कैंप के माध्यम से भुगतान कार्य को पूर्ण कराया, जिसके लिए प्रखंड प्रमुख ने शिक्षा मंत्री का धन्यवाद ज्ञापित किया।

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Patna, 25 जून (हि.स.)। स्थानांतरण से संबंधित अपनी शिकायतों को लेकर राज्य के विभिन्न जिलों से शिक्षकों की सचिवालय परिक्रमा लगातार जारी है। जिससे शिक्षा विभाग के कामकाज प्रभावित होने लगे हैं। शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने बुधवार को राज्य के सभी जिलाधिकारियों को पत्र जारी कर उन्हे निर्देश दिया है कि जब जिलों में ही स्थानांतरित शिक्षकों की स्थापना संबंधित समस्याओं के समाधान की व्यवस्था है, तब शिक्षकों का सीधे राज्य मुख्यालय की परिक्रमा करना उचित नहीं है। इससे विभाग में कामकाज के संचालन में समस्याएं उत्पन्न हो रही है।

डॉ. सिद्धार्थ ने जिलाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि शिक्षा विभाग का स्थापना बल दस लाख है

डॉ. सिद्धार्थ ने जिलाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि शिक्षा विभाग का स्थापना बल दस लाख है। अगर इस बल का आंशिक प्रतिशत भी अपनी समस्याओं को लेकर राज्य मुख्यालय आता है तो यह संख्या बहुत बड़ी हो जाती है। इससे शिक्षकों को तो समस्या हो ही रही है, साथ ही विभागीय कार्यों के संचालन में भी समस्याएं आ रही हैं। अपनी स्थानांतरण संबंधी समस्याओं को लेकर शिक्षकगण राज्य मुख्यालय में कार्यरत पदाधिकारियों से संपर्क स्थापित करने की कोशिश करते हैं। जिससे विभागीय कामकाज में दिक्कतें पैदा होती हैं। उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि जिलों के अंदर स्थापना संबंधी समस्याओं को जिलास्तर पर जिलाधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्थापना समिति द्वारा केस टू केस विचार कर यथोचित कार्रवाई की जाती है। अत्यंत ही विशेष स्थिति में अंतर जिला मामले ही राज्य स्तर पर विचाराधीन होते हैं।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि शिक्षकों की जो भी शिकायतें हैं, उन्हे ऑनलाइन माध्यम से ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर ही दर्ज किया जाए। इन सभी शिकायतों का नियमित अनुश्रवन राज्य स्तर पर जिलावार नामित नोडल पदाधिकारी द्वारा किया जा रहा है।

शिक्षकों की समस्याओं के समाधान के लिए बनाई गई है स्ट्रक्चर्ड वेबसाइट

डॉ. सिद्धार्थ ने जिलाधिकारियों को लिखे अपने पत्र में कहा है कि इसके लिए शिक्षा विभाग में पूर्व से ही एक सुगम व्यवस्था कायम है। शिक्षकों की समस्याओं के निष्पादन के लिए स्ट्रक्चर्ड वेबसाइट स्थापित किया गया है। इसके अंतर्गत ई-शिक्षा कोष पोर्टल पर शिक्षकों को अपनी शिकायत दर्ज करने का विकल्प दिया गया है। जो भी शिक्षक राज्य सरकार के अधीन कार्यरत हैं, वे अपनी लॉगइन के माध्यम से अपनी शिकायत इस पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं।

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पटना 25 जून (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ में भवन निर्माण विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया।

 

बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया

मुख्यमंत्री ने कहा कि वास्तुविदों का कार्य इमारतों की डिजाईन बनाने के साथ-साथ पूरी निर्माण प्रक्रिया का रचनात्मक एवं तकनीकी मार्गदर्शन करना होता है ताकि निर्मित भवन सुंदर तथा उपयोगी हो। साथ ही वहां धूप, हवा एवं रोशनी का संतुलन हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि बहुत खुशी की बात है कि आज के इस कार्यक्रम में बिहार लोक सेवा आयोग से चयनित 101 सहायक वास्तुविदों को नियुक्ति पत्र प्रदान किया गया है, मैं आप सभी को बधाई एवं शुभकामनायें देता हूँ और आपसे उम्मीद करता हूं कि आप अच्छे ढंग से अपने कार्य का निर्वहन करेंगे।

योग्यता के अनुसार उनको कार्य आवंटित करने का प्रस्ताव है

आज 101 चयनित वास्तुविदों में प्लानिंग में पीजी की योग्यता रखने वाले 31, आपदा जोखिम में विशेषज्ञता रखने वाले 02, अर्बन डिजाईनिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले 02 एवं लैंडस्केपिंग के क्षेत्र में विशेषज्ञता रखने वाले अभ्यर्थियों का चयन हुआ है। ऐसे वास्तुविद जो विशेष योग्यता रखते हैं, उनकी योग्यता के अनुसार उनको कार्य आवंटित करने का प्रस्ताव है।

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Patna: बिहार के सभी पंचायतों में विवाह भवन का नीतीश सरकार निर्माण कराएगी। मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह कार्यक्रम में सुविधा के लिए सभी पंचायतों में विवाह भवन का निर्माण कराएगी। आज कैबिनेट में ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना’ की मंजूरी दे दी गई है। पंचायतों में विवाह भवनों के निर्माण हेतु 40 अरब 26 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन विवाह भवनों का संचालन जीविका दीदियों के द्वारा किया जाएगा। पंचायत स्तर पर विवाह भवनों के निर्माण से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को काफी फायदा होगा।

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Patna: बिहार के सभी पंचायतों में विवाह भवन का नीतीश सरकार निर्माण कराएगी।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी देते हुए बताया कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हमारी सरकार राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में गरीब परिवारों की बेटियों के विवाह कार्यक्रम में सुविधा के लिए सभी पंचायतों में विवाह भवन का निर्माण कराएगी।

आज कैबिनेट में ‘मुख्यमंत्री कन्या विवाह मंडप योजना’ की मंजूरी दे दी गई है। पंचायतों में विवाह भवनों के निर्माण हेतु 40 अरब 26 करोड़ 50 लाख रुपए की स्वीकृति प्रदान की गई है। इन विवाह भवनों का संचालन जीविका दीदियों के द्वारा किया जाएगा।

पंचायत स्तर पर विवाह भवनों के निर्माण से आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को काफी फायदा होगा।

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Patna, 23 जून (हि.स.)। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वर्तमान अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव सोमवार को परिवार के साथ राजद ऑफिस पहुंचे, और राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए अपना नामांकन किया।

नामांकन के दौरान तेज प्रताप यादव समेत पूरा लालू परिवार मौजूद रहा

राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अध्यक्ष पद के लिए औपचारिक रूप से नामांकन दाखिल किया। नामांकन के दौरान राबड़ी देवी, तेजस्वी यादव और तेज प्रताप यादव समेत पूरा लालू परिवार मौजूद रहा। पटना स्थित राजद कार्यालय में नामांकन के लिए भारी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और नेता भी जुटे हुए थे।

कार्यालय के बाहर और भीतर “लालू यादव ज़िंदाबाद” के नारों से माहौल गूंज उठा।

लालू प्रसाद यादव के खिलाफ अब तक किसी और ने नामांकन नहीं दाखिल किया है, जिससे यह तय माना जा रहा है कि वे एक बार फिर से राजद के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनेंगे। पार्टी के वरिष्ठ नेता अब्दुल बारी सिद्दीकी ने पहले ही स्पष्ट कर दिया था कि लालू यादव ही अगले अध्यक्ष होंगे। राजद द्वारा आधिकारिक तौर पर घोषणा 5 जुलाई को की जाएगी, उस दिन लालू यादव का जन्मदिन भी है। पार्टी इसे “लालू सम्मान दिवस” के रूप में भी मनाने की तैयारी कर रही है।

जगदानंद सिंह की गैरमौजूदगी ने सियासी अटकलों को दिया जन्म 

नामांकन के मौके पर पूर्व प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की गैरमौजूदगी ने सियासी अटकलों को जन्म दे दिया है। हाल के दिनों में जगदानंद सिंह और तेजस्वी यादव के बीच मतभेद की खबरें सामने आई थीं। ऐसे में उनका पार्टी कार्यालय में उपस्थित न रहना एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है।

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Bihar 23 जून (हि.स.)। बिहार के चर्चित नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. विकास कुमार पांडे अब राजनीति के माध्यम से जनसेवा की एक नई शुरुआत करने जा रहे हैं। जिन्होंने बीते 17 वर्षों में चिकित्सा सेवा के जरिए 17,000 से अधिक जरूरतमंद मरीजों की आंखों की रोशनी लौटाई, अब जनसुराज अभियान के अंतर्गत भागलपुर विधानसभा से चुनाव लड़ेंगे।

हमारी सरकार बनी तो सबसे पहले पलायन रोकेंगे- विकास कुमार पांडे

डॉ पांडे ने जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर पर अटूट विश्वास जताते हुए कहा कि अब तक हमने मरीजों की सेवा की, अब जनता की सेवा करने का समय है। उन्होंने कहा कि भागलपुर आज भी मूलभूत सुविधाओं से जूझ रहा है। इसे स्मार्ट सिटी बनाना हमारा संकल्प है। भागलपुर सिर्फ नाम का स्मार्ट सिटी बन कर रह गया है। जमीनी हकीकत बहुत पीछे है। हमारी सरकार बनी तो सबसे पहले भागलपुर से पलायन रोकेंगे, ताकि हमारे युवा, हमारे किसान, हमारे मजदूर यहां सम्मान से जी सकें।

सियासत में आने का मेरा उद्देश्य सत्ता नहीं, सेवा है- विकास कुमार पांडे

डॉ. पांडे ने आगे कहा कि अब तक उन्होंने ऑपरेशन थियेटर में रोशनी दी, अब वे विधान सभा में आवाज़ उठाकर बदलाव की मशाल जलाना चाहते हैं। सियासत में आने का मेरा उद्देश्य सत्ता नहीं, सेवा है। मेरा लक्ष्य भागलपुर को एक ऐसा मॉडल शहर बनाना है जहां हर तबके की आवाज़ सुनी जाए। जनसुराज की सोच और नीति से प्रभावित होकर वे अब गांव-गांव जाकर लोगों से मिलेंगे, उनकी बात सुनेंगे और एक जनआधारित परिवर्तन की शुरुआत करेंगे।

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