पटना: बिहार में सोमवार को बीते 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के तीन हजार,526 नए मामले सामने आए हैं। इनमें अकेले पटना में एक हजार ,267 नए मरीज हैं। बिहार में अब कुल एक्टिव मरीजों की संख्या 33 हजार,122 है।

पटना में सोमवार को एक हजार,267 नए कोरोना संक्रमित मिले। लगातार पांचवें दिन राजधानी में कोरोना संक्रमितों की संख्या में गिरावट देखने को मिली है। इसके पहले पटना में रविवार को कोरोना से तीन लोगों की मौत हो गई। पिछले पांच दिनों में पटना में संक्रमण दर में लगातार कमी आ रही है।

तीसरी लहर में पटना के शहरी क्षेत्र की तुलना में गांवों में कोरोना का प्रसार काफी कम हुआ है। शहर के मुकाबले गांवों में सक्रिय संक्रमितों की संख्या करीब 91 प्रतिशत कम है। जिले के 17 प्रखंड ऐसे हैं, जहां सक्रिय मरीजों की संख्या सौ से भी नीचे है। राहत की बात यह है कि शहरी और देहात के सभी इलाकों में सक्रिय संक्रमितों की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है।

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मुज़फ़्फ़रपुर: पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर मोतीपुर थाना क्षेत्र में छापेमारी कर एक स्विफ्ट डिजायर कार सवार चार बदमाशों को धर दबोचा है। पुलिस की ओर से की गयी तलाशी के क्रम में कार से 100 रुपये, 200 रुपये और 500 रुपये के साढ़े ग्यारह लाख जाली नोटों की बरामदगी की गयी है। पूछताछ में पकड़े गए बदमाशों ने चौकाने वाले खुलासे किए जिसे सुन कर पुलिस भी हक्का बक्का रह गई।

आपको बता दे कि देश में नोटबन्दी के बाद बिहार के मुज़फ़्फ़रपुर में यह सबसे बड़ी जाली नोटों की खेप पकड़ी गई है। पकड़े गए बदमाशों में नीरज सिंह, राजू सिंह, आलोक भगत जो छपरा जिला का रहने वाला है. वही चौथे बदमाश मुज़फ़्फ़रपुर के सरैया के बखरा का मो.असलम है ।

पूछताछ में बदमाशों के तार नेपाल और बांग्लादेश से संचालित अवैध भारतीय मुद्रा तस्करों से जुड़ा है । फिलहाल पुलिस की टीम सभी का डिटेल लेकर कार्रवाई कर रही है।

एसएसपी जयंतकान्त के निर्देश पर सरैया एसडीओपी राजेश शर्मा और पश्चिमी डीएसपी अभिषेक आनंद के नेतृत्व में टीम का गठन किया जो टीम मोतीपुर, बरुराज,साहेबगंज और सरैया पुलिस की टीम के साथ साथ विशेष पुलिस टीम के साथ रेड कर कार्रवाई की है।

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पटना/मधेपुरा: कोरोना वैक्सीन की 12 डोज लेने वाले बिहार के मधेपुरा जिला निवासी ब्रह्म देव मंडल को सोमवार को मधेपुरा पुलिस ने जमानत दे दी। स्वास्थ्य विभाग की ओर से उसके ऊपर धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया गया था।करीब 84 वर्षीय बुजुर्ग ब्रह्मदेव मंडल को सीआरपीसी की धारा 41 का लाभ देते हुए थाना से ही जमानत दे दी गई।

इस सम्बन्ध में बताया गया है कि वरीय अधिकारियों के निर्देशन में ब्रह्मदेव मंडल को हाजिर होने का नोटिस दिया गया था। थाना पहुंचने पर इस केस के जांच अधिकारी उदय तिर्की ने विहित प्रक्रिया पूरी की और मंडल को जमानत मिल गई।

मधेपुरा एसपी, राजेश कुमार ने बताया कि मधेपुरा सदर राजद विधायक प्रो. चंद्रशेखर ने पत्र लिख कर ब्रह्मदेव मंडल की गिरफ्तारी पर रोक लगाने की मांग की थी। अपने पत्र में विधायक ने कई सवाल भी उठाए थे।थाने से जमानत मिलने पर एसपी राजेश कुमार ने बताया उसके द्वारा बताया गया कि कोरोना टीका के डोज से काफी लाभ हुआ। इसलिए इतने टीके लिए। उम्रदराज व्यक्ति होने के कारण उसे सीआरपीसी की धारा 41 का लाभ दिया गया। पुलिस समय समय पर बुजुर्ग से जांच में सहयोग लेगी। साथ ही अन्य लोगों की भूमिका की भी जांच होगी।

उल्लेखनीय है कि बीते सप्ताह ब्रह्मदेव मंडल के 12 डोज कोरोना वैक्सीन लेने की खबर के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया था।स्वास्थ्य विभाग द्वारा आनन-फानन में पुरैनी पीएचसी प्रभारी से आठ जनवरी को धारा 419 / 420 और 188 के तहत मामला दर्ज करवाया गया था।इसके बाद पुलिस ने ब्रह्मदेव मंडल की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी भी कि थी। इसके बाद मामले पर राजनीति भी होने लगी थी।

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-परिजनों का आरोप जहरीली शराब से हुई मौत

पटना: बिहार के नालंदा में संदिग्ध परिस्थिति में मरने वालों की संख्या बढ़कर 11 हो गई है। परिजन शराब पीने से मौत की बात कह रहे हैं। घटना जिले के सोहसराय थाना क्षेत्र के छोटी पहाड़ी और पहाड़ तल्ली मोहल्ला की है। जिले के आईजी ने सोहसराय थाना अध्यक्ष सुरेश प्रसाद को सस्पेंड कर दिया है।

लोगों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से मौत का सिलसिला अब तक जारी है। मृतक की पहचान छोटी पहाड़ी मोहल्ला निवासी प्रह्लाद कुमार (40) सिंटू कुमार (35) एवं बालेश्वर मिस्त्री का पुत्र (35) शंकर मिस्त्री के रूप में हुई। शनिवार को आठ लोगों के मरने के पुष्टि जिलाधिकारी ने की थी।

प्रहलाद की मां मुंद्रिका देवी ने बताया, ‘बेटा शराब पीकर घर आया था। जब अपने बेटे को नशे में धुत होकर टगते देखा तो मैंने पूछा कि आई बेटा सगरो गुदाल हो रहलो ह दारु पीनी ह तो प्रह्लाद ने कहा कि नए माय हम दारु नई पीलीयो ह…। ‘उन्होंने मोहल्ले की ही एक महिला पर शराब बेचने का आरोप लगाते हुए उस पर डीएम-एसपी से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। मुंद्रिका ने कहा कि शराब ने हम लोगों की जिंदगी तबाह कर दी।

परिजनों का कहना है कि जहरीली शराब पीने से ही मौत हुई है। इस इलाके में चुल्हाई शराब बनता है। अगर प्रशासन चाहे तो शराब क्या उसकी एक बूंद पानी मिलना तक मुमकिन नहीं होगा। उन्होंने कहा कि घर चलाने वाला अब इस दुनिया में नहीं रहा। अब उनकी जिंदगी कैसे गुजरेगी।

अभी छह लोगों की हालत गंभीर बताई जा रही है, जिसमें छोटी पहाड़ी निवासी राजू चौहान और उसके चचेरे भाई ऋषि चौहान के आंखों की रोशनी चली गई। परिवार ने बताया कि दोनों को इलाज के लिए विम्स ले गए, जहां से रेफर कर दिया गया। इसके बाद सोहसराय के बाईपास स्थित निजी क्लिनिक में दोनों भर्ती कराया गया।

इधर, अबतक पुलिस के छापेमारी में 750 एमएल की 5 बोतल विदेशी शराब, एक बोरा टेट्रापैक पैकेजिंग मटेरियल, चुलाई देसी शराब 4 लीटर, 250 एमएल का 25 पाउच देशी शराब, 200 एम एल का 22 पाउच एवं 400 एमएल का 4 पाउच देसी शराब, 750 एम एल की 87 बोतल शराब मिली।

बिहारशरीफ के भाजपा विधायक डॉ. सुनील कुमार ने छोटी पहाड़ी में हुई संदिग्ध मौत पर दुख प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि किस परिस्थिति में इतने लोगों की मौत हुई जिला प्रशासन गहन जांच करे। जो भी इस मामले में दोषी है जिला प्रशासन गहन जांच कर अविलंब कार्रवाई करे। इस घटना की सूचना के बाद रविवार को अरवल के माले विधायक महानंद सिंह सदर अस्पताल पहुंचे। जन अधिकार पार्टी (जाप) के सुप्रीमो पप्पू यादव ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात की।

महानंद सिंह ने कहा- ‘शराबबंदी के नाम पर सिर्फ महादलित लोगों को परेशान किया जाता है। बड़ी-बड़ी लग्जरी गाड़ियों में शराब की खेप पकड़ी जाती है। बावजूद सरकार बड़े शराब माफियाओं पर कार्रवाई नहीं कर छोटे लोगों को पकड़कर जेल भेजने का काम करती है। मैं सरकार से मांग करता हूं कि जितने थानेदार हैं, डीएसपी है, एसपी हैं, सभी की संपत्ति की जांच की जाए। सभी लोगों ने अवैध रूप से बालू और शराब से अकूत संपत्ति अर्जित की है।’

जाप प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि ‘जिला प्रशासन मृतकों का आंकड़ा छुपाने में जुटी है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह क्षेत्र नालंदा के हरनौत में शराब मिल रही है। शराब की होम डिलीवरी हो रही है और सीएम साहब शराबबंदी का ढिढोरा पीट रहे हैं। आज आंकड़ा छुपाया जा रहा है। कल पोस्टमाॅर्टम रिपोर्ट बदल दिया जाएगा, ताकि किसी भी मृत व्यक्ति में जहरीली शराब पीने की पुष्टि न हो सके। आज छह लाख से अधिक बेकसूर लोग शराब मामले में जेल में बंद हैं।’ पप्पू यादव ने मृतक के परिजनों को 10-10 हजार रुपये की आर्थिक मदद की और 10-10 हजार सभी के बैंक अकाउंट में डालने की बात कही।

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पटना: बिहार में कोरोना संक्रमितों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। हालांकि, आज इसकी संख्या में कुछ कमी जरूर आयी है । बिहार स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी किये गये हेल्थ बुलेटिन के अनुसार बिहार में आज कुल 5410 कोरोना के नए मामले मिले हैं। इनमें से कोरोना के सबसे ज्यादा मामले पटना में फिर मिले हैं।

पटना में कोरोना के नये 1575 मरीज मिले हैं। इसके साथ बिहार में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 35508 हो गयी है, जबकि शनिवार को यह आंकड़ा कुल 6325 थे। इनमें पटना में 2305 नए मामले सामने आए थे। वही बिहार में एक्टिव कोरोना मरीजों की संख्या 35916 थी।

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पटना: सूर्य के उत्तरायण होने और मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त होते ही अब तमाम शुभकार्य शुरू हो गए हैं, शहनाई बजने की तैयारी होने लगी है। लंबे समय से शादी विवाह का इंतजार कर रहे घरों में तैयारी तेज हो गई है।

अभिभावक अपने बच्चों की शादी की तैयारी में जुट गए हैं, पंडित जी से दिन बनवाया जा रहा है, बैंड बाजा, टेंट हाउस एवं हलवाई की बुकिंग तेज हो गई है। हालांकि कोरोना संक्रमण अप्रत्याशित रूप से बढ़ रहा है तथा गृह विभाग द्वारा प्रोटोकॉल बनाए गए हैं। जिसके कारण कम भीड़ जुटाकर नियमों का पालन करते हुए लोग विवाह की तैयारी में जोर-शोर से जुटे हुए हैं। पंडित आशुतोष झा ने बताया कि इस वर्ष 2022 में पंचांग के अनुसार विवाह के 57 दिन शुभ मुहूर्त हैं।

15 जनवरी तक खरमास और पंचश्लाका वेध के कारण विवाह का शुभ मुहूर्त नहीं था। परंपरा के अनुसार वर-वधु के कुंडली में 36 बिंदुओं पर मिलान के बाद शादी की तिथि तय होती है। शादी विवाह सिर्फ तिथि ही नहीं, नक्षत्र, माह, तिथि, पंचश्लाका वेध, लग्न तथा शुभ ग्रह के हिसाब से तय होता है। मकर संक्रांति के साथ खरमास समाप्त हो चुका है, लेकिन तिथि, नक्षत्र और ग्रहों का योग सही नहीं रहने के कारण शहनाई अगले सप्ताह से बजेगी।

उसके बाद शादी शुरू होगी तथा जनवरी में 23, 24, 27 एवं फरवरी में दो, छह, सात, दस एवं 11 को विवाह की शुभ तिथि है। 11 फरवरी के बाद गुरु अस्त दोष रहने के कारण विवाह का मुहूर्त नहीं है। मार्च में गुरुअस्त एवं खरमास दोष के कारण विवाह का कोई मूहूर्त नहीं है। उसके बाद अप्रैल में 17, 20, 21, 22, 24, 25, 27 एवं 28 को, मई में दो, नौ, 11, 12, 13, 18, 20, 22, 25, 26, 27 एवं 30 को, जून में एक, पांच, छह, नौ, 10, 13, 19, 22, 24 एवं 26 को तथा जुलाई में तीन, चार, छह एवं आठ को शादी का शुभ मुहूर्त है।

दस जुलाई को हरिशयनी (देवशयनी) एकादशी के बाद चतुर्मास दोष रहने से विवाह सहित तमाम शुभ कार्यों पर रोक लग जाएगी। चार नवंबर को हरिप्रबोधिनी (देवउठान एकादशी) तथा पांच नवंबर को तुलसी विवाह होने के साथ चतुर्मास समाप्त हो जाएगा। इसके बाद नवंबर में 24, 25, 26, 27 एवं 28 तथा दिसंबर में दो, तीन, चार, सात, आठ, नौ, 13, 14, 15 एवं 16 तारीख को विवाह का शुभ मुहूर्त है।

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बेगूसराय: आजादी के बाद देश में स्थापित होने वाला सार्वजनिक क्षेत्र का पहला और बिहार का एकलौता रिफाइनरी आइओसीएल बरौनी 57 साल का हो गया।

देश प्रथम के लक्ष्य पर काम करने वाली इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन की बरौनी रिफाइनरी बिहार और आसपास के राज्यों के साथ नेपाल में पेट्रोलियम जरूरतों को पूरा कर रही है। इसके साथ ही मेक इन इंडिया पहल को भी तेजी से बढ़ावा दिया जा रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रिफाइनरी विस्तार परियोजना के तहत कच्चे तेल की संसाधन क्षमता को छह से बढ़ाकर नौ मिलियन मीट्रिक टन प्रतिवर्ष करने का शिलान्यास किया है। यह विशाल परियोजना मौजूदा रिफाइनरी परिसर में नई यूनिटों की स्थापना, यूनिटों के पुनरुद्धार, ऑफसाइट सुविधाओं में सुधार आदि द्वारा कार्यान्वित की जा रही है। इसके साथ ही विश्वस्तरीय पॉलिप्रोपिलीन यूनिट भी कमीशन होगी, जिससे डाउनस्ट्रीम प्लास्टिक उद्योगों का मार्ग प्रशस्त होगा।

बरौनी रिफाइनरी में पेट्रोकेमिकल की स्थापना से बिहार में प्लास्टिक उद्योगों में बड़ी क्रांति आएगी, स्वरोजगार के बड़े अवसर पैदा होंगे। रिफाइनरी के ऊर्जा दक्षता में सुधार होगा और यह कच्चे तेल के आयात को कम करने में भी मददगार होगा। परियोजना का कई यूनिट इंडियन ऑयल के आरएंडडी केंद्र द्वारा मेक इन इंडिया के तहत स्वदेश में ही विकसित किया गया है। वहीं, स्वदेशी तकनीक से इंडजेट यूनिट से जेट ईंधन (एटीएफ या विमान टर्बाइन इंधन) उत्पादन के लिए यूनिट स्थापित किया गया है तथा जल्द ही हवाई ईंधन का उत्पादन शुरू हो जाएगा तथा बिहार एवं आसपास के क्षेत्रों के साथ-साथ नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन की आवश्यकता पूरी होगी।

उल्लेखनीय है कि 15 जनवरी 1965 को तत्कालीन केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री प्रो. हुमायूं कबीर द्वारा एक मिलियन मैट्रिक टन शोधन क्षमता के बरौनी रिफाइनरी का उद्घाटन किया गया था। 1969 में इसकी क्षमता एक से बढ़ाकर तीन एमएमटीपीए कर दिया गया। इसके बाद 1999 में रिफाइनरी की क्षमता का नवीकरण कर तीन से छह एमएमटीपीए किया गया था। अब नरेन्द्र मोदी की सरकार द्वारा इसकी क्षमता छह से बढ़ाकर नौ एमएमटीपीए कर रही है तथा 2024 तक यह क्षमता प्राप्त करने का लक्ष्य है।

बरौनी रिफाइनरी को 1965 में असम के कम सल्फर कच्चे तेल (स्वीट क्रूड) को संसाधित करने के लिए डिजाइन किया गया था। पूर्वोत्तर में अन्य रिफाइनरियों की स्थापना के बाद असम में कच्चे तेल की उपलब्धता कम हो रही थी। इसलिए स्वीट क्रूड अफ्रीका, नाइजीरिया और मलेशिया से मंगाया जा रहा था। वर्तमान में रिफाइनरी को हल्दिया के माध्यम से पूर्वी तट पर स्थित पारादीप से पाइपलाइन द्वारा कच्चा तेल प्राप्त होता है। बरौनी रिफाइनरी में विभिन्न सुधारों और विस्तार परियोजनाओं के साथ उच्च सल्फर क्रूड को संसाधित करने की क्षमता को जोड़ा गया है। जो सऊदी अरब और इराक जैसे मध्य पूर्व के देशों से आयातित होता है।

उच्च सल्फर कच्चा तेल, कम सल्फर कच्चे तेल से सस्ता होता है। बरौनी रिफाइनरी मुख्य रूप से डीजल उत्पादक रिफाइनरी है, इसका 54 प्रतिशत से अधिक उत्पाद मिश्रण एचएसडी के रूप में है। अन्य उत्पादों में केरोसिन, पेट्रोल, एलपीजी, नेप्था, कच्चा पेट्रोलियम कोक, फर्नेस ऑयल, कार्बन ब्लैक फीड स्टॉक, सल्फर और कोलतार है। जो कि बिहार, झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश की मांग पूरा करती है। नेपाल ऑयल कॉरपोरेशन भी बरौनी रिफाइनरी से एलपीजी समेत अन्य ईंधन आयात करता है।

आर्थिक और सामाजिक विकास के लिए सदा समर्पित इंडियन ऑयल के लिए हमेशा पहले देश है, फिर व्यापार। आज इंडियन ऑयल केवल ईंधन ही नहीं, बल्कि सम्पूर्ण ऊर्जा समाधान के साथ देश के सतत विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इंडियन ऑयल लगातार वैकल्पिक ऊर्जा समाधानों के माध्यम से सतत विकास के लिए अपनी सीमाओं का विस्तार कर रहा है। जिसमें सीएनजी, सीबीजी, इथेनॉल मिश्रित पेट्रोल, बायोडीजल, ऑटोगैस और हाइड्रोजन ऊर्जा शामिल है।

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पटना: बिहार में लगातार कोरोना संक्रमण की हो रही बढ़ोतरी और इस बीच शुक्रवार को मकर संक्रांति पर्व के सुरक्षित, शांतिपूर्ण एवं गाइडलाइन के अनुरूप आयोजन कराने के लिए जिलाधिकारी डॉ चंद्रशेखर सिंह एवं वरीय पुलिस अधीक्षक मानवजीत सिंह ढिल्लों ले गुरुवार को सभी एसडीओ एसडीपीओ, सीओ, बीडीओ सहित जिला स्तरीय अधिकारियों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बैठक की।

बैठक में अधिकारियों को गाइडलाइन के अनुरूप प्रतिबंधों, नाइट कर्फ्यू और कोविड मानक को लागू करने तथा नदी गश्ती जारी रखने का निर्देश दिया गया। कोविड संक्रमण के खतरे को देखते हुए एहतियाती सुरक्षात्मक उपाय के तहत गंगा घाटों, तालाबों में सामूहिक स्नान नहीं करने, भीड़भाड़ नहीं लगाने तथा यथासंभव अपने घर में ही स्नान करने को प्राथमिकता देने को कहा गया।

गाइडलाइन के अनुरूप सांस्कृतिक कार्यक्रम, मेला आदि का आयोजन नहीं होगा। किसी समारोह के आयोजन के लिए नाव का परिचालन भी नहीं किया जाएगा। परिचालन को लेकर दियारा क्षेत्र में विशेष नजर रखने का निर्देश दिया गया है। जिलाधिकारी ने प्रदत्त गाइडलाइन के अनुरूप प्रतिबंधों को लागू करने तथा नदी पेट्रोलिंग तेज रखने का सख्त निर्देश दिया। नदी गश्ती के दौरान मजिस्ट्रेट, पुलिस पदाधिकारी, एनडीआरएफ ,एसडीआरएफ की टीम की तैनाती करने का निर्देश दिया गया। जब तक गंगा घाट से व्यक्ति वापस नहीं लौट जाएं तब तक नदी गश्ती लगातार जारी रखने का निर्देश दिया ताकि कोई अप्रिय घटना ना हो।

मकर संक्रांति के अवसर पर गंगा घाटों पर भीड़ की आशंका को देखते हुए संयुक्तादेश भी जारी किया गया है तथा पर्याप्त संख्या में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती की गई है। सभी अधिकारियों को सरकार के दिशा निर्देश का अनुपालन कराने का सख्त निर्देश दिया गया है।अधिकारियों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन कराने को लेकर गंगा घाटों पर एहतियाती सुरक्षात्मक उपायों से संबंधित फ्लेक्स ,बैनर तथा लाउडस्पीकर से उद्घोषणा जारी रखने का निर्देश दिया ताकि वर्तमान संक्रमण के दौर में लोग मास्क का अनिवार्य प्रयोग करें।

जिलाधिकारी ने सभी अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी को 3 दिनों तक मास्क चेकिंग का सघन अभियान चलाने का सख्त निर्देश दिया तथा उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध दंडात्मक कार्रवाई के तहत जुर्माना करने का निर्देश दिया। इसके लिए दुकान ,सब्जी मंडी तथा भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में मास्क चेकिंग का अभियान चलाने को कहा गया। इसके प्रभावी क्रियान्वयन हेतु दंडाधिकारी पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की तैनाती करने का निर्देश दिया गया। यद्यपि मास्क चेकिंग का अभियान सभी अनुमंडल में जारी हैं तथापि इस अभियान को व्यापक एवं तेज करने का निर्देश दिया गया।

बैठक में उप विकास आयुक्त रिचि पांडे,अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था के के सिंह, अपर समाहर्ता विशेष कार्यक्रम अरुण कुमार झा, विशिष्ट अनुभाजन पदाधिकारी रंजीत कुमार अनुमंडल पदाधिकारी पटना सदर नवीन कुमार सहित सभी अनुमंडल पदाधिकारी सभी अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सभी अंचलाधिकारी सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी सभी थानाध्यक्ष वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से संबद्ध थे।

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पटना: बिहार सरकार में भाजपा कोटे से पंचायती राज मंत्री सम्राट चौधरी ने आज स्पष्ट कर दिया कि निर्वाचित महिला जनप्रतिनिधियों अपने स्थान पर सभी तरह की बैठकों में भाग लेने के लिए पति या किसी दूसरे व्यक्ति को अपने स्थान पर मनोनीत नहीं कर सकेंगे।

मंत्री सम्राट चौधरी ने गुरुवार को कहा कि समय-समय पर जानकारी मिलती रहती है कि त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं की बैठक में महिलाएं खुद भाग नहीं लेती हैं और अपने जनप्रतिनिधि अथवा संबंधी के माध्यम से उपस्थिति दर्ज करवाती हैं। विभाग अब ऐसी लापरवाही कतई स्वीकार नहीं करेगा। इतना ही नहीं मंत्री का कहना है कि इस तरह छूट कभी नहीं दी जा सकती है। पंचायती राज मंत्री ने कहा कि हर हाल में महिला जनप्रतिनिधि की सभी तरह की बैठकों में उपस्थिति दर्ज कराना सुनिश्चित किया जाएगा और इसके लिए सभी पदाधिकारियों को कड़ाई से पालन करने का निर्देश जारी कर दिया गया है।

उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों सरकार की तरफ से सभी जिला पदाधिकारियों जिला पंचायती राज अधिकारियों और प्रखंड के पंचायती राज पदाधिकारियों को 15 जनवरी तक नवगठित वार्ड क्रियान्वयन और प्रबंधन समिति की बैठक बुलाने का निर्देश जारी किया गया था। इसी बीच कोरोना के बढ़ते संक्रमण के मामले को लेकर इस पर दो दिन पहले रोक लगा दी गई थी। सम्राट चौधरी ने 21 जनवरी के बाद बैठक बुलाने का निर्देश दिया था। इस कारण अब नए सिरे से त्रिस्तरीय पंचायती राज संस्थाओं और ग्राम कर्मचारियों के महिला जनप्रतिनिधि खुद की बजाय किसी पुरुष को मनोनीत करने पर रोक लगाने का निर्देश जारी किया गया है।

सरकार के इस आदेश के बाद 8067 ग्राम पंचायतों के अलावा 534 पंचायत समिति और 38 जिला परिषद के 2 लाख 47000 से अधिक निर्वाचित प्रतिनिधियों को गहरा झटका लगा है। इसके साथ पंचायती राज विभाग द्वारा राज्य में 01 लाख 9000 से अधिक वार्ड क्रियान्वयन एवं प्रबंधन समिति के गठन की समय सीमा जो निर्धारित की गई है उसे 15 जनवरी तक बढ़ाया गया है।

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पटना: राजस्थान के बीकानेर से चलकर गुवाहाटी जाने वाली 15633 बीकानेर एक्सप्रेस की कई बोगियां बंगाल के अलीपुर डिविजन के न्यू दमोहनी और न्यू मयनागुड़ी रेलवे स्टेशन के बीच दुर्घटनाग्रस्त हो गई। दुर्घटना के मद्देनजर पूर्व मध्य रेलवे (पूमरे-हाजीपुर) ने अपने अधीनस्थ आने वाले मुख्य स्टेशनों के हेल्पलाइन नम्बर जारी किया है। यह ट्रेन बिहार होकर किशनगंज के रास्ते बंगाल में प्रवेश करते हुए गुवाहाटी जाती है।

मुख्य स्टेशनों का हेल्प लाइन नम्बर

दानापुर जं.- 06115-232398/ 07759070004
पं. दीनदयाल उपाध्याय जं.- 02773677/ 05412-253232
सोनपुर जं.- 06158-221645
नवगछिया जं.- 8252912018
बरौनी जं.- 8252912043
खगड़िया जं.-8252912030
पटना जं.- 9341506016

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PATNA: बिहार सरकार छठे चरण के चयनित शिक्षक अभ्यर्थियों के बीच 25 फरवरी को नियुक्ति पत्र का वितरण करेगी और छठे चरण की बहाली समाप्त होते ही सातवें चरण की बहाली की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जायेगी। विभाग ने सातवें चरण की बहाली शुरू करने का लक्ष्य मार्च के पहले हफ्ते तक तय किया है।

बिहार के शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने कहा कि 17 जनवरी से तीसरे फेज की काउंसिलिंग की जाएगी। शिक्षक नियोजन को लेकर शेड्यूल में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा को लेकर भी शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी ने बताया कि दोनों परीक्षा निर्धारित समय पर ही होगी। इंटर की परीक्षा एक फरवरी से होगी। इंटर की परीक्षा की तिथि में किसी तरह का बदलाव नहीं किया गया है। मैट्रिक की परीक्षा भी निर्धारित समय पर ही ली जाएगी। मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में कोविड प्रोटोकॉल का पूरी तरह पालन किया जाएगा।

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पटना: देश के पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में बिहार के आईएएस अधिकारियों को भी लगाया जायेगा। बिहार कैडर के 25 आईएएस अफसर शामिल होंगे। इसके लिए बिहार कैडर के 25 आईएएस अफसरों को चुनाव में प्रेक्षक बनाया जाएगा। गोवा, मणिपुर, पंजाब, उत्तर प्रदेश एवं उत्तराखंड के विधानसभा के आम चुनाव में केंद्रीय पर्यवेक्षकों की बैठक बुलाई गई है।

बैठक में इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी आईएएस अफसरों को इसकी जानकारी दी है।विभाग की ओर से अधिकारियों को दी गयी जानकारी में बताया गया है कि चुनाव आयोग की तरफ से 10 जनवरी को पत्र आया है, जिसके तहत 14 जनवरी की सुबह 9 बजे से बैठक होनी है। मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी बिहार के कार्यालय से सभी 25 आईएएस अफसर बैठक में हिस्सा लेंगे।

जिन आईएएस अफसरों को पांच राज्यों में होने वाले विधानसभा चुनाव में पर्यवेक्षक बनाया गया है उनमें भू अभिलेख निदेशक जय सिंह, माध्यमिक शिक्षा के निदेशक मनोज कुमार, पशुपालन निदेशक विनोद सिंह गुंजियाल, उपभोक्ता संरक्षण के निदेशक दिनेश कुमार, पर्यटन विकास निगम के एमडी प्रभाकर, अर्थ एवं सांख्यिकी के निदेशक वैद्यनाथ यादव, निबंधन आईजी बी. कार्तिकेय धनजी, ईख आयुक्त गिरिवर दयाल सिंह, खाद एवं उपभोक्ता विभाग के विशेष सचिव चंद्रशेखर, पंचायती राज विभाग के निदेशक डॉ रंजीत कुमार सिंह, पशुपालन विभाग के विशेष सचिव सुरेंद्र कुमार, भविष्य निधि निदेशालय के निदेशक नीलम चौधरी, छपरा नगर निगम के आयुक्त संजय कुमार उपाध्याय, बेतिया के बंदोबस्त पदाधिकारी सुरेश चौधरी, ग्रामीण कार्य विभाग के विशेष सचिव संजय दुबे, आपदा प्रबंधन विभाग के विशेष सचिव रामचंद्रूडू, राज्य परिवहन आयुक्त सीमा त्रिपाठी, समाज कल्याण के निदेशक राजकुमार, कला संस्कृति के अपर सचिव करुणा कुमारी, वित्त विभाग के अपर सचिव मिथिलेश मिश्र, बिहार विकास मिशन के मुख्य महाप्रबंधक संजय कुमार पंसारी, विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी के निदेशक संजीव कुमार, बिहार शिक्षा परियोजना निदेशक श्रीकांत शास्त्री, पथ निर्माण विभाग के अपर सचिव शैलजा शर्मा और श्रम संसाधन विभाग के श्रम आयुक्त सुश्री रंजीता शामिल हैं।

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