कटिहार: कटिहार से अमृतसर चलने वाली ट्रेन संख्या 15707 आम्रपाली एक्सप्रेस में एक 3-टियर वातानुकूलित कोच और एक शयनयान की अतिरिक्त कोच लगाने का कटिहार रेलमंडल ने निर्णय लिया है। इस संदर्भ में सीनियर डीसीएम जी प्रशांत कुमार ने गुरुवार शाम हिन्दुस्थान समाचार को बताया कि आगामी 22 अगस्त से यात्रियों की सुविधा को देखते हुए पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे (एनएफआर) प्रशासन ने नियमित रूप से प्रतिदिन आम्रपाली एक्सप्रेस में अतिरिक्त बोगी जोड़ने का निर्णय लिया है। अब यात्रियों का वेटिंग टिकट सिस्टम में ही अपने आप कंफर्म हो जाएगा ।

सीनियर डीसीएम ने बताया कि श्रावणी मेला के तहत चल रहे पूजा स्पेशल ट्रेन को आगामी 31 अगस्त तक के लिए बढ़ा दिया गया है। इसके अतिरिक्त कटिहार से त्रिवेंद्रम के बीच सप्ताहिक रूप में स्पेशल ट्रेन का परिचालन 11 ट्रिप के लिए शुरू किया गया है। इसके अलावा पूर्व परिचालित सभी ट्रेनों को भी रेल प्रशासन ने रिस्टोर कर दिया है। जिससे यात्रियों को सफर करने में काफी सहूलियत होगी।

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नई दिल्ली: दिल्ली हाईकोर्ट ने 2018 में एक महिला से दुष्कर्म के मामले में बिहार के पूर्व उद्योग मंत्री और वरिष्ठ बीजेपी नेता शाहनवाज हुसैन के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया है। जस्टिस आशा मेनन की बेंच ने दिल्ली पुलिस को तीन महीने में जांच कर ट्रायल कोर्ट में रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है।

हाईकोर्ट ने कहा कि सभी तथ्यों को देखने से साफ है कि इस मामले में एफआईआर दर्ज करने तक पुलिस की अनिच्छा नजर आ रही है। हाईकोर्ट ने कहा कि ट्रायल कोर्ट ने पुलिस से एक्शन टेकन रिपोर्ट मांगी थी लेकिन पुलिस ने जो रिपोर्ट कोर्ट में पेश की थी वो अंतिम रिपोर्ट नहीं थी।

मामला 2018 का है। दिल्ली की एक महिला ने 22 अप्रैल 2018 को पुलिस थाने में शिकायत दी कि छतरपुर के एक फार्महाउस में शाहनवाज हुसैन ने उसके साथ दुष्कर्म किया। महिला के मुताबिक उसकी शिकायत पर पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसके बाद 26 अप्रैल 2018 को महिला ने पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। महिला की शिकायत के मुताबिक पुलिस शाहनवाज हुसैन को बचाना चाहती थी।

महिला ने 21 जून 2018 को साकेत कोर्ट में याचिका दायर कर शाहनवाज हुसैन के खिलाफ रेप का केस दर्ज कराने की मांग की थी। महिला का आरोप था कि शाहनवाज हुसैन ने छतरपुर फार्म हाउस में उसके साथ दुष्कर्म किया और जान से मारने की धमकी दी थी।

पुलिस ने ट्रायल कोर्ट को बताया था कि शाहनवाज हुसैन के खिलाफ मामला नहीं बनता है। ट्रायल कोर्ट ने दिल्ली पुलिस की इस दलील को खारिज करते हुए कहा था कि महिला की शिकायत में संज्ञेय अपराध का होना पाया गया है। साकेत कोर्ट के मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने 7 जुलाई 2018 को एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया।

शाहनवाज हुसैन ने मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश के खिलाफ स्पेशल कोर्ट में पुनरीक्षण याचिका दायर किया। स्पेशल जज ने भी 12 जुलाई को शाहनवाज हुसैन की याचिका खारिज करते हुए मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट के आदेश पर मुहर लगा दिया। स्पेशल कोर्ट ने कहा कि अपराध संशोधन अधिनियम के तहत रेप के मामले में पुलिस पीड़िता का मजिस्ट्रेट के समक्ष बयान दर्ज कराने के लिए बाध्य है। स्पेशल कोर्ट ने कहा कि दिल्ली पुलिस ने जो जांच की वो प्रारंभिक जांच थी और मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट ने पुलिस की रिपोर्ट को मामला खत्म करने वाली रिपोर्ट नहीं मानकर सही किया। उसके बाद शाहनवाज हुसैन ने स्पेशल जज के आदेश को हाईकोर्ट में चुनौती दी थी।

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बिहार में अपराधी बेखौफ हो गए हैं. बड़ी खबर राजधानी पटना से है, जहां एक छात्रा को अज्ञात अपराधी ने गोली मार दी है. घटना बुधवार की सुबह की है, जब काजल नाम की छात्रा बेउर थाना क्षेत्र के सिपारा इलाके के अपने कोचिंग से पढ़कर घर जा रही थी, तभी पहले से घात लगाए एक अपराधी ने छात्रा को पीछे से गोली मार दी.

गोली छात्रा के गर्दन में जाकर फंस गई. आनन फानन में छात्रा के परिजनों ने उसे बायपास के एक निजी नर्सिंग होम में भर्ती कराया, जहां छात्रा की हालत नाजुक बनी है. वहीं छात्रा को गोली मारने की घटना सीसीटीवी में कैद भी हो गई. छात्रा की उम्र 16 साल है. घटना के बाद पुलिस भी काफी देर से पहुंची और फोन पर ही परिजनों से घटना की जानकारी ले रही थी.

फिलहाल गोली मारने वाले अपराधी को पुलिस अभी तक गिरफ्तार भी नहीं कर पाई है.

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पटना: शिक्षा मंत्री प्रो चंद्रशेखर ने कहा है कि अगर बिहार के शिक्षक उम्मीदों पर खरे उतरे, तो उन्हें समान काम-समान वेतन दिये जाने पर विचार किया जा सकता है. उन्होंने यह बात बुधवार को शिक्षा विभाग के सचिवालय में बुलायी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछे गये सवाल के जवाब में कही. उन्होंने कहा कि मेरी स्कूल से लेकर विश्वविद्यालयों के शिक्षकों से अपील है कि वह कक्षा संचालन को प्रभावी तौर पर लागू करें. विभाग उनका हर संभव ख्याल रखेगा.

प्रो चंद्रशेखर ने कहा कि बिहार में शिक्षा का मॉडल तय करेंगे. इससे पहले वह दिल्ली में केजरीवाल मॉडल का अध्ययन करना चाहेंगे. इसके लिए मैं अधिकारी के साथ दिल्ली अध्ययन करने जाऊंगा. आखिर उसमें कुछ तो है ,जिसकी वजह से उसकी देश-दुनिया में चर्चा है. मंत्री पद संभालने के एक दिन बाद बुधवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि अभिभावकों को चाहिए कि वह बच्चों को स्कूल भेजें. बताया कि मैंने सभी शिक्षक संघों से कहा है कि वह क्लास संचालन में विभाग की मदद करें. उन्होंने जोर देकर कहा कि अभी प्रदेश में प्राइमरी से लेकर उच्च शिक्षा तक में क्लास संचालन दयनीय अवस्था में है.

इधर, राज्य में नयी सरकार के गठन के बाद सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के मंत्री संजय कुमार झा ने बुधवार को विभाग में योगदान किय. इस अवसर पर अपने कार्यालय कक्ष में सभी अधिकारियों से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान श्री झा ने विभाग की प्राथमिकताएं स्पष्ट करते हुए सभी को सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढ़ने की बात कही. इस दौरान सर्वप्रथम सचिव अनुपम कुमार और निदेशक अमित कुमार ने मंत्री संजय कुमार झा का औपचारिक स्वागत करते हुए उन्हें बुके भेंट किया. साथ ही विभाग द्वारा किये जाने वाले कार्यों के बारे में जानकारी दी. इस अवसर पर विभाग के सभी पदाधिकारी उपस्थित रहे.

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पटना: पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने कहा कि महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल में बाहुबलियों की भरमार कर नीतीश कुमार ने बिहार में डरावने दिनों की वापसी सुनिश्चित कर दी है।

सुशील मोदी ने कहा कि सुरेन्द्र यादव, ललित यादव, रमाकांत यादव और कार्तिकेय कुमार जैसे विधायक मंत्री बनाये गए, जिनके नाम से इलाके में लोग कांपते हैं। उन्होंने कहा कि इन लोगों पर आर्म्स ऐक्ट, यौन शोषण, हत्या के प्रयास और अपहरण जैसे गंभीर मामले दर्ज हैं।

सुशील मोदी ने कहा कि नया मंत्रिमंडल पूरी तरह असंतुलित है। इसमें एम-वाइ समुदाय के 13 मंत्री (33 फीसदी) हैं, जबकि कानू, तेली, कायस्थ, कलवार, कान्यकुब्ज ब्राह्मण समाज से एक भी मंत्री नहीं बनाया गया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन-दो में राजपूत और मैथिल ब्राह्मण मंत्रियों संख्या कम कर दी गयी। शेष जातियों को केवल प्रतीकात्मक प्रतिनिधित्व दिया गया। कोइरी समाज के केवल दो मंत्री बनाये गए।

मोदी ने कहा कि जो उपेंद्र कुशवाहा मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की विरासत के दावेदार हैं, वे शपथ ग्रहण के समय नदारद थे। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने अति पिछड़ा समाज की रेणु देवी को उप मुख्यमंत्री बनाया था, जबकि महागठबंधन में किसी अति पिछड़ा को डिप्टी सीएम नहीं बनाया गया। वित्त विभाग राजद को मिलना चाहिए था। इन सारी विसंगतियों के बावजूद लालू प्रसाद को धन्यवाद कि उन्होंने जनता का मनोरंजन करने के लिए बड़े पुत्र को भी मंत्री बनवा दिया।

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-हादसे में जवानों की मौत पर राष्ट्रपति और उपराज्यपाल समेत कई नेताओं ने जताया शोक

अनंतनाग/नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम से छह किलोमीटर पहले आईटीबीपी और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को अमरनाथ डयूटी से वापस ला रही एक बस सड़क से फिसलकर गहरी खाई में जा गिरी। इस हादसे में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के सात जवान शहीद हो गए, जबकि 34 अन्य घायल हैं। इसमें गंभीर रूप से घायल नौ जवानों को एयरलिफ्ट करके श्रीनगर के सैन्य अस्पताल पहुंचाया गया है। बाकी घायलों का उपचार अनंतनाग जिला अस्पताल में जारी है।

आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडेय के मुताबिक, बस में आईटीबीपी के 37 जवान, जेकेपी के दो जवान और दो बस कर्मचारी शामिल थे। यह हादसा मंगलवार सुबह 9 बजकर 40 मिनट पर हुआ। ये सभी जवान वार्षिक अमरनाथ यात्रा के सफल आयोजन के लिए यात्रा मार्ग पर तैनात थे।

शहीदों की पहचान पंजाब तरनतारन के निवासी हेड कांस्टेबल दुला सिंह, बिहार लखीसराय के निवासी कांस्टेबल अभिराज, उत्तर प्रदेश के एटा निवासी कांस्टेबल अमित के, आंध्र प्रदेश के कड़प्पा निवासी कांस्टेबल डी.राज शेखर, राजस्थान के सीकर निवासी कांस्टेबल सुभाष सी बैरवाल, उत्तराखंड के पिथौरागढ़ निवासी कांस्टेबल दिनेश बोहरा और जम्मू निवासी कांस्टेबल संदीप कुमार के रूप में हुई है।

 

पुलिस के अनुसार जम्मू-कश्मीर पुलिस की बस में सवार ये जवान जब चंदनबाड़ी से पहलगाम की ओर निकले तो रास्ते में पहलगाम मार्ग से 6 किमी दूर बस ड्राइवर वाहन पर से नियंत्रण खो बैठा। इसके बाद यह बस लिद्दर नदी के किनारे खाई में जा गिरी। दुर्घटना के तुरंत बाद स्थानीय लोग बचाव कार्य के लिए खाई में उतर गए। इस बीच आईटीबीपी के दूसरे जवानों, पुलिस एवं सेना को भी सूचित कर दिया गया। मौके पर पहुंचे स्थानीय लोगों तथा सुरक्षा बलों ने बस में सवार सभी घायलों को मुख्य सड़क तक लाया और वहां से उन्हें अनंतनाग जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने सात जवानों को शहीद घोषित कर दिया, जबकि 34 में से नौ गंभीर रूप से घायलों का उपचार श्रीनगर सैन्य अस्पताल में जारी है।

प्रवक्ता विवेक पांडेय ने हादसे में शहीद हुए जवानों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना प्रकट की है। उन्होंने कहा कि घायलों को हर संभव मदद मुहैया कराई जा रही है।

बस हादसे में आईटीबीपी के जवानों की मौत पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा समेत कई नेताओं ने गहरा शोक प्रकट किया है। राष्ट्रपति ने ट्वीट संदेश में कहा, “जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना में आईटीबीपी कर्मियों के अनमोल जीवन का दुखद नुकसान मुझे दुख से भर देता है। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।”

उपराज्यपाल सिन्हा ने एक ट्वीट में कहा कि इस हादसे से उन्हें गहरा दुख हुआ है, जिसमें हमने आईटीबीपी के बहादुर जवानों को खो दिया। शहीद जवानों के परिवारों के प्रति मैं संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं। उन्होंने कहा कि घायलों को हरसंभव सहायता प्रदान की जा रही है।

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पटना: बिहार में नीतीश कुमार की अगुवाई वाली नई महागठबंधन सरकार में मंगलवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के पास गृह सहित पांच और उप मुख्यमंत्री तेजस्वी के पास स्वास्थ्य सहित चार विभाग की जिम्मेदारी दी गई है। मंत्रिमंडल विस्तार में जदयू से 11, राजद से 16, कांग्रेस से दो, हम पार्टी से एक और एक निर्दलीय को मंत्री पद की शपथ दिलाई गई है। शपथ के बाद मंत्रियों के विभागों का भी बंटवारा कर दिया गया।

मंत्री और उनके विभाग

1-नीतीश कुमार (मुख्यमंत्री)- सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निगरानी, निर्वाचन।

2- तेजस्वी प्रसाद यादव (उप मुख्यमंत्री)- स्वास्थ्य, पथ निर्माण, नगर विकास एवं आवास, ग्रामीण कार्य।

3- विजय कुमार चौधरी- वित्त, वाणिज्य कर, संसदीय कार्य।

4- बिजेंद्र प्रसाद यादव- ऊर्जा, योजना एवं विकास।

5- आलोक कुमार मेहता- राजस्व एवं भूमि सुधार।

6- तेज प्रताप यादव- पर्यावरण, जल एवं जलवायु परिवर्तन।

7- आफाक आलम- पशु एवं मत्स्य संसाधन।

8- अशोक चौधरी- भवन निर्माण।

9- श्रवण कुमार- ग्रामीण विकास।

10- सुरेंद्र प्रसाद यादव- सहकारिता।

11- रामानन्द यादव- खान एवं भूतत्व।

12- लेशी सिंह- खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण।

13- मदन सहनी- समाज कल्याण।

14- कुमार सर्वजीत- पर्यटन।

15- ललित कुमार यादव- लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण।

16- संतोष कुमार सुमन- अनुसूचित जाति/जनजाति कल्याण।

17- संजय कुमार झा- जल संसाधन, सूचना एवं जनसंपर्क।

18- शीला कुमारी- परिवहन।

19- समीर कुमार महासेठ- उद्योग।

20- चन्द्र शेखर- शिक्षा।

21- सुमित कुमार सिंह- विज्ञान एवं प्रावैधिकी।

22- सुनील कुमार- मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन।

23- अनिता देवी- पिछड़ा वर्ण एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण।

24- जितेंद्र कुमार राय- कला, संस्कृति एवं युवा।

25- जयन्त राज- लघु जल संसाधन।

26- सुधाकर सिंह- कृषि।

27- मोहम्मद जमा खान- अल्पसंख्यक कल्याण।

28- मुरारी प्रसाद गौतम- पंचायती राज

29- कार्तिक कुमार- विधि।

30- शमीम अहमद- गन्ना उद्योग।

31- शाहनवाज- आपदा प्रबंधन।

32- सुरेंद्र राम- श्रम संसाधन।

33- मोहम्मद इसराईल मंसूरी- सूचना प्रौद्योगिकी।

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पटना: नीतीश कुमार की अगुवाई वाली महागठबंधन की सरकार का विस्तार मंगलवार को हुआ। इस दौरान 31 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। पद एवं गोपनीयता की शपथ लेने वाले मंत्रियों में दो मंत्री आपराधिक छवि के भी हैं, जिनका अपराध जगत से गहरा नाता रहा है।

पहला नाम राजद के विधायक और मगध इलाके में बाहुबली कहे जाने वाले सुरेंद्र यादव का है, जबकि दूसरा नाम बसपा छोड़कर जदयू के विधायक और फिर मंत्री बने जमा खान का। नीतीश कुमार की नई कैबिनेट में शामिल सुरेंद्र यादव की छवि एक दबंग नेता के रूप में है। मूल रूप से गया जिला से आने वाले सुरेंद्र का प्रभाव पूरे मगध क्षेत्र यानी गया से सटे जहानाबाद, अरवल और औरंगाबाद में भी है।

राजनेता बनने से पहले सुरेंद्र यादव की पहचान एक दबंग और बाहुबली के रूप में इलाके में थी। सुरेंद्र यादव पहले लालू यादव के करीबी थे और अब वो तेजस्वी यादव के भी करीबी हैं। इसका कारण इलाके में उनका वर्चस्व और पिछले 30 साल से बेलागंज से विधायक होना है। सुरेंद्र यादव इस इलाके से दो बार जनता दल और पांच बार राजद से यानी सात बार विधायक रहे हैं। वो सांसद भी रह चुके हैं। सुरेंद्र यादव के खिलाफ हत्या के प्रयास, दंगा करने और आपराधिक साजिश रचने समेत कई संगीन आरोप लग चुके हैं और कई केस भी दर्ज हैं। वर्ष 2005 में चुनाव के दौरान बूथ लूटने का आरोप भी सुरेंद्र यादव पर लगा था।

जदयू कोटे से मंत्री बने जमा खान की छवि बिहार और यूपी सीमा से सटे इलाकों में दबंग नेता के रूप में होती है। यही कारण है कि जमा खान के ऊपर एक दो नहीं बल्कि 24 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। हालांकि, इनमें से अधिकांश मामलों में वो बेल पर हैं और इन आपराधिक मामलों का जिक्र जमां ने अपने हलफनामे में भी किया था। चैनपुर विधायक पर कई सारे गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।

उनके चुनावी हलफनामे के मुताबिक ही उन पर हत्या का प्रयास, हिंसा भड़काने समेत दर्जन भर से ज्यादा मुकदमे दर्ज हैं। जमा खान के खिलाफ भभुआ कोर्ट ने 2007 में आर्म्स एक्ट की धारा-27 और आईपीसी की धारा-147, 148, 149, 323, 324, 307 के तहत आरोप तय किया था। इसके अलावा चैनपुर थाने में भी उनके खिलाफ केस दर्ज हैं। कैमूर जिले के ही अलग-अलग थानों में जमा खान के खिलाफ केस दर्ज हैं। वर्ष 2020 में जमां खान ने बीएसपी से चुनाव लड़ा और जीतने के बाद विधायक बने। बाद में बीएसपी को छोड़कर जदयू में शामिल हो गए।

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पटना: बिहार में महागठबंधन की नयी सरकार में आज 31 मंत्रियों ने शपथ ली। इसके बाद नीतीश कैबिनेट के कुल 31 मंत्रियों के बीच विभागों का बंटवारा कर दिया गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सामान्य प्रशासन, गृह, मंत्रिमंडल सचिवालय, निर्वाचन और निगरानी जैसी सभी अहम विभाग को अपने पास रखा हैं।

उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को नगर विकास, स्वास्थ्य,ग्रामीण कार्य और पथ निर्माण विभाग की जिम्मेदार दी गयी है। तेजप्रताप यादव को पर्यावरण, जलवायु परिवर्तन विभाग की जिम्मेवारी मिली है। जदयू कोटे से आने वाले विजय कुमार चौधरी को वित्त मंत्री बनाया गया है। बिहार के ऊर्जा और योजना एवं विकास विभाग का मंत्री बिजेंद्र प्रसाद यादव को बनाया गया है। आलोक मेहता राजस्व और भूमि सुधार विभाग के मंत्री बनाए गए हैं। अफाक आलम को पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग का मंत्री बनाया गया है। अशोक चौधरी भवन निर्माण विभाग के मंत्री बनाए गए हैं, जबकि श्रवण कुमार को ग्रामीण विकास विभाग का मंत्री बनाया गया है।

राजद से मंत्री बनाए गए रामानंद यादव को खान एवं भूतत्व विभाग का मंत्री बनाया गया है। सुरेन्द्र यादव को सहकारिता विभाग का मंत्री बनाया गया है। लेसी सिंह खान एवं भूतत्व विभाग की मंत्री बनाई गईं हैं। मदन सहनी को समाज कल्याण विभाग का मंत्री बनाया गया है। कुमार सर्वजीत को पर्यटन विभाग का जिम्मा सौंपा गया है। ललित यादव को लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण विभाग का मंत्री बनाया गया है। संतोष कुमार सुमन अनुसूचित जाति-जनजाति कल्याण मंत्री बनाए गए हैं। संजय कुमार झा को जल संसाधन और सूचना जन संपर्क विभाग का जिम्मा सौंपा गया है।

शीला मंडल परिवहन विभाग की मंत्री बनाई गई हैं जबकि समीर महासेठ को उद्योग विभाग का मंत्री बनाया गया है। प्रो. चंद्रशेखर बिहार के नये शिक्षा मंत्री बनाए गए हैं। सुमित कुमार सिंह को विज्ञान एवं प्रावैधिकी विभाग, सुनील कुमार को मद्य निषेद्य, उत्पाद एवं निबंधन विभाग, अनिता देवी को पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग, जितेन्द्र कुमार राय को कला संस्कृति एवं युवा विभाग, जयंत राज को लघु जल संसाधन विभाग, सुधाकर सिंह को कृषि विभाग, जमा खान को अल्पसंख्यक कल्याण विभाग, मुरारी प्रसाद गौतम को पंचायती राज मंत्रालय विभाग का मंत्री बनाया गया है।

इनके अलावा कार्तिक कुमार को विधि विभाग, शमीम अहमद को गन्ना उद्योग विभाग, शाहनवाज को आपदा प्रबंधन विभाग, सुरेंद्र राम को श्रम विभाग, मो. इसराईल मंसूरी को सूचना प्रावैधिकी विभाग का मंत्री बनाया गया है।

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पटना/गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज सदर से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधायक और राज्य के पूर्व सहकारिता मंत्री सुभाष सिंह का मंगलवार सुबह निधन हो गया है। उन्हें किडनी में इन्फेक्शन के बाद दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। वे लंबे समय से बीमार थे। इलाज के दौरान उन्होंने अंतिम सांस ली।

सुभाष सिंह सदर प्रखंड के ख्वाजेपुर गांव के रहने वाले थे। वह लगातार चार बार से गोपालगंज सदर विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व करते आ रहे थे। सुभाष सिंह भाजपा कोटे से एनडीए सरकार में सहकारिता मंत्री बने थे। मंत्री बनने के कुछ माह बाद ही उनकी तबीयत ज्यादा खराब हुई। उन्हें दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था। बाद में वे स्वास्थ्य होकर घर वापस लौट आए थे। लेकिन फिर किडनी ट्रांसप्लांट होने के बाद उनकी किडनी में इंफेक्शन हो गया था।

पूर्व मंत्री के रिश्तेदार पिंटू कुमार ने बताया कि दिल्ली एम्स में आज सुबह उनका निधन हो गया। निधन की सूचना मिलते गोपालगंज स्थित उनके परिवार में शोक की लहर दौड़ गई । समर्थकों ने उनके निधन पर गहरा शोक जताया है। परिजनों ने बताया कि आज देर शाम तक उनका शव दिल्ली से गोपालगंज लाया जा सकता है। पैतृक गांव में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। सुभाष सिंह प्रखर और मृदु स्वभाव के व्यक्ति थे। वे बिहार पीपुल्स पार्टी (बिपिपा) छोड़कर भाजपा में शामिल हुए थे।

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पटना:  बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव के दो सदस्यीय मंत्रिमंडल का विस्तार आज होने वाला है. जिसमें महागठबंधन के विभिन्न घटकों से लगभग 31 सदस्यों को शामिल किया जाएगा.

सूत्रों के अनुसार, शपथ ग्रहण सुबह 11.30 बजे राजभवन में होगा.

नीतीश मंत्रिमंडल में कुल 31 मंत्री शपथ लेंगे. कांग्रेस के 2, राजद के 16, जदयू के 11, ‘हम’ के 1 और एक निर्दलीय विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे. 

जनता दल यूनाइटेड के पास पुराने विभाग रहेंगे और राष्ट्रीय जनता दल के पास भाजपा के मंत्रियों के विभाग होंगे. केवल वित्त और शिक्षा मंत्रालय की बदला-बदली होगी. वित्त जनता दल यूनाइटेड के पास होगा, जबकि शिक्षा राजद को दिया जाएगा.

जनता दल यूनाइटेड से विजय कुमार चौधरी, अशोक चौधरी, संजय झा, शीला मंडल, जयंत राज, श्रवण कुमार, मदन साहनी, सुनील कुमार और जमा खान आज शपथ ले सकते हैं. वहीं हम से संतोष माँझी को मंत्री बनाया जा सकता है.   

राष्ट्रीय जनता दल से तेजप्रताप यादव, सुरेंद्र यादव, ललित यादव, रामानन्द यादव, कुमार सर्वजीत, सुरेंद्र राम, शाहनवाज़ आलम,आलोक मेहता,  चंद्रशेखर, समीर महासेठ, भरत मंडल, अनिता देवी और  सुधाकर सिंह को मंत्री पद दिया जा सकता है. 

वहीं कांग्रेस से  मुरारी लाल गौतम और अफ़ाक़ आलम को मंत्री बनाए जाने की संभावना है.

अकेले निर्दलीय विधायक सुमित कुमार सिंह के शपथ लेने की संभावना है.

बिहार सरकार में राजद के सबसे अधिक 79 विधायक हैं. वहीं दूसरे नंबर पर जदयू के विधायकों की संख्या है.

प्रदेश में सत्तासीन महागठबंधन के घटक दलों के बीच एक सैद्धांतिक समझौता के तहत बिहार विधानसभा में सबसे बड़ी पार्टी राजद के पास सबसे ज्यादा मंत्री पद होंगे, वहीं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू दूसरे नंबर पर होगी.

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पटना: आजादी के अमृत महोत्सव पर हर घर तिरंगा अभियान के तहत 13 से 15 अगस्त तक सभी घरों के ऊपर राष्ट्रीय ध्वज लगाने का लक्ष्य है। इसका व्यापक असर पटना सहित पूरे प्रदेश दिख रहा है। इसकी वजह से तिरंगे की बिक्री कई गुना बढ़ गई है।

ग्राहकों के अनुसार तिरंगे का स्टॉक करना व्यापारियों के लिए काफी मुश्किल हो गया हैं। बोर्डिंग रोड कदमकुंआ फ्रेजर रोड एग्जीबिशन रोड डाक बंगला के दुकानदारों ने बताया कि दो रुपये के झंडे से लेकर 800 रुपये तक के झंडे उपलब्ध हैं। इसमें सबसे ज्यादा 30 से 50 रुपये की बिक्री हैं। व्यापारियों ने बताया कि इस बार पहले से 30 गुणा ज्यादा बिक्री बढ़ गई हैं। सबसे महंगा तिरंगा 1800 रुपये का है लेकिन मीडियम साइज तिरंगे का सबसे ज्यादा डिमांड हैं। बाकी साइज के अनुसार तिरंगा का रेट चल रहा हैं।

पटना में औसतन हर रोज एक लाख से ऊपर राष्ट्रीय ध्वज की बिक्री हो रही है। अकेले कदमकुआं के व्यापारी हर रोज 10 हजार से ऊपर तिरंगा का कारोबार कर रहे हैं। जहां एक दुकान से लोग 3 हजार से 4 हजार झंडे खरीद कर जा रहे हैं। प्रधानमंत्री द्वारा अभियान की घोषणा के बाद हर तरह के तिरंगा की बिक्री काफी तेजी से बढ़ गई हैं। इनका कहना हैं की राष्ट्रीय ध्वज की मांग में अचानक उछाल आने से इसकी बिक्री इतनी हैं। साथ ही कपड़े का तिरंगा ग्राहक सबसे अधिक लेकर जा रहे हैं।

दुकानदारों का कहना है कि हमने इतनी बड़ी मात्रा में तिरंगा की डिमांड आज तक नहीं देखी। इसलिए हमारे पास इसका शॉर्टेज हो गया हैं और हम झंडे का स्टॉक करने में लगे हुए हैं। व्यापारियों ने बताया कि दिल्ली, सूरत से थोक तिरंगा मंगाते हैं लेकिन एक के बाद एक ऑर्डर आने की वजह से तिरंगा का स्टॉक भी खत्म हो जा रहा हैं। हमने कभी नहीं सोचा था कि तिरंगा का इस तरह शॉर्टेज हो जाएगी।

राष्ट्रीय ध्वज खरीद रहे ग्राहकों का कहना है कि हर घर तिरंगा अभियान के लिए हम तिरंगा खरीद रहे हैं। हम अपने देश के लिए अपने घरों में झंडा फहराना चाहते हैं।

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