Chhapra: राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग की टीम मंगलवार को छपर पहुंची। टीम ने विगत दिनों मशरक-इसुआपूर प्रखण्ड में हुए शराब कांड की जांच की।

टीम ने छपर सदर अस्पताल पहुँच सिविल सर्जन सागर दुलाल सिन्हा से जानकारी हासिल की। हालकी इस दौरान टीम ने मीडिया से दूरी बनाई रही और कुछ भी जानकारी साझा करने से साफ इनकार कर दिया। सदर अस्पताल में लगभग डेढ़ घंटे जांच करने के बाद टीम रवाना हुई। इस दौरान क्या बातचीत हुई इसको लेकर सिविल सर्जन ने बताया कि संदिग्ध मौतों की संख्या की जानकारी ली गई।

मानवाधिकार आयोग की टीम के आने को लेकर जिले में दिनभर गहमा गहमी रही। टीम कहाँ है और कब पहुंचेगी इस बात को लेकर लोगों में खूब चर्चाएं हुई.

उल्लेखनीय है कि बिहार में शराबबंदी को लगभग सात साल पूरे हो गये है लेकिन जहां तहां शराब मिलने का सिलसिला लगातार जारी रहता है। पिछले सात साल में कई लोगों की मौत जहरीली शराब पीने से भी हो गयी है लेकिन खास बात यह है कि पिछले दिनों छपरा के सारण में हुई जहरीली शराबकांड में मरने वालों की संख्या अब तक की सर्वाधिक संख्या है।

मानवाधिकार आयोग की टीम के आने के बाद नीतीश सरकार की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। क्योंकि, इस शराबकांड को लेकर विपक्ष लगातार हमलावर रहा है और इसमें दी जाने वाली मुआवजे को सीएम की ओर से दिये जाने से इंकार करने के बाद बिहार की राजनीति गर्म रही है। सरकार पर इस कांड में हुई मौत के सही आकड़ों को छुपाने का आरोप विपक्ष ने लगाया है।

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बिहार विधानमंडल शीतकालीन सत्र: जहरीली शराब कांड को लेकर भाजपा का हंगामा

पटना: बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन सोमवार को भाजपा विधायकों ने जहरीली शराब से मौत मामले में सरकार को कटघरे में खड़ा किया और जमकर प्रदर्शन किया।हंगामे को देखते हुए कार्यवाही स्थगित कर दी गई। कार्यवाही जब दोबारा शुरू हुई तो भाजपा ने जहरीली शराब कांड में मारे गए लोगों के परिवार वालों को मुआवजा देने की मांग को लेकर वॉकआउट कर दिया। भाजपा विधायकों ने बाहर निकलकर जहरीली शराब से मरे लोगों की आत्मा की शांति के लिए एक मिनट का मौन धारण किया।

सुबह विधानसभा की कार्रवाई शुरू होते ही भाजपा विधायकों ने वेल में आकर हंगामा शुरू कर दिया। भाजपा विधायकों ने मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग की। इस पर विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने मार्शलों से कहा कि सभी विधायकों के हाथ से पोस्टर ले लिए जाएं। भाजपा विधायकों ने टेबल पटक दिया। हंगामा शांत नहीं होने पर विधानसभा को दो बजे तक स्थगित कर दिया गया। कुछ देर बाद विधान परिषद भी ढाई बजे के लिए स्थगित कर दिया।

दूसरी ओर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजय सिन्हा ने कहा कि जहरीली शराब से मरे लोगों के परिवारों को मुआवजा मिले। जो मरे हैं उनके लिए शोक प्रस्ताव पारित किया जाए। मेरे ऊपर आरोप लगा था कि मेरे रिश्तेदार के यहां शराब बरामद हुई है, ये गलत है, वो जदयू के सदस्य हैं। सिन्हा ने तंज कसते हुए कहा कि अध्यक्ष महोदय आपको बधाई देता हूं कि मेरे 50 मिनट के भाषण में 113 बार आपने मुझे टोका है।

उधर, लेफ्ट पार्टियों के नेता मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से अलग मिलने पहुंचे। उन्होंने सारण जहरीली शराब कांड के पीड़ित परिवारों को मुआवजा देने की मांग की। इस पर नीतीश ने कहा कि आप लोग मुआवजा मांगेंगे तो फिर सब कहेंगे कि आप लोग भाजपा के साथ मिल गए। इस पर लेफ्ट पार्टियों के नेताओं ने कहा नहीं मांगेंगे मुआवजा।

विधानसभा में बिहार सरकार के उत्पाद एवं मद्य निषेध मंत्री सुनील कुमार ने छपरा जहरीली कांड मामले में केवल 38 व्यक्तियों की मृत्यु होने की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि सरकार हर मामले की जांच करी रही है, जो भी जांच रिपोर्ट आएगी उस अनुसार कार्रवाई होगी ।

विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी ने भाजपा विधायकों को चेताया। उन्होंने कहा कि आप सभी सदन की कार्यवाही में बाधा डाल रहे हैं। ऐसा ही रहा तो मैं आप सभी के खिलाफ कार्रवाई कर सकता हूं।

संसदीय कार्य मंत्री विजय चौधरी ने कहा कि जो विपक्ष के नेता तस्वीर दिख रहे हैं, मुझे नहीं पता है, कौन क्या है लेकिन इतना जरूर कहूंगा कि जो भी शराब के धंधे लिप्त होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा। सरकार इस मामले पर सजग है।

उल्लेखनीय है कि पांच दिनों के इस सत्र में विपक्षी भाजपा ने लगातार जहरीली शराब को लेकर हंगामा किया। लेकिन, इस हंगामे के बीच में सरकार ने अपने विधायी कार्यों को पूरा कर लिया। हालांकि इस पूरे विधानसभा सत्र में आम जनता के सवाल नहीं आ पाए। प्रश्नकाल, तारांकित, अल्पसूचित प्रश्न, शून्यकाल, ध्यानाकर्षण जैसे मसलों पर विधानसभा में चर्चा नहीं हुई। विधेयक, विनियोग जरूर पास किए गए। लेकिन, जनता के सवाल को लेकर सरकार के जवाब विधानसभा में नहीं आए।

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राजविंदर सिंह भट्टी बने बिहार के नए डीजीपी

पटना: बिहार में 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी राजविंदर सिंह भट्टी को नया डीजीपी बनाया गया है। सरकार के गृह विभाग ने इससे जुड़ी अधिसूचना जारी कर दी है। राजविंदर सिंह भट्टी की छवि एक कड़क अधिकारी के रूप में है। इससे पहले वे सीमा सुरक्षा बल के एडीजी थे।

उल्लेखनीय है कि वर्तमान डीजीपी एसके सिंघल 19 सितंबर को रिटायर होंगे। राजविंदर सिंह भट्टी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति के तहत दो बार सीबीआई में भी रह चुके हैं। वे सीवान में डीआईजी के तौर पर भी काम कर चुके हैं। आरएस भट्टी मूल रूप से पंजाब के रहने वाले हैं।

अधिसूचना के अनुसार राजविंदर सिंह भट्टी, भापुसे (बीएच-1990), सम्प्रति केन्द्रीय प्रतिनियुक्ति के अन्तर्गत अपर महानिदेशक, पूर्वी कमांड, सीमा सुरक्षा बल के पद पर पदस्थापित, को वर्तमान पुलिस महानिदेशक, बिहार संजीव कुमार सिंघल, भापुसे (1988) को अनुमान्य कार्यकाल 19 दिसंबर तक की समाप्ति के फलस्वरूप पुलिस महानिदेशक, बिहार (पटना) के रिक्त हो रहे पद पर अगले आदेश तक पदस्थापित किया जाता है।

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जहरीली शराब से मौत पर शराबबंदी नीति में है मुआवजा का प्रावधान: सुशील मोदी
सुशील मोदी ने जहरीली शराब कांड पर की मुख्यमंत्री से इस्तीफा मांग

पटना: सारण में जहरीली शराब कांड के मृतक के परिवारों से मिलकर लौटने के बाद राज्यसभा सांसद एवं पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने रविवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर बरसे और उनसे इस्तीफे की मांग की।

सुशील मोदी ने कहा कि शराबबंदी नीति में मौत पर 4 लाख मुआवजा का प्रावधान है। बिहार उत्पाद अधिनियम 2016 की धारा 42 में 4-4 लाख मुआवजे का प्रावधान है। उन्होंने कहा कि गोपालगंज शराब कांड में 14 परिवारों को चार-चार लाख मुआवजा दिया गया तो फिर सारण के मृतक परिवारों को मुआवजा क्यों नहीं दिया जाएगा? उन्होंने कहा कि ऐसे में मुख्यमंत्री नीतीश को गलत बयानबाजी करने के लिए पद से इस्तीफा देना चाहिए।

मोदी ने कहा कि सारण में जहरीली शराब से सत्तर से अधिक लोगों की मौत के बाद भी बिहार के मुखिया नीतीश कुमार को कोई गम नहीं है। नीतीश कुमार कह रहे कि जो पियेगा वो मरेगा। हम और इसका प्रचार करायेंगे। मौत के बाद आश्रितों को मुआवजा देने का तो सवाल ही पैदा नहीं होता है। विपक्ष मुआवजे की मांग को लेकर सदन से लेकर सड़क तक आंदोलन कर रहा।

उन्होंने कहा 2016 में शराबबंदी लागू होने के बाद पहली दफे 15 अगस्त, 2016 को गोपालगंज में हुए जहरीली शराब कांड में 19 लोगों की मौत हुई थी। तब सरकार ने मृतक के परिजनों को 4-4 लाख का मुआवजा दिया था। सरकार अब छपरा-सीवान में जहरीली शराब पीने मरने वाले के परिजनों को क्यों नहीं मुआवजा दे रही? आखिर बिहार सरकार की पॉलिसी क्या है? पॉलिसी में प्रावधान है कि शराब पीने से मौत के बाद परिजनों को 4-4 लाख देना है लेकिन यह राशि शराब बेचने वाले से लेकर दी जायेगी।

मुआवजा के लिए प्रकाशित किया गया था बिहार गजट
उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने 2 अक्टूबर, 2016 को बिहार मद्य निषेध और उत्पाद अधिनियम का गजट प्रकाशित कराया था। इसमें 100 पॉइंट्स दिए गए हैं, जिसमें शराबबंदी कानून से जुड़ी पूरी जानकारी दी गई है। बिहार गजट के 42वें नंबर पर ”प्रतिकर (कम्पसेशन) भुगतान करने के लिए कलेक्टर द्वारा आदेश” दिए जाने से संबंधित जानकारी दी गई है। इसके 42 वें नंबर के प्रथम पैरा में लिखा गया है कि ”दंड प्रक्रिया संहिता 1973 (1974 का 2) में इस अधिनियम के अधीन कलेक्टर (डीएम) को अधिकार है।

आदेश पारित करते समय यदि उसे लगता है कि किसी स्थान पर बेचे गए शराब के सेवन के कारण किसी व्यक्ति की मृत्यु हुई या बीमार हुआ है तो वह निर्माता/ विक्रेता चाहे वह किसी अपराध में दोष सिद्ध हुआ हो या नहीं, प्रतिकर के रूप में प्रत्येक मृतक के प्रतिनिधि को कम से कम 4 लाख रुपये, गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त व्यक्ति को 2 लाख रुपये एवं किसी अन्य चोट खाने वाले व्यक्ति को 20 हजार रुपये भुगतान करने का आदेश देगा। जिले का कलेक्टर लोक मांग वसूली अधिनियम के तहत लोक मांग के रूप में उक्त प्रतिकर विक्रेता-निर्माता से वसूल कर सकेगा।

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बेगूसराय: बिहार में बीती रात एक और पुल भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया है। बेगूसराय जिला के साहेबपुर कमाल प्रखंड क्षेत्र में कीर्तिटोल आहोक घाट और विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना के तहत ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा नवनिर्मित उच्च स्तरीय आरसीसी पुल उद्घाटन से पहले ही देर रात टूट कर धराशाई हो गया।

रात के समय हादसा होने से जानमाल की क्षति नहीं हुई, लेकिन निर्माण के तीन वर्षों के अंदर ही पुल के टूटकर गिर जाने से स्थानीय लोगों में आक्रोश है। दो दिन पहले ही पाया नंबर दो एवं तीन के बीच क्रैक और धसान देखकर ग्रामीणों ने इसकी सूचना वरीय पदाधिकारियों को दी थी। जिसके बाद बलिया एसडीओ रोहित कुमार, डीएसपी कुमार वीर धीरेंद्र सहित अन्य अधिकारियों ने वहां पहुंच कर स्थिति का जायजा लिया तथा पुल पर आवागमन पूर्णतः बंद करवाया।

उस दिन स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा भी किया तथा घटिया पुल निर्माण करने वाले एजेंसी के विरुद्ध कठोर कार्रवाई करने की मांग की थी। बताया जा रहा है कि यहां बूढ़ी गंडक नदी पर पुल निर्माण को लेकर लंबे समय से मांग उठाई जा रही थी। 2012-13 में साहेबपुर कमाल विधानसभा क्षेत्र के तत्कालीन विधायक सह मंत्री परवीन अमानुल्लाह की अनुशंसा पर मुख्यमंत्री नाबार्ड योजना से रहुआ पंचायत के कीर्तिटोल आहोक घाट और विष्णुपुर आहोक पंचायत के बीच बूढ़ी गंडक नदी पर पुल बनाने की स्वीकृति मिली 1343.32 लाख की लागत से 206 मीटर लंबा उच्च स्तरीय आरसीसी पुल का निर्माण भगवती कंस्ट्रक्शन द्वारा कराया गया।

पुल निर्माण स्थल पर लगाए गए बोर्ड के अनुसार 1343.32 लाख की लागत से बने इस पुल की अनुरक्षण भी 31.72 लाख से होना था। कार्य प्रारंभ की तिथि 23 फरवरी 2016 एवं समाप्ति तिथि 22 अगस्त 2017 है। पुल निर्माण के बाद विभिन्न कारणों से अब तक इसका उद्घाटन नहीं हो सका, लोगों ने बगैर उद्घाटन के आवागमन शुरू कर दिया था। पुल से कुछ दूर स्थित खनवा नाला पर छोटा पुल बनने के बाद इसका उद्घाटन होना था। लेकिन इसी बीच बिहार के लूटतंत्र की भेंट यह पुल चढ़ गया।

रविवार की सुबह स्थानीय लोग मॉर्निंग वॉक पर जा रहे थे तो नदी में पुल को टूटकर गिरा देखकर हड़कंप मच गया। मौके पर लोगों की भीड़ जुटी हुई है। स्थानीय लोगों ने पुल निर्माण में व्यापक लूट-खसोट का आरोप लगाया है और निर्माण एजेंसी एवं ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारियों पर भी कार्रवाई की मांग की है।

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भाजपा केवल जुमलेबाजी कर रही है, हमने तीन महीने में दे दिया 10 हजार लोगों को नौकरी: तेजस्वी

पटना: उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने कहा है कि अभी सरकार बने तीन महीने ही हुए हैं। इसमें लाखों लोगों को नौकरी दे दी गयी है। 16 नवंबर को भी 10 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र दिया जाएगा। वह आज दिल्ली से पटना पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने पटना एयरपोर्ट पर पत्रकारों से बातचीत की।

भाजपा से सवाल के लहजे में उन्होंने कहा कि आठ सालों में 16 करोड़ रोजगार का क्या हुआ? उन्होंने कहा कि भाजपा वालों को गिनती आती है? अभी बिहार में तीन महीने ही सरकार बने हुए हैं। इसमें हमलोग लगातार नियुक्ति पत्र दे रहे हैं। 16 नवंबर को भी 10 हजार लोगों को नियुक्ति पत्र देंगे। कुल मिलकर लाखों में तो नौकरी हो ही गयी। आने वाले दिनों में और भी वादे पूरे होंगे। भाजपा पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों पर बातचीत होनी चाहिए।

अमित शाह के दावों को लेकर मीडिया के सवाल पर उन्होंने कहा कि अभी चुनाव है, इसलिए जुमलेबाजी हो रही है। अमित शाह ने खुद स्वीकार किया है कि भाजपा ने चुनाव में जुमलेबाजी की। भाजपा को अपने दावों का जवाब देने चाहिए। इससे पहले कितने वादे किये गये लेकिन उसका कोई जवाब नहीं है। अमित शाह ने कहा था कि 2027 में भारत विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था हो जाएगी।

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भारत जोड़ो यात्रा में टुकड़े-टुकड़े गैंग को जोड़ रहे हैं राहुल गांधी : गिरिराज सिंह

बेगूसराय: केंद्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह ने रविवार को एक बार फिर राहुल गांधी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जोरदार हमला किया। संसदीय क्षेत्र बेगूसराय के चार दिवसीय भ्रमण पर आए गिरिराज सिंह ने रविवार को कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा कर रहे हैं लेकिन अभी तक वे जिन-जिन राज्यों में गए हैं, वहां से कई कांग्रेसी पार्टी को छोड़ चुके हैं।

उन्होंने कहा कि राहुल गांधी का यह भारत जोड़ो अभियान नहीं, बल्कि टुकड़े-टुकड़े गैंग को जोड़ो, भारत विरोधी आवाज उठाओ और दुनिया में भारत को बदनाम करने का कार्यक्रम है। गिरिराज ने कहा कि राहुल गांधी टुकड़े-टुकड़े गैंग को एक साथ करने के साथ सर तन से जुदा करने की बात करने वालों को प्रोत्साहित करते हैं। हिंदुओं के खिलाफ साजिश रचने वाले पादरी से मिल रहे हैं।

पत्रकारों से बातचीत में गिरिराज ने कहा कि बिहार में जब से नए गठबंधन की सरकार बनी है, तब से बेगूसराय सहित पूरे बिहार में क्राइम का ग्राफ बढ़ गया है। शराब और अपराध का चोली दमन का साथ बनता जा रहा है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से ना शराब बंद हो रहा है, ना अपराध बंद हो रहा है। मुख्यमंत्री को इस पर विचार करनी चाहिए। बेगूसराय में तो अपराध में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। इसके मद्देनजर सर्वदलीय मुहिम चलाई जानी चाहिए।

गिरिराज ने रिफाइनरी गेस्ट हाउस में जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों और कार्यकर्ताओं की समस्याओं को सुना और उनके निराकरण के लिए अधिकारियों की बात की। इसके बाद वे डॉ. क्रांति कुमार के परिजनों से मिलने सिहमा पहुंचे तथा अपराधियों को दंडित करने के लिए प्रशासनिक अधिकारियों से बात की। उन्होंने शोक संतप्त परिवार को न्याय की लड़ाई में साथ देने का आश्वासन दिया।

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कुढ़नी विधानसभा चुनाव में राजग का करेंगे समर्थन: चिराग पासवान

डेहरी ऑन सोन: बिहार के कुढ़नी में होने वाले उपचुनाव में लोजपा (रा) राजग उम्मीदवार का समर्थन करेगी। पार्टी सुप्रीमो व सांसद चिराग पासवान ने रविवार शाम अकोढ़ी गोला में पत्रकारों से वार्ता के दौरान यह बात कही है।

उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने गोपालगंज और मोकामा में भी राजग उम्मीदवार का समर्थन किया था। गोपालगंज में हमारे समर्थन से पार्टी उम्मीदवार की जीत हुई। उन्होंने कहा कि मोकामा की जीत उनकी व्यक्तिगत जीत है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी कुढ़नी में भी होने वाले उपचुनाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। पहले भी हम वहां से चुनाव लड़ चुके हैं और वहां से हमारे उम्मीदवार की जीत हुई है। उन्होंने कहा कि एनडीए में शामिल होने पर पार्टी जल्द घोषणा करेगी।

एक प्रश्न उत्तर में चिराग पासवान ने कहा कि मेरी लड़ाई विकसित बिहार बनाने के लिए है। मुझे अगर किसी पद की लालसा होती तो 2020 में ही प्राप्त कर लेता, मुख्यमंत्री के समक्ष नतमस्तक हो जाता है। हमारी पार्टी सिद्धांतों की लड़ाई पर आज भी अडिग है। उन्होंने राजद व जदयू के गठबंधन को महत्वाकांक्षी दलों के गठबंधन कहा। उन्होंने व्यक्तिगत स्वार्थों के लिए गठबंधन किया। उन्होंने नीतीश कुमार पर आरोप लगाया कि उन्हें भय था कि भारतीय जनता पार्टी अपना मुख्यमंत्री बना सकती है। वह पानी पी पीकर जंगल राज कह कोसने वाले पार्टी के साथ गठबंधन कर लिया। बिहार की जनता बदलाव चाहती है। बिहार एक विकल्प की तलाश कर रही है। लोजपा एक मजबूत विकल्प के रूप में बनेगी। उन्होंने कहा कि पार्टी संगठन की मजबूती पर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि नौ दिनों में नौ हत्याएं। लगता है सभी जिले एक दूसरे के कंपटीशन में हैं कि किस जिले में सबसे ज्यादा हत्या हो। कानून व्यवस्था को मजाक बनाकर रख दिया।उन्होंने इसके लिए राज्य के मुख्यमंत्री को जिम्मेदार ठहराया, क्योंकि वह गृह मंत्री भी हैं ।

उन्होंने घोषणा की कि जल्दी बढ़ते अपराध के विरुद्ध भोजपुर के जिला पुलिस मुख्यालय आरा में वे बिहार बचाओ की तर्ज पर मार्च करेंगे। अपराध और भ्रष्टाचार बिहार में चरम पर है। बिना उसका कोई भी काम प्रखंड और पंचायत स्तर तक नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा अगले चुनाव के बाद बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट की सरकार बनेगी।

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बिहार में आठ से दस किलोमीटर की गति से नमी के साथ बह रही पछुआ हवा

पटना: बिहार के लोगों को अब सुबह शाम ठंड का एहसास होने लगा है क्योंकि राज्य में बह रही पछुआ हवा अब हल्की नमी के साथ चलने लगी है। इससे लोगों को सुबह शाम ठंड का एहसास होने लगा है। दिन में आकाश साफ होने के कारण अच्छी धूप निकल रही है, इससे वातावरण गर्म रह रहा है लेकिन सूर्यास्त के बाद तापमान में गिरावट दर्ज किया जा रहा है। राज्य के तराई क्षेत्रों में कोहरा छाये रहने के आसार है।

आठ से दस किलोमीटर की गति से नमी के साथ बह रही पछुआ हवा
राज्य में पछुआ हवा की गति भी धीरे-धीरे तेज होने लगी है। वर्तमान में राज्य में आठ से दस किलोमीटर की गति से नमी के साथ पछुआ हवा बह रही है। इससे सुबह शाम लोगों को इससे बचने की सलाह दी जा रही है। पटना मौसम विज्ञान केंद्र के विज्ञानी संजय कुमार का कहना है कि वर्तमान में प्रदेश में पछुआ आठ से दस किलोमीटर की गति से बह रही है। पछुआ अपने साथ काफी मात्रा में नमी ला रही है। सूर्यास्त के बाद तापमान में अचानक काफी गिरावट देखी जा रही है। रात आठ बजते-बजते वातावरण काफी ठंडा हो जा रहा है। इस तरह की स्थिति अगले कुछ दिनों तक बने रहने की उम्मीद है।

धीरे-धीरे बढ़ती जाएगी ठंड
मौसम वैज्ञानियों के अनुसार अगले पांच दिनों तक वातावरण शुष्क रहेगा। आकाश साफ रहने की उम्मीद है। उसके बाद मौसम में बदलाव हो सकता है। कई मौसम विज्ञानियों का कहना है नवंबर में प्रदेश के मौसम में बड़ा बदलाव होता है। अब धीरे-धीरे ठंड बढ़ती जाएगी।

बच्चों को खुले में रात में देर तक न रखने की सलाह
बदलते मौसम को देखते हुए पटना मेडिकल कालेज एण्ड हास्पिटल के शिशु रोग विशेषज्ञ डा. राकेश कुमार शर्मा ने रात में बच्चों को अधिक देर तक खुले में बाहर रखने से रोकने की सलाह दी है। ठंड के कारण ही बच्चे जल्दी सर्दी-खांसी के शिकार हो जा रहे हैं। कई बच्चों में बुखार, नाक बहना, बार-बार खांसी की शिकायत देखी जा रही है।

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Chhapra/Sonpur:वै से तो यह मेला विश्व में एशिया के सबसे बड़े पशु मेला के रूप में प्रसिद्ध रहा है. लेकिन बदलते परिवेश और नए कानूनों के मद्देनजर अब अधिकतर जानवरों की खरीद बिक्री पर लगी पाबंदी के बाद मेले का स्वरूप बदला है.

मेला में दूर दूर से सैलानी हाथी देखने और उसकी सवारी करने पहुंचते थें, लेकिन प्रतिबंधों के कारण अब हाथी समेत कई जानवर मेले में खरीद बिक्री के लिए नहीं लाए जाते. जिससे पशु मेला अब केवल मवेशी और घोड़ों तक ही सीमित रह गया है.

इस बार 2 साल बाद मेला लगा है. मेले में व्यापारी पहुंचें हैं, कई अच्छे नस्ल के घोड़ों के साथ मेले की शोभा बढ़ा रहें हैं. मेला में घोड़ों की रेस कराई जाती है जिसमे शामिल होने के लिए सवार अपने अपने घोड़े को तैयार करते हैं.

मेला में आसपास के जिलों से लेकर राजस्थान और गुजरात के पशु पालक और व्यापारी पहुंचें हैं. जिनके पास अच्छी नस्ल के घोड़े हैं. इन घोड़ों की कीमत 5000 रुपए से लेकर 12 लाख तक की है.

अच्छे नस्ल के सुंदर और रेस में माहिर घोड़ों की लोग मांग करतें हैं. इनकी कीमत भी उसी हिसाब से तय की जाती है. मेला में पहुंचा है “साधु उर्फ तूफान” घोड़ा, रेस जीतने में माहिर है. A valid URL was not provided.

 

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पटना, 11 नवंबर (Agency)। पीएफआई को लेकर केन्द्र सरकार ने बिहार सरकार को निर्देश दिये हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अंडर सेक्रेटरी एसपी चौधरी ने पीएफआई से जुड़े कुछ संदिग्धों का नाम और उनके बैंक खातों की डिटेल्स बिहार के मुख्य सचिव को भेजी है और पीएफआई के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां (रोकथाम) अधिनियम (यूएपीए), -1967 के तहत कार्रवाई करने का निर्देश राज्य सरकार को दिया है। मंत्रालय ने बिहार के कुल 7 लोगों के नाम, बैंक खाता और अन्य डिटेल्स भेजे हैं।

चार संदिग्ध दरभंगा और अन्य अररिया और सीतामढ़ी के हैं

सूत्रों के अनुसार मंत्रालय की ओर से बिहार सरकार को भेजी गई सूची में चार संदिग्ध दरभंगा के रहने वाले हैं जबकि अन्य अररिया और सीतामढ़ी जिले के रहने वाले हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय के निर्देश पर गृह विभाग की विशेष सचिव केएस अनुपम ने संबंधित जिलों के डीएम को संदिग्धों के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

जिन सात लोगों की डिटेल्स केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मुख्य सचिव को भेजी हैं उसमें लखनऊ से गिरफ्तार दरभंगा के लहरियासराय थाना क्षेत्र के शेर मोहम्मद मोहल्ला निवासी नूरूद्दीन जंगी उर्फ एडवोकेट का खाता दरभंगा एसबीआई शाखा में होने की बात कही गई है। जिसका खाता नंबर 397399136967 है। इसके अलावा दो खाता पीएफआई के विधि प्रमुख के नाम से संचालित है। इसमें एक दरभंगा एचडीएफसी में खाता संख्या – 0069114000919103 और दरभंगा केनरा बैंक में खाता संख्या – 0142101027691 संचालित है। पीएफआइ के विधि प्रमुख नूरूद्दीन जंगी ही है।

इन तीनों खाते के अलावा एक पीएफआई के मिथिलांचल जिलाध्यक्ष के नाम से संचालित है। जो दरभंगा एसबीआई के सिटी शाखा में खाता संख्या- 39716488429 है। हालांकि, इसी नाम से एक खाता 0772010108046 सीतामढ़ी के घरवाड़ा में एबीआई संचालित है। जबकि, छठा खाता 50100047528841 पीएफआई के प्रदेश सचिव एहसान परवेज के नाम से अररिया स्थित एचडीएफसी बैंक में संचालित है। ऐहसान अररिया के जोकीहाट स्थित इस्लामटोला का निवासी है। इसके अतिरिक्त सातवां खाता 005510110007970 महबूब आलम के नाम मुंबई के बैंक आफ इंडिया के खाते में संचालित है। महबूब आलम भी दरभंगा का निवासी है। हालांकि, वह मुंबई में रहता है। जहां वह नागपारा जिला का अध्यक्ष है।

 

एनआईए पीएफआई से जुड़े मामलों की जांच कर रही है और प्रवर्तन निदेशालय भी इस संगठन से जुड़े लोगों की संपत्ति का ब्योरा खंगाल रही है। इसी क्रम में बिहार के उक्त सात लोगों के डिटेल्स मंत्रालय ने बिहार सरकार को भेजते हुए कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।

उल्लेखनीय है कि पटना के फुलवारीशरीफ से लगभग छह महीने पूर्व कुछ लोगों को पीएफआइ से जुड़े हाेने पर गिरफ्तार किया गया था और कुछ लोगों की तलाशी जारी है। इस मामले दरभंगा के तीन आरोपितों में अब भी दो फरार चल रहे हैं। इसमें सिंहवाड़ा थाना क्षेत्र के शंकरपुर निवासी पीएफआइ के प्रदेश महासचिव सनाउल्लाह उर्फ आकीब और मुस्तिकीम अब भी फरार हैं।

एनआईए की टीम ने बीते 28 जुलाई को इन तीनों आरोपितों के घर छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान सनाउल्लाह और लखनऊ से गिरफ्तार नूरुद्धीन जंगी के घर से कई दस्तावेज, पीएफआइ के संविधान व मोबाइल को जब्त किया गया था। इसके बाद एनआईए की टीम ने 8 सितंबर को मुस्तिकीम समेत लहेरियासराय के उर्दू मोहल्ला स्थित राजटोली में दानिश लॉज में भी छापेमारी की थी। इस दौरान एनआईए की टीम को कई अहम दस्तावेज हाथ लगे थे।

एनआईए पीएफआई से जुड़े मामलों की जांच कर रही है और प्रवर्तन निदेशालय भी इस संगठन से जुड़े लोगों की संपत्ति का ब्योरा खंगाल रही है। इन सभी खातों को सील करने के साथ खातों से हुए लेन-देन के डिटेल्स की भी जांच की जाएगी।

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सीवान: पटना से आई बिहार निगरानी इकाई की टीम के द्वारा सीवान में निबंधन विभाग के तिरहुत प्रमंडल के असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल प्रशांत कुमार के आवास पर गुरुवार की सुबह से ही छापेमारी की जा रही है।

बताते चलें कि एआईजी प्रशांत कुमार के खिलाफ निगरानी विभाग ने आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का केस दर्ज किया है । इसके बाद सुबह से ही तलाशी ली जा रही है।

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार विशेष निगरानी इकाई ने दो करोड़ 680585 रुपए आय से अधिक का केस दर्ज किया । कोर्ट से सर्च वारंट लेने के बाद एआईजी प्रशांत कुमार के सीवान पैतृक आवास के साथ ही साथ मुजफ्फरपुर और पटना के उनके ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

उल्लेखनीय हो कि बिहार स्पेशल विजिलेंस यूनिट ( एस वी यू ) के द्वारा निबंधन विभाग के तिरहुत प्रमंडल के असिस्टेंट इंस्पेक्टर जनरल प्रशांत कुमार के सीवान के मुफस्सिल थाना क्षेत्र के महादेवा मालवीय नगर स्थित पैतृक आवास सहित पटना के बोरिंग रोड स्थित पंचमुखी हनुमान मंदिर के पास अलखराज अपार्टमेंट व उनके मुजफ्फरपुर के कार्यालय और आवास पर निगरानी की छापेमारी हो रही है।

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