पटना, 03 नवम्बर (हि.स.)। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में शुक्रवार संपन्न मंत्रिमंडल की बैठक में मुख्यमंत्री कृषि विद्युत संबंध योजना के दूसरे चरण (फेज-2) में इच्छुक किसानों को चतुर्थ कृषि रोड मैप के अंतर्गत पटवन के लिए 2,190 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। आज की बैठक में कुल 35 एजेंडों पर मुहर लगाई गई।

कैबिनेट की बैठक की जानकारी देते हुए अपर सचिव एस सिद्धार्थ ने बताया कि बैठक में पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के तरफ से बिहार राज्य पिछड़ा वर्ग एवं अति पिछड़ा वर्ग कन्या आवासीय 2 उच्च विद्यालय शिक्षक (नियुक्ति, प्रोन्नति, अनुशासनिक कार्रवाई एवं सेवाशर्त) (संशोधन) नियमावली-2023 को स्वीकृति दी गई है। साथ ही उद्योग विभाग में बिहार सचिवालय लिपिकीय सेवा अन्तर्गत निम्नवर्गीय लिपिक के पद पर नियुक्ति के लिए अनुशंसित अभ्यर्थियों के लिए उद्योग विभाग के अन्तर्गत निम्नवर्गीय लिपिक (वेतन स्तर-02) के 06 (छह) अतिरेक पदों के सृजन की स्वीकृति के संबंध में स्वीकृत दी गई है।

सिद्धार्थ ने बताया कि शहर से दूर गांवों में इमरजेंसी सेवा की शुरुआत की जा रही है। 112 नंबर पर कॉल कर आकस्मिक सेवा का लाभ अब मिलेगा। पुलिस, एंबुलेंस और आग लगी की घटना की जानकारी इस इंट्रीग्रेटेड सर्विस मिलेगी। इसको लेकर सरकार 766 करोड़ 31 लाख रुपये खर्च करेगी। इसके साथ अब बिहार में चालक भर्ती की नियमावली बदल दी गई है। प्रदेश में हर विभाग में वाहन चालक की बहाली तकनीकी चयन आयोग करेगा। बिहार वाहन चालक भर्ती एवं सेवा शर्त संशोधन नियमावली-2023 की स्वीकृति दी गई है।

सीएम के गृह क्षेत्र बख्तियारपुर को लेकर भी एक अहम फैसले पर बैठक में स्वीकृति दी गई। इसके तहत पटना जिला के बख्तियारपुर प्रखंड अंतर्गत गंगा चैनल के दायें तट पर सीढ़ी घाट के निकट पक्का सुरक्षात्मक कार्य एवं कटाव निरोधक कार्य के लिए 56 करोड़ छह लाख रुपये के प्रशासनिक एवं व्यय की स्वीकृति का प्रस्ताव को मंजूरी दी गई है।

बिहार पुलिस प्रयोगशाला के निदेशक डॉ श्याम कुमार सिंह को सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है । उनपर अपनी पत्नी की प्रताड़ना का आरोप है। नीतीश कैबिनेट की इस बैठक में जल संसाधन विभाग के 9 एजेंडों पर मुहर लगी है। कैबिनेट ने सर्वोच्च न्यायालय के निर्देश के आलोक में लोरिया डिस्टलरी, पश्चिम चंपारण के कर्मियों के बकाया भुगतान को स्वीकृति दी गयी है। हर घर नल जल योजना के अंतर्गत 3393 छूटे हुए टोलो बसावट में पेयजल की व्यवस्था के लिए 1063 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई।

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समस्तीपुर, 03 नवम्बर (हि.स.)। समस्तीपुर रेल मंडल के सहरसा से देश की राजधानी नई दिल्ली तक जाने वाली वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ट्रेन ने शुक्रवार को अपने सफर के 50 वर्ष पूरे कर लिए। इसको लेकर समस्तीपुर रेलवे स्टेशन को दुल्हन की तरह सजी वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस का स्वागत केक कटिंग कर किया गया।

नई दिल्ली के लिए समस्तीपुर रेल मंडल से कई ट्रेनों का परिचालन किया जा रहा है। लेकिन अब भी समस्तीपुर रेल मंडल हो या सोनपुर रेल मंडल, दिल्ली जाने वाले यात्रियों की पहली पसंद वैशाली सुपरफास्ट एक्सप्रेस ही है। पहले यह ट्रेन बरौनी से खुलती थी। बाद में वर्ष 2019 से इस ट्रेन को विस्तार करते हुए सहरसा जंक्शन तक ले जाया गया। जिससे कोशी क्षेत्र के लोगों के लिए भी नई दिल्ली के वैशाली ट्रेन की सुविधा मिलने लगी है।

पूर्व में वैशाली एक्सप्रेस का नाम जयंती जनता सुपरफास्ट ट्रेन था । 31 अक्टूबर 1973 को तत्कालीन रेल मंत्री ललित नारायण मिश्र ने जयंती जनता एक्सप्रेस को समस्तीपुर से हरी झंडी दिखाई थी। शुरुआत में यह ट्रेन समस्तीपुर से गोरखपुर होकर लखनऊ तक सप्ताह में 4 दिन चलती थी। दो जनवरी 1975 को इस ट्रेन का का विस्तार मुजफ्फरपुर तक किया गया। इसके बाद यह छपरा सिवान के रास्ते दिल्ली तक जाने लगी। बाद में इसका विस्तार समस्तीपुर व बरौनी तक कर दिया गया।

खास बात यह है कि वर्ष 1970 में कटिहार, कानपुर, अनवरगंज, आगरा फोर्ट के लिए छोटी लाइन में वैशाली एक्सप्रेस के नाम से ट्रेन चलती थी। बाद में इस ट्रेन को बंद कर दिया गया। लखनऊ और कानपुर रूट पर इस ट्रेन को लाने के लिए जयंती जनता का नाम बदलकर वैशाली सुपरफास्ट ट्रेन कर दिया गया।

भारतीय रेलवे ने इस नाम को मिटाया नहीं है। गाड़ी संख्या 16381 जो पुणे से कन्याकुमारी तक जाती है, उस ट्रेन का नाम आज की तारीख में जयंती जनता ही है। ऐसे में नाम और नंबर दोनों इस ट्रेन के अब अलग-अलग हो चुके हैं, सुविधाएं तो नाम बदलने के साथ ही खत्म कर दिये जा चुके हैं। आज की तारीख में वैशाली एक्सप्रेस एक आम ट्रेन बन कर रह गयी है।

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Chhapra:  दरियापुर थानान्तर्गत मस्तीचक गांव में आयोजित यज्ञ के दौरान शुक्रवार की सुबह करीब 06:00 बजे दुर्घटना हुई और दो महिलाओं की मौत हो गई।

घटना की सूचना पर जिलाधिकारी अमन समीर और पुलिस अधीक्षक डॉ गौरव मंगला द्वारा घटनास्थल पर पहुँचकर स्थिति का जायजा लिया गया।

प्रशासन ने बताया कि घटना के सी०सी०टी०वी० फुटेज से स्पष्ट है कि घटना यज्ञशाला के प्रवेश द्वार के पास हुई है। सी०सी०टी०वी० फुटेज में दृष्टव्य है कि न तो वहाँ कोई भगदड़ हुई है और न हीं ज्यादा भीड़ थी।

प्रवेश द्वार के पास करीब 150 लोग प्रवेश का इन्तेजार कर रहे थे, जिनमें अधिकांश महिलायें थी।

घटना के समय उपस्थित लोगों के द्वारा बताया गया है कि प्रवेश द्वार के पास उपस्थित 02 वृद्ध व अस्वस्थ महिलाये 1 रामकली देवी, उम्र 65 वर्ष, पति रामप्यारे राम सा० बड़काविघा थाना दाउदनगर, जिला-औरंगाबाद, 2 पार्वती देवी, उम्र 70 वर्ष, पति मोतिलाल राम, सा० कनाप, थाना दाउदनगर, जिला-औरंगाबाद धक्के से गिर पड़ी, जिस कारण अन्य कुछ लोग भी गिर पड़े। उपरोक्त 02 वृद्ध महिलायें की मृत्यु हो गई एवं अन्य 05 जख्मी इलाजरत है।

मृतिकाओं के शव को पोस्टमार्टम हेतु भेजा गया है। अनुमंडल पदाधिकारी एवं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सोनपुर को घटना के संबंध में जाँच प्रतिवेदन समर्पित करने हेतु निर्देशित किया गया है।

प्रशासन ने स्थिति को सामान्य एवं नियंत्रण में बताया है।

 

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मांझी नाव हादसा: मृतकों का नाम आया सामने दो महिला की मौत, बाकी की तलाश जारी

Update मांझी नाव हादसा: एक ही परिवार के दो महिला की मौत हो गई है. जिनका शव बरामद किया गया है. वही 3 महिला और एक नाविक नदी से निकले बाहर निकल चुके है.

बाहर निकले नाविक के अनुसार नाव पर कुल 17 लोग थे सवार अन्य की तलाश जारी है.

मृतकों में इनका नाम है शामिल

1) छठिया देवी पति मुन्ना प्रसाद

2) फूल कुमारी देवी पति बच्चन प्रसाद

वही नदी जान बचाकर बाहर निकलने वालो में 

शत्रुधन बिन की पत्नी तारा देवी,

धनजी प्रसाद की पुत्री रमिता कुमारी

और मनजी प्रसाद की पुत्री पिंकी कुमारी शामिल है.

इनके साथ साथ नाविक भी नदी से बाहर निकल चुका है.

नाव पर सवार अन्य लोगों की बरामदगी के लिए लगातार प्रयास जारी है.

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Patna  (हि.स.)। ए.के. खंडेलवाल ने पूर्व मध्य रेल के नए महाप्रबंधक का पदभार ग्रहण कर लिया है। भारतीय रेलवे इंजीनियरिंग सेवा (आईआरएसई) के 1987 बैच के अधिकारी ए.के. खंडेलवाल इसके पहले रेलवे बोर्ड में प्रमुख कार्यकारी निदेशक (गति शक्ति) के पद पर पदस्थापित थे।

एम.एन.आई.टी. जयपुर से सिविल इंजीनियरिंग संकाय में स्नातक तथा आई.आई.टी. रूड़की से एम. टेक की डिग्री प्राप्त श्री खंडेलवाल ने 34 वर्षों से अधिक के अनुभव के साथ भारतीय रेलवे के बुनियादी ढांचे के निर्माण और रखरखाव में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इनके देखरेख में भारतीय रेल के कई महत्वपूर्ण पुलों, इमारतों और रेलवे ट्रैक सहित अन्य निर्माण परियोजनाओं को पूरा किया गया है।

उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे में एईएन-बेल्लमपल्ली के रूप में अपनी रेलसेवा शुरू की। उसके बाद दक्षिण रेलवे, उत्तर रेलवे, रेलवे बोर्ड तथा चुनौतीपूर्ण श्रीनगर-बारामुला उधमपुर रेल लिंक प्रोजेक्ट में अपनी महत्वपूर्ण सेवा दे चुके हैं। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल लिंक प्रोजेक्ट के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) के रूप में कार्य करते हुए दुनिया के सबसे ऊंचे रेल पुल चिनाब ब्रिज के निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (ट्रैक मशीन) के रूप में कार्य करते हुए उल्लेखनीय उपलब्धि के रूप में इन्होंने भारत को ट्रैक मशीन के आयातक से निर्यातक में बदल दिया। 2016-17 में रेलवे बोर्ड में कार्यकारी निदेशक (एनएफआर) के पद पर कार्य करते हुए एक और उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल किया। इस दौरान भारतीय रेल को गैर-किराया राजस्व के रूप में 10368 करोड़ प्राप्त हुआ जो कुल राजस्व का 6.2 प्रतिशत था।

कौशल को ध्यान में रखते हुए रेलवे बोर्ड ने इन्हें रेलवे बोर्ड के गति शक्ति निदेशालय के पहले प्रधान कार्यकारी निदेशक के रूप में नियुक्त किया गया। इस पद पर कार्य करते हुए श्री खंडेलवाल ने परियोजनाओं की योजना बनाने मंजूरी देने और निगरानी करने के लिए एक दूरदर्शी एवं सकारात्मक दृष्टिकोण को बढ़ावा दिया। जिसके परिणामस्वरूप भारतीय रेलवे द्वारा 2022-23 में अब तक की सर्वाधिक रेलवे ट्रैक की कमीशनिंग की गई।

ए.के. खंडेलवाल बास्केट बॉल भी खेल चुके हैं तथा उत्तर रेलवे के क्रीडा संघ के प्रेसीडेंट पद पर इनके रहते हुए 2021-22 में उत्तर रेलवे की टीम सर्वश्रेष्ठ खेल प्रदर्शन कर प्रतिष्ठित कौल गोल्ड कप जीतने में सफल रही। उच्च स्तरीय अध्ययन के लिए आईएनएसईएडी सिंगापुर, आईसीएलआईएफ मलेशिया और इंडियन स्कूल ऑफ बिजनेस हैदराबाद में स्ट्रेटेजिक मैनेजमेंट प्रोग्राम में भाग ले चुके हैं।

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Madhepura: बीएन मंडल विवि के परिसर स्थित डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव के आवास पर संस्कार भारती मधेपुरा के तत्वाधान में रामायण के रचईता महर्षि वाल्मीकि के जयंती पर पुष्पांजलि सह परिचर्चा कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

इस अवसर पर कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए संस्कार भारती मधेपुरा के संरक्षक सह बीएन मंडल विवि के पूर्व कुलसचिव डॉ. नरेंद्र श्रीवास्तव ने कहा की महर्षि वाल्मीकि दलित समाज के होते हुए भारतीय संस्कृति पर एक महाकाव्य रामायण की रचना की जिसमें भारतीय संस्कृति के सभी आयामों का जैसे पिता पुत्र का कर्तव्य, राजा का समाज के प्रति दायित्व, सांस्कृतिक चेतना का निर्माण, सामाजिक समरसता का बोध, धर्म संस्कृति के पूर्णस्थापन इत्यादि की उत्कृष्ट व्याख्या की गई है.

इस अवसर पर संस्कार भारती के जिला संयोजक राहुल यादव ने कहा की महर्षि वाल्मीकि ने सामाजिक समरसता की व्याख्या की है जबकि आजकल कुछ राजनैतिक नेताओं और कार्यकर्ताओं के द्वारा खंडित छंदों को वर्णित करते हुए भ्रामक दुसप्रचार कर रहे हैं जो की महर्षि वाल्मीकि के मूल तत्वों के विपरीत है.

इस अवसर पर अतिथि सहायक प्राध्यापक डॉ. ब्रजेश कुमार सिंह एवं कार्यक्रम सहसंयोजक सुधांशु कुमार ने कहा की महर्षि वाल्मीकि भारतीय सभ्यता के प्रतीक हैं एवं इनके जयंती को भारत सरकार के द्वारा देश स्तर पे छुट्टी घोषित करते हुए राजकीय कार्यक्रम करवाना चाहिए जिससे की आने वाले युवा वर्ग को महर्षि वाल्मीकि एवं इनके द्वारा रचित रामायण के बारे में पूर्ण एवं सही जानकारी प्राप्त हो सके.

इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक अमित अंशु, बिपिन कुमार, साजन कुमार, आनंद कुमार, राजन कुमार, आयुष कुमार, अजय कुमार आदि उपस्थित थे.

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पटना/मुंगेर, 27 अक्टूबर (हि.स.)। प्रदेश में शिक्षा विभाग में रोज नए बखेड़ा होना आम बात हो गई है। ताजा मामला मुंगेर से जुड़ा है, जहां सरकारी स्कूलों में संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम धर्म से संबंधित 10 सवाल पूछे गये। मुंगेर से भाजपा के विधायक प्रणव कुमार ने इस मामले को लेकर शुक्रवार को मीडिया से बातचीत में कहा कि बिहार सरकार छात्रों के भविष्य साथ खिलवाड़ कर रही है। हिन्दू धर्म और संस्कृति को बिगाड़ने की कोशिश की जा रही है। विधायक ने कहा कि वे इस मामले को विधानसभा में उठायेंगे।

उल्लेखनीय है कि मुंगेर में अक्टूबर माह की नौवीं कक्षा परीक्षा ली जा रही है। गुरुवार को बच्चों ने संस्कृत की परीक्षा दी। नौंवी क्लास की संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम से संबंधित पूरे 10 सवाल पूछे गये। संस्कृत की परीक्षा में इस्लाम पर सवाल पूछे जाने पर सवाल उठ रहे हैं।

उधर, शिक्षा विभाग ने कहा है कि सारे सवाल सिलेबस के मुताबिक ही पूछे गये हैं। संस्कृत के सिलेबस में ईद महोत्सव पाठ शामिल है। उससे ही सवाल पूछे गये हैं।

संस्कृत की परीक्षा में पूछे गए प्रश्न

1. ‘इफ्तार’ क्या होता है?

2. रोजा किस समय खोला जाता है ? क्या देखकर खोला जाता है ?

3. फितरा किसे कहते हैं ?

4. ईद में क्या क्या पकवान बनता है ?

5. ईद कैसा पर्व है ?

6. जकात किसे कहा जाता है?

7. मुसलमानों का सर्वोत्तम पर्व कौन है?

8. ईद में कौन सा पकवान प्रसिद्ध है?

9. ईद में क्या-क्या होता है?

10. ईद पर्व क्या संदेश देता है?

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पटना, 23 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार में जल्द ही मौसम के करवट लेने की संभावना है। दो दिन तीनों से राज्य के कई जिलों में पारा लुढ़कने के साथ ही हल्की ठंड का एहसास लोगों को सुबह शाम होने लगा है। मौसम विभाग के मुताबिक बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में इसके प्रभाव से बिहार का मौसम बदलने की संभावना है।

सोमवार को पटना सहित राज्य के कई जिलों में सुबह के समय हल्का धुंध देखा गया। मौसन विभाग की मानें तो हिमालय की तलहटी वाले क्षेत्रों में हल्का कोहरा छाए रहने की संभावना है। इनके प्रभाव से तापमान कम होगा और सुबह-शाम के वक्त हल्की ठंड महसूस होगी। वहीं पछुआ हवा के कारण पटना समेत 21 शहरों के तापमान में गिरावट हुई है।

मौसम विभाग ने अगले दो तीन दिनों में तापमान में एक से दो डिग्री गिरावट की संभावना जताई है। सुबह और शाम में हल्की ठंड महसूस होगी जबकि दोपहर में गर्मी का एहसास होगा। भागलपुर में मौसमी प्रभाव से 23 एवं 24 अक्टूबर को आसमान में हल्के बादल छाए रहेंगे। 25 अक्टूबर को जिले के कुछ स्थानों पर हल्की बारिश होने की संभावना है। मौसम में बदलाव के कारण दशहरा में पटना समेत अन्य जिलों में आंशिक बादल छाए रहेंगे जबकि कुछ जगहों पर हल्की बूंदाबादी भी हो सकती है।

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पटना, 21 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार के नालंदा में हिलसा रेलवे स्टेशन के पास शनिवार को एक बड़ा रेल हादसा होने से टल गया। यहां एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनें आमने-सामने आ गईं लेकिन ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ दिखाई और तुरंत ट्रेन को ब्रेक लगा दिया, जिससे अनहोनी टल गई। घटना के पीछे स्टेशन मास्टर की लापरवाही सामने आ रही है।

बताया गया है कि शनिवार को मगध एक्सप्रेस इस्लामपुर जाने के लिए हिलसा रेलवे स्टेशन के ट्रैक पर खड़ी थी। इस बीच इस्लामपुर की ओर से एक मालगाड़ी हिलसा स्टेशन पर पहुंच गई। एक ही ट्रैक पर दो ट्रेनों के आने के बाद दोनों गाड़ियों के पायलट ने समझदारी से काम लिया। मालगाड़ी के पायलट ने रफ्तार कम कर दी, जिससे दोनों ट्रेनों की टक्कर होने से बच गई। रेल यात्रियों और स्थानीय लोगों का कहना था कि यदि समय रहते ट्रेन के पायलट ने सूझबूझ का परिचय नहीं दिया होता तो सैकड़ों लोगों की जान जा सकती थी।

उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व ही पंडित दीनदयाल उपाध्याय और पटना रेलखंड पर बक्सर के रघुनाथपुर स्टेशन के पास नॉर्थ ईस्ट एक्सप्रेस हादसे की शिकार हो गई थी, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई थी जबकि कई लोग घायल हो गए थे।

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पटना (बिहार), 18 अक्टूबर (हि.स.)। तीन दिवसीय बिहार दौरे पर पटना पहुंचीं राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बापू सभागार में बुधवार को शाम में बिहार के चौथे कृषि रोड मैप का शुभारंभ करने के बाद सिक्खों के दसवें गुरु श्री गुरुगोविंद सिंह की जन्मस्थली पटना साहिब गुरुद्वारा पहुंचीं, जहां उन्होंने तख्त श्री हरिमंदिर में गुरु के दरबार में मत्था टेका।

मौके पर गुरुद्वारा प्रबंधक ने उन्हें उपहार स्वरूप सरोपा सौंपा। साथ ही उन्हें गुरुगोविंद सिंह का अस्त्र-शस्त्र भी दिखाया। राष्ट्रपति ने देश की तरक्की के साथ शांति और सद्भाव की कामना की। मुर्मू के साथ राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर भी मौजूद रहे। यहां आधा घंटा रुकने के बाद वे राजभवन चली गईं। राजभवन में राज्यपाल का रात्रि भोज है, जिसमें गण्यमान्य लोग भी शामिल होंगे। राष्ट्रपति राजभवन में ही रात्रि विश्राम करेंगी।

राष्ट्रपति के अगले दो दिनों का कार्यक्रम

19 अक्टूबर को राष्ट्रपति सुबह 9:15 बजे चौपर के माध्यम से मोतिहारी जाएंगी, जहां पूर्वाह्न 10:45 से 11:45 बजे तक महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। इसके बाद वे वापस पटना पहुंचेंगी और शाम 5:30 बजे पटना एम्स के दीक्षांत समारोह में हिस्सा लेंगी। कार्यक्रम के बाद वे राजभवन में रात्रि विश्राम करेंगी। अगले दिन 20 अक्टूबर को वे गया जाएंगी, जहां दक्षिण बिहार केंद्रीय विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में शामिल होंगी। इस कार्यक्रम में शामिल होने के बाद मुर्मू गया से ही दिल्ली के लिए रवाना हो जाएंगी।

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पटना (बिहार), 18 अक्टूबर (हि.स.)। तीन दिवसीय दौरे पर बिहार पहुंची राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार को पटना स्थित तख्त श्री हरमंदिर गुरुद्वारा से लौटते समय प्रोटोकॉल को तोड़ते हुए आम लोगों से मिलीं। उनके यकायक गाड़ी से बाहर आने पर सुरक्षा में तैनात सभी अधिकारी और जवान हैरान हो गए। द्रौपदी मुर्मू ने आम लोगों से मुलाकात कर उनके अभिवादन को स्वीकार किया।

तख्त श्री हरमंदिर गुरुद्वारा से लौटते समय यकायक राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कारकेड को रुकने का इशारा किया। फिर खुद गाड़ी से उतर कर सड़क के पास मौजूद स्थानीय लोगों के बीच पहुंच गई और उनका अभिवादन स्वीकार किया। राष्ट्रपति ने वहां खड़े लोगों के साथ बच्चों से भी मुलाकात की। राष्ट्रपति गाड़ी से उतरकर लगभग 100 मीटर तक पैदल चलती रहीं।

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पटना, 16 अक्टूबर (हि.स.)। बिहार विधानमंडल के शीतकालीन सत्र की तारीखों का एलान सोमवार को कर दिया गया। बिहार विधानमंडल का पांच दिवसीय शीतकालीन सत्र होगा आगामी 6 नवम्बर से बिहार विधानमंडल का शीतकालीन सत्र शुरू होगा जो 10 नवंबर तक चलेगा। इस सत्र के दौरान पांच बैठकें होंगी।

पांच दिनों तक चलने वाले शीतकालीन सत्र के दौरान सरकार कई प्रस्तावों को पास करेगी। इस दौरान जातीय गणना से जुड़े प्रस्ताव भी सरकार दोनों सदनों से पास कराएगी। इसको लेकर विधानमंडल की दोनों सदनों में चर्चा कराई जाएगी।

उल्लेखनीय है कि जातीय गणना के आंकड़ों पर उठ रहे सवाल पर पिछले दिनों मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि वे जातीय गणना की रिपोर्ट को सदन में रखेगे और इसपर चर्चा के बाद सभी की राय जानने के बाद सरकार इसपर निर्णय लेगी और इसके बाद ही आरक्षण का दायरा बढ़ाने को लेकर फैसला लिया जाएगा।

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