New Delhi: भारतीय जनता पार्टी ने बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण लिए अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है.

भाजपा ने सारण के 5 सीटों पर प्रत्याशियों की सूची की है. उनमें छपरा से डॉ सीएन गुप्ता, तरैया से जनक सिंह, सोनपुर से विनय सिंह, अमनौर से कृष्ण कुमार मंटू और गरखा से ज्ञानचंद मांझी को टिकट दिया है.

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Chhapra: सम्पूर्ण क्रांति का आह्वान कर विद्यार्थियों को जोड़ने वाले जयप्रकाश नारायण को उनकी जयंती पर विधायक डॉ सी एन गुप्ता ने जन्मस्थली सिताबदियारा में श्रद्वांजलि दी.

डॉ सी एन गुप्ता ने सिताबदियारा में जेपी के जन्मभूमि पर उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए कहा कि लोकनायक ने 1970 के दशक में हमारे लोकतंत्र की राजनीतिक दिशा बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उनकी विचारधारा हमारे लोकतंत्र को मजबूती प्रदान करने वाला स्तंभ है. जेपी जीवन पर्यंत लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा एवं भ्रष्टाचार से लड़ते रहे. वे युवाओं के प्रेरणा श्रोत रहे.

New Delhi: भारतीय जनता पार्टी ने विभिन्न राज्यों में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की लिस्ट जारी की है.

पार्टी ने छतीसगढ़, गुजरात, झारखंड, मणिपुर और ओडिसा में होने वाले विधानसभा उपचुनाव के लिए अपने प्रत्याशियों की सूची जारी की है.

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• 6 लाख से अधिक बच्चों को पिलाई जाएगी पोलियो की खुराक
• कोविड-19 से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का होगा पालन

• जिला व प्रखंड स्तर पर होगी अभियान की मॉनिटरिंग

Chhhapra: जिले में पांच दिवसीय पल्स पोलियो अभियान की शुभारंभ रविवार को की गई। सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा व जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाकर अभियान की शुरुआत की। इस मौके पर सीएस ने कहा कि पल्स पोलियो अभियान के दौरान शून्य से पांच वर्ष तक के बच्चों को पोलियो की खुराक पिलायी जाएगी। इसमें कोई बच्चा छूटने न पाए, क्योंकि पोलियो की बीमारी बेहद गंभीर है। इस पर नियंत्रण सिर्फ पोलियो की ड्रॉप्स पिलाकर ही पाया जा सकता है। इसलिए, समाज के हर व्यक्ति का यह कर्तव्य है कि वह अपने बच्चों को पोलियो की खुराक हर हाल में पिलाएं। इसमें टीम घर-घर जाकर लक्षित बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाएगी। टीम को अभियान का लक्ष्य निर्धारित दिवसों के भीतर पूरा करना होगा। इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा, अस्पताल उपाधीक्षक राम इकबाल प्रसाद, जिला स्वास्थ समिति के डीपीएम अरविंद कुमार, डीसीएम बृजेंद्र कुमार सिंह, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डब्ल्यूएचओ के सीएमओ डॉ रंजितेश कुमार, यूनिसेफ के के एसएमसी आरती त्रिपाठी, डीएमएन्डई भानु शर्मा, अस्पताल प्रबंधक राजेश्वर प्रसाद समेत अन्य मौजूद थे।

अपने बच्चों को जरूर पिलाई पोलियो की खुराक

इस मौके पर जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार शर्मा ने आम जनों से अपील करते हुए कहा कि इस खतरनाक बीमारी से बच्चों को बचाने का एकमात्र उपाय है कि पोलियो रोधी दवा की दो बूंदें बच्चों को अवश्य पिलाई जाए। उन्होंने अभिभावकों से अपील की कि जीरो से पांच वर्ष तक की आयु के हर बच्चे को पोलियो से बचाव की दवा पिलवाना सुनिश्चित करें। पोलियो एक जानलेवा बीमारी भी है। इसको समाप्त करने में आम आदमी का कर्तव्य है कि वह स्वास्थ्य विभाग की टीमों का सहयोग करे।

6 लाख से अधिक बच्चों को दी जाएगी पोलियो की खुराक 

यूनिसेफ के जिला समन्वयक आरती त्रिपाठी ने बताया कि जिले में 6 लाख 2 हजार 478 बच्चो को पोलियो की खुराक घर-घर जाकर पिलाई जाएगी इसके लिए टीम का गठन कर लिया गया है। जिले में कुल 6 लाख 42 हजार 234 घरों को लक्षित किया गया है। सभी टीम को निर्देश दिया गया है कि लक्ष्य के अनुरूप कार्य करें।

ये टीम करेंगी काम

डोर टू डोर: 1471
ट्रांजिट टीम: 298
मोबाइल टीम: 43
सुपरवाइजर: 545
लक्षित घर: 642234
लक्षित बच्चे: 602478

इन स्थानों पर रहेगी विशेष नजर

डब्ल्यूएचओ के एसएमओ डॉ रंजितेश कुमार ने बताया कि अभियान के दौरान दूरदराज के क्षेत्र ईट भट्ठा प्रवासी एवं भ्रमण शील आबादी वाले क्षेत्र पर विशेष रूप से ध्यान दिया जाएगा । यहां के बच्चे पोलियो की खुराक लेने से वंचित ना रहे इसके लिए विशेष निगरानी दल गठित किया जाएगा।

कोविड-19 से बचाव के लिए जारी प्रोटोकॉल का करना होगा पालन

पोलियो अभियान के दौरान सभी टीकाकर्मी दल को आवश्यक मात्रा में मास्क, ग्लब्स एवं सैनिटाइजर उपलब्ध कराया गया है। अभियान के दौरान सभी कर्मियों को कोविड-19 से बचाव के लिए जारी दिशानिर्देशों का अनिवार्य रूप से पालन करना आवश्यक है। सभी कर्मियों को मास्क का प्रयोग, ग्लब्स, सैनिटाइजर का प्रयोग करने के लिए दिशा निर्देश दिया गया है।

Chhapra: युवा राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश उपाध्यक्ष सुनील कुमार राय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. इसके साथ ही उन्होंने विधानसभा चुनाव में निर्दलीय उतरने की घोषणा भी कर दी है.

रविवार को अपने कार्यालय में प्रेसवार्ता के दौरान उन्होंने कहा कि अपने पद से इस्तीफा देकर निर्दलीय चुनाव लड़ने जा रहें है. 13 अक्टूबर को अपना नामांकन दाखिल करेंगे.

उन्होंने कहा कि पार्टी के द्वारा समर्पित कार्यकर्ताओं पर ध्यान नही दिया जा रहा है. जिनको पार्टी ने टिकट दिया है वे व्यक्ति 4 साल में चौथे बार चुनाव लड़ने जा रहे है. जनता उनको पहले ही नकार दिया है. उन्होंने कहा कि छपरा को मशरक नही बनने देंगे. इस लिए चुनाव मैदान में उतर रहें है. श्री राय ने कहा कि चुनाव में मुद्दा जाम, जलजमाव, शिक्षा और जनता को बेहतर स्वास्थ्य व्यवस्था उपलब्ध करवाना होगी.

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर राजकीय रेलवे पुलिस ने बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट ट्रेन से एसी कोच से 19 लाख 50 हजार चार सौ रुपए के साथ दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया. इस मामले में मधुबनी जिले के परिहारपुर निवासी दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है. जबकि कोच से लावारिस हालत में 14 किलो 300 ग्राम गांजा बरामद किया गया.

रेल पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी ट्रेनों में जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है. इसके अलावा सभी रेल थाने की पुलिस भी जांच कर रही है. छपरा जंक्शन पर जांच के दौरान रेलवे पुलिस को यह सफलता मिली. बरामद कैश के बारे में गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा कोई भी कागजात नहीं दिया गया. गिरफ्तार व्यक्तियों ने रेल पुलिस को बताया है कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के व्यवसाई हैं और दिल्ली से सामान लाने के लिए जा रहे थे, हालांकि उनके पास कैश और सामान से संबंधित कोई कागजात नहीं मिला है.

छापेमारी दल में इंस्पेक्टर हेमंत कुमार के अलावा इंस्पेक्टर के के सिंह, छपरा रेल थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, दिनेश कुमार साहू और अन्य पदाधिकारी शामिल थे. गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों में सौरव कुमार झा तथा वरुण कांत सत्यम शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, किसके साथ गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. जबकि लावारिस हालत में गांजा की बरामदगी के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और इस मामले में फरार गांजा के तस्कर को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है.

Chhapra: पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा जंक्शन पर राजकीय रेलवे पुलिस ने बिहार संपर्क क्रांति सुपर फास्ट ट्रेन से एसी कोच से 19 लाख 50 हजार चार सौ रुपए के साथ दो व्यक्तियों को रविवार को गिरफ्तार कर लिया. जबकि उसी कोच से लावारिस हालत में 14 किलो 300 ग्राम गांजा बरामद किया गया. इस मामले में मधुबनी जिले के परिहारपुर निवासी दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है.

रेल पुलिस इंस्पेक्टर हेमंत कुमार ने बताया कि बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी ट्रेनों में जांच के लिए स्पेशल टीम का गठन किया गया है. इसके अलावा सभी रेल थाने की पुलिस भी जांच कर रही है. छपरा जंक्शन पर जांच के दौरान रेलवे पुलिस को यह सफलता मिली. बरामद कैश के बारे में गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा कोई भी कागजात नहीं दिया गया. गिरफ्तार व्यक्तियों ने रेल पुलिस को बताया है कि वह इलेक्ट्रॉनिक्स सामानों के व्यवसाई हैं और दिल्ली से सामान लाने के लिए जा रहे थे, हालांकि उनके पास कैश और सामान से संबंधित कोई कागजात नहीं मिला है.

छापेमारी दल में इंस्पेक्टर हेमंत कुमार के अलावा इंस्पेक्टर के के सिंह, छपरा रेल थानाध्यक्ष धर्मेंद्र कुमार, दिनेश कुमार साहू और अन्य पदाधिकारी शामिल थे. गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों में सौरव कुमार झा तथा वरुण कांत सत्यम शामिल हैं. उन्होंने बताया कि इस मामले में दो अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, किसके साथ गिरफ्तार किए गए दोनों व्यक्तियों के खिलाफ आदर्श चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन के आरोप में लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम की सुसंगत धारा के तहत प्राथमिकी दर्ज की जा रही है. जबकि लावारिस हालत में गांजा की बरामदगी के मामले में अलग से प्राथमिकी दर्ज की जा रही है और इस मामले में फरार गांजा के तस्कर को गिरफ्तार करने के लिए संभावित ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है.

Chhapra: अखिल भारतीय विधार्थी परिषद् , छपरा नगर इकाई द्वारा लोकनायक जयप्रकाश नारायण जयंती के उपलक्ष्य पर छपरा नगर के स्थानीय वरिष्ठ नागरिक कल्याण समिति सह शाह बनवारी लाल सरोवर परिसर, गुदरी में स्वच्छता अभियान चलाया गया. इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य ऐसे महापुरुषों के द्वारा समाज व राष्ट्र हित में किए गए उनके योगदान को याद कर वर्तमान पिढी को एक दुसरे के साथ जोड़कर समाज व राष्ट्र के प्रति सजग कर रचनात्मक व सृजनात्मक कार्य के लिए प्रेरित करना है.

अभाविप के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. कुमार मोती एवं वर्तमान विभाग प्रमुख डॉ. राजेश सिंह ने कहा कि जयप्रकाश नारायण जयंती के उपलक्ष्य पर स्वच्छता अभियान चलाया जाना ऐसे महापुरुषों लिए सच्ची श्रद्धांजलि है ओर अभाविप सदैव भारत के हर महापुरुषों की जयंती या पुण्यतिथि पर अपने कार्यक्रम के माध्यम से समाज में सकारात्मक संदेश देने का काम करती है.

इस स्वच्छता अभियान में छात्र नेता शुभम यादव, अमर पांडेय, रितेश कुमार, विशाल कनोदिया, राकेश रौशन, प्रशांत सिंह, रत्नेश कुमार, जिला संगठन मंत्री अभिमन्यु कुमार व वरिष्ठ कार्यकर्ता राजीव तिवारी, रंजन यादव, विनोद राज, मुन्नु सिंह, चिक्कु सिंह सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे.

बनियापुर: आगामी विधान सभा चुनाव की तिथि घोषित होने के बाद प्रशासन कमर कसते दिख रहा है. शांतिपूर्ण व निष्पक्ष चुनाव को लेकर बनियापुर में 37 सेक्टर मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है. तैनाती के बाद से ही सेक्टर मजिस्ट्रेट मतदान केंद्रों पर घूमना शुरू कर दिए हैं.

बीडीओ सुदामा प्रसाद सिंह ने बताया कि क्षेत्र में मतदाताओं को प्रभावित करने वाले व डराने धमकाने वालों के विषय में गुप्त रूप से जानकारी इक्कट्ठे किये जा रहे हैं. ऐसे लोगो को चिह्नित कर इनके विरुद्ध कार्रवाई किया जाएगा. वहीं चुनाव के दौरान अफवाहें फैलाने वाले तत्वों पर भी प्रशासन की पैनी नजर रहेगी. सोशल मीडिया व सोशल साईट्स पर अभी से ही नजर रखी जा रही है.

पच्चास प्रतिशत मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील बनियापुर में विधानसभा क्षेत्र में मशरक तथा बनियापुर प्रखण्ड शामिल हैं. बनियापुर में कुल 39 पंचायत हैं. इनमें बनियापुर में 22 पंचायत तथा मशरक में 17 पंचायत है.

मशरक में इसबार 208 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. कोविड 19 को लेकर 63 नए मतदान केंद्र बनाए गए हैं. पहले 145 केंद्र ही थे. वहीं बनियापुर में 258 मतदान केंद्र बनाए गए हैं. जिनमें 82 नए मतदान केंद्र शामिल है. पहले 176 मतदान केंद्रों पर ही मतदान होते रहे हैं. इनमें 50 प्रतिशत मतदान केंद्र अतिसंवेदनशील घोषित किये गये हैं. अतिसंवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस बल की चौकसी बढ़ाई जाएगी.

Chhapra: भारत रत्न लोकनायक जय प्रकाश नारायण की 118वीं जयंती पर उन्हें आज याद किया जा रहा है.

‘लोक नायक’ के नाम से मशहूर जयप्रकाश नारायण एक भारतीय स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक और राजनेता थे. उन्हें मुख्यतः 1970 में इंदिरा गांधी के विरुद्ध विपक्ष का नेतृत्व करने के लिए जाना जाता है. भारत सरकार ने उन्हें सन 1998 में मरणोपरांत देश के सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘भारत रत्न’ से नवाजा. सन 1965 में उन्हें समाज सेवा के लिए ‘मैगसेसे’ पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया. वर्ष 1957 में उन्होंने राजनीति छोड़ने का निर्णय लिया पर 1960 के दशक के अंत में वे राजनीति में पुनः सक्रिय रहे. जे.पी. इंदिरा गांधी की प्रशासनिक नीतियों के विरुद्ध थे और गिरते स्वास्थ्य के बावजूद उन्होंने 1977 में विपक्ष को एकजुट कर इंदिरा गांधी को चुनाव में हरा दिया.

नज़र डालते है लोकनायक के जीवन पर

जयप्रकाश नारायण का जन्म 11 अक्टूबर 1902 को बिहार के सारण जिले के सिताबदियारा गाँव में हुआ. उनके पिता का नाम हर्सुल दयाल श्रीवास्तव और माता का नाम फूल रानी देवी था. वो अपनी माता-पिता की चौथी संतान थे. जब जयप्रकाश 9 साल के थे तब वो अपना गाँव छोड़कर कॉलेजिएट स्कूल में दाखिला लेने के लिए पटना चले गए. स्कूल में उन्हें सरस्वती, प्रभा और प्रताप जैसी पत्रिकाओं को पढने का मौका मिला. उन्होंने भारत-भारती, मैथिलीशरण गुप्त और भारतेंदु हरिश्चंद्र के कविताओं को भी पढ़ा. इसके अलावा उन्हें ‘भगवत गीता’ पढने का भी अवसर मिला.

1920 में जब जयप्रकाश 18 वर्ष के थे तब उनका विवाह प्रभावती देवी से हुआ. विवाह के उपरान्त जयप्रकाश अपनी पढाई में व्यस्त थे इसलिए प्रभावती को अपने साथ नहीं रख सकते थे इसलिए प्रभावती विवाह के उपरांत कस्तूरबा गांधी के साथ गांधी आश्रम मे रहीं. मौलाना अबुल कलाम आजाद के भाषण से प्रभावित होकर उन्होंने पटना कॉलेज छोड़कर ‘बिहार विद्यापीठ’ में दाखिला ले लिया. बिहार विद्यापीठ में पढाई के पश्चात सन 1922 में जयप्रकाश आगे की पढ़ाई के लिए अमेरिका चले गए. अमेरिका जाकर उन्होंने जनवरी 1923 में बर्कले विश्वविद्यालय में दाखिला लिया. अमेरिका में अपनी पढाई का खर्चा उठाने के लिए उन्होंने खेतों, कंपनियों, रेस्टोरेन्टों इत्यादि में कार्य किया. इसी दौरान उन्हें श्रमिक वर्ग के परेशानियों का ज्ञान हुआ और वे मार्क्स के समाजवाद से प्रभावित हुए. इसके पश्चात उन्होने एम.ए. की डिग्री हासिल की पर पी.एच.डी पूरी न कर सके क्योंकि माताजी की तबियत ठीक न होने के कारण उन्हें भारत वापस लौटना पड़ा.

जयप्रकाश नारायण जब 1929 में अमेरिका से लौटे तब स्वतंत्रता संग्राम तेज़ी पर था. धीरे-धीरे उनका संपर्क जवाहर लाल नेहरु और महात्मा गाधी से हुआ और वो स्वतंत्रता संग्राम का हिस्सा बने. 1932 मे सविनय अवज्ञा आन्दोलन के दौरान जब गांधी, नेहरु समेत अन्य महत्वपूर्ण कांग्रेसी जेल चले गए तब उन्होने भारत के अलग-अलग हिस्सों मे आन्दोलन को दिशा दी. ब्रिटिश सरकार ने अन्ततः उन्हें भी मद्रास में सितंबर 1932 मे गिरफ्तार कर लिया गया और नासिक जेल भेज दिया. नासिक जेल में उनकी मुलाकात अच्युत पटवर्धन, एम. आर. मासानी, अशोक मेहता, एम. एच. दांतवाला, और सी. के. नारायणस्वामी जैसे नेताओं से हुई। इन नेताओं के विचारों ने कांग्रेस सोसलिस्ट पार्टी (सी.एस.पी) की नींव रखी. जब कांग्रेस ने 1934 मे चुनाव मे हिस्सा लेने का फैसला किया तब कांग्रेस सोसलिस्ट पार्टी ने इसका विरोध किया.

द्वितीय विश्वयुद्ध के दौरान उन्होंने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ आंदोलन का नेतृत्व किया और ऐसे अभियान चलाये जिससे सरकार को मिलने वाला राजस्व रोका जा सके. इस दौरान उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया और 9 महीने की कैद की सज़ा सुनाई गई. उन्होने गांधी और सुभाष चंद्र बोस के बीच मतभेदों को सुलझाने का प्रयास भी किया. सन 1942 में ‘भारत छोडो’ आंदोलन के दौरान वे हजारीबाग जेल से फरार हो गए थे.

आजादी के बाद कई सरकारों ने घोटाले और षड़यंत्र किए जिनसे देश और समाज का बहुत नुकसान हुआ. देश में महंगाई, भ्रष्टाचार और बेरोजगारी व्याप्त थी ऐसे समय में जय प्रकाश नारायण ने आगे आकर युवाओं के माध्यम से जनता को एकत्रित किया. उन्होंने कहा ये सारी समस्याएं तभी दूर हो सकती हैं, ‘जब सम्पूर्ण व्यवस्था बदल दी जाए और सम्पूर्ण व्यवस्था के परिवर्तन के लिए क्रान्ति-’सम्पूर्ण क्रान्ति’ आवश्यक है।” उनके अहिंसावादी आंदोलन की सूरत को देखकर कुछ लोगों ने उन्हें आजाद भारत के गांधी की उपाधि दी थी.

जे.पी. आन्दोलन बिहार से शुरू होकर पूरे भारत में कब फैल गया पता ही नहीं चला. जे.पी. एक जमाने में कांग्रेस के सहयोगी थे लेकिन आजादी के लगभग दो दशक बाद आई इंदिरा गांधी सरकार के भ्रष्ट व अलोकतांत्रिक तरीकों ने उन्हें कांग्रेस और इंदिरा के विरोध में खड़ा कर दिया. इसी बीच सन 1975 में अदालत में इंदिरा गांधी पर चुनावों में भ्रष्टाचार का आरोप साबित हो गया और जयप्रकाश ने विपक्ष को एकजुट कर उनके इस्तीफे की मांग की. इसके परिणामस्वरूप प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने राष्ट्रीय आपातकाल लागू कर दिया और जे.पी. समेत हजारों विपक्षी नेताओं को गिरफ़्तार कर लिया.

जनवरी 1977 को इंदिरा गाँधी सरकार ने आपातकाल हटाने का फैसला किया. मार्च 1977 में चुनाव हुए और लोकनायक के “संपूर्ण क्रांति आदोलन” के चलते भारत में पहली बार गैर कांग्रेसी सरकार बनी.

आन्दोलन के दौरान ही उनका स्वास्थ्य बिगड़ना शुरू हो गया था. आपातकाल में जेल में बंद रहने के दौरान उनकी तबियत अचानक 24 अक्टूबर 1976 को ख़राब हो गयी और 12 नवम्बर 1976 को उन्हें रिहा कर दिया गया. मुंबई के जसलोक अस्पताल में जांच के बाद पता चला की उनकी किडनी ख़राब हो गयी थी जिसके बाद वो डायलिसिस पर ही रहे. जयप्रकाश नारायण का निधन 8 अक्टूबर, 1979 को पटना में मधुमेह और ह्रदय रोग के कारण हो गया.

•अंतर्राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर परामर्श शिविर का हुआ आयोजन

• मानसिक तनाव से बचने के बारे में दी गई जानकारी

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर जिले के सदर अस्पताल में मानसिक स्वास्थ्य जांच व परामर्श शिविर का आयोजन किया गया। जिसका शुभारंभ सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने किया । तनावग्रस्त जीवनशैली एवं बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए इसके प्रति जागरूकता पैदा करने और इससे बचने के उपायों पर विचार करने के उद्देश्य से हर साल 10 अक्टूबर को पूरे विश्व में ”अंतर्राष्ट्रीय मानसि‍क स्वास्थ्य दिवस” के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर जनमानस में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी जागरूकता एवं चिकित्सकीय परामर्श शिविर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान अस्पताल में आने वाले मरीजों को मानसिक तनाव से बचने के बारे में जानकारी दी गई तथा विशेष रूप से उनकी काउंसलिंग की गई। इस मौके पर सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने कहा कि यह बात हर किसी को हर दिन याद रखनी चाहिए कि तनाव किसी भी समस्या का हल नहीं होता बल्कि कई अन्य समस्याओं को जन्म देता है। उदाहरण के लिए तनाव आपको अत्यधिक सिरदर्द, माइग्रेन, उच्च या निम्न रक्तचाप, हृदय से जुड़ी समस्याओं से ग्रस्त करता है। यह आपका स्वभाव चिड़चिड़ा कर आपकी खुशी और मुस्कान को भी चुरा लेता है। इससे बचने के लिए तनाव पैदा करने वाले अनावश्यक कारणों को जीवन से दूर करना जरूरी ही नहीं अनिवार्य हो गया है।


मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बेहद जरूरी

सिविल सर्जन डॉ झा ने कहा कि भागदौड़ भरी जिंदगी में अनियमित जीवनशैली के कारण थकान होना आम बात है। शरीर की थकान जब शारीरिक बीमारी का कारण बनती है, तो हम दवाओं या अन्य उपायों के जरिए ठीक हो जाते हैं। वहीं, मानसिक थकान हमें मानसिक तौर पर बीमार कर सकती है। मानसिक तौर पर अस्वस्थ होने की ओर हमारा ध्यान नहीं जाता। कई बार पढ़ाई या काम के बोझ, रिश्ते में दरार, करियर को लेकर हमारी चिंता हमें तनाव देती है और यह लंबे समय तक रहा तो डिप्रेशन यानी अवसाद में तब्दील हो सकता है। ऐसे में मेंटल हेल्थ यानी मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरुकता बेहद जरूरी है। इस मौके पर एनसीडीओ डॉ एचसी प्रसाद, डीएस डॉ रामइकबाल प्रसाद, मानसिक रोग विशेषज्ञ डॉ राकेश कुमार, डीपीसी रमेश चंद्र कुमार, डीएमईओ भानु शर्मा, डीपीएम अरविंद कुमार, डॉ केएम दुबे, जीएनएम राज कन्या, एफएलसी प्रियंका कुमारी, राजीव गर्ग समेत अन्य मौजूद थे।


बैनर पोस्टर के माध्यम से किया गया जागरूक

इस मौके पर मानसिक तनाव से बचाव के बारे में लोगों को जागरूक किया गया तथा आवश्यक परामर्श दिया गया। स्वास्थ्य संस्थानों पर बैनर-पोस्टर, हैंडबील, पम्पलेट के माध्यम से कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जागरूकता अभियान चलाया गया।

24×7 घंटे उपलब्ध है नि:शुल्क मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा

जिला स्वास्थ्य समिति डीपीसी रमेश चंद्र कुमार ने बताया वैश्विक महामारी कोरोना संकट के बीच आमजनों को मानसिक तनाव से दूर रखने व इससे बचाव के लिए कई प्रयास किये जा रहे है। स्वास्थ्य विभाग के 24×7 मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श की सुविधा उपलब्ध करायी गयी है। टॉल फ्री नंबर- 104 पर डायल कर मानसिक स्वास्थ्य संबंधित परामर्श ले सकते है। इसके अलावां नजदीक स्वास्थ्य केंद्रों पर परामर्श की सुविधा उपलब्ध है।

कोरोना महामारी के बीच ये लक्षण दिखें तो ले सलाह

• स्पष्ट रूप से सोचने और दैनिक कार्यकलापों को करने में कठिनाई
• बार-बार एवं गलत, नकारात्मक विचारों को आना
• आदत, मन एवं एकाग्रता में अचानक परिवर्तन का होना
• वैसी चीजों को देखना और सुनना जो आस-पास मौजूद नहीं हो
• आत्महत्या का विचार आना अथवा आत्महत्या करने का प्रयास करना
• क्रोध, भय, चिंता, अपराध बोल, उदासी या खुशी की लगातार अनुभूति
• बिना चिकित्सीय सलाह के औषधियों का अत्यधिक सेवन

Chhapra: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग द्वारा दूसरे चरण की अधिसूचना जारी कर दी गयी है. इसके साथ ही सारण के 10 सीटों समेत 94 सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो गयी है. नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 16 अक्टूबर है.

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 नामांकन पत्रों की संवीक्षा 17 अक्टूबर को होगी. वही प्रत्याशी अपने नाम को 19 अक्टूबर तक वापस ले सकते है. मतदान 3 नवम्बर और मतगणना 10 नवम्बर को होगी. निर्वाचन प्रक्रिया 12 नवम्बर को पूरी हो जाएँगी. 

नामांकन को लेकर जिला प्रशासन द्वारा थाना चौक व नगरपालिका चौक पर बैरिकेडिंग की व्यवस्था की गई है. हालांकि इस बार कोविड19 को लेकर प्रत्याशी नामांकन में दो, चार पहिया वाहन से ज्यादा वाहन का प्रयोग नहीं कर सकेंगे.

विधानसभा चुनाव में नामांकन को लेकर समाहरणालय के आसपास के इलाकों में सुरक्षा के बंदोबस्त किये गए है. बेरिकेडिंग की गयी है. थाना चौक से नगरपालिका चौक जाने वाली सड़क पर ड्राप गेट लगाये गए है.

यहां देखें कहाँ होंगे किस विधानसभा क्षेत्र के नामांकन