नई दिल्ली, 6 जून (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि 22 अप्रैल को पहलगाम में हुआ आतंकी हमला सिर्फ निर्दोष लोगों पर नहीं, बल्कि इंसानियत और कश्मीरियत पर सीधा प्रहार था। पाकिस्तान की यह साजिश भारत में दंगे भड़काने और कश्मीर के मेहनतकश लोगों की आजीविका पर चोट करने की कोशिश थी, लेकिन जम्मू-कश्मीर के लोगों ने जिस एकता और साहस के साथ इसका जवाब दिया, वह पूरे देश और दुनिया के लिए एक स्पष्ट संदेश है। उन्होंने कहा कि यह वही आतंकवाद है जिसने घाटी के स्कूल जलाए, अस्पतालों को निशाना बनाया और दो पीढ़ियों का भविष्य तबाह किया। अब जम्मू-कश्मीर के युवाओं ने आतंकवाद को मुंहतोड़ जवाब देने का संकल्प ले लिया है।

पाकिस्तान, जो मानवता और पर्यटन दोनों का विरोधी है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कटरा स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में 46 हजार करोड़ रुपये की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन किया। प्रधानमंत्री ने कहा कि पहलगाम हमले से राज्य में विकास का वातावरण डिगने वाला नहीं है। विकास की हर बाधा को पहले ‘मोदी’ का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि आज जम्मू-कश्मीर के युवा बड़े सपने देख रहे हैं और उन्हें पूरा भी कर रहे हैं। बाजार, मॉल और सिनेमा हॉल फिर से जीवंत हो रहे हैं। लोग चाहते हैं कि कश्मीर एक बार फिर फ़िल्म शूटिंग और खेलों का केंद्र बने। पर्यटन न सिर्फ लोगों को जोड़ता है, बल्कि रोज़गार भी पैदा करता है, लेकिन पाकिस्तान, जो मानवता और पर्यटन दोनों का विरोधी है, कश्मीर के पर्यटन और गरीबों की आजीविका को निशाना बना रहा है।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया।

प्रधानमंत्री ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश दिया। उन्होंने कहा, “आज 6 जून है। संयोग से ठीक एक महीने पहले, आज की ही रात पाकिस्तान के आतंकियों पर कयामत बरसी थी। अब पाकिस्तान कभी भी ऑपरेशन सिंदूर का नाम सुनेगा तो उसे अपनी शर्मनाक शिकस्त याद आएगी। पाकिस्तानी फौज और आतंकियों ने कभी नहीं सोचा था कि भारत, पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों पर इस तरह वार करेगा। वर्षों की मेहनत से उन्होंने आतंक की जो इमारतें बनाई थीं, वो कुछ ही मिनटों में खंडहर बन गईं।”

उन्होंने कहा कि चिनाब और अंजी पुल भारत की इंजीनियरिंग शक्ति का प्रतीक हैं। ये दुर्गम पहाड़ियों में बने हैं और अब पर्यटन, व्यापार और स्थानीय उद्योगों के लिए रीढ़ साबित होंगे। उधमपुर-श्रीनगर-बारामुला रेल परियोजना जम्मू-कश्मीर की नई पहचान और भारत की नई शक्ति का प्रतीक बन गई है। हाल ही में जम्मू-कश्मीर को दो नई वंदे भारत ट्रेनें और 46 हजार करोड़ रुपये की विकास परियोजनाएं प्राप्त हुई हैं, जो क्षेत्र को नई गति देंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जम्मू और श्रीनगर में अब आईआईटी, आईआईएम, एम्स और एनआईटी जैसे प्रतिष्ठित संस्थान मौजूद हैं। पिछले पाँच वर्षों में सात नए मेडिकल कॉलेज शुरू किए गए हैं और एमबीबीएस सीटों की संख्या 500 से बढ़कर 1300 हो गई है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि रियासी ज़िले को शीघ्र ही एक नया मेडिकल कॉलेज मिलेगा, जिससे स्वास्थ्य सुविधाएं और बेहतर होंगी।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा-नीत राजग सरकार के 11 वर्ष गरीबों के कल्याण को समर्पित रहे हैं। इन वर्षों में 25 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से बाहर निकले हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के माध्यम से चार करोड़ गरीब परिवारों को पक्के मकान मिले हैं। जो लोग दलितों और पिछड़ों के नाम पर राजनीति करते हैं, उन्हें उनकी सरकार की योजनाओं में लाभ पाने वालों को देखना चाहिए- ये वही दलित, आदिवासी और पिछड़े वर्ग हैं, जो पहले झोपड़ियों और जंगलों में जीवन बिताते थे।

इसके पहले प्रधानमंत्री ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब नदी पर बने दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे ब्रिज का उद्घाटन किया। उन्होंने अंजी पुल का भी उद्घाटन किया। इसके साथ-साथ प्रधानमंत्री ने कटरा रेलवे स्टेशन से कटरा और श्रीनगर को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को भी हरी झंडी दिखाई।

केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी ने किए भगवान बदरीविशाल के दर्शन

गोपेश्वर: केंद्रीय लघु मध्यम उद्योग एवं उद्यमिता विकास मंत्री जीतन राम मांझी पारिवारिकजनों के साथ शुक्रवार को बदरीनाथ धाम पहुंचे। यहां उन्होंने भगवान बदरीविशाल की पूजा अर्चना कर देश खुशहाली की कामना की।

केंद्रीय मंत्री जीतन के बदरीनाथ धाम पहुंचने पर बीकेटीसी, जिला प्रशासन और तीर्थ पुरोहित समाज ने उनका स्वागत कर मंदिर में वेद पाठ पूजा संपन्न करवाई। दर्शन के पश्चात बीकेटीसी मुख्य कार्याधिकारी विजय प्रसाद थपलियाल ने केंद्रीय मंत्री का स्वागत किया और उन्हें भगवान बदरीविशाल का प्रसाद भेंट किया। केंद्रीय मंत्री ने मुख्य कार्याधिकारी से श्री बदरीनाथ-केदारनाथ यात्रा व्यवस्थाओं के बाबत जानकारी ली। मुख्य कार्याधिकारी ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि अभी तक 14 लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ और केदारनाथ धाम के दर्शन कर चुके हैं।

इसमें से छह लाख से अधिक तीर्थयात्रियों ने श्री बदरीनाथ धाम के दर्शन किये हैं। तीर्थयात्रियों के लिए सरल सुगम दर्शन व्यवस्था की गयी है। बीकेटीसी मीडिया प्रभारी डा. हरीश गौड़ ने बताया कि केंद्रीय मंत्री ने उत्तराखंड सरकार एवं मंदिर समिति की ओर से की गई यात्रा व्यवस्थाओं की सराहना की।

इस अवसर बदरीनाथ धाम प्रभारी अधिकारी विपिन तिवारी, डिमरी पंचायत उपाध्यक्ष भास्कर डिमरी, धर्माधिकारी राधाकृष्ण थपलियाल, मंदिर अधिकारी राजेंद्र चौहान, वेदपाठी रविन्द्र भट्ट, ईओ नगर पंचायत सुनील पुरोहित आदि मौजूद रहे।

एनबीई को 3 अगस्त को नीट पीजी की परीक्षा एक ही शिफ्ट में कराएगा, सुप्रीम कोर्ट ने दी अनुमति

नई दिल्ली: नेशनल बोर्ड ऑफ एग्जामिनेशन (एनबीई) अब 3 अगस्त को नीट पीजी की परीक्षा एक ही शिफ्ट में कराएगा। सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस प्रशांत कुमार मिश्रा की अध्यक्षता वाली वेकेशन बेंच ने एनबीई को इसकी अनुमति दे दी है। इसके पहले सुप्रीम कोर्ट ने एक ही शिफ्ट में परीक्षा आयोजित कराने के आदेश दिए थे, जिसके बाद एनबीई ने 15 मई को दो शिफ्टों में होने वाली नीट पीजी की परीक्षा निरस्त कर दी थी।

जस्टिस विक्रम नाथ की अध्यक्षता वाली वेकेशन बेंच ने 30 मई को एनबीई को निर्देश दिया था कि वो नीट पीजी की परीक्षा दो शिफ्ट में नहीं ले और इस परीक्षा को एक ही शिफ्ट में आयोजित करने का प्रबंध करे। सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि दो शिफ्टों में परीक्षा आयोजित करना मनमाना फैसला है और इससे सबको समान अवसर नहीं मिलेंगे। दोनों शिफ्टों के प्रश्न पत्र एक ही किस्म के नहीं होंगे। ऐसे में परीक्षा एक ही शिफ्ट में होना उचित है।

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लोकशिकायत के द्वितीय अपील में सोनपुर के न्यू डायमंड मेडिकल हॉल की अनुज्ञप्ति की गई रद्द

जिला पदाधिकारी के द्वारा लोक शिकायत के द्वितीय अपील के 14 मामलों की सुनवाई करते हुए किया गया समाधान

बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम- 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता; सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहेंः जिला पदाधिकारी

chhapra : जिलाधिकारी अमन समीर के द्वारा आज कार्यालय कक्ष में बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 के तहत द्वितीय अपील में शिकायतों की सुनवाई की गई और शिकायत का निवारण किया गया।

जिला पदाधिकारी द्वारा आज लोक शिकायत के कुल 14 मामलों की सुनवाई की गई जिसमें 08 मामले में अंतिम रूप से आदेश पारित किया गया तथा शेष 06 मामले में पूर्ण प्रतिवेदन के साथ अगली तिथि पर लोक प्राधिकार को उपस्थित होने का निर्देश दिया गया।

आज की सुनवाई में एक द्वारा दायर परिवाद के आलोक में नरेंद्र कुमार सिंह, न्यू डायमंड मेडिकल हॉल, गोला बाजार, सोनपुर के दुकान का औषधि निरीक्षक से विस्तृत रूप से जांच कराया गया था। जाँच रिपोर्ट में कतिपय अनियमितता पाए जाने की पुष्टि के आधार पर उनका औषधी अनुज्ञप्ति संख्या – 24(SA)/2007, निर्गत तिथि 13.02.2007 से संबंधित प्रपत्र 20B तथा 21B को रद्द किया गया।

जिला पदाधिकारी अमन समीर ने कहा कि लोक शिकायतों का ससमय तथा गुणवत्तापूर्ण निवारण अत्यावश्यक है। लोक प्राधिकारों को तत्परता प्रदर्शित करनी होगी। उन्होंने कहा कि बिहार लोक शिकायत निवारण अधिकार अधिनियम, 2015 का सफल क्रियान्वयन प्रशासन की सर्वाेच्च प्राथमिकता है। सभी पदाधिकारी इसके लिए सजग, संवेदनशील तथा सक्रिय रहें।

पाकिस्तान पर भरोसा करना सबसे बड़ी भूल- पायलट

टोंक: पूर्व उपमुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने शुक्रवार को टोंक में मीडिया से बातचीत करते हुए पाकिस्तान के सीजफायर उल्लंघन और राज्य सरकार की कार्यप्रणाली पर तीखा बयान दिया। उन्होंने कहा कि सीजफायर की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान की ओर से गोलीबारी और बमबारी की गई, जो उनकी मंशा और विश्वसनीयता पर सवाल खड़े करता है।

पायलट ने कहा कि मैं तो पहले दिन से ही कह रहा हूं कि पाकिस्तान पर भरोसा करना सबसे बड़ी भूल है। जिस दिन सीजफायर हुआ, उसी दिन कुछ घंटों बाद ही फायरिंग और बमबारी की खबरें आईं। उनका कोई भरोसा नहीं है, वे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहले ही एक्सपोज हो चुके हैं।

उन्होंने कहा कि भारत को बहुत सावधानी से कदम उठाने की जरूरत है। उन्होंने पाकिस्तान से भारत की तुलना पर भी सवाल उठाते हुए कहा क‍ि भारत की अर्थव्यवस्था पाकिस्तान से 11 गुना बड़ी है, फिर भी बार-बार हमारी तुलना पाकिस्तान से की जाती है, जो पूरी तरह गलत है।

इसके साथ ही पायलट ने राज्य और केंद्र की भाजपा सरकार को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार सिर्फ धुआं फैला रही है। हमारी सरकार में शुरू की गई योजनाओं और कामों की ठीक से देखरेख तक नहीं हो रही है। यह दुखद है कि सरकार का सारा ध्यान सिर्फ दिल्ली के नेताओं को खुश करने और अपनी कुर्सी बचाने में लगा है।

पायलट ने कहा कि अफसरशाही हावी हो गई है, और सरकार में बैठे लोग भी बेबस हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता के संघर्ष में सरकार बंट चुकी है। अधिकारी अपनी मनमर्जी से काम कर रहे हैं। बड़े-बड़े पदों पर बैठे नेता भी अपने क्षेत्र में कुछ नहीं करवा पा रहे हैं।

जनता की नाराजगी पर बोलते हुए पायलट ने कहा कि लोगों को अब तीन साल और इसी सरकार को झेलना होगा, लेकिन कांग्रेस पर आज भी लोगों का भरोसा है। आने वाले समय में जनता का आशीर्वाद कांग्रेस को मिलेगा।

संसद के विशेष सत्र की मांग के बीच सरकार ने मानसून सत्र की तिथियां घोषित की

नई दिल्ली: ऑपरेशन ‘सिंदूर’ और बाद के घटनाक्रम पर संसद के विशेष सत्र आयोजित किए जाने की विपक्ष की मांग के बीच सरकार ने आज घोषणा की है कि आगामी मानसून सत्र 21 जुलाई से शुरू होकर 12 अगस्त तक चलेगा।

केंद्रीय मंत्रिमंडल की संसदीय मामलों की समिति ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में मानसून सत्र की तारीख पर मुहर लगाई। संसदीय कार्य मंत्री किरण रिजिजू ने बुधवार को पत्रकारों से बातचीत में इसकी जानकारी दी।

उल्लेखनीय है कि ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के बाद कल भी विपक्षी आईएनडीआई गठबंधन ने प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर इस मुद्दे पर संसद का विशेष सत्र बुलाए जाने की मांग दुहराई। आज सरकार की घोषणा से स्पष्ट है कि इस संबंध में कोई विशेष सत्र आयोजित नहीं होगा।

रिजिजू ने कहा है कि संसदीय नियमों के तहत सत्र के दौरान सभी विषयों पर चर्चा संभव है।

श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-गुवाहाटी-कटड़ा समर स्पेशल के फेरे बढ़े

मुरादाबाद: उत्तर रेलवे मुरादाबाद मण्डल वरिष्ठ मण्डल वाणिज्य प्रबन्धक आदित्य गुप्ता ने बुधवार को बताया कि यात्रियों की सुविधा काे देखते हुए मुरादाबाद रेलवे स्टेशन से होकर गुजरने वाली दो समर स्पेशल रेलगाड़ियों के फेरों में विस्तार किया गया है।

सीनियर डीसीएम ने बताया कि रेलगाड़ी संख्या 04606 श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा गुवाहाटी स्पेशल 30 मई तक के संचालन का विस्तार कर 6 जून से 11 जुलाई तक कुल छह फेरों का विस्तार किया गया है। इस गाड़ी का संचालन अवधि में प्रत्येक शुक्रवार को श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा स्टेशन से चलेगी। गाड़ी संख्या 04605 गुवाहाटी-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा स्पेशल केे लिए 2 जून तक संचालन में विस्तार देते हुए 9 जून से 14 जुलाई तक कुल 06 फेरों का विस्तार किया गया है। रेलगाड़ी संख्या 04606/04605 श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा-गुवाहाटी-श्री माता वैष्णो देवी कटड़ा स्पेशल का मुरादाबाद मंडल में मुरादाबाद, बरेली एवं शाहजहांपुर स्टेशन पर ठहराव रहेगा।

आरबीआई की एमपीसी बैठक शुरू, रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती संभव

नई दिल्ली: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की तीन दिवसीय द्विमासिक समीक्षा बैठक बुधवार को मुंबई में आरबीआई के गवर्नर संजय मल्‍होत्रा की अध्‍यक्षता में शुरू हो गई है। जानकारों का मानना है कि रिजर्व बैंक लगातार तीसरी बार नीतिगत दर रेपो रेट में 0.25 फीसदी की और कटौती कर सकता है।

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक मुंबई में शुरू हो गई है। छह सदस्यीय समिति गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता में हो रही बैठक के निर्णय की घोषणा शुक्रवार, 6 जून को करेगी। एक्‍सपर्ट कहा कहना है कि आरबीआई लगातार तीसरी बार नीतिगत ब्याज दरों रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती कर सकता है। इसकी वजह महंगाई दर में नरमी, आर्थिक वृद्धि दर को और बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित करने के लिए पर्याप्त अवसर प्रदान किया है, ताकि अमेरिकी टैरिफ से उत्पन्न वैश्विक अनिश्चितता के बीच विकास को बढ़ावा दिया जा सके।

आर्थिक मामलों के जानकारों को मानना है कि मौजूदा समय में महंगाई दर संतुलित स्थिति में है। रिजर्व बैंक ने तरलता की स्थिति को कई उपायों के माध्‍यम से काफी सहज बना दिया है। ऐसे में उम्मीद है कि आरबीआई 4-6 जून तक चलने वाली एमपीसी की बैठक में रेपो रेट में 0.25 फीसदी की कटौती का निर्णय ले सकती है। इसके अलावा इस बैठक में आरबीआई अपनी विकास दर और महंगाई दर के अनुमान को भी संशोधित कर सकता है। इसकी वजह देश में उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित खुदरा महुंगाई दर अप्रैल में घटकर छह साल के निचले स्तर पर आ गई है। मार्च में खुदरा महंगाई दर 3.34 फीसदी और फरवरी में 3.61 फीसदी रही थी।

उल्‍लेखनीय है कि रिजर्व बैंक ने चालू वित्‍त वर्ष 2025-26 की पहली और वित्‍त वर्ष 2024-25 की अंतिम एमपीसी की बैठक यानी इस वर्ष फरवरी और अप्रैल में लगातार दो बार प्रमुख ब्याज दर (रेपो रेट) में 0.25-0.25 फीसदी तक की कटौती की, जिससे यह 6.50 फीसदी से 6 फीसदी पर आ गई है। वित्त वर्ष 2024-25 में भारत की सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) ग्रोथ घटकर 6.5 फीसदी रह गई, जो पिछले वित्‍त वर्ष में 9.2 फीसदी थी। हालांकि, जनवरी-मार्च तिमाही में देश की अर्थव्यवस्था 7.4 फीसदी की विकास दर हासिल किया है, जो कि विश्लेषकों की अपेक्षा से अधिक था। वहीं महंगाई दर फिलहाल 4 फीसदी लक्ष्य के अंदर बनी हुई है।

प्रधानमंत्री मोदी 6 जून को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 6 जून को जम्मू-कश्मीर का दौरा करेंगे और 46,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं की सौगात देंगे। इसमें चिनाब पुल और अंजी पुल का उद्घाटन भी शामिल है, जो दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज और भारत का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है।

चिनाब पुल और अंजी पुल की विशेषताएं:

चिनाब पुल दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है, जो 1,315 मीटर लंबा है और भूकंप और हवा की स्थिति का सामना करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। अंजी पुल भारत का पहला केबल-स्टेड रेल ब्रिज है, जो चुनौतीपूर्ण इलाके में देश की सेवा करेगा।

वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें:

प्रधानमंत्री दो वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनों को हरी झंडी दिखाएंगे, जो कटरा और श्रीनगर के बीच चलेंगी। इन ट्रेनों से यात्रा करने में सिर्फ 3 घंटे लगेंगे, जिससे मौजूदा यात्रा समय में 2-3 घंटे की कमी आएगी।

अन्य विकास परियोजनाएं:

प्रधानमंत्री 46,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली कई विकास परियोजनाओं का शिलान्यास, उद्घाटन और राष्ट्र को समर्पित करेंगे। इन परियोजनाओं में शामिल हैं:

– उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेल लिंक परियोजना: यह परियोजना कश्मीर घाटी और देश के बाकी हिस्सों के बीच सभी मौसमों में निर्बाध रेल संपर्क स्थापित करती है।

– सड़क परियोजनाएं: प्रधानमंत्री विभिन्न सड़क परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे और उनका उद्घाटन करेंगे, जो सीमावर्ती क्षेत्रों में अंतिम मील कनेक्टिविटी को बढ़ावा देंगी।

– श्री माता वैष्णो देवी इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एक्सीलेंस: प्रधानमंत्री इस मेडिकल कॉलेज की आधारशिला रखेंगे, जो क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा के बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण योगदान देगा।

रेलवे बोर्ड के सूचना एवं प्रचार के कार्यकारी निदेशक दिलीप कुमार ने बताया कि भारतीय रेलवे पूरे देश में अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है, ताकि हम बेहतर सेवा दे सकें। इसी कड़ी में कश्मीर घाटी को जोड़ने वाली रेलवे लाइन, उधमपुर-श्रीनगर-बारामुल्ला रेलवे लिंक परियोजना पूरी हो गई है। यह परियोजना राष्ट्र को समर्पित की जा रही है। इस परियोजना के पूरा होने और वंदे भारत अभियान के शुरू होने से अब देश भर से रेल मार्ग के जरिए कश्मीर जाना संभव हो गया है। यह 272 किलोमीटर लंबी परियोजना है और इसे कई चरणों में पूरा किया गया है। इसमें कुल 36 सुरंगें, 943 पुल हैं और यह पूरी तरह से विद्युतीकृत लाइन है। इस परियोजना में सबसे बड़ी सुरंग टी-50 है, जिसकी लंबाई 12.77 किलोमीटर है।

उन्होंने कहा कि चिनाब ब्रिज भी इसी परियोजना के अंतर्गत आता है। अंजी ब्रिज भी है, जो भारतीय रेलवे का पहला केबल-स्टेड ब्रिज है। ये दोनों ब्रिज इंजीनियरिंग के अजूबे हैं। इस रेलवे लाइन पर दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेनें भी चलेंगी। इन ट्रेनों में कई नए फीचर जोड़े गए हैं। कई बार तापमान शून्य से नीचे चला जाता है, इसलिए यह सुनिश्चित करने के लिए कि उस तापमान पर भी ट्रेन यात्रा यात्रियों के लिए आरामदायक रहे, हमने नई वंदे भारत विकसित की है।

​नई दिल्ली, 03 जून (हि.स.)। ऑपरेशन ‘सिंदूर’ के दौरान भारतीय सशस्त्र बलों ने उन पाकिस्तानी ठिकानों को भी निशाना बनाया था, जिनके बारे में हवाई हमलों के बाद भारतीय वायु सेना या डीजीएमओ ने नहीं बताया था। पाकिस्तान ने 18 मई को कई देशों को सौंपे गए अपने डोजियर में माना है कि ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय मिसाइलों और ड्रोनों से पाकिस्तान में कहीं ज्यादा नुकसान हुआ है।डोजियर में साफ तौर पर दिखाया गया है कि भारत ने पेशावर, झंग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरांवाला, बहावलनगर, अटॉक और चोर पर हमला किया।

पाकिस्तान के एक आधिकारिक डोजियर से पता चला है कि भारत ने अपने बताए गए लक्ष्यों की तुलना में कम से कम सात अधिक लक्ष्यों पर हमला किया। डोजियर के नक्शों में पेशावर, झंग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरात, बहावलनगर, अटॉक​ और चोर पर हमले दिखाए गए हैं। पिछले महीने हवाई हमलों के बाद प्रेस वार्ता में भारतीय वायु सेना या सैन्य संचालन महानिदेशक ने इन स्थानों का नाम नहीं लिया था। नए रहस्योद्घाटन से पता चलता है कि भारत ने जितना स्वीकार किया था​, उससे कहीं अधिक अंदर तक हमला किया​ था।​ इसीलिए ऑपरेशन सिंदूर को रोकने ​के लिए पाकिस्तान ने भारत से संपर्क ​करके युद्ध​ विराम का अनुरोध किया।

भारत ने पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए 26 सैलानियों में विधवा हुई महिलाओं के उजड़े सुहाग को ध्यान में रखते हुए 6/7 मई की आधी रात को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। भारत ने बिना सीमा पार किए हैमर, स्कल्प और मिसाइलों से पाकिस्तान और पीओके के नौ आतंकी शिविरों पर हमला करके जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिजबुल मुजाहिद्दीन के ठिकानों को तबाह कर दिया। भारत ने हवाई हमलों के बाद ​इसकी अधिकृत जानकारी भी दी थी।​ मैक्सार टेक्नोलॉजीज ​ने भी उपग्रह इमेज ​जारी करके ऑपरेशन ​’सिंदूर​’ के दौरान सटीक हमलों से हुए नुकसान का खुलासा किया था​, लेकिन अब पाकिस्तान के डोजियर​ से नए खुलासे हुए हैं।

भारत ने ​बताया था कि पाकिस्तान​ अधिकृत कश्मीर ​(पीओके) में आतंकवादी ढांचे के खिलाफ बहावलपुर में जैश-ए-मोहम्मद मुख्यालय और मुरीदके में लश्कर-ए-तैयबा के प्रशिक्षण केंद्र सहित नौ स्थानों पर हमला किया​ गया। 7 मई के हमलों में लक्षित अन्य स्थानों में मुजफ्फराबाद, कोटली, रावलकोट, चकस्वरी, भीमबर, नीलम घाटी, झेलम और चकवाल शामिल थे।​ इसके अलावा ग्यारह हवाई ठिकानों को निशाना बनाया गया​, जिनमें नूर खान, रफीकी, मुरीद, सुक्कुर, सियालकोट, पसरूर, चुनियन, सरगोधा, स्कारू, भोलारी और जैकोबाबाद शामिल हैं। भारी नुकसान के कारण पाकिस्तान के पास युद्ध विराम के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा, जिससे तीन दिनों से जारी तनाव समाप्त हो गया।

​अब पाकिस्तान के डोजियर से पता चलता है​ कि भारत ने जितना स्वीकार किया है, उससे कहीं अधिक गहराई से और कठोर ​हमले किये गए थे।​ पाकिस्तानी डोजियर के मानचित्रों में प्रमुख शहरों जैसे पेशावर, झंग, सिंध में हैदराबाद, पंजाब में गुजरात, गुजरांवाला, बहावलनगर, अटॉक और चोर​ पर भारतीय हमले दिखाए गए हैं​, जिनका उल्लेख 7 मई के जवाबी हमले के बाद प्रेस​ ब्रीफिंग में भारतीय वायु सेना या सैन्य संचालन महानिदेशक​ ने नहीं किया था।​ ​पाकिस्तान ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान ड्रोन अटैक में अपने ​कई एयरबेस को हुए नुकसान के बारे में जानकारी दी है। डोजियर में कम से कम आठ अतिरिक्त भारतीय हवाई हमलों का उल्लेख किया गया है, जिनका भारतीय रक्षा अधिकारियों ने पहले खुलासा नहीं किया था।

नई दिल्ली, 3 जून (हि.स.)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) दिल्ली ने मंगलवार को जेईई एडवांस्ड 2025 परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले उम्मीदवारों के लिए ओपन हाउस कार्यक्रमों की घोषणा की है। यह आयोजन दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में आयोजित किया जाएगा, जिसका उद्देश्य छात्रों को आईआईटी दिल्ली के अकादमिक, शोध, सह-पाठ्यचर्या गतिविधियों और कैंपस जीवन को समझने में मदद करना है।

आईआईटी दिल्ली ने बयान जारी कर सभी जेईई एडवांस्ड 2025 के योग्य उम्मीदवारों को इन सत्रों में भाग लेने के लिए आमंत्रित किया है। प्रतिभागियों को करियर सेवा कार्यालय (ओसीएस) के प्रभारी से आईआईटी दिल्ली में उपलब्ध करियर, प्लेसमेंट और इंटर्नशिप के अवसरों के बारे में जानकारी मिलेगी।

ओपन हाउस के मुख्य आकर्षण:

– संवादात्मक सत्र: आईआईटी दिल्ली के निदेशक प्रो. रंगन बनर्जी के साथ-साथ अकादमिक और छात्र मामलों के डीन के साथ संवादात्मक सत्र होंगे, जो संस्थान की अकादमिक उत्कृष्टता और छात्र सहायता प्रणालियों के बारे में जानकारी प्रदान करेंगे।

– उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र: एक विशेष खंड में आईआईटी दिल्ली के उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र पर प्रकाश डाला जाएगा, जिसमें दिखाया जाएगा कि कैसे छात्रों को अपने विचारों को प्रभावशाली उद्यमों में बदलने के लिए सशक्त बनाया जाता है।

– आईआईटीडी अबू धाबी परिसर: आईआईटी-डी के अबू धाबी परिसर में यूजी प्रवेश पर एक सत्र होगा, जो प्रवेश प्रक्रिया और जीवन पर प्रकाश डालेगा।

– लाइव प्रदर्शन और प्रदर्शनियां: छात्र क्लब और सोसाइटी लाइव प्रदर्शन और प्रदर्शनियां पेश करेंगे, जो आईआईटीडी में मौजूद सह-पाठ्यचर्या अवसरों की एक झलक प्रदान करेंगे।

कार्यक्रम का समय और स्थान:

– ऑनलाइन सत्र: 6 जून (शुक्रवार) को शाम 6 बजे “आईआईटी दिल्ली कॉलिंग” सत्र होगा।

– हाइब्रिड मोड: 7 जून (शनिवार) को आईआईटी दिल्ली में हाइब्रिड मोड में (सुबह 09:45 बजे – शाम 05:00 बजे) और आईसीटी मुंबई में ऑफलाइन (सुबह 11 बजे – दोपहर 2 बजे) होगा।

– बेंगलुरु सत्र: 8 जून (रविवार) को दोपहर 2 बजे से शाम 5 बजे तक आईआईएससी बैंगलोर में आयोजित किया जाएगा।

पंजीकरण:

जेईई एडवांस्ड योग्य छात्रों को इन सत्रों में भाग लेने के लिए पंजीकरण करना होगा। पंजीकरण के लिए लिंक https://forms.gle/qTsaZjVHNfRu9TRC8 है। अधिक जानकारी के लिए, आईआईटी दिल्ली की वेबसाइट पर जाएं। यह आयोजन छात्रों को आईआईटी दिल्ली के परिसर और संस्कृति का अनुभव करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करेगा।

पटना, 3 जून (हि.स.)। बिहार के पटना, गयाजी और दरभंगा जिले के एयरपोर्ट से संचालित होने वाले विमानों के टिकट के दाम सस्ते होने वाले हैं। नीतीश कैबिनेट ने एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर में 25 प्रतिशत की कटौती की है। एटीएफ पर वैट की दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी गयी है। लंबे समय से बिहार के लोगों की शिकायत थी कि यहां आने वाले विमानों की टिकट दर काफी अधिक है। अब नीतीश सरकार ने उनकी शिकायतों को दूर कर दिया है।

नीतीश कैबिनेट की ओर से लिये गये फैसले के बाद जहां एटीएफ पर पहले 29 प्रतिशत वैट लगता था, वहीं अब सिर्फ 4 प्रतिशत लगेगा। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद बिहार के तीनों एयरपोर्ट पटना, गयाजी और दरभंगा से उड़ान भरने वाले विमानों के टिकट के दाम आने वाले दिनों में सस्ते होंगे। साथ ही विमानों की संख्या भी बढ़ेगी।

47 एजेंडों पर मुहर लगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। इसमें कुल 47 एजेंडों पर मुहर लगी। इसमें एक फैसला वाणिज्य एवं कर विभाग का भी रहा। इसके तहत बिहार में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत एविएशन टर्बाइन फ्यूल की दर को एक (1) प्रतिशत पर यथावत रखने का निर्णय लिया गया। साथ ही अन्य मामलों में एटीएफ की बिक्री पर राज्य सरकार द्वारा आगे से 4 प्रतिशत वैट ही लगाया जाएगा।

दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी है
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए विमान ईंधन- एविएशन टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ ( ATF) पर मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी है। यह कदम बिहार में हवाई सेवाओं को प्रोत्साहन देने और निवेश के माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार का यह निर्णय बिहार को उन अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाएगा, जिन्होंने पहले ही एटीएफ पर वैट घटाकर हवाई यातायात को विस्तार देने में सफलता प्राप्त की है।

उन्होंने कहा कि इसके पहले केवल रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत 1 प्रतिशत और गया एयरपोर्ट के लिए 4 प्रतिशात वैट दर लागू थी। अब यह सुविधा दूसरे सभी हवाई अड्डों को भी मिलेगी।

अभी तक बिहार में एटीएफ पर वैट की दर 29 फीसदी थी। इससे विभिन्न एयरलाइन्स को विमानों का फ्यूल महंगा खरीदना पड़ रहा था। इसका असर यात्रियों के फ्लाइट किराये पर भी देखने को मिलता है। वैट कम होने से बिहार में हवाई यात्रा का किराया भी घटेगा। विमान कंपनियों को भी इससे फायदा मिलेगा और वह दूसरी चीजों में बेहतर सुविधायें देंगे।