पटना, 3 जून (हि.स.)। बिहार के पटना, गयाजी और दरभंगा जिले के एयरपोर्ट से संचालित होने वाले विमानों के टिकट के दाम सस्ते होने वाले हैं। नीतीश कैबिनेट ने एविएशन टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) पर लगने वाले मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर में 25 प्रतिशत की कटौती की है। एटीएफ पर वैट की दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी गयी है। लंबे समय से बिहार के लोगों की शिकायत थी कि यहां आने वाले विमानों की टिकट दर काफी अधिक है। अब नीतीश सरकार ने उनकी शिकायतों को दूर कर दिया है।

नीतीश कैबिनेट की ओर से लिये गये फैसले के बाद जहां एटीएफ पर पहले 29 प्रतिशत वैट लगता था, वहीं अब सिर्फ 4 प्रतिशत लगेगा। राज्य सरकार के इस फैसले के बाद बिहार के तीनों एयरपोर्ट पटना, गयाजी और दरभंगा से उड़ान भरने वाले विमानों के टिकट के दाम आने वाले दिनों में सस्ते होंगे। साथ ही विमानों की संख्या भी बढ़ेगी।

47 एजेंडों पर मुहर लगी।
इससे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को राज्य कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई। इसमें कुल 47 एजेंडों पर मुहर लगी। इसमें एक फैसला वाणिज्य एवं कर विभाग का भी रहा। इसके तहत बिहार में रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम के तहत एविएशन टर्बाइन फ्यूल की दर को एक (1) प्रतिशत पर यथावत रखने का निर्णय लिया गया। साथ ही अन्य मामलों में एटीएफ की बिक्री पर राज्य सरकार द्वारा आगे से 4 प्रतिशत वैट ही लगाया जाएगा।

दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी है
बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि राज्य सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए विमान ईंधन- एविएशन टरबाइन फ्यूल यानी एटीएफ ( ATF) पर मूल्य वर्धित कर (वैट) की दर 29 फीसदी से घटाकर 4 फीसदी कर दी है। यह कदम बिहार में हवाई सेवाओं को प्रोत्साहन देने और निवेश के माहौल को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।

उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार का यह निर्णय बिहार को उन अग्रणी राज्यों की श्रेणी में लाएगा, जिन्होंने पहले ही एटीएफ पर वैट घटाकर हवाई यातायात को विस्तार देने में सफलता प्राप्त की है।

उन्होंने कहा कि इसके पहले केवल रीजनल कनेक्टिविटी स्कीम (RCS) के तहत 1 प्रतिशत और गया एयरपोर्ट के लिए 4 प्रतिशात वैट दर लागू थी। अब यह सुविधा दूसरे सभी हवाई अड्डों को भी मिलेगी।

अभी तक बिहार में एटीएफ पर वैट की दर 29 फीसदी थी। इससे विभिन्न एयरलाइन्स को विमानों का फ्यूल महंगा खरीदना पड़ रहा था। इसका असर यात्रियों के फ्लाइट किराये पर भी देखने को मिलता है। वैट कम होने से बिहार में हवाई यात्रा का किराया भी घटेगा। विमान कंपनियों को भी इससे फायदा मिलेगा और वह दूसरी चीजों में बेहतर सुविधायें देंगे।

बिहार के सीवान में आंधी-तूफान से तबाही,सात लाेगाें की माैत, अनुग्रह राशि की घोषणा

पटना: बिहार में आंधी-तूफान और मूसलाधार बारिश से चौतरफा तबाही हुई है। साेमवार देरशाम राज्य के सीवान जिले में इस प्राकृति आपदा में सात लाेगाें की जान चली गई। मृतकाें में दो महिलाएं और एक बुजुर्ग शामिल हैं। आंधी-तूफान के बीच हुई तेज बरसात के बीच बड़ी संख्या में पेड़ गिर गए हैं। घरों की दीवारें और छतें भरभरा कर ढह गईं।

सीवान के बरहड़िया थाना के बहादुर गांव में 30 वर्षीय मजदूर शाहिद अख्तर की माैत तेज आंधी-तूफान में छत पर काम करते हुए संतुलन बिगड़ने से गिरकर हाे गई। बसंतपुर थाना क्षेत्र के बसांव गांव के 55 वर्षीय नंदकिशोर सिंह पर एक नीम का पेड़ गिर गया। उनकी मौके पर मौत हो गई। बसंतपुर थाना क्षेत्र विशुनपुरा गांव में 40 वर्षीय अलीमुन बेगम पर महुआ का पेड़ गिर गया। वह मौके पर जान गंवा बैठे। लकड़ी नवीगंज थाना क्षेत्र बाजितपुर गांव के 35 वर्षीय व्यवसायी यूसुफ अली के कार पर बरगद का पेड़ गिर गया। इस हादसे में उनकी मौत हो गई।

लखनौरा गांव में 52 वर्षीय कलपती देवी घर की दीवार गिरने से मलबे में दब गईं और उनकी जान चली गई। माधोपुर गांव में विजय प्रसाद की पत्नी चंद्रवंती देवी आंगन में थीं। तभी आम का पेड़ उन पर गिर गया। उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई। जीबी नगर थाना क्षेत्र के सतवार गांव में 75 वर्षीय श्रीराम प्रसाद की झोपड़ी ढह गई। वह बाहर नहीं निकल सके और उनके प्राण पखेरू उड़ गए।

राज्य सरकार ने आपदा राहत कोष से पीड़ित प्रत्येक परिवार को 4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की गई है। साथ ही आंशिक या पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त हुए घरों का सर्वेक्षण कराने की घोषणा की है।

जून में हिमाचल के पहाड़ों पर बर्फबारी से लौटी ठंड, तीन दिन तक अलर्ट जारी

शिमला: जून के महीने में जब देश के अधिकांश हिस्से तपती गर्मी से झुलस रहे हैं वहीं हिमाचल प्रदेश में मौसम का अलग मिजाज देखने को मिल रहा है। राज्य के अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में ताजा बर्फबारी और मैदानों में आंधी-बारिश ने लोगों को गर्मी से राहत दिला दी है, लेकिन पर्वतीय इलाकों में ठंड फिर से लौट आई है औऱ लोगों को एक बार फिर गर्म कपड़ों का सहारा लेना पड़ रहा है।

लाहौल-स्पीति, किन्नौर, कुल्लू और चंबा जिलों के ऊपरी क्षेत्रों में बीती रात ताजा हिमपात दर्ज किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार लाहौल-स्पीति जिला के हंसा क्षेत्र में करीब तीन सेंटीमीटर बर्फ गिरी है, जबकि प्रसिद्ध रोहतांग दर्रा भी पूरी तरह बर्फ से ढक गया है। इस बेमौसम बर्फबारी के चलते पर्यटन स्थलों जैसे शिमला, मनाली और डलहौजी में ठंडक का अहसास बढ़ गया है।

मौसम विभाग के अनुसार प्रदेश में औसतन न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला गया है। किन्नौर के कल्पा में मंगलवार को न्यूनतम तापमान 5.4 डिग्री, लाहौल-स्पीति के केलांग में 6.1 डिग्री और कुकुमसेरी में 7.3 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। इसी तरह ताबो में तापमान 8.9 डिग्री, शिमला में 10, मनाली में 11.5 और धर्मशाला में 15.8 डिग्री सेल्सियस रहा।

मौसम के इन बदले तेवरों के बीच राज्य के कई हिस्सों में बीते 24 घंटों में तेज बारिश और अंधड़ दर्ज किए गए। बिलासपुर के स्लापड़ में सबसे ज्यादा 25 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि मुरारी देवी में 23 मिमी, कुफरी में 19, करसोग में 17, गुलेर में 16, पंडोह में 14, सुंदरनगर में 13, शिमला और घागस में 12-12, शिलारू में 12 और गोहर में 11 मिमी वर्षा हुई।

इसके अलावा नेरी, सियोबाग, ताबो, धौलाकुआं, कोटखाई और कुकुमसेरी सहित कई स्थानों पर तेज आंधी चली। इन क्षेत्रों में तेज हवाओं के कारण जनजीवन प्रभावित हुआ है।

मौसम विभाग ने अगले तीन दिनों के लिए राज्य भर में अलर्ट जारी किया है। आज के लिए कई जिलों में ओलावृष्टि और 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज आंधी चलने की संभावना जताई गई है। इसके मद्देनजर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही आसमानी बिजली गिरने के खतरे को देखते हुए येलो अलर्ट भी घोषित किया गया है।

चार जून को भी राज्य के कई हिस्सों में तेज हवाएं और बिजली गिरने की संभावना बनी रहेगी और इसके लिए फिर से ऑरेंज और येलो अलर्ट लागू रहेगा। पांच जून को येलो अलर्ट तो रहेगा लेकिन आंधी की तीव्रता कुछ कम हो सकती है। छह जून को मौसम खराब रहने की संभावना है लेकिन विभाग ने इस दिन के लिए कोई चेतावनी जारी नहीं की है।

राहत की बात यह है कि सात जून से नौ जून तक प्रदेश में मौसम के पूरी तरह साफ रहने की संभावना जताई गई है। इन दिनों के दौरान तापमान में धीरे-धीरे बढ़ोतरी हो सकती है और गर्मी का असर बढ़ेगा।

ब्लू वाटर लॉजिस्टिक्स की स्टॉक मार्केट में मजबूत एंट्री, खरीदारी के सपोर्ट से फायदे में आईपीओ निवेशक

नई दिल्ली: सप्लाई चेन सॉल्यूशंस और लॉजिस्टिक सर्विस मुहैया कराने वाली कंपनी ब्लू वाटर लॉजिस्टिक्स के शेयरों की आज स्टॉक मार्केट में बढ़त के साथ एंट्री हुई। आईपीओ के तहत कंपनी के शेयर 135 रुपये के भाव पर जारी किए गए थे। आज एनएसई के एसएमई प्लेटफॉम पर इसकी एंट्री 4.44 प्रतिशत लिस्टिंग गेन के साथ 141 रुपये के स्तर पर हुई। लिस्टिंग के साथ ही खरीदारी शुरू हो गई, जिसके कारण पहले दो घंटे का कारोबार होने के बाद दोपहर 11:15 बजे ये शेयर 8.15 प्रतिशत के मुनाफे के साथ उछल कर 146 रुपये के स्तर तक पहुंच गया था।

ब्लू वाटर लॉजिस्टिक्स का 40.50 करोड़ रुपये का आईपीओ 27 से 29 मई के बीच सब्सक्रिप्शन के लिए खुला था। इस आईपीओ को निवेशकों की ओर से एवरेज रिस्पॉन्स मिला था, जिसके कारण ये ओवरऑल 9.36 गुना सब्सक्राइब हो गया था। इनमें क्वालिफाइड इंस्टीट्यूशनल बायर्स (क्यूआईबी) के लिए रिजर्व पोर्शन 14.04 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इसी तरह नॉन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (एनआईआई) के लिए रिजर्व पोर्शन में 9.87 गुना सब्सक्रिप्शन आया था। इसके अलावा रिटेल इन्वेस्टर्स के लिए रिजर्व पोर्शन 6.55 गुना सब्सक्राइब हुआ था। इस आईपीओ के तहत 10 रुपये फेस वैल्यू वाले 30 लाख नए शेयर जारी किए गए हैं। आईपीओ के जरिए जुटाए गए पैसे का इस्तेमाल कंपनी नई गाड़ियों की खरीदारी करने, वर्किंग कैपिटल की जरूरतों को पूरा करने और आम कॉर्पोरेट उद्देश्यों में करेगी।

कंपनी की वित्तीय स्थिति की बात करें तो प्रॉस्पेक्टस में किए गए दावे के मुताबिक इसकी वित्तीय सेहत लगातार मजबूत हुई है। वित्त वर्ष 2021-22 में कंपनी को 1.54 करोड़ रुपये का शुद्ध लाभ हुआ था, जो अगले वित्त वर्ष 2022-23 में बढ़कर 5.94 करोड़ रुपये और 2023-24 में 10.67 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान कंपनी का राजस्व 41 प्रतिशत वार्षिक से अधिक की चक्रवृद्धि दर (कंपाउमंड एनुअल ग्रोथ रेट) से बढ़ कर 196.29 करोड़ रुपये के स्तर पर पहुंच गया।

असम में बाढ़ से 22 जिले प्रभावित, ब्रह्मपुत्र समेत 15 नदियां खतरे के निशान से ऊपर

गुवाहाटी: लगातार बारिश से असम में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है। ब्रह्मपुत्र (निमातीघाट, तेजपुर), सुबनसिरी (बड़ाटीघाट), बुरीदिहिंग, धनसिरी (नुमलीगढ़), कपिली (कामपुर, धरमटुल), बराक (छोटा बेकरा, फुलेर्टल, एपी घाट, बीपी घाट), रुकनी (धोलाई), धलेस्वरी (घरमुरा), कटाखाल (मातिजुरी) और कुशियारा (श्रीभूमि) नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं।

बाढ़ से 22 जिले प्रभावित हैं। जिनमें लखीमपुर, नगांव, कछार, डिब्रूगढ़, माजुली, तिनसुकिया, शिवसागर, दरंग, गोलाघाट, कामरूप, मोरीगांव, होजाई, हैलाकांदी, धेमाजी, जोरहाट, शोणितपुर, बिस्वनाथ, कामरूप (एम), कार्बी आंगलोंग, कार्बी आंगलोंग वेस्ट, डिमा हसाओ और श्रीभूमि जिले शामिल हैं।

अब तक 1254 गांव बाढ़ की चपेट में आ चुके हैं। 5,15,039 लोग प्रभावित हुए हैं। 12,610.27 हेक्टेयर फसल क्षतिग्रस्त हुई है। 65 राजस्व सर्कल प्रभावित हैं। 165 राहत शिविर और 157 राहत वितरण केंद्र खोले गए हैं। 31,212 लोग राहत शिविरों में रह रहे हैं जबकि 1,54,177 लोग गैर-शिविर राहत केंद्रों से सहायता ले रहे हैं।

होजाई में एक पुरुष की मौत की पुष्टि हुई है। हैलाकांदी और दिब्रूगढ़ से एक-एक पुरुष लापता हैं। कुल 4,67,851 पशु प्रभावित हैं जिसमें 1,56,253 बड़े, 1,06,216 छोटे और 2,05,382 पोल्ट्री। गोलाघाट में 2 बड़े पशु और लखीमपुर में 92 (65 बड़े, 27 छोटे) पशु बह गए।

लखीमपुर में 84 कच्चे मकान पूरी तरह और 43 आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हुए हैं। राहत व बचाव कार्यों में एसडीआरएफ, फायर एंड इमरजेंसी सर्विस, इनलैंड वॉटर ट्रांसपोर्ट, स्थानीय प्रशासन व लोग शामिल हैं। 122 मेडिकल टीमें और 50 नावें तैनात की गई हैं। नावों से 711 लोगों और 130 पशुओं को सुरक्षित निकाला गया है।

हरिद्वार जमीन घोटाला: दो आईएएस और एक पीसीएस अफसर समेत कुल 12 कर्मी सस्पेंड

देहरादून:  प्रदेश की धामी सरकार ने हरिद्वार में 54 करोड़ के जमीन घोटाले में बड़ी कार्रवाई की है। मामले में दो आईएएस, एक पीसीएस अफसर समेत कुल 12 कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसी के साथ अब विजिलेंस जमीन घोटाले की जांच करेगी।

हरिद्वार नगर निगम की ओर से कूड़े के ढेर के पास स्थित अनुपयुक्त और सस्ती कृषि भूमि को 54 करोड़ रुपये में खरीदने के मामले ने राज्यभर में हलचल मचा दी थी। न तो भूमि की वास्तविक आवश्यकता थी, न ही पारदर्शी बोली प्रक्रिया अपनाई गई। शासन के स्पष्ट नियमों को दरकिनार कर एक ऐसा सौदा किया गया जो हर स्तर पर संदेहास्पद था। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच कराई और रिपोर्ट मिलते ही तीन बड़े अफसरों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की।

जिन अधिकारियों पर कार्रवाई की गई, उनमें हरिद्वार के जिलाधिकारी कर्मेन्द्र सिंह, पूर्व नगर आयुक्त वरुण चौधरी और एसडीएम अजयवीर सिंह शामिल हैं। इन तीनों अधिकारियों को वर्तमान पद से हटाया गया है और शासन स्तर पर आगे की विभागीय और दंडात्मक कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है। इसके साथ ही निकिता बिष्ट (वरिष्ठ वित्त अधिकारी, नगर निगम हरिद्वार), विक्की (वरिष्ठ वैयक्तिक सहायक), राजेश कुमार (रजिस्ट्रार कानूनगों), कमलदास (मुख्य प्रशासनिक अधिकारी, तहसील हरिद्वार) को भी जमीन घोटाले में संदिग्ध पाए जाने पर तुरंत प्रभाव से निलंबित किया है।

अब तक हुई कार्रवाई

जांच अधिकारी नामित करने के बाद इस घोटाले में नगर निगम के प्रभारी सहायक नगर आयुक्त रविंद्र कुमार दयाल, प्रभारी अधिशासी अभियंता आनंद सिंह मिश्रवाण, कर एवं राजस्व अधीक्षक लक्ष्मीकांत भट्ट व अवर अभियंता दिनेश चंद्र कांडपाल को प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर निलंबित कर दिया गया था। संपत्ति लिपिक वेदवाल का सेवा विस्तार भी समाप्त कर दिया गया था। सेवानिवृत्ति के बाद उन्हें सेवा विस्तार दिया गया था। उनके खिलाफ सिविल सर्विसेज रेगुलेशन के अनुच्छेद 351(ए) के प्रावधानों के तहत अनुशासनिक कार्रवाई के लिए नगर आयुक्त को निर्देश दिए गए थे।अब इस पूरे मामले की जांच विजिलेंस विभाग को सौंपी गई है।

पाकिस्तान में दो पुलिस थानों पर आतंकी हमला, सात बलूच लड़ाके मारे गए

इस्लामाबाद: पाकिस्तान के दो प्रांतों में पिछले 24 घंटे के दौरान दो पुलिस थानों पर बड़ा हमला हुआ। इस हमले से इतर मुठभेड़ में सात बलूच लड़ाके मारे गए। बलूच लड़ाकों को पाकिस्तान आतंकी बता रहा है। बलूचिस्तान के लोग पाकिस्तान से अजादी की मांग कर रहे हैं। वहां लंबे समय से आजादी के लिए लोग संघर्ष कर रहे हैं।

दुनिया न्यूज टीवी चैनल की खबर के अनुसार, खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बाजौर जिला और बन्नू जिले में दो पुलिस स्टेशनों पर आतंकवादियों के हमले को विफल कर दिया गया। खैबर पख्तूनख्वा के पुलिस महानिरीक्षक जुल्फिकार हमीद ने कहा कि लोई मामुंड (बाजौर जिला) और मिरयान (बन्नू) में पुलिस स्टेशनों पर देररात आतंकवादियों ने हमला किया। पुलिस बल ने बहादुरी से हमलावरों का सामना किया और उन्हें खदेड़ दिया। हमीद ने पुलिस बल के लिए प्रशंसा पत्र और पुरस्कार की घोषणा की है।

इसके अलावा सुरक्षा बलों ने बलूचिस्तान में दो अलग-अलग अभियानों में सात बलूच लड़ाकों को मार गिराया। सेना की मीडिया विंग इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (आईएसपीआर) ने मंगलवार को प्रेस विज्ञप्ति में यह जानकारी दी। विज्ञप्ति में कहा गया कि मरने वाले सातों आतंकवादी हैं। यह अभियान दो जून को चलाया गया। कच्छी जिले के माच के सामान्य क्षेत्र में खुफिया आधारित ऑपरेशन के दौरान पांच आतंकवादियों को मार गिराया गया। कलात जिले के मार्गंड के सामान्य क्षेत्र में दो आतंकवादियों को ढेर कर दिया गया। पाकिस्तान की सेना ने कहा कि मारे गए सातों आतंकी ‘फितना अल हिंदुस्तान’ के हैं।

उल्लेखनीय है कि आतंकवाद परस्त पाकिस्तान लंबे समय से बलूचिस्तान के विद्रोहियों को ‘फितना अल हिंदुस्तान’ (विद्रोही और हिन्दुस्तान के एजेंट) कहकर इस राजनीतिक समस्या को धार्मिक रंग देने की कोशिश कर रहा है। साथ ही टीटीपी को भी ‘फितना अल खवारिज’ कहकर (धार्मिक अपशब्द) भारत का साथ देने वाला बताकर प्रलाप करता रहता है। सैन्य अधिकारी भी हुकूमत की हां में हां मिलाते हैं। डीजी आईएसपीआर लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा कि बलूचिस्तान को कभी भी पाकिस्तान से अलग नहीं होने दिया जाएगा।

झारखंड में प्रचंड गर्मी, कई जिलों में तापमान पहुंचा 40 डिग्री के करीब

रांची:  झारखंड में लगातार मौसम में बदलाव हो रहा है। राज्य में फिर एक बार प्रचंड गर्मी पड़ने लगी है। राज्य के कई जिलों में तापमान 40 डिग्री के करीब पहुंच गया है।

मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार अभी कुछ और दिनों तक प्रचंड गर्मी पड़ेगी। 10 जून के बाद दक्षिणी-पश्चिमी मॉनसून के सक्रिय होने के बाद गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद है।

मौसम विभाग ने बुधवार को राज्य के उत्तरी और इससे लगे मध्य भागों में कहीं – कहीं गर्जन और आकाशीय बिजली गिरने की आशंका व्यक्त की है। पिछले 24 घंटे के दौरान राज्य में सबसे अधिक बारिश साहेबगंज जिले के राजमहल में 32.6 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। इस दौरान राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान गोड्डा में 38.8 डिग्री और सबसे कम न्यूनतम तापमान लातेहार में 18.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

मंगलवार को रांची में अधिकतम तापमान 35.4 डिग्री, जमशेदपुर में 38.1, डालटेनगंज में 38.4, बोकारो में 37.5, चाईबासा में तापमान 38.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।

अल्पसंख्यक आयोग का उपाध्यक्ष सरदार लखविंदर सिंह लक्खा को बनाए जाने पर सिख समुदाय में हर्ष

अररिया: बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग का उपाध्यक्ष किशनगंज निवासी लखविंदर सिंह लक्खा के मनोनयन पर सीमांचल के सिख समुदाय में काफी हर्ष है। आयोग के नव मनोनीत उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह लक्खा के सोमवार को हलहलिया स्थित श्रीअकाल सर साहिब गुरुद्वारा पहुंचने पर सिख समुदाय और महादलित समुदाय के लोगों ने उन्हें अंगवस्त्र,बुके और पुष्प माला पहनाकर स्वागत किया।

मौके पर बिहार राज्य अल्पसंख्यक आयोग के उपाध्यक्ष लखविंदर सिंह लक्खा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिलीप जायसवाल के सकारात्मक सहयोग से उन्हें प्रदेश उपाध्यक्ष मनोनीत किया गया है।अल्पसंख्यकों के जीवन सुधार और उनके कल्याण को लेकर वे सतत प्रयत्नशील रहेंगे।

मौके पर लंगर का आयोजन किया गया।जिसमें गुरुद्वारा के प्रधान नरेंद्र सिंह,सच्चिदानंद सिंह,शिव नारायण सिंह यादव,कृष्णदेव सिंह,प्रमोद सिंह,संजय सिंह,रूप सिंह ज्ञानी,संदीप सिंह,लवली सिंह,तेजेन्द्र सिंह काके के अलावा किशनगंज और पूर्णिया से आए संगतों ने इसमें भाग लिया।

मुख्यमंत्री ने निर्माणाधीन मीठापुर-महुली एलिवेटेड पथ तथा पुनपुन सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण कार्यों का लिया जायजा

पटना:  मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को मीठापुर-महुली फोरलेन एलिवेटेड रोड के निर्माण कार्य का निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने मीठापुर फ्लाईओवर गोलंबर पर रुककर अधिकारियों से विस्तृत जानकारी ली। अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि मीठापुर-महुली एलिवेटेड रोड का निर्माण सिपारा पुल के ऊपर से होगा और यहां पर आकर मिलेगा। मीठापुर-महुली फोरलेन एलिवेटेड रोड में मीठापुर रेलवे क्रासिंग के पास दोनों तरफ सर्विस रोड होगा। निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि मीठापुर-महुली एलिवेटेड पथ के बचे हुए कार्य को तेजी से पूर्ण करें। इससे लोगों को आवागमन में सहूलियत होगी, बाईपास में लगने वाले जाम से भी लोगों को राहत मिलेगी। पटना तथा पटना के बाहर जाने वाले लोगों को भी काफी सहूलियत होगी।


इसके पश्चात् मुख्यमंत्री ने पुनपुन सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण कार्य का भी जायजा लिया। मुख्यमंत्री पुनपुन घाट पर भी गए और वहां किए गए सौंदर्योर्गीकरण कार्य का भी जायजा लिया। वहां उपस्थित लोगों से मुख्यमंत्री ने उनका हालचाल जाना। इस दौरान स्थानीय लोगों ने मुख्यमंत्री को सस्पेंशन ब्रिज के निर्माण कार्य तथा पुनपुन घाट के सौंदर्गीकरण का कार्य कराए जाने के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि इस क्षेत्र का आपने कायाकल्प कर दिया है। क्षेत्र के विकास के लिए आपने कोई कसर नहीं छोड़ी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पुनपुन घाट तक अब लोग आसानी से पहुंच सकेंगे और उन्हें अपने पतरों को पिंडदान करने में सहूलियत होगी। उनकी सारी सुविधाओं का ख्याल रखा गया है। उन्होंने कहा कि हमारा इस क्षेत्र से पुराना लगाव है। हम हमेशा इधर आते रहे हैं। लोगों की सुविधाओं के लिए हम लगातार कार्य में लगे रहते हैं। मुख्यमंत्री ने महुली में बिहटा-सरमेरा पथ तथा पटना-गया-डोभी पथ के क्रॉसिंग प्वाइंट अंडर पास के समीप रूककर निर्माणाधीन सर्विस रोड का भी निरीक्षण किया। इस दौरान अधिकारियों ने बताया कि इस सर्विस पथ के निर्माण से बिहटा-सरमेरा पथ का पटना-गया-डोभी पथ से लिंक हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने पटना-गया पुराने पथ की स्थिति का भी जायजा लिया।

सारण जिला में इस वर्ष 16 लाख से अधिक वृक्षारोपण का लक्ष्य
वन विभाग, मनरेगा एवं जीविका के माध्यम से होगा वृहत पैमाने पर वृक्षारोपण
इसके सफल क्रियान्यवयन को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक
Chhapra: इस वर्ष जिला में वृहत स्तर पर वृक्षारोपण किया जायेगा।सारण जिला के लिये 16.2 लाख वृक्षारोपण का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
वृक्षारोपण कार्य वन प्रमण्डल सारण, मनरेगा एवं जीविका के माध्यम से किया जायेगा. वन प्रमण्डल द्वारा 7.63 लाख तथा मनरेगा/जीविका के माध्यम से 8.57 लाख वृक्षारोपण किया जायेगा।
इस अभियान के सफल क्रियान्वयन को लेकर आज जिलाधिकारी अमन समीर ने बैठक की।
बैठक में निर्धारित लक्ष्य के सफल क्रियान्वयन हेतु कार्ययोजना पर चर्चा की गई। वन विभाग एवं जीविका के पौधशालाओं से पौधे उपलब्ध कराये जाएंगे। जीविका के पौधशालाओं का संबंधित बीपीएम जीविका एवं पीओ मनरेगा संयुक्त निरीक्षण करेंगे। नर्सरी में उपलब्ध पौधों को तीन फीट से अधिक एवं तीन फीट से कम ऊँचाई की श्रेणी में बाँटते हेतु इसकी संख्या का आकलन करने को कहा गया। इस अभियान के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु स्पष्ट माइक्रो प्लान तैयार करने को कहा गया। बैठक में वन प्रमण्डल पदाधिकारी, निदेशक डीआरडीए, मनरेगा डीपीओ सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।

बिहार कबड्डी टीम में सहरसा की दो बेटियों का हुआ चयन,खेल प्रेमियाें में हर्ष

सहरसा: बिहार कबड्डी टीम में सहरसा की दो बेटियों के चयन पर खेलप्रेमी हर्षित है। बिहार कबड्डी टीम घोषित के बाद जिला कबड्डी संघ सचिव सह निगम पार्षद 31 आशिष रंजन सिंह ने जानकारी देते हुए कहा आगामी 5 से 8 जून तक आंध्रप्रदेश के मछलीपत्तनम् के मंगिनापुडी बीच पर आयोजित होने वाली 12वीं बीच नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप के लिए महिला व पुरुष बिहार टीम की घोषणा कर दी है। पुरुष टीम की कमान मुंगेर के शांतनु सिंह जबकि महिला टीम की कमान कटिहार की नंदनी कुमारी को सौंपी गई है।

बिहार राज्य कबड्डी संघ के चेयरमैन कुमार विजय सिंह, सीईओ अवधेश कुमार सिंह, सहरसा जिला कबड्डी संघ अध्यक्ष अमित कुमार, उपाध्यक्ष डॉ. आर के रवि, पंकज गुप्ता, संयुक्त सचिव तुषार कात्यायन, पूजा कुमारी, संरक्षक सुनील झा समेत संघ के पदाधिकारियों ने टीम को जीत की शुभकामनाएं दी है।

महिला वर्ग से नंदनी सिंह (कप्तान, कटिहार), रिंशी कुमारी (बेगूसराय), प्रिया कुमारी (भोजपुर), पूर्णिमा प्रियदर्शनी (वैशाली), आंचल कुमारी (सहरसा), नुजहत बानो (सहरसा) कोच-सुनील कुमार, मैनेजर-अमिता सिंह शामिल है।