धूम धाम से मनाया गया श्री श्रीठाकुर अनुकूलचंद्र जी का 137 वाँ जन्म महोत्सव

गाजे बाजे के साथ निकली भव्य शोभा यात्रा, उमड़ी श्रद्धालुओं की भीड़,

रविवार को ऊषा कीर्तन से हुई जन्मोत्सव की शुरुआत.

जाज़क गण ने कहा श्रीठाकुर के बताए मार्ग पर चल कर ही होगा जनकल्याण

छपरा. परमप्रेममय युगपुरुषोतम श्री श्रीठाकुर अनुकूलचंद्र जी का 137 वां जन्म महोत्सव रविवार को गुदरी बाजार स्थित मिलन पैलेश में हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. जन्मोत्सव में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी. इस दौरान गाजे बाजे के साथ एक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई जो श्रीमंदिर से धर्मनाथ जी मंदिर होते कटरा के रास्ते भगवान बाजार और गुदरी बाजार होते हुए मिलन पैलेस के मैदान में पहुंच धर्म सभा में तब्दील हो गई. शोभा यात्रा में वंदे पुरूषोत्तमम के उदघोष से पूरा शहर गुंजायमान हो गया वहीं श्रीठाकुर के भजन के बीच श्रद्धालु झूमते दिखे. इसके पूर्व जन्मोत्सव का प्रारंभ ऊषा कीर्तन और प्रभात फेरी से किया गया. इसके उपरान्त नवीगंज स्थित श्री मंदिर में विनती प्रार्थना की गई. उत्सव स्थल पर नारी शक्ति की अभूतपूर्व उपस्थिति रही तो वहीं श्रीठाकुर के अनुयायियों की भीड़ अपने इष्ट का आशीर्वाद पाने को लालायित दिखी.

मातृ सम्मेलन मे रीना मां ने अपनी ओजस्वी उदबोधन से महिलाओं को नई सीख दी तो वहीं नेहा मां ने एक सुंदर सा भजन गाकर मन मोह लिया. सम्मेलन को आशा मां, सावित्री मा,  पुष्पा मां, सीमा मां, मीरा मां आदि ने संबोधित किया. इसके उपरान्त धर्म सभा एवं भजन कीर्तन के कार्यक्रम किए गए. गोड्डा से पधारे सर्वश्री गिरधारी यादव, डेहरी ऑन सोन के चितरंजन दा उर्फ फौजी, हाजीपुर से आए गीता दा, जनार्दन दा, श्री राम गिरी दा आदि ने श्रीठाकुर से जुड़े अपने अनुभव साझा किए. उन्होंने बताया कि श्रीठाकुर के बताए मार्ग पर चल कर ही जनकल्याण होगा.

त्रिलोकी ठाकुर , रामजी प्रसाद गुप्ता, जटाधारी पंडित, प्रदीप दा, जनकदेव ठाकुर, डॉ रामजीवन प्रसाद आदि ने अपने भजन एवं कीर्तन से पूरा वातावरण उत्सवपूर्ण और भक्तिमय बना दिया. संचालन एस पी आर डॉ विनय प्रसाद ने किया. जन्मोत्सव का समापन संध्या विनती प्रार्थना से किया गया. कार्यक्रम की सफलता में राजेंद्र दा, मनोरंजन दा, हरेंद्र दा, रजनीश दा, आनन्द दा, शशि दा, ओमप्रकाश दा, शिवलाल दा आदि का योगदान सराहनीय रहा.

चमकी बुखार से निबटने को लेकर राज्य स्तरीय टीम ने लिया तैयारियों का जायजा

• चार सदस्यीय टीम ने सदर अस्पताल सहित कई स्वास्थ्य केंद्रों का किया निरीक्षण

• जिले में सभी अस्पताल में बनाया गया है एईएस-जेई वार्ड

• चमकी बुखार से निपटने के लिए दिया गया स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षण

छपरा: जिले में चमकी बुखार और जेई से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड में है। विभिन्न स्तर पर तैयारी की गयी है। इसको लेकर राज्य स्तरीय चार सदस्यीय टीम ने सदर अस्पताल सहित विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों का निरीक्षण कर चमकी बुखार और जेई से निपटने के लिए की गयी तैयारियों का जायजा लिया। टीम में राज्य स्वास्थ्य समिति से डॉ. अलका सिन्हा, डॉ सरिता, डॉ. संजीव कुमार, डॉ. चंदन कुमार शामिल थे। इस दौरान सिविल सर्जन डॉ सागर दुलाल सिन्हा, जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह, डीपीएम अरविन्द कुमार, डीवीबीडीसी सुधीर कुमार सहित अन्य मौजूद थे। टीम ने सदर अस्पताल स्थित एईएस-जेई वार्ड सहित दरियापुर, अमनौर और सोनपुर में निरीक्षण किया। टीम ने एईएस वार्ड में उपलब्ध दवाओं, चिकित्सा उपकरणों और सुविधाओं की जांच की। टीम ने कहा कि समुचित इलाज के लिए सभी आवश्यक दवाएं मौजूद रहनी चाहिए। उन्होंने चिकित्सा स्टाफ को सतर्क रहने और आवश्यक व्यवस्थाओं को दुरुस्त रखने के निर्देश दिए। राज्य मुख्यालय के निर्देश पर सभी जिलों में एईएस को लेकर विशेष समिति का गठन किया गया है।

सदर अस्पताल में बना है 10 बेड का एईएस-जेई वार्ड:

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. दिलीप कुमार सिंह ने बताया कि चमकी बुखार और जेई से निपटने को लेकर स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से तैयार है। इसको लेकर सदर अस्पताल में 10 बेड तथा सभी अनुमंडलीय अस्पताल, सीएचसी और पीएचसी में दो-दो बेड का वार्ड बनाया गया है। इसके साथ हीं स्वास्थ्य कर्मियों का प्रशिक्षित किया गया है। उन्होने बताया कि आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित कर ली गयी है। एंबुलेंस की टैगिंग भी कर ली गयी है। शिशु रोग विशेषज्ञ के साथ जेनरल फिजिशियन को अपने संबंधित स्वास्थ्य केंद्र पर आने वाले बच्चों के इलाज में विशेष फोकस करने का निर्देश दिया गया।

घबराने की जरूरत नहीं:

डीएमओ ने बताया कि इसमें किसी को पैनिक या विशेष घबराने की जरूरत नहीं है। सावधानी जागरूकता व बचाव को लेकर अलर्ट रहने की जरूरत है। अप्रैल एवं मई चमकी व दिमागी बुखार के लिहाज से बेहद संवेदनशील माना जाता है। इसमें तेज बुखार, उल्टी के साथ बेहोशी की शिकायत चमकी के लक्षण हो सकते हैं। बच्चों को बीमारी से बचाव के लिए गर्मी के दिन में कभी खाली पेट नहीं रखें। बच्चों को बेवजह धूप में निकलने ना दे। कच्चे आम व लीची का सेवन न करने दे। ओआरएस व नींबू और चीनी का घोल लगातार पिलाए। बुखार होने की स्थिति में शरीर को ठंडा पानी से पोछे। उन्होंने बताया कि चमकी बुखार के प्रारंभिक लक्षण तेज बुखार रहना। बदन में लगातार ऐंठन रहना, दांत पर दांत दबाए रखना। सुस्ती चढ़ना। कमजोरी और बुखार की वजह से बेहोशी आना। चुट्टी काटने पर भी शरीर में कोई गतिविधि ना होना आदि चमकी बुखार के लक्षण है।

‘चमकी की धमकी’ की तीन बातें

‘इस गर्मी हम मिलकर देंगे चमकी की धमकी। ये तीन धमकियां याद रखें।’ इसके बाद सिलसिलेवार तरीके से धमकियों को बताया गया है।

1. खिलाओ : बच्चों को रात में सोने से पहले भरपेट खाना जरूर खिलाएं। यदि संभव हो तो कुछ मीठा भी खिलाएं।

2. जगाओ : सुबह उठते बच्चों को भी जगाएं, देखें कहीं बेहोशी या चमकी तो नहीं।

3. अस्पताल ले जाओ : बेहोशी या चमकी देखते ही आशा को सूचित कर तुंरत नि:शुल्क 102 एम्बुलेंस या उपलब्ध वाहन से नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र ले जाएं।

ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर 3.36 करोड़ की साइबर ठगी करने वाला ठग गिरफ्तार

जयपुर: साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर 3.36 करोड़ की साइबर ठगी मामले में शातिर ठग को गिरफ्तार किया है। पुलिस की प्रारम्भिक पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित फेक सिम कार्ड के जरिए सम्पर्क कर 70-80 बैंक खातों में ट्रांसफर कर रुपये को ऐंठा गया था। पुलिस गिरफ्तार आरोपित के साथी को पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। फिलहाल आरोपित से पूछताछ की जा रही है।

पुलिस उपायुक्त (अपराध) कुंदन कंवरिया ने बताया कि साइबर थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर 3.36 करोड़ की साइबर ठगी मामले में शातिर ठग विनय कुमार उपलापुवू (23) निवासी विजयवाड़ा (आंध्रप्रदेश) को गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि आरोपित ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर लोगों के साथ साइबर ठगी करते थे। सबसे पहले एक फेक वॉट्सएप नंबर से संपर्क किया जाकर इंवेस्टमेंट के फेक विज्ञापनों के बारे में जानकारी देते। उसके बाद एक वेब पेज का लिंक भेजकर रजिस्ट्रेशन करवाकर शेयर मार्केट में इन्वेस्टमेंट शुरू करवाते हुए विभिन्न बैंक अकाउंट में डिपोजिट करवाते। डिपॉजिट रकम का लेन-देन वेब पेज पर शो करते है। शुरुआत में पीड़ित से छोटे अमाउंट इंवेस्ट करवाते है, उसके बाद विश्वास में लेकर प्रोफिट का कुछ अमाउंट उसके अकाउंट में ट्रांसफर भी करते है। उसके बाद बड़ी रकम का निवेश करवाया जाता है। वेब पेज पर प्रोफिट के साथ रकम को शो किया जाता है। रकम विड्राल रिक्वेस्ट करने पर विभिन्न चार्जेज (इनकम टैक्स, सर्विस टैक्स आदि) के नाम पर और रकम विभिन्न बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा लेते है।

आरपीएस थानाधिकारी सोन चंद वर्मा ने बताया कि साइबर थाने में परिवादी ने नम्वबर-2024 में दर्ज करवाया था कि साइबर ठगों ने ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर अलग-अलग ट्रांजैक्शन के जरिए करीब 3.36 करोड़ रुपये ठग लिए। जांच में सामने आया है कि वॉट्सऐप पर मैसेज भेजकर ऑनलाइन शेयर मार्केट में इंवेस्टमेंट के नाम पर रुपये ऐंठे गए। फेक सिमों का यूज कर 70-80 बैंक अकाउंट में रुपये डलवाए गए। साइबर क्राइम पुलिस ने कार्रवाई कर एक आरोपित को गिरफ्तार किया था। वहीं दूसरे आरोपित विजय कुमार के बैंक अकाउंट में करीब 1.43 करोड़ रुपये ट्रांसफर होना पाया गया। साइबर ठग विजय कुमार के मोबाइल नंबरों की सीडीआर की जांच कर आंध्रप्रदेश पुलिस की टीम को भेजा गया। बार-बार ठिकाने बदलने के साथ ही आरोपित अपने मोबाइल नंबर भी बदल रहा था। तकनीकी सहायता से पीछा करते हुए आंध्रप्रदेश के विजयवाड़ा में घेराबंदी कर आरोपित विजय कुमार को पकड़ कर ट्रांजिट वारंट पर उसे जयपुर लेकर आई है।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह दो दिवसीय दौरे पर कल पहुंचेंगे बिहार, गोपालगंज से करेंगे चुनावी प्रचार का शंखनाद

पटना:  केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 29 मार्च को दो दिवसीय दौरे पर बिहार आ रहे हैं। अपने दौरे में वे 30 मार्च को गोपालगंज में रैली को संबोधित करेंगे। उनके दौरे को बिहार विधानसभा चुनाव प्रचार अभियान से जोड़ कर देखा जा रहा है।

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल की तरफ से दी गई जानकारी के मुताबिक दो दिवसीय बिहार दौरे के तहत गृहमंत्री 29 मार्च की रात 8 बजे पटना आएंगे। 30 मार्च को गृहमंत्री बापू सभागार में 11 बजे से आयोजित सहकारिता विभाग के कार्यक्रम में शामिल होंगे। जिसमें विभाग की ओर से पैक्स से संबंधित चलाई जा रही योजनाओं और कुछ नई योजनाओं का शुभारंभ होगा। दिन के साढ़े 12 बजे वे पटना से गोपालगंज के लिए रवाना होंगे, जहां रैली को संबोधित करेंगे। शाम में फिर वे पटना के राजकीय अतिथिशाला में आयोजित राजग की बैठक में शामिल होंगे। इसमें मुख्यमंत्री नीतीश के साथ घटक दल के अन्य नेता शामिल हो सकते हैं।

गोपालगंज में आयोजित रैली में अमित शाह के साथ बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के अतिरिक्त राजग के घटक दलों के अन्य वरिष्ठ नेता भी मंच साझा कर सकते हैं। इसमें केंद्रीय मंत्री जीतनराम मांझी, चिराग पासवान और रालोमो प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा प्रमुख चेहरे हो सकते हैं। हालांकि इसे लेकर फिलहाल पार्टी की ओर से कुछ नहीं कहा जा रहा है।

सुरक्षा के व्यापक इंतजाम

अमित शाह के दौरे को लेकर सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। जिन अधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है, उनमें सिकरहना के अनुमंडलीय लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी राज कुमार, अमरेश कुमार वरीय उप समाहर्ता पूर्वी चंपारण, मनीष कुमार वरीय उप समाहर्ता सारण, मिन्टू चौधरी परीक्ष्य्मान वरीय उप समाहर्ता, सारण, विकास कुमार वरीय उप समाहर्ता सीवान, अमर ज्योति वरीय उप समाहर्ता सीवान, सुजीत कुमार अनुमंडल लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी नरकटियागंज, चन्द्रशेखर कुमारन भूमि सुधार उप समाहर्ता नरकटियागंज शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि बिहार में इसी वर्ष अक्टूबर-नम्वबर में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इससे पहले गोपालगंज से अमित शाह पहली रैली कर जहां राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मजबूत करने की हुंकार भरेंगे, वहीं विरोधियों के खिलाफ अभी से बड़ी रणनीति के तहत वे प्रहार करते नजर आ सकते हैं। लोकसभा चुनाव के बाद अमित शाह का यह पहला बिहार दौरा है।

राहुल गांधी 7 अप्रैल को आयेंगे बिहार, संविधान सुरक्षा सम्मेलन में हाेंगे शामिल

पटना:  लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी 7 अप्रैल को बिहार आ रहे हैं। राहुल गांधी पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में शामिल होंगे।

कांग्रेस के प्रभारी सचिव सुशील कुमार पासी ने आज सदाकत आश्रम में पत्रकाराें काे संबाेधित करते हुए बताया कि राहुल गांधी 7 अप्रैल को पटना के श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में आयाेजित ‘संविधान सुरक्षा सम्मेलन’ में भाग लेंगे।

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि कार्यक्रम के माध्यम से लाेगाें काे कांग्रेस के साथ आने का आग्रह किया जायेगा।

बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव के पहले राहुल गाँधी लगातार राज्य पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इस वर्ष उनका यह तीसरा बिहार दौरा है। इससे पहले वे 18 जनवरी और 5 फरवरी को बिहार का दौरा कर चुके हैं।

राहुल गांधी का यह दौरा राज्य कांग्रेस में हुए दो बड़े बदलावों के बाद हो रहा है। कांग्रेस ने कृष्णा अल्लावारू को बिहार कांग्रेस का प्रभारी बनाया है और अखिलेश सिंह को प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पद से हटाकर राजेश कुमार को सौंपी गई है।

जल्द लौटेगा विक्रमशिला विश्वविद्यालय का गौरव, मुख्य सचिव ने किया निरीक्षण

भागलपुर: आठवीं सदी में तंत्र विद्या के लिए विश्वभर में अपनी पहचान बनाने वाली भागलपुर स्थित विक्रमशिला विश्वविद्यालय का गौरव फिर से वापस लौटने वाला है। जिसको लेकर कवायद तेज हो गई है। नालंदा विश्विद्यालय के बाद अब विक्रमशीला विश्विद्यालय के दिन बहुरने वाले हैं। विक्रमशिला विश्विद्यालय को 12 वीं सदी में बख्तियार खिलजी ने नष्ट किया था। अब यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी केंद्रीय विश्विद्यालय का निर्माण करवाने जा रहे हैं। भागलपुर के कहलगांव स्थित विक्रमशिला विश्विद्यालय के समीप केंद्रीय विश्विद्यालय का निर्माण किया जाएगा। केन्द्र सरकार ने 2015 में ही 500 करोड़ रुपये इसके निर्माण को लेकर दिये थे हाल ही में राज्य सरकार ने भागलपुर जिला प्रशासन को 89 करोड़ रुपये जमीन अधिग्रहण के लिए दिया है।

बिहार सरकार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा शुक्रवार को अपने अधीनस्थ अधिकारियों के साथ विक्रमशीला विश्विद्यालय के अवशेष स्थल पर पहुंचे। चिन्हित जमीन का भी निरीक्षण किया। उन्होंने जमीन सम्बन्धी कार्रवाई को लेकर आवश्यक दिशा निर्देश दिया है । जमीन की डीपीआर संबंधी भी जानकारी ली। मुख्य सचिव को केंद्रीय विश्वविद्यालय निर्माण को लेकर चिन्हित जमीन के बारे में भागलपुर के जिलाधिकारी डॉक्टर नवल किशोर चौधरी ने नक्शा दिखाते हुए उन्हें ब्रीफ किया ।

मुख्य सचिव ने जमीन का किस्म और आसपास स्थित नदी, पहाड़ और सड़क सहित बसावट आबादी के बारे में भी विस्तृत से चर्चा की। सम्भवतः जल्द पीएम मोदी के हाथों शिलान्यास किया जाएगा। 215 एकड़ जमीन चिन्हित कर ली गयी है इसके डीपीआर की जिम्मेदारी नई दिल्ली स्थित स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर को दी गयी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले महीने भागलपुर में मंच से कहा था जल्द केंद्रीय विक्रमशीला विश्विद्यालय की स्थापना की जाएगी। 24 फरवरी को भागलपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था विक्रमशिला विश्वविद्यालय ज्ञान का वैश्विक केंद्र था। हमने प्राचीन नालंदा विश्वविद्यालय के गौरव को नए नालंदा विश्वविद्यालय के माध्यम से पुनर्जीवित किया है। अब बारी विक्रमशिला की है, जहां एक केंद्रीय विश्वविद्यालय की स्थापना की जा रही है।

विक्रमशिला विश्वविद्यालय की स्थापना 8वीं-9वीं शताब्दी में पाल वंश के राजा धर्मपाल ने की थी। यह नालंदा विश्वविद्यालय का समकालीन था और पाल काल (8वीं से 12वीं शताब्दी) के दौरान अपनी शैक्षिक श्रेष्ठता के लिए प्रसिद्ध हुआ। जहां नालंदा विश्वविद्यालय गुप्त काल (320-550 ई.) से लेकर 12वीं शताब्दी तक प्रसिद्ध रहा, वहीं विक्रमशिला विश्वविद्यालय पाल काल में अपने उत्कर्ष पर था। नालंदा विविध विषयों के अध्ययन का केंद्र था, जबकि विक्रमशिला विश्वविद्यालय विशेष रूप से तांत्रिक और गुप्त विद्याओं में विशेषज्ञता रखता था। राजा धर्मपाल के शासनकाल के दौरान, विक्रमशिला को नालंदा से भी अधिक महत्व प्राप्त था और यह नालंदा विश्वविद्यालय के प्रशासन को भी नियंत्रित करता था। यहां पुरातात्विक उत्खनन पहले पटना विश्विद्यालय द्वारा तकरीबन 1960 से 1969 में हुआ था। उसके बाद भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा 1972 से 1982 के बीच खुदाई की गई थी। जिसके फलस्वरूप क्रॉस आकार का स्तूप, वर्गाकार विहार, मनौती स्तूपों के समूह भग्नावशेष में आये है।

एक तिब्बती व हिन्दू मन्दिर सहित अनेकों भवनों के अवशेष व कई स्तूप प्राप्त हुए थे। वर्तमान में 2024 से फिर खुदाई शुरू कर दी गयी है जहां महाविहार के आसपास कई तरह के अवशेष मिले हैं। मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा कि विक्रमशिला में केंद्रीय विश्वविद्यालय का निर्माण होना है,जिसको लेकर हम लोगों ने स्थलीय निरीक्षण किया है। विश्वविद्यालय निर्माण के लिए भू अर्जन की प्रक्रिया प्रारंभ हो गई है, कहां कि भू अर्जन के कार्य को देखने के लिए और स्थल पर किस तरह की प्लानिंग हो रही है, उसको जाना और समझा है। कहां कि एप्रोच रोड का जो समस्या है उसको भी हमने समझा है और आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि भू अर्जन से पहले सोशल इंपैक्ट एसेसमेंट होता है जिसकी करवाई चल रही है। कह सकते हैं विक्रमशिला के पुनरुद्धार से न केवल बिहार की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान मिलेगी, बल्कि यह शिक्षा और पर्यटन के क्षेत्र में भी एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। इस दौरान भागलपुर एएसपी हृदयकांत कहलगांव डीएसपी कल्याण आनंद सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।

वाराणसी : रेलवे प्रशासन द्वारा नवरात्रि मेला के अवसर पर श्रद्धालु यात्रियों की सुविधा हेतु पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मण्डल के मैहर स्टेशन पर गाड़ियों का 05 मिनट का ठहराव किया जायेगा।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 30 मार्च से 11 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11055 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 03.15 बजे पहुंचकर 03.20 बजे छूटेगी ।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 29 मार्च से 10 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11059 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-छपरा एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 03.15 बजे पहुंचकर 03.20 बजे छूटेगी ।

– पुरट्चि तलैवर डॉ0 एम.जी. रामचंद्रन (चेन्नै सेंट्रल) से 29 मार्च से 07 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 12669 पुरट्चि तलैवर डॉ0 एम.जी. रामचंद्रन (चेन्नै सेंट्रल)-छपरा एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 20.50 बजे पहुंचकर 20.55 बजे छूटेगी ।

– वलसाड से 29 मार्च से 05 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 19051 वलसाड-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 15.05 बजे पहुंचकर 15.10 बजे छूटेगी ।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 31 मार्च से 07 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 15268 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-रक्सौल एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 10.40 बजे पहुंचकर 10.45 बजे छूटेगी ।

– दुर्ग से 02 से 11 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 18201 दुर्ग-नौतनवा एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 05.35 बजे पहुंचकर 05.40 बजे छूटेगी ।

– पुणे से 03 से 10 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11037 पुणे-गोरखपुर एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 11.05 बजे पहुंचकर 11.10 बजे छूटेगी ।

– पुणे से 31 मार्च से 07 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 22131 पुणे-बनारस एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 11.05 बजे पहुंचकर 11.10 बजे छूटेगी ।

– सूरत से 30 मार्च से 11 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 19045 सूरत-छपरा एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 02.30 बजे पहुंचकर 02.35 बजे छूटेगी ।

– गोरखपुर से 30 मार्च से 11 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11056 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 20.25 बजे पहुंचकर 20.30 बजे छूटेगी ।

– छपरा से 31 मार्च से 12 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11060 छपरा-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 20.25 बजे पहुंचकर 20.30 बजे छूटेगी ।

– छपरा से 31 मार्च से 09 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 12670 छपरा-पुरट्चि तलैवर डॉ0 एम.जी. रामचंद्रन (चेन्नै सेंट्रल) एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 07.25 बजे पहुंचकर 07.30 बजे छूटेगी ।

– मुजफ्फरपुर से 31 मार्च से 07 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 19052 मुजफ्फरपुर-वलसाड एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 11.40 बजे पहुंचकर 11.45 बजे छूटेगी ।

– रक्सौल से 29 मार्च से 05 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 15267 रक्सौल-लोकमान्य तिलक टर्मिनस एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 11.25 बजे पहुंचकर 11.30 बजे छूटेगी ।

– नौतनवा से 30 मार्च से 11 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 18202 नौतनवा-दुर्ग एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 01.55 बजे पहुंचकर 02.00 बजे छूटेगी ।

– गोरखपुर से 29 मार्च से 05 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 11038 गोरखपुर-पुणे एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 04.20 बजे पहुंचकर 04.25 बजे छूटेगी ।

– बनारस से 02 से 09 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 22132 बनारस-पुणे एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 11.25 बजे पहुंचकर 11.30 बजे छूटेगी ।

– छपरा से 30 मार्च से 12 अप्रैल, 2025 तक चलने वाली 19046 छपरा-सूरत एक्सप्रेस, मैहर स्टेशन पर 22.45 बजे पहुंचकर 22.50 बजे छूटेगी ।

Chhapra: विद्या भारती विद्यालय सरस्वती शिशु विद्या मंदिर द्वारा आयोजित तीन दिवसीय आचार्य कार्यशाला के प्रथम दिवस के प्रथम सत्र के उद्घाटन के मुख्य अतिथि रामलाल सिंह, सचिव, लोक शिक्षा समिति, अमरनाथ प्रसाद अध्यक्ष विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति, सुरेश प्रसाद सिंह, सचिव, विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति, विद्यालय के प्रधानाचार्य फणीश्वरनाथ एवं राजेश्वर प्रसाद, प्रमुख हिंदी विभाग, लंगट सिंह महाविद्यालय के द्वारा दीप प्रज्वलन कर किया गया।

इस सत्र में आए आगंतुकों का परिचय प्रभारी प्रधानाचार्य राजेश कुमार के द्वारा कराया गया। लोक शिक्षा समिति के सचिव रामलाल सिंह द्वारा कार्यशाला के औचित्य पर प्रकाश डालते हुए कहा गया कि वार्षिक कार्ययोजनाओं का निर्माण यहां बैठे आचार्य- बंधु भगिनी, समिति के सदस्य एवं समाज के प्रबुद्ध व्यक्तियों के सहयोग से होना है। जिससे बालकों का समग्र विकास हो सकेगा।

उन्होंने आचार्य बंधु- भगिनी को नसीहत देते हुए कहा कि अध्यापन कराते समय बच्चों के हितों को सर्वोपरि रखते हुए उनका समग्र विकास करना आवश्यक है। उन्होंने स्पष्ट रूप से कहा कि कार्ययोजना बनाते समय विद्यालय के विभिन्न पक्षों के सबल एवं निर्बल पक्षों पर चर्चा करते हुए नए TLM, PLM इत्यादि शिक्षण सामग्री का प्रयोग करना आवश्यक होगा। राष्ट्रीय शिक्षा 2020 पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा पद्धति 2020 के माध्यम से समग्र स्वतंत्र भारत की आधार शिला रखी गई है। जिसके माध्यम से शिक्षा के साथ साथ संस्कार मिलता है। जो भारत को परम वैभव तक पहुंचाएगा। इस कार्यक्रम में विद्यालय प्रबंधकारिणी समिति के सदस्यगण एवं सभी आचार्य बंधु भगिनी एवं कर्मचारीगण उपस्थित थे।

Chhapra: सारण जिला में विभिन्न सर्टिफिकेट ऑफिसर के पास नीलामपत्र के लगभग 37 हजार मामले सुनवाई की प्रक्रिया में हैं। इन मामलों में लगभग 526 करोड़ रुपये सन्निहित हैं। विगत दो महीनों में 3664 वादों का निष्पादन किया गया है जिसमें लगभग 32 करोड़ रुपये राशि की वसूली हुई है। जिला में 66 नीलामपत्र पदाधिकारी इन मामलों की सुनवाई कर रहे हैं।

जिलाधिकारी अमन समीर ने आज समाहरणालय सभागार में सभी नीलामपत्र पदाधिकारियों के साथ बैठक कर सुनवाई के प्रगति की समीक्षा की। समीक्षा में पाया गया कि बहुत सारे मामलों में सर्टिफिकेट ऑफिसर द्वारा देनदार को नोटिस निर्गत नहीं किया गया है।

जिलाधिकारी ने 31 मार्च तक शत प्रतिशत मामलों में नोटिस निर्गत करने का निदेश दिया। नोटिस का त्वरित तामिला कराने को कहा गया। निर्धारित समय सीमा के अंतर्गत नोटिस का जबाब नहीं देने वाले के विरुद्ध बॉडी वारंट निर्गत कर उन्हें गिरफ्तार किया जायेगा।
जिलाधिकारी ने वादों की सुनवाई में तेजी लाकर मामलों को निष्पादित करने का निदेश दिया। सबसे पुराने मामलों की सुनवाई प्राथमिकता से करते हुये निष्पादन का निदेश दिया गया।

उन्होंने कहा कि सभी पदाधिकारी एक्ट के अनुरूप मामलों की सुनवाई में प्रक्रिया का अनुपालन सुनिश्चित करें। जिला स्तरीय वरीय पदाधिकारियों द्वारा दो-दो नीलामपत्र पदाधिकारियों के कार्यालय का निरीक्षण कर कार्यों की समीक्षा की जायेगी। स्वयं जिलाधिकारी भी निरीक्षण एवं समीक्षा करेंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि आज की बैठक में लिये गये निर्णय के अनुरूप सभी नीलामपत्र पदाधिकारी त्वरित कार्रवाई करें। नियमित रूप से अद्यतन प्रगति की समीक्षा की जायेगी।

बैठक में उपविकास आयुक्त,बंदोबस्त पदाधिकारी, नगर आयुक्त, निदेशक डीआरडीए , सभी नीलामपत्र पदाधिकारी तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी बीडीओ, सीओ आदि जुड़े थे।

Chhapra: बैंक, सी०एस०पी०, गोल्ड लोन कम्पनी, ज्वेलरी शॉप एवं अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों में डकैती, लूट की घटना के प्रभावकारी रोकथाम हेतु सुरक्षा एवं समन्वय के विषय पर पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर सारण पुलिस के द्वारा संवाद गोष्ठी का आयोजन किया गया।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक डॉ कुमार आशीष, पुलिस अधीक्षक, ग्रामीण, शिखर चौधरी, पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, एलडीएम, सारण एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी, 28 बैंक कर्मी, पदाधिकारी, 10 सी०एस०पी० संचालक, एवं 9 अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के पदाधिकारी, संचालक उपस्थित रहे।

इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक द्वारा डकैती, लूट जैसी घटनाओं के प्रभावी रोकथाम एवं बचाव हेतु कतिपय निर्देश दिये गये। बैंक, सी०एस०पी० ज्वेलरी शॉपों में उच्च गुणवत्ता वाले सी०सी०टी०वी० कैमरे का अधिष्ठापन करने एवं इसकी निगरानी प्रशिक्षित व्यक्तियों से कराने, सी०सी०टी०वी० कैमरे को 24×7 घंटे बालू हालत में रखने, बैंको अन्य व्यवसायिक प्रतिष्ठानों के संचालको को प्रतिष्ठान परिसर के अंदर एवं बाहर उच्च आवृत्ति वाले अलार्म लगवाने, सभी बैंक अन्य व्यवसायिक एवं वित्तिय प्रतिष्ठानों में अधिष्ठापित सायरण को नियमित रूप से चालू रखने, सभी प्रतिष्ठानो के मुख्य स्थल एवं बाहरी दिवारों पर जिले के महत्वपुर्ण पुलिस पदाधिकारी, थानाध्यक्ष के मोबाइल नं० अंकित करने, बैंक, ज्वेलरी शॉप के सुरक्षा गार्ड को प्रतिनियुक्त करने से पहले उस व्यक्ति का चरित्र सत्यापन करने इत्यादि विभिन्न सुरक्षा संबंधी आयामों से अवगत कराया गया।

इस दौरान पुलिस अधीक्षक द्वारा बैंक कर्मी अन्य प्रतिष्ठान के कर्मियों के पुछे गये सवालों का जबाव भी दिया गया एवं उनके समस्याओं के निराकरण हेतु संबंधित पदाधिकारी को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया।

दिल्ली सरकार ने दवा खरीद की नीति में किया बदलाव, सरकारी अस्पताल जन औषधि केंद्रों से ही खरीदेंगे दवाएं

– दिल्ली सरकार ने छह अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने को दी मंजूरी

नई दिल्ली: दिल्ली सरकार ने सरकारी अस्पतालों में दवा खरीद की नीति में बदलाव किया है। अब सरकारी अस्पतालों और स्वास्थ्य केंद्रों को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्रों से ही दवाएं खरीदनी होंगी। स्थानीय स्तर पर दवाओं की खरीद केवल इमरजेंसी के समय में ही की जा सकेगी।

दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री डॉ. पंकज कुमार सिंह की अध्यक्षता में 6 मार्च 2025 को दिल्ली सचिवालय में एक समीक्षा बैठक हुई थी। इस बैठक में सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति की समीक्षा की गई थी। इस दौरान उन्होंने सभी चिकित्सा अधीक्षकों और स्वास्थ्य अधिकारियों को प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र के माध्यम से दवा खरीद प्रक्रिया को सुव्यवस्थित करने के लिए त्वरित कार्रवाई करने का निर्देश दिया था। इस निर्देश में भारत सरकार के फार्मास्युटिकल विभाग के तहत एक अधिकृत चैनल पार्टनर के साथ समझौता ज्ञापन करने की जरूरत बताई गई थी, ताकि दिल्ली के सभी सरकारी अस्पतालों में सुचारू रूप से दवाओं की खरीद सुनिश्चित की जा सके।

पंकज कुमार सिंह ने बुधवार को कहा कि हम दिल्ली की स्वास्थ्य सेवाओं को सुधारने के लिए प्रतिबद्ध हैं। सरकारी अस्पतालों में दवाओं की खरीद में पारदर्शिता लाने के लिए यह कदम उठाया गया है। इस कदम से मरीजों को सस्ती और गुणवत्तापूर्ण दवाएं मिल सकेंगी।

दिल्ली सरकार के अंतर्गत आने वाले छह अस्पतालों में प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र खोलने की मंजूरी मिल गई है। जल्द ही अन्य अस्पतालों में भी नई नीति के तहत जन औषधि केंद्र खोले जाएंगे। इस नई नीति के तहत सभी सरकारी अस्पतालों को निर्देश दिए गए हैं कि अस्पताल अपनी दवाओं की आवश्यकताओं की सूची तैयार करें और जन औषधि केंद्रों से सीधे दवा खरीदने की प्रक्रिया को जल्द से जल्द शुरू करें।

स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि दिल्ली की सरकार मरीजों के हितों के साथ के लिए कोई भी समझौता नहीं करेगी और सरकारी अस्पतालों में निजी अस्पतालों की तरह सुविधा देने के लिए हरसंभव प्रयास करेगी।

उत्तर प्रदेश मत्स्य पालको की टीम पहुंची संग्रामपुर, सीखे कश फिशरीज के गुर

– टीम में यूपी के तीन जिला के 22 मत्स्य पालक रहे शामिल

पूर्वी चंपारण:  जिले के संग्रामपुर प्रखंड के उतरी बरियरिया पंचायत में उत्तर प्रदेश के तीन जिला के 22 मत्स्य पालकाें की टीम पहुंची। जहां उन्होने कश फिशरीज के गुर सीखे। ये सभी मत्स्य पालक उतर प्रदेश मत्स्य पालक कल्याण कोष योजना अन्तर्गत पांच दिवसीय प्रशिक्षण भ्रमण कार्यक्रम के तहत यहां पहुंचे है।


कश फिशरीज के संचालक यतेंद्र कुमार कश्यप ने किसानों को बताया कि 30 एकड़ में मत्स्य पालन व हेचरी से साल का लगभग 60 लाख की आमदनी होना निश्चित है,इसके साथ ही समय समय सरकार के द्वारा भी प्रोत्साहन राशि दी जाती है। मत्यस्य पालको की टीम ने घूमकर मत्यस्य पालन किये गए पोखरा व हेचरी को देखा व अन्य जानकारी प्राप्त किया।

टीम में उतर प्रदेश राज्य के संतकबीर नगर,बस्ती,सिद्धार्थ नगर के 22 मत्यस्य पालक शामिल थे। इसके साथ ही आईसीआर पीपरा कोठी वैज्ञानिक रवि कुमार, इंजीनियर विकास पराडर , सचिन कुमार सदस्य सांख्यकी कोष विभाग,अवधेश कुमार वर्मा व मत्यस्य पालक किसान मिथलेश कुमार वर्मा,अनिकेत सहनी, रामकोमल ,निषाद,चंद्रेश कुमार, त्रिलोकी कुमार आदि भी मौके पर मौजूद थे।