वाराणसी, 03 अक्टूबर,2025; रेलवे प्रशासन द्वारा यात्री जनता की सुविधा हेतु गाड़ी संख्या 15133/15134 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनल-छपरा नई अमृत भारत द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस के संचलन का निर्णय लिया है।

गाड़ी संख्या 15133 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनल द्वि-साप्ताहिक एक्सप्रेस 20 अक्टूबर,2025 से प्रत्येक (सोमवार एवं वृहस्तपतिवार) को छपरा से एवं गाड़ी संख्या 15134 आनन्द विहार टर्मिनल-छपरा अमृत भारत द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस 22 अक्टूबर 2025 से प्रत्येक (बुधवार एवं शनिवार) को आनन्द विहार टर्मिनल से चलेगी।

फलस्वरुप गाड़ी संख्या 15133 छपरा-आनन्द विहार टर्मिनल द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस 20 अक्टूबर,2025 से प्रत्येक सोमवार एवं वृहस्तपतिवार को छपरा से रात 22.00 बजे प्रस्थान कर सीवान से 22:55,थावे से 23:35 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन तमकुही रोड से 00:27 बजे,पडरौना से 01:12 बजे,कप्तानगंज से 02:10 बजे,गोरखपुर से 03:25 बजे,खलीलाबाद से 04:03 बजे,बस्ती से 04:31 बजे, बभनान से 04:56 बजे, मनकापुर से 05:37 बजे, गोंडा से 06:35 बजे, बाराबंकी से 08:40 बजे, बादशाहनगर से 09:48 बजे, ऐशबाग से 10:25 बजे,कानपूर सेन्ट्रल से 13:35 बजे, इटावा से 15:45 बजे छूटकर 22:10 बजे आनन्द विहार टर्मिनल पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में गाड़ी संख्या 15134 आनन्द विहार टर्मिनल-छपरा अमृत भारत द्विसाप्ताहिक एक्सप्रेस 22 अक्टूबर 2025 से प्रत्येक (बुधवार एवं शनिवार) को आनन्द विहार से 00.20 बजे प्रस्थान कर दूसरे दिन इटावा से 04.22 बजे, कानपूर सेन्ट्रल से 07.05 बजे, ऐशबाग से 09:10 बजे, बादशाहनगर से 09:33 बजे,बाराबंकी से 10.35 बजे, गोंडा से 03.30 बजे,मनकापुर से 13.54 बजे,बभनान से 14.38 बजे,बस्ती से 15:13 बजे, खलीलाबाद से 15:06 बजे, गोरखपुर से 17:00 बजे, कप्तानगंज से 18:20 बजे, पडरौना से 18:55 बजे, तमकुही रोड से 19:47 बजे,थावे से 20.25 बजे,सीवान से 21.25 बजे छुटकर 22.50 बजे छपरा पहूँचेगी।

यह अमृत भारत ट्रेन गैर-वातानुकूलित श्रेणी की प्रीमियम ट्रेन है। इस गाड़ी में मोबाइल चार्जिंग पोर्ट, आरामदायक सफर के लिये एयर स्प्रिंग बॉडी, रेडियम फ्लोर स्ट्रिप्स, स्वच्छ दिव्यांगजन-अनुकूल प्रसाधन, सेफ्टी के लिये फायर डिटेक्शन, टॉक-बैक यूनिट, आधुनिक प्रकाश व्यवस्था सहित उन्नत यात्रा सुविधायें उपलब्ध हैं। जिसका उद्घाटन माननीय केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री श्री अश्विनी वैष्णव ने बिहार के उपमुख्यमंत्री श्री सम्राट चौधरी के साथ मिलकर 29 सितम्बर 2025 को किया गया था ।

इस गाड़ी में एल.एस.एल.आर.डी. के 02, सामान्य द्वितीय श्रेणी के 11, शयनयान श्रेणी के 08 तथा पैंट्रीकार के 01 कोच सहित कुल 22 कोच लगाये जायेंगे।

पूर्णिया, 3 अक्टूबर (हि.स.)। पूर्णिया जिले के कसबा थाना क्षेत्र अंतर्गत कटिहार–जोगबनी रेलखंड पर शुक्रवार सुबह बड़ा हादसा हो गया। दशहरा मेला देखकर घर लौट रहे लोग वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए। हादसे में 4 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे पूर्णिया के जीएमसीएच में भर्ती कराया गया है।

बताया जा रहा है कि सभी मृतक मखाना फोड़ने वाले थे और दशहरा मेला देखकर लौट रहे थे। यह हादसा जवनपुर के पास हुआ, जब जोगबनी से दानापुर जा रही वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन के चपेट में ये सभी आ गए।

घटना की खबर फैलते ही पूरे इलाके में मातम पसर गया। पुलिस और आरपीएफ की टीम मौके पर पहुंच कर शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

विजयादशमी के अवसर पर छपरा के राजेंद्र_स्टेडियम से chhapratoday Team ने आप तक रावण वध कार्यक्रम की झलकियां पहुंचाई।
हमारे तीन अलग अलग कैमरा टीम ने आप तक वीडियो को पहुंचाया।
देखिए सभी वीडियो एक जगह

#Camera 1 :

 

#Camera 2 :   

#Camera 3  :

   

Chhapra: दशहरा पर्व 2025 के अवसर पर विधि-व्यवस्था संधारण एवं शांति व्यवस्था स्थापित करने हेतु पुलिस पदाधिकारी, बलों की प्रतिनियुक्ति की गयी थी। उक्त प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी, बलों की उपस्थिति की जाँच हेतु अनुमंडलवार पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।

अनुमंडल सदर-01 के जाँच पुलिस पदाधिकारी द्वारा दिनांक 01.10.25 को पुलिस पदाधिकारी, बल की उपस्थिति के संदर्भ में जाँच प्रतिवेदन समर्पित किया गया। जिसके अवलोकनोपरांत पाया गया कि निम्नांकित स्थल पर प्रतिनियुक्त पुलिस पदाधिकारी, बल अनाधिकृत रूप से अपने कर्तव्य से अनुपस्थित पाये गये। जो इनके कर्तव्य के प्रति घोर लापरवाही, मनमानेपन एवं आदेशोल्लंघन को परिलक्षित करता है।

साहेबगंज चौक
1.पु०अ०नि० विरेन्द्र मांझी, व्यवहार न्यायालय, सारण
2. प्र०पु०अ०नि० शैलेन्द्र कुमार, पुलिस कार्यालय, सारण
3. म०सि०/129 टुन्नी कुमारी, पुलिस केन्द्र, सारण
4. म०सि0 / 149 ममता कुमारी, पुलिस केन्द्र, सारण

02.सोनारपट्टी चौक-म०सि०/750 बृजकिशोरी, पुलिस केन्द्र, सारण

जमा मस्जिद
1. म०सि0/1737 सलोचना कुमारी, पुलिस केन्द्र, सारण
2. म०सि0/615 मानो कुमारी, पुलिस केन्द्र, सारण

इन सभी पुलिस पदाधिकारी, बल को अपने कर्तव्य से अनाधिकृत रूप से अनुपस्थित रहने के आरोप में वरीय पुलिस अधीक्षक द्वारा तत्काल प्रभाव से वेतन धारित किया गया है। इस संदर्भ में अनुशासनिक कार्रवाई के विरूद्ध 05 दिनों के भीतर स्पष्टीकरण की मांग की गई है।

 

आज का पंचांग
दिनांक 03/10/2025 शुक्रवार
आश्विन शुक्लपक्ष एकादशी
संध्या 06:32 उपरांत द्वादशी
नक्षत्र – श्रवण
सुबह 09:4 उपरांत घनिष्ठा
चन्द्र राशि मकर
रात्रि 09:27 उपरांत कुम्भ
विक्रम सम्वत :2082
सूर्योदय 05:42 सुबह
सूर्यास्त :05:34 संध्या
चंद्रोदय :03:09 दोपहर
चंद्रास्त :02:30 रात्रि (04 अक्तूबर 2025 )
ऋतू :शरद
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
चर 05:42 सुबह 07:11सुबह,
लाभ 07:11 सुबह 08:40 सुबह
अमृत 08:40 सुबह 10:09 सुबह
काल 10:09 सुबह 11:38 सुबह
शुभ 11:38 सुबह 01:07 दोपहर
रोग 01:07 दोपहर 02:36 दोपहर
उद्देग 02:36 दोपहर 04:05 संध्या
चर 04:05 संध्या 05:34 संध्या
लगन :शरद
सुबह 06:48 उपरांत तुला लगन
राहुकाल
सुबह 10:09 से 11:38 सुबह
अभिजित मुहूर्त
सुबह 11:15 से 12:02 दोपहर
दिशाशूल पच्छिम
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले दही खाकर यात्रा करे ,लाभ होगा .

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। किसी वरिष्ठ व्यक्ति के सहयोग से कार्य की बाधा दूर होकर लाभ की स्थिति बनेगी। परिवार के लोग अनुकूल व्यवहार करेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। नए लोगों से संपर्क होगा। आय में वृद्धि तथा आरोग्य रहेगा। चिंता में कमी होगी।

लकी नंबर 7 लकी कलर लाल

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
किसी जानकार प्रबुद्ध व्यक्ति का सहयोग प्राप्त होने के योग हैं। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। किसी राजनयिक का सहयोग मिल सकता है। लाभ के दरवाजे खुलेंगे। चोट व दुर्घटना से बचें। व्यस्तता रहेगी। थकान व कमजोरी महसूस होगी। विवाद से बचें।
लकी नंबर 1 लकी कलर नीला

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
स्वास्थ्य का ध्यान रखें। चोट व दुर्घटना से बचें। आय में कमी रह सकती है। घर-बाहर असहयोग व अशांति का वातावरण रहेगा। अपनी बात लोगों को समझा नहीं पाएंगे। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च होगा। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।
लकी नंबर 3 लकी कलर आसमानी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
नई योजना लागू करने का श्रेष्ठ समय है। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। सामाजिक कार्य सफल रहेंगे। मान-सम्मान मिलेगा। कार्यसिद्धि होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। घर-बाहर प्रसन्नता का माहौल रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। बड़ा कार्य करने का मन बनेगा। सफलता के साधन जुटेंगे।
लकी नंबर 6 लकी कलर महरूम

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। बनते कामों में विघ्न आएंगे। चिंता तथा तनाव रहेंगे। जीवनसाथी से सामंजस्य बैठाएं। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेवजह लोगों से मनमुटाव हो सकता है। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। आय में निश्चितता रहेगी। मित्रों का सहयोग मिलेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर गुलाबी

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। नौकरी में सुकून रहेगा। जल्दबाजी में कोई आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। कानूनी अड़चन आ सकती है। विवाद न करें। व्यवसाय ठीक चलेगा।
लकी नंबर 9 लकी कलर महरूम

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। आय में वृद्धि तथा उन्नति मनोनुकूल रहेंगे। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पार्टनरों का सहयोग समय पर प्राप्त होगा। यात्रा की योजना बनेगी। घर-बाहर कुछ तनाव रहेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर फिरोजा

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
भूले-बिसरे साथी तथा आगंतुकों के स्वागत तथा सम्मान पर व्यय होगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। बड़ा काम करने का मन बनेगा। परिवार के सदस्यों की उन्नति के समाचार मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। पारिवारिक सहयोग बना रहेगा। किसी व्यक्ति की बातों में न आएं, लाभ होगा।
लकी नंबर 8 लकी कलर पिला

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
दु:खद सूचना मिल सकती है, धैर्य रखें। फालतू खर्च होगा। कुसंगति से बचें। बेकार की बातों पर ध्यान न दें। अपने काम पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। वाणी पर नियंत्रण रखें। चिंता तथा तनाव रहेंगे। स्वास्थ्य का पाया कमजोर रहेगा। व्यवसाय ठीक चलेगा।
लकी नंबर 7 लकी कलर केशरी

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बनेगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का लाभ मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल रहेंगे। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। काम में मन लगेगा। शेयर मार्केट में लाभ रहेगा। नौकरी में सुविधाएं बढ़ सकती हैं। व्यस्तता के चलते स्वास्थ्‍य का ध्यान रखें।
लकी नंबर 3 लकी कलर भुरा

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
घर-बाहर प्रसन्नतादायक वातावरण रहेगा। नौकरी में चैन महसूस होगा। व्यापार से संतुष्टि रहेगी। संतान की चिंता रहेगी। प्रतिद्वंद्वी तथा शत्रु हानि पहुंचा सकते हैं। मित्रों का सहयोग व मार्गदर्शन प्राप्त होगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा की योजना बनेगी। प्रसन्नता रहेगी।
लकी नंबर 8 लकी कलर आसमानी

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
यात्रा मनोनुकूल मनोरंजक तथा लाभप्रद रहेगी। भेंट व उपहार की प्राप्ति संभव है। व्यापार-व्यवसाय से मनोनुकूल लाभ होगा। घर-बाहर सफलता प्राप्त होगी। परिवार में सुख-शांति बनी रहेगी। काम में लगन तथा उत्साह बने रहेंगे। मित्रों के साथ समय बीतेगा।
लकी नंबर 1 लकी कलर सफेद

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: सारण जिले के जलालपुर प्रखंड के फुटानी बाजार का पंडाल इस बार अपनी अनोखी डिजाइन को लेकर चर्चा में है। यहां दुर्गा पूजा समिति ने विशाल ऑक्टोपस की आकृति पर आधारित पंडाल बनाया है, जो श्रद्धालुओं और दर्शकों दोनों को आकर्षित कर रहा है।

पंडाल का पूरा ढांचा ऑक्टोपस के आकार में तैयार किया गया है। इसके आठ लंबे हाथ बाहर की ओर फैले हुए हैं, जिन पर रंगीन लाइटिंग की गई है। पंडाल का प्रवेश द्वार ऐसा बनाया गया है मानो श्रद्धालु ऑक्टोपस के मुख से होकर भीतर प्रवेश कर रहे हों। अंदर भव्य मां दुर्गा की प्रतिमा विराजमान है, जिसे देखने के लिए भक्तों की लंबी कतार लग रही है।

इसे भी पढ़ें: Navratri2025: ऑपरेशन सिंदूर की शौर्य गाथा दिखाता पंडाल बना आकर्षण का केंद्र

इसे भी पढ़ें: Navratri2025: नेहरू चौक पर बना केदारनाथ मंदिर जैसा पंडाल

रात्रि में पंडाल का नजारा और भी अद्भुत हो जाता है। हाथों पर लगी रंगीन रोशनी और बीच–बीच में चलने वाले लेजर शो इसे किसी समुद्री जीव विज्ञान प्रदर्शनी जैसा बना देते हैं। बच्चे और युवा इस पंडाल को खासा पसंद कर रहे हैं और इसे सेल्फी प्वाइंट बना चुके हैं।

आयोजकों ने बताया कि इस पंडाल का मकसद श्रद्धालुओं को अनोखा अनुभव देना है। पहली बार इस इलाके में ऐसा पंडाल बना है जो पूरी तरह समुद्री जीव की आकृति पर आधारित है।

फुटानी बाजार का यह पंडाल अब केवल पूजा का स्थल नहीं, बल्कि कला, सृजनशीलता और तकनीक का अनोखा संगम बन चुका है। विगत कुछ वर्षों में इस पूजा समिति के द्वारा बनाए गए पंडालों ने खूब सुर्खियां बटोरीं हैं। 

Chhapra: छपरा शहर का नेहरू चौक इस बार नवरात्र में खासा आकर्षण का केंद्र बना है। यहां पूजा समिति ने उत्तराखंड के प्रसिद्ध केदारनाथ मंदिर की तर्ज पर पंडाल का निर्माण कराया है। श्रद्धालु यहां पहुंचकर ऐसा अनुभव कर रहे हैं मानो वे सचमुच हिमालय की गोद में विराजमान भगवान शिव की नगरी में पहुंच गए हों।

पंडाल के बाहरी हिस्से को पत्थरों जैसी संरचना से सजाया गया है, जबकि प्रवेश द्वार पर लकड़ी और फाइबर का इस्तेमाल कर मंदिर की हूबहू प्रतिकृति तैयार की गई है। चारों ओर पर्वतीय दृश्यों को दर्शाने वाली पेंटिंग और सजावट की गई है।

इसे भी पढ़ें: Navratri2025: ऑपरेशन सिंदूर की शौर्य गाथा दिखाता पंडाल बना आकर्षण का केंद्र

इसे भी पढ़ें: Navratra2025: सारण में बना विशाल ऑक्टोपस पंडाल, देखने के लिए लग रही यही लंबी कतार

अंदर भव्य मां दुर्गा की प्रतिमा विराजमान है। रोशनी की विशेष व्यवस्था की गई है जिससे पंडाल का हर कोना आध्यात्मिक आभा से भरा नजर आता है। रात्रि में लाइटिंग इफेक्ट से पूरा पंडाल किसी धार्मिक तीर्थ जैसा अनुभव कराता है।

भक्तों ने बताया कि इस पंडाल को देखकर उन्हें उत्तराखंड के केदारनाथ धाम की याद ताजा हो जाती है। यहां आकर वे केवल मां दुर्गा के दर्शन ही नहीं, बल्कि हिमालयी आध्यात्मिकता का अनुभव भी कर रहे हैं।

पूजा समिति के सदस्यों का कहना है कि इस थीम का उद्देश्य श्रद्धालुओं को धार्मिक पर्यटन और सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ना है। भीड़–भाड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस बल और स्वयंसेवक लगातार तैनात हैं।

Chhapra: बनियापुर का दुर्गा पूजा पंडाल इस बार श्रद्धालुओं और दर्शकों के लिए विशेष आकर्षण का केंद्र बना हुआ है। यहां “ऑपरेशन सिंदूर” की थीम पर तैयार पंडाल देश के सैनिकों के शौर्य और बलिदान को समर्पित है। आयोजकों ने बताया कि इस थीम का उद्देश्य देशभक्ति की भावना को प्रज्वलित करना और युवाओं को सेना के प्रति प्रेरित करना है।


पंडाल में प्रवेश करते ही चारों ओर युद्धभूमि का दृश्य दिखाई देता है। मिट्टी, लकड़ी और थर्माकोल से बने मॉडलों के जरिए सेना की कार्रवाई, रणभूमि और सैनिकों की वीरता को जीवंत कर दिया गया है। पंडाल के बीचोबीच स्थापित मां दुर्गा की प्रतिमा को शक्ति और साहस का प्रतीक बताकर सैनिकों से जोड़ा गया है।

रात्रि में रंगीन लाइट और साउंड इफेक्ट इस पंडाल की खूबसूरती और भी बढ़ा देते हैं। कई जगहों पर देशभक्ति गीत बजाए जाते हैं, जिससे वातावरण भावुक और प्रेरणादायी हो उठता है। श्रद्धालु यहां आकर केवल पूजा–अर्चना ही नहीं कर रहे, बल्कि भारत माता के वीर सपूतों के योगदान को भी याद कर रहे हैं।

आयोजक समिति का कहना है कि यह पंडाल नवरात्र के अवसर पर श्रद्धा और देशप्रेम का संगम प्रस्तुत करता है। यहां उमड़ रही भीड़ इस बात का प्रमाण है कि लोग न केवल मां दुर्गा की आराधना कर रहे हैं, बल्कि देश की रक्षा में लगे जवानों के प्रति भी कृतज्ञता व्यक्त कर रहे हैं।

आज का पंचांग
दिनांक 01/10 /2025 बुधवार
आश्विन शुक्लपक्ष नवमी
संध्या 07:01 उपरांत दशमी
नक्षत्र – पूर्वाषाढ़ा
सुबह 08:06 उपरांत उतराषाढ़ा
चन्द्र राशि धनु
दोपहर 02:27 उपरांत मकर
विक्रम सम्वत :2082
सूर्योदय 05:42 सुबह
सूर्यास्त :05:36 संध्या
चंद्रोदय :01:47 दोपहर
चंद्रास्त :12:27 रात्रि (02 अक्तूबर )
ऋतू :शरद
चौघडिया,दिन
चौघड़िया :
लाभ 06:42 सुबह 07:11सुबह,
अमृत 07:11सुबह 08:40 सुबह
काल 08:40 सुबह 10:10 सुबह
शुभ 10:10 सुबह 11:39 सुबह
रोग 11:40 सुबह 01:08 दोपहर
उद्देग 01:08 दोपहर 02:38 दोपहर
चर 02:38 दोपहर 04:07 संध्या
लाभ 04:07 संध्या 05:36 संध्या
लगन :शरद
सुबह 06:50 उपरांत तुला लगन
राहुकाल
सुबह 11:39 से 01:08 दोपहर
अभिजित मुहूर्त
आज नहीं है
दिशाशूल उत्तर
यात्रा विचार :आज कही यात्रा पर जाने के पहले धनिया खाकर यात्रा करे ,लाभ होगा .

आज का राशिफल

मेष (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
प्रयास सफल रहेंगे। पराक्रम वृद्धि होगी। सामाजिक कार्य करने का अवसर प्राप्त होगा। मान-सम्मान मिलेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। निवेश शुभ रहेगा। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। आय में वृद्धि होगी। जल्दबाजी न करें।
लकी नंबर 2 लकी कलर संतरी

वृष (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
पार्टी व पिकनिक का कार्यक्रम बन सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग सफलता हासिल करेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। नौकरी में कार्य की प्रशंसा होगी। नए विचार दिमाग में आएंगे।
लकी नंबर 7 लकी कलर भूरा

मिथुन (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
धर्म-कर्म में रुचि रहेगी। कोर्ट व कचहरी के काम मनोनुकूल लाभ देंगे। किसी बड़े काम की रुकावट दूर होगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।
लकी नंबर 7 लकी कलर स्लेटी

कर्क(ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है। वाणी में हल्के शब्दों के प्रयोग से बचें। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। पुराना रोग उभर सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। काम में मन नहीं लगेगा। दूसरे आपसे अधिक की अपेक्षा करेंगे व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा।
लकी नंबर 5 लकी कलर सफेद

सिंह (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
दूर से शुभ समाचार प्राप्त होंगे। आत्मविश्वास में वृद्धि होगी। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। घर में अतिथियों का आगमन होगा। प्रसन्नता तथा उत्साह बने रहेंगे। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल लाभ देगा। आलस्य हावी रहेगा। प्रमाद न करें।
लकी नंबर 9 लकी कलर पिला

कन्या (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्‍छा जागृत होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।
लकी नंबर 2 लकी कलर फिरोजा

तुला (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
बकाया वसूली के प्रयास सफल रहेंगे। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। नौकरी में अनुकूलता रहेगी। भाग्य का साथ मिलेगा। कोई बड़ा काम करने की इच्‍छा जागृत होगी। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे।
लकी नंबर 7 लकी कलर आसमानी

वृश्चिक (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
स्थायी संपत्ति के कार्य बड़ा लाभ दे सकते हैं। रोजगार में वृद्धि होगी। आय के नए साधन प्राप्त हो सकते हैं। भाग्योन्नति के प्रयास सफल रहेंगे। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। स्वास्थ्य में राहत मिलेगी। चिंता दूर होगी।
लकी नंबर 1 लकी कलर संतरी

धनु(ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
लकी नंबर 4 लकी कलर बैंगनी

मकर (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
अप्रत्याशित खर्च सामने आएंगे। विवाद से स्वाभिमान को ठेस पहुंच सकती है। पुराना रोग उभर सकता है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। किसी भी अपरिचित व्यक्ति की बातों में न आएं। व्यवसाय ठीक चलेगा।
लकी नंबर 6 लकी कलर हरा

कुंभ (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
नई योजना बनेगी। कार्यप्रणाली में सुधार होगा। मान-सम्मान मिलेगा। आय के नए स्रोत प्राप्त हो सकते हैं। व्यापार-व्यवसाय में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। प्रेम-प्रसंग में जल्दबाजी न करें। थकान रहेगी।
लकी नंबर 3 लकी कलर लाल

मीन(दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
धनहानि की आशंका है। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। थकान व कमजोरी रह सकती है। व्यापार व व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। यात्रा मनोरंजक रहेगी। प्रेम-प्रसंग में अनुकूलता रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी।
लकी नंबर 8 लकी कलर महरूम

🙏आपका दिन मंगलमय हो🙏
🌺🌺🌺🌺🙏🌺🌺🌺🌺
ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: छपरा शहर इन दिनों निर्माण कार्यों के चलते धूल और मिट्टी के बादल में घिरा हुआ है। जगह-जगह सड़कों की खुदाई, डबल डेकर निर्माण की गतिविधियां तो तेज़ी से चल रही हैं, लेकिन इन पर नियंत्रण और मानकों के पालन की जिम्मेदारी निभाने वाली एजेंसियां कहीं दिखाई नहीं देतीं। हालात ऐसे हैं कि शहर के लोग सुबह से शाम तक धूल और मिट्टी झेलने को विवश हैं।

नवरात्र में भी नहीं हुई सफाई

ध्यान देने वाली बात यह है कि नवरात्र जैसे पावन पर्व में भी शहर की सड़कें धूल से अटी पड़ी हैं। आमतौर पर ऐसे अवसरों पर नगर निगम द्वारा सफाई और पानी का छिड़काव किया जाता है, लेकिन छपरा में तस्वीर बिल्कुल उलटी है। लोग मंदिरों में जाते समय, बाजारों में खरीदारी करते वक्त और यहां तक कि अपने घरों में भी धूल की परत महसूस कर रहे हैं।

प्रशासन और एजेंसियों की लापरवाही

नगर निगम, जिला प्रशासन और निर्माण कार्य में लगी एजेंसियों पर सवाल उठ रहे हैं। निर्माण कार्यों के दौरान धूल नियंत्रण के लिए नियमित पानी छिड़काव, निर्माण सामग्री ढककर रखने और मलबा समय पर हटाने की जिम्मेदारी तय है। मगर, शहर में यह नियम सिर्फ कागजों तक सीमित रह गया है।

स्वास्थ्य पर गंभीर असर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि लंबे समय तक धूल और प्रदूषण में रहने से सांस की बीमारियां, दमा, एलर्जी और आंखों में संक्रमण जैसी समस्याएं बढ़ती हैं। छपरा सदर अस्पताल के एक डॉक्टर ने बताया कि हाल के दिनों में सांस और एलर्जी की शिकायत लेकर आने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। उन्होंने कहा कि धूल में मौजूद महीन कण फेफड़ों तक पहुंच जाते हैं, जो लंबे समय में गंभीर बीमारी का कारण बन सकते हैं।

एक्सपर्ट की राय

पर्यावरण विशेषज्ञ डॉ प्रशांत सिन्हा का कहना है कि छपरा में जिस तरह से निर्माण कार्य बिना प्रदूषण नियंत्रण उपायों के हो रहा है, वह शहर की वायु गुणवत्ता को तेजी से खराब कर रहा है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर समय रहते पानी छिड़काव और नियमित सफाई जैसे कदम नहीं उठाए गए तो छपरा का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) छोटे शहर से महानगर स्तर की खराब श्रेणी में पहुंच सकता है।

जनता की उम्मीदें

समय-समय पर कई स्वयंसेवी संस्थाएं इस मुद्दे को उठाती रही हैं, लेकिन कार्रवाई ठोस रूप से होती नहीं दिखती। लोगों का कहना है कि सरकार सिर्फ बड़े शहरों के प्रदूषण पर ध्यान देता है, जबकि छोटे शहरों में लोग चुपचाप हालात झेलते रहते हैं।

छपरा में धूल-मिट्टी की यह समस्या सिर्फ असुविधा नहीं बल्कि गंभीर स्वास्थ्य संकट का रूप ले रही है। ऐसे में प्रशासन और नगर निगम को चाहिए कि तुरंत प्रभाव से निर्माण स्थलों पर पानी का छिड़काव शुरू करें, सड़कों की सफाई दुरुस्त करें और निर्माण एजेंसियों पर सख्त निगरानी रखें। जब तक यह नहीं होगा, तब तक छपरा की जनता रोजाना धूल में घुटती रहेगी।

नई दिल्ली, 28 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज ‘मन की बात’ में कहा कि छठ महापर्व भारतीय संस्कृति की गहरी आस्था और प्रकृति के प्रति कृतज्ञता का प्रतीक है। यह पर्व अब वैश्विक स्तर पर भी पहचान बना रहा है। उन्होंने बताया कि भारत सरकार इसे यूनेस्को की ‘इनटेंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट’ में शामिल कराने का प्रयास कर रही है, जिससे इसकी गरिमा और बढ़ेगी।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने ‘मन की बात’ के 126वें एपिसोड में आज शहीद भगत सिंह और लता मंगेशकर को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने देश में महिला सशक्तिकरण के उदाहरण दिए, सांस्कृतिक धरोहरों को वैश्विक पहचान दिलाने के प्रयासों का उल्लेख किया और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प पर जोर दिया। उन्होंने देशवासियों को आगामी त्योहारों की शुभकामनाएं दी और इस बात का विशेष उल्लेख किया कि संग अपने 100 वर्ष पूरे करने जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने रविवार को आकाशवाणी के मासिक कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 125 कड़ियों की यात्रा पार करने का जिक्र किया और कहा कि यह जनता से जुड़ने का प्रेरणादायी माध्यम बन चुका है। प्रधानमंत्री ने कहा कि 28 सितंबर को दो महान विभूतियों की जयंती है। शहीद भगत सिंह को उन्होंने युवाओं के लिए प्रेरणा बताया और उनके साहसिक पत्र का उल्लेख किया, जिसमें उन्होंने अंग्रेजों से अपने साथ युद्धबंदी जैसा व्यवहार करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा कि भगत सिंह की निर्भीकता और सेवा भावना हर भारतीय को मार्गदर्शन देती है।

उन्होंने लता मंगेशकर को भारतीय संस्कृति का अमूल्य स्वर बताया। उन्होंने कहा कि उनके गीतों ने देशभक्ति और संवेदनाओं को जीवंत किया। उन्होंने बताया कि लता मंगेशकर से उनका व्यक्तिगत स्नेह रहा और वे हर वर्ष उन्हें राखी भेजती थीं। प्रधानमंत्री ने यह भी कहा कि लता मंगेशकर स्वातंत्र्य वीर सावरकर से प्रेरित रही है। उन्होंने कहा, “लता दीदी जिन महान विभूतियों से प्रेरित थीं उनमें वीर सावरकर भी एक हैं, जिन्हें वो तात्या कहती थीं। उन्होंने वीर सावरकर जी के कई गीतों को भी अपने सुरों में पिरोया।”

प्रधानमंत्री ने नवरात्रि के अवसर पर नारी शक्ति की उपलब्धियों को रेखांकित किया। उन्होंने नौसेना की लेफ्टिनेंट कमांडर दिलना और रूपा के साहसिक “नाविका सागर परिक्रमा” का उल्लेख किया। इन दोनों अधिकारियों ने 238 दिनों तक 47,500 किलोमीटर की समुद्री यात्रा पूरी की।प्रधानमंत्री ने उनके अनुभव सुनाए। इनमें उन्होंने बताया कि यात्रा में तूफानों का सामना, अत्यधिक तापमान और सीमित संसाधनों के बावजूद धैर्य और टीमवर्क ने हमें सफलता दिलाई। प्रधानमंत्री ने इसे देश की बेटियों के साहस और संकल्प का अद्वितीय उदाहरण बताया।

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत सरकार छठ महापर्व को यूनेस्को की ‘इनटेंजिबल कल्चरल हेरिटेज लिस्ट’ में शामिल कराने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कोलकाता की दुर्गा पूजा को पहले से इस सूची में शामिल होने का उदाहरण दिया। उन्होंने कहा कि छठ पर्व का महत्व आज वैश्विक स्तर पर बढ़ रहा है और यह न केवल भारत में बल्कि पूरी दुनिया में आस्था का प्रतीक बन चुका है। गांधी जयंती का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने स्वदेशी के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि पिछले 11 वर्षों में खादी की बिक्री कई गुना बढ़ी है। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि 2 अक्टूबर को खादी उत्पाद अवश्य खरीदें और “वोकल फॉर लोकल” को जीवन मंत्र बनाएं।

उन्होंने तमिलनाडु, झारखंड और बिहार के उदाहरण दिए, जहां उद्यमियों और महिलाओं ने परंपरा और नवाचार को जोड़कर रोजगार और आत्मनिर्भरता के नए रास्ते बनाए। उन्होंने कहा, “सफलता की ये सभी गाथाएं हमें सिखाती हैं कि हमारी परंपराओं में आय के कितने ही साधन छिपे हुए हैं। अगर इरादा पक्का हो, तो सफलता हमसे दूर नहीं जा सकती।” प्रधानमंत्री ने कहा कि इस वर्ष की विजयादशमी विशेष महत्व रखती है, क्योंकि 1925 में इसी दिन नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना हुई थी। उन्होंने कहा कि डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर के नेतृत्व ने संगठन को राष्ट्र सेवा की दिशा दी।

उन्होंने कहा, “सदियों की गुलामी ने हमारे स्वाभिमान और आत्मविश्वास को गहरी चोट पहुंचाई थी। विश्व की सबसे प्राचीन सभ्यता के सामने पहचान का संकट खड़ा किया जा रहा था। देशवासी हीन-भावना का शिकार होने लगे थे। इसलिए देश की आजादी के साथ-साथ ये भी महत्वपूर्ण था कि देश वैचारिक गुलामी से भी आजाद हो। ऐसे में, परम पूज्य डॉ. हेडगेवार जी ने इस विषय में मंथन करना शुरू किया और फिर इसी भगीरथ कार्य के लिए उन्होंने 1925 में विजयादशमी के पावन अवसर पर ‘राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ’ की स्थापना की।”

उन्होंने गुरुजी के वाक्य “राष्ट्राय स्वाहा, इदं राष्ट्राय इदं न मम” को उद्धृत करते हुए कहा कि यह संघ की सेवा भावना का आधार है। उन्होंने बताया कि स्वयंसेवक आपदा के समय सबसे पहले राहत कार्य में पहुँचते हैं और हर कार्य में “राष्ट्र प्रथम” की भावना सर्वोपरि रहती है।

प्रधानमंत्री ने आगामी 7 अक्टूबर को महर्षि वाल्मीकि जयंती का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वाल्मीकिजी ने मानवता को रामायण जैसा अद्भुत ग्रंथ दिया। उन्होंने आग्रह किया कि अयोध्या में रामलला के दर्शन करने वाले लोग वाल्मीकि और निषादराज मंदिर के दर्शन भी करें।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि कला, साहित्य और संस्कृति किसी एक दायरे में बंधे नहीं रहते। इनकी सुगंध सभी सीमाओं को पारकर लोगों के मन को छूती है। उन्होंने इस सन्दर्भ में पेरिस के “सौन्त्ख मंडप” की उपलब्धियों का उल्लेख किया, जिसने भारतीय नृत्य को विश्व स्तर पर लोकप्रिय बनाया। इसकी स्थापना मिलेना सालविनी ने की थी। कुछ वर्ष पहले उन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।

प्रधानमंत्री ने कुछ गीतों की प्रस्तुति करते हुए जानकारी दी कि भूपेन हजारिका के गीतों को श्रीलंकाई कलाकारों ने सिंहली और तमिल में अनुवाद किया है, जिससे सांस्कृतिक जुड़ाव बढ़ा है। उन्होंने असम के गायक जुबीन गर्ग और विचारक एसएल भैरप्पा को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा, “जुबीन गर्ग एक मशहूर गायक थे, जिन्होंने देशभर में अपनी पहचान बनाई। असम की संस्कृति से उनका बहुत गहरा लगाव था। जुबीन गर्ग हमारी यादों में हमेशा बने रहेंगे और उनका संगीत आने वाली पीढ़ियों को मंत्रमुग्ध करता रहेगा।”

त्योहारों के संदर्भ में प्रधानमंत्री ने कहा कि खरीदारी के समय स्वदेशी उत्पादों को प्राथमिकता दें और हर उत्सव को ‘वोकल फॉर लोकल’ का अवसर बनाएं। उन्होंने स्वच्छता को घर से बाहर समाज तक ले जाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “आने वाले दिनों में एक के बाद एक त्योहार और खुशियां आने वाली हैं। हर पर्व पर हम खरीदारी भी खूब करते हैं। और इस बार तो ‘जीएसटी बचत उत्सव’ भी चल रहा है। एक संकल्प लेकर आप अपने त्योहारों को और खास बना सकते हैं। अगर हम ठान लें कि इस बार त्योहार सिर्फ स्वदेशी चीजों से ही मनाएंगे, तो देखिएगा, हमारे उत्सव की रौनक कई गुना बढ़ जाएगी।

कार्यक्रम के अंत में प्रधानमंत्री ने देशवासियों को त्योहार विशेष कर दीपावली की शुभकामनाएं दी और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को दोहराया।

Chhapra:  राजेंद्र कॉलेज, छपरा में रेड रिबन क्लब एवं सेहत केंद्र के संयुक्त तत्वावधान में एचआईवी एड्स के संदर्भ में इंटेंसिफ़ाइड जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।

इस कार्यक्रम का संचालन नोडल अधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने किया। कार्यक्रम के संदर्भ में कॉलेज के प्राचार्य प्रो. उदय शंकर पांडेय ने के प्रेरक संदेश में कहा कि एचआईवी एड्स जैसी बीमारियों के प्रति समाज में अब भी भ्रांतियां मौजूद हैं। आवश्यक है कि युवाओं को सही जानकारी मिले और वे जागरूक नागरिक बनकर समाज में स्वस्थ वातावरण तैयार करें। कार्यक्रम में छात्रों को एचआईवी संक्रमण के कारण, उसके लक्षण, बचाव के उपाय तथा इलाज की आधुनिक सुविधाओं के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई।

विशेषज्ञों ने बताया कि यह बीमारी स्पर्श, भोजन या साथ रहने से नहीं फैलती, बल्कि असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित रक्त चढ़ाने, नशा करने हेतु सुई का साझा उपयोग करने जैसी स्थितियों से फैलती है।

नोडल अधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने अपने संबोधन में कहा इस अभियान का उद्देश्य युवाओं को जागरूक बनाना और समाज में एचआईवी एड्स को लेकर व्याप्त मिथकों को दूर करना है। यदि समय रहते जांच और उपचार प्रारंभ हो जाए तो संक्रमित व्यक्ति सामान्य जीवन जी सकता है।

इस अवसर पर बड़ी संख्या में शिक्षक डॉ. धनंजय आज़ाद, डॉ. प्रवीण कुमार भास्कर, डॉ. सुशील कुमार, डॉ. सुशील कुमार सिंह, स्वयंसेवक रोबिन, श्वेता, रुचि समेत कई छात्र-छात्राएँ एवं सेहत केंद्र के स्वयंसेवक उपस्थित रहे। सभी ने मिलकर यह संकल्प लिया कि वे समाज में एचआईवी एड्स के प्रति जागरूकता फैलाएँगे और भेदभावमुक्त वातावरण बनाने में सहयोग करेंगे।