Entertainment: भारत की आधिकारिक ऑस्कर प्रविष्टि ‘होमबाउंड’ शुक्रवार 26 सितंबर को दुनियाभर में रिलीज़ हो गई। जान्हवी कपूर, ईशान खट्टर और विशाल जेठवा स्टारर इस फिल्म का पहला दिन बॉक्स ऑफिस कलेक्शन सामने आ चुका है। ऑस्कर रेस में भारत की 24 फिल्मों पर विचार किया गया था। इस सूची में अभिषेक बच्चन की ‘आई वांट टू टॉक’, ‘पुष्पा 2’, ‘द बंगाल फाइल्स’, ‘जुगनुमा’ और ‘फुले’ जैसी फिल्में शामिल थीं। इन सभी में से ‘होमबाउंड’ को चुना गया। नीरज घायवान के निर्देशन में बनी ‘होमबाउंड’ ने रिलीज़ के पहले दिन देशभर में आधे करोड़ रुपये से भी कम की कमाई की। यह फिल्म भारत की ओर से ऑस्कर के सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय फीचर श्रेणी में आधिकारिक प्रविष्टि है।

होमबाउंड का पहले दिन का कलेक्शन

बॉक्स ऑफिस ट्रैकर सैकनिल्क की रिपोर्ट के मुताबिक ‘होमबाउंड’ ने भारत में पहले दिन लगभग 30 लाख रुपये का कारोबार किया है। फिल्म का ओपनिंग कलेक्शन ईशान खट्टर की ‘धड़क’ से काफी कम रहा, जिसने पहले दिन 8.71 करोड़ रुपये कमाए थे। वहीं, ‘फोन भूत’ का पहला दिन 2.05 करोड़ रुपये और विशाल जेठवा की ‘सलाम वेंकी’ का कलेक्शन 45 लाख रुपये रहा था।

होमबाउंड की कहानी

यह फिल्म उत्तर भारत के एक छोटे से गांव से जुड़े दो बचपन के दोस्तों की दास्तान बयां करती है। दोनों अपनी जिंदगी सुधारने और समाज में पहचान बनाने के लिए पुलिस की नौकरी पाने का सपना देखते हैं। लंबे संघर्ष और मेहनत के बाद यह नौकरी उन्हें न सिर्फ रोज़गार बल्कि सम्मान और गरिमा भी दिलाती है। अभिनेत्री जान्हवी कपूर और ईशान खट्टर अभिनीत ‘होमबाउंड’ का निर्माण करण जौहर, अदार पूनावाला, अपूर्व मेहता और सोमेन मिश्रा ने धर्मा प्रोडक्शंस के बैनर तले किया है। इस फिल्म का निर्देशन नीरज घायवान ने किया है।

New Delhi, 27 सितंबर (हि.स.)। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी चार दिनों की विदेश यात्रा पर शनिवार को रवाना हो गए।

दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा करेंगे

कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने एक्स पर जानकारी दी कि राहुल गांधी दक्षिण अमेरिका के चार देशों की यात्रा करेंगे। इस दौरान वे राजनीतिक नेताओं, विश्वविद्यालयों के छात्रों और उद्योग-व्यापार जगत के प्रतिनिधियों से मुलाकात करेंगे। कांग्रेस के मुताबिक राहुल गांधी ब्राजील और कोलंबिया का दौरा करेंगे, जहां वे विश्वविद्यालयों में छात्रों से संवाद करेंगे। इसके अलावा वे प्रमुख व्यवसायियों से भी चर्चा करेंगे।

New Delhi, 26 सितंबर (हि.स.)। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने आज चंडीगढ़ एयरबेस पर लड़ाकू विमान मिग-21 की वायु सेना के हवाई बेड़े से विदाई के समय भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को याद किया। उन्होंने कहा कि जब हम मिग-21 को उसकी ऑपरेशनल यात्रा से विदाई दे रहे हैं तो मुझे लगता है कि हम एक ऐसे अध्याय को विदा करने जा रहे हैं, जिसे न केवल भारतीय वायु सेना के इतिहास में, बल्कि हमारी पूरी सैन्य विमानन की यात्रा में सुनहरे अक्षरों से लिखा जाएगा।

चंडीगढ़ एयरबेस पर लड़ाकू विमान मिग-21 को वायु सेना के हवाई बेड़े से दी गई विदाई

रक्षा मंत्री ने कहा कि रूस के सहयोग से तैयार मिग-21 ने भारतीय सैन्य विमानन यात्रा में कई गर्व के क्षण जोड़े हैं। मिग-21 का योगदान किसी एक घटना या एक युद्ध तक सीमित नहीं रहा। 1971 के युद्ध से लेकर कारगिल के युद्ध तक या फिर बालाकोट एयर स्ट्राइक से लेकर ऑपरेशन सिंदूर तक ऐसा कोई क्षण नहीं रहा, जब मिग-21 ने हमारी सेनाओं को जबरदस्त मजबूती न प्रदान की हो। उन्होंने कहा कि 1971 का युद्ध भला कौन भूल सकता है। मिग-21 ने पाकिस्तान के साथ युद्ध के दौरान विपरीत परिस्थितियों में जिस दिन ढाका के गवर्नर हाउस पर हमला किया, उसी दिन उस युद्ध के परिणाम की रूपरेखा तय कर दी गई। इसके अलावा भी इसके लम्बे इतिहास में अनेक ऐसे मौके आए, जब मिग-21 ने अपनी निर्णायक क्षमता साबित की।

लगभग 850 विमान भारतीय वायु सेना का हिस्सा रहे

उन्होंने कहा कि आजादी से लेकर अब तक भारतीय वायु सेना के वीरों ने भारत की सुरक्षा को मजबूती देने के लिए जिस शौर्य और पराक्रम का परिचय दिया है, वह अपने आप में प्रेरणादायक है। वायु योद्धाओं की इस यात्रा में मिग-21 का भी बड़ा योगदान रहा है। रक्षा मंत्री ने कहा कि दुनिया के सैन्य विमानन के इतिहास में ऐसा कोई लड़ाकू विमान नहीं हुआ, जो इतनी बड़ी संख्या में निर्मित हुआ हो। दुनिया भर में मिग-21 के 11,500 से अधिक विमान बनाए गए और उनमें से लगभग 850 विमान भारतीय वायु सेना का हिस्सा रहे। यह संख्या अपने आप में इस लड़ाकू विमान की लोकप्रियता, विश्वसनीयता और उसकी बहुआयामी क्षमताओं की गवाही है।

मिग-21 हमारी शक्ति का प्रतीक रहा है

भारत और रूस के बीच गहरे संबंधों को याद करते हुए उन्होंने कहा कि इस विमान ने ऐतिहासिक मिशनों में हर बार तिरंगे का सम्मान बढ़ाया है। इसलिए यह क्षण हमारी सामूहिक यादों और हमारे राष्ट्रीय गर्व का भी है। यह मौका उस यात्रा को भी याद करने का है, जिसमें साहस, बलिदान और उत्कृष्टता की कहानी लिखी गई है। हमारी सभ्यता और हमारी संस्कृति हमें यही सिखाती है कि सम्मान सिर्फ इंसानों को ही नहीं बल्कि हर उस चीज को दिया जाना चाहिए, जिसने हमारे जीवन में कुछ न कुछ योगदान दिया हो। जब हम हर छोटी-बड़ी चीज को इतना सम्मान देते हैं तो मिग-21 हमारी शक्ति का प्रतीक रहा है इसलिए इसका सम्मान करना भला हम कैसे छोड़ सकते हैं।

मिग-21 एक परिवार के सदस्य जैसा है: रक्षा मंत्री

रक्षा मंत्री ने कहा कि हम सबके लिए यह सिर्फ एक लड़ाकू विमान नहीं बल्कि एक परिवार के सदस्य जैसा है, जिसके साथ हमारा लगाव बहुत गहरा है। मिग-21 ने हमारे आत्मविश्वास को और हमारी रणनीति को मजबूत किया है और हमें वैश्विक मंच पर स्थापित करने में मदद की है। मिग-21 की एक खास बात यह है कि इसे तकनीकी रूप से हमेशा अपग्रेड रखा गया। मिग-21 को त्रिशूल, विक्रम, बादल और बाइसन जैसे नामों से भी जाना गया है। रिटायर होते समय भी इसका वर्तमान रूप उन्नत था। इसके लिए हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की भी सराहना की जानी चाहिए, जिसने अपने उन्नत रडार, एवियोनिक्स से मिग-21 को लगातार अपडेट करने में अपनी भूमिका निभाई।

उन्होंने कहा कि मिग-21 के बारे में अक्सर यह कहा जाता है कि भारतीय वायु सेना 60 साल पुराने विमान उड़ा रही थी लेकिन आज इस विमान की विदाई के मौके पर स्पष्ट करना जरूरी है कि 1960 और 1970 के दशक में जो मिग-21 विमान हमारे पास आए थे, वे बहुत पहले ही सेवा से बाहर हो चुके हैं। जो मिग-21 विमान आज तक हम उड़ा रहे थे, वे अधिकतम 40 वर्ष पुराने हैं। 40 साल की समय सीमा ऐसे एयरक्राफ्ट के मानकों के हिसाब से बिल्कुल सामान्य है। रक्षा मंत्री ने कहा कि 1950 के दशक में जिस डिजाइन पर यह विमान बना था, वह उस समय की तकनीक के हिसाब से श्रेष्ठ था। समय के साथ इसमें बेहतर रडार सिस्टम जोड़ा गया। इसके अलावा इसमें अनेक मिसाइलें जोड़ी गईं और हवा से गिराए जाने वाले बम भी जोड़े गए। यही कारण है कि मिग-21 को इतने लंबे समय तक हमारी वायु सेना का भरोसा और सम्मान मिलता रहा।

Entertainment: अभिनेता पवन कल्याण लंबे समय से अपनी फिल्म ‘दे कॉल हिम ओजी’ को लेकर सुर्खियों में थे। 25 जुलाई को जैसे ही यह फिल्म सिनेमाघरों में रिलीज हुई, दर्शकों की भारी भीड़ टिकट खिड़कियों पर उमड़ पड़ी। क्राइम और एक्शन से भरपूर इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर शानदार शुरुआत की और पहले ही दिन बड़े-बड़े सितारों की फिल्मों को पीछे छोड़ दिया।

ओजी’ का कुल कारोबार पहले दिन 90.25 करोड़ रुपये तक पहुंच

बॉक्स ऑफिस की निगरानी करने वाली वेबसाइट सैकनिल्क के मुताबिक, ‘दे कॉल हिम ओजी’ ने रिलीज के पहले दिन यानी गुरुवार को सभी भाषाओं में मिलाकर लगभग 70 करोड़ रुपये की कमाई की। वहीं, प्री-सेल्स से फिल्म ने 20.25 करोड़ रुपये पहले ही बटोर लिए थे। ऐसे में ‘ओजी’ का कुल कारोबार पहले दिन 90.25 करोड़ रुपये तक पहुंच गया।

सिर्फ देश में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी ‘ओजी’ का जोरदार प्रभाव देखने को मिला है। फिल्म ने दुनियाभर में रिलीज के पहले दिन ही 150 करोड़ रुपये की कमाई कर डाली। बताया जा रहा है कि इस फिल्म का बजट करीब 250 करोड़ रुपये है। ‘ओजी’ में पवन कल्याण के साथ इमरान हाशमी, प्रियंका मोहन, अर्जुन दास, श्रिया रेड्डी और प्रकाश राज जैसे सितारे अहम भूमिकाओं में नजर आते हैं। इस फिल्म का निर्देशन सुजीत ने किया है और इसकी कहानी भी उन्होंने ही लिखी है।

Chhapra: राजेंद्र कॉलेज छपरा के सेहत केंद्र की ओर से विश्व गर्भनिरोधक दिवस पर प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता आयोजित की गई।

गर्भनिरोधक दिवस 26 सितम्बर को मनाया जाता है

कार्यक्रम की शुरुआत में नोडल अधिकारी डॉ. अनुपम कुमार सिंह ने प्रतिभागियों को विश्व गर्भनिरोधक दिवस के महत्व और उद्देश्य के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि यह दिवस हर साल 26 सितम्बर को मनाया जाता है। इसका मकसद युवाओं और समाज को गर्भनिरोधक उपायों, जनसंख्या नियंत्रण, प्रजनन स्वास्थ्य और सुरक्षित भविष्य के प्रति जागरूक करना है।

प्रतिभागियों को जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया गया

कॉलेज के प्राचार्य डॉ. उदय शंकर पांडेय ने अपने संदेश में कहा कि इस तरह की जागरूकता गतिविधियाँ समाज के लिए बेहद जरूरी हैं और कॉलेज समय-समय पर ऐसे आयोजन करता रहता है।

क्विज़ प्रतियोगिता में छात्र-छात्राओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। सवाल गर्भनिरोधक के प्रकार, उपयोग की विधियाँ, लाभ, भ्रांतियाँ और स्वास्थ्य संबंधी महत्व पर आधारित थे। प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों को सही और वैज्ञानिक जानकारी मिली।

कार्यक्रम का संचालन सेहत केंद्र के समन्वयक ने किया। इस मौके पर शिक्षक डॉ. प्रवीण कुमार भास्कर, डॉ. सुशील कुमार समेत कई छात्र-छात्राएँ मौजूद रहे। अंत में प्रतिभागियों को जागरूकता फैलाने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

Araria, 26 सितम्बर(हि.स.)। सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) 56वीं वाहिनी की बाह्य सीमा चौकी जी समवाय घुरना की ओर से बीती रात कार्य क्षेत्र के बाबुआन गांव में छापेमारी कर 180 किलो तस्करी का गांजा जब्त किया।

जब्त गांजा को घुरना थाना के सुपूर्द कर दिया गया

बबुआन में भारतीय बोर्डर भारत-नेपाल सीमा स्तंभ संख्या 191/4 के नजदीक भारत साइड में करीबन डेढ़ किलोमीटर पर तस्करी का गांजा जब्त किया गया। जब्त किए गए गांजा को नेपाल से भारत की और लाया जा रहा था। जिसे सशस्त्र सीमा बल के विशेष नाका टीम द्वारा जब्त किया गया।एसएसबी के द्वारा आवश्यक कार्यवाही के बाद जब्त गांजा को घुरना थाना के सुपूर्द कर दिया गया।

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियों कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना अंतर्गत राज्य की 75 लाख महिलाओं के खातों में पहली किस्त के रूप में दस हजार रुपये की राशि भेजी। इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत केन्द्रीय और बिहार के मंत्री उपस्थित थे।

जिले की 2 लाख 57 हजार महिलाओं के खाते में राशि आंतरित

इस योजना के अंतर्गत राज्य के सभी परिवारों की एक महिला को उनकी पसंद का रोजगार शुरू करने के लिये आर्थिक सहायता मिलेगी। महिलाओं द्वारा रोजगार शुरू करने के बाद आंकलन कर दो लाख रुपये तक की अतिरिक्त वित्तीय सहायता भी दी जाएगी। साथ ही महिलाओं के उत्पादों की बिक्री के लिये गांवों से लेकर शहरों तक हाट-बाजार विकसित किये जायेंगे।

इस अवसर पर जिलाधिकारी अमन समीर ने कहा कि सारण जिले की लगभग 2 लाख 57 हजार महिलाओं को दस हजार की राशि अंतरित की गई है। उन्होंने कहा कि यह कार्य आगे भी जारी रहेगा। साथ ही विभाग द्वारा तारीख निर्धारित की गई है, अगला तारीख 3 नवम्बर है, उसके आधार पर जो भी आवेदन आएंगे उनमें राशि आंतरित की जाएगी।

इस अवसर पर जिला स्तरीय कार्यक्रम में उपविकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल, नगर आयुक्त, अपर समाहर्त्ता मुकेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी तथा सैकडों जीविका दीदियाँ उपस्थित रहीं।

Chhapra: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ किया। योजना के तहत राज्य की 75 लाख महिलाओं के खातों में पहली किस्त के रूप में 10-10 हजार रुपये की राशि भेजी गई। इस मौके पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी समेत केंद्र और राज्य सरकार के कई मंत्री उपस्थित थे।

अगली तिथि 3 नवम्बर निर्धारित की गई है

जिला स्तर पर मुख्य कार्यक्रम का आयोजन श्री भिखारी ठाकुर प्रेक्षा गृह में किया गया, जहां जिलाधिकारी अमन समीर, उपविकास आयुक्त यतेंद्र कुमार पाल, नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय, अपर समाहर्त्ता मुकेश कुमार सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में जीविका दीदियाँ भी शामिल हुईं।

जिलाधिकारी ने बताया कि जिले की 2 लाख 57 हजार महिलाओं को 10-10 हजार रुपये की राशि अंतरित की जा चुकी है और यह कार्य आगे भी जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा अगली तिथि 3 नवम्बर निर्धारित की गई है, जिसके आधार पर आने वाले नए आवेदनों में भी राशि आवंटित की जाएगी।

Patna, 26 सितम्बर (हि.स.)। बड़े पैमाने पर बाल विवाह के लिए अक्सर खबरों में बने रहने वाले बिहार में अब इसमें खासी गिरावट देखने में आई है। एक शोध रिपोर्ट के अनुसार, राज्य में लड़कियों के बाल विवाह की दर में 70 प्रतिशत और लड़कों के बाल विवाह की दर में 68 प्रतिशत की कमी आई है।

लड़कों के बाल विवाह की दर में 72 प्रतिशत की गिरावट

जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) की ओर से जारी शोध रिपोर्ट, ‘टिपिंग प्वाइंट टू जीरो : एविडेंस टूवर्ड्स ए चाइल्ड मैरेज फ्री इंडिया’ के अनुसार खराब आर्थिक स्थिति (90 प्रतिशत), बच्चों के लिए अच्छा जोड़ीदार मिल जाना (65 प्रतिशत) और सुरक्षा के सवाल (39 प्रतिशत) अब भी इस राज्य में बाल विवाह के पीछे प्रमुख कारण हैं। राष्ट्रीय स्तर पर लड़कियों में बाल विवाह की दर में 69 प्रतिशत और लड़कों के बाल विवाह की दर में 72 प्रतिशत की गिरावट आई है।

सर्वे में शामिल अन्य चार राज्यों में लड़कियों की बाल विवाह की दर में असम में सबसे ज्यादा 84 प्रतिशत जबकि महाराष्ट्र में 70 प्रतिशत, राजस्थान में 66 प्रतिशत और कर्नाटक में 55 प्रतिशत की गिरावट आई है।

रिपोर्ट के अनुसार, पिछले तीन वर्षों के दौरान केंद्र, राज्य सरकारों और नागरिक समाज संगठनों के समन्वित प्रयासों की बदौलत बाल विवाह की दर में यह अप्रत्याशित गिरावट संभव हुई है।

32 सहयोगी संगठन बिहार के 38 जिलों में काम कर रहे हैं

बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए 250 से भी ज्यादा नागरिक समाज संगठनों के देश के सबसे बड़े नेटवर्क जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन (जेआरसी) के सहयोगी संगठन इंडिया चाइल्ड प्रोटेक्शन के लिए यह रिपोर्ट सेंटर फॉर लीगल एक्शन एंड बिहैवियरल चेंज फॉर चिल्ड्रेन (सी-लैब) ने तैयार की है जिसे न्यूयार्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा से इतर एक अलग कार्यक्रम में जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन ने जारी किया।

बाल अधिकारों की सुरक्षा व संरक्षण के लिए जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के 32 सहयोगी संगठन बिहार के 38 जिलों में काम कर रहे हैं।

जस्ट राइट्स फॉर चिल्ड्रेन के संयोजक रवि कांत ने कहा, “अर्से से बिहार में बाल विवाह की दर देश में सबसे ज्यादा रही है। लेकिन जिस तरह से सरकार ने ग्राम पंचायतों की जवाबदेही तय करने, पंचायतों के सशक्तीकरण और सभी संबंधित पक्षों को साथ लेते हुए जमीन पर जागरूकता अभियान चलाने जैसे कदम उठाए हैं, उसके नतीजे अब दिखने लगे हैं। हम आश्वस्त हैं कि इस तरह के समन्वित प्रयासों से बिहार 2030 से पहले बाल विवाह से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा।

Chhapra: विवेकानंद VIP फार्मेसी कॉलेज में गुरुवार को विश्व फार्मासिस्ट दिवस के उपलक्ष्य में उत्सव कार्यक्रम अत्यंत उत्साह और गरिमा के साथ पूरे धूम-धाम से मनाया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन तथा इस क्षेत्र में संलग्न अभ्यर्थियों को अपना स्नेहाशीष प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित वीआईपी ग्रुप के निदेशक सह रिविलगंज प्रखंड प्रमुख डॉ राहुल राज द्वारा दीप प्रज्वलन तथा सरस्वती वंदना के साथ किया गया तथा तदोपरांत विभिन्न प्रकार के रोचक और ज्ञानप्रद कार्यक्रमों की प्रस्तुति की गई। इस समारोह के साथ पौधारोपण भी किया गया। विश्व फार्मेसी दिवस के विशेष अवसर का थीम ‘स्वास्थ्य की सोच, फार्मासिस्ट की ओर’ है।

फार्मासिस्ट केवल दवा देने वाले नहीं: राहुल राज

डॉ राहुल राज ने अपने संबोधन में कहा कि फार्मासिस्ट केवल दवा देने वाले नहीं, बल्कि मरीज की देखभाल और समाज के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखने में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने यह भी बताया कि प्रत्येक वर्ष 17 सितंबर से 23 सितंबर तक मनाया जाने वाला फार्मा कोविजिलेंस वीक भी मनाया जिसके अंतर्गत फार्मासिस्ट संस्थान द्वारा लोगों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए मरीजों को जागरूक करने के उद्वेश्य से उन्हें जानकारियां प्रदान की गई, जिसमें दवा की सही पहचान, उसकी रीस्टॉकिंग, दवाओं की समाप्ति तिथि और उनकी उपलब्धता आदि शामिल रहें, ताकि किसी भी प्रकार से किसी व्यक्ति के स्वास्थ्य पर उसका कोई गलत प्रभाव न पड़े।

कार्यक्रम में छात्रों ने स्लोगन और भाषण के माध्यम से समाज में फार्मासिस्ट की महत्ता को उजागर किया। कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा – “स्वास्थ्य सेवा में फार्मासिस्ट की भूमिका” विषय पर आयोजित संगोष्ठी, जिसमें विशेषज्ञों ने अपने एक से बढ़ कर एक विचार साझा किए।

इस मौके पर विद्यार्थियों ने फार्मेसी से जुड़ी जागरूकता रैली निकाली, पोस्टर प्रेजेंटेशन आयोजित किया और क्विज़ प्रतियोगिता में उत्साहपूर्वक भाग लिया। जिसके माध्यम से लोगो को जागरूकता करने का प्रयास किया गया।

New Delhi, 25 सितंबर (हि.स.)। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गुरुवार से आत्मनिर्भर भारत और हर घर स्वदेशी अभियान की शुरुआत की है। यह 25 दिसंबर तक चलेगा।

भाजपा मुख्यालय में आयोजित प्रेसवार्ता में पार्टी के महासचिव अरुण सिंह ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर आज से भाजपा ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘हर घर स्वदेशी’ अभियान देशभर में व्यापक रूप से शुरू करने जा रही है। यह 25 दिसंबर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती तक चलेगा।

राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बढ़ावा देने का आग्रह किया 

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेशी चीजों के महत्व पर जोर दिया है और उनके आह्वान पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने सभी पार्टी कार्यकर्ताओं से इसे देशभर में बढ़ावा देने का आग्रह किया है। भाजपा पूरे देश में ‘वोकल फॉर लोकल’ को बढ़ावा दे रही है, जिसका अर्थ अन्य उत्पादों को नज़रअंदाज़ करना नहीं है बल्कि अपने स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना है। भाजपा घर-घर जाकर लोगों को स्वदेशी उत्पाद खरीदने और इस्तेमाल करने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

90 दिन के सघन अभियान के तहत 20 हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे

उन्होंने कहा कि इस अभियान से देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। एमएसएमई सेक्टर को बढ़ावा मिलेगा। इस 90 दिन के सघन अभियान के तहत 20 हजार से ज्यादा कार्यक्रम होंगे। देश में एक हजार से ज्यादा मेले लगाए जाएंगे, संकल्प यात्रा भी निकाली जाएगी, सोशल मीडिया के माध्यम से भी स्वदेशी अपनाने के लिए लोगों से आह्वान किया जाएगा। अभियान के तहत स्वदेशी रियल युवा सम्मेलन होगा, हस्तशिल्प का आयोजन होगा, स्वदेश कॉर्नर स्थापित किया जाएगा, वॉल राइटिंग का काम होगा।

अरुण सिंह ने बताया कि इस अभियान के लिए राष्ट्रीय स्तर पर 10 सदस्यों की समिति बनाई गई है। राज्य और जिला स्तर पर भी नेताओं को जिम्मेदारी दी जा रही है। इसके तहत लोगों को स्वदेशी स्टिकर, कप, डायरी, पटका, टी शर्ट जैसी सामाग्री भी दी जाएगी। जिला स्तर पर नेताओं और कार्यकर्ताओं की ट्रेनिंग दी गई है।

Chhapra: लोक शिक्षा समिति बिहार द्वारा प्रांतीय विज्ञान, गणित एवं संगणक मेला – 2025 का आयोजन श्रीरानी सरस्वती विद्या मंदिर, फारबिसगंज में किया गया।

बहनों ने प्राप्त की सफलता

इस मेले में विज्ञान, गणित, संगणक के विभिन्न विधाओं की प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस प्रतियोगिता में सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, दर्शन नगर के भैया, बहनों ने विज्ञान विधा की प्रतियोगिता में कुशाग्र कुमार, आकांक्षा कुमारी, शिवम कुमार गणित विधा की प्रतियोगिता में हिमांशु कश्यप, शान्वी कुमारी, मोहिनी कुमारी आदित्य राज, सुनंदिनी कुमारी संगणक के प्रदर्श विधा की प्रतियोगिता में सुनिधि प्रजापति, जान्वी प्रिया, सलोनी कुमारी एवं प्रश्नमंच विधा की प्रतियोगिता में आर्यन गिरी, श्रेयजीत, आदम्य कृषु सिंह, रिया कुमारी, संजना कुमारी, दीपांजलि साही ने अपनी जीत दर्ज कराकर अपने विद्यालय,अभिभावक एवं समाज को गौरवान्वित किया है।

ऑल ओवर चैंपियन का पुरस्कार सरस्वती शिशु विद्या मंदिर को मिला

इस प्रतियोगिता में संगणक में ऑल ओवर चैंपियन भी सरस्वती शिशु विद्या मंदिर, दर्शन नगर, छपरा को मिला । इस प्रतियोगिता के लिए मार्गदर्शक के रूप में राजेश कुमार, अनिल कुमार आजाद, मणि भूषण सिंहा, ऋचा गुप्ता, संगीता कुमारी, दिलीप पति तिवारी, विशाल कुमार सिंह कार्य कर रहे है।

सभी चयनित प्रथम एवं द्वितीय प्रतिभागी क्षेत्रीय विज्ञान मेला – 2025 विद्या मंदिर पूर्णिया में दिनांक 16 अक्टूबर से 17 अक्टूबर को आयोजित मेला में सहभागिता करेंगें। क्षेत्रीय मेला से चयनित भैया, बहन मेरठ (उत्तर प्रदेश) में 23 नवंबर को आयोजित अखिल भारतीय विज्ञान मेला में सहभागी बनेंगे विजेता भैया, बहन को विद्यालय आगमन पर उनका भव्य स्वागत करते हुए प्रधानाचार्य विनोद कुमार ने कहा कि अध्ययन सजगकता, कर्मठता से ही कोई भी व्यक्ति अपने उद्देश्य की प्राप्ति कर सकता है।

प्रधानाचार्य ने सभी को शुभकामनाएं दी

उन्होंने सभी भैया, बहनों को कड़ी मेहनत के साथ सजग एवं कर्मठ बनने की सलाह एवं शुभकामनाएं दी। संगणक प्रमुख मणि भूषण सिंहा ने संस्थागत ट्रॉफी को प्रधानाचार्य को स्थानांतरित करते हुए प्रशंसा जाहिर की। भैया, बहन को सम्बोधित करते हुए कहा कि इस सफलता का राज कठिन परिश्रम है। विद्यालय के वरिष्ठ आचार्य अनिल कुमार आजाद ने क्षेत्रीय विज्ञान मेला में जीत हासिल करने का विजयी भव: का मूल मंत्र देते हुए उज्ज्वल भविष्य की कामना की। इस स्वागत समारोह में विद्यालय के राजेश कुमार , राजेश पाठक, अनिल कुमार आजाद, मणि भूषण सिंहा, रिचा गुप्ता, दर्शना सिंह, स्वाति सिंह, नीलू कुमारी, गीतांजलि कुमारी, अंजली कुमारी, संगीता कुमारी, विशाल सिंह, मनीष कुमार तथा अन्य आचार्य, बंधु भगिनी उपस्थित थे।