Tech/Auto: गुजरात के हंसतपुर से मंगलवार को एक नया इतिहास लिखा गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने यहां सुजुकी मोटर प्लांट से कंपनी की पहली इलेक्ट्रिक कार ई-विटारा (E-Vitara) को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। खास बात यह है कि भारत में बनी यह कार अब यूरोप, जापान समेत 100 से ज्यादा देशों में भेजी जाएगी।

पीएम मोदी ने कहा- अब जब ये गाड़ियां दुनिया की सड़कों पर दौड़ेंगी, तो उन पर लिखा होगा मेड इन इंडिया।

क्यों खास है ये लॉन्च?

  • यह मारुति की पहली ग्लोबल इलेक्ट्रिक कार है।
  • अब भारत में ही बैटरी और हाइब्रिड टेक्नोलॉजी बनने लगी है।
  • देश में पहली बार बैटरी सेल और इलेक्ट्रोड का निर्माण हो रहा है।
  • पुराने वाहनों को हाइब्रिड एम्बुलेंस में बदलने का भी काम शुरू।

प्रधानमंत्री मोदी का संदेश

मोदी ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन सिर्फ विकल्प नहीं, बल्कि प्रदूषण और ईंधन संकट का समाधान हैं। उन्होंने बताया कि मारुति सुजुकी ने महज छह महीने में हाइब्रिड एम्बुलेंस का प्रोटोटाइप बना दिया है और इसके लिए सरकार ने करीब 11 हजार करोड़ रुपये का बजट रखा है।

Make In India का नया चेहरा

मारुति लगातार चार साल से देश की सबसे बड़ी कार निर्यातक है और अब इलेक्ट्रिक वाहनों के निर्यात के साथ ‘मेक इन इंडिया’ का नया चेहरा बन रही है।

आगे का Roadmap

प्रधानमंत्री मोदी ने सभी राज्यों को आमंत्रण दिया- आइए, रिफॉर्म्स की स्पर्धा करें, प्रो-डेवलपमेंट पॉलिसीज की स्पर्धा करें, गुड गवर्नेंस की स्पर्धा करें।

आगे उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने के लिए मैन्युफैक्चरिंग, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी और सेमीकंडक्टर जैसे क्षेत्रों पर सबसे ज्यादा जोर देना होगा।

Ahmedabad, 26 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुजरात के हंसलपुर स्थित सुजुकी मोटर प्लांट से कंपनी के पहले वैश्विक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन (बीईवी) ‘ई-विटारा’ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। भारत में निर्मित यह इलेक्ट्रिक कार यूरोप और जापान जैसे उन्नत बाजारों सहित 100 से अधिक देशों में निर्यात की जाएगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि अब दुनिया के दर्जनों देशों में जब यह इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर दौड़ेंगे, तो उस पर लिखा होगा ‘मेड इन इंडिया’।

प्रधानमंत्री ने सुजुकी के पहले वैश्विक इलेक्ट्रिक वाहन ‘ई-विटारा’ का लोकार्पण किया

प्रधानमंत्री ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि गणेश उत्सव के इस उल्लास में आज भारत की ‘मेक इन इंडिया’ और ‘मेक फॉर द वर्ल्ड’ यात्रा में नया अध्याय जुड़ गया है। आज से भारत में बने इलेक्ट्रिक वाहन 100 देशों को निर्यात किए जाएंगे और हाइब्रिड बैटरी इलेक्ट्रोड की मैन्युफैक्चरिंग भी शुरू हो रही है। यह दिन भारत और जापान की दोस्ती को नया आयाम देने वाला है। प्रधानमंत्री ने इस उपलब्धि के लिए देशवासियों, जापान और सुजुकी कंपनी को बधाई दी।

उन्होंने कहा कि आज मारुति अपनी टीन एज (किशोरावस्था) में प्रवेश कर रही है। यह पंख फैलाने और सपनों की उड़ान भरने का कालखंड है। गुजरात में मारुति के इस नए चरण का मतलब है कि आने वाले दिनों में कंपनी नए पंख फैलाएगी और नई उमंग के साथ आगे बढ़ेगी। मोदी ने याद किया कि 2012 में जब वे गुजरात के मुख्यमंत्री थे, तब हंसलपुर में मारुति सुजुकी को जमीन आवंटित की गई थी। उस समय भी विजन आत्मनिर्भर भारत और ‘मेक इन इंडिया’ का था। आज वही प्रयास देश के संकल्पों को साकार कर रहे हैं।

 

भारत के पास लोकतंत्र की शक्ति है, जनसंख्या का लाभ है और विशाल कुशल कार्यबल है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के पास लोकतंत्र की शक्ति है, जनसंख्या का लाभ है और विशाल कुशल कार्यबल है। यही वजह है कि भारत हर साझेदार के लिए विन-विन सिचुएशन प्रस्तुत करता है। आज जापानी कंपनी सुजुकी भारत में निर्माण कर रही है और यहां बनी गाड़ियां वापस जापान को निर्यात की जा रही हैं। यह भारत और जापान के रिश्तों की मजबूती का प्रतीक है और ग्लोबल कंपनियों के भरोसे को भी दर्शाता है।

मोदी ने कहा कि मारुति सुजुकी जैसी कंपनियां अब मेक इन इंडिया की ब्रांड एंबेसडर बन चुकी हैं। लगातार चार साल से मारुति भारत की सबसे बड़ी कार निर्यातक है। अब इसी पैमाने पर इलेक्ट्रिक वाहन निर्यात की भी शुरुआत हो रही है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन पारिस्थितिकी तंत्र का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा बैटरी है। कुछ साल पहले तक भारत पूरी तरह आयातित बैटरियों पर निर्भर था। इसी चुनौती को देखते हुए 2017 में टीडीएसजी बैटरी प्लांट की नींव रखी गई थी। अब इस संयंत्र में तीन जापानी कंपनियां मिलकर पहली बार भारत में बैटरी सेल और इलेक्ट्रोड का निर्माण कर रही हैं। इससे आत्मनिर्भर भारत के दृष्टिकोण को नई ताकत मिलेगी और हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहनों के कारोबार में गति आएगी।

इलेक्ट्रिक वाहन केवल विकल्प नहीं बल्कि कई समस्याओं का समाधान हैं: प्रधानमंत्री

उन्होंने कहा कि इलेक्ट्रिक वाहन केवल विकल्प नहीं बल्कि कई समस्याओं का समाधान हैं। हाल ही में उनकी सिंगापुर यात्रा के दौरान उन्होंने पुराने वाहनों और एम्बुलेंस को हाइब्रिड इलेक्ट्रिक वाहन में बदलने की संभावना रखी थी। मारुति सुजुकी ने इस चुनौती को स्वीकार किया और छह माह में एक वर्किंग प्रोटोटाइप तैयार किया। प्रधानमंत्री ने स्वयं हाइब्रिड एम्बुलेंस का प्रोटोटाइप देखा और बताया कि लगभग 11 हजार करोड़ रुपये की इस योजना में ई-एम्बुलेंस के लिए भी बजट निर्धारित है। इससे प्रदूषण घटेगा और पुराने वाहनों को नया विकल्प मिलेगा।

मोदी ने जोर देकर कहा कि क्लीन एनर्जी और क्लीन मोबिलिटी ही भविष्य है। भारत ऐसे प्रयासों से विश्वसनीय केंद्र बन रहा है। आज पूरी दुनिया आपूर्ति शृंखला व्यवधान से जूझ रही है, लेकिन भारत ने पिछले दशक में जो नीतियां बनाई हैं, वे आज देश के लिए बेहद कारगर साबित हो रही हैं।

भविष्य के उद्योगों, विशेषकर सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है: प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने कहा कि 2014 में सेवा का अवसर मिलने के बाद से ही मेक इन इंडिया अभियान को गति दी गई और वैश्विक व घरेलू कंपनियों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया गया। आज पूरी दुनिया भारत की ओर देख रही है। ऐसे समय में हर राज्य को आगे आकर अवसर का लाभ उठाना चाहिए। उन्होंने सभी राज्यों को आमंत्रण दिया- आइए, रिफॉर्म्स की स्पर्धा करें, प्रो-डेवलपमेंट पॉलिसीज की स्पर्धा करें, गुड गवर्नेंस की स्पर्धा करें।

उन्होंने कहा कि 2047 तक विकसित भारत के निर्माण की गति को और तेज करने में सभी को योगदान देना होगा। भारत जिन क्षेत्रों में अच्छा कर रहा है, उनमें और बेहतर प्रदर्शन करने का लक्ष्य है। इसी कारण मिशन मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि भविष्य के उद्योगों, विशेषकर सेमीकंडक्टर क्षेत्र में भारत तेजी से आगे बढ़ रहा है।

कार्यक्रम में गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल, भारत में जापान के राजदूत ओनो केइची, सुजुकी मोटर कॉर्प के अध्यक्ष तोशीहिरो सुजुकी, मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के प्रबंध निदेशक हिसाशी ताकेउची और चेयरमैन आरसी भार्गव भी उपस्थित थे।

Bengaluru, 26 अगस्त (हि.स.)। कर्नाटक विधानसभा में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का गीत गाने पर हुई आलोचना के बाद उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने माफी मांगी है। शिवकुमार ने अपना और गांधी परिवार के रिश्ते को भक्त और भगवान जैसा बताया।

कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री ने अपनी ही पार्टी के उन लोगों पर भी नाराजगी जताई

बेंगलुरु में मंगलवार काे एक पत्रकार वार्ता में उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि अगर मेरे किसी कृत्य या शब्दों से किसी को ठेस पहुँची है, तो मैं माफ़ी माँगने को तैयार हूँ। मेरी मंशा किसी की भावनाओं को ठेस पहुँचाने की नहीं है। मैं सभी से माफ़ी मांगूगा। उन्होंने अपनी ही पार्टी के उन लोगों पर भी नाराजगी जताई जिन्होंने उनके खिलाफ आवाज़ उठाई। उन्होंने कहा कि उनकी बातों पर सवाल उठाने वाले मूर्ख हैं। पूर्व मंत्री केएन राजन्ना ने पलटवार करते हुए कहा कि उन्हें जिसे सलाह देनी है, दे दें। उन्होंने कहा कि उन्हें मुझे बताने की ज़रूरत नहीं है।

 

मैंने आरएसएस का कोई गीत नहीं गाया है: शिवकुमार

शिवकुमार ने आरएसएस का गीत गाने के आरोप को खारिज करते हुए कहा कि मैंने आरएसएस का कोई गीत नहीं गाया है। जब भाजपा सदस्य विधानसभा में बोल रहे थे, तब मैंने मजाक के तौर पर फिल्म ‘आरआरआर’ का गाना गाया था। यह विपक्ष को उकसाने की एक कोशिश मात्र थी। उन्होंने बताया कि संसदीय लोकतंत्र में व्यंग्य और हास्य सामान्य बात है। अपने राजनीतिक सफर को याद करते हुए डीके शिवकुमार ने स्पष्ट किया कि मैं 1979 से एक छात्र संगठन के माध्यम से सार्वजनिक जीवन में हूँ। मुझे किसी से कुछ सीखने की ज़रूरत नहीं है। मेरा और गांधी परिवार का रिश्ता भक्त और भगवान जैसा है। मैं उनके त्याग, समर्पण और आशीर्वाद से ही राजनीति में आगे बढ़ा हूँ।

Patna/Chhapra: सारण जिला के जलालपुर अंचल में डेयरी प्रोजेक्ट प्लान्ट के निर्माण हेतु राज्य मंत्री परिषद ने स्वीकृति प्रदान की है।

 निःशुल्क स्थायी अन्तर्विभागीय हस्तान्तरण की स्वीकृति

इसके लिए सारण जिलान्तर्गत अंचल जलालपुर के मौजा-बंगरा, थाना सं०-151/2 के खाता सं०-107, खेसरा सं०-426, रकबा-11-04-5 (बीघा-कट्ठा धूर) एवं खाता सं०-104, खेसरा सं०-427, रकबा-9-16-11 कुल प्रस्तावित रकबा 21 बीघा 16 धूर (15.5 एकड़) गैरमजरूआ मालिक परती कदीम शिक्षा विभाग, बिहार, पटना के स्वामित्व की भूमि डेयरी प्रोजेक्ट प्लान्ट के निर्माण हेतु पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग, बिहार, पटना को निःशुल्क स्थायी अन्तर्विभागीय हस्तान्तरण की स्वीकृति मंत्री परिषद ने दी है।

 

Chhapra/Mashrak: मशरक के एक निजी विद्यालय में भारत स्काउट और गाइड सारण का प्रथम सोपान प्रशिक्षण शिविर बड़े उत्साह के साथ आरंभ हुआ। यह शिविर जिला कार्यक्रम पदाधिकारी (समग्र शिक्षा) के पत्र के आलोक में संचालित हो रहा है। इसका उद्घाटन विद्यालय के प्राचार्य राजीव सिन्हा एवम निर्देशक मुकेश कुमार ने संयुक्त रुप से किया।

यह प्रशिक्षण शिविर 25 अगस्त 2025 से 29 अगस्त 2025 तक आयोजित होना है।

शिविर में प्रशिक्षक अरुण परासर,पूजा अमर,प्रणव,ऋषिका एवं आशुतोष प्रशिक्षण का कार्य कर रहे हैं। विद्यालय के शिक्षक अनिल कुमार, दिनेश कुमार, देवेन्द्र सिंह एवं अंजली कुमारी भी इस अवसर पर उपस्थित रहे और बच्चों को प्रोत्साहित किया।

यह प्रशिक्षण शिविर 25 अगस्त 2025 से 29 अगस्त 2025 तक आयोजित होना है। इसमें स्काउट-गाइड बालक एवं बालिकाएँ स्काउटिंग के विभिन्न नियम, गांठें, प्राथमिक उपचार, राष्ट्रगान, झंडा गीत, ध्वज शिष्टाचार सहित अनुशासन, दल निर्माण एवं समाज सेवा की भावना से जुड़ी गतिविधियों का प्रशिक्षण प्राप्त करेंगे।

विद्यालय के निदेशक मुकेश कुमार ने कहा कि ऐसे शिविर बच्चों के व्यक्तित्व निर्माण,आत्मनिर्भरता,सामाजिक सहयोग एवं राष्ट्र निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

Indore, 26 अगस्त (हि.स.)। केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज (मंगलवार को) मध्य प्रदेश के दो दिवसीय प्रवास पर इंदौर आ रहे हैं। वे यहां इंदौर जिले के महू में भारतीय सेना के एक बड़े कार्यक्रम में शामिल होंगे। ऑपरेशन सिंदूर के बाद देश की तीनों सेनाओं द्वारा युद्ध पद्धति में नवाचार और रणनीतिक विमर्श को लेकर राष्ट्रीय स्तर का ‘रण संवाद 2025’ आयोजित किया जा रहा है।

वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह भी उपस्थित रहेंगे

यह आयोजन महू के सैन्य संस्थान- आर्मी वॉर कॉलेज में 26 और 27 अगस्त को हो रहा है।इंदौर के एडीएम रोशन राय ने बताया कि केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह आज शाम को इंदौर एयरपोर्ट आएंगे और यहां से आकर सीधे डॉ. आम्बेडकर नगर महू जाएंगे। महू से 27 अगस्त को पूर्वान्ह में इंदौर आकर नई दिल्ली के लिए प्रस्थान करेंगे। महू में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ सीडीएस जनरल अनिल चौहान, थलसेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी, नेवी चीफ एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल अमरप्रीत सिंह भी उपस्थित रहेंगे।

आयोजन में युद्ध, युद्धनीति और युद्ध-लड़ाई पर तकनीक का प्रभाव विषय पर बातचीत होगी

आयोजन के दौरान 26 से 28 अगस्त तक महू को नो-फ्लाई जोन घोषित किया है। महू और आसपास के इलाके में कोई ड्रोन भी नहीं उड़ा सकेंगे।पहली बार तीनों सेनाओं का संयुक्त सेमिनार हो रहा है। इसमें थल सेना, जल सेना और वायु सेना के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे। इस संवाद में युद्ध, युद्धनीति और युद्ध पर आधुनिक तकनीक के प्रभाव जैसे विषयों पर चर्चा होगी। इसमें सेनाओं के अफसर बल्कि रक्षा उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविद् और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि भी विचार साझा करेंगे।आर्मी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, आयोजन में युद्ध, युद्धनीति और युद्ध-लड़ाई पर तकनीक का प्रभाव विषय पर बातचीत होगी। प्रतिष्ठित कमांडर, रक्षा उद्योग विशेषज्ञ, शिक्षाविद् और अंतरराष्ट्रीय प्रतिनिधि विचार साझा करेंगे। युद्ध पद्धति में नवाचार व नई तकनीकों पर विचार-विमर्श किया जाएगा। सशस्त्र बल तैयार करने, युद्ध के अभ्यासियों के लिए अद्वितीय मंच उपलब्ध कराने, शिक्षा जगत और रक्षा उद्योग की सक्रिय भागीदारी और आत्मनिर्भर भारत पर बातचीत होगी।

Entertanment: भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री की पॉपुलर एक्ट्रेस नीलम गिरी ने बिग बॉस 19 में अपनी शानदार एंट्री से सबका दिल जीत लिया है। शो के प्रीमियर एपिसोड में नीलम ने स्टेज पर डांस कर धमाल मचाया और अपने चुलबुले अंदाज से सलमान खान तक को इंप्रेस कर दिया। उनकी एंट्री ने फैंस के बीच एक्साइटमेंट और बढ़ा दी है।

नीलम गिरी का नेचर और उनका देसीपन, ग्लैमरस स्टाइल के साथ मिलकर उन्हें शो के लिए परफेक्ट कॉम्बिनेशन बना रहा है। फैंस को भी उनका बबली नेचर एंटरटेनिंग लग रहा है। शुरुआत से ही उन्होंने साफ कर दिया कि वो घर में गर्दा उड़ा देंगी और उनकी झलक देखकर लगता भी है कि वो शो में चार्म लेकर आई हैं।

भोजपुरी इंडस्ट्री का भी मिल रहा समर्थन

नीलम को इंडस्ट्री से भी सपोर्ट मिल रहा है। भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह ने एक वीडियो मैसेज के जरिए उन्हें बिग बॉस जर्नी के लिए शुभकामनाएं दीं। फैंस भी सोशल मीडिया पर लगातार उनका हौसला बढ़ा रहे हैं।

नीलम की पॉपुलैरिटी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंस्टाग्राम पर उनके करीब 5 मिलियन फॉलोअर्स हैं। उनके म्यूजिक वीडियोज़ पर 300-400 मिलियन तक व्यूज आ चुके हैं। ऐसे में घर के अंदर उन्हें पब्लिक सपोर्ट का बड़ा फायदा मिल सकता है।

Akshara Singh जैसी एक्ट्रेसेस ने भी शो में लिया था हिस्सा

बिग बॉस में भोजपुरी स्टार्स की एंट्री कोई नई बात नहीं है। इससे पहले मोनालिसा, संभावना सेठ और अक्षरा सिंह जैसी एक्ट्रेसेस ने भी शो में हिस्सा लिया था। वहीं, दिनेश लाल यादव और मनोज तिवारी जैसे सितारों ने भी बिग बॉस हाउस में अपनी मौजूदगी दर्ज कराई थी। अब इस सीजन में नीलम गिरी कितनी छाप छोड़ पाती हैं, ये आने वाला वक्त ही बताएगा।

Bihar Crime: वैशाली जिले के बिदुपुर थाना क्षेत्र के पकौली गांव में सोमवार देर रात एक बड़ी वारदात हुई। यहां राजद के प्रखंड महासचिव और पूर्व बिजली विभाग के कर्मचारी शिव शंकर सिंह की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी।

पुलिस ने घटनास्थल से चार खोखे बरामद किए हैं

जानकारी के मुताबिक, रात करीब 11 बजे शिव शंकर सिंह अपने पुराने घर भैरोपुर से पकौली स्थित नए मकान की ओर जा रहे थे। तभी पहले से घात लगाए अपराधियों ने उन पर फायरिंग शुरू कर दी। चार गोलियां लगने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने घटनास्थल से चार खोखे बरामद किए हैं।

घटना की खबर मिलते ही इलाके में सनसनी फैल गई। बिदुपुर थाना पुलिस तुरंत मौके पर पहुंची। एसएचओ का कहना है कि शुरुआती जांच में हत्या की वजह साफ नहीं हो पाई है। आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं और संदिग्धों से पूछताछ जारी है। सुरक्षा को देखते हुए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है।

रिटायरमेंट के बाद वे जमीन की खरीद-बिक्री का काम करते थे शिव शंकर

परिवार का कहना है कि शिव शंकर सिंह की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। रिटायरमेंट के बाद वे जमीन की खरीद-बिक्री का काम करते थे। उनका बेटा बैंक में मैनेजर है। परिवार ने पुलिस से अपराधियों की जल्द गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है।

इस वारदात से ग्रामीणों और राजद समर्थकों में भारी आक्रोश है। लोग सड़कों पर उतरकर विरोध कर रहे हैं। चूंकि शिव शंकर सिंह राजद के सक्रिय नेता थे, इसलिए यह मामला राजनीतिक रंग भी ले सकता है।

वैशाली के एसपी ने बताया कि इस हत्याकांड की जांच के लिए एसआईटी का गठन किया गया है और जल्द ही अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

Bihar, 26 अगस्त (हि.स.)। भागलपुर जिले से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां मतदाता सूची के गहन पुनरीक्षण के दौरान दो पाकिस्तानी महिलाओं के नाम वोटर लिस्ट में पाए गए। गृह मंत्रालय और चुनाव आयोग ने तुरंत कार्रवाई करते हुए उनके नाम मतदाता सूची से हटा दिए जाने का आदेश दिया है। उल्लेखनीय है कि ये न केवल अवैध तरीके से मतदाता बने थे, बल्कि इनके पास आधार कार्ड और वोटर आईडी जैसे महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मौजूद।

गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है

इन महिलाओं ने कई बार मतदान भी किया था। भागलपुर जिला प्रशासन ने बीएलओ के माध्यम से फार्म 7 भरकर इन महिलाओं के नाम मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। मामला सामने आने के बाद चुनाव आयोग और गृह मंत्रालय ने राज्य सरकार और जिला प्रशासन से रिपोर्ट मांगी है और मामले की गहन जांच का आदेश दिया है। इस दौरान यह जांच की जाएगी कि यह किस प्रकार संभव हुआ कि विदेशी नागरिक भारतीय मतदाता सूची में शामिल हो गए।

सवाल उठ रहे हैं कि कैसे कोई पाकिस्तानी भारत में वोट दे रही है

इन पाकिस्तानी महिलाओं के पास आधार कार्ड और वोटर आईडी कार्ड जैसे दस्तावेज भी थे। इस बात की जांच की जा रही है कि उनके पास ये दस्तावेज कैसे पहुंचे और इस धोखाधड़ी के पीछे कौन लोग जिम्मेदार हैं।

जिला प्रशासन की जांच में पाया गया कि इमराना खानम उर्फ इमराना खातून पाकिस्तानी महिला है। पूरे देश में इस पर हंगामा मचा है, सवाल उठ रहे हैं कि कैसे कोई पाकिस्तानी भारत में वोट दे रही है, सरकारी नौकरी कर रही है। बीते सोमवार को भी स्पेशल ब्रांच और इशाकचक थाना की पुलिस उस स्कूल में इमराना को तलाशने पहुंची जहां वह पढ़ाती थी।

वहीं पत्रकारों को सोमवार को भागलपुर के इशाकचक में इमराना घर में मिलीं। बिस्तर पर लेटीं इमराना ने बताया कि बीमार हूं। इस कारण से स्कूल नहीं जा पा रही। इस मामले में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजकुमार शर्मा ने बताया कि नगर निगम के विद्यालय अवर निरीक्षक को मामले की जांच के निर्देश दिए गए हैं।

2006 में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से इमराना के पति इबनुल हक को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला था

सबसे बड़ी बात शिक्षा के क्षेत्र में बेहतर योगदान के लिए 2006 में पूर्व राष्ट्रपति अब्दुल कलाम से इमराना के पति इबनुल हक को राष्ट्रपति पुरस्कार मिला था। इबनुल का निधन 2018 में हो गया। स्थानीय निवासियों के अनुसार इमराना इबनुल की दूसरी पत्नी थीं। इमराना की कोई औलाद नहीं है।

वर्तमान में वह शाहकुंड में शिक्षक हैं। घर में पत्रकारों से बात करते हुए इमराना ने बताया कि आज मुझे स्कूल जाना था लेकिन तबीयत खराब होने के कारण मेडिकल लीव के लिए अप्लाई किया है। उन्होंने बताया कि वह हृदय रोग से ग्रसित है। आए दिन तबीयत खराब रहती है। पाकिस्तानी होने की बात खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि वह भारत में ही जन्मी हैं। जन्म कब हुआ यह ठीक से याद नहीं। माता-पिता के निधन के बाद भीखनपुर में ही रहने वाली उनकी खाला गोशिया खानम ने उनका पालन पोषण किया है। उन्होंने दावा किया कि मुझे पाकिस्तानी होने के विवाद में बूथ लेवल आफिसर फरजाना खातून ने घसीटा है। वह मेरी जमीन पर ही मेरे घर में 40 वर्षों से किराए पर रह रही हैं। पहले वह किराया देती थीं, लेकिन अब वह किराया भी नहीं देती हैं।

जांच के आधार पर जो भी रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी

इमराना के विदेशी पासपोर्ट नंबर 981093/1956 के अनुसार उनका जन्म जनवरी 1956 में हुआ है। इसमें इस बात का जिक्र है कि इमराना खानम नाम की महिला 3 साल के वीजा पर पाकिस्तान से भारत आईं लेकिन, शिक्षा विभाग की रिपोर्ट में इमराना खातून की जन्मतिथि 2 मार्च 1966 अंकित है। सवाल है कि कोई महिला जन्म से पहले भारत पहुंच गई। अंदेशा है कि दूसरे पहचान पत्र बनाते हुए तारीख बदल दिया गया।

उधर, भागलपुर के एसएसपी हृदयकांत ने बताया कि पाकिस्तानी महिला प्रकरण की जांच को डीएसपी को आदेश दिया गया है। जांच के आधार पर जो भी रिपोर्ट आएगी उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।

Bihar: बिहार के हाई स्कूल और प्लस-टू स्कूलों में लाइब्रेरियन (पुस्तकालय अध्यक्ष) की बहाली अब ज्यादा दूर नहीं है। एजुकेशन डिपार्टमेंट ने सभी जिलों से खाली पदों का डिटेल्स मंगाया है। नवादा, बेगूसराय, सारण, सुपौल और भोजपुर जैसे कई जिलों ने रिपोर्ट भी भेज दी है। अनुमान है कि इस बार लगभग 6500 सीट्स पर बहाली होगी। जिलों से लिस्ट आने और रोस्टर क्लियर होने के बाद यह वेकेंसी बीपीएससी को भेजी जाएगी। प्रोसेस स्कूल असिस्टेंट की तरह ही होगा।

हाल ही में कैबिनेट ने बिहार विद्यालय पुस्तकालय अध्यक्ष नियमावली 2025 को ग्रीन सिग्नल दे दिया है। इसके बाद भर्ती की तैयारियां फाइनल स्टेज पर हैं।

कौन अप्लाई कर सकता है?

किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन (Graduation) पास होना चाहिए।

न्यूनतम 45% मार्क्स जरूरी हैं। एससी, एसटी, ओबीसी, ईडब्ल्यूएस, दिव्यांग और महिलाओं को 5% की छूट मिलेगी।

लाइब्रेरी साइंस (Library Science) में डिग्री होना अनिवार्य है।

बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) द्वारा होने वाली Eligibility Test पास करना होगा।

एज लिमिट – न्यूनतम 21 साल (1 अगस्त को गिना जाएगा)। पहली बार के लिए मैक्सिमम एज में 10 साल की छूट मिलेगी।

एक कैंडिडेट अधिकतम 5 बार ही एग्जाम दे पाएगा।

अभी क्या स्थिति है?

राज्य में पहली बार 2008 में लाइब्रेरियन की भर्ती के लिए नियम बने थे। 2010-11 में करीब 2596 पदों पर बहाली हुई थी, जिसमें 2100 को नियोजित टीचर की तरह रखा गया था। फिलहाल बिहार के स्कूलों में 1696 लाइब्रेरियन काम कर रहे हैं।

ट्रांसफर और दूसरी बातें

लाइब्रेरियन का पोस्ट जिला कैडर का होगा। यानी ट्रांसफर ज्यादातर जिले के अंदर ही होगा। खास परिस्थितियों में डायरेक्टर ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन की अनुमति से दूसरे जिले में भी ट्रांसफर हो सकता है। अगर सेवा के दौरान लाइब्रेरियन की मृत्यु हो जाती है, तो आश्रित को क्लर्क या परिचारी की नौकरी दी जाएगी।

New Delhi, 22 अगस्त (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज बिहार के गयाजी में राजनीतिक रैली को संबोधित किया। इसमें उन्होंने राज्य के सीमावर्ती इलाकों में बदल रही जनसांख्यिकी का मुद्दा उठाया और इस संबंध में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल (राजद) और वाम दलों पर वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि यह दल बिहार के लोगों का अधिकार घुसपैठियों को देना चाहते हैं। हम, घुसपैठियों को लोगों के अधिकारों पर डाका डालने नहीं देंगे।

घुसपैठियों को बिहार के लोगों का हक छिनने नहीं देंगेः प्रधानमंत्री

प्रधानमंत्री ने बिहार के गयाजी से 13 हजार करोड़ रूपये की विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मंच पर उपस्थित रहे।

प्रधानमंत्री ने इस दौरान लाल किले के अपने भाषण में घुसपैठ की समस्या के समाधान के लिए बनाए जा रहे डेमोग्राफिक मिशन का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि इसके माध्यम से चुन-चुनकर सभी घुसपैठियों को देश से बाहर निकाला जाएगा। हम घुसपैठियों को लोगों के अधिकारों पर डाका डालने नहीं देंगे।


प्रधानमंत्री ने संसद में पेश संविधान संशोधन विधेयक का उल्लेख कर कहा कि अब भ्रष्टाचार करने वाला जेल भी जाएगा और उसकी कुर्सी भी जाएगी। इससे जमानत पर बाहर घूमने वाले नेता चिंतित है और उनके दल इसका विरोध कर रहे हैं।

उन्होंने कहा, “एनडीए सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ एक ऐसा कानून लाई है, जिसके दायरे में देश का प्रधानमंत्री भी आता है। इस कानून में मुख्यमंत्री और मंत्री भी शामिल किए गए हैं। इस कानून के बनने के बाद अगर कोई मुख्यमंत्री, मंत्री या प्रधानमंत्री गिरफ्तार होता है तो उसे 30 दिन के भीतर जमानत लेनी होगी और अगर जमानत नहीं मिली तो 31वें दिन उसे कुर्सी छोड़नी पड़ेगी।”

उन्होंने कहा कि संविधान हमसे ईमानदारी और पादर्शिता की मांग करता है। हम इसे तार-तार होते नहीं देख सकते। पिछले 11 वर्षों की सरकार में एक भी भ्रष्टाचार का मामला सामने नहीं आया है। जबकि आज़ादी के बाद कांग्रेस की सरकारें जो 60–65 साल तक सत्ता में रहीं, उनके भ्रष्टाचारों की एक लंबी सूची है।

नेताओं के ऐसे रवैये से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे मजबूत होगी?: प्रधानमंत्री

विधेयक का विरोध कर रही कांग्रेस, लेफ्ट और राजद पर निशाना साधते हुए उन्होंने पूछा कि इनके नेताओं के ऐसे रवैये से भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई कैसे मजबूत होगी। 50 घंटे जेल में रहने पर एक अफसर सेवा से स्वत: निलंबित हो जाता है लेकिन मंत्री जेल में बैठकर फाइलें साइन करते हैं।

ऑपरेशन सिंदूर का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की धरती पर लिया गया हर संकल्प कभी खाली नहीं जाता। इसी धरती से लिया संकल्प पूरा हुआ और ऑपरेशन सिंदूर ने देश की रक्षा नीति में एक नई लकीर खींच दी। अब कोई भी आतंक फैलाकर बच नहीं सकता।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एनडीए के शासनकाल में बिहार में चौतरफा विकास हो रहा है। वहीं लालटेन (राजद का चुनाव चिह्न) के राज में बिहार लाल आतंक से घिरा था। इसी के कारण पीढ़ियों को बिहार से पलायन करने को मजबूर होना पड़ा। यही कारण था कि कांग्रेस के एक मुख्यमंत्री ने कहा था कि हम बिहार के लोगों को अपने यहां घुसने नहीं देंगे।

युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे, तब केंद्र सरकार उन्हें अपने पास से 15,000 रुपये देगी

प्रधानमंत्री ने विकसित भारत रोजगार योजना का उल्लेख किया और कहा कि इसे बिहार के युवाओं को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि योजना के तहत हमारे युवा जब निजी क्षेत्र में पहली नौकरी करेंगे, तब केंद्र सरकार उन्हें अपने पास से 15,000 रुपये देगी। उन्हें रोजगार देने वाली निजी कंपनियों को भी सरकार प्रोत्साहन देगी। इसका बहुत बड़ा लाभ बिहार के युवाओं को भी होगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि गयाजी की पावन भूमि से एक ही दिन में 12 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। इसमें ऊर्जा, स्वास्थ्य और शहरी विकास से जुड़े कई बड़े प्रोजेक्ट हैं। इनसे बिहार के उद्योगों को ताकत मिलेगी और युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी बनेंगे। उन्होंने पीएम आवास योजना का जिक्र करते हुए कहा कि उन्होंने एक बड़ा संकल्प लिया है। जब तक हर जरूरतमंद को पक्का घर नहीं मिल जाता, मोदी चैन से नहीं बैठेगा। इसी सोच के साथ बीते 11 साल में 4 करोड़ से अधिक गरीबों को पक्के घर बनाकर दिए जा चुके हैं।

Supreme Court: आवारा कुत्तों को शेल्टर होम भेजने के खिलाफ दाखिल याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया है। कोर्ट ने साफ कहा कि कुत्तों को पकड़कर हमेशा के लिए शेल्टर होम में नहीं रखा जा सकता। उन्हें स्टरलाइज करने के बाद वापस छोड़ा जाएगा। शीर्ष अदालत ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों को नोटिस जारी करते हुए कहा है कि पूरे देश में इसके लिए एक समान नियम लागू होना चाहिए। साथ ही कोर्ट ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि खतरनाक और आक्रामक कुत्तों को बाहर नहीं छोड़ा जाएगा।

सार्वजनिक जगह पर खाना खिलाने पर रोक

कोर्ट ने आदेश दिया कि अब सार्वजनिक जगहों पर कुत्तों को खाना खिलाने पर पाबंदी होगी। इसके लिए हर इलाके में अलग से तय स्थान बनाया जाए, ताकि लोगों को परेशानी न हो। अदालत ने कहा कि इधर-उधर कुत्तों को खाना देने से कई बार समस्या खड़ी हो जाती है।

पुराने आदेश में बदलाव

दरअसल, 11 अगस्त को सुप्रीम कोर्ट की दो जजों की बेंच ने दिल्ली-एनसीआर में आवारा कुत्तों को पकड़कर शेल्टर होम भेजने का निर्देश दिया था। इस फैसले के खिलाफ याचिका दायर की गई थी। इसके बाद तीन जजों की नई बेंच—जस्टिस विक्रम नाथ, जस्टिस संदीप मेहता और जस्टिस एनवी अंजारिया ने मामले की सुनवाई की और अब नया आदेश दिया है।

अदालत की टिप्पणी

सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि सड़कों पर आवारा कुत्तों की समस्या बढ़ने के पीछे प्रशासन की लापरवाही जिम्मेदार है। अदालत चाहती है कि इस मुद्दे पर एक राष्ट्रीय नीति बने, ताकि देशभर में एक ही तरह से नियम लागू किए जा सकें।