जलालपुर: महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल की अनुशंसा पर 5 व्यक्तियों को प्रधानमंत्री चिकित्सा सहायता कोष से अनुदान की राशि प्राप्त हुई है.

इस आशय की जानकारी देते हुए सांसद के निजी सचिव पंकज कुमार सिंह ने बताया कि धना देवी, पत्नी नागेश्वर भगत, ग्राम लक्ष्मीपुर, पोस्ट माने एकमा को 99600 रुपये, शहाबुद्दीन, पिता अब्दुल रऊफ, ग्राम पैगंबरपुर पोस्ट कन्हौली बनियापुर सारण को 87100 रुपये, हीरा कुंवर पत्नी शियाशंकर सिंह, ग्राम बलि बिशनपुरा, पोस्ट बनसोही जिला सारण को 300000 रुपये, सरबारी खातून पत्नी मोहम्मद सुभान अली ग्राम+ पोस्ट -लकड़ी, जिला सिवान को 87100 रुपये, विभा देवी पत्नी नंदकिशोर सिंह ग्राम पोस्ट बसंतपुर जिला सिवान को 129100 रुपये की राशि प्राप्त हुई है. सभी ने इसके लिए सांसद को साधुवाद दिया है.

जलालपुर: महाराणा प्रताप का शौर्य व स्वाभिमान आज भी हमे ऊर्जावान बनाता है.वे दुनिया मे शौर्य और बहादुरी की मिसाल थे.उन्होंने अपने पराक्रम से मुगलों को नाकों चने चबा दिए थे, उक्त बातें महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल ने कही. वे महाराणा प्रताप की 425 वीं पुण्यतिथि पर अपने आवास पर उनके तैल चित्र पर पुष्प अर्पित कर अपनी श्रद्धांजलि दे रहे थे.

उन्होंने कहा कि वे अपने सिद्धांतों को कायम रखने के लिए कोई समझौता नहीं किए. उनके पराक्रम का लोहा खुद अकबर ने भी माना था जो कि उस समय पूरे भारत को अपनी मुट्ठी में करने का ख्वाब देखता था. इतिहास के पन्नों में सदा सदा के लिए अमर होने वाले महाराणा प्रताप के विचार भी उतने ही महान है जिससे आज भी लाखों करोड़ों लोग प्रेरणा लेते हैं.

मौके पर युवा नेता प्रमोद सिग्रीवाल, विजय कुमार सिंह, पंकज कुमार सिंह, निलेश कुमार सिंह, राजेश दूबे भी थे.

Chhapra: सारण जिले में संचालित प्राइवेट स्कूल के संचालकों ने बैठक कर कोविड-19 के मद्देनजर बंद किए गए विद्यालयों के कारण बच्चों के शैक्षणिक भविष्य को लेकर चिंता जताई.

प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन की जिलाध्यक्ष सीमा सिंह ने कहा कि बच्चों को पढ़ाई से दूर कर सरकार उनके भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है. कोविड-19 गाइड लाइन को मानते हुए जब तमाम अन्य संस्थान खुल सकते हैं तो विद्यालय को खोलने में सरकार को क्या परेशानी हो रही है?

संगठन के नेताओं ने कहा कि बच्चों के भविष्य को देखते हुए स्कूल से उनकी दूरी सही नहीं मानी जाएगी और सरकार को जल्द से जल्द स्कूलों को खोलने पर विचार करना चाहिए. ऐसा नहीं करने से बच्चे स्कूलों से दूर हो जाएंगे और पढ़ने- लिखने से उनकी रूचि भी हट सकती है.

इस अवसर पर RDS स्कूल के निदेशक जगदीश सिंह, हेजल वुड स्कूल के निदेशक बी० सिद्धार्थ भी मौजूद थें. 

एसोशिएशन ने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है जिसमे कहा गया है कि “बिहार के गौरव, लोकप्रिय एवं बिहार को उन्नति की और अग्रसर करने वाले एक शिक्षित मुख्यमंत्री होने के नाते हम सभी बिहार की शिक्षा और बच्चों के भविष्य को लेकर कुछ महत्वपूर्ण बातें आपके संज्ञान में लाना चाहते हैं।

महाशय शिक्षा जगत से जुड़े होने के नाते बच्चों के भविष्य को लेकर मैं अत्यंत चिंतित हूं। संपूर्ण बिहार के अभिभावक होने के नाते हम अपनी समस्या आपसे ही कह सकते है और आप ही समाधान देने में सक्षम हैं l श्रीमान, विश्व बैंक के वैश्विक शिक्षा निदेशक सावेद्र जी ने यह स्पष्ट रूप से कह दिया है कि विद्यालय खोले जाने से वायरस के प्रसार का कोई संबंध नहीं है, अत: विद्यालय को बंद रखने का कोई औचित्य नहीं है l उन्होंने कहा है कि इस बात का कोई सबूत नहीं कि विद्यालयों के फिर से खुलने से कोरोनावायरस के मामलो में वृद्धि हुई है।

पिछले साल कोरोनावायरस के कुप्रभाव को देखते हुए स्कूलों में ताला लगा दिया गया परंतु बच्चों के उज्जवल भविष्य में भी ताला लग गया, जो अंधकार छाया उसकी भरपाई करना कठिन है। अत: पहले की भांति इस बार भी यह गलती दोहराई जाएगी तो यह सरासर बच्चों के उज्जवल भविष्य को जानबूझकर अंधकार में झोंकना होगा ।

महोदय, प्राइवेट स्कूल्स ऐंड चिल्ड्रेन वेलफेयर एसोसिएशन आपके साथ कदम से कदम मिलाकर सुंदर स्वस्थ व शिक्षित राज्य के सपने को पूरा करने में तत्पर है। राज्य के सभी निजी विद्यालय सरकार को हरसंभव सहयोग कर टीकाकरण अभियान को सफल बनाएंगे, वस्तुतः 15 वर्ष से 18 वर्ष के बच्चों का शत प्रतिशत कोविड-19 का टीकाकरण बगैर विद्यालय को खोले संभव नहीं है। प्रारंभ से ही राज्य में टीकाकरण अभियान को सफल बनाने में एसोसिएशन एवं निजी विद्यालयों की सकारात्मक भूमिका रही है। जब स्कूली बच्चे शिक्षकों से प्रेरित होकर टीका लेंगे तो कई तरह की भ्रांतियो के कारण संक्रमण की गंभीरता को अनदेखा करने वाले उनके अभिभावक भी टीका लेने के लिए प्रेरित होंगेl अगले महीने जब 10 वर्ष के ऊपर के बच्चों का टीकाकरण प्रारंभ होगा तब यही बच्चे अपने विद्यालय में पढ़ रहे बड़े बच्चों का टीकाकरण होते देख मानसिक रूप से तैयार रहेंगे।

श्रीमान से निवेदन है कि उपरोक्त बातों को संज्ञान में लेते हुए अविलंब विद्यालय खोलने की अनुमति दी जाए इसके लिए एसोसिएशन श्रीमान का सदा आभारी रहेगा।”

पटना: पटना-कोलकाता एक्सप्रेस-वे के धरातल पर उतरने की कल्पना अब साकार होगी। इस एक्सप्रेस-वे के निर्माण होने से न केवल बिहार-बंगाल बल्कि झारखंड के भी कई शहरों को सीधे लाभ मिलेगा। प्रदेश की नीतीश सरकार ने इसके निर्माण को हरी झंडी दे दी है। इसकी लंबाई 550 किलोमीटर होगी।

बिहार से बंगाल जाने के लिए कुल 550 किलोमीटर का सफर बेहद ही आसान हो जाएगा। यह सड़क देश का पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होगा जो उत्तरप्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसा होगा। इस सड़क की मांग बिहार में कई नेताओं ने की थी। बीते दिन चिराग पासवान से लेकर कई विरोधी दलों के नेताओं ने यह कहा कि बिहार सरकार हमेशा केंद्र सरकार की मदद के लिए बैठी रहेगी कि खुद भी अपना सामर्थ्य दिखाएगी। इसके बाद बीच बिहार सरकार के पथ निर्माण मंत्री नितिन नवीन ने पटना और कोलकाता के बीच एक्सप्रेसवे का एलान कर दिया।

नितिन नवीन ने घोषणा करते हुए कहा कि पटना-कोलकाता एक्सप्रेस-वे भी यूपी के पूर्वांचल एक्सप्रेसवे जैसी सड़क होगी।सरकार बहुत जल्द इस सड़क के लिए काम शुरू करने वाली है। इस सड़क के बनने से पूर्वोत्तर भारत का शेष भारत से कनेक्टिविटी मजबूत होगी। 18000 करोड़ से अधिक की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना में बिहार के पांच जिले शामिल हैं। इनमें पटना (बख्तियारपुर), नालंदा (बिहारशरीफ), शेखपुरा, जमुई के सिकंदरा व चकाई, बांका के कटोरिया होते हुए मधुपुर, दुर्गापुर और पानागढ़ होते हुए यह रोड ढालकुनी से आगे बढ़ेगी।

एक्सप्रेसवे बिहारशरीफ, सिकंदरा, चकाई से सीधे झारखंड में देवघर जिले के देवीपुर क्षेत्र में प्रवेश करेगी। देवीपुर में यह एक्सप्रेस-वे एम्स को जोड़ने वाली प्रस्तावित फोरलेन सड़क को कनेक्ट करते हुए मधुपुर की ओर निकल जाएगी। इससे देवघर की बिहार व बंगाल से कनेक्टिविटी बढ़ेगी।

नितिन नवीन ने बताया कि नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया द्वारा 450 किलोमीटर से अधिक पटना-कोलकाता एक्सप्रेस-वे बिहार और पश्चिम बंगाल के बीच प्रस्तावित 6 लेन एक्सेस-कंट्रोल्ड राजमार्ग होगा। भारतमाला परियोजना (बीएमपी) चरण-2 के तहत यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-2) के विकल्प के रूप में काम करेगा, जिस पर सिर्फ भारी वाहनों का परिचालन होगा।

नितिन नवीन ने बताया कि पटना से कोलकाता एक्सप्रेसवे बिहार की पहली सड़क होगी, जो एज रिस्ट्रिक्टेड होगी। यह एक्सप्रेसवे पटना बख्तियारपुर होते हुए रजौली से निकलेगा। नालंदा बिहार शरीफ से इसका एलाइनमेंट अलग हो जाएगा। यह एक्सप्रेसवे जिस रास्ते से आगे जायेगा उस पर अभी कोई सड़क नहीं है।

संभावनाओं से भरी यात्रा का दुखांतः ‘न कभी जन्मे, न कभी मरे। वे धरती पर 11 दिसंबर 1931 से 19 जनवरी 1990 के बीच आए थे।’- पुणे स्थित ओशो की समाधि पर अंकित शब्द। अपने दौर को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाले आध्यात्मिक गुरु आचार्य रजनीश उर्फ ओशो, सर्वाधिक विवादास्पद शख्सियत भी रहे। जीवन को लेकर अन्य महान धर्मगुरुओं से ओशो की दृष्टि अलग थी- जीवन में कोई रहस्य है ही नहीं। या तुम कह सकते हो कि जीवन खुला रहस्य है। सबकुछ उपलब्ध है, कुछ भी छिपा नहीं है। तुम्हारे पास देखने की आंखें भर होनी चाहिये।

19 जनवरी 1990 को सर्द भरी सुबह में ओशो का निधन हो गया। मध्य प्रदेश के कुचवाड़ा में पैदा हुए ओशो का शुरुआती नाम चंद्रमोहन जैन था, जिन्हें बचपन से ही दर्शन शास्त्र में रुचि थी।उन्होंने जबलपुर में पढ़ाई पूरी करने के बाद जबलपुर विश्वविद्यालय में ही प्राध्यापक के तौर पर काम किया।इसी दौरान वे आचार्य रजनीश के रूप में अलग-अलग धर्मों व विचारधाराओं पर अपने विचारों की श्रृंखला शुरू की जो खासा विवादास्पद होने के साथ तर्कपूर्ण भी थी-

‘मनुष्यों के कृत्यों को देखें, तीन हजार वर्षों में पांच हजार युद्ध आदमी ने लड़े हैं। उसकी पूरी कहानी हत्याओं की कहानी है, लोगों को जिंदा जला देने की कहानी है- एक को नहीं हजारों को। और यह कहानी खत्म नहीं हो गयी। दूसरे विश्वयुद्ध में अकेले हिटलर ने साठ लाख लोगों की हत्या की- अकेले आदमी ने। इसको तुम विकास कहोगे। दूसरा विश्वयुद्ध खत्म होने को था, जर्मनी ने हथियार डाल दिये, अमेरिका के राष्ट्रपति ने जापान के ऊपर, हिरोशिमा-नागासाकी में एटम बम गिरवाए। दस मिनट के भीतर दो लाख व्यक्ति राख हो गए। सच तो ये है कि आदमी विकसित नहीं हुआ केवल वृक्षों से नीचे गिर गया है। अब तुम बंदर से भी मुकाबला नहीं कर सकते।’

आगे चलकर उन्होंने नौकरी छोड़ कर नवसंन्यास आंदोलन की शुरूआत की और स्वयं को नया नाम दिया-ओशो। 1981 से 1985 के बीच वे अमेरिका चले गए और वहां ओरेगॉन में 65 हजार एकड़ में आश्रम की स्थापना की। कीमती टोपी, महंगी गाड़ियां, रोल्स रॉयस कारें और डिजाइनर पोशाकों के बीच ओशो के विचारों ने अमेरिकी सरकार को असहज कर दिया।

1985 में अमेरिकी सरकार ने ओशो पर अप्रवास नियमों के उल्लंघन के तहत 35 आरोप लगाए और उन्हें हिरासत में लिया। जिसके बाद 4 लाख अमेरिकी डॉलर का जुर्माना देने और अमेरिका छोड़ने व पांच साल तक वापस न आने की सजा हुई। आरोप तो यहां तक लगाए गए कि अमेरिकी जेल में उन्हें धीमा जहर दिया।

इन्ही परिस्थितियों में ओशो भारत लौट आए और 1986 में उन्होंने जब विश्व भ्रमण की शुरुआत की तो अमेरिकी दबाव के कारण 21 देशों ने या तो उन्हें देश से निष्कासित किया या देश में प्रवेश पर पाबंदी लगा दी। 19 जनवरी 1990 को पुणे स्थित आश्रम में उनका निधन हो गया।

अन्य अहम घटनाएं:

1898: ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित मराठी साहित्यकार विष्णु सखाराम खांडेकर का जन्म।

1905: दार्शनिक व धर्म सुधारक देवेंद्रनाथ ठाकुर का निधन।

1935: बांग्ला फिल्मों के सुप्रसिद्ध अभिनेता सौमित्र चटर्जी का जन्म।

1996: जाने-माने साहित्यकार उपेंद्रनाथ अश्क का निधन।

2015ः दिग्गज राजनीति विज्ञानी व लेखक रजनी कोठारी का निधन।

मोतिहारी: जिले के मधुबन थाना क्षेत्र के मोहनवा सुब्बा टोला में अपराधियों ने एक युवक की निर्मम हत्या कर लाश को बासवारी में फेंक दिया। मृतक उक्त गांव के हाकिम सिंह के पुत्र बबलू सिंह है। अपराधियों ने हत्या के बाद उसके सिर और चेहरे को बेरहमी से कूच दिया था। जिस कारण कपडे़ से उसकी पहचान हो सकी है।

परिजन ने आज बताया कि रविवार की शाम किसी दोस्त ने उसे फोन कर बुलाया। जिसके बाद वह दोस्त के लिए घर से मांस बनवा कर ले गया लेकिन रात में घर वापस नहीं लौटा। सुबह बगीचे में उसका शव मिलने की खबर से इलाके में सनसनी फ़ैल गई। ग्रामीणों ने बताया कि मृतक बबलू की माली हालत ठीक नहीं थी। वह एक स्थानीय चिरान मील में काम करता था। थानाध्यक्ष राजेश कुमार ने बताया कि मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है।

पटना/गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में मंगलवार की सुबह गोपालगंज-थावे प्रखंड के धतिवना पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया की गोली मारकर हत्या दी गई। एक बाइक पर सवार दो बदमाशों ने इस घटना को अंजाम दिया। थावे थाने के धतिवना गांव में प्रकाश सिंह के दरवाजे पर मुखिया को गोली मारी गई ।

पुलिस के मुताबिक थावे प्रखंड की धतिवना पंचायत के नवनिर्वाचित मुखिया सुखल मुसहर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। बाइक सवार दो बदमाशों ने सुखल मुसहर पर घर का मेन गेट खोलते वक्त फायरिंग की और मौके से फरार हो गए। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए गोपालगंज पुलिस की कई टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

थावे थाना क्षेत्र के मठ गौतम गांव के सुखल मुसहर धतिवना गांव के प्रकाश सिंह के यहां रहते थे। रोज की तरह मंगलवार की सुबह वह मवेशियों को चारा खिलाने के बाद मेन गेट खोल रहे थे कि एक बाइक पर सवार दो बदमाश वहां पहुंचे। बदमाशों ने उन्हें गोली मार दी। मौके पर मौजूद लोगों की मदद से इलाज के लिए उन्हें अस्पताल में लाया गया। जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।

सदर एसडीपीओ संजीव कुमार ने आशंका जताई है कि सुखल मुसहर की हत्या चुनावी रंजिश का नतीजा हो सकती है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। एसडीपीओ ने बताया कि सुखल मुसहर के हत्यारों की गिरफ्तारी का जिम्मा प्रभारी थानाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार यादव को सौंपा है।

 

Input Agency

पटना: फर्जी तरीके से बीएड कॉलेज चलाने की जानकारी मिलने पर हाई कोर्ट ने सख्त रुख अख्तियार करते हुए सरकार को निर्देश दिया कि वह 48 घण्टे के अंदर इस मामले में सख्त कर्रवाई करते हुए इसकी रिपोर्ट 20 जनवरी तक कोर्ट में पेश करे.

मुख्य न्यायाधीश संजय करोल और न्यायमूर्ति एस कुमार की खण्डपीठ ने विद्या देवी की जनहित याचिका पर सुनवाई करते हुए यह निर्देश आज दिया. कोर्ट ने मुजफ्फरफुर स्थित बी आर अम्बेडकर विश्वविद्यालय से भी इस मामले में जवाब तलब किया है .

खंडपीठ विश्वविद्यालय से यह जानना चाहता है कि उक्त बीएड कॉलेज को मान्यता कैसे दे दी गयी . पिछली सुनवाई में हाई कोर्ट को जब यह जानकारी दी गई कि पूर्वी चंपारण के ढाका स्थित तेलहारा खुर्द गावँ के एक मिडिल स्कूल के भवन की आड़ में एक फर्जी बीएड संस्थान चलाया जा रहा है.

इस बात की जानकारी मिलने पर खंडपीठ ने अधिवक्ता इति सुमन कोइस मामले की जांच करने के लिये अधिवक्ता आयुक्त नियुक्त करते हुए स्थल का निरीक्षण कर कोर्ट को वस्तु स्थिति से अवगत कराने का अनुरोध किया था .

मंगलवार को सुनवाई के दौरान अधिवक्ता इति सुमन ने कोर्ट को रिपोर्ट पेश करते हुए बताया कि उक्त गांव में ई. उपेंद्र शर्मा टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज का कोई भवन नही है . यहां तक कि ग्रामीणों ने इस नाम के किसी संस्था होने के बारे में अनभिज्ञता जताई. उक्त गांव में केवल एक मिडिल स्कूल चलता है .

याचिकाकर्ता के अधिवक्ता ने कोर्ट को बताया कि इस फर्जी संस्थान खोलने के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है. खण्डपीठ ने सरकार से उक्त प्राथमिकी के आलोक में कार्यवाही रिपोर्ट अगली सुनवाई की तिथि 20 जनवरी तक कोर्ट में पेश करने का निर्देश दिया .

फिल्म अभिनेता विक्की कौशल का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।विक्की का यह वीडियो उनके स्कूल के दिनों का है, जिसमें वह एक लड़की से साथ मंच पर एक्टिंग करते नजर आ रहे हैं। वीडियो को खुद विक्की ने अपनी इंस्टा स्टोरी पर फैंस के साथ साझा किया है। इस वीडियो को साझा करते हुए विक्की ने लिखा-‘स्कूल के दिनों में अभिनय !’

विक्की का यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। गौरतलब है, विक्की कौशल इन दिनों इंदौर में लक्ष्मण उतेकर की एक अनटाइटल फिल्म की शूटिंग कर रहे हैं। इस फिल्म में विक्की के साथ अभिनेत्री सारा अली खान भी लीड रोल में नजर आएंगी। इसके अलावा विक्की फिल्म गोविंदा नाम मेरा में अभिनेत्री भूमि पेडनेकर और कियारा आडवाणी के साथ नजर आएंगे।इसके अलावा वह 1971 भारत-पाक युद्ध के हीरो फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ की बायोपिक में नजर आने वाले हैं, जिसकी निर्देशक मेघना गुलजार हैं।

Chhapra: मुखिया चित्रकला देवी की अध्यक्षता में मुखिया संघ का चुनाव संपन्न हुआ. जिसमें कोटवा पट्टी रामपुर पंचायत के मुखिया सत्येंद्र सिंह को अध्यक्ष डुमरी पंचायत के मुखिया अंजू देवी को उपाध्यक्ष, खलपूरा बाला पंचायत के मुखिया चित्रलेखा देवी को सचिव पद एवं मूसेपुर पंचायत के मुखिया बबलू राय को कोषाध्यक्ष पद हेतु सर्वसम्मति से चुन लिया गया. वही नव निर्वाचित अध्यक्ष सतेंद्र सिंह एवम उपाध्यक्ष सभी ने कहा कि अब सदर प्रखंड में सिर्फ विकास का कार्य होगा किसी भी तरह की दलाली और घूसखोरी अब नही चलेगी सारे योजनाओं का लाभ अब लोगो तक पहुचेगा वही. इस बैठक में जलालपुर, मूसेपुर, डुमरी, भैरोपुर, निजामत, रायपुर, बिंद गांवा, कोटवा पट्टी, रामपुर, महाजी चिरांद, महाराजगंज, खलपूरा, बाला लोहारी एवं बदलू टोला पंचायत के सभी मुखिया गण एवं प्रतिनिधि गण साथ ही गुड्डू सिंह, अरुण कुमार यादव, संजय कुमार सिंह, दशरथ राय, संदीप कुमार, विनय कुमार, उप प्रमुख अवधेश राय, निशांत सिंह, बीडीसी प्रतिनिधि जितेंद्र राय, बीडीसी प्रतिनिधि रमेश कुमार सिंह, पीडीसी प्रतिनिधि और विक्की सिंह सोलंकी आदि उपस्थित हुए.

Chhapra: बढ़ती ठंड को देखते हुवे युवा क्रांति रोटी बैंक के माध्यम से जरूरतमन्दों के बीच गर्म कपड़े और भोजन का वितरण किया। दुबई की मशहूर मेकअप आर्टिस्ट स्वाति वर्मा द्वारा आयोजित मास्टर कोर्स 2022 मेकअप आर्टिस्ट ज्योति गुप्ता ने भाग लिया और स्वेता गौर अकैडमी मास्टर कोर्स 2021 मे दूसरा स्थान पाया। इस खुशी के मौके पर छपरा शहर के जरूरतमंद लोगों के बीच भोजन कम्बल वितरण कर खुशियां मनाई और कहा कि इस तरह के कार्यो मे सभी लोगो को आगे आना चाहिए।ज़िन्दगी के कुछ पल जरूरतमन्दों के लिए निकालना बहुत जरूरी होता है जिससे उनके चेहरे पे खुशी मिले। ज्योति ब्यूटी पार्लर के सभी सदस्यों ने जरूरतमंद लोगों को भोजन के साथ साथ शॉल का वितरण किया। संस्थापक ई०विजय राज ने कहा बढ़ती सर्दी के वजह से कम्बल और गर्म कपड़े शहरी इलाकों के साथ साथ ग्रामीण इलाकों मे मीडिया बंधू के माध्यम से जरूरतमन्द लोगो के पास लगातार पहुँचाया जा रहा है।सदस्य अभिषेक अग्रहरी, प्रिंस सिंह, बवाली सिंह, निशांत, प्रतीक, पिंटू,संतोष,विवेक उपस्थित रहे।

• परिवार नियोजन मेला और प्रदर्शनी पर रहेगी रोक
• कार्यपालक निदेशक ने जारी किया संसोधित दिशा निर्देश
• ई-रिक्शा के माध्यम से किया जायेगा समुदाय को जागरूक
Chhapra: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के बीच अन्य स्वास्थ्य सेवाओं को भी समुदाय तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत जिले में मिशन परिवार विकास अभियान चलाया जायेगा। इस संबंध में राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक संजय कुमार सिंह ने पत्र जारी कर सिविल सर्जन को आवश्यक दिशा-निर्देश जारी किया है। 10 से 29 जनवरी तक मिशन परिवार विकास अभियान का आयोजन किया जायेगा। 10 जनवरी से 29 जनवरी 2022 तक सभी जिलों में निशन परिवार विकास अभियान आयोजित करने का निर्णय लिया गया है। वर्तमान समय में राज्य में कोरोना महामारी जनित तीसरी लहर से कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है। वर्तमान परिस्थिति को देखते हुये इस कार्यालय का पत्रांक-5989 दिनांक 23.12.2021 द्वारा कोविड-19 महामारी के दौरान परिवार नियोजन सेवाओं के संचालन हेतु निर्गत किये गये दिशा-निर्देश का अनुपालन करते हुये मिशन परिवार विकास अभियान को संपादित किया जाय। साथ ही प्रत्येक एफडीएस (फिक्स डे सर्विसेज) पर 10 लाभार्थियों का बंध्याकरण / नसबंदी ऑपरेशन किया जायेगा। आवश्यकतानुसार एफडीएस की संख्या बढ़ाई जा सकती है।
परिवार नियोजन मेला और प्रदर्शनी पर रहेगी रोक
जारी पत्र में कहा गया है कि मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान गृह मंत्रालय, भारत सरकार एवं बिहार सरकार द्वारा कोविड-19 के संदर्भ में निर्गत दिशा-निर्देश के आलोक में परिवार नियोजन सेवा प्रदान करने के क्रम में सामाजिक दूरी का पालन एवं कोविंड के संक्रमण से बचाव हेतु समुचित सुरक्षात्मक उपाय अपनाया जाय। मिशन परिवार विकास के दौरान मेलों एवं प्रदर्शनी के आयोजन पर रोक रहेगी । स्वास्थ्य संस्थानों पर भीड़-भाड़ एकत्रित नही होने दिया जाय। साथ हीं संबंधित स्वास्थ्य केन्द्र पर आये हुये लाभार्थी में कोविड प्रोटॉकाल यथा मास्क का उपयोग एवं सामाजिक दूरी का विशेष रूप से ध्यान रखा जाय।
दो माह के लिए परिवार नियोजन साधनों का होगा वितरण
पत्र के माध्यम से निर्देश दिया गया है कि लाभार्थी को परिवार नियोजन सेवा अंतर्गत अस्थायी विधि यथा-कंडोम, गर्भनिरोधक गोली, अंतरा सूई एवं कॉपर टी जैसी गर्भनिरोधक को अपनाने हेतु प्रेरित किया जाय एवं लाभार्थी को दो माह के लिए परिवार नियोजन सामग्री प्रदान किया जाय। साथ ही मिशन परिवार विकास अभियान के दौरान ई-रिक्शा (सारथी) के माध्यम से परिवार नियोजन अपनाने के साथ-साथ कोविड-19 से बचाव हेतु सुरक्षात्मक उपाय अपनाने को भी जागरूक किया जाय।