Chhapra:  खैरा थाना कस्बा पटेढ़ा अन्तर्गत माँ टेलकम पटेढ़ा चौक दुकानदार का नाम रंजन कुमार और खैरा थाना अन्तर्गत ही खोदाईबाग एस. के इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार का नाम अखिलेश उषा कम्पनी के नकली पंखा बेच रहे थे। कम्पनी के प्रभारी को यह सूचना मिली थी की इन दुकानो पर उषा स्वीफट पंखा पुरे सिजन भर नकली पंखा बिक रहा है, अतः कम्पनी के प्रभारी को सूचना मिलते ही वहाँ के थाना प्रभारी को सूचित कर एक टीम का गठन किया, तथा दोनो दुकानो पर छापे माड़ी गई, जिसमे दोनो दुकानो से नकली उषा स्वीफट पंखा बरामद हुआ। उन पंखो के डिब्बो मे न तो गांरन्टी कार्ड था और न ही उसके डिब्बे पर बारकोड था, तथा डब्बा का कलर भी असली डब्बे की तुलना मे कलर हल्का था। दुकानदार से बिल मांगने पर उनके द्वारा कोई भी खरीदारी बिल नही प्रस्तुत किया गया। ग्राहक भी सस्ता के चक्कर मे नकली समान को असली मान कर खरीदारी करते है और ठगे जाते है, ग्राहको को चाहिए की उसमे बार कोड एवं गांरटी कार्ड का अध्यन कर ही वस्तु की खरीदारी करे।

Chhapra: अंतरराष्ट्रीय स्वयंसेवी संस्था इनरव्हील सारण का पांचवा पदस्थापना समारोह होटल अशोका ग्रांड में आयोजित कर मनाया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि पीडीसी गायत्री आर्याणि और सभी एग्जीक्यूटिव सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर किया। इनरव्हील की निवर्तमान अध्यक्ष अनीता राज ने नव निर्वाचित अध्यक्ष सुषमा गुप्ता को कॉलर पहना कर अध्यक्ष का पद भार सौंपा और साथ ही अनीता राज ने कहा कि मुझे पूरी उम्मीद है कि नई पअध्यक्ष सुषमा गुप्ता अपने सभी कार्य और डिस्ट्रिक्ट चैयरमैन द्वारा दिये गए गोल को बेहतर तरीके से पूरा करेंगी । इस अवसर पर डिस्ट्रिक्ट द्वारा क्लब को मिले गए अवार्ड की भी घोषणा की गई।जिसमे बेस्ट प्रोजेक्ट( स्त्री शक्ति) बेस्ट प्रोजेक्ट (ई- लर्निंग), इनर व्हील पार्क और नर्सरी बनवाना, बेस्ट फ़ाइल, आउटस्टैंडिंग प्रेसीडेंट, आउटस्टैंडिंग क्लब ,बेस्ट एडिटर, आउटस्टैंडिंग सेक्रेटरी और आउटस्टैंडिंग ट्रैसरेर का अवार्ड क्लब को मिला।
नई टीम में अध्यक्ष : सुषमा गुप्ता
आई पी पी: अनिता राज
उपाध्यक्ष : तनु जायसवाल
सचिव : शिल्पी कुमारी
कोषाअध्यक्ष : अंजू फैशन
आई एस ओ : अंकिता जायसवाल
संपादक : कामिनी जायसवाल ।
इस अवसर पर रेनू गुप्ता , रचना कुमारी तथा पुतुल कुमारी को नए सदस्यों की सदस्यता शपथ दिलाई गई और इनरव्हील के परिवार में शामिल किया गया । सभी नए सदस्यों को एक-एक पौधा भी दिया गया ।अध्यक्ष  सुषमा गुप्ता द्वारा सत्र 2021-22 की अध्यक्ष और सचिव को टोकन ऑफ लव दिया गया । मुख्य अतिथि पीडीसी गायत्री आर्याणि का परिचय आई एस ओ – अंकिता जायसवाल ने दिया। कार्यक्रम की अध्यक्षता तथा आए हुए सभी सदस्यो और अतिथियो का स्वागत संयुक्त रूप से अनीता राज और सुषमा गुप्ता ने किया । कार्यक्रम का संचालन सुनीता रॉय ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन उपाध्यक्ष तनु जायसवाल ने दिया।

• जिले में शुरू हुआ विश्व स्तनपान सप्ताह
• स्वास्थ्य केंद्रों पर स्तनपान कक्ष की होगी स्थापना
• स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता का आयोजन

Chhapra: नवजात शिशु मृत्यु दर में कमी लाने तथा पोषण में सुधार लाने के उद्देश्य से जिले में विश्व स्तनपान सप्ताह की शुरुआत की गयी। जिले में 1 से 7 अगस्त तक विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जायेगा। इस दौरान विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया जायेगा। जन्म के प्रथम एक घण्टे में स्तनपान शुरू करने वाले नवजातों में मृत्यु की संभावना 20% तक कम हो जाती है। प्रथम 6 माह तक केवल स्तनपान करने वाले शिशुओं में डायरिया एवं निमोनिया से होने वाली मृत्यु की संभावना क्रमश 11 गुणा एवं 15 गुणा कम हो जाती है। स्तनपान करने वाले शिशुओं का समुचित शारीरिक एवं मानसिक विकास होता है एवं वयस्क होने पर गैर-संचारी बीमारियों के होने का खतरा कम हो जाता है। स्तनपान कराने वाली माताओं में स्तन एवं ओवरी कैंसर होने का खतरा कम रहता है।

स्तनपान के महत्व को बतायेंगी आशा कार्यकर्ता
जिला स्वास्थ्य समिति के डीपीसी सह नोडल पदाधिकारी रमेश चंद्र कुमार ने बताया कि आँगनबाडी सेविका एवं आशा अगस्त माह में होने वाले वीएचएस एन डी (VHSND) में सभी दो वर्ष तक के बच्चों की माताओं को आमंत्रित कर तथा उनके द्वारा बताई गई इनफैंट एंड यंग चाइल्ड फीडिंग के अभ्यासों तथा उनके बच्चों के पोषण स्तर में हुए सुधार के आधार पर चिह्नित माताओं की प्रशंसा की जायेगी तथा संभव हो तो स्थानीय पंचायती राज संस्थाओं की महिला सदस्यों, पदाधिकारियों के द्वारा प्रोत्साहित किया जायेगा । प्रत्येक आशा, विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान गर्भवती एवं धात्री माताओं के साथ बैठक कर स्तनपान से होने वाले लाभ व स्तनपान के सही तरीके के संबंध में चर्चा करेंगी। कोविड- 19 महामारी के परिप्रेक्ष्य में कोविड- 19 से संभावित संक्रमित माताओं, संक्रमित माताओं को चिकित्सक से परामर्श लेने हेतु सलाह दी जायेगी ।

स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता का आयोजन
डीपीएम अरविन्द कुमार ने बताया कि स्वस्थ्य शिशु प्रतियोगिता का आयोजन 1 से 7 अगस्त के दौरान किसी एक दिन किया जाना है। जिसमें माताओं को बच्चे के स्वास्थ्य संबंधी जानकारियाँ दी जायेगी। यह कार्यक्रम प्रत्येक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पर किया जायेगा। क्षेत्रीय अपर निदेशक (स्वास्थ्य सेवाएँ), क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक सिविल सर्जन, जिला स्वास्थ्य समिति के अधिकारी तथा जिला प्रोग्राम पदाधिकारी, आई०सी०डी०एस० के द्वारा उक्त गतिविधियों का जिला स्तर पर अनुश्रवण किया जायेगा। प्रखण्ड स्तर पर प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखण्ड स्वास्थ्य प्रबंधक, प्रखण्ड समुदायिक उत्प्रेरक तथा महिला पर्यवेक्षिका आईसीडीएस के द्वारा अनुश्रवण किया जायेगा।

स्तनपान के समर्थन के लिए संकल्प लेंगे स्वास्थ्यकर्मी

विश्व स्तनपान सप्ताह के अवसर पर स्तनपान का समर्थन करने का संकल्प संस्थान पर कार्यरत सभी स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा एक साथ लिया जाना है। प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थानों में “स्तनपान कक्ष का स्थापना किया जाना है। यह स्तनपान कक्ष मुख्यत ओपीडी के पास स्थापित किया जाना है। स्तनपान कक्ष स्वास्थ्य संस्थान में स्थापित केएमसी के अतिरिक्त होगी । सभी स्वास्थ्य संस्थानों में जल्द से जल्द स्तनपान कक्ष स्थापित करना सुनिश्चित करें। इस कार्य में यूनिसेफ से तकनीकी सहायता ली जायेगी ।

Chhapra: स्वतंत्रता दिवस-2022 समारोह केे आयोजन हेतु समाहरणालय सभाकक्ष में परामर्शदात्री समिति के पदाधिकारियों एवं सदस्यगणों की एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों को स्वतंत्रता दिवस-2022 का आयोजन हेतु आवश्यक निर्देश दिया गया। बैठक में बताया गया कि झंडोत्तोलन का मुख्य कार्यक्रम पूर्ववत स्थानीय राजेन्द्र स्टेडियम में आयोजित होगा। कोविड-19 संक्रमण के दिशा-निर्देश को ध्यान में रखते हुए समारोह में अतिविशिष्ट महानुभावों एवं वरीय पदाधिकारियों को ही आमंत्रित किया जाएगा। समारोह में भाग लेने हेतु महानुभावों को ई-आमंत्रण पत्र के माध्यम से आमंत्रित किया जाएगा। ई-आमंत्रण पत्र संबंधित महानुभाव के मोवाईल पर वाट्सऐप के माध्यम से भेजा जाएगा। प्रभारी पदाधिकारी के द्वारा बताया गया कि स्वतंत्रता दिवस समारोह के मुख्य कार्यक्रम का लाईव प्रसारण राजेन्द्र स्टेडियम से बेब कास्टिंग, सोशल मीडिया के माध्यम से कराया जायेगा। इसकी पूरी व्यवस्था जिला सूचना एवं विज्ञान पदाधिकारी सुनिश्चित करेंगे।
बैठक में बताया गया कि सभी सरकारी कायालयों में पूर्व की तरह झंडोतोलन कार्यक्रम आयोजित होगें। पूर्वाह्न 8:35 बजे पुलिस अधीक्षक सारण का राजेन्द्र स्टेडियम में आगमन होगा, पूर्वाह्न 8:40 बजे समाहर्त्ता सारण का राजेन्द्र स्टेडियम में आगमन होगा, पूर्वाह्न 8:45 बजे पुलिस उप महानिरीक्षक सारण क्षेत्र, छपरा का राजेन्द्र स्टेडियम में आगमन होगा, पूर्वाह्न 8:50 बजे आयुक्त सारण प्रमंडल का राजेन्द्र स्टेडियम में आगमन होगा, पूर्वाह्न 8:55 बजे परेड निरीक्षण के उपरांत पूर्वाह्न 09;00 बजे राजेन्द्र स्टेडियम में झंडोतोलन होगा। पूर्वाह्न 09:45 बजे आयुक्त सारण प्रमंडल द्वारा अपने कार्यालय भवन पर झंडोतोलन किया जाएगा। पूर्वाह्न 09:55 बजे जिलाधिकारी सारण के द्वारा समाहरणालय कार्यालय भवन पर झंडोतोलन किया जाएगा। 10:15 बजे पूर्वाह्न में पुलिस अधीक्षक सारण के द्वारा कार्यालय भवन पर झंडातोलन किया जाएगा। 10:25 बजे पूर्वाह्न में उप विकास आयुक्त अपने कार्यालय भवन पर झंडातोलन करेंगे। 10:40 बजे पूर्वाह्न में छपरा पुलिस लाईन में पुलिस अधीक्षक, सारण के द्वारा झंडातोलन किया जाएगा।
मुख्य समारोह स्थल एवं शहरी क्षेत्र के सभी प्रमुख चौक चौराहा पर अवस्थित महापुरुषों की मूर्तियों की साफ-सफाई एवं साज-सज्जा की व्यवस्था हेतु नगर आयुक्त, छपरा नगर निगम का निर्देशित किया गया है। विभिन्न महादलित टोलों में पूर्व की तरह ही पदाधिकारीगणों के द्वारा झंडातोलन किया जाएगा। कोविड संक्रमण से बचाव हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश का अनुपालन सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया। झंडोतोलन के कार्यक्रम स्थल पर मास्क का उपयोग एवं सोशल डिस्टेंसिंग का अनुपालन सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया गया है। संध्या कालीन सांस्कृतिक कार्यक्रम कोविड प्रोटोकाल के अनुपालन में स्थगित रहेगा।
बैठक में पुलिस अधीक्षक सारण श्री संतोष कुमार, जिला स्तरीय पदाधिकारीगण एवं परामर्षदात्री समिति के सम्मानित सदस्यगण उपस्थित थे।

Chhapra:  उप निरीक्षक प्रमोद कुमार, स.उ.नि. विजय रंजन मिश्र रेसुब पोस्ट/छपरा साथ टास्क टीम व सीपीडिटी टीम/छपरा व स.उ.नि. मनोज कुमार/जीआरपी/छपरा साथ स्टाफ द्वारा रेलवे स्टेशन छपरा जंक्शन प्लेटफार्म संख्या 03 पर आगमन पर सुरक्षा निगरानी व चेकिंग के दौरान गाड़ी संख्या 13106 बलिया-सियालदह एक्सप्रेस के समय 10.48 बजे प्लेटफार्म संख्या 03 पर आगमन पर कोच संख्या SLR कोच संख्या 102767 ER में एक व्यक्ति पिंटू कुमार चौहान को 01 प्लास्टिक बोरी में शराब लेकर जाते समय गिरफ्तार किया गया, जिसे चेक करने पर 11 अदद Royal stag whisky 375 ML, 47 अदद 8PM टेट्रा पैक whisky 180 ML सभी कीमत 9380/- रुपये बरामद व जप्त किया गया।

अपराध का तरीका- बिहार राज्य में शराबबंदी के कारण होने वाले भारी लाभ के कारण बगल के सटे जनपदों से तस्करों द्वारा शराब तस्करी कर लाकर अवैध रूप से बेचना।

बरामद शराब का विवरण- 11 अदद Royal stag whisky 375 ML, 47 अदद 8PM टेट्रा पैक whisky 180 ML सभी कीमती 9380/- रुपये

गिरफ्तार अभियुक्त का नाम- पता विवरण – पिंटू कुमार चौहान s/o स्व. सुरेश महतो, r/o रतनपुरा वार्ड नम्बर 10, थाना- भगवान बाजार, जिला- छपरा, 29 वर्ष

अपराध का पंजीकरण अग्रिम कार्यवाही हेतू जीआरपी छपरा को सुपुर्द किया गया.

Chhapra: कुलपति प्रोफेसर फारूक अली की अध्यक्षता में भर्चुअल मोड पर एवं आफ लाइन के अन्तर्गत व्याख्यान विश्वविद्यालय के सीनेट हाल मे हुआ। कुलपति प्रोफेसर फारूक अली ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए यदि हम अब सचेत नही होंगे तो बहुत कठिनाई मे सारा विश्व हो जायेगा। प्रोफेसर मृत्युंजय कुमार ने अपने उद्बोधन मे कहा कि वृक्ष वर्षा ऋतु के 81प्रतिशत जल को अपनी जडों मे रोकते हैं. पहाङी क्षेत्र में वनों का संरक्षण करना आवश्यक है।महान दार्शनिक पीटर सिंगर का उदाहरण देते हुए कहा कि बच्चो को यदि प्राकृतिक परिवेश में रखा जाए तो उनका विकास बहुत अच्छी तरह से होता है।हमे समझदारी से प्राकृतिक संसाधनों का इस्तेमाल करना है। पेङों के लगाने से प्रकृति का संरक्षण होता है।

इस अवसर पर डॉक्टर विश्वामित्र पांडेय स्पोर्ट्स डायरेक्टर, ए के पाठक वित्त परामर्शी, डॉक्टर एस के श्रीवास्तव प्राचार्य राजेंद्र महाविद्यालय, छपरा, डॉक्टर धनंजय आजाद आइ टी प्रभारी, डॉक्टर नागेश्वर वत्स नोडल आफिसर कन्या उत्थान, डॉक्टर सरफराज अहमद नोडल आफिसर, डॉक्टर मधुबाला मिश्रा आदि भी सीनेट हॉल मे उपस्थित हुए. मंच संचालन प्रोफेसर हरिश्चंद्र समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद और धन्यवाद ज्ञापन डॉक्टर आर पी बबलू कुलसचिव ने किया।

Chhapra: राजेंद्र महाविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. सुशील कुमार श्रीवास्तव ने  46 वें प्रभारी प्राचार्य के रूप में सोमवार को अपना पदभार ग्रहण किया.

इस दौरान सेवानिवृत्त निवर्तमान प्राचार्य डॉ बैकुंठ पांडेय ने उन्हें पदभार सौंपकर शुभकामनाएं दीं. इसके बाद उन्होंने महाविद्यालय के कुलदेवता देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर अपने कार्यकाल की शुरुआत की.

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पदभार ग्रहण करने के बाद शिक्षकों और शिक्षकेतर कर्मचारियों ने उनके बधाई और सहयोग का आश्वासन दिया.

पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने कहा कि सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के सहयोग से महाविद्यालय में पठन-पाठन के वातावरण को और सुदृढ़ करते हुए महाविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को पुनः स्थापित करने का प्रयास करूंगा।

इस अवसर पर डॉ. अशोक कुमार सिन्हा, डॉ. पूनम, डॉ. संजय कुमार, डॉ. बिधान चंद्र भारती, डॉ. राजीव कुमार मिश्रा, डॉ. इकबाल इमाम, डॉ. नेहा दूबे, डॉ. इकबाल जफर अंसारी, डॉ. रवि प्रकाश नाथ त्रिपाठी, डॉ. सरोज कुमार सिंह, हरिहर मोहन सहित सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे.

देश-दुनिया के इतिहास में 01 अगस्त की तारीख कई अहम घटनाओं की वजह से दर्ज है। भारत के लिहाज से इसका खास महत्व है। ब्रितानी हुकूमत की बढ़ती ज्यादतियों का विरोध करने के लिए महात्मा गांधी ने 1920 में 01 अगस्त को ही असहयोग आंदोलन की शुरुआत की थी। असहयोग आंदोलन के दौरान विद्यार्थियों ने सरकारी स्कूलों और कॉलेजों में जाना छोड़ दिया। वकीलों ने अदालत में जाने से मना कर दिया। कई कस्बों और नगरों में श्रमिक हड़ताल पर चले गए। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक 1921 में 396 हड़तालें हुई जिनमें छह लाख श्रमिक शामिल थे और इससे 70 लाख कार्यदिवसों का नुकसान हुआ। शहरों से लेकर गांव देहात में इस आंदोलन का असर दिखाई देने लगा और सन 1857 के स्वतंत्रता संग्राम के बाद असहयोग आंदोलन से पहली बार अंग्रेजी राज की नींव हिल गई। फरवरी 1922 में किसानों के एक समूह ने संयुक्त प्रांत के गोरखपुर जिले के चौरी-चौरा पुरवा में एक पुलिस स्टेशन पर आक्रमण कर उसमें आग लगा दी। हिंसा की इस घटना के बाद गांधी ने यह आंदोलन तत्काल वापस ले लिया।

भारतीय इतिहास में अगस्त का महीना ‘क्रांति, अधिकारों और सुधारों के महीने’ के रूप में जाना जाता है। 08 अगस्त भारत छोड़ो आंदोलन, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस, 19 अगस्त विश्व मानवता दिवस, 20 अगस्त सद्भावना दिवस और अनुच्छेद 370 को 5 अगस्त को समाप्त किया गया था। ये सभी तारीखें भारतीय इतिहास के सुनहरे पन्नों में अंकित हैं। मगर 01 अगस्त, 2019 की तारीख ऐसी है, जिसने मुस्लिम महिलाओं को ‘तीन तलाक’ की सामाजिक कुरीति से मुक्त किया। 01 अगस्त देश के इतिहास में ‘मुस्लिम महिला अधिकार दिवस’ के रूप में दर्ज है। ‘तीन तलाक’ या ‘तलाक-ए-बिद्दत’ न तो इस्लामिक था और न ही कानूनी। इसके बावजूद तीन तलाक जैसी सामाजिक कुरीति को ‘मतदाताओं को बरगलाने’ के लिए ‘राजनीतिक संरक्षण’ दिया गया। 01 अगस्त 2019 भारतीय संसदीय इतिहास के लिए भी ऐतिहासिक है।

कांग्रेस, कम्युनिस्ट पार्टी, सपा, बसपा और तृणमूल कांग्रेस समेत तथाकथित ‘चैंपियंस ऑफ सेकुलरिज्म’ के बाधा डालने के बावजूद तीन तलाक के खिलाफ विधेयक पर कानून बनाया गया। यह वो तारीख है जिसने मुस्लिम महिलाओं के लिए लैंगिक समानता सुनिश्चित की और उनके संवैधानिक, मौलिक और लोकतांत्रिक अधिकारों को मजबूत किया। इस कानून ने मुस्लिम महिलाओं को विश्वास दिलाया कि अब उनके साथ अन्याय नहीं होगा। ये मुस्लिम महिलाएं भारत में लगभग आधी आबादी का गठन करती हैं। ऐसे में इनके अधिकारों को भी संरक्षण मिलना चाहिए और 01 अगस्त, 2019 को भारतीय लोकतंत्र और संसदीय इतिहास में वह सुनहरा पल आया जब तीन तलाक को गैर कानूनी करार दिया गया।

यूं तो तीन तलाक की सामाजिक बुराई के खिलाफ कानून 1986 में पारित किया जा सकता था, जब सुप्रीम कोर्ट ने शाहबानो मामले में ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। 545 लोकसभा सदस्यों में से 400 से अधिक और राज्यसभा में 245 सदस्यों में से 159 से अधिक के साथ कांग्रेस के पास संसद में पूर्ण बहुमत था, लेकिन तत्कालीन राजीव गांधी सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अप्रभावी बनाने और मुस्लिम महिलाओं को उनके संवैधानिक और मौलिक अधिकारों से वंचित करने के लिए संसद में अपनी ताकत का इस्तेमाल किया। दरअसल, तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने कुछ ‘संकीर्ण विचारधारा के कट्टरपंथियों’ के अतार्किक विचारों के समक्ष झुककर उस समय मुस्लिम महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित करने का एक पाप किया। मुस्लिम महिलाओं के लिए कांग्रेस की गलती का वह क्षण दशकों की सजा में तब्दील हो गया। कांग्रेस वोट के लिए चिंतित थी, जबकि वर्तमान की भाजपा सरकार सामाजिक सुधार के लिए चिंतित थी।

यह सत्य है कि भारत संविधान पर चलता है, शरीयत या किसी अन्य धार्मिक पाठ्यपुस्तक पर नहीं। इससे पहले ‘सती प्रथा’ और ‘बाल विवाह’ जैसी सामाजिक बुराइयों को खत्म करने के लिए देश में कई कानून लाए गए थे। इसी तरह की कुरीति तीन तलाक कानून का धर्म से कोई लेना-देना नहीं है, यह कानून विशुद्ध रूप से एक सामाजिक बुराई, अमानवीय, क्रूर और असंवैधानिक प्रथा को समाप्त करके लैंगिक समानता सुनिश्चित करने के लिए बनाया गया है। मौखिक रूप से तीन बार तलाक कहकर तत्काल तलाक अवैध है। ऐसी कई घटनाएं सामने आई थीं, जिनमें महिलाओं को पत्र, फोन या मैसेज और व्हाट्स ऐप के जरिए भी तलाक दिया गया था। इस तरह की घटनाएं एक संवेदनशील देश और समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध सरकार के लिए अस्वीकार्य हैं।

इतिहास में झांके तो मिस्र पहला मुस्लिम राष्ट्र था, जिसने 1929 में इस सामाजिक बुराई को समाप्त किया था। इसके बाद 1929 में सूडान, 1956 में पाकिस्तान, 1972 में बांग्लादेश, 1959 में इराक, 1953 में सीरिया, 1969 में मलेशिया ने तीन तलाक की प्रथा को समाप्त कर दिया। इसके अलावा साइप्रस, जॉर्डन, अल्जीरिया, ईरान, ब्रुनेई, मोरक्को, कतर, यूएई जैसे देशों ने भी कई साल पहले इस सामाजिक बुराई को अपने यहां से उखाड़ फेंका, लेकिन भारत को इस अमानवीय और क्रूर प्रथा से छुटकारा पाने में 70 साल का समय लग गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को प्रभावी बनाने के लिए तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाया। सुप्रीम कोर्ट ने 18 मई, 2017 को तीन तलाक को असंवैधानिक घोषित कर दिया था। इसके बाद तीन तलाक को खत्म कर मोदी सरकार ने मुस्लिम महिलाओं के सामाजिक-आर्थिक, मौलिक और संवैधानिक अधिकारों को मजबूत करने का काम किया। कानून बनने के शुरुआती साल में ही तीन तलाक के मामलों में करीब 82 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई।

महत्वपूर्ण घटनाचक्र
1831: नए लंदन ब्रिज को यातायात के लिए खोला गया।
1883: ग्रेट ब्रिटेन में अंतर्देशीय डाक सेवा शुरू।
1914: प्रथम विश्व युद्ध शुरू।
1916: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष एनी बेसेंट ने होम रूल लीग की शुरुआत की।
1920: महात्मा गांधी ने असहयोग आंदोलन की शुरुआत की।
1953: क्यूबा के पूर्व राष्ट्रपति फिदेल कास्त्रो को गिरफ्तार किया गया।
1953: देश में सभी एयरलाइंसों का हवाई निगम अधिनियम के तहत राष्ट्रीयकरण किया गया।
1957: नेशनल बुक ट्रस्ट की स्थापना।
1960: पाकिस्तान की राजधानी कराची को बदलकर इस्लामाबाद किया गया।
1975: दुर्बा बनर्जी वाणिज्यिक यात्री विमान का संचालन करने वाली विश्व की पहली पेशेवर महिला पायलट बनीं।
1995: हब्बल दूरबीन ने शनि के एक और चंद्रमा की खोज की।
2004: श्रीलंका ने भारत को हराकर क्रिकेट का एशिया कप जीता।
2006: जापान ने दुनिया की पहली भूकंप पूर्व चेतावनी सेवा शुरू की।
2007: वियतनाम के हनोई शहर में आयोजित अंतरराष्ट्रीय गणित ओलम्पियाड में भारतीय दल के छह सदस्यों ने तीन रजत पदक जीते।
2008ः अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी के बोर्ड ने भारत के विशेष निगरानी समझौते को हरी झंडी दी।

2010ः अनुषा रिजवी निर्देशित फिल्म पीपली लाइव को 31वें डरबन अंतरराष्ट्रीय फिल्मोत्सव में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार प्रदान किया गया।

जन्म
1869ः उत्तर प्रदेश के प्रथम राज्यपाल हरकोर्ट बटलर।
1882ः स्वतंत्रता सेनानी पुरुषोत्तम दास टंडन।
1899ः प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की पत्नी कमला नेहरू।
1910ः भारतीय क्रिकेट खिलाड़ी मुहम्मद निसार।
1913ः फिल्म अभिनेता, निर्माता, निर्देशक भगवान दादा।
1924ः वेस्ट इंडीज के पूर्व क्रिकेटर फ्रैंक वोरेल।
1924ः सऊदी अरब के राजा शाह अब्दुल्ला।
1932ः फिल्म अभिनेत्री मीना कुमारी।
1955ः पूर्व भारतीय क्रिकेटर अरुण लाल।
1939ः प्रसिद्ध साहित्यकार गोविन्द मिश्र।

निधन
1591ः अकबर के दरबार के प्रमुख कवि उर्फी शीराजी।
1863ः पंजाब के महाराजा रणजीत सिंह की पांचवीं पत्नी जिन्दां रानी।
1913ः हिंदी के प्रथम तिलिस्मी लेखक देवकी नन्दन खत्री।
1920ः भारत के राष्ट्रवादी नेता बाल गंगाधर तिलक।
1999ः भारतीय मूल के अंग्रेजी लेखक नीरद चन्द्र चौधरी।
2000ः ज्ञानपीठ पुरस्कार से अलंकृत शायर अली सरदार जाफरी।
2008ः भारतीय राजनेता हरकिशन सिंह सुरजीत।
2018ः भारतीय राजनीतिज्ञ, असम-मेघालय के पूर्व राज्यपाल भीष्म नारायण सिंह।

दिवस
विश्व स्तनपान दिवस (01 अगस्त से ही विश्व स्तनपान सप्ताह की शुरुआत होती है)

पटना:  बिहार में आगामी चुनाव को देखते हुए जदयू लगातार अपने संगठन को मजबूत करने में लगी है। इसी क्रम में जदयू ने बिहार के चार जिलों में नये जिला अध्यक्षों का चयन किया है। प्रदेश अध्यक्ष उमेश सिंह कुशवाहा की ओर आज जारी किये गये आदेश के अनुसार बक्सर, कैमूर, अरवल और पूर्वी चंपारण जिले में जिला अध्यक्ष मनोनीत किए गए हैं।

जेडीयू के चार नए जिला अध्यक्षों में मंजू देवी को पूर्वी चंपारण, अशोक सिंह को बक्सर, डॉ.प्रमोद कुमार सिंह को कैमूर जबकि रामकिशोर शर्मा को अरवल का जिला अध्यक्ष मनोनीत किया गया है।

– बिल्डिंग क्लीयरेंस ऑपरेशन के दौरान एक्सल को लगी थीं आतंकियों की 3 गोलियां
– शहादत से पहले कमरे के अंदर छिपे हुए आतंकवादी को सूंघ निकाला था एक्सल ने

नई दिल्ली: कश्मीर घाटी में एक बिल्डिंग क्लीयरेंस ऑपरेशन के दौरान अपनी जान गंवाने वाले भारतीय सेना के खोजी कुत्ते ‘एक्सल’ को आज अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। जम्मू-कश्मीर के बारामूला में आतंकवादियों के खिलाफ ड्यूटी के दौरान शहीद हुए एक्सल को आतंकियों की 3 गोलियां लगी थीं। सोमवार को माल्यार्पण समारोह के बाद 26 एडीयू परिसर में बहादुर कुत्ते का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

जम्मू-कश्मीर के बारामूला में शनिवार को 10 सेक्टर आरआर काउंटर-इंसर्जेंसी फोर्स के क्षेत्र में 29 राष्ट्रीय राइफल्स यूनिट ने एक आतंकवाद विरोधी अभियान चलाया। बाद में बारामूला के वानीगाम बाला गांव में एक बिल्डिंग क्लीयरेंस ऑपरेशन के दौरान सेना के खोजी कुत्ते ‘बालाजी’ को बिल्डिंग इंटरवेंशन के लिए भेजा गया और कॉरिडोर को अंदर से सैनिटाइज किया गया। इसके बाद ऑपरेशन के लिए भारतीय सेना की 26 आर्मी डॉग यूनिट के दो वर्षीय खोजी कुत्ते एक्सल को तैनात किया गया था। उसने पहले एक कमरे के अंदर जाकर कुछ ही मिनट में छिपे हुए आतंकवादी को सूंघ निकाला।

सेना के अधिकारियों ने बताया कि इसके बाद कुत्ते ने जैसे ही दूसरे कमरे में प्रवेश किया, उस पर आतंकवादियों ने गोली चला दी। गोलियां लगने के बाद वह 15 सेकंड के लिए नीचे गिर गया। ऑपरेशन के दौरान एक्सल को आतंकवादियों की 03 गोलियां लगीं जिसने बाद में अपनी जान गंवा दी। सैनिकों और आतंकवादियों के बीच मुठभेड़ जारी रही और ऑपरेशन समाप्त होने के बाद एक्सल का शव बरामद कर लिया गया। 54 सशस्त्र बल पशु चिकित्सा अस्पताल में उसका पोस्टमार्टम किया गया। कुत्ते के शरीर पर गोलियों के प्रवेश और निकास के अलावा फीमर के फ्रैक्चर के साथ दस से अधिक घाव थे।

सूत्रों ने कहा कि एक्सल के हैंडलर को भी सतही चोटें आई हैं। दो वर्षीय एक्सल की बहादुरी ने उन सैनिकों की जान बचाने में मदद की जो इस ऑपरेशन का हिस्सा थे क्योंकि उस कमरे में जाना बहुत जोखिम भरा था। 10 सेक्टर राष्ट्रीय राइफल्स के मुख्यालय में रविवार को एक पुष्पांजलि समारोह आयोजित किया गया, जिसमें काउंटर इंसर्जेंसी फोर्स किलो के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी) मेजर जनरल एसएस स्लरिया और जम्मू-कश्मीर पुलिस के प्रतिनिधियों ने भाग लिया।

श्रद्धांजलि समारोह में 26 आर्मी डॉग यूनिट और एक्सल के हैंडलर ने भी कुत्ते को अंतिम सम्मान दिया। आतंकवाद विरोधी अभियान में शहीद हुए भारतीय सेना के कुत्ते एक्सल को आज अंतिम श्रद्धांजलि दी गई। अधिकारियों ने बताया कि किलो फोर्स कमांडर की ओर से कल माल्यार्पण समारोह निर्धारित किया गया है, जिसके बाद 26 एडीयू परिसर में बहादुर कुत्ते का अंतिम संस्कार किया जाएगा।

Chhapra: बिहार राज्य विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ की बैठक, जय प्रकाश विश्वविद्यालय छपरा प्रक्षेत्र के अध्यक्ष शिलानाथ सिंह की अध्यक्षता में राम जयपाल महाविद्यालय में हुई.

बैठक मे प्रक्षेत्रीय सचिव एवं अन्य सभी महाविद्यालय से आये हुए शिक्षकेतर कर्मचारी उपस्थित हुए.

बैठक मे मुख्य अतिथि के रूप में बिहार राज्य विशवविद्यालय एवं महाविद्यालय कर्मचारी महासंघ के महामंत्री ब्रजकिशोर सिंह उपस्थित थे. इस दौरान सभी कर्मचारियों के लंबित मांगो पर विस्तृत चर्चा हुई. लंबित मांगो पर त्वरित कार्यवाई हेतु आश्वासन दिया गया.

बैठक में सर्वसम्मति से कर्मचारियों के सेवा संपुष्टि का निदान, विभिन्न मदों की राशि का भुगतान यथाशीघ्र करने की मांग की गयी. साथ ही वेतन से 25% की कटौती को अविलम्ब वापस ले ने की मांग की गयी.

Chhapra: राजेंद्र महाविद्यालय के दर्शन शास्त्र विभाग के एसोसियेट प्रोफेसर प्रो (डॉ)  सुशील कुमार श्रीवास्तव को 41वां प्राचार्य (प्रभारी) बनाया गया है. कुलपति के आदेश से विश्वविद्यालय के कुलसचिव प्रो (डॉ) रवि प्रकाश बबलू ने अधिसूचना जारी कर दी है. 

रविवार को कुलपति प्रोo फारुक अली ने पत्र सौंपते हुए डॉ सुशील कुमार श्रीवास्तव से कहा कि कभी भी बदले की भावना से कार्य नही कीजिएगा. महाविद्यालय मे स्वामित्व के बोध के साथ महाविद्यालय का विकास कीजिएगा. कुलपति  ने कहा कि आप लोकप्रियतापरक न होकर मूल्यों पर आधारित कार्य करना सुनिश्चित कीजिएगा.

विदित हो कि आज महाविद्यालय क्र निवर्तमान प्राचार्य डॉ बैकुंठ पाण्डेय सेवानिवृत्त हो गए. कुलपति  ने विश्वविद्यालय में डॉ बैकुंठ पाण्डेय को  अंगवस्त्र और मालवीय पगङी पहनाकर विदा किया.

इस अवसर पर समन्वयक महाविद्यालय विकास परिषद सह समन्वयक राष्ट्रीय सेवा योजना प्रो हरिश्चंद्र, परीक्षा नियंत्रक प्रोफेसर अनिल कुमार सिंह उपस्थित थे.