नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने पर सहमति व्यक्त की है। यह जानकारी भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में दी।

मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर चर्चा की। बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि आज शाम 5 बजे से ज़मीन, समुद्र और हवा—तीनों मोर्चों पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। दोनों पक्षों ने अपने-अपने सैन्य अधिकारियों को इस समझौते को लागू करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, ताकि आगे की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इस समझौते को क्षेत्रीय शांति की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि विदेश सचिव के बयान से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का भी संघर्ष विराम से जुड़ा बयान आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान ने सीमा पर सभी प्रकार की सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल रोकने पर सहमति व्यक्त की है। यह जानकारी भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने शनिवार को एक पत्रकार वार्ता में दी।

मिस्री ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने आज दोपहर 3:35 बजे भारतीय डीजीएमओ को कॉल कर दोनों देशों के बीच युद्धविराम पर चर्चा की। बातचीत के दौरान यह सहमति बनी कि आज शाम 5 बजे से ज़मीन, समुद्र और हवा—तीनों मोर्चों पर फायरिंग और सैन्य कार्रवाई पूरी तरह बंद कर दी जाएगी। दोनों पक्षों ने अपने-अपने सैन्य अधिकारियों को इस समझौते को लागू करने के निर्देश भी दे दिए हैं।

विदेश सचिव ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य अभियान महानिदेशक (डीजीएमओ) 12 मई को दोपहर 12 बजे फिर से बातचीत करेंगे, ताकि आगे की स्थिति का मूल्यांकन किया जा सके। इस समझौते को क्षेत्रीय शांति की दिशा में अहम कदम माना जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि विदेश सचिव के बयान से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प और पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार का भी संघर्ष विराम से जुड़ा बयान आया था। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनाल्ड ट्रम्प ने एक महत्वपूर्ण बयान जारी करते हुए कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच अमेरिका की मध्यस्थता में चल रही बातचीत के बाद दोनों देशों ने पूर्ण और तत्काल युद्धविराम पर सहमति व्यक्त की है। ट्रम्प ने बताया कि यह समझौता एक लंबी रात की बातचीत के बाद संभव हो पाया।

अपने आधिकारिक बयान में ट्रम्प ने कहा, “मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान पूर्ण युद्धविराम पर सहमत हो गए हैं। मैं दोनों देशों को सामान्य ज्ञान और महान बुद्धिमत्ता का परिचय देने के लिए बधाई देता हूं।”

यह बयान ऐसे समय में आया है जब दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था और अंतरराष्ट्रीय समुदाय युद्ध की आशंका से चिंतित था। ट्रम्प के इस दावे के बाद भारत ने भी इसकी पुष्टि की है।

पाकिस्तान के उप प्रधानमंत्री एवं विदेश मंत्री इशाक डार ने भी इसकी पुष्टी की है। पाकिस्तान और भारत ने तत्काल प्रभाव से युद्ध विराम पर सहमति जताई है। पाकिस्तान ने हमेशा अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता से समझौता किए बिना क्षेत्र में शांति और सुरक्षा के लिए प्रयास किया है।

इससे पहले अमेरिकी विदेश मंत्री की भारतीय विदेश मंत्री, पाकिस्तान के सेना प्रमुख और वहां के विदेश मंत्री से आज बातचीत हुई। इस बातचीत के बाद से दोनों देशों में तनाव कम होने की संभावना बढ़ी थी।

भारत और पाकिस्तान के बीच मौजूदा तनाव को लेकर अमेरिका ने सक्रिय पहल की थी। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भारतीय विदेश मंत्री एस. जयशंकर से बातचीत की। इसके साथ ही रुबियो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की।

विदेश मंत्री जयशंकर ने एक पोस्ट में भी बातचीत की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भारत का दृष्टिकोण सदैव संतुलित एवं जिम्मेदाराना रहा है तथा आज भी ऐसा ही है।

इसके साथ ही रुबियो ने पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार से भी बात की। साथ ही अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर से फोन पर बातचीत की।

बीती रात भारत और पाकिस्तान दोनों ओर से सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने के बाद आज पाकिस्तान के विदेश मंत्री इशाक डार ने एक पाकिस्तानी टीवी चैनल से बातचीत में यह उम्मीद जताई थी। उन्होंने कहा कि हाल की कूटनीतिक गतिविधियों के चलते भारत के साथ संवाद का रास्ता खुल सकता है।

डार ने कहा, “भारत को रुक जाना चाहिए, … अगर वह रुकेगा तो हम भी रुकेंगे। हमें विनाश और संसाधनों की बर्बादी नहीं चाहिए।” उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की मंशा शांति की है। दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाएं अलग हैं और युद्ध किसी के हित में नहीं है।

Chhapra: तरबूज लदे एक ट्रक के गुप्त चेंबर में रखे अवैध विदेशी शराब को बरामद किया गया है।

मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने गुप्त सूचना के आधार पर एकमा-दाउदपुर मुख्य सड़क से वाहन चेकिंग के दौरान तरबूज लदे एक ट्रक के गुप्त चेंबर में रखे 423 लीटर अवैध विदेशी शराब को बरामद किया है। साथ ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

गिरफ्तार व्यक्ति नरेंद्र कुमार उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का निवासी है। शराब को ट्रक में तहखाना बना कर छिपाया गया था। उसके ऊपर से तरबूज लोड कर दिया गया था, ताकि किसी को पता ना लग सके। लेकिन मद्य निषेध एवं उत्पाद विभाग ने ट्रक को पकड़ लिया है। 

  

जम्मू, 10 मई (हि.स.)। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते सैन्य तनाव के बीच सीमा पार से की गई भारी गोलाबारी से जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा, उरी और पुंछ में घरों और धार्मिक स्थलों को सबसे अधिक नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों ने हमलों के बावजूद भारतीय सेना के साथ खड़े रहने की कसम खाई है।

उरी में पाकिस्तान की गोलाबारी में घरों और संपत्तियों को भी भारी नुकसान हुआ है। पाकिस्तान ने नागरिक इलाकों को निशाना बनाकर हमला किया है।पुंछ में नागरिक इलाकों में घरों और पानी की टंकियों को भारी नुकसान पहुंचा है। पुंछ निवासी बलबीर सिंह ने कहा कि उनका घर क्षतिग्रस्त हो गया है। आसपास के घरों को भी नुकसान पहुंचा है। पाकिस्तान ने गुरुद्वारा, मंदिर और मस्जिद पर गोलाबारी की है। उन्होंने कहा कि लोग डरे हुए हैं जरूर हैं पर उनमें यह जज्बा है कि वह यहां रहना जारी रखेंगे और भारतीय सेना के साथ खड़े रहेंगे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से भीषण गोलीबारी जारी है।

राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और प्रशासन के अधिकारियों ने आज जम्मू में आप शंभू मंदिर के पास के इलाके की घेराबंदी कर दी है। यहां पाकिस्तान ने हमला किया है। एसडीआरएफ कर्मियों ने पुष्टि की कि किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। मंदिर के पास रहने वाले एक निवासी ने कहा कि शंभू मंदिर में लोग सुबह पूजा करने आते हैं लेकिन सायरन बजने के कारण यहां कम लोग थे। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।

इस बीच जम्मू पुलिस और अन्य एजेंसियां घटनास्थल से प्रेक्षापास्त्र के टुकड़े बरामद करने के लिए काम कर रही हैं। जम्मू के बिश्नाह और लासजान इलाकों में प्रेक्षापास्त्र बरामद किए गए हैं। अखनूर में भी छर्रे और मलबा मिला, हालांकि कोई बड़ी संरचनात्मक क्षति की सूचना नहीं है।

इस बीच आज तड़के भारतीय सेना ने पाकिस्तान के चार एयरबेसों पर हमला किया है। सूत्रों के अनुसार पाकिस्तान ने भारत में 26 ठिकानों पर हमला किया। इसके तुरंत बाद भारत ने जवाबी हमला किया। नियंत्रण रेखा पर कई जगहों पर अभी भी रुक-रुक कर गोलीबारी जारी है।

Patna: भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच भारत सरकार के गृह मंत्रालय और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने भारतीय मीडिया के लिए कई गाइडलाइन्स जारी किये हैं। सरकार ने मीडिया को गाइडलाइन्स जारी कर किसी भी भ्रामक और अफवाहजनक खबरें प्रसारित करने से बचने का निर्देश जारी किया है साथ ही अपील की है कि किसी भी सूरत में भारतीय सेना की आवाजाही या किसी अभियान के साथ ही जगह की जानकारी खबरों में या सोशल मीडिया पर शेयर नहीं करें।

मामले में सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने मीडिया के लिए गाइडलाइन्स जारी करते हुए सभी मीडिया पब्लिशर्स को निर्देश जारी किया है कि भारत पाकिस्तान के बीच तनाव को देखते हुए कुछ भी प्रकाशित, प्रसारित करने से पहले यह जरूर जांच कर लें कि ये चीजें भारत की संप्रभुता और अखंडता को प्रभावित नहीं करती हो, देश या राज्य की सुरक्षा के लिए खतरनाक नहीं हो एवं भारत के अन्य देशों के साथ मैत्रीपूर्ण संबंधों में दरार नहीं हो। वे यह भी ध्यान रखें कि हिंसा फ़ैलाने और सार्वजनिक व्यवस्था खराब करने वाली खबरें प्रकाशित-प्रसारित न हो या सामग्री शेयर न हो। इसके साथ ही सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने सभी ओटीटी प्लेटफॉर्म, मीडिया स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म को निर्देश दिया है कि वे ऐसे सभी वेब सीरिज, फिल्म, गाने, पॉडकास्ट और अन्य सभी स्ट्रीमिंग मीडिया सामग्री को तुरंत प्रभाव से बंद कर दें जिसकी उत्पत्ति पाकिस्तान में हुई है।

भारत पाकिस्तान के बीच तनाव की स्थिति के बीच WJAI प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना की कार्रवाई और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के द्वारा मीडिया के लिए जारी गाइडलाइन्स का भी स्वागत करता है।

WJAI के राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने संस्था के सदस्य समेत सभी वेब पत्रकारों और मीडिया पब्लिशर से अपील की है कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार द्वारा जारी किये गए गाइडलाइन्स का पालन करें। राष्ट्रीय अध्यक्ष आनंद कौशल ने कहा कि हमारा देश हमेशा ही शांति और अहिंसा का पक्षधर रहा है।

अभी हाल ही में पहलगाम में आतंकी हमले में आतंकवादियों ने हमारे निर्दोष नागरिकों की निर्मम हत्या कर दी थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तान में स्थित आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए उसे नेस्तनाबूद कर दिया जिसके बाद बौखलाए पाकिस्तान ने भारत के साथ युद्ध छेड़ दिया है। भारत की सेना इस अघोषित युद्ध में भी पाकिस्तान को धूल चाटने को मजबूर कर रही है और पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचाया है। हमारी भारतीय सेना के अदम्य साहस और पराक्रम की हम सराहना करते हैं।

राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि इस दौरान पाकिस्तान की तरफ से कई तरह से भ्रम भी फैलाये जा रहे हैं जिससे सावधान रहने की जरूरत है। किसी भी मामले में तथ्यों की जांच किये बगैर और सच्चाई जाने बगैर सोशल मीडिया और वेब मीडिया में खबरों को प्रसारित करने से बचना जरूरी है।

विक्रम उपाध्याय

भारत के साथ युद्ध के लिए पागलपन की हद तक जाने वाला पाकिस्तान आखिर किस तरह आईएमएफ से 1.3 बिलियन डॉलर का ताजा कर्ज (लोन) पाने में सफल रहा? भारत भी आईएमएफ का एक पार्टनर देश है और उसका अपना वोटिंग शेयर है। भारत ने 09 मई को हुई आईएमएफ बोर्ड की बैठक में पाकिस्तान के वहशी होने का मुद्दा भी उठाया, लेकिन अंत में वोटिंग से अपने को अलग कर लिया। इसका कारण एक ही है कि अमेरिका समेत तमाम बड़े देश यह आभास दे रहे थे कि पाकिस्तान को आईएमएफ लोन नहीं दिया गया तो वहां और स्थिति खराब हो सकती है। पाकिस्तान में और अफरातफरी मच सकती है। भारत के वोट का भार तीन प्रतिशत से कम है, जो कि फैसले को प्रभावित करने के लिए काफी कम है। आईएमएफ लोन प्राप्त करने के लिए किसी भी देश को कुल वोट का 85 प्रतिशत प्राप्त करना जरूरी होता है और इसमें अमेरिका के वोट का सबसे अधिक प्रभाव होता है।

अमेरिका के वोट का भार 17 प्रतिशत है। यानी केवल अमेरिका ही किसी देश के लोन को अकेले रोक सकता है। अब जबकि सभी बड़े देश जानते हैं कि पाकिस्तान पूरी दुनिया में आतंकवाद का एक्सपोर्ट कर रहा है, फिर क्यों उसे आईएमएफ का लोन दिया जा रहा है। पाकिस्तान को लोन मिलने के पीछे जो कुछ आधार बने हैं, उनमें सबसे अधिक वजनी कारण है, पाकिस्तान द्वारा कई प्रमुख देशों को अपनी जमीन के इस्तेमाल की इजाजत देना है। पाकिस्तान ने चीन, अमेरिका, अरब देश और तुर्किये जैसे देशों को अपने यहां से मिलिट्री और व्यापारिक गतिविधियों को संचालित करने की इजाजत दे रखी है। उसमें भी चीन और अमेरिका पाकिस्तान को अपने उपनिवेश की तरह इस्तेमाल कर रहे हैं और चाहते भी हैं कि इस्लामाबाद उनका पिट्ठू बना रहे, इसलिए आतंकवाद को पालते देख भी आईएमएफ का लोन जारी होने दे रहे हैं।

यह देश पाकिस्तान को अलग से कर्ज देते हैं। वह अपने कर्ज के पैसे वापस पाने के लिए भी पाकिस्तान को कर्ज दिलाने में मदद कर रहे हैं। चीन ने पाकिस्तान को भारी कर्ज दे रखा है। पाकिस्तान चाइना इकोनोमिक कॉरिडोर में चीन ने इस्लामाबाद को 65 अरब डॉलर से अधिक का कर्ज दे रखा है। तीन दशक में भी यह इकोनोमिक कॉरिडोर बन कर तैयार नहीं हुआ है। इसका आर्थिक लाभ मिलने के बजाय चीन के लिए यह बोझ बन गया है। चूंकि पाकिस्तान की यह हैसियत नहीं है कि वह अपनी आय से चीन का कर्ज उतार सके, इसीलिए उस पर कर्ज लाद कर अपना पैसा निकालना चीन और अमेरिका दोनों के लिए सुविधाजनक रास्ता लगता है।

आईएमएफ के कोष में सबसे ज्यादा हिस्सेदारी अमेरिका की है। आईएमएफ जब लोन देता है, तो पुराने लोन की रिपेमेंट की ताकीद भी करता है। यानी आईएमएफ को अपने पैसे की भी चिंता रहती है। अपने पुराने पैसे की उगाही के लिए नए कर्ज के अलावा इस समय कोई रास्ता भी नहीं है। आईएमएफ केवल एक अंतरराष्ट्रीय फंडिंग एजेंसी नहीं है, बल्कि यह बड़े देशों के लिए आर्म ट्विस्टिंग टूल्स भी है। आईएमएफ अपने लोन की शर्तें मनमाने ढंग से तय करता है। यानी लोन लेने वाले देश की पूरी आर्थिक नीति को अपने ढंग से तय करने का अधिकार रखता है। इसलिए जो भी देश आईएमएफ के लोन की सिफारिश करता है, अपनी-अपनी शर्तों को लादने की कोशिश करता है। पाकिस्तान 1950 से ही आईएमएफ का लोन लेने की आदी हो चुका है। 20 बार से अधिक लोन ले चुका है।

अब भी उसके सामने आईएमएफ के सामने नतमस्तक होने के अलावा कोई चारा भी नहीं है। पाकिस्तान का निर्यात सालों से ध्वस्त पड़ा है। टेरर एक्सपोर्ट से उसे उसे कुछ मिलने वाला भी नहीं है। उसके सामने हमेशा डॉलर की किल्लत बनी रहती है। अभी भी उसका विदेशी मुद्रा भंडार 13 अरब डॉलर के आसपास है। पाकिस्तान को खुद को जिंदा रखने के लिए आयात पर निर्भर रहना पड़ता है। और आयात बिल का भुगतान उसे डॉलर में ही करना है, इसलिए आईएमएफ का लोन उसके अस्तित्व से ही जुड़ गया है। इसलिए वह अमेरिका और चीन दोनों का पिछलग्गू बनने के लिए तैयार रहताहै, ताकि आईएमएफ से उसे लोन आसानी से मिल जाए।

पूरी दुनिया जानती है कि पाकिस्तान के आर्थिक संकट का समाधान आईएमएफ के इस ऋण से भी नहीं होगा। पाकिस्तान रोज के हिसाब से जी रहा है। 1.3 अरब डॉलर कुछ ही दिन में खर्च हो जाएंगे। अगले साल फिर पाकिस्तान एक नए लोन के लिए जायेगा। हां इस ऋण से पाकिस्तान पुराने ऋणों की कुछ किस्तें चुकाएगा और आवश्यक आयातों का भुगतान भी कर सकेगा। इसका साफ मतलब है कि पाकिस्तान को आईएमएफ लोन के लिए आगे भी अरब, अमेरिका, चीन और यूरोप के सामने मजबूर हो कर खड़ा रहना पड़ेगा। सभी देशों की शर्तें माननी पड़ेगी। इस बात के कोई संकेत नहीं हैं कि पाकिस्तान अपनी व्यापक आर्थिक नीतियों में बदलाव करेगा, आतंकवाद की खेती छोड़कर भविष्य के संकट को हल करने पर जोर देगा।

पाकिस्तान के भ्रष्ट शासक पहले ही पाकिस्तान के नाम पर काफी उधार ले चुके हैं और पाकिस्तान को सुधारने के बजाय अपने निजी व्यवसायों को बढ़ाने में लगे रहते हैं। देश-विदेश में निजी संपत्तियां बनाने में लगे हैं। पाकिस्तान के लिए शर्मसार बात यह भी है कि वह अपने मौजूदा ऋणों को चुकाने में बुरी तरह विफल रहने के बाद भी भारी कर्ज के पीछे भाग रहा है। अब आईएमएफ और अन्य वित्तीय संस्थानों को भी सोचना होगा कि वे आगे कैसे कोई ऋण कैसे स्वीकृत कर सकते हैं, जब देश अपनी पॉलिसी में दूसरे देश में आतंकवाद फैलाने को प्रमुखता देता है और जिसका स्वाद अमेरिका और चीन भी चख रहे है।

(लेखक, वरिष्ठ पत्रकार और आर्थिक विषयों के विशेषज्ञ हैं।)

श्रीनगर, 10 मई (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के राजौरी में की गई पाकिस्तान की गोलीबारी में अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त राज कुमार थप्पा कर्तव्य के पथ पर बलिदान हो गए । यह दुखद सूचना प्रदेश के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने आज सुबह एक्स पर साझा की। उन्होंने लिखा है, ” राजौरी से दुखद समाचार। हमने जम्मू-कश्मीर प्रशासन सेवा के एक समर्पित अधिकारी को खो दिया है। कल ही वे डिप्टी सीएम के साथ जिले में घूम रहे थे और मेरी अध्यक्षता में हुई ऑनलाइन बैठक में शामिल हुए थे।

इस घटना से आहत मुख्यमंत्री अबदुल्ला ने लिखा, ” आज अधिकारी के आवास पर पाकिस्तानी गोलाबारी की गई, जिसमें राजौरी शहर को निशाना बनाया गया, जिसमें हमारे अतिरिक्त जिला विकास आयुक्त श्री राज कुमार थप्पा की मौत हो गई। इस भयानक जानमाल के नुकसान पर अपने सदमे और दुख को व्यक्त करने के लिए मेरे पास शब्द नहीं हैं। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

उमर अबदुल्ला ने दूसरी पोस्ट पर लिखा, ” मुझे यकीन नहीं है कि ‘अंतरराष्ट्रीय समुदाय’ कैसे सोचता है कि उपमहाद्वीप में मौजूदा तनाव कम हो जाएगा, जब आईएमएफ अनिवार्य रूप से पाकिस्तान को उन सभी आयुधों के लिए प्रतिपूर्ति करेगा, जिनका उपयोग वह पुंछ, राजौरी, उरी, तंगधार और कई अन्य स्थानों को तबाह करने के लिए कर रहा है।”

माँ भारती के अमर सपूत, स्वाधीनता के कालजयी स्वर, त्याग व बलिदान की उज्ज्वल कीर्ति पताका, ‘हिंदुआ सूर्य’ वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की पावन जयंती पर के उपलक्ष्य में राणा- भामा श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया। बड़का करिंगा के युवा मंडली ने इस कार्यक्रम भाजपा नेता राणा यशवंत प्रताप सिंह को मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया।

युवा मंडली का कहना हैं कि जब कार्यक्रम के निमित्त राणा यशवंत से जब मिलने गए तो उन्होंने कहा कि आज के दिन महाराणा प्रताप के परम् मित्र भामा शाह को भी याद करना चाहिए इसलिए इसका नाम राणा -भामा श्रद्धांजलि समारोह रखा गया।

राणा यशवंत सिंह ने कहा कि सभी सनातनी एक होकर विदेशी ताकतों से लड़ने की आवश्यकता है जिससे कि लव जिहाद, लैंड जिहाद और अवैध धर्मांतरण करने वाले उन्मादी और जिहादी ताकतों के खिलाफ निर्णायक लड़ाई लड़ी जा सके आज देश के सीमाओं पर मां भारती के सपूत भारतीय सेना महाराणा प्रताप की भांति एक-एक नौजवान दुश्मन के 100 की संख्या पर भारी है और आतंकवाद की उस धरती पाकिस्तान में उन्हीं के सर जमीन पर कुचलना के लिए तैयार है।

इस कार्यक्रम में अगल-बगल के गांव के मुख्य लोगों की भी उपस्थित थी। भाजपा नेता राणा यशवंत सिंह को स्थानीय राम सिंह, राजा सिंह, नागेंद्र सिंह, बलराम सिंह, मनोज सिंह, जयप्रकाश गुप्ता, ददन प्रसाद, विवेक गुप्ता को अंग वस्त्र देकर के सम्मान किया। साथ ही महाकुंभ में छपरा वासियों और बिहार वासियों के अभूतपूर्व सेवा के लिए साधुवाद दी और उन सभी लोगों ने कहा कि आगे भी आपके राजनीतिक और सामाजिक कार्यों में हम सब का सहयोग बढ़-चढ़कर रहेगा ऐसे ही महाराणा प्रताप की जयंती की तरह छपरा विधानसभा के हरेक गांव और वार्डों में महापुरुषों की जयंती मनाई जाए। 

राणा यशवंत सिंह ने कहा कि विगत 9 वर्षों से छपरा विधानसभा में राष्ट्रवादी विचारधारा से जुड़े महापुरुषों और सनातनी योद्धाओं का जन्म जयंती एवं पुण्यतिथि हम सभी लोग अपने टीम के सहयोग से निरंतर मनाते आ रहे हैं और विदेशी ताकतों के खिलाफ पूरी ताकत से विरोध करने का काम कर रहे हैं।

इस मौके पर रिवीलगंज के विश्व हिंदू परिषद के धर्मेंद्र सिंह समाजसेवी भी उपस्थित थे। युवा मंडली में रौनित सिंह, अभिमन्यु सिंह, गोलू सिंह, अमन सिंह, आलोक सिंह, विश्वजीत सिंह, मनीष सिंह, अमरेंद्र सिंह, कुणाल सिंह, विश्वजीत सिंह, मनीष सिंह, अमित सिंह, वरुण यादव, सुनील यादव, मुन्ना महतो आदि सैकड़ों लोग मौजूद थे। 

Chhapra: नगर थाना क्षेत्र के हथुआ मार्केट के पंजाब नेशनल बैंक की शाखा से कैश लेकर जा रही कैश मैनेजमेंट सर्विस के वाहन से 70 लाख रुपये गायब होने की खबर से सनसनी फैल गई। 

सारण पुलिस ने बताया कि 09 मई 25 को दोपहर लगभग एक 01 बजे नगर थाना को सूचना प्राप्त हुई कि हिटाची कैश मैनेजमेंट सर्विस कंपनी के कैश वैन के द्वारा हथुआ मार्केट के पंजाब नेशनल बैंक से 70 लाख रूपया कैश लेकर ए०टी०एम० में डालने हेतु रखा गया था। गाड़ी के ड्राईवर एवं कस्टोडियल गार्ड हथुआ मार्केट के ICICI बैंक में रूपये लेने के लिए गये बैंक से आने के बाद उन्होनें देखा कि वैन का गेट खुला हुआ है, जिसमें से 70 लाख रूपया गायब था।

पुलिस ने प्राप्त सूचना के जाँच के क्रम में घटना प्रथम दृष्टया संदिग्ध लग रही है। इससे जुड़ी सभी पहलुओं की जाँच एवं घटना के त्वरित उद्भेदन हेतु पुलिस अधीक्षक (ग्रामीण), सारण द्वारा अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, सदर के नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया गया है।

पुलिस उपाधीक्षक राजकिशोर सिंह ने बताया कि पुलिस मामले की जांच में जुटी है। कैश वैन के चार लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। शीघ्र ही दोषियों पर कठोर कार्रवाई की जाएगी। 

Chhapra: सारण विकास मंच ने वीरता और राष्ट्रभक्ति के प्रतीक महाराणा प्रताप की जयंती पर भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया।

छपरा स्थित कार्यालय सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और महाराणा प्रताप की प्रतिमा पर पुष्प अर्पण के साथ हुई। उपस्थितजनों ने देश की सुरक्षा में तैनात भारतीय सेना के साहस और समर्पण को भी नमन किया। कार्यक्रम में महाराणा प्रताप के शौर्य, बलिदान और राष्ट्रनिष्ठा को विभिन्न प्रस्तुतियों के माध्यम से स्मरण किया गया। खास आकर्षण रही “महाराणा का शौर्य गायन” – जिसे कु. अंशिका और कु. अन्वेषा ने हारमोनियम पर भगवान शर्मा की संगत में भावपूर्ण ढंग से प्रस्तुत किया।

समारोह में महाराणा प्रताप के चित्र पर माल्यार्पण के बाद मुख्य अतिथि श्याम प्रसाद साह को विशेष सम्मान प्रदान किया गया। वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह को तलवार और पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। मंच संचालन अमित नयन, धन्यवाद ज्ञापन विनोद मांझी ने किया।

इस अवसर पर सारण विकास मंच के संयोजक शैलेंद्र प्रताप सिंह ने महाराणा प्रताप की आत्मबल और स्वतंत्रता के प्रति अटूट निष्ठा को याद करते हुए कहा कि महाराणा प्रताप ने संघर्षशील मृत्यु को अपमानित जीवन से श्रेष्ठ माना। उनका जीवन हमें सिखाता है कि आत्मसम्मान और देश की स्वतंत्रता सर्वोपरि है। उन्होंने वर्तमान समय में भारत पर पड़ोसी देश पाकिस्तान द्वारा किए जा रहे आतंकी हमलों का भी उल्लेख करते हुए कहा कि भारतीय सेना प्रतिदिन दुश्मनों की नापाक मंशा को नाकाम कर रही है, ठीक उसी तरह जैसे महाराणा प्रताप ने मुगलों के आगे झुकने से इंकार कर दिया था। श्री सिंह ने यह भी याद दिलाया कि महाराणा प्रताप की संघर्ष यात्रा में भामा शाह जैसे निष्ठावान सहयोगी और भील समाज जैसे समर्पित साथी शामिल थे। भामा शाह ने अपना पूरा धन राणा की सेना के पुनर्गठन में अर्पित कर दिया था, जिससे वर्षों तक हजारों सैनिकों का वेतन दिया गया।

शैलेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि महाराणा प्रताप ने विभिन्न जातियों और धर्मों को साथ लेकर एकजुटता की मिसाल पेश की थी। उनके सेनापति हकीम खान सूरी, जो अफगानी मूल के थे, इस बात के प्रमाण हैं कि प्रताप का संघर्ष केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि राष्ट्रव्यापी अस्मिता की रक्षा का प्रयास था।

इस आयोजन में जिले के कई शिक्षाविद, समाजसेवी, विद्यार्थी और सांस्कृतिक क्षेत्र से जुड़ी हस्तियों ने भाग लिया। उपस्थित प्रमुख लोगों में जिला परिषद सदस्य छविनाथ सिंह, रितेश सिंह, भोलू सिंह, अमरनाथ सिंह, संतोष सिंह, बबलू सिंह, गोलू सिंह, अभिषेक राय, सोनू राय, बच्चा सिंह, डॉ. ददन महतो, राकेश सिंह आदि मौजूद रहे।

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। जी7 के देशों ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। 22 अप्रैल को हुए इस हमले में कई लोगों की जान गई थी। जी7 विदेश मंत्रियों ने इस हमले को ‘घोर आतंकवादी हमला’ बताया है।

कनाडा, फ्रांस, जर्मनी, इटली, जापान, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ के उच्च प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त बयान में कहा कि भारत और पाकिस्तान को अधिकतम संयम बरतना चाहिए।

बयान में कहा गया है कि अगर दोनों देशों के बीच सैन्य तनाव बढ़ा तो इससे पूरे क्षेत्र की स्थिरता को खतरा हो सकता है। जी7 ने अपील की कि दोनों देश सीधे संवाद में शामिल हों और तनाव घटाने की दिशा में कदम उठाएं।

– भारत ने इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी के चार एयरबेस पर जवाबी कार्रवाई की

नई दिल्ली, 10 मई (हि.स.)। भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार को रात भर हवाई संघर्ष हुआ है, जिसके बारे में भारतीय सेना सुबह 10 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस करके अधिकृत जानकारी देगी। पाकिस्तान ने रात में भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन हमलों को नाकाम किया है। जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के कई एयरबेस पर कार्रवाई की है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में चार एयरबेस के पास विस्फोट की खबरें हैं। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है।

भारतीय सेना ने शुक्रवार रात को जम्मू-कश्मीर के बारामूला से गुजरात के भुज तक 26 स्थानों पर पाकिस्तान के हालिया ड्रोन हमलों के बारे में जानकारी देने के लिए शनिवार तड़के 5.45 बजे साउथ ब्लॉक में प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई। इसी बीच भारतीय और पाकिस्तानी वायु सेना के बीच श्रीनगर, जम्मू और पंजाब के कुछ सीमावर्ती क्षेत्रों में हवाई लड़ाई हुई। इसलिए यह प्रेस कॉन्फ्रेंस सुबह 10 बजे तक के लिए टाल दी गई। पाकिस्तान ने भारत के गुजरात, आदमपुर, अंबाला, उधमपुर, पठानकोट और जालंधर में भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने की कोशिश की है। पाकिस्तान ने भारत की ओर फतेह-2 और फतेह-1 मिसाइल दागी, लेकिन भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन मिसाइलों को आसमान में ही मार गिराया। पाकिस्तान से दिल्ली की ओर दागी गई फतेह-2 मिसाइल को सिरसा (हरियाणा) में रोक लिया गया।

पाकिस्तान ने जम्मू में हिंदू समुदाय के प्रसिद्ध आप शंभू मंदिर को निशाना बनाने की कोशिश की, लेकिन हमले को नाकाम कर दिया गया। मिसाइल मंदिर के गेट के पास गिरी, जिससे पवित्र स्थान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। राजौरी में पाकिस्तानी हमले में घायल एक नागरिक को आज इलाज के लिए अस्पताल लाया गया है। श्रीनगर और आस-पास के इलाकों में सेना ने सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली सक्रिय की है। पाकिस्तान की गोलाबारी के कारण जम्मू शहर के नागरिक इलाकों को नुकसान पहुंचा है। जम्मू-कश्मीर के पुंछ इलाके में जोरदार धमाके की आवाजें सुनी जा रही हैं। राजौरी में जोरदार धमाके के बाद धुआं उठता दिखाई दे रहा है और क्षेत्र में लगातार विस्फोटों के बाद मकान और संपत्ति क्षतिग्रस्त हुए हैं।

पाकिस्तान की ओर से किये गए हवाई हमलों के जवाब में भारत ने भी पाकिस्तान के चार एयरबेस पर कार्रवाई की है। पाकिस्तान में कम से कम 4 एयरबेसों को भारतीय हमलों में निशाना बनाया गया है। इस्लामाबाद, लाहौर और रावलपिंडी में एयरबेस के पास विस्फोट की ख़बरों के बीच भारत की जवाबी कार्रवाई में इस बात का ध्यान रखा गया है कि शहरी आबादी को कोई नुकसान न पहुंचे। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगाई है। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि भारत ने नूर खान बेस, चकवाल में मुरीद बेस और पंजाब में शोरकोट बेस पर मिसाइल से हमला किया है। इसी के बाद पाकिस्तान ने अपना एयर स्पेस बंद करके सभी तरह की उड़ानों पर रोक लगा दी है। पाकिस्तान ने अभी तक अपने सिविल फ्लाइट पर रोक नहीं लगाई थी, जिसके बारे में भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को नियमित ब्रीफिंग में सवाल उठाया था।