प्रशांत सिन्हा 

दुनिया के दो देश इस वक्‍त एक बड़ी आपदा से जूझ रहे हैं। तुर्की और सीरिया में 6 फरवरी को आए विनाशकारी भूकम्प में अब तक पचास हजार से ज्‍यादा लोगों की मौत हो गई है और लाखों लोग घायल हो गए हैं।

विश्व स्वास्थ संघठन को आशंका है कि प्रभावितों की संख्या करोड़ों में जा सकता है। इस भीषण भूकम्प से विश्व में लोग दहल गए हैं। इसका एपिसेंटर जमीन के अंदर 18 किलोमीटर पर और रिक्टर स्केल पर 7.5 तीव्रता था। हालाकि तुर्की की भौगोलिक स्थिति के कारण यहां अक्सर भूकम्प आते रहते हैं। यहां 1999 में आए भूकम्प में 18000 लोगों की मौत हो गईं थी। उसके पहले 1939 में आए भयानक भूकम्प में 20 हजार से ज्यादा मौतें हुईं थीं जो उस समय के वहां के जनसंख्या के मुताबिक बहुत ज्यादा था। इस बार का भूकम्प 1939 और 1999 के भूकम्प को पीछे छोड़ता दिख रहा है। इससे स्पष्ट होता है कि तुर्की ने अपने पिछले अनुभव से कोई खास सबक नहीं सीखा।

तुर्की, सीरिया में आए भूकम्प से आए त्रासदी से भारत को भी सबक सीखने की जरूरत है। इसका वजह यह है कि भूकम्प के लिहाज से भारत भी अति सक्रिय जोन में आता है। भारत में भी चार जोन ऐसे हैं जहां भूकम्प से भारी क्षति की संभावना है। इसमें दिल्ली एनसीआर क्षेत्र भी शामिल है।

ब्यूरो ऑफ इंडियन स्टैंडर्ड ( बी आई एस ) ने भारत को चार सिस्मिक जोन में बांटा है। इसके अनुसार दिल्ली में यमुना किनारे और बाढ़ वाले क्षेत्रों के साथ पूर्वी दिल्ली के घनी आबादी वाले क्षेत्रों में भूकम्प से सर्वाधिक क्षति संभव है। केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के अनुसार भूकम्प के तेज झटकों के कारण दिल्ली एनसीआर क्षेत्र समेत चार जोन को भारी क्षति हो सकती है जिसमे देश के कई हिस्से शामिल है। पिछले दो वषों में दिल्ली एनसीआर समेत देश के दूसरे राज्यों में भूकम्प के दर्जनों झटके महसूस किए गए थे। भविष्य में भारत में भूकम्प के खतरे से मुंह नही मोड़ा जा सकता। भले ही दावे कुछ भी किए जाएं असलियत यह है कि भूकम्प के खतरे से निपटने की तैयारी में हम बहुत पीछे हैं। सरकारें चेतावनी देकर अपने कर्तव्य से इतिश्री कर लेती है। भुज, लातूर और उत्तर काशी में आए भूकम्प के बाद आशा बंधी थी कि सरकार कोई कदम उठाएगी किंतु शहरों में बेतहाशा और भ्रष्टाचार के आड़ में बन रहे इमारतों से ऐसा नहीं लगता कि सरकार इसपर बहुत ज्यादा गंभीर है।

जैसे सभी को ज्ञात है कि भूकम्प को आने से कोई नहीं रोक सकता है। लेकिन जापान की तर्ज़ पर बचने की प्रयास तो किया जा सकता है। हमे और हमारी सरकार को देरी से जागने की आदत है। सम्बन्धित संस्थाएं द्वारा समय समय पर बचाव के प्रस्ताव दी जाती रहती हैं लेकिन इसपर कोई अमल नहीं करता। भूकम्प से होने वाले नुकसान को टालने के लिए ” प्री डिजास्टर मैनेजमेंट ” काफी ज़रूरी है।

महान संत, विचारक और समाज सुधारक स्वामी रामकृष्ण का जन्म 18 फरवरी, 1836 को पश्चिम बंगाल के कामारपुकुर गांव में हुआ था। उनके पिता का नाम खुदीराम और मां का नाम चंद्रमणि देवी था।

कहते हैं कि रामकृष्ण के माता-पिता को उनके जन्म से पहले ही अलौकिक घटनाओं का अनुभव हुआ था। खुदीराम ने सपने में देखा कि भगवान गदाधर ने उन्हें कहा की वे स्वयं उनके पुत्र के रूप में जन्म लेंगे। स्वामी रामकृष्ण परमहंस के बचपन का नाम गदाधर था। अल्पायु में पिता का साया उनके सिर से उठ गया। इस कारण परिवार की जिम्मेदारी ऊनके ऊपर आ गई। बारह साल की उम्र में उन्होंने अपनी पढ़ाई छोड़ दी। परंतु कुशाग्र बुद्धि के होने के कारण उन्हें पुराण, रामायण, महाभारत और भगवद् गीता कंठस्थ हो गई थी।

स्वामी रामकृष्ण की बचपन से ही ईश्वर पर अटूट श्रद्धा थी। उन्हें विश्वास था कि ईश्वर उन्हें एक दिन जरूर दर्शन देंगे। ईश्वर के दर्शन पाने के लिए उन्होंने कठोर तप और साधना की। ईश्वर के प्रति भक्ति और साधना के कारण वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि सारे धर्म समान हैं। सभी धर्म ईश्वर तक पहुंचने के भिन्न-भिन्न साधन मात्र हैं। उन्होंने मानव सेवा को सबसे बड़ा धर्म समझा। इसी कारण उन्होंने लोगों से हमेशा एकजुट रहने और सभी धर्मों का सम्मान करने की अपील की। उनके प्रमुख शिष्यों में स्वामी विवेकानंद थे। स्वामी विवेकानंद ने 1897 में रामकृष्ण मिशन की स्थापना की और अपने गुरु के विचारों को देश और दुनिया में फैलाया।

स्वामी रामकृष्ण परमहंस जीवन के अंतिम दिनों में समाधि की स्थिति में रहने लगे थे। उनके गले में कैंसर था। डॉक्टरों ने उन्हें समाधि लेने मना किया था। उपचार के वाबजूद उनका स्वास्थ्य बिगड़ता चला गया। 16 अगस्त, 1886 को स्वामी रामकृष्ण बृह्मलीन हो गए।

Patna: बिहार के नए राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर ने ली पद और गोपनीयता की शपथ. हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश ने शपथ दिलाई.  समारोह में सीएम, डिप्टी सीएम समेत कई मंत्री शामिल हुए. विधानसभा अध्यक्ष अवध बिहारी चौधरी, विपक्ष के कई नेता भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए. 

नई दिल्ली: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच यहां अरुण जेटली स्टेडियम में खेले जा रहे बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी सीरीज के दूसरे मैच के पहले दिन शुक्रवार को भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा को 100 टेस्ट मैच पूरा करने पर साथी खिलाड़ियों ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया।

इस अवसर पर टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा और पूरी भारतीय टीम ने पुजारा को उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए सराहा और सम्मानित किया।

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पुजारा का गार्ड ऑफ ऑनर लेने का एक वीडियो भी पोस्ट किया है।

महान क्रिकेटर सुनील गावस्कर, ने पुजारा को विशेष 100वीं टेस्ट कैप दी।

इस अवसर पर गावस्कर ने कहा कि चेतेश्वर पुजारा अपने 100वें टेस्ट में शतक हासिल लगाएंगे। उन्होंने कठिन प्रयास और आत्म-विश्वास का बेहतरीन उदाहरण पेश किया है।

वहीं, पुजारा ने बीसीसीआई द्वारा पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, “सुनील गावस्कर से यह टोपी प्राप्त करना एक सम्मान की बात है, आप जैसे दिग्गजों ने मुझे प्रेरित किया है। मैं एक युवा खिलाड़ी के रूप में भारत के लिए खेलना चाहता था लेकिन मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं 100 टेस्ट मैच खेल कर पाऊंगा। टेस्ट क्रिकेट मेरे लिए अंतिम प्रारूप है, यह आपको जीवन की तरह ही चुनौती देता है। सभी युवाओं को, मैं आप सभी को भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट खेलने के लिए कड़ी मेहनत करने के लिए प्रोत्साहित करता हूं। मैं अपनी पत्नी, परिवार, बीसीसीआई और हर उस किसी को, जिन्होंने इस पूरी यात्रा में मेरा समर्थन किया है, धन्यवाद देना चाहता हूं।”

दूसरे टेस्ट मैच की बात करें तो मैच में ऑस्ट्रेलियाई कप्तान पैट कमिंस ने शुक्रवार को टॉस जीता और पहले बल्लेबाजी करने का विकल्प चुना।

ऑस्ट्रेलियाई टीम ने चायकाल तक 6 विकेट पर 199 रन बना लिए हैं। भारत चार मैचों की सीरीज में 1-0 से आगे है। पीटर हैंड्सकॉम्ब 36 और कप्तान पैट कमिंस 23 रन बनाकर नाबाद हैं। ऑस्ट्रेलिया के लिए सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा ने शानदार अर्धशतकीय पारी खेलते हुए 81 रन बनाए।

देवरिया में इंटरलॉकिंग कार्य को लेकर दर्जनों ट्रेन का मार्ग परिवर्तन, यहां देखें ट्रेन की सूची…

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा पूर्वोत्तर रेलवे के वाराणसी मंडल के देवरिया सदर स्टेशन यार्ड में यातायात सुविधायें बढ़ाने के लिये 16 से 19 फरवरी, 2023 तक प्री-नाॅन इंटरलाॅक एवं 20 से 22 फरवरी, 2023 तक नॉन-इंटरलॉक कार्य किये जाने के कारण कुछ गाड़ियों का निरस्तीकरण, मार्ग परिवर्तन, नियंत्रण, शार्ट टर्मिनेशन/शार्ट ओरिजिनेशन एवं पुनर्निधारण निम्नवत् किया जायेगा।

इन ट्रेनों को किया गया निरस्त

– गोरखपुर से 19, 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15028 गोरखपुर-हटिया एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– हटिया से 20, 21, 22 एवं 23 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15027 हटिया-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– गोरखपुर से 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 05142 गोरखपुर-सीवान अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– बनारस एवं गोरखपुर से 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15104/15103 बनारस-गोरखपुर-बनारस एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– सीवान से 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 05141 सीवान-नकहा जंगल अनारक्षित विशेष गाड़ी निरस्त रहेगी।

– छपरा एवं नौतनवा से 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15105/15106 छपरा-नौतनवा-छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– गोरखपुर से 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15131 गोरखपुर-वाराणसी सिटी एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– वाराणसी से 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15132 वाराणसी सिटी-गोरखपुर एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– मथुरा जं. से 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 22532 मथुरा जं.-छपरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी।

– छपरा से 20 फरवरी,2023 को चलने वाली 22531 छपरा-मथुरा एक्सप्रेस निरस्त रहेगी ।

इनका हुआ मार्ग परिवर्तन

– दरभंगा से 17 फरवरी, 2023 को चलने वाली 02569 दरभंगा-नई दिल्ली विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– बरौनी से 17, 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 02563 बरौनी-नई दिल्ली विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– सहरसा से 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12553 सहरसा-नई दिल्ली एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– न्यू जलपाईगुड़ी से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 19602 न्यू जलपाईगुड़ी-उदयपुर सिटी एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– सहरसा से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12203 सहरसा-अमृतसर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– नई दिल्ली से 19, 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 02564 नई दिल्ली-बरौनी विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-देवरिया सदर-सीवान के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर -कप्तानगंज-थावे-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 19 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15708 अमृतसर-कटिहार एक्सप्रेेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-देवरिया सदर-सीवान के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

– नई दिल्ली से 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 02570 नई दिल्ली-दरभंगा विशेष गाड़ी अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-देवरिया सदर-सीवान के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

– अमृतसर से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15532 अमृतसर-सहरसा एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-देवरिया सदर-सीवान के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

– उदयपुर सिटी से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 19615 उदयपुर सिटी-कामाख्या एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग गोरखपुर-देवरिया सदर-सीवान के स्थान पर परिवर्तित मार्ग गोरखपुर कैंट-कप्तानगंज-थावे-सीवान के रास्ते चलायी जायेगी।

– बरौनी से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12521 बरौनी-एर्नाकुलम एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– कामाख्या से 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 15077 कामाख्या-गोमतीनगर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

– न्यू जलपाईगुड़ी से 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12407 न्यू जलपाईगुड़ी-अमृतसर एक्सप्रेस अपने निर्धारित मार्ग सीवान-देवरिया सदर-गोरखपुर के स्थान पर परिवर्तित मार्ग सीवान-थावे-कप्तानगंज-गोरखपुर के रास्ते चलायी जायेगी।

इन रेलगाड़ियों को किया गया नियंत्रित

– नाहरलागुन से 21 फरवरी, 2023 को प्रस्थान करने वाली 22411 नाहरलागुन-आनन्द विहार टर्मिनस एक्सप्रेस मार्ग में 120 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

– डिब्रूगढ़ से 21 फरवरी, 2023 को प्रस्थान करने वाली 15909 डिब्रूगढ़-लालगढ़ एक्सप्रेस मार्ग में 120 मिनट नियंत्रित कर चलायी जायेगी।

शार्ट टर्मिनेशन-

– दादर से 18 एवं 19 फरवरी, 2023 को चलने वाली 01027 दादर-गोरखपुर विशेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी। यह गाड़ी गोरखपुर से मऊ के मध्य निरस्त रहेगी।

– लखनऊ जं. से 19, 20 एवं 21 फरवरी, 2023 तक चलने वाली 15008 लखनऊ जं.-वाराणसी एक्सप्रेस वाराणसी सिटी के स्थान पर गोरखपुर में यात्रा समाप्त करेगी। यह गाड़ी गोरखपुर से वाराणसी सिटी के मध्य निरस्त रहेगी ।

– लोकमान्य तिलक टर्मिनस से 20 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12165 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस गोरखपुर के स्थान पर मऊ में यात्रा समाप्त करेगी। यह गाड़ी मऊ से गोरखपुर के मध्य निरस्त रहेगी ।

शार्ट ओरिजिनेशन-

– गोरखपुर से 20 एवं 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 01028 गोरखपुर-दादर विशेष गाड़ी गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलायी जायेगी। यह गाड़ी गोरखपुर से मऊ के बीच निरस्त रहेगी।

– वाराणसी सिटी से 20, 21 एवं 22 फरवरी, 2023 तक चलने वाली 15007 वाराणसी सिटी-लखनऊ जं. वाराणसी सिटी के स्थान पर गोरखपुर से चलायी जायेगी। यह गाड़ी वाराणसी सिटी से गोरखपुर के मध्य निरस्त रहेगी ।

– गोरखपुर से 21 फरवरी, 2023 को चलने वाली 12166 गोरखपुर-लोकमान्य तिलक टर्मिनस गोरखपुर के स्थान पर मऊ से चलायी जायेगी। यह गाड़ी गोरखपुर से मऊ के बीच निरस्त रहेगी।

पुनर्निधारण

– गोरखपुर से 22 फरवरी, 2023 को चलने वाली 19490 गोरखपुर-अहमदाबाद एक्सप्रेस गोरखपुर से 90 मिनट पुनर्निधारण कर चलायी जायेगी।

आज का पंचांग

दिनाँक 17/02/2023 दिन शुक्रवार, फाल्गुन कृष्णपक्ष तिथि द्वादशी, रात्रि 11:36 उपरांत त्रयोदशी, नक्षत्र पूर्वाषाढ़, रात्रि 08:28 उपरांत उतराषाढ़, चन्द्र राशि धनु सुबह 01:48 उपरांत 18 फ़रवरी 2023( मकर ), विक्रम संवत 2079, सूर्योदय 06:23 सुबह, सूर्यास्त 05:44 संध्या, चंद्रोदय 04:49 सुबह ( 18 फ़रवरी ), चंद्रास्त 02:21 सुबह, लगन मकर 06:14 सुबह, उपरांत कुम्भ लगन चौघडिया दिन चौघड़िया, चर 06:23 सुबह 07:48 सुबह, लाभ 07:48 सुबह 09:13 सुबह, अमृत 09:13 सुबह 10:39 सुबह, काल 10:39 सुबह 12:04 सुबह शुभ 12:04 सुबह 01:29 दोपहर रोग 01:29 दोपहर 02:54 दोपहर, उद्देग 02:54 दोपहर 04:19 शाम, चर 04:19 शाम 05:44 शाम, राहुकाल:, सुबह 10:39 से 12:04 दोपहर, अभिजित मुहूर्त सुबह 11:41 से 12:26 दोपहर दिशाशूल, पश्चिम.   

आज का राशिफल

मेष🐐 (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)
राजमान प्राप्त होगा। नए अनुबंध होंगे। नई योजना बनेगी। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। कार्य में व्यय की अधिकता रहेगी।खर्चों को नियंत्रण में रखने का प्रयास करें। आज आप अपना बजट भी बना सकते है जो आगे चलकर आपके लिए लाभदायक सिद्ध होगा।
लकी नंबर
6
लकी कलर
पीला

वृष🐂 (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वू, वे, वो)
धनार्जन होगा। संतान के स्वास्थ्य पर ध्यान दें। परिवार के सहयोग से दिन उत्साहपूर्ण व्यतीत होगा। योजनानुसार कार्य करने से लाभ की संभावना है। धन संबंधी कोई समस्या परेशान कर रही है तो वह आज के दिन सुलझ जाएगी और आप जैसा चाहते है वैसा ही होगा। अपने व्यवहार पर नियंत्रण रखे।
लकी नंबर
3
लकी कलर
गुलाबी

मिथुन👫 (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)
व्यापार-व्यवसाय सामान्य रहेगा। दूरदर्शिता एवं बुद्धि चातुर्य से कठिनाइयां दूर होंगी। राज्य तथा व्यवसाय में सफलता मिलने के योग हैं।मित्रों या रिश्तेदारों का पूर्ण सहयोग मिलेगा और वे आपके साथ कहीं जाने का भी प्लान कर सकते है। आप भी उनके सहयोग से तरक्की करेंगे।
लकी नंबर
1
लकी कलर
भूरा

कर्क🦀 (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)
पूजा-पाठ में मन लगेगा। कोर्ट व कचहरी के काम निबटेंगे। लाभ के अवसर मिलेंगे। प्रसन्नता रहेगी। कुछ मानसिक अंतर्द्वंद्व पैदा होंगे।नौकरी में प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी और आपके काम को सराहा जाएगा। व्यापार में भी नए समझौते होंगे जिस कारण मन खुश रहेगा।
लकी नंबर
8
लकी कलर
ग्रे

सिंह🦁 (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)
व्यावसायिक यात्रा मनोनुकूल रहेगी। कानूनी मामले सुधरेंगे। धन का प्रबंध करने में कठिनाई आ सकती है। आहार की अनियमितता से बचें। किसी मांगलिक कार्य में धन खर्च होगा और उसका लाभ भी आपको मिलेगा।
लकी नंबर
3
लकी कलर
महरून

कन्या👩 (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)
रोजगार मिलेगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। अप्रत्याशित लाभ हो सकता है। नौकरी में अधिकार बढ़ेंगे। व्यावसायिक समस्या का हल निकलेगा।काम में परिश्रम अधिक करना पड़ेगा लेकिन उसका लाभ भी साथ के साथ मिलेगा जिस कारण प्रसन्नता होगी। परिवार के साथ मेलझोल और बढ़ेगा।
लकी नंबर
7
लकी कलर
आसमानी

तुला⚖️ (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)
ऐश्वर्य पर व्यय होगा। स्वास्थ्‍य कमजोर रहेगा। विवाद को बढ़ावा न दें। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। राजकीय कार्य में परिवर्तन के योग बनेंगे।निजी नौकरी में हैं तो किसी बात को लेकर तनाव रहेगा और आप काम में मन नही लगा पाएंगे। आपसी सहमति बनाए रखे।
लकी नंबर
4
लकी कलर
संतरी

वृश्चिक🦂 (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)
यात्रा सफल रहेगी। प्रयास सफल रहेंगे। वाणी पर नियंत्रण रखें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। लाभ होगा। व्यापार-व्यवसाय में उन्नति के योग हैं। आय से अधिक खर्चे होंगे जो आपकी परेशानी को और बढ़ा देंगे। ऐसे में बेवजह के खर्चों पर नियंत्रण करे और जहाँ आवश्यक हो वही खर्च करे।
लकी नंबर
2
लकी कलर
हरा

धनु🏹 (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)
भागदौड़ रहेगी। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। अधूरे कामों में गति आएगी। व्यावसायिक गोपनीयता भंग न करें। गीत-संगीत में रुचि बढ़ेगी।आपके विरोधी आपका नुकसान करने का प्रयास करेंगे लेकिन यदि आप सूझ-बूझ से काम लेंगे तो वे आपका कुछ नही बिगाड़ पाएंगे। इसलिये सतर्क रहे।
लकी नंबर
6
लकी कलर
श्वेत

मकर🐊 (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)
पार्टी व पिकनिक का आनंद मिलेगा। रचनात्मक कार्य सफल रहेंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। प्रसन्नता रहेगी। जीवनसाथी के स्वास्थ्य की चिंता रहेगी।शाम के समय किसी अनजान व्यक्ति से बहस हो सकती है। ऐसे में व्यर्थ के झगड़ो में पड़ने की बजाए अपने काम पर ध्यान दे।
लकी नंबर
9
लकी कलर
स्लेटी

कुंभ🍯 (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)
पुराने मित्र व संबंधियों से मुलाकात होगी। शुभ समाचार प्राप्त होंगे। व्यवसाय ठीक चलेगा। मान बढ़ेगा।परिवार के किसी कार्यक्रम के कारण यात्रा पर जाने के योग है। शहर से बाहर जाना भी हो सकता है। ऐसे में पूरी सावधानी बरते और बाहर का कम से कम खाए।
लकी नंबर
7
लकी कलर
केसरी

मीन🐳 (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)
भूमि व भवन संबंधी योजना बनेगी। बेरोजगारी दूर होगी। लाभ होगा। मान-प्रतिष्ठा में कमी आएगी। कामकाज में बाधाएँ आ सकती हैं। कर्मचारियों पर व्यर्थ संदेह न करें। आर्थिक तंगी रहेगी।आज के दिन किसी प्रकार का जोखिम ना ले ।
लकी नंबर
5
लकी कलर
नीला

 

ज्योतिषाचार्य संजीत कुमार मिश्रा
ज्योतिष , वास्तु एवं रत्न विशेषज्ञ 8080426594/9545290847

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा होली त्यौहार में होने वाली अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्री जनता की सुविधा हेतु 04064/04063 आनन्द विहार टर्मिनस-जोगबनी-आनन्द विहार टर्मिनस साप्ताहिक विशेष गाड़ी का संचलन आनन्द विहार टर्मिनस से 04 से 11 मार्च, 2023 तक प्रत्येक शनिवार को तथा जोगबनी से 06 से 13 मार्च, 2023 तक प्रत्येक सोमवार को 02 फेरों के लिये किया जायेगा। इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय-समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

04064 आनन्द विहार टर्मिनस-जोगबनी साप्ताहिक होली विशेष गाड़ी 04 से 11 मार्च, 2023 तक प्रत्येक शनिवार को आनन्द विहार टर्मिनस से 15.30 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद से 19.25 बजे, बरेली से 21.10 बजे, शाहजहाँपुर से 22.19 बजे, दूसरे दिन लखनऊ से 01.20 बजे, अयोध्या कैंट से 04.25 बजे, शाहगंज से 05.50 बजे, आजमगढ़ से 07.15 बजे, मऊ से 08.15 बजे, बलिया से 10.17 बजे, छपरा से 11.45 बजे, हाजीपुर से 13.20 बजे, बरौनी से 15.40 बजे, बेगूसराय से 16.02 बजे, खगड़िया से 16.52 बजे, नवगछिया से 17.42 बजे, कटिहार से 19.50 बजे, पूर्णिया से 20.35 बजे, अररिया से 21.10 बजे तथा फारबिसगंज से 21.32 बजे छूटकर जोगबनी 22.30 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में 04063 जोगबनी-आनन्द विहार टर्मिनस साप्ताहिक होली विशेष गाड़ी 06 से 13 मार्च, 2023 तक प्रत्येक सोमवार को जोगबनी 01.20 बजे प्रस्थान कर फारबिसगंज से 01.35 बजे, अररिया से 02.00 बजे, पूर्णिया से 03.25 बजे, कटिहार से 04.30 बजे, नवगछिया से 05.32 बजे, खगड़िया से 06.32 बजे, बेगूसराय से 07.12 बजे, बरौनी से 08.00 बजे, हाजीपुर से 10.10 बजे, छपरा से 11.25 बजे, बलिया से 12.30 बजे, मऊ से 13.50 बजे, आजमगढ़ से 14.45 बजे, शाहगंज से 17.00 बजे, अयोध्या कैंट से 19.30 बजे, दूसरे दिन लखनऊ से 00.20 बजे, शाहजहाॅपुर से 04.37 बजे, बरेली से 05.38 बजे तथा मुरादाबाद से 07.58 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 11.10 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का 01, शयनयान श्रेणी के 10, साधारण द्वितीय श्रेणी के 10 तथा एस.एल.आर. के 02 कोच सहित कुल 23 कोच लगाये जायेंगे।

रक्सौल के रास्ते आनंद बिहार के लिए होली स्पेशल ट्रेन का परिचालन 4 से 11 मार्च तक

Chhapra: रेलवे प्रशासन द्वारा आगामी होली त्यौहार पर होने वाली यात्रियों की अतिरिक्त भीड़ को ध्यान में रखते हुए यात्री जनता की सुविधा हेतु 04070 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी होली विषेष गाड़ी 04 से 11 मार्च 2023 तक प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को आनन्द विहार टर्मिनस से तथा 04069 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस होली विशेष गाड़ी 05 से 12 मार्च, 2023 तक प्रत्येक बुधवार एवं रविवार को सीतामढ़ी से तीन फेरों हेतु चलाई जायेगी।

इसमें यात्रा करने वाले यात्रियों को कोविड-19 के सम्बन्ध में समय पर जारी सभी मानकों का पालन करना होगा।

04070 आनन्द विहार टर्मिनस-सीतामढ़ी होली विशेष गाड़ी 04 से 11 मार्च 2023 तक प्रत्येक मंगलवार एवं शनिवार को आनन्द विहार टर्मिनस से 00.30 बजे प्रस्थान कर मुरादाबाद से 03.40 बजे, बरेली से 05.05 बजे, लखनऊ से 09.50 बजे, गोरखपुर से 15.00 बजे, नरकटियागंज से 18.35 बजे तथा रक्सौल से 19.35 बजे छूटकर सीतामढ़ी 21.30 बजे पहुँचेगी।

वापसी यात्रा में 04069 सीतामढ़ी-आनन्द विहार टर्मिनस होली विशेष गाड़ी 05 से 12 मार्च, 2023 तक तक प्रत्येक बुधवार एवं रविवार को सीतामढ़ी से 00.15 बजे प्रस्थान कर रक्सौल से 02.30 बजे, नरकटियागंज से 03.20 बजे, गोरखपुर से 06.45 बजे, लखनऊ से 13.00 बजे, बरेली से 17.42 बजे तथा मुरादाबाद से 20.40 बजे छूटकर आनन्द विहार टर्मिनस 23.45 बजे पहुँचेगी।

इस गाड़ी में वातानुकूलित तृतीय श्रेणी का 01, शयनयान श्रेणी के 10, साधारण द्वितीय श्रेणी के 10 तथा एस.एल.आर. के 02 कोच सहित कुल 23 कोच लगाये जायेंगे।

चोरी की 2 मोटरसाईकिल, 3 मोबाईल के साथ 3 चोर गिरफ्तार

छपरा : एकमा थाना क्षेत्र में चोरी की बाईक बिक्री के दौरान पुलिस ने 3 चोरों को गिरफ्तार कर 2 बाईक और 3 मोबाईल बरामद किया है।

एसपी डॉ. गौरव मंगला ने बताया है कि पुलिस दल को गुप्त सूचना प्राप्त हुई, कि ग्राम आमडाढ़ी रेलवे ढाला के पास कुछ व्यक्ति चोरी की गई मोटरसाईकिल को बिक्री करने वाले है।

उक्त गुप्त सूचना पर तत्क्षण आवश्यक कार्रवाई करते हुए एकमा पुलिस दल द्वारा छापामारी के क्रम में 01 चोरी के मोटरसाईकिल एवं 01 मोबाईल के साथ एक चोर गुड्डु कुमार राय, पिता मकुन राय, सा0 बेतवनिया, थाना एकमा, जिला-सारण को पकड़ा गया तथा इनके निशानदेही पर चोरी के मोटरसाईकिल की खरीद-बिक्री के धंधे में सलिप्त दो अन्य चोरों लालू कुमार यादव उर्फ सत्येन्द्र यादव, पिता राजकिशोर यादव, सा0 बसंतपुर, थाना एकमा और बिट्टू कुमार ठाकुर उर्फ विकास, पिता रंगीला ठाकुर, सा0 माधोपुर, थाना रसूलपुर, जिला-सारण को 01 चोरी के मोटरसाईकिल एवं 02 मोबाईल के साथ गिरफ्तार किया गया। इस संबध में एकमा थाना कांड संख्या-55/23 दिनांक-15.02.2023 धारा-414/413/34 भा0द0वि0 दर्ज कर इस कांड का अनुसंधान किया जा रहा है।

महाशिवरात्रि के अवसर पर बड़ी संख्या में पुलिस पदाधिकारी एवं दण्डाधिकारी की होगी प्रतिनियुक्ति : डीएम

छपरा : जिलाधिकारी राजेश मीणा ने बताया कि इस बार महाशिवरात्रि का त्योहार 18 फरवरी 2023 को मनाये जाने की सूचना प्राप्त है। इस अवसर पर श्रद्धालुओं के द्वारा शिवालयों में जलाभिषेक किया जाता है। महाशिवरात्रि के दिन शिवालयों के आप-पास भीड़-भाड़ रहती है तथा कई स्थलों पर मेला भी लगता है। ऐसे में चिन्हित स्थलों पर विधि-व्यवस्था संधारण हेतु पुलिस बल, पुलिस दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति कर दी गयी है। महाशिवरात्रि के अवसर पर सभी थानाध्यक्षों को अपने क्षेत्रांतर्गत सतर्क रहकर अपने जिम्मेवारी का निर्वहन करने का निदेश दिया गया है।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि महाशिवरात्रि के अवसर पर श्री मनोकामनानाथ मंदिर समिति के द्वारा महाशिवरात्रि के अवसर पर दिनांक 18.02.2023 को पूर्वाहन 10.00 बजे से श्री शिव विवाह शोभा यात्रा निकाली जाएगी। शोभा यात्रा श्री मनोकामना नाथ मंदिर से प्रारंभ हो कर अस्पताल चौक, मालखाना चौक, मजहरूल हक चौक, रामराज चौक, नगर थाना चौक, साहेबगंज तिनमुहानी, मौना चौक, नगरपालिका चौक, नगर थाना चौक, दारोगा राय चौक, भगवान बाजार, राजेन्द्र कॉलेज, गुदरी बाजार, बूटी मोड, धर्मनाथ मंदिर होते हुए रात में लगभग 08.00 बजे श्री मनोकामना नाथ मंदिर पर आ कर समाप्त होगी।

जिलाधिकारी के द्वारा बताया गया कि श्री मनोकामनानाथ मंदिर समिति के द्वारा शोभा यात्रा के जुलूस हेतु अनुमंडल पदाधिकारी से नियमानुसार अनुमति प्राप्त है। शोभा यात्रा के जुलूस में काफी संख्या में श्रद्धालु गाजे-बाजे, हाथी घोड़े आदि के साथ सम्मिलित रहते है। शोभा यात्रा जुलूस के मार्ग में जुलूस के क्रम में काफी सतर्कता को ध्यान में रखते हुए पुलिस बल, पुलिस दण्डाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी प्रतिनियुक्त रहेंगे ताकि विधि-व्यवस्था की कोई समस्या उत्पन्न नही हो।

इसके अतिरिक्त छपरा शहर के विभिन्न शिवालयों में भी श्रद्धालुओं द्वारा भगवान शिव की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक किया जायेगा। इन सभी आयोजनो में भारी भीड़ होने की संभावना है जिस परिप्रेक्ष्य में जिला के तीनों अनुमण्डल पदाधिकारी और अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारीगण को आदेश दिया गया है कि क्षेत्र की विधि व्यवस्था का आकलन कर अपने स्तर से दण्डाधिकारी / पुलिस पदाधिकारी और पुलिस बल की तैनाती से संबंधित संयुक्त आदेश निर्गत करना सुनिश्चित करेंगे।

महाशिवरात्रि के अवसर पर निकाले जाने वाले जुलूस के मार्ग का संबंधित थानाध्यक्ष और प्रखंड विकास पदाधिकारी / अंचल अधिकारी को मार्ग के भौतिक रूप से सत्यापन करने हेते निर्देशित कर दिया गया है। अनुमण्डल पदाधिकारीगण को निदेश दिया गया है कि मंदिरों, मेला वाले स्थानों, सार्वजनिक तथा सांस्कृतिक कार्यक्रम वाले स्थानों पर किसी भी प्रकार की अप्रिय घटना से बचने हेतु प्रबंधकों से समन्वय स्थापित कर उन्हें सचेत रहने का परामर्श देंगे। उन्हें विधि-व्यवस्था संधारण हेतु समय-समय पर ध्वनि विस्तारक यंत्र से प्रचार प्रसार करवाने हेतु भी निर्देशित किया गया है ताकि किसी प्रकार की विधि व्यवस्था की समस्या नहीं उत्पन्न होने पाए।

इस अवसर पर जिला नियंत्रण कक्ष की स्थापना की गयी है जो दिनांक 18.02.2023 को प्रातः 8 बजे से पर्व की समाप्ति तक कार्यरत रहेगा जिसके प्रभार में और जिला की विधि व्यवस्था के वरीय प्रभार में डॉ० गगन, अपर समाहर्त्ता, सारण- 9473191268 और सौरभ जायसवाल, पुलिस उपाधीक्षक, मुख्यालय, सारण-8544428112 रहेंगे और तीनों अनुमण्डलों से समन्वय स्थापित कर विधि व्यवस्था संधारण करना सुनिश्चित करेंगे। सभी पदाधिकारी/अनुमण्डल पुलिस पदाधिकारी इस अवसर पर अपने अपने अनुमण्डल की विधि व्यवस्था के संपूर्ण प्रभार में रहेंगे।

कुमना के कुम्भज ॠषि आश्रम मे महाशिवरात्रि पर लगता है विशाल मेला, तैयारियां जोरो पर

जलालपुर : प्रखंड के कुमना के कुंभज ॠषि आश्रम स्थित बाबा जलेश्वरनाथ मंदिर परिसर मे हर साल फाल्गुन महाशिवरात्रि को विशाल मेला लगता है. जहां कई जिलो समेत उत्तर प्रदेश के पड़ोसी जिलो से हजारो शिवभक्त जलाभिषेक के लिए पहुंचते हैं. इस एक- दो दिवसीय मेले मे करोड़ो का कारोबार होता है. इस मेले से सैकड़ो लोगो की सालोभर जीविका चलती है. यह त्रेता युगीन ऐतिहासिक महत्व वाला स्थान अब तक पर्यटक स्थल नहीं बन पाया है.

इससे स्थानीय लोगों को दु:ख है. जबकि पर्यटक स्थल बनाने के लिए राज्य सरकार के पूर्व के पर्यटन मंत्री ने इस बावत घोषणा भी की थी. प्राचीन जलेश्वर नाथ मंदिर का ऐतिहासिक महत्व यह है कि यह त्रेता युगीन कुंभज ऋषि के आश्रम परिसर में स्थित है. ऐसी मान्यता है कि त्रेता युग में यहां कुम्भज ॠषि अपने आश्रम में राम कथा सुनाया करते थे, जिससे सुनने के लिए स्वयं भोले शंकर वेश बदलकर पहुंचते थे. इस बात का जिक्र रामचरितमानस में भी इस प्रकार किया गया है कि “एक समय त्रेतायुग माही, शंभू गए कुंभज ऋषि पाहीं.

इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व के बारे में स्थानीय निवासी व शिक्षक हितेश कुमार सिंह कहते हैं कि बाबा जलेश्वर नाथ मंदिर के बगल मे स्थित खेत में खुदाई के दौरान बड़ा खम्भा व कई मूर्तियां भी मिली थी. वहीं वर्तमान जलेश्वर नाथ मंदिर का शिवलिंग भी यहां खुदाई के दौरान प्राप्त हुआ था. इस बावत जानकारी उनके बाबा ने दी थी. वहीं गांव के समाजसेवी अनुज कुमार सिंह बताते हैं कि कुंभज ऋषि के आश्रम के बगल मे किसी नदी के प्रवाह की भौगोलिक आकृति का होना तथा बगल में गंग कन्हौली गांव की स्थिति भी इस स्थल के ऐतिहासिक महत्व को दर्शाता है.

इस मंदिर की विशेषता है कि यहां हर त्रयोदशी को मेला लगता है लेकिन फाल्गुन शिवरात्रि का विशाल मेला पूरे बिहार में प्रसिद्ध है. यह एक दो दिनो तक लगने वाला मेला करोड़ों का राजस्व देता है. दो ही दिनो मे यहां करोड़ो का व्यवसाय होता है. इस मेला में हजारों लोग पहुंचते हैं. यहां दूसरे जिलों से भी काठ के व्यापारी पलंग, फर्नीचर, चौकी, अलमीरा सोफा सेट की बिक्री के लिए पहुंचते हैं. वही मिट्टी के बर्तन के लिए भी यह मेला प्रसिद्ध है. जबकि हस्तशिल्प के भी स्थानीय कलाकार अपनी कला का प्रदर्शन कर यहां बिक्री के लिए रखते हैं और काफी संख्या में बाहर से आने वाले मेलार्थी इसे खरीदते हैं.

मीठे की स्वादिष्ट जलेबियां भी यहां प्रसिद्ध है. मौसमी फल बेल की खूब बिक्री होती है. शिवरात्रि को बाबा जलेश्वर नाथ मंदिर में जल चढ़ाने के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्त पहुंचते हैं. जलेश्वर नाथ मंदिर के पुजारी जगन्नाथ गिरी ने बताया कि यहां हमेशा शादी विवाह होते रहता है. शादी का मौसम होने के बाद पति पत्नी जोड़ें यहां आकर बाबा का आशीर्वाद लेते हैं.

उन्होंने बताया कि मांगे गए मन्नत के पूरा होने पर भक्तजन यहां आकर मंदिर का रंग रोगन, अष्टयाम तथा अन्य पूजा-पाठ सालों भर करते रहते हैं. कुंभज ऋषि का आश्रम अब तक नहीं बनने तथा इस ऐतिहासिक स्थल को अब तक पर्यटक स्थल के रूप में विकसित नहीं होने पर कुमना पंचायत के मुखिया धर्मेंद्र कुमार सिंह उर्फ डब्ल्यू सिंह ने बताया कि पूर्व के सांसद, मंत्री व विधायको ने पर्यटक स्थल बनाने के लिए प्रयास करने की बात कही थी.

वहीं पूर्व के पर्यटन मंत्री ने भी इसे पर्यटक स्थल बनाने की घोषणा की थी. लेकिन अब तक ऐसा नहीं किया जा सका है. उन्होने बताया कि यह बिहार का एकलौता ऐसा मंदिर है जो कुंभज ऋषि के आश्रम में स्थित है. त्रेता युगीन यह मंदिर स्थल है. वे अपने स्तर से एक धर्मशाला जहां शादी विवाह लोग आसानी से कर सके तथा अष्टयाम कराने के लिए मंडप का निर्माण करा रहे हैं.

उन्होने राज्य सरकार से मांग की कि इस ऐतिहासिक स्थल को शीघ्र पर्यटक स्थल बनाया जाए. यहां पर्यटन की आपार संभावनाएं हैं. उन्होंने कहा कि इस वर्ष अठारह फरवरी को लगने वाले महाशिवरात्रि मेले की तैयारियां जोरो पर है. गांव के स्वयंसेवक युवा मेले में प्याऊ की व्यवस्था तथा शांति व्यवस्था स्थापित करते है. उन्होंने बताया कि इस ऐतिहासिक मेले में उत्तर प्रदेश, सिवान, गोपालगंज, छपरा तथा मोतिहारी से भी लोग पहुंचते हैं.

ऐसी मान्यता है कि बाबा जलेश्वर नाथ के मंदिर में जलाभिषेक व दुग्ध अभिषेक कर अभीष्ट कामना करने से उनकी मन्नते पूरी हो जाती हैं. बाबा जलेश्वर नाथ की महिमा अपरंपार है.

बेगूसराय: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा चार जनवरी से शुरू समाधान यात्रा का समापन गुरुवार को बेगूसराय में हो गया। मुख्यमंत्री ने अपने इस समाधान यात्रा को पूरी तरह से सफल बताते हुए प्रधानमंत्री बनने की बात से इंकार कर दिया है।

समाहरणालय परिसर स्थित कारगिल भवन में समीक्षा बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा कि पूरे बिहार में नए-नए तरीका से काम हो रहा है। लोगों के पास जाकर उनकी बात सुनते हैं तो समस्या का समाधान हो रहा है। समाधान यात्रा के दौरान जिलों में समीक्षा बैठक के दौरान जनप्रतिनिधियों ने अपनी बात रखी।

बैठक में डीएम के तरफ से भी हो रहे काम की बात कही गई। इससे पता चलता है कि काम हो रहा है। हमारी यह समाधान यात्रा पूरी तरह से सफल रही। जन समस्या को सुनकर उसका समाधान किया जा रहा है, आगे भी जो जरूरी होगा वह करेंगे। बेगूसराय में विश्वविद्यालय बने यह सही मांग है, हम भी चाह रहे हैं कि यहां मेडिकल कॉलेज बन रहा है, विश्वविद्यालय भी बने।

चार जनवरी से हमने समाधान यात्रा की शुरुआत किया। उसमें हमने देखा कि जो काम कर रहे हैं वह कितना सफल है। उसी काम का प्रोसेस देखना इस यात्रा का उद्देश्य था। आवश्यक था कि हम देखें कि जो जरूरी है वह हो रहा है या नहीं, जो नहीं हो रहा है उसकी पहचान किया। सब चीज का समाधान करेंगे। विपक्ष अगर इस पर सवाल उठाते हैं तो उन से पूछिए।

हम यात्रा करते रहे हैं, 2009 से यात्रा की शुरुआत की और उससे पहले भी हमने यात्रा किया। 2019 तक जो काम किया वह हमने देखा है। उसके बाद कोरोना के कारण कुछ बाधा आई, तो जा नहीं पाते थे। अब समाधान यात्रा कर उन समस्याओं को देखा है। लोगों का अच्छा फीडबैक मिला है। यात्रा के दौरान ग्रामीणों के साथ संवाद किया, उनकी बातें खड़ी होकर सुनी है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि कौन क्या बोलता है, उस पर मत जाइए। लोग ऐसे ही बोलते रहता है, हम उस पर क्यों बोलें, हम काम करने वाले हैं। प्रधानमंत्री बनने की हमारी इच्छा नहीं है। लोग जब नारा लगाते हैं, सवाल उठाते हैं तो हम उन्हें रोकते भी हैं। हालांकि, आईपीएस विकास वैभव सहित कई अन्य मुद्दे को मुख्यमंत्री ने हंसते-हंसते टाल दिया।