Chhapra: जिला प्रशासन ने सभी से अपील करते हुए बताया है कि  नेपाल में भारी वर्षापात के कारण गंडक नदी में #सारण जिला अंतर्गत 28-29 सितंबर को लगभग 4.3 लाख क्यूसेक वाटर डिस्चार्ज का अनुमान है।
इससे गंडक नदी के तटीय प्रखण्डों-पानापुर, तरैया, मकेर, परसा आदि के निचले हिस्से में पानी आने की संभावना है।
लोगों से अपील है कि सजग एवं सतर्क रहें। अपने मवेशियों को ऊँचे सुरक्षित स्थान पर रखें।
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पटना, 26 सितम्बर (हि.स.)। पटना से सिलीगुड़ी परीक्षा देने गए युवकों को धमकाने वाले बांग्ला पक्खो नामक कट्टरपंथी संगठन के एक सदस्य रजत भट्टाचार्य को बंगाल पुलिस ने हिरासत में ले लिया है।

जानकारी के मुताबिक, बिहार के छात्र एसएसबी की भर्ती परीक्षा देने सिलीगुड़ी गए थे। इसी दौरान बांग्ला पक्खो नामक कट्टरपंथी संगठन के लोगों ने छात्रों को धमकाते हुए कहा, बिहार के होकर वे लोग बंगाल में क्यों नौकरी करने आ रहे हैं। इससे जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा था, जिसके बाद बिहार पुलिस ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए बंगाल पुलिस के सोशल मीडिया पर टैग कर आवश्यक कार्रवाई के लिए प्रेषित किया।

इसके बाद पश्चिम बंगाल की सिलीगुड़ी पुलिस हरकत में आई और आरोपित की पहचान कर उसे कुछ घंटे में ही हिरासत में ले लिया। जानकारी के अनुसार, इस संगठन ने पहले से ही पश्चिम बंगाल में हिंदी में लिखे साइनबोर्ड को मिटाया था।

Chhapra: छपरा रेलवे स्टेशन से एन. पी. एस. तथा यू. पी. एस. के खिलाफ एफएएनपीएसआर तथा एनएमओपीएस द्वारा आक्रोश मार्च निकाला गया. जिसमें केंद्रीय कर्मचारियों ने भाग लिया।

दअरसल नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम के राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार बन्धु , एन.ई.आर.एम.सी अध्यक्ष अखिलेश पाण्डेय ने आह्वान किया था कि सभी मुख्यालयों पर 26 सितम्बर को शाम 5 बजे आक्रोश मार्च निकाला जाएगा। उसी कड़ी में मार्च छपरा में भी दीपक कुमार तथा डॉ. दिनेश पाल के संयुक्त नेतृत्व में निकाला गया।

विदित हो कि देश को भी कर्मचारी एनपीएस या यूपीएस को पसंद नहीं करता है। यह सरकार द्वारा कर्मचारियों पर थोपा गया है, जो कर्मचारियों के लिए झुनझुना के समान है। आक्रोश मार्च में शामिल कर्मचारियों ने एक सुर में कहा कि हमें हूबहू पुरानी पेंशन योजना चाहिए, उसमें किसी प्रकार बदलाव मंजूर नहीं है। जब तक सरकार ओपीएस बहाल नहीं करेगी तब तक यह आंदोलन जारी रहेगा। जब नेतागण चार-चार पुरानी पेंशन प्राप्त कर सकते हैं तो फिर हम कर्मचारियों को एक ओपीएस देने में क्या दिक्कत है।

कर्मचारियों ने नारा लगाया कि जो पेंशन की बात करेगा वही देश पर राज करेगा। यानी कर्मचारी ओपीएस के लिए वोट की चोट करने की बात करते दिख रहे हैं। आक्रोश मार्च में उपर्युक्त के अलावे संगठन मंत्री प्यारे लाल, अभिनव गौरव, मुन्ना कुमार, मिथुन, शौहैल अंसारी, अभिषेक सिंह, आंनद कुमार, शशिभूषण, रत्नाकर, शुभम कुमार, अरुण कुमार, आदि शामिल थे।

पटना, 26 सितम्बर (हि.स.)। बिहार में स्मार्ट मीटर को लेकर लोग परेशान हैं। स्मार्ट मीटर में गड़बड़ी को लेकर लोगों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। स्मार्ट मीटर से लोगों को हो रही परेशानी को देखते हुए राजद ने इस मुद्दे को हाथों-हाथ लपक लिया। राजद ने आगामी एक अक्टूबर से आंदोलन करने की चेतावनी सरकार को दे डाली है।

राजद के आंदोलन करने की चेतावनी को लेकर बिहार सरकार के तरफ से ऊर्जा विभाग के मंत्री विजेन्द्र यादव ने मोर्चा संभालते हुए राजद को जवाब दिया है। ऊर्जा मंत्री विजेन्द्र यादव ने गुरुवार को पत्रकार वार्ता में राजद के आरोप को बेतुका बताया। उन्होंने कहा कि आज जो लोग सवाल उठा रहे हैं उनके समय बिजली का उत्पादन कितना होता था यह किसी से छिपी हुई नहीं है?

ऊर्जा मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि पहले 60 प्रतिशत से अधिक उत्पादन नहीं होता था। बिहार में 2005 में केवल 17 लाख उपभोक्ता थे। बिहार में अब दो करोड़ 7 लाख से अधिक कस्टमर हो गये हैं। मंत्री विजेंद्र यादव ने कहा कि 2005 में विद्युत का अधिकतम मांग 700 मेगावाट था, जो बढ़कर 8000 मेगावाट से अधिक हो गयी है। प्रति व्यक्ति ऊर्जा की खपत 2005 में 70 यूनिट थी। अब यह बढ़कर 360 यूनिट हो गई है। उन्होंने कहा कि राजद के प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह का बिजली बिल कम हुआ है। 17 फीसदी बिजली बिल जगदानंद सिंह का कम हुआ है। राजनैतिक द्वेष को लेकर विपक्ष इस तरह की बातें कर रहे हैं।

विजेंद्र यादव ने कहा कि बिजली स्मार्ट मीटर में यदि कोई गड़बड़ी है तो उसकी जांच होगी। स्मार्ट मीटर लगना बंद नहीं होगा। 2025 तक हर घर में स्मार्ट मीटर लग जाएगा। बिहार में लोगों को फ्री बिजली नहीं मिलेगी। स्मार्ट मीटर को लेकर बिहार में गरमायी राजनीति के बीच कांग्रेस भी मैदान में कूद पड़ी है। स्मार्ट मीटर के खिलाफ कांग्रेस ने अभियान को तेज करने का फैसला लिया है।

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश सिंह ने आज कहा कि जब तक स्मार्ट मीटर लगाना बंद नहीं होगा तब तक चरणबद्ध तरीके से आंदोलन होगा। 30 सितम्बर से अगले चरण के आंदोलन की शुरुआत होगी। 30 सितम्बर को सभी जिलों में स्मार्ट मीटर पर संवाददाता सम्मेलन का आयोजन किया गया है। दो अक्टूबर से फिर से जन जागरण अभियान चलाया जाएगा। नालंदा जिले से इसकी शुरुआत होगी। 2022 की स्टडी के अनुसार 65 से 70 प्रतिशत आबादी के पास बिहार में स्मार्टफोन की सुविधा नहीं है। ऐसे में स्मार्ट मीटर लगाने का कोई मतलब नहीं है। बिहार जैसे गरीब और पिछले राज्य में स्मार्ट मीटर लगाने की जरूरत नहीं है।

नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटिंग सिस्टम का उद्घाटन किया। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में इसे भारत के लिए बड़ी उपलब्धि का दिन बताया।

प्रधानमंत्री ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि परम रुद्र सुपर कंप्यूटर और एचपीसी प्रणालियों के साथ भारत ने कंप्यूटिंग में आत्मनिर्भरता और विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी में नवाचार को बढ़ावा देने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि आज विज्ञान और प्रौद्योगिकी की दुनिया में भारत के लिए बहुत बड़ी उपलब्धि का दिन है। आज का दिन इस बात का भी प्रतिबिंब है कि 21वीं सदी का भारत किस तरह विज्ञान, प्रौद्योगिकी और अनुसंधान को प्राथमिकता देते हुए आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने कहा कि भारतीय वैज्ञानिकों और इंजीनियरों ने तीन परम रुद्र सुपर कंप्यूटर बनाए हैं। ये सुपर कंप्यूटर दिल्ली, पुणे और कोलकाता में लगाए गए हैं। आज ही ‘अर्का’ और ‘अरुणिका’ 2 हाई-परफॉर्मेंस कंप्यूटिंग सिस्टम का उद्घाटन भी किया गया है। प्रधानमंत्री ने इसके लिए देश के वैज्ञानिक समुदाय, इंजीनियरों और सभी देशवासियों को बधाई दी।

Chhapra: आगामी विधानसभा से पूर्व मतदानकेन्द्रों के युक्तिकरण के लिये कार्रवाई की जा रही है। जिन मतदानकेन्द्रों पर 1500 से अधिक मतदाता हैं, वहाँ आयोग के निदेशानुसार नया मतदानकेन्द्र बनाया जा रहा है। इसके साथ ही जर्जर भवन में स्थित मतदानकेन्द्रों को निकटतम सरकारी भवन में स्थानांतरित किया जा रहा है। सभी चलंत मतदानकेन्द्रों को भी निकटतम सरकारी भवन में शिफ्ट किया जायेगा।

इन सभी मापदंडों के आधार पर सभी विधानसभा क्षेत्र के निर्वाचक निबंधन पदाधिकारियों से प्राप्त प्रस्ताव के आधार पर मतदानकेन्द्रों की ड्राफ्ट सूची तैयार की थी संशोधित ड्राफ्ट सूची में 10 नये मतदानकेन्द्र प्रस्तावित किये गये। लोकसभा आम निर्वाचन-2024 में सारण जिला में कुल 3029 मतदान केन्द्र थे।

विगत बैठक में सभी राजनीतिक दलों एवं जनप्रतिनिधियों से आपत्ति/सुझाव मांगे गये थे। सभी प्राप्त आपत्ति/सुझावों के आलोक में ईआरओ द्वारा स्थलीय जाँच कर अपनी अनुशंसा की गई।

इस प्रक्रिया के तहत आज जिलाधिकारी सह जिला निर्वाचन पदाधिकारी सारण अमन समीर की अध्यक्षता में विधायक एवं सभी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक आहुत की गई।

सभी सदस्यों के साथ दिये गए आपत्तियों के आलोक में ईआरओ की अनुशंसा पर एक एक कर विधानसभावार चर्चा की गई। कुछ मामलों में फिर से जिला स्तरीय टीम से जाँच कराने की आवश्यकता बताई गई। इन मामलों में पुनः जाँच के उपरांत तैयार अंतिम सूची का प्रस्ताव भेजा जायेगा।

बैठक में विधायक तरैया, विधायक सोनपुर, विधायक छपरा, विधायक मांझी, विधायक मढ़ौरा, सांसद एवं अन्य विधायक के प्रतिनिधि, विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि, सभी निर्वाचक निबंधन पदाधिकारी, उपनिर्वाचन पदाधिकारी आदि उपस्थित थे।

Chhapra: स्वच्छता ही सेवा -2024 के अंतर्गत स्वच्छता मार्च एवं श्रमदान कार्यक्रम का आयोजन किया गया। स्वच्छता मार्च में राजेंद्र स्टेडियम से सारण समाहरणालय तक पैदल मार्च करते हुए लोगों से स्वच्छता के प्रति सजग रहने के लिए अपील किया गया ।

कार्यक्रम में सर्वप्रथम स्वच्छ भारत मिशन के लोगो गांधी जी के चस्मा का स्वच्छता कर्मियों द्वारा मानव श्रृंखला के माध्यम से निर्माण किया गया। उप विकास आयुक्त, सदर एसडीओ, नगर आयुक्त एवं अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी के साथ राजेंद्र स्टेडियम से मेन रोड तक श्रमदान किया गया ।

उसके बाद सभी समूह के साथ स्वच्छता पैदल मार्च समाहरणालय तक किया गया। समाहरणालय में स्वच्छता शपथ, हस्ताक्षर अभियान चलाया गया।

इस मौके पर उपविकास आयुक्त, नगर आयुक्त, अनुमंडल पदाधिकारी सदर, डीआरडीए निदेशक, लोहिया स्वच्छ बिहार अभियान की जिला टीम, डीआरडीए के सभी कर्मी , विभिन विभागों के जिला स्तरीय पदाधिकारी, स्वच्छता कर्मी आदि मौजूद रहे।

Chhapra: रेडियो मयूर और सारण अंतर्राष्ट्रीय फिल्म समारोह की टीम द्वारा एक बाल फिल्म महोत्सव का आयोजन शहर के एक निजी विद्यालय में किया गया। इस बाल फिल्म महोत्सव के आयोजन का मकसद बच्चों में सिनेमा के माध्यम से मनोरंजन के साथ साथ जागरूकता लाना था। स्कूल के सैकड़ों बच्चों ने इसमें बढ़ चढ़ कर भाग लिया और खूब आनंदित हुए। बच्चों में कहा की ऐसे आयोजन हमेशा होने चाहिए हमलोग पहली बार ऐसा कुछ देख रहे हैं ।

स्कूल के प्रिंसिपल ने कहा कि, ” सिनेमा समाज का आईना होती हैं और वीडियो के माध्यम से बच्चों के दिलों दिमाग पर बहुत अच्छे संदेश आज गए हैं जो हम लोग किताब पढ़ा कर उनके अंदर नहीं भेज सकते हैं। बाल फिल्म महोत्सव एक बेहतरीन कदम है जो रेडियो मयूर की टीम ने आज हमारे स्कूल में उठाया है। आगे भी हमारा स्कूल उन्हें समय समय पर ये कार्यक्रम करने को आमंत्रित जरूर करेंगे “।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष चंद्र श्रीवास्तव ने कहा कि, ” रेडियो मयूर हमारे शहर के सांस्कृतिक रूप से सुदृढ़ बना रहा है। नित नए आयाम गढ़ रहा है। इनके इस पहल के लिए पूरी टीम को धन्यवाद और बधाई। बाल फिल्म महोत्सव एक अद्वितीय पहल है।”

पुनितेश्वर पुनीत ने इस पूरे आयोजन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और आर्ट एंड ग्राफ्ट के शिक्षक मानस मल, खेल कूद के शिक्षक ईमरान खान, वरिष्ठ शिक्षिका सरिता वर्मा, शाहीन परवेज एवम मानस सैनी ने सभी बच्चों को एकत्रित करने में बढ़ चढ़ कर अपना योगदान दिया।

फेस्टिवल डायरेक्टर अभिषेक अरुण ने बताया कि, “बाल फिल्म महोत्सव मेरा एक सपना रहा है की मैं छपरा के बच्चों को लघु फिल्मों के माध्यम से कुछ नया दूं, कुछ नई बातें बच्चे सीखें। सिनेमा एक ऐसा माध्यम है जो हमें कई मामले में राह दिखा सकता है, प्रेरित कर सकता है बशर्ते उसका कंटेंट अच्छा हो। हम हर साल सारण अंतर्राष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का आयोजन करते हैं उनमें बच्चों के लिए फिल्मों की एंट्री होती है उन्हीं लघु फिल्मों का प्रदर्शन हम स्कूल में कर रहे हैं, बाल फिल्म महोत्सव के जरिए। हम छपरा के और भी स्कूल में ये आयोजन करेंगे ताकि बच्चे जो बातें किताबों से ना सीख पाए वो इन लघु फिल्मों से सीखें”

कार्यक्रम का संचालन पुनितेश्वर्र पुनीत ने किया। मौके पर कविश कुमा, डब्बू आदि मौजूद थे।

Chhapra: दशहरा पर्व को देखते हुए बिजली विभाग के सहायक अभियंता के साथ महापौर लक्ष्मीनारायण गुप्ता उप मेयर प्रतिनिधि धर्मनाथ पिंटू एवं नगर आयुक्त सुनील कुमार पाण्डेय की अध्यक्षता में बैठक की गई। 

बैठक में महापौर के द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी दुर्गा पूजा के पंडाल में  बिजली की आपूर्ति देने एवं पूजा पंडाल के दुर्गा पूजा समिति के समिति से समन्वव्य स्थापित किया जाए। सहायक अभियंता द्वारा कहा गया कि दुर्गा पूजा को देखते हुए सभी पूजा पंडाल में बिजली देने हेतु सभी पंडाल समिति के साथ बैठक किया जाएगा और सभी पंडाल समिति को बिजली विभाग के द्वारा निर्देश दिया जाएगा। जहाँ बिजली पोल या ट्रांसफर है उस जगह पंडाल लगाया जाता है, उस जगह डी 0पी 0 या पोल बॉक्स से दूरी बनाये रखे।  11 KV के डी पी से 5 से 8 फ़ीट की दूरी रखना है। एलटी से 2 से 3 फ़ीट दूरी रखनी होगी एवं बिजली बॉक्स से 2 से 3 फ़ीट की दूरी रखनी होंगी ताकि कोई भी अप्रिय घटना ना घटे। 

दुर्गा पूजा में नगर प्रशासन एवं बिजली विभाग की सभी पदाधिकारी एवं कर्मी अलर्ट मोड मे रहेंगे। कोई भी अप्रिय घटना ना हो इसके लिए महापौर के द्वारा 30 सितम्बर को 3 बजे दुर्गा पूजा समिति के साथ बैठक किया जाएगा और सभी समस्या का समाधान कराने हेतु हमेशा तत्पर रहेंगे। इस बार दुर्गा पूजा हेतु सभी समस्याओ पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। 

बैठक सशक्त स्थायी समिति के सदस्य हेमंत राय, अजय कुमार, संतोष कुमार, सुशील कुमार, कृष्णा कुमार मौजूद थे। 

– अगले तीन वर्षों में यूरोपीय कंपनियों को आपूर्ति की जाएगी 2,000 एमएमजी – प्रतिस्पर्धी यूरोपीय हथियार बाजार में भारत की स्थिति और ज्यादा मजबूत होगी

नई दिल्ली, 26 सितम्बर (हि.स.)। भारत पहली बार अपनी अपग्रेडेड मीडियम मशीन गन (एमएमजी) का निर्यात यूरोपीय देशों को करने जा रहा है। यह एमएमजी प्रति मिनट 1,000 राउंड फायर करने में सक्षम है। कानपुर की स्मॉल आर्म्स फैक्टरी (एसएएफ) में तैयार की जाने वाली 2,000 एमएमजी अगले तीन वर्षों में यूरोपीय कंपनियों को आपूर्ति की जाएगी। यह निर्यात सौदा भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी छलांग है, जिससे प्रतिस्पर्धी यूरोपीय हथियार बाजार में भारत की स्थिति और मजबूत होगी।

कानपुर में रक्षा मंत्रालय की हथियार उत्पादन इकाई स्मॉल आर्म्स फैक्टरी (एसएएफ) है, जहां सेनाओं को आपूर्ति किये जाने वाले छोटे हथियारों का उत्पादन किया जाता है। यह कारखाना पुलिस इकाइयों, राज्य पुलिस संगठनों और बीएसएफ आईटीबीपी, सीआईएसएफ, सीआरपीएफ और एसएसबी सहित अर्धसैनिक बलों के लिए आवश्यक अत्याधुनिक छोटे हथियारों के उत्पादन में माहिर है। एसएएफ ने कई प्रकार के रिवाल्वर बनाए हैं, जिनका इस्तेमाल सुरक्षाबल कर रहे हैं। फैक्टरी में मीडियम मशीन गन (एमएमजी) भी तैयार की गई हैं, जिन्हें लगातार अपग्रेड किया जा रहा है। चीन और पाकिस्तान की अग्रिम सीमा पर इस्तेमाल की जाने वाली इंसास राइफल भी एसएएफ का बेहतरीन उत्पाद है।

स्मॉल आर्म्स फैक्टरी में निर्मित मीडियम मशीन गन (एमएमजी) को अपग्रेड किया गया है, जिसका ऑर्डर यूरोपीय कंपनियों से मिला है। हालांकि, एसएएफ के अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों से एमएमजी की कीमत, खरीदारों के नाम और देश का खुलासा करने से इनकार कर दिया लेकिन यह पुष्टि की कि एसएएफ के साथ यूरोपीय कंपनियों से पिछले साल दिसंबर में 2,000 एमएमजी के लिए अनुबंध हुआ था। हस्ताक्षरित समझौते के अनुसार एमएमजी को उनकी आवश्यकताओं और जरूरतों के आधार पर अपग्रेड किया जा रहा है। यह एमएमजी प्रति मिनट 1,000 राउंड फायर करने में सक्षम है। एमएमजी को अपग्रेड किए जाने के बाद अगले तीन वर्षों में आपूर्ति किया जाना है। एसएएफ के अधिकारियों ने इस निर्यात सौदे को भारत के रक्षा क्षेत्र के लिए एक बड़ी छलांग बताया है, जो प्रतिस्पर्धी यूरोपीय हथियार बाजार में भारत की स्थिति को और मजबूत करेगी।

एसएएफ के अधिकारियों ने कहा कि एमएमजी में लगातार उच्च दर की फायर क्षमता है और यह वाहनों, टैंकों, विमानों, नावों और जहाजों जैसे कई लड़ाकू प्लेटफार्मों में उपयोग के लिए उपयुक्त है। एमएमजी की इन्हीं विशेषताओं ने यूरोपीय खरीदारों को सबसे अधिक आकर्षित किया। संशोधित एमएमजी का वजन लगभग 11 किलोग्राम है और इसे तिपाई माउंट से फायर किया जा सकता है। इसका इस्तेमाल आपातकालीन स्थितियों में कंधे और कूल्हे पर रखकर किया जा सकता है। क्रोमियम-प्लेटेड बोर और चैंबर से बने इसके बैरल को ज्यादा गर्म होने से बचाने के लिए जल्दी से बदला जा सकता है, जिससे लंबे समय तक फायरिंग के बाद राउंड को जलने से रोकता है।

नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने गुरुवार को सियाचिन बेस कैंप का दौरा किया और सियाचिन युद्ध स्मारक पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने यहां तैनात सैनिकों को संबोधित करते हुए देश की रक्षा के प्रति उनके असाधारण योगदान की सराहना की।

राष्ट्रपति कार्यालय की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने सियाचिन युद्ध स्मारक पर वीर बलिदानियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। यह स्मारक उन सैनिकों और अधिकारियों के बलिदान का प्रतीक है जो 13 अप्रैल 1984 को सियाचिन ग्लेशियर पर भारतीय सेना द्वारा ऑपरेशन मेघदूत शुरू करने के बाद से बलिदान हुए हैं।

सियाचिन बेस कैंप में तैनात सैनिकों को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि सशस्त्र बलों के सर्वोच्च कमांडर के रूप में उन्हें उनपर गर्व है और सभी नागरिक उनकी बहादुरी को सलाम करते हैं। राष्ट्रपति ने कहा कि अप्रैल 1984 में ऑपरेशन मेघदूत शुरू होने के बाद से भारतीय सशस्त्र बलों के बहादुर सैनिकों और अधिकारियों ने इस क्षेत्र की सुरक्षा सुनिश्चित की है। उन्हें गंभीर मौसम की स्थिति का सामना करना पड़ता है। भारी बर्फबारी और माइनस 50 डिग्री तापमान जैसी कठिन परिस्थितियों में भी ये पूरी निष्ठा और सतर्कता के साथ अपने मोर्चे पर तैनात रहते हैं। वे मातृभूमि की रक्षा में त्याग और सहनशीलता का असाधारण उदाहरण प्रस्तुत करते हैं। उन्होंने जवानों से कहा कि सभी भारतीय उनके बलिदान और वीरता से परिचित हैं और हम उनका सम्मान करते हैं।

इससे पहले लद्दाख के उपराज्यपाल ब्रिगेडियर (डॉ.) बी डी मिश्रा ने थोइस एयरफील्ड पहुंचने पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु का स्वागत किया। वे बेस कैंप के दौरे के दौरान उनके रहे।

नई दिल्ली, 26 सितंबर (हि.स.)। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) 1 अक्टूबर से फोन मैसेज में यूआरएल से संबंधित अपने निर्देशों को लागू करने जा रहा है। इसका मतलब है कि अब मैसेज में केवल अनुमति प्राप्त प्रेषक ही यूआरएल, एपीके (एंड्रॉइड पैकेज किट), या ओटीटी (ओवर द टॉप) लिंक भेज पायेंगे।

ट्राई की इस पहल का उद्देश्य सुरक्षित संचार प्रणाली को बढ़ावा देना है ताकि उपभोक्ताओं को गलत और अनचाहे लिंक संदेशों से बचाया जा सके।

ट्राई ने 20 अगस्त को सभी एक्सेस प्रदाताओं को श्वेत सूची के बाहर यूआरएल, एपीके (एंड्रॉइड पैकेज किट) या ओटीटी (ओवर द टॉप) लिंक वाले किसी भी ट्रैफ़िक को ब्लॉक करने का निर्देश दिया गया था।

ट्राई ने ट्राई पंजीकृत प्रेषकों को यूआरएल वाले एसएमएस ट्रैफ़िक के सुचारू प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए अपने श्वेतसूची वाले लिंक को संबंधित एक्सेस प्रदाताओं के पोर्टल पर तुरंत अपलोड करने की सलाह दी है। अब तक 3 हजार से अधिक पंजीकृत प्रेषकों ने 70 हजार से अधिक लिंक को श्वेतसूची में डालकर निर्देश का अनुपालन किया है। वहीं, जो प्रेषक नियत तिथि तक अपने लिंक को श्वेत सूची में डालने में विफल रहेगा वे लिंक वाले किसी भी मैसेज को प्रसारित नहीं कर पायेगा।